प्रतापगडची लढाई आणि अफझलखानाचा वध भाग 1. अफझलखान आणि थोरल्या संभाजीराजेंचा घातपात । थोरल्या संभाजीराजांचा थोडक्यात ईतिहास | ruclips.net/video/crE5d0XQotY/видео.html भाग 2. माहित नसणारा अफझलखान | अफझलखानाबद्दलच्या तुम्ही कधीही न ऐकलेल्या गोष्टी | #AfjalKhanaChaVadh ruclips.net/video/PC8UOyqUGcU/видео.html भाग 3. शहाजीराजे आणि अफझलखानाचा वध | अफझलखानाच्या वधामध्ये शहाजीराजांची काय भूमिका होती? ruclips.net/video/OuUsb90fEeA/видео.html भाग 4- उमदा व्यापार आणि फायद्याचा सौदा । शिवरायांचा एक मजेदार किस्सा । ruclips.net/video/3aVFYu3LnPk/видео.html भाग ५- बत्तीस दातांचा बोकड- अफझलखान । अफझलखानाची स्वराज्याविरुद्धची १६५९ च्या मोहिमेची कहाणी । ruclips.net/video/MUBLXKITyZw/видео.html भाग-६-तुम्ही आजवर न ऐकलेली अफझलखान वधाची विस्तृत कहाणी । आणि बोकडाचा बळी #Afzalkhanachavadh ruclips.net/video/mP5hYNimi3M/видео.html
छत्रपती शिवाजीमहाराज यांना जो महाराष्ट्र येऊन नडला तो कायमचा संपला. हे शिवरायांचे वैशिष्ट्य होते की जो जो शत्रु म्हणुन चालून आला तो परत यायला जिवंतच राहिला नाही किंवा शिवराय जिवंत होते तो पर्यंत यायला घाबलला. जय भवानी जय शिवराय !
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉️🚩 श्रीयुत आपली भाषाशैली अत्यंत ओघवती , स्पष्ट उच्चार , आणि अतिशय खणखणीत आवाज यामुळें ऐकतच रहावेसे वाटते. खूपच सुंदर आहे. आमचे subscribtion कामाला आले. आम्हीं शिवाजी महाराजांचे लहानपणापासून वेडे आहोत. धैर्य आणि धाडसाला जगात सदैव नमनच असत. जय भवानी जय शिवाजी जय जिजाऊ जय शिवराय जय शंभुराजे जय दादोजी कोंडदेव.💯☑️👌🏻❤️💪🏻👍🏼🙏🏻🕉️🚩
बरोबर.. महाराणा प्रताप आणि शिवाजी महाराज खरंच महान होते.. दोघे एका वेळी, आणी एका काळात असते तर दोघे चांगले मित्र बनून मुघलांचा नायनाट केला असता.. पण हिंदू मधील मिर्झाराजे सारखे बालषाली योद्धे मुघलांचे सेवक बनून आपल्याच भगव्याला आणी त्याचे रक्षण करतात त्याना संपवतात हें किती दुर्दैव आहे... 🚩🚩
Sir, please produce such quality content and no matter whoever trolls, we are your real audience and would always stand with your unbiased knowledge and point of view 🙏🙏🙏
Dr.Kolpe You should know about Bappa Rawal (Rajput king of Mewar) who saved india from Arab , he defeated 35 times of Arab , otherwise India is another Iran
Islamic army started their war to to grow Islam in year 630 .in year 660 Islam reached at afganistan.means in 30 years Islam conquered from Makka to Punjab border. From 660 to 1192 around 500 year Islamic army fail to enter in India . This 500 year India saved bcoz Rajput shed blood for their country for hindu dharma. Read battle between hindu front and islamic army Don't talk about rajput.first read history properly. Read book shivaji kon hota.Read ancestors list at satara and kolhapur . U would come to know shivaji Maharaj is sisodiya rajput. U have not given any documentory evidence about ur video information.
True This video is come with intention to defame only rajput and to get likesto u tube video. Nothing else they knew only superficial history. They have not given documentory evidence. Given reference from a book which has not reference book to historians.
राजपुतांचा उल्लेख करताना त्यामध्ये आपण सर्वच राजपुताना उद्देशून बोलत आहात असा भासते . हे काही बरोबर नाही . महाराणा प्रताप हे सुद्धा एक राजपूत च होते हे विसरू नका. त्यांनी च मातृ भूमी साठी पाहिले तलवार उचलली . प्रताप हे शिवरायांचे चे सुद्धा आदर्श होते 🙏🏻🙏🏻🚩🚩 . काही राजपूत मूर्ख होते हे नक्कीच खरं आहे.
