Dr. Ambekar, छत्रपती शिवाजी महाराज, फ़ूले, यांनी जे कार्य केले ते कुठल्याही धर्माचा प्रसार करण्या साठी नवते तर माणूस म्हणून प्रत्येक व्यक्तिला जगात यावे यसाठी होते.
शिवाजी महाराजांनी हिंदू धर्म प्रसार केला आहे धर्म रक्षणासाठी बलिदान दिले आहे हिंदू म्हणून जन्माला आलेल्या प्रत्येकाला जगता येईल असे स्वराज्य स्थापन केले
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
ज्या डॉ.बाबासाहेब आंबेडकरांना पुस्तकांवर एवढे प्रेम होते,पुस्तकांसाठी घर बांधले..विचार करा त्यांनी जाळलेले पुस्तक किती गलिच्छ आणि स्त्री स्वातंत्र्य हिसकावून घेणारे असेल..!
Aj muslmanachya mahilala burkha galun bhayr padha lagte bina burkhyach ghara bhayr padta pan yr nahi kuth firta pan yr nahi gharat purushya son or kahi bota yr nahi ya sathi kahi ahe ki nahi ki nustch mansputi mnsputi krt rahta sudhar re
🤣🤣🤣आय ची गांड तूझ्या बलात्कारी बाबा च्या गूगल ला सर्च कर स्वतंत्र भारतात ला पहिला बलात्कारी... बघ तुझ्या बाबासाहेब आंबेडकर चे नाव... असल्या रांडी च्या संविधान ला आम्ही मनत नाही मि रोज सकाळी मुत्तो त्या संविधान वर 🤣🤣🤣🤣
@@BossBoss-vs4pi धन्यवाद! पुढे ही असेच निरंतर सुरू राहिल🙏 फक्त आमच्यावर अन्याय अत्याचार झाला की तुम्ही तोंड बंद करून बांगड्या घालून बसु नका म्हणजे झालं.. 😌
@Ak-sl5ly pan ti nusti chuki nahi tya chukimule akkhya bhartatlya lokkan madhe tuta fut zali. Ani toh granth nahich joh mansat apulki navhe tr uch nich vadhavto.
बाब्याने मनुस्मृती कधी जाळलीच नाही. ती त्याचा ब्राम्हण यार सहस्त्रबुद्धेने जाळली होती.... ! पण बाब्याने मनुस्मृतीमधील ब-याच गोष्टींचे कॉपी-पेस्ट मात्र केले आहे.
आणी तुमच्यासारख्या इतक्या मूर्ख, अडानचोट, घाणेरड्या, विखारी व जातीयवादी विचारांच्या लोकांना "माणसे" म्हणणे, ही तर त्याहूनही मोठी चूक आहे. जय भारत ,जय भवानी, जय शिवाजी महाराज, जर श्रीराम ! बाकी, भीम, दुर्योधन, कर्ण, नकूल, सहदेव गेले तेल लावत.... !
देशात भारतीय संविधान जाळलं तर त्याची चर्चा किंवा कारवाई करण्यापासून प्रशासन,शासन, मीडिया सगळे नांगे टाकून होते पण त्या मुलीने कोणता तो ग्रंथ काय जाळला तर सगळे थंड बदलेले बाहेर आले हे या देशाचं दुर्दैव्य!
मुळात गावाकडच्या लोकांना मनुस्मृती म्हणजे काय आहे हेच माहीत नाही , कोणी वाचलं पण नसेल पण उगाच राजकारणासाठी त्याचा वापर होतोय,जाती तेढ निर्माण करायचं आणि मत मिळवायचा.
gavakade ,sharat suddha kiti jatiya uch nichta ahe he mahit nahi ka tumhala? khalchya jatitil navarden godyawar basla mahnun khoon kharaba hot ahe aaj hi mahit nahi tumhala? asya anek prakare uch-nichta ahe samajat. manusmruti kay ahe he mahit nasle tari tyatil ghanerde vichar jivanta ahet, tyamule jalali pahije.
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
प्राचीन समय भारत मे कभी छुआछुत रहा ही नहीं, और ना ही कभी जातियाँ भेदभाव का कारण होती थी। चलिए हजारो साल पुराना इतिहास पढ़ते हैं। सम्राट शांतनु ने विवाह किया एक मछवारे की पुत्री सत्यवती से।उनका बेटा ही राजा बने इसलिए भीष्म ने विवाह न करके,आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की। सत्यवती के बेटे बाद में क्षत्रिय बन गए, जिनके लिए भीष्म आजीवन अविवाहित रहे, क्या उनका शोषण होता होगा? महाभारत लिखने वाले वेद व्यास भी मछवारे थे, पर महर्षि बन गए, गुरुकुल चलाते थे वो। विदुर, जिन्हें महा पंडित कहा जाता है वो एक दासी के पुत्र थे, हस्तिनापुर के महामंत्री बने, उनकी लिखी हुई विदुर नीति, राजनीति का एक महाग्रन्थ है। भीम ने वनवासी हिडिम्बा से विवाह किया। श्री कृष्ण दूध का व्यवसाय करने वालों के परिवार से थे, उनके भाई बलराम खेती करते थे, हमेशा हल साथ रखते थे। यादव क्षत्रिय रहे हैं, कई प्रान्तों पर शासन किया और श्री कृष्ण सबके पूजनीय हैं, गीता जैसा ग्रन्थ विश्व को दिया। राम के साथ वनवासी निषादराज गुरुकुल में पढ़ते थे। उनके पुत्र लव कुश महर्षि वाल्मीकि के गुरुकुल में पढ़े जो वनवासी थे तो ये हो गयी वैदिक काल की बात, स्पष्ट है कोई किसी का शोषण नहीं करता था,सबको शिक्षा का अधिकार था, कोई भी पद तक पहुंच सकता था अपनी योग्यता के अनुसार। वर्ण सिर्फ काम के आधार पर थे वो बदले जा सकते थे, जिसको आज इकोनॉमिक्स में डिवीज़न ऑफ़ लेबर कहते हैं वो ही। प्राचीन भारत की बात करें, तो भारत के सबसे बड़े जनपद मगध पर जिस नन्द वंश का राज रहा वो जाति से नाई थे । नन्द वंश की शुरुवात महापद्मनंद ने की थी जो की राजा नाई थे। बाद में वो राजा बन गए फिर उनके बेटे भी, बाद में सभी क्षत्रिय ही कहलाये। उसके बाद मौर्य वंश का पूरे देश पर राज हुआ, जिसकी शुरुआत चन्द्रगुप्त से हुई,जो कि एक मोर पालने वाले परिवार से थे और एक ब्राह्मण चाणक्य ने उन्हें पूरे देश का सम्राट बनाया । 