आत्मबोध
आत्मबोध
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सत्संग १४७ - ध्यान विधि - बाबरे जगत स्वप्नवत है।
सत्संग १४७, २१ जुलाई २४
ध्यान विधि - बाबरे जगत स्वप्नवत है।
मृत्यु क्या है? हम मृत्यु नजदीक से देखकर भी बोध को उपलब्ध क्यों नहीं हो पाते हैं?
----- आदित्य मिश्रा।
इस वीडियो में इस विषय पर चर्चा करी गई है।
यदि कोई सत्संग में जुड़ना चाहता है तो हम हर शनिवार सुबह ७ से ८ बजे टेलिग्राम पर सत्संग करते हैं, जिसमें कोई भी भाग ले सकता है, उसका लिंक है:
t.me/aatmbodh
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Комментарии

  • @kanchankhanna1
    @kanchankhanna1 4 дня назад

    बहुत बहुत वंदन गुरु जी🙏

  • @dharmrahi4816
    @dharmrahi4816 4 дня назад

    ❤❤

  • @rameshnakarmi6184
    @rameshnakarmi6184 10 дней назад

    ❤❤❤❤

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 10 дней назад

      @@rameshnakarmi6184 🙏🙏

  • @rameshnakarmi6184
    @rameshnakarmi6184 10 дней назад

    ❤❤❤❤

  • @puspabhattarai4488
    @puspabhattarai4488 10 дней назад

    ॐॐॐ ❤❤

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 10 дней назад

      @@puspabhattarai4488 🙏🙏

  • @suncitybalaghat
    @suncitybalaghat 11 дней назад

    व्याख्या क्यों करना , ईश्वर पर ख़ुद पर अविश्वाश

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 10 дней назад

      @@suncitybalaghat जी आप सही कह रहे हैं, यदि मौलिक बात समझ आ गई, यह अंतर्दृष्टि है कि जानने वाला उससे अलग नहीं है जो जाना जा रहा है, तो किसी व्याख्या की आवश्यकता की कोई जरूरत नहीं है।

    • @suncitybalaghat
      @suncitybalaghat 10 дней назад

      @@ashushinghal प्रणाम

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 10 дней назад

      @@suncitybalaghat 🙏🙏🙏

  • @yogitabirari9544
    @yogitabirari9544 12 дней назад

    Bahut sahi tarike se btaya bhaiya ji🙏🙏🙏

  • @anandas1183
    @anandas1183 16 дней назад

    🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🌄👌💗

  • @sangeeta4430
    @sangeeta4430 20 дней назад

    Parnaam 🙏🙏 Aap ki baat bilkul sahi h Aap se yeh janna chahti hu ki dhyan ki vidhi kya h Mai kaisy dhyan ka aarambh kru

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 20 дней назад

      @@sangeeta4430 किसी भी विधि की अपनी एक सीमा है, यहां बात समझ की है कि यह "मैं" क्या है, जो ध्यान करना चाहता है। मैं ध्यान नहीं कर सकता हूं, ध्यान घटता है, जब सम्यक दृष्टि प्रकट होती है कि मैं ही मिथ्या है।

  • @ChhajjiPrasad
    @ChhajjiPrasad 24 дня назад

    आप जी द्वारा प्रश्नों के जो उत्तर दिये गए वे मेरे मन को शांति देने वाले हैं। क्योंकि वे सत्य हैं। क्योंकि सिर्फ मैं ही एक ऐसा है। जिसके होने से ही से ही मुझे सब कुछ प्राप्त हुआ है। जैसे: -- सूरज चाँद धरती आकाश घर द्वार नाते रिश्ते लेकिन लोग उसको कुछ नहीं समझते। जिस समय वह मुझसे पीठ करेगा , मेरी औकात एक बद्वूदार कचड़े से भी खराब होगी।

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 23 дня назад

      सबसे बड़ा भ्रम मैं ही है, कि मेरी कोई अलग सत्ता है जो उससे भिन्न है जो जाना जा रहा है, या जो जान रहा है। यानी जो जान रहा है वह वही है जो जाना जा रहा है, मैं जैसा कुछ नहीं होता। 🙏🙏🙏

  • @mukeshdesai2862
    @mukeshdesai2862 24 дня назад

    4:00 5:30 6:30 🔐

  • @haridaschouhan9508
    @haridaschouhan9508 24 дня назад

    प्रेम नमन ❤🙏🙏🙏

  • @sunilsehgal8800
    @sunilsehgal8800 25 дней назад

    Aap sabhi ko naman,,,,,,,..