Nik ,I don't know who are you but you do not forget, Rajput Save the Nation from Arab and other Islamic country , otherwise india is another Islamic Country ,Constantly fought since 700 BC .Rajput is a ancestors of Maratha
जय भवानि, जय महाराणा। आजकल लोगों की एक सोच बन गई है कि राजपूतों ने लड़ाई तो की, लेकिन वे एक हारे हुए योद्धा थे, जो कभी अलाउद्दीन से हारे, कभी बाबर से हारे, कभी अकबर से, कभी औरंगज़ेब से... क्या वास्तव में ऐसा ही है ? यहां तक कि राजपूत समाज में भी ऐसे कईं राजपूत हैं, जो महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान आदि योद्धाओं को महान तो कहते हैं, लेकिन उनके मन में ये हारे हुए योद्धा ही हैं, महाराणा प्रताप के बारे में ऐसी पंक्तियाँ गर्व के साथ सुनाई जाती हैं :- "जीत हार की बात न करिए, संघर्षों पर ध्यान करो" "कुछ लोग जीतकर भी हार जाते हैं, कुछ हारकर भी जीत जाते हैं" असल बात ये है कि हमें वही इतिहास पढ़ाया जाता है, जिनमें हम हारे हैं मेवाड़ के राणा सांगा ने 100 से अधिक युद्ध लड़े, जिनमें मात्र एक युद्ध में पराजित हुए और आज उसी एक युद्ध के बारे में दुनिया जानती है, उसी युद्ध से राणा सांगा का इतिहास शुरु किया जाता है और उसी पर ख़त्म राणा सांगा द्वारा लड़े गए खंडार, अहमदनगर, बाड़ी, गागरोन, बयाना, ईडर, खातौली जैसे युद्धों की बात आती है तो शायद हम बता नहीं पाएंगे और अगर बता भी पाए तो उतना नहीं जितना खानवा के बारे में बता सकते हैं भले ही खातौली के युद्ध में राणा सांगा अपना एक हाथ व एक पैर गंवाकर दिल्ली के इब्राहिम लोदी को दिल्ली तक खदेड़ दे, तो वो मायने नहीं रखता, बयाना के युद्ध में बाबर को भागना पड़ा हो तब भी वह गौण है मायने रखता है तो खानवा का युद्ध जिसमें मुगल बादशाह बाबर ने राणा सांगा को पराजित किया सम्राट पृथ्वीराज चौहान की बात आती है तो, तराईन के दूसरे युद्ध में गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को हराया तराईन का युद्ध तो पृथ्वीराज चौहान द्वारा लडा गया आखिरी युद्ध था, उससे पहले उनके द्वारा लड़े गए युद्धों के बारे में कितना जानते हैं हम ? इसी तरह महाराणा प्रताप का ज़िक्र आता है तो हल्दीघाटी नाम सबसे पहले सुनाई देता है हालांकि इस युद्ध के परिणाम शुरु से ही विवादास्पद रहे, कभी अनिर्णित माना गया, कभी अकबर को विजेता माना तो हाल ही में महाराणा को विजेता माना बहरहाल, महाराणा प्रताप ने गोगुन्दा, चावण्ड, मोही, मदारिया, कुम्भलगढ़, ईडर, मांडल, दिवेर जैसे कुल 21 बड़े युद्ध जीते व 300 से अधिक मुगल छावनियों को ध्वस्त किया महाराणा प्रताप के समय मेवाड़ में लगभग 50 दुर्ग थे, जिनमें से तकरीबन सभी पर मुगलों का अधिकार हो चुका था व 26 दुर्गों के नाम बदलकर मुस्लिम नाम रखे गए, जैसे उदयपुर बना मुहम्मदाबाद, चित्तौड़गढ़ बना अकबराबाद फिर कैसे आज उदयपुर को हम उदयपुर के नाम से ही जानते हैं ?... ये हमें कोई नहीं बताता असल में इन 50 में से 2 दुर्ग छोड़कर शेष सभी पर महाराणा प्रताप ने विजय प्राप्त की थी व लगभग सम्पूर्ण मेवाड़ पर दोबारा अधिकार किया था दिवेर जैसे युद्ध में भले ही महाराणा के पुत्र अमरसिंह जी ने अकबर के काका सुल्तान खां को भाले के प्रहार से कवच समेत ही क्यों न भेद दिया हो, लेकिन हम तो सिर्फ हल्दीघाटी युद्ध का इतिहास पढ़ेंगे, बाकी युद्ध तो सब गौण हैं इसके आगे!!!! महाराणा अमरसिंह ने मुगल बादशाह जहांगीर से 17 बड़े युद्ध लड़े व 100 से अधिक मुगल चौकियां ध्वस्त कीं, लेकिन हमें सिर्फ ये पढ़ाया जाता है कि 1615 ई. में महाराणा अमरसिंह ने मुगलों से संधि की | ये कोई नहीं बताएगा कि 1597 ई. से 1615 ई. के बीच क्या क्या हुआ | महाराणा कुम्भा ने 32 दुर्ग बनवाए, कई ग्रंथ लिखे, विजय स्तंभ बनवाया, ये हम जानते हैं, पर क्या आप उनके द्वारा लड़े गए गिनती के 4-5 युद्धों के नाम भी बता सकते हैं ? महाराणा कुम्भा ने आबू, मांडलगढ़, खटकड़, जहांजपुर, गागरोन, मांडू, नराणा, मलारणा, अजमेर, मोडालगढ़, खाटू, जांगल प्रदेश, कांसली, नारदीयनगर, हमीरपुर, शोन्यानगरी, वायसपुर, धान्यनगर, सिंहपुर, बसन्तगढ़, वासा, पिण्डवाड़ा, शाकम्भरी, सांभर, चाटसू, खंडेला, आमेर, सीहारे, जोगिनीपुर, विशाल नगर, जानागढ़, हमीरनगर, कोटड़ा, मल्लारगढ़, रणथम्भौर, डूंगरपुर, बूंदी, नागौर, हाड़ौती समेत 100 से अधिक युद्ध लड़े व अपने पूरे जीवनकाल में किसी भी युद्ध में पराजय का मुंह नहीं देखा चित्तौड़गढ़ दुर्ग की बात आती है तो सिर्फ 3 युद्धों की चर्चा होती है :- 1) अलाउद्दीन ने रावल रतनसिंह को पराजित किया 2) बहादुरशाह ने राणा विक्रमादित्य के समय चित्तौड़गढ़ दुर्ग जीता 3) अकबर ने महाराणा उदयसिंह को पराजित कर दुर्ग पर अधिकार किया क्या इन तीन युद्धों के अलावा 1300 वर्षों के इतिहास में चित्तौड़गढ़ पर कभी कोई हमले नहीं हुए ? इस तरह राजपूतों ने जो युद्ध हारे हैं, इतिहास में हमें वही पढ़ाया जाता है