506 साल देश पर मौर्यों का राज रहा। फिर गुप्त वंश का राज हुआ, जो कि घोड़े का अस्तबल चलाते थे और घोड़ों का व्यापार करते थे।140 साल देश पर गुप्ताओं का राज रहा। केवल पुष्यमित्र शुंग के 36 साल के राज को छोड़ कर 92% समय प्राचीन काल में देश में शासन उन्ही का रहा, जिन्हें आज दलित पिछड़ा कहते हैं तो शोषण कहां से हो गया? यहां भी कोई शोषण वाली बात नहीं है। फिर शुरू होता है मध्यकालीन भारत का समय जो सन 1100- 1750 तक है, इस दौरान अधिकतर समय, अधिकतर जगह मुस्लिम आक्रमणकारियो का समय रहा और कुछ स्थानों पर उनका शासन भी चला। अंत में मराठों का उदय हुआ, बाजी राव पेशवा जो कि ब्राह्मण थे, ने गाय चराने वाले गायकवाड़ को गुजरात का राजा बनाया, चरवाहा जाति के होलकर को मालवा का राजा बनाया। अहिल्या बाई होलकर खुद बहुत बड़ी शिवभक्त थी। ढेरों मंदिर गुरुकुल उन्होंने बनवाये। मीरा बाई जो कि राजपूत थी, उनके गुरु एक चर्मकार रविदास थे और रविदास के गुरु ब्राह्मण रामानंद थे|। यहां भी शोषण वाली बात कहीं नहीं है। मुग़ल काल से देश में गंदगी शुरू हो गई और यहां से पर्दा प्रथा, गुलाम प्रथा, बाल विवाह जैसी चीजें शुरू होती हैं। 1800 -1947 तक अंग्रेजो के शासन रहा और यहीं से जातिवाद शुरू हुआ । जो उन्होंने फूट डालो और राज करो की नीति के तहत किया। अंग्रेज अधिकारी निकोलस डार्क की किताब "कास्ट ऑफ़ माइंड" में मिल जाएगा कि कैसे अंग्रेजों ने जातिवाद, छुआछूत को बढ़ाया और कैसे स्वार्थी भारतीय नेताओं ने अपने स्वार्थ में इसका राजनीतिकरण किया। इन हजारों सालों के इतिहास में देश में कई विदेशी आये जिन्होंने भारत की सामाजिक स्थिति पर किताबें लिखी हैं, जैसे कि मेगास्थनीज ने इंडिका लिखी, फाहियान, ह्यू सांग और अलबरूनी जैसे कई। किसी ने भी नहीं लिखा की यहां किसी का शोषण होता था। योगी आदित्यनाथ जो ब्राह्मण नहीं हैं, गोरखपुर मंदिर के महंत हैं, पिछड़ी जाति की उमा भारती महा मंडलेश्वर रही हैं। जन्म आधारित जाति को छुआछुत व्यवस्था हिन्दुओ को कमजोर करने के लिए लाई गई थी। इसलिए भारतीय होने पर गर्व करें और घृणा, द्वेष और भेदभाव के षड्यंत्रों से खुद भी बचें और औरों को भी बचाएं। साभार
@@dss318 *जातिवाद सत्य है, या एक कल्पना ?* कहां है जातिवाद ? स्कूल में है ? *नहीं है।* कॉलेज में है ? *नहीं है।* ट्यूशन में है ? *नहीं ।* हॉस्पिटल में है ? *नहीं प्राइवेट जोब में है ? *नहीं मोबाईल खरीदने में है ? *ना सिमकार्ड खरीदने में ? *नहीं* ऐमज़ॉन, फ्लिपकार्ट पे है ? * बैंक में है ? *नहीं । किसी भी बिसिनेस में है ? । राशन की दुकान में है ? मॉल में है ? मूवी थिअटर में है ? * रेस्टोरेंट में है ? *नहीं है।* होटल्स में है ? *नहीं है।* बस, ट्रैन, प्लैन में है ? स्कूटर लेने जाओगे वहाँ है ? श्मशान में है ? नहीं, नहीं नहीं ... सब्जी मंडी में पूछते हो ? पार्टी में पूछते हो ? त्योहार मनाते वक़्त पूछते हो ? *तो कहाँ है ये जातिवाद ??????* सरकारी नोकरियों में ? हाँ है। सरकारी पढ़ाई ? हाँ है। सरकारी लाभ में ? हाँ है आरक्षण अगर वो ख़ुदको हरिजन कहे, तो उसे नॉकरी मिले। आप उसे हरिजन कहो, तो आपको सज़ा मिलेगी। *ये है वास्तविक जातिवाद* अब समझे ! जातिवाद कहाँ है ?! *चुनोती है, चार सवर्ण का नाम बता देना,* जिन्होंने दलितों का शोषण किया हो जाती के नाम पे ? *रामायण* लिखने वाले वाल्मिकी दलित थे, *महाभारत* लिखने वाले वेद व्यास दलित थे, *शबरी* के जूठे बेर खाये थे श्री राम ने, *सुदामा* सबसे प्रिय मित्र थे कृष्ण के, विश्व के सबसे बडे मंदिर *तिरुपति में दलित पुजारी* है, पटना, *हनुमान मंदिर में है दलित पुजारी,* तिरुवनंतपुरम के *त्रावणकोर मंदिर में दलित पुजारी* है, *के आर नारायण, दलित राष्ट्रपति* रह चुके है, और तुम लोग जातिवाद की बकवास चला रहे हो 70 साल से 😠 *बेवकूफ बना रहे हो 70 साल से एक ही गाना गा के ! 😠* आरक्षण की तारीफ करने वालों से सिर्फ एक सवाल *क्या किया, 70 साल आरक्षण लेकर ?* 70 सालों में बने सिर्फ 70 डॉक्टर बताओ जिन्होंने *70 नई दवाई* ढूंढकर विश्व में भारत का नाम रोशन किया हो। 