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 25 дней назад

      आपको भी। 🙏🙏🙏

  • @Ajnabirahi430
    @Ajnabirahi430 25 дней назад

    Me ka kendra mann hai mann gira to Satya pragat hai pranam sir.

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 25 дней назад

      जी, अध्यात्म बहुत सरल है, यही मूल अंतर्दृष्टि है। 🙏🙏

  • @Vijay_pal_Singh734
    @Vijay_pal_Singh734 25 дней назад

    तोते को समझो सब समझ आ जाएगा मन तोता है जब तक मन शेष है संसार रहेगा मन के मरते ही संसार विदा

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 25 дней назад

      जी बिलकुल सही कहा आपने। 🙏🙏🙏

  • @ganpatade337
    @ganpatade337 Месяц назад

    कुछ बाते अनुभव खुदकोही समजता ये दुसरेको कैसे समजा शकते एसा मेरा गहण प्रश्न है

  • @ganpatade337
    @ganpatade337 Месяц назад

    कुछ बाते अनुभव खुदकोही समजता ये दुसरेको कैसे समजा शकते एसा मेरा गहण प्रश्न है

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 29 дней назад

      जी आपने सही कहा है, यहां कोई किसी को कुछ समझा नहीं सकता है। जो भी कहा जाता है वो एक इशारा मात्र है, जो की बिल्कुल गलत भी हो सकता है। इसीलिए जो भी कहा गया है उसे अपने आप जांचे परखें, कि क्या वास्तव में आपका सत्य क्या है, और वहीं से शुरुआत करें। 🙏🙏

  • @ganpatade337
    @ganpatade337 Месяц назад

    माध्यम से ऊपर की मालुमत आपका यही प्रश्न सबसे अहम लगता गुरुदेव

  • @ganpatade337
    @ganpatade337 Месяц назад

    मुझे लगता हम विश्व ही है जो हम विश्व को नहि पहचानते वैसे खुदकोही नही पहचानते

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 29 дней назад

      मैं विश्व ही हूं, कहीं यह बात भी कोई विचार तो नहीं क्या यह आपका अपना अनुभव है? हम खुद को नहीं पहचानते यह बात बिल्कुल सही है, और हम क्या हैं, इसको सीधा सीधा जानना मात्र ही अध्यात्म है। 🙏🙏

  • @kantabhat5077
    @kantabhat5077 Месяц назад

    बहुत अच्छा मै इसकी ही इंतिजार कर रही थी

  • @apgnamskaram8375
    @apgnamskaram8375 Месяц назад

    🙏🙏🌷🌷

  • @sanjaymishra4311
    @sanjaymishra4311 Месяц назад

    Aap ke paas apna bhi kuch h ki bas dusre ka hi dohraye jaye ge

    • @ashushinghal
      @ashushinghal Месяц назад

      जी आप सही कह रहे हैं, इतना तो स्पष्ट है कि मेरा अपना कुछ नहीं है, सब दोहराव ही है। 🙏🙏

  • @sanjaymishra4311
    @sanjaymishra4311 Месяц назад

    Bilkul thik baat h yahi mera bhi anubhaw h awor sabhi gyani yogi ka bhi yahi anubhaw h CHITA BUDDHI KA JAB LAY HO JATA H tab kaiwalya h

  • @Manjitartistmatharoo
    @Manjitartistmatharoo Месяц назад

    Bahut khoob

  • @balaahujabhakti1814
    @balaahujabhakti1814 Месяц назад

    Jai Ho Bala ji ki jai ho

  • @Manjitartistmatharoo
    @Manjitartistmatharoo Месяц назад

    Bhaut acha bahut sundar

  • @vimalkumarmishra985
    @vimalkumarmishra985 Месяц назад

    स्वप्न शरीर से स्वप्न जगत में रमण!