भाई बात यह है ही नहीं कोण कितने बहादुर थे,बात यह चल रही है कोण सही थे! राजपूत अपना अहं के लिये लढे,उनके राज मे छोटी जाती को तुच्छ लेखने का चलन था इसी बात को बताया है|
बिरादर, किन मूर्खो रे साथ आपनो टाइम ख़राब क़रयो है आपने पूर्वजों री वीरता किसी प्रशंसा री मोहताज नहीं... सम्राटो से लेकर रावल राणा महाराणा तक म्हारे लोग मातृभूमि री लाज लिए लढ़े हारे जिते, रंज को नहीं! पर कभी किसी दूसरे जाति पर हम टिका टिप्पणी नहीं करते यहीं हमारा बड़प्पन है 👍
हमारे देशमे नेहरुने गलत ईतीहास लीखनेके लीये मुसलमाण शिक्षा मंत्री को नियुक्त कीया और देशके सभी शुर वीर मारे गये ऊनका कोई ऊल्लेख नही ऊनको सीर्फ हारे हुये,गध्दार दीखाते है .
छत्रपती शिवाजी महाराज की जय जय भवानी जय जिजाऊ जय शिवराय जय शंभूराजे आमचे राजे होतेच तसे शूर राज आलं राज आलं जि़कुनीया जगभरंरी शिवबा नाव राज गाज जी.तसेच महाराना प्रताप यांचा मला खूप गर्व, अभिमान आहे पुथ्वीराज चौहान ग्रेट च मी फँन आहे या़ची.
धन्यवाद, आपल्याच युट्युब रिल मधे ऐकले की,राजा मिर्झांराजे जयसिंग व त्यांचा पुत्र राम सिंग यांना आपल्या भाऊबंदांची साथ नव्हती,त्यामुळे त्यांनी छत्रपती शिवाजी महाराजांचा बंडाचा विचार फेटाळून लावला, नाही तर छत्रपतींनी आग्र्याच्या ठिकाणीच औरंगजेबाच्या मृत्यूची कबर खोदली असती व आणखीन एक नवा इतिहास निर्माण केलाअसता.
रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाए , ये ही राजपूतों की पहचान है, जय सिंह ने भी साबित किया , और शिवाजी महाराज तुम्हारी बात मान कर दिल्ली नही गए थे, जिस पर विश्वास किया उसने अपनी बात कायम रखी , अपनी जान की परवाह किए बिना
फारच वर्ष लोटली मिर्झा राजेंना दगाबाजी न संपल्याचा खुलासा मागितला मिळाला. ७० वर्षांत इतिहास सापडला नाही तो आत्ताच हाती लागला असते नसत्याचा महत्प्रयास मिडियाला घ्यावे लागतात किंवा येते !
पृथ्वीराज चौहान महाराणा प्रताप बाप्पा रावलं महाराणा संगा ह्यांच्यासारखे राजपूत योद्धे ज्यांनी आपले प्राणाची आहुती दिली . पण मिर्जा राजे जयसिंग हे स्वतः प्रभू श्री राम ह्यांचे वंशज आणि तरी सुद्धा ते मोघलांसमोर झुकले त्यांच्या बरोबर सोयरीक करायचे कसले हे प्रभू श्री राम ह्यांचे वंशज प्रभू श्री राम पण म्हणत असतील मी रावण आणि कुंभकरण ह्यांच्या सारखे अनेक बळशाली राक्षसांचा नाश केला पण त्यांच्या पुढे झुकलो नाही .त्यांना त्यांची चुक सुधारण्यासाठी त्यांना संधी देत राहिलो पण ते काही ऐकले नाहीत आणि शेवटी युद्धात मारले गेले पण मिर्जा राजे जयसिंग तर जे भारताचे हिंदू धर्माचे खूप मोठे शत्रू होते त्यांच्या कडे चाकरी करायचे सोयरीकी करायचे .. तेव्हा पण हिंदू हिंदूचा शत्रू होता आणी आता पण आहे इतिहासात नेहमी मिर्जा राजे जयसिंगाच जयचंद ह्यांच्या सारखे राजपूतच नाव नेहमी भारताचे विश्वास घात् आणि हिंदूंचे शत्रू म्हणून घेतले जाईल
Very deep,studious and interesting information,thanks please make a video on Afajalkhan bhet,pratapgarh war
प्रतापगडची लढाई आणि अफझलखानाचा वध
भाग 1. अफझलखान आणि थोरल्या संभाजीराजेंचा घातपात । थोरल्या संभाजीराजांचा थोडक्यात ईतिहास | ruclips.net/video/crE5d0XQotY/видео.html
भाग 2. माहित नसणारा अफझलखान | अफझलखानाबद्दलच्या तुम्ही कधीही न ऐकलेल्या गोष्टी | #AfjalKhanaChaVadh ruclips.net/video/PC8UOyqUGcU/видео.html
भाग 3. शहाजीराजे आणि अफझलखानाचा वध | अफझलखानाच्या वधामध्ये शहाजीराजांची काय भूमिका होती? ruclips.net/video/OuUsb90fEeA/видео.html
भाग 4- उमदा व्यापार आणि फायद्याचा सौदा । शिवरायांचा एक मजेदार किस्सा । ruclips.net/video/3aVFYu3LnPk/видео.html
भाग ५- बत्तीस दातांचा बोकड- अफझलखान । अफझलखानाची स्वराज्याविरुद्धची १६५९ च्या मोहिमेची कहाणी ।
ruclips.net/video/MUBLXKITyZw/видео.html
भाग-६-तुम्ही आजवर न ऐकलेली अफझलखान वधाची विस्तृत कहाणी । आणि बोकडाचा बळी #Afzalkhanachavadh ruclips.net/video/mP5hYNimi3M/видео.html
Sir ahe
@@sachinbhoir589 m.