70 सालों में आरक्षण से बने 70 इंजीनियर बताओ जिन्होंने *70 विश्वप्रसिद्ध इमारतें* बनाके विश्व में भारत को गर्व दिलाया हो। 70 सालों में आरक्षण से बने 70 टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट बताओ, जिन्होंने *70 टेक्नोलॉजी* बनाई हो ! 70 सालों में आरक्षण से बने 70 अर्थशास्त्री के नाम बताओ जिन्होंने *भारत की अर्थव्यवस्था* सुधारी हो। 70 साल में आरक्षण से बने वैपन्स के एक्सपर्ट बतादो, जिन्होंने वैसे *70 हाईटेक हथियार* बनाके देश की आर्मी में मदद की हो! 70 सालों में आरक्षण से बने *70 CEO* बताओ जिन्होंने विश्व में भारत को सम्मान दिलाया हो। 70 नहीं मिल रहे ? चलो सबके *7-7 नाम ही तो बता दो !* कहाँ से मिलेंगे सोचो 50% पढ़ाई से आरक्षण के ज़रिए पढ़ा हुआ, क्या नाम रोशन करेगा देश का ? कैसे टिकेगा वो दुनिया के 95% टेलेंटेड लोगों के सामने ?! *आरक्षण सिर्फ देश का क्षत्रु है।* और कुछ नहीं। इस से हमारा देश, दुनिया के सामने घुटने टेक रहा है क्योंकि, हम 50% वाले को डॉक्टर बनाते है, जबकि विश्व 95% वालों को हमारे 50% ज्ञानी के सामने खड़ी करती है। जाती का प्रमाणपत्र हटाके, *भारतीय का प्रमाणपत्र होना चाहिए सब जगह।* जय हिन्द वंदे मातरम्🙏🙏🙏
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
जर बहुजनांनी मनुस्मृति पूर्ण वाचली तर त्यांचा हिंदूधर्म वरचा विश्वास उठून जाईल परंतु बहुजन समाजाला ही काही करायची गरज नाही त्यांनी फक्त आणि फक्त छत्रपती शिवाजी महाराज महात्मा ज्योतिबा फुले आणि महामानव डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर ह यांनी दिलेल्या मार्गदर्शना वरती आयुष्य जगावे
It's a milestone of objectionable material, literally. So as long as individuals are going to fetch TRP on this book, its a profitable business to print it. Besides, keeping this book in objectionable discussions works in favour for जनजागृती. So the material in this book will live longer than likes of you and me.
यावर बोला भारतीय संविधान - २६. धार्मिक व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचे स्वातंत्र्य - सार्वजनिक सुव्यवस्था, नीतिमत्ता व आरोग्य यांस अधीन राहून, प्रत्येक धार्मिक संप्रदायास अथवा त्यांच्यापैकी कोणत्याही गटास, - (क) धार्मिक व धर्मादायी प्रयोजनांकरिता संस्थांची स्थापना करुन त्या स्वखर्चाने चालविण्याचा ; (ख) धार्मिक बाबींमध्ये आपल्या व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचा ; (ग) जंगम व स्थावर मालमत्ता मालकीची असण्याचा व ती संपादन करण्याचा ; आणि (घ) कायद्यानुसार अशा मालमत्तेचे प्रशासन करण्याचा, हक्क असेल. भारतीय संविधानाने धार्मिक व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचे स्वातंत्र्य भारतीय नागरिकांना दिलेले आहे. त्यानुसार धार्मिक संप्रदायास अथवा त्यांच्यापैकी कोणत्याही गटास - (क) धार्मिक व धर्मादायी प्रयोजनांकरिता संस्थांची स्थापना करुन त्या स्वखर्चाने चालविण्याचा ; (ख) धार्मिक बाबींमध्ये आपल्या व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचा ; (ग) जंगम व स्थावर मालमत्ता मालकीची असण्याचा व ती संपादन करण्याचा ; आणि (घ) कायद्यानुसार अशा मालमत्तेचे प्रशासन करण्याचा, हक्क असेल.
मुद्दा नंबर १ - हे अधिकार नागरिकांना दिलेले आहेत. मुद्दा नंबर २ - हे अधिकार राज्य सरकारला दिलेले नाहीत. मुद्दा नंबर ३ -राज्य सरकारने नागरिकांना दिलेल्या अधिकारात हस्तक्षेप करुन ते अधिकार स्वतः कडे घेतले आहेत. मुद्दा नंबर ४ - धर्मादायी प्रयोजनांकरिता संस्थांची स्थापना करण्याचा अधिकार धार्मिक संप्रदायास अथवा त्यांच्यापैकी कोणत्याही गटास दिलेला आहे. असे असताना हा अधिकार राज्य सरकार नाकारुन धार्मिक ठिकाणांची व्यवस्था स्वतःच्या नियंत्रणात आणू शकते का ? जर नियंत्रणात आणू शकते तर संविधानाने दिलेल्या मूलभूत अधिकारांचे काय ? मुद्दा नंबर ५ - राज्य सरकार व केंद्र सरकार हे धर्मनिरपेक्ष आहेत. असे स्पष्टपणे म्हटलेले असताना - विशिष्ट समुदायाच्याच धार्मिक संस्था, धार्मिक ठिकाणांची व्यवस्था यांचे सर्वाधिकारांसह स्वतः च्या ताब्यात घेऊन सरकार धर्मनिरपेक्षतेचे उल्लंघन करत नाही का ?
मुद्दा नंबर ६ - सरकारच जर मूलभूत धार्मिक अधिकार व धर्मनिरपेक्षता या दोन्हींचे पालन करत नसेल तर त्यावर काय कारवाई होणे गरजेचे आहे. हिंदू मंदिर अधिग्रहण कायदे हे संविधानाच्या , संविधानाने दिलेल्या मूलभूत अधिकारांच्या विरुद्ध आहेत. असे कायदे करणारे व त्यास मान्यता देणारे हे संविधान विरोधी आहेत.
