एक आख़िरी पोस्टकार्ड nostalgic Indian days

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  • Опубликовано: 23 ноя 2024

Комментарии • 2

  • @rajeshbagga
    @rajeshbagga 7 месяцев назад +1

    आपने याद दिलाया तो ये कहानी समय याञा तो मुझे याद आया कि सनं76_77 मे अपने पापा को अपनी कुशलता का पञ Dli ,से लिखा था 92से अपनी पत्निको लिखा था उसके पञ लिखने मौका ही नही मिला राजेश जोधपुर से

    • @therajasthanselect
      @therajasthanselect  7 месяцев назад

      पत्र लिखने के ज़रिए होने वाले संवाद से परिवार में रिश्तों की प्रगाढ़ता बढ़ती थी ।