@@DrVijayKolpesMarathiChannel t in
दुर्जन का साथ देने का नतीजा यही होगा. बुरे काम का बुरा नतीजा. जय शिवाजी, जय भवानी
छान इतिहास सांगीतला सर ! खरच छत्रपती शिवाजी राजे धाडसी शूर व चतुर होते त्यांना शतः श: नमन!
छत्रपती शिवाजीराजे यांच्या शिवाय कोणालाही संपूर्ण भारताचा विचार. सुचत नव्हता.
हे कसले रामाचे वंशज.
Barobar Rajpute manhe ramache vashaj 😂😂😂
आणि तुमचा हिंदू कृष्णाजी कुलकर्णी ने जर त्यांना संप वून टाकलं असतं तर.
मिर्झा जर भारत देशासाठी लडला असता तर आज त्याचा लोकांमध्ये नाव असता....
एकच हिंदवी सम्राट .छत्रपती शिवाजी महाराज .
श्रीमंत छत्रपती श्री शिवाजी महाराज कि जय🙏👑🚩
श्रीमंत छत्रपती श्री संभाजी महाराज कि जय 🙏👑🚩
महान राजा... छत्रपती शिवाजी महाराज सोबत जे राहिले आमर झाले
सर खुप सुंदर ऐताहासिक माहिती सांगितली
छत्रपती शिवाजीमहाराज यांना जो महाराष्ट्र येऊन नडला तो कायमचा संपला. हे शिवरायांचे वैशिष्ट्य होते की जो जो शत्रु म्हणुन चालून आला तो परत यायला जिवंतच राहिला नाही किंवा शिवराय जिवंत होते तो पर्यंत यायला घाबलला. जय भवानी जय शिवराय !
आपण इतिहासाची अतिशय दुर्मिळ आणि महत्वाची माहिती अतिशय उत्तम रीतीने देता 🙏 खूप धन्यवाद
चुकीची माहिती सांगितली आहे त्यांनी
छत्रपती संभाजी महाराज की जय...🚩🚩🚩
Poetic justice with Mirzaraja Jaysingh ..Jai shivaji 🚩🚩
सर व्हिडिओ छान आहे 🙏पण आदराने शिवराय म्हणा🙏
खूपच छान माहिती.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉️🚩 श्रीयुत आपली भाषाशैली अत्यंत ओघवती , स्पष्ट उच्चार , आणि अतिशय खणखणीत आवाज यामुळें ऐकतच रहावेसे वाटते. खूपच सुंदर आहे. आमचे subscribtion कामाला आले. आम्हीं शिवाजी महाराजांचे लहानपणापासून वेडे आहोत. धैर्य आणि धाडसाला जगात सदैव नमनच असत. जय भवानी जय शिवाजी जय जिजाऊ जय शिवराय जय शंभुराजे जय दादोजी कोंडदेव.💯☑️👌🏻❤️💪🏻👍🏼🙏🏻🕉️🚩
बरोबर.. महाराणा प्रताप आणि शिवाजी महाराज खरंच महान होते.. दोघे एका वेळी, आणी एका काळात असते तर दोघे चांगले मित्र बनून मुघलांचा नायनाट केला असता.. पण हिंदू मधील मिर्झाराजे सारखे बालषाली योद्धे मुघलांचे सेवक बनून आपल्याच भगव्याला आणी त्याचे रक्षण करतात त्याना संपवतात हें किती दुर्दैव आहे... 🚩🚩
सादरीकरण खूप छान केले आहे. संदर्भ सुरेख आहेत.
धन्यवाद.
इतिहास अभ्यासपूर्ण कथन केला आहे, धन्यवाद.
मिर्झा जय सिंग गदार होता फक्त एक महाराणा प्रताप सोडून
Mirja राजें नि शिवरायांना मदत केलेली
Very informative as usual
Jay Shivray
Great information of Real History 🌠🌠🌠🌠🌠🎖
धन्यवाद
जय भवानी..जय शिवाजी......🚩🚩🚩🚩
Very Nice Thanks ..,....