@@सुदामाp MANUSMRUTITIL VICHAR: 1)brahmanane kontahi gunha kela tari tyala arthik wa sharirik dand karu naye. 2) brahmanane yadnya karnyasathi kshudranchi sampatti lutun jari anli tari tyala kontahi adthala karu naye. jo ase karel toch raja dharmik. 3)ya niyamanchi koni tarkachya aadhare chikitsa karu naye 4)vidhipurvak stapan keli geli aso wa naso agni hi mahan devta hoy tyapramane vidvan wa avidwan brahman mahan devta hoy. smashanat jari asla tari tesjasvi asa agni dushit hot nahi yadnya madhe ahuti dilyawar to adhikach wadhto tyachpramane sarwa anist karma madhe anist zale tari brahman he pujya hot. sarwashresht daiwat hot. 5)shudra manushya brahmanana dharmopadesh karu lagla asta rajane tyachya tondat wa kanat taplele tel otave 6)abrahmana kadun aapati/adchani chya kali adhyayan kela tar shastrala manya ahe. ashya guru chi adhyayan hoiparyantach sewa karavi. shudracha guru wa shishya zalelya brahmanala shradha wagaire madhe bolau naye. 7)vedanche adhyayan kartana shrudra jawalpas hi asu naye. 8)dhan milavnyache samarthya asle tari shudrane dhan sanchay karu naye karan shudra ne dhan sanchay kela tar toh brahmanala badhak tharto. 9)ekhadyala koni waras nasel tar tyachi sampatti brahmanane ghyavi parantu brah. la koni waras nasla tar tyachi sampatti kontyahi paristhitit rajane ghyachi nahi brah. nech ghyavi.matra itar varnatil sampatti raja gheu shakto. ( ya madhe brahmanancha ullekh ahe, mi brahmanancha dwesh karat nahi. maze brahman samajatil hi mitra ahet. uch-nich karnaryancha wirodh ahe. ek adarsh, samta aslela samaj banava ani sarwancha sarwangin vikas vahwa evdhich eccha. )
@@बोधिसत्वगौतमबुद्ध अगदी बरोबर बोललात तुम्ही भाऊ आणि Sanatan Samiksha channel सोबतच #PreetiNigam07 channel सुद्धा बघा त्यात विशुद्ध मनुस्मृति चे विडियो बघायला मिळतील ज्यात वरील बोल भिडू च्या ह्या विडियो मध्ये दाखवलेला एकही श्लोक असा च्या असा अजिबातच मिळणार नाही.
Kolkata madey kali maa daru ani cigarette dyala lagte. Moreover, brahmin bayeka jeva backless blouse ghalun cigarette che pakita odhate teva kuthe tumhi OBC loka astat🤣🤣 Mala mahit aahey Tu Obc aahes brahmand nahi
Bhai phele ye to pata kar lo ki manu kon hai bramhan hai ya nhi to😅 actually Dr.Ambedkar Or Mahatma jotirao phule ke time mai unhe sanskriti padhnehi nhi diya jata tha to woh kaise manusmriti ko pad pate unhone jo padhi hai vo translated version hai jisme british log ne aapne culture or religion ko behtar bata ne ke liye use mislead kar diya hai..... Agar tab Mahatma phule Or Dr. Ambedkar ji ko sanskriti aati to yesa hota hi nhi lekin us time mai waisa hua nhi to ham unko bhi galat nhi khe skte balki unke karan ham ab sanskriti pad likh pa rahe hai lekin unki galti hame to sudhaar ni chahiye na nhi to uno ne jo itna change kiya uska kya mtlb todha science and technology ke sath sath aapne dharm grath bhi pad likh liya karo or khuch galti ho bhi to use aap dhund sakte ho yese loge ka kaha kbhi galt bhi ho sakta hai Or ye smj lo ki Dr. Ambedkar or Mahatma phule kisi religion ko nhi bura bolte usme jo amanviy chije hoti thi unko bolte the....
@@unofficial4346 sahi hai Apne Baap Me Kitne hi Galat Vichar ho wo apna Baap hi hota hai Naki Baju wala 🚩Garv se kaho hum hindu hain..... Bas Yehi Kehna Chahta hu ki Jitne Bhi Jai Bheem hai Wo Hamesha Hamare hai aur rahenge....Vichar alag ho sakte hai Khun Nahi Jai Hind
ठीक आहे, दीदींनी आमचे धार्मिक पुस्तक जाळून खूप चांगले केले.पण माझा दीदींना एक प्रश्न आहे, कुराण आणि बायबलमध्ये स्त्रिया आणि इस्लामला न मानणाऱ्यांबद्दल काही गोष्टी चुकीच्या आहेत. दीदी हे जाळण्याचे धाडस करेल का? 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मी एक हिंदू आहे, मनुस्मृति जाळलेला पहिल्यावर मला पन आनंद झाला, पन Bible, कुरान मध्ये सुध्दा याच प्रकार चे लिखान आहे पन कुणाच्याच गांडी त दम नाही हे जाळन्याचा हे सुद्धा जाळा
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
चाला ठीक आहे मान्य आहे की मनुस्मृती मध्ये खूप गोष्टी वाईट आहेत आणी तिची चिकित्सा झालीच पाहिजे सुधारणावादी समाज ह्या गोष्टींची परवानगी देतो मी पण माझ्या व्यक्तिक पातळीवर मनुस्मृती चा निषेध करतो पण माझे काही प्रश्न आहेत 1)आज च्या काळात हिंदू समाजाने देखील मनुस्मृती चा त्याग केला आहे तरीही मनुस्मृती वरून राजकारन का केल्या जात आहे ?
@@RDM289 आजच्या घडीला कोणीही मनुस्मृती ला follow करत नाही . मात्र काही लोक सारखं काहीही झाल तरी मनुवादी मनुवादी म्हणून बोंबा ठोकत असतात . आज देश संविधानावर चालतो आणी त्यानुसार कायद्यात बदल करून जात हटवून टाकायचा कायदा यायला पाहिजे मग कोण अडवत आहे ? आज जातीला चिटकून कोण बसलेले आहेत? आरक्षण ही आर्थिकदृष्ट्या दुर्बल लोकना मिळायला पाहिजे मग त्याची जात कोणतीही असो मराठा असो की मुसलमान असो की ब्राम्हण असो. आणी ते आरक्षण फक्त आर्थिक क्षेत्रात पाहिजे गुणवत्तेला आरक्षण हा पर्याय असू शकत नाही
अरे बाबांनो सोमरस पियू नये हे कोण्या देवाने सांगितले नाही..पण अमली पदार्थांचे सेवन करू नये..असे भीमरावन्नी आपल्या 22 प्रतिध्नेत संगीतले होते..त्यामुळे त्यांच्या अनुयायन्नी असे करू नए हेच माझे मत आहे...