  • @kavitataneja4117
    @kavitataneja4117 Месяц назад

    Meine aaj pahli baar suna aap ko..bhut achha btate ho aap..😊

  • @kavitataneja4117
    @kavitataneja4117 Месяц назад

    Hosh mei vishram hai..anand hai..lekin..na chahte hue bhi..baar baar mn aa jata hai..😮

    • @ashushinghal
      @ashushinghal Месяц назад

      जी उसको भी स्वीकार करना अच्छा है कि ऐसा है। 🙏🙏

  • @kavitataneja4117
    @kavitataneja4117 Месяц назад

    Mei ke bina jo jeevan hai..vo ek khumari si hai..hosh se bhri behoshi..vo hi to jeevan hai.....

    • @ashushinghal
      @ashushinghal Месяц назад

      जी बिलकुल, जिसने जीया उसने जाना। 🙏🙏

  • @kavitataneja4117
    @kavitataneja4117 Месяц назад

    Speechless..kar diya..❤

  • @apgnamskaram8375
    @apgnamskaram8375 2 месяца назад

    🙏🙏🌷🌷

  • @ganeswarsahoo4527
    @ganeswarsahoo4527 2 месяца назад

    Om

  • @purnimasharma677
    @purnimasharma677 2 месяца назад

    Sakshi aur sukshma sharir mein kya fark h? Kya sukshma sharir hi anubhav karta h aur marnoparant yahi anubhav yado k sath Prithvi par rah jate h Kripaya marg darshan karein

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 2 месяца назад

      १) साक्षी और सूक्ष्म शरीर में क्या फर्क है? साक्षी एक परिकल्पना है कि जो बदलता नहीं है और सभी अनुभवों का अनुभव करने वाला है। सुक्ष्म शरीर यानी मन, बुद्धि, अहंकार का एक मिलन। ये सब भी बदलते हैं, और साक्षी इन सब परिवर्तनों के साथ नहीं बदलता। २) क्या सुक्ष्म शरीर ही अनुभवकर्ता है, और मरणोपरांत यही अनुभव यादों के साथ पृथ्वी पर ही रह जाते हैं? कृपया मार्ग दर्शन करें। अनुभवकर्ता और साक्षी एक ही बात है। शरीर मुख्य रूप से तीन तरह के होते हैं, स्थूल, सूक्ष्म और कारण शरीर। पृथ्वी पर कोई अनुभव नहीं रह जाते हैं, पृथ्वी भी एक अनुभव के रूप में ही जानी जाती है। सभी अनुभवों का संकलन स्मृति के रूप में संस्कारों की तरह से होता है, जो भौतिक नहीं होते हैं। 🙏🙏

    • @purnimasharma677
      @purnimasharma677 2 месяца назад

      Guru ji ek aur prashna h ki jab Sakshi sabhi anubhavo ka anubhav karta h aur sukshma sharir man budhi aadi ka anubhav karta h to kaise samjhe ki ham jisko sadhne ki koshish kr rahe h vo Sakshi h ya sukshma sharir kyonki anubhav to dono hi krte h ek tarah se

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 2 месяца назад

      @@purnimasharma677 सुक्ष्म शरीर अनुभव है, और जो अनुभव है वो अनुभव नहीं कर सकता है। यदि हम बचे हुए हैं, जो किसी को साधने का प्रयास कर रहा है, तो वह एक मन का ही हिस्सा है, यानी वह सूक्ष्म शरीर ही है। वहां जहां कोई साधने वाला ना रहे, वहां पर सूक्ष्म शरीर और साक्षी में कोई भेद नहीं रह जाता है। इसलिए मूल चीज को पकड़िए कि वह क्या है जो साधने का प्रयास कर रहा है? किसको साधा जा रहा है, वह तो गौण बात है, उसका कोई महत्व नहीं है। इसपर हम अगले शनिवार सुबह ७ बजे होने वाले सत्संग में भी बात करेंगे, जो टेलीग्राम ग्रुप पर होता है। उसमें कोई भी जुड़ सकता है। t.me/aatmbodh