Sir lakh lakh tumala abhinandan
Sir, please produce such quality content and no matter whoever trolls, we are your real audience and would always stand with your unbiased knowledge and point of view 🙏🙏🙏
खूप नवीन माहिती मिळाली आणि अगदी पुराव्यासकट मी नेहमी तुमचे व्हिडिओ पाहत असते धन्यवाद सर
धर्मनिरपेक्ष होऊ नका कट्टर हिंदु होयला हवे तरच आपला हिंदु धर्म जगेल
अगदी बरोबर
पण हिंदू एकत्र येत नाही
pan he bhausnkhya murkha Hinduna kalat nahi tya mule british ani mogalani shekadovarsha hinduvar rajya kele
खूपच छान माहिती सांगितली सर
Dr. साहेब आम्हाला तुमच्या आवाजातले ऐतिहासिक विनोदी किस्से ऐकायला फार आवडतात ।।
Keep doing , great job dr.
Brevo.sir verv good
शालेय जिवनात असा खरा ईतिहास शिकवला गेला नाही हे दुर्दैव दुसरे काय ?
माझ्या इतिहासात होत
कॉंग्रेस चे सरकार .
खूप खूप धन्यवाद सर
दुर्मिळ आणि अंतिमहत्वाची माहिती 💐💐💐
Dr.Kolpe You should know about Bappa Rawal (Rajput king of Mewar) who saved india from Arab , he defeated 35 times of Arab , otherwise India is another Iran
Ok
Jay maratha
Islamic army started their war to to grow Islam in year 630 .in year 660 Islam reached at afganistan.means in 30 years Islam conquered from Makka to Punjab border. From 660 to 1192 around 500 year Islamic army fail to enter in India . This 500 year India saved bcoz Rajput shed blood for their country for hindu dharma. Read battle between hindu front and islamic army Don't talk about rajput.first read history properly.
Read book shivaji kon hota.Read ancestors list at satara and kolhapur . U would come to know shivaji Maharaj is sisodiya rajput.
U have not given any documentory evidence about ur video information.
True
This video is come with intention to defame only rajput and to get likesto u tube video. Nothing else they knew only superficial history. They have not given documentory evidence. Given reference from a book which has not reference book to historians.
जैसी करनी वैसी भरनी!
राजपुतांचा उल्लेख करताना त्यामध्ये आपण सर्वच राजपुताना उद्देशून बोलत आहात असा भासते . हे काही बरोबर नाही . महाराणा प्रताप हे सुद्धा एक राजपूत च होते हे विसरू नका. त्यांनी च मातृ भूमी साठी पाहिले तलवार उचलली . प्रताप हे शिवरायांचे चे सुद्धा आदर्श होते 🙏🏻🙏🏻🚩🚩 . काही राजपूत मूर्ख होते हे नक्कीच खरं आहे.
Aaj 4 corore muslim rajput ahet...Pakistan madhe tar khup ahet check kar
@School IT Prashant patil Rajput kokanat marathi muslim ahet ...maratha nahi....Ani te teli,Koli agri, bhandari samajache ahet
@School IT Prashant patil Rajput kokanat Maratha Muslim asatilahi pan te swatala maratha mahnat nahi....muslim rajput ajun swatala rajput samajato🤣
Maharana Pratap yanchya aadhi Samrat Prithviraj Chauhan yani talwar uchalali hoti pan mughal gaddar, aani miraza Jaysing tar kutra ch
Nik ,I don't know who are you but you do not forget, Rajput Save the Nation from Arab and other Islamic country , otherwise india is another Islamic Country ,Constantly fought since 700
BC .Rajput is a ancestors of Maratha
🎉 जर खरोखर मिर्झाराजे शिवाजी बरोबर राहिली असती तर तर ते आज दिल्लीचे बादशहा बल्ले असते
मागील 20/25 वर्षापासून आपले मराठे व ईतर सर्व सोनिया पुढे नतमस्तक होत आहेत त्याबद्दल काही सांगणार का
आता दहा वर्षांपासून गुजरात्यांच्यापुढे लोटांगण घालतात.
तुमची ममता कोण. अनेक बंगाली नी मुस्लिम ची रोटी बेटी चे व्यवहार केलें आहेत.मग बेंगाल मध्ये भाजप का निवडून येत नाही.हिंदू काय करत आहेत.
Sir me tumhe video avarjun pahato khup chaan mahiti ahe..
very good explanation
Very nice
महाराष्ट्र राजस्थान शिवाजी महाराज महाराणा प्रताप ग्रेट बहादुर
Good collection
जय शिवराय
शिवाजी महाराज असे कसे म्हणणार की मी चाकर होवून सेवा करील...
हा माणूस काहीही लिहितो
होय.
बरोबर.
चुकीचे sangat आहे
Sir १४ जानेवारी जवळ येत आहे.यानिमित्ताने आपण पानिपत युद्धावर एक vdo बनवावा हि विनंती. 🚩🙏
पानिपत हा फार मोठा विषय आहे...खूप अभ्यास आणि वाचन लागेल
@@DrVijayKolpesMarathiChannel आपण अभ्यास करुन पानिपत वर video बनवा. आम्ही वाट पाहु. By the way as usual this was also very nice video 👌👌👌
@@DrVijayKolpesMarathiChannel maratha history ya channel varun bharpur mahiti bhetel tyaa video baghun thoda sa concept ghyaa na sir
@@DrVijayKolpesMarathiChannel पण दादा बनवा कारण तुमचे संदर्भ सहित छान वाटत ऐकायला
Aajcya divasi dataji shinde sahid zale🙏🙏
Gulaami maansikta
Mirza Jai Singh
Superb !!
उत्तम व्हिडिओ
Khup chan sir🙏🙏👌👍
खूप छान माहिती अभिनंदन
Very nice historically important every hindustani student must read and learn about it.