मनुस्मृती कुठल्या शाळेत, कॉलेज मध्ये शिकवतात, कुठल्या कंपनीत मनुस्मृती बद्दल प्रश्न विचारतात, काम करतात जर कुठेच उपयोग होत नसेल तर वेळोवेळी लोकांना भडकविण्या साठी का असला विषय काढतात. मनुस्मृती पुस्तक जाळून कुठला पराक्रम करतात ही लोक काही कळत नाही.
We will find many religious texts, not only in Hindu religion but also in Muslim and Cristian religion as well....Back then People used to manipulate the texts/scripts according to their benefits, as we become more aware and educated we became able to read between the lines, and understand their motives... . The laws and rules were created by certain high rank individuals at that time to control people and have power. Quran is one of such books in which the laws are very thoughtfully laid, so that they can spread and impose their Islam religion easily. Like they have simple methods of marriage and divorce, example "kabul hai ×3" and you are married, "talaq ×3" and you are divorced....the simple methods like this made it easy for them to have multiple marriages and hence population of their religion grew faster...
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
मनुस्मृतीला विरोध आहेच, पण त्या मुलीने सिगरेट पेटवून जाळली, ह्या वरून धार्मिक आणि सांप्रदायिक असणं किती महत्वाचं आहे, आजच्या युगात जे तुम्हाला व्यसनापासून दुर ठेवते.. जय श्रीराम.. जय भारतीय संस्कृती.. जय भीम..🚩
तुम्ही हा व्हिडिओ नक्की त्या मुलीने केलेल्या कृत्या विषयी टाकला की मनुस्मृती हा ग्रंथ कसा होता हे दर्शविण्या साठी सदर व्हिडिओ मध्ये पुर्ण विषय भरकटला आहे जे काम सध्या मीडिया करते आहे तेच तुम्ही पण करतांना दिसुन येते आहे.. धीर गंभीर भाष्य केल म्हणजे मुद्दे खरे होता असे नसते..
मनुस्मृती ही गुलामाला गुलामीची जाणीव करणार सर्वात हिन अस पुस्तक आहे 🙏 ज्यांनी वाचलं त्याचे आभार ज्यांनी जाळलं त्यांचे उपकार आणि ज्यांनी हे मनुस्मृती पुस्तक लिहून स्त्री आणि पुरुष यांना जाती जातीत विभागून छळल त्या मनुवादी विचारधारेला पुरोगामी विचारधारेचा संविधानाचा सलाम🙏🙏 जय भारत 🙏🙏
Womens Day ला सर्वांच्या status ला असलेल , यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः । यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ।। हा श्लोक मनुस्मृती मधलाच आहे ....
@@user-vn2fs5dd8q अस कुठं म्हणलय का?? आपण संविधानात 110 च्या वरती amendment केल्या आहेत म्हणजेच संविधानातील 110 भाग एकतर आपण नवीन जोडलेले आहेत किंवा काही काढून टाकलेले आहेत कारण ते काल सापेक्ष नाहीत त्यामुळे आपण संपूर्ण संविधान बदलत नाही, तसेच तो ग्रंथ किती मोठा आहे नक्कीच त्यात काही चुका आहेत त्यामुळे आपण यौ पूर्ण न वाचता संपूर्ण ग्रंथला चुकीच धरण चुकीच आहे, तो कोणत्या काळातील आहे व त्याकाळातील समाज पद्धती कशी होती त्यावर तो बनलेला आहे, समाज पुढे जात असताना त्यात जे काल सापेक्ष बदल व्हायला हवे होते ते झाले नाहीत हे मुळात चुकीच आहे ... आता त्या ग्रंथतील चुका दाखवल्या पाहिजेत का तर नक्कीच दाखवल्या पाहिजेत जसे की आपण amendment चा SC मध्ये challenge करून debete करून ती accepet किंवा reject करू शकतो त्यामळे सर्व संविधान दोषी होत नाही त्याच पद्धतीने ....
MANUSMRUTITIL VICHAR: 1)brahmanane kontahi gunha kela tari tyala arthik wa sharirik dand karu naye. 2) brahmanane yadnya karnyasathi kshudranchi sampatti lutun jari anli tari tyala kontahi adthala karu naye. jo ase karel toch raja dharmik. 3)ya niyamanchi koni tarkachya aadhare chikitsa karu naye 4)vidhipurvak stapan keli geli aso wa naso agni hi mahan devta hoy tyapramane vidvan wa avidwan brahman mahan devta hoy. smashanat jari asla tari tesjasvi asa agni dushit hot nahi yadnya madhe ahuti dilyawar to adhikach wadhto tyachpramane sarwa anist karma madhe anist zale tari brahman he pujya hot. sarwashresht daiwat hot. 5)shudra manushya brahmanana dharmopadesh karu lagla asta rajane tyachya tondat wa kanat taplele tel otave 6)abrahmana kadun aapati/adchani chya kali adhyayan kela tar shastrala manya ahe. ashya guru chi adhyayan hoiparyantach sewa karavi. shudracha guru wa shishya zalelya brahmanala shradha wagaire madhe bolau naye. 7)vedanche adhyayan kartana shrudra jawalpas hi asu naye. 8)dhan milavnyache samarthya asle tari shudrane dhan sanchay karu naye karan shudra ne dhan sanchay kela tar toh brahmanala badhak tharto. 9)ekhadyala koni waras nasel tar tyachi sampatti brahmanane ghyavi parantu brah. la koni waras nasla tar tyachi sampatti kontyahi paristhitit rajane ghyachi nahi brah. nech ghyavi.matra itar varnatil sampatti raja gheu shakto. ( ya madhe brahmanancha ullekh ahe, mi brahmanancha dwesh karat nahi. maze brahman samajatil hi mitra ahet. uch-nich karnaryancha wirodh ahe. ek adarsh, samta aslela samaj banava ani sarwancha sarwangin vikas vahwa evdhich eccha. )
🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣 हागल्यानंतर ब्राम्हणांनी 4 वेळा हाथ धुवावे स्त्रियांनी 8 वेळा हाथ धुवावे आणि क्षुद्रांनी 16 वेळा हाथ धुवावे..............यात जातीवरून गांड धुवायची की कामावरून?