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 2 месяца назад

      @@purnimasharma677 इन प्रश्नों पर इस वीडियो पर भी बात करी है। ruclips.net/video/mLhJ_nZkS-g/видео.htmlsi=gLn_rzLCXS1VBWjh

  • @kanchankhanna1
    @kanchankhanna1 3 месяца назад

    🕉️

  • @kundannakrani3857
    @kundannakrani3857 3 месяца назад

    Aho aho bhav🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹

  • @ganeswarsahoo4527
    @ganeswarsahoo4527 3 месяца назад

    Om

  • @apgnamskaram8375
    @apgnamskaram8375 3 месяца назад

    🌸🌸🙏🙏

  • @ganeswarsahoo4527
    @ganeswarsahoo4527 3 месяца назад

    Om

  • @radhikavarma1960
    @radhikavarma1960 3 месяца назад

    यंयंलंलंलंलं

  • @GURJEETGUPTA
    @GURJEETGUPTA 3 месяца назад

    प्रणाम आशु जी आपसे निवेदन था कि मैं आपको ऑनलाइन मंच पर आमंत्रित करना चाहता हूं, जब भी आप के सुविधा हो, जब भी आपके पास समय हो, कृपया उत्तर की प्रतीक्षा में।

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 3 месяца назад

      नमस्ते ये कौनसा मंच है। 🙏🙏

    • @GURJEETGUPTA
      @GURJEETGUPTA 3 месяца назад

      ​@@ashushinghal 🙏 उत्तर देने के लिए धन्यवाद, Ulm (universal life management) आप वक्ता बन कर आ सकते है, अथवा प्रश्न कर्ता बन कर भी आ सकते है, आप बहुत सुलझे हुए और अनुभवी है, जो लोग आपसे जुड़े है उन्हें और बाकि दर्शको को इस चर्चा से बहुत लाभ मिलेगा। Date and time आप तय करें, जब भी आप के पास समय हो।

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 3 месяца назад

      @@GURJEETGUPTA आपसे बात करके स्पष्टता आयेगी, कृपया आप मुझे टेलीग्राम ऐप पर संपर्क करें। @Ashwin_aatmbodh 🙏🙏

    • @shobhamishra8473
      @shobhamishra8473 3 месяца назад

      Rcnkufombu​@@GURJEETGUPTA

  • @parashurampoudel9203
    @parashurampoudel9203 3 месяца назад

    thankfully nice vdo gurudev

  • @siddhartham507
    @siddhartham507 4 месяца назад

    🙏🙏🙏

  • @share-Yur-experiences_Feelings
    @share-Yur-experiences_Feelings 4 месяца назад

    लेकिन ओशो जी तो बोलते थे की सब कुछ पूर्व निर्धारित है

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 4 месяца назад

      यहां भी यही कहा गया है। 🙏🙏

  • @artbysruthiverma9784
    @artbysruthiverma9784 4 месяца назад

    Apka bhaut bhaut dhanyawad humare questions ke answers Dene ke liye.🙏✨

  • @sumitsaharan846
    @sumitsaharan846 4 месяца назад

    साधु साधु साधु 🎉🎉🎉

  • @harbanslalarora1652
    @harbanslalarora1652 4 месяца назад

    Advait means ek se adhik

  • @user-cz2ud8on5i
    @user-cz2ud8on5i 5 месяцев назад

    उपनिषद में यदि अज्ञेय कहा तो उसी उपनिषद में सा आत्मा सा विज्ञेयः भी कहा गया । आप नव अद्वैतियों की समस्या यह है कि आप एक शब्द , एक प्रक्रिया , एक रट को पकड़े रहते हैं । आप विचार मार्ग की बात करते हैं और आपको विचार मार्ग की पद्धति का कोई ज्ञान नहीं । असंप्रदायिकों को कौन समझाए ! नमस्ते 🙏