Jai Bhavani Jai Shivaji
मिर्ज़ा राजे , राजे महनैला लाज वाटली पहीजे होती नलाएकला 😡😡😡
जय भवानि, जय महाराणा।
आजकल लोगों की एक सोच बन गई है कि राजपूतों ने लड़ाई तो की, लेकिन वे एक हारे हुए योद्धा थे, जो कभी अलाउद्दीन से हारे, कभी बाबर से हारे, कभी अकबर से, कभी औरंगज़ेब से...
क्या वास्तव में ऐसा ही है ?
यहां तक कि राजपूत समाज में भी ऐसे कईं राजपूत हैं, जो महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान आदि योद्धाओं को महान तो कहते हैं, लेकिन उनके मन में ये हारे हुए योद्धा ही हैं, महाराणा प्रताप के बारे में ऐसी पंक्तियाँ गर्व के साथ सुनाई जाती हैं :-
"जीत हार की बात न करिए, संघर्षों पर ध्यान करो"
"कुछ लोग जीतकर भी हार जाते हैं, कुछ हारकर भी जीत जाते हैं"
असल बात ये है कि हमें वही इतिहास पढ़ाया जाता है, जिनमें हम हारे हैं
मेवाड़ के राणा सांगा ने 100 से अधिक युद्ध लड़े, जिनमें मात्र एक युद्ध में पराजित हुए और आज उसी एक युद्ध के बारे में दुनिया जानती है, उसी युद्ध से राणा सांगा का इतिहास शुरु किया जाता है और उसी पर ख़त्म
राणा सांगा द्वारा लड़े गए खंडार, अहमदनगर, बाड़ी, गागरोन, बयाना, ईडर, खातौली जैसे युद्धों की बात आती है तो शायद हम बता नहीं पाएंगे और अगर बता भी पाए तो उतना नहीं जितना खानवा के बारे में बता सकते हैं
भले ही खातौली के युद्ध में राणा सांगा अपना एक हाथ व एक पैर गंवाकर दिल्ली के इब्राहिम लोदी को दिल्ली तक खदेड़ दे, तो वो मायने नहीं रखता, बयाना के युद्ध में बाबर को भागना पड़ा हो तब भी वह गौण है
मायने रखता है तो खानवा का युद्ध जिसमें मुगल बादशाह बाबर ने राणा सांगा को पराजित किया
सम्राट पृथ्वीराज चौहान की बात आती है तो, तराईन के दूसरे युद्ध में गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को हराया
तराईन का युद्ध तो पृथ्वीराज चौहान द्वारा लडा गया आखिरी युद्ध था, उससे पहले उनके द्वारा लड़े गए युद्धों के बारे में कितना जानते हैं हम ?
इसी तरह महाराणा प्रताप का ज़िक्र आता है तो हल्दीघाटी नाम सबसे पहले सुनाई देता है
हालांकि इस युद्ध के परिणाम शुरु से ही विवादास्पद रहे, कभी अनिर्णित माना गया, कभी अकबर को विजेता माना तो हाल ही में महाराणा को विजेता माना
बहरहाल, महाराणा प्रताप ने गोगुन्दा, चावण्ड, मोही, मदारिया, कुम्भलगढ़, ईडर, मांडल, दिवेर जैसे कुल 21 बड़े युद्ध जीते व 300 से अधिक मुगल छावनियों को ध्वस्त किया
महाराणा प्रताप के समय मेवाड़ में लगभग 50 दुर्ग थे, जिनमें से तकरीबन सभी पर मुगलों का अधिकार हो चुका था व 26 दुर्गों के नाम बदलकर मुस्लिम नाम रखे गए, जैसे उदयपुर बना मुहम्मदाबाद, चित्तौड़गढ़ बना अकबराबाद
फिर कैसे आज उदयपुर को हम उदयपुर के नाम से ही जानते हैं ?... ये हमें कोई नहीं बताता
असल में इन 50 में से 2 दुर्ग छोड़कर शेष सभी पर महाराणा प्रताप ने विजय प्राप्त की थी व लगभग सम्पूर्ण मेवाड़ पर दोबारा अधिकार किया था
दिवेर जैसे युद्ध में भले ही महाराणा के पुत्र अमरसिंह जी ने अकबर के काका सुल्तान खां को भाले के प्रहार से कवच समेत ही क्यों न भेद दिया हो, लेकिन हम तो सिर्फ हल्दीघाटी युद्ध का इतिहास पढ़ेंगे, बाकी युद्ध तो सब गौण हैं इसके आगे!!!!
महाराणा अमरसिंह ने मुगल बादशाह जहांगीर से 17 बड़े युद्ध लड़े व 100 से अधिक मुगल चौकियां ध्वस्त कीं, लेकिन हमें सिर्फ ये पढ़ाया जाता है कि 1615 ई. में महाराणा अमरसिंह ने मुगलों से संधि की | ये कोई नहीं बताएगा कि 1597 ई. से 1615 ई. के बीच क्या क्या हुआ | महाराणा कुम्भा ने 32 दुर्ग बनवाए, कई ग्रंथ लिखे, विजय स्तंभ बनवाया, ये हम जानते हैं, पर क्या आप उनके द्वारा लड़े गए गिनती के 4-5 युद्धों के नाम भी बता सकते हैं ?