खूपच सुंदर विश्लेषण!♥️ मनुस्मृती दहन का गरजेचे होते हे पण समजले! सामाजिक एकतेला रोधक म्हणून मनुस्मृतिने काम बजावले असते... महान भूमीत महान लोकांनी मनुस्मृतीचा विरोध केला म्हणून आज सोशित, दलीत आणि महिला सन्मानजनक आयुष्य जगत आहेत!
असं फक्त भारतातच होऊ शकतं हिंदूचा ग्रंथ जाळला आणि ती व्यक्ती जिवंत आहे हाच आहे हिंदूचा सहिष्णू स्वभाव दुसऱ्या धर्माची ग्रंथावर नुसता काही बोलल तर सर तन से जुदा
मला वाटते आहे की आपण स्वतः आपले शास्त्र वाचले पाहिजे दुसऱ्याच्या बापाच्या सांगण्यावरून आपण आपल्या बापाला नावे ठेवू नये ज्याला आपल्या धर्मा बद्दल काही चुकीचे आहे असे वाटत आहे त्यांनी आापल्या धर्माची भागवत गीता वाचावी आणि मग ठरवावे
@@amols8836 jaga aahe tar kay karnar? Aata Sanvidhan follow hotay ki manusmruti? Kuthlya granthat kahi ka lihile ase na, kayda sanvidhananusar chaltoy na? Bas na , ajun kay pahije?
Te tyanchya shikshana mule tya post vr ahe vina arakshan tumhala ahe na arakshan bharat swatantra zalya pasun shikshnat arakshan. Ahe na tr tumhi pn ja post vr tya arakshan asun upyog nhi abhyas kraychi kuwat asel tr upyog baba la mahit hot mhnun politics khelala n deshache lvde lavle
अरे तुम्हाला जाती चा एवढा त्रास होतो तर आरक्षण रद्द करा... कोणतीच जात राहणार नाही... पण तुम्हाला माहित आहे आरक्षण गेले तर आपल्याला नोकऱ्या मिळणार नाही....
ब्राह्मण धर्म ची मनु स्मृति आहे. पण ह्या हिंदू लोकांना कसे फसवायचे म्हणुन हिंदू ग्रंथ म्हणुन प्रसार केला अणि याना गुलाम बनवले आता ही बनवा हिंदू यांच्या एक पन ग्रंथात नाही तरी हे हिंदू 😂😂😂😂
अतिशय सुंदर विश्लेषण चिन्मय ! खूप छान विषय घेतला ,जाती प्रथेला खतपाणी घालणाऱ्या ग्रंथांचा कायम विरोध असायला हवा, अखंड भारताचा एकच राष्ट्रीय ग्रंथ आहे तो म्हणजे भारतीय संविधान. जय भीम जय संविधान 🙏
महोदय आपले पवित्र ज्ञान आपण पाजळले म्हणून सांगतो, जर अश्या फालतू पुस्तकामुळे आणि जगात कोणत्याही धर्मात नसलेल्या वर्ण आणि जात व्यवस्थेच्या ५००० वर्षांच्या झालेल्या जातीच्या त्रासामुळे जर एखाद्याला नाईलाजाने तो धर्म सोडून जर इतर धर्मात जावे लागत असेल तर बदला तर घ्यायलाच हवा ना.
महोदय तुम्ही ग्रंथ कधी वाचला का साधी मराठी तुम्हाला समजत नाही तिथ संस्कृत कुठ समजणार. आणि काय बदल झाला तुमच्यात बौद्ध धर्मात जाउन बौद्धाचे पंचशिल धोरण काय सांगते आणि तुम्ही करता काय. तुमची सकाळ मांसाहारापासुन होते तर रात्र मद्यपानाने पोलिस स्टेशन मधे जाउन बघा तर सर्वात जास्त चोरी करणाऱ्यांमधे तुमच्या लोकांचे नाव जास्त सरकारी कार्यालयात जाव कर तिथ पण लाच घेणारे दलाल तुमचे आणि तुम्ही कुठले बाबासाहेब आणि त्यांनी दिलेल्या बौद्धधर्माचा मोठेपणा सांगुन आम्हाला कोणती मनुस्मृतिवर शिक्षण देता. बस झाल ते आता एवढच जर जातिवाद संपवायचा आहे तर द्या ना आरक्षण सोडुन .
@@Lone_Wolf2424 मग एखाद्या जनरल कॅटेगरी च्या मुलाला फक्त आरक्षण व्यवस्थे मुळे,चांगल्या कॉलेज मध्ये एडमिशन मिळाली नाहि..तर मग काय त्याने संविधान जाळून बदला घ्यावा का??
@@BossBoss-vs4pi त्या साठी सिंपल गोष्ट आहे.. जाती संपवा, आंतरजातीय विवाहाला प्रोत्साहन द्या.. मग आरक्षणाची आणि (तुम्हाला भरता येणाऱ्या पण नाईलाजाने आरक्षण मागण्यासाठी फी नावाच्या ब्रह्मास्त्र कारणासाठी) ची काही गरजच राहणार नाही.
@@Lone_Wolf2424 श्रीमान आपण आपल्या ज्ञानाने आभाळ हेपलात , आज भारतात कितीतरी दोषी , निर्दोष सुटतात , आणि कितीतरी निर्दोषी , दोषी ठरवल्या जातत , मग तुम्ही संविधान पण जळणार का.??
डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्यामुळे " मनुस्मृती " हे नाव कळाल. आम्ही तर " मनुस्मृती " कधी वाचलीच नाही आणि " रामायण , महाभारत, भगवद्गीता , ज्ञानेश्वरी , तुकारामगाथा , " असताना वाचायचा संबंध तरी काय...❓️
@@SamanScholar चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः। तस्य कर्तारमपि मां विद्ध्यकर्तारमव्ययम्।। Bhagwatgita Cast promote karte Pan karmanusar Jyache jase karm tashi tyachi cast Ani bhav aapala dharm samjayala mahan lok lagtat re hya manasanna ky samjnar Jevha hya manusmriti ch time to time likhan kel gel tevha ashyach koni tari lekhakane tyala vattil te badal kele asatil hyavar v4 kon kart nahi Jo dharm striyanna devi manato tya dharmat as likhan shyakya ahe ky...?