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 5 месяцев назад

      जी आप सही हैं, आपका आभार अपनी बात साझा करने के लिए। 🙏🙏

  • @user-cz2ud8on5i
    @user-cz2ud8on5i 5 месяцев назад

    अद्वैत का अर्थ एकांत या एक का अंत नही होता नव अद्वैतियो ! अद्वैत का अर्थ है : दो नही । एति ( इण गतौ धातु ) एति इति एकः । एति का अर्थ है जाता है या अनुगत है । एक दो में अनुगत है तीन में है अनंत संख्याओं में एक अनुगत है । इसलिए कहा अद्वैत या सर्वं खल्विदं ब्रह्म । आशु जी आपकी कही अधिकांश बातों का श्रुति सम्मत ऋषि जनों की प्रज्ञा शील वाणी से सप्रमाण खण्डन किया जा सकता है । क्योंकि सब बातें हवा हवाई हैं । वेदांत का ही लक्षण है : वेदांतो नाम उपनिषद प्रमाणम । माना कि आपका अंतः करण सत्वाधिकता के कारण सात्विक बातें कर रहे है जिसका अर्थ आत्म ज्ञान नही ।लेकिन जिस उद्देश से आप चर्चा में लगे हैं ( ज्ञान देने ) उस उद्देश्य हेतु जिस पद्धति पर आप चल रहे हैं : बुद्धि का समर्पण , पंडित , शून्यता , सब एक ही बात करते हैं , एकांत है , शास्त्र का कोई प्रयोजन नहीं बस बात समझनी है वगैरह वगैरह 😂 यह काम नही करेगा । आप गोल गोल घूम कर एक ही बात पर आते हैं शून्य है, कुछ नही है , सब शांत है , साक्षी है , अज्ञेय है , मैं हूं , मौन है । मन की किसी अवस्था को आप आत्मज्ञान समझ बैठे हैं । नव अद्वैतियो के पास आध्यात्मिक शिक्षण की एक कुशल पद्धति नही है । आप मेरे चिर परिचित मित्र हैं मैं तो आपको सलाह दूंगा कि किसी सांप्रदायिक गुरु से अद्वैत वेदांत की विधिवत शिक्षा लें और इस व्यर्थ प्रलाप के प्रपंच में न फंसे ।। हरि 🕉️

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 5 месяцев назад

      जी आभार अपना मत रखने के लिए। मेरा मत तो यही है कि किसी भी ठोस निष्कर्ष पर नहीं आना चाहिए, बाकी आप परम ज्ञानी हैं और मैं आपको नमन करता हूं। 🙏🙏🙏

    • @user-cz2ud8on5i
      @user-cz2ud8on5i 5 месяцев назад

      @@ashushinghal जी फिलहाल तो मैं मित्र भाव से आपसे वार्तालाप कर रहा हूं किसी परमज्ञानी को बाजू में ही रहने दें । मैने कई ज्ञानी जनों से सुना है कि आत्मज्ञान हाथ पर रखे आंवले की तरह (ठोस निष्कर्ष ) साफ साफ स्पष्ट ज्ञान है । आप यदि स्वयं निष्कर्ष विहीन हैं तो दूसरों को संशयरहित करने हेतु क्यों उद्यत हैं ? खैर आप मेरी इस बात को भी टाल दें लेकिन मेरा आग्रह आपके काम आएगा । 🙏हरि ॐ

    • @ashushinghal
      @ashushinghal 5 месяцев назад

      @@user-cz2ud8on5i जी प्रभु। 🙏🙏

  • @kanchankhanna1
    @kanchankhanna1 5 месяцев назад

    जब बुद्धि का समर्पण करते हैं तो वलीनता की स्थिति बन जाती है