महाराणा कुम्भा ने आबू, मांडलगढ़, खटकड़, जहांजपुर, गागरोन, मांडू, नराणा, मलारणा, अजमेर, मोडालगढ़, खाटू, जांगल प्रदेश, कांसली, नारदीयनगर, हमीरपुर, शोन्यानगरी, वायसपुर, धान्यनगर, सिंहपुर, बसन्तगढ़, वासा, पिण्डवाड़ा, शाकम्भरी, सांभर, चाटसू, खंडेला, आमेर, सीहारे, जोगिनीपुर, विशाल नगर, जानागढ़, हमीरनगर, कोटड़ा, मल्लारगढ़, रणथम्भौर, डूंगरपुर, बूंदी, नागौर, हाड़ौती समेत 100 से अधिक युद्ध लड़े व अपने पूरे जीवनकाल में किसी भी युद्ध में पराजय का मुंह नहीं देखा चित्तौड़गढ़ दुर्ग की बात आती है तो सिर्फ 3 युद्धों की चर्चा होती है :-
1) अलाउद्दीन ने रावल रतनसिंह को पराजित किया
2) बहादुरशाह ने राणा विक्रमादित्य के समय चित्तौड़गढ़ दुर्ग जीता
3) अकबर ने महाराणा उदयसिंह को पराजित कर दुर्ग पर अधिकार किया
क्या इन तीन युद्धों के अलावा 1300 वर्षों के इतिहास में चित्तौड़गढ़ पर कभी कोई हमले नहीं हुए ?
इस तरह राजपूतों ने जो युद्ध हारे हैं, इतिहास में हमें वही पढ़ाया जाता है
भाई बात यह है ही नहीं कोण कितने बहादुर थे,बात यह चल रही है कोण सही थे!
राजपूत अपना अहं के लिये लढे,उनके राज मे छोटी जाती को तुच्छ लेखने का चलन था इसी बात को बताया है|
बिरादर, किन मूर्खो रे साथ आपनो टाइम ख़राब क़रयो है
आपने पूर्वजों री वीरता किसी प्रशंसा री मोहताज नहीं...
सम्राटो से लेकर रावल राणा महाराणा तक म्हारे लोग मातृभूमि री लाज लिए लढ़े हारे जिते, रंज को नहीं!
पर कभी किसी दूसरे जाति पर हम टिका टिप्पणी नहीं करते यहीं हमारा बड़प्पन है 👍
हमारे देशमे नेहरुने गलत ईतीहास लीखनेके लीये मुसलमाण शिक्षा मंत्री को नियुक्त कीया और देशके सभी शुर वीर मारे गये ऊनका कोई ऊल्लेख नही ऊनको सीर्फ हारे हुये,गध्दार दीखाते है .
बहोत अच्छी जानकारी....आहे सबके सामने आधी चाहिए
अभ्यासपूर्ण लेख 👍👍
Jai Bhavani Jai Shivrai 🙏🌹🌹🚩🚩
दुनयेत एकच राजा छत्रपती शिवाजी महाराज जय शिवाजी महाराज
खून वगेरे करणार नव्हता जुने लोक शब्दांचे पक्के होते.ते महाराजांशी दगा करणार नव्हते हे त्रिकााबाधित सत्य आहे...
त ही गोष्ट सत्य आहे
Mughalana cha virodh karnyacha purushartha fakta ekch mansa madhe hota... chatrapti shivaji maharaj..!!
पानीपत विषया वर मि खुप वाचन केले आहे पन तुम्ही यावर वीडियो बनवावा अशी माझी हाथ जोडून विनंती आहे , आणखी काही नवीन माहिती मिळेल याची उत्सुकता आहे।
Rajputancha itihaas ha musalman premi aplya muli denyat kami nahi,
Dhnya to shivaji maharaj 🙏🙏🙏
Almgir❤...
छत्रपती शिवाजी महाराज की जय जय भवानी जय जिजाऊ जय शिवराय जय शंभूराजे आमचे राजे होतेच तसे शूर राज आलं राज आलं जि़कुनीया जगभरंरी शिवबा नाव राज गाज जी.तसेच महाराना प्रताप यांचा मला खूप गर्व, अभिमान आहे पुथ्वीराज चौहान ग्रेट च मी फँन आहे या़ची.
संपूर्ण राजपूत चुकिये नाहीत व नव्हते. फक्त मिर्झा राजे विषयीच बोललेले योग्य होईल .
Ok mast
धन्यवाद, आपल्याच युट्युब रिल मधे ऐकले की,राजा मिर्झांराजे जयसिंग व त्यांचा पुत्र राम सिंग यांना आपल्या भाऊबंदांची साथ नव्हती,त्यामुळे त्यांनी छत्रपती शिवाजी महाराजांचा बंडाचा विचार फेटाळून लावला, नाही तर छत्रपतींनी आग्र्याच्या ठिकाणीच औरंगजेबाच्या मृत्यूची कबर खोदली असती व आणखीन एक नवा इतिहास निर्माण केलाअसता.
Shivaji Maharaj raje mulech sukhrup ale parat he dhyanat theva
आणि महाराज मिर्झा राजानं आग्रह केला म्हणूनच तिथं आग्र्याला जाऊन अपमानित होऊन अडकून बसले होते हेही लक्ष्यात ठेवा.