@@SamanScholar swatala ka lay motha shahana samjato ka zatya nusta bhandan lavayche kam krto kavdichi akkal nahi lavdya kam dhande tuzya mule dwesh pasrato
जर मनुस्मृती मनु नवाच्या राजाने(क्षत्रिय) लिहिली तर त्यात ब्राह्मण दोषी कसे? जे टीका करतात त्यातल्या एकानेही मनुस्मृती वाचली नाही. इतर धर्माच्या ग्रंथांमध्ये देखील अश्या गोष्टी आहेत, त्यावर कधी बोलत नाही?💯✅️ सनातन हिंदु धर्म की जय!🪷🚩
दुसर्याचा मागे लपून काड्या करणारे ब्राह्मणच होतेना... भारतात आधी पासून मनुवादी भडव्यानी लोकांच शोषण केल आहे... विरोध झालाच पाहीजे.... आणि आता सनातन हिंदुचा मागे स्वतः लपु नका... ब्राह्मणी व्यवस्थे चे बरोबर घोडे लागणार आहेत...
मनु स्मृती हजार वेळा जाळा, रावणाला हजार वेळा जाळा, दुष्ट लोकांना हजार वेळा जाळा, ते पुन्हा पुन्हा जन्माला येणारच आहेत. परिवर्तन हा सृष्टीचा नियम आहे. परिवर्तन करा.
1) जर त्यात जे लिहिले आहे, ते खरे असेल तर - मनुस्मृती म्हणजे गीता नव्हे, आणि 2) फक्त मनुस्मृती च नव्हे तर कित्येक कित्येक धर्म ग्रंथामधे छेडछाड भेसळ केली गेली आहे, आणि आपला इतिहास कसा चुकीचा होता , हे दाखवण्याचा कुटील कारस्थान परकीय राज्य करण्यासठी करत असतात, हे लक्षात घेणे गरजेचे आहे. 3) सर्व प्राणी, नुसते मानव नव्हे तर सर्वच जन महत्वाचे आहेत. आनी गीते मधे वर्ण जन्माने नही तर कर्म आनी गुणाने ठरत असते, ऐसे संगीतले आहे, आनी सर्व वर्ण हे नेहमी कोणात्याही समाजात आनी देशत नेहमीच असतात आनी सर्व महत्वाचे आहेत. कर्म आनी गुणानुसार वर्ण आहेत, आपन कर्म आनी गुण न बघता एखाद्याला ब्राम्हण म्हणत आसू तर चूक आपली आहे😅 आपन Dr च्या मुलाला आपनच डॉक्टर बोलू तर त्यात आपले अज्ञान आहे, कारण खरया सच्चा ग्रंथ आपल्या पर्यंत येऊ दिले नसतील आनी आपन सुधा त्यासाठी प्रयत्न केले नसावे, अन्यथा आज कोणी अडवनार नाहिये ना ग्रंथ वाचन्यापासुन, किती जन सत्य पाहतील आनी इतराना सुधा संगतील ?? नाव ठेवुन दूर जाने सोप अस्ते. अन्याय सर्व धर्म देशात झलेले अस्तात, आपल्याला वाटते, आपणच एकटे आहोत, हे फुट पाडनारे मुद्दाम फुट पाड़तात. जय श्री कृष्णा 🚩🙏
जर मनुस्मृती मध्ये काही गोष्टी चुकीच्या लिहल्या असतील तर कुराण बायबल वाचा मग कळेल. पण त्यांना हाथ लावायची कुणाची हिम्मत नाही. बाकी एखाद्याला ते विचार नसतील पटत तर ते वाचू नका, जाळण्याची गरज नाही.
@@leftwingnetwork बोच्या मग आमच्या धर्माची पुस्तके जाळताना गांडीत किडे येतात का? पटत नसेल तर वाचू नको नाहीतर जो आवडेल तो धर्म स्वीकार कर. कायद्याने परवानगी आहे.
Dr. Ambekar, छत्रपती शिवाजी महाराज, फ़ूले, यांनी जे कार्य केले ते कुठल्याही धर्माचा प्रसार करण्या साठी नवते तर माणूस म्हणून प्रत्येक व्यक्तिला जगात यावे यसाठी होते.
Brobr
ताई बरोबर बोलला 👍
शिवाजी महाराजांनी हिंदू धर्म प्रसार केला आहे धर्म रक्षणासाठी बलिदान दिले आहे
हिंदू म्हणून जन्माला आलेल्या प्रत्येकाला जगता येईल असे स्वराज्य स्थापन केले
वाह दीदी वाह
महाराज मग मुसलमानाविरोधी का लढले मग
आधी छत्रपती मग कोण असतील ते
छान सादरीकरण. व्हिडिओ अजून मोठा झाला असता तर खूप माहिती मिळाली असती 🙏
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे
इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने
मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते
भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते
जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
हागला त्यात तो किलो भर 💩💩💩
Bravo Chinmay!!!!!!Great story
ज्या डॉ.बाबासाहेब आंबेडकरांना पुस्तकांवर एवढे प्रेम होते,पुस्तकांसाठी घर बांधले..विचार करा त्यांनी जाळलेले पुस्तक किती गलिच्छ आणि स्त्री स्वातंत्र्य हिसकावून घेणारे असेल..!
Ekdum brobar bolle dada tumi
Aj muslmanachya mahilala burkha galun bhayr padha lagte bina burkhyach ghara bhayr padta pan yr nahi kuth firta pan yr nahi gharat purushya son or kahi bota yr nahi ya sathi kahi ahe ki nahi ki nustch mansputi mnsputi krt rahta sudhar re
Babasahebala original manusmruti kdi bhetlich nahi..
babyabe manusmriti jalali nahi. tyaca thokya sahastrabuddhe ne jalali.
Burqa galo jalli asti tar sar tan se juda asta na😊
हजारो वर्षांपासून चालत आलेली काळी परंपरा , (मनुस्मृती जाळून), अवघ्या 2 वर्षे 11 महिने 18 दिवसात बदलणाऱ्या महामानवाला त्रिवार नमन ...🙏🙏🙏
🤣🤣🤣आय ची गांड तूझ्या बलात्कारी बाबा च्या गूगल ला सर्च कर स्वतंत्र भारतात ला पहिला बलात्कारी... बघ तुझ्या बाबासाहेब आंबेडकर चे नाव... असल्या रांडी च्या संविधान ला आम्ही मनत नाही मि रोज सकाळी मुत्तो त्या संविधान वर 🤣🤣🤣🤣
@@iamnatthuramgodse5163 #जलने वालों की दुआ...
लोकांनी दोनदा डिपॉझिट जप्त केलेल्या टिनपात नेत्याला मंत्री बनवणाऱ्या नेहरूंना खरं तर त्रिवार अभिवादन करावे लागेल
@@Berar24365 आणि दिल्लीला जाऊन औरंगजेबाच्या पायावर नाक घासून माफी मागणाऱ्या गांडू शिवाजी ला महान समजणारे लोक धन्य आहात. 😂😂😂😂
@@Berar24365 #संविधान नावाचा #खुट्टा मनू च्यात रोवल्याने , ते दुखणं आजही आजकालच्या मनुवादी पिल्लावळीत दिसून येतं...
आम्ही हिंदू आहोत पण मनुस्मृती व हिंदू धर्मातील चुकीचा गोष्टींना नक्कीच विरोध करतो,, जय श्रीराम 🚩
ruclips.net/video/I1DTwAlHKYU/видео.html
Bhava chukich ahe ka te bga vacha
First read the manushrmti...after you can conclude..
म्हणजे तुम्हाला संविधानपेक्षा मनुस्मृती जास्त चांगली वाटतेय तर
कधी वाचला तू
Mi tr read kel tu Kela nahi ka ? ...ani ho sanskrit Jar mahit nasel tr tula kase samjnar
मी आणि माझे मातंग बांधव २५ डिसेंबर ला चौकात मनूस्मृती जाळतो🔥
शेवटी डॉ बाबासाहेब आंबेडकरांनी लढा दिलाय आमच्या साठी आणि आमचे अस्तित्व निर्माण झाले🙏
छान करतो माझ्या हिंदू मित्रा .अभिमान आहे मला तुझा..हीच तर खरी हिंदू ची संस्कृती आहे..जय श्री राम
@@BossBoss-vs4pi धन्यवाद! पुढे ही असेच निरंतर सुरू राहिल🙏 फक्त आमच्यावर अन्याय अत्याचार झाला की तुम्ही तोंड बंद करून बांगड्या घालून बसु नका म्हणजे झालं.. 😌
वा फारच छान काम केले बुवा.
मग त्याचा फायदा काय झालं जाळून तेही दाखव
@@sd6795 मनुच्या नावाखाली एवढी वर्ष आमच्या अत्याचार केला तेव्हा काय फायदा झाला ते सांगा.?
@@y.tthoke2522 आमच्यावर अन्याय म्हणजे मी समजलो नाही?अरे आपले हिंदू सरकार आहे आता..तुला कुणी हाथ लावला तर..हाथ कापून टाकू..
आम्ही हिंदू आहोत याचा अभिमान आहेच. पण या ब्राह्मण वादी विचार आणि manusmruti चा कायमच निषेध करणार...जय श्रीराम
Ae murkha Shri ram manipan brahman cha aadar aani kaautuk kartat
@@thundermiles1230 हो पण चुकीच्या प्रथेला विरोध हा असलाच पाहिजे ..
स्त्री बद्दल येवढा नकारात्मक विचार असेल तर त्याला विरोध असलाच पाहिजे
@Ak ग्रंथाला विरोध नाही तर त्या दूषित विचारांना विरोध आहे आणि राहणार
@Ak-sl5ly pan ti nusti chuki nahi tya chukimule akkhya bhartatlya lokkan madhe tuta fut zali. Ani toh granth nahich joh mansat apulki navhe tr uch nich vadhavto.
तुला काय माहिती रे मनुस्मृती बद्दल
भारतीय समाजाच्या विषमतेचे प्रतीक म्हणजेच मनुस्मृतीचा आठवा अध्याय. ज्याने भारतीय समाजाला हजारो जातींमध्ये विभागले.
Jyla ajun support kayda ne kela
Reservations
Varna te Bhai ,tumhala aata SC madhun baher kadhata yete ,pan tumhi lighnarch nahi
Right ❤❤
Sanvidhanahi tech karate char varn tyanihihi banavale SC St obc gn
@@शिवबाआमचामल्हारीसपोर्ट नहीं हो अण्णाजी पंत. त्याचं ब्राह्माण केलेला उद्वेगा मुळे रक्षण दिले
असे घाण विचार,याला मुळात ग्रंथ म्हणने हिच चुक आहे....जय भीम ,जय महाराष्ट्र ,जय भवानी जय शिवाजी महाराज 🙏🙏
आमच्या छत्रपतींचे नाव घ्यायची लायकी नाहीये तुमची भाड्या
बाब्याने मनुस्मृती कधी जाळलीच नाही. ती त्याचा ब्राम्हण यार सहस्त्रबुद्धेने जाळली होती.... ! पण बाब्याने मनुस्मृतीमधील ब-याच गोष्टींचे कॉपी-पेस्ट मात्र केले आहे.
आणी तुमच्यासारख्या इतक्या मूर्ख, अडानचोट, घाणेरड्या, विखारी व जातीयवादी विचारांच्या लोकांना "माणसे" म्हणणे, ही तर त्याहूनही मोठी चूक आहे. जय भारत ,जय भवानी, जय शिवाजी महाराज, जर श्रीराम ! बाकी, भीम, दुर्योधन, कर्ण, नकूल, सहदेव गेले तेल लावत.... !
@@proudindian9039 अरे झाट्या च्या फाट्या. बाबासाहेबनीच मनुस्मृती पेटवली आणि तुझ्या आईला, बहीणीला, बायकोला समाजामध्ये मान उंच करुन फिरायला लावले.
@@proudindian9039 गप रे नाव नसलेला लावारिस,अशिक्षीत 🤣🤣
हिंदूंचा धर्मग्रंथ मनुस्मृती नसून श्रीमद भगवद्गीता आहे.. त्यामुळे मनुस्मृती जाळली तरीही काहीही फरक पडणार नाही. श्रीमद भगवद गीता मानवासाठी एक वरदान आहे
बाबासाहेबांनी वर्णव्यवस्थेचे मूळ भगवत गीतेत आहे... असेच सांगितले होते...
@@roshanwatkhedkar4161 भगवद गीता कधी वाचली आहे का? आणि बाबासाहेब आंबेडकर अस कधीही बोलले नव्हते खोटी माहिती पसरवू नकोस
@@Satyamevjayate777 