कसे सुखरूप आले ते सांगा?.. त्यांच्यामुळे तर कैद झाले.. मिर्झा राजे जर देश धर्म यासाठी लढले असते तर हिंदवी पताका गांधार पर्यंत फडकत असती
🤣🤣🤣🤣
Jay jeejau jay shivray 🚩🚩🚩🚩
भारतात एकच मराठा
घंटा शुर होता .चाटू होता . शिवाजी महाराज यांच्या पायाची धूळ पण नव्हता
जय शिवराय 🙏🏻🌷🙏🏻
सर्वच राजपूत काही मुगलांची गुलामी करीत नव्हते आणि सगळेच मराठे स्वराज्यासाठी लढत नव्हते
रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाए , ये ही राजपूतों की पहचान है, जय सिंह ने भी साबित किया , और शिवाजी महाराज तुम्हारी बात मान कर दिल्ली नही गए थे, जिस पर विश्वास किया उसने अपनी बात कायम रखी , अपनी जान की परवाह किए बिना
Ek rajputa mule sarvanna dosh deu naka amhi khup mehnatine hindu na ek karat ahot..maharana pratap ayushbhar ladle...
प्रताप हा भिल्ल होता रजपूत नाही
@@ramshyamram ata tu kahi Navin kadhu nako jatiwad karu nako sarve hindu ahe
@@shaileshkharat8186 अरे प्रताप हा भिल्ल च होता मी जातीवाद नाय करत गूगल वर सर्च कर रजपूत उत्पत्ती बघ ते विदेशी आहेय
@@nanasahebhase7160 नीट माहिती घ्या प्रताप भिल्ल होता
Barobar aahe sarv Hindu ek. Aahet
Nice video
जबरदस्त व्हिडिओ. आपले आभार मानावे तेवढे कमीच.
🚩🚩🚩🚩
🎉 धन्यवाद
🙏☝️
या माहिती बद्दल धन्यवाद. या माहितीच्या संदर्भ पुस्तकाची नावं सांगा.
Nice sir
सर आपण आनंदराव धुळप यांच्यावर व्हिडीओ बनवावा ही विनंती.
जे काही घडत असते ते सर्व नियतीच्याच इच्छेने घडत असते. विधिलिखित कोणीही बदलू शकत नाही. ज्याला प्रारब्ध म्हणतात.
खोटे बोलू नका...मिर्झा राजे जयसिंह यांनी शिवाजी महाराज यांना शब्द दिला ..की दिल्ली वरून सुरक्षित आणणार
खोटा ईतिहास सांगत आहेत.
इतिहासाची विशेष माहिती नसली की असे होते...
तु काय पन कॉमेंट करू नको👈🔥
शब्ध दिल्या प्रमाणे तो त्यांना पाळता आला नाही नाहीतर शिवाजी महाराजांना पेटार्यातून यावे लागले नसते.
DNA तपासून पहा स्वतःचा
फारच वर्ष लोटली मिर्झा राजेंना दगाबाजी न संपल्याचा खुलासा मागितला मिळाला. ७० वर्षांत इतिहास सापडला नाही तो आत्ताच हाती लागला असते नसत्याचा महत्प्रयास मिडियाला घ्यावे लागतात किंवा येते !
Ha babaracha hota
राजा की छत्ती प्रमाणेच सध्याचे सरकार करते आहे.
आज शिवसेना राजे जयशिंग ची तुलना करून पाहा
👍👌👌👍❤️❤️❤️
छत्रपती शिवाजी महाराजांनी स्वराज्य स्थापन केले म्हणून च मुघल सत्तेचा अंत झाला य विसरू नये
कुसंग का फल बुरा होता है. बुध्दीमान कभी भी मतिमंद से दोस्ती नहीं करता.
मिर्झा राजा कडे तेव्हा विश्व् प्रवक्ते नव्हते
पृथ्वीराज चौहान महाराणा प्रताप बाप्पा रावलं महाराणा संगा ह्यांच्यासारखे राजपूत योद्धे ज्यांनी आपले प्राणाची आहुती दिली . पण मिर्जा राजे जयसिंग हे स्वतः प्रभू श्री राम ह्यांचे वंशज आणि तरी सुद्धा ते मोघलांसमोर झुकले त्यांच्या बरोबर सोयरीक करायचे कसले हे प्रभू श्री राम ह्यांचे वंशज प्रभू श्री राम पण म्हणत असतील मी रावण आणि कुंभकरण ह्यांच्या सारखे अनेक बळशाली राक्षसांचा नाश केला पण त्यांच्या पुढे झुकलो नाही .त्यांना त्यांची चुक सुधारण्यासाठी त्यांना संधी देत राहिलो पण ते काही ऐकले नाहीत आणि शेवटी युद्धात मारले गेले पण मिर्जा राजे जयसिंग तर जे भारताचे हिंदू धर्माचे खूप मोठे शत्रू होते त्यांच्या कडे चाकरी करायचे सोयरीकी करायचे .. तेव्हा पण हिंदू हिंदूचा शत्रू होता आणी आता पण आहे इतिहासात नेहमी मिर्जा राजे जयसिंगाच जयचंद ह्यांच्या सारखे राजपूतच नाव नेहमी भारताचे विश्वास घात् आणि हिंदूंचे शत्रू म्हणून घेतले जाईल
Sir thod far chuktay bahutek?
Jay Singh yani "Jaan man ani sanmaan" yachi khatri keli hoti purandar chya sandhi veles.....
भुर्र कन उडाले नाही राजे गरुड झेप घेतली भरारी मारली ती दिल्ली हून स्वराज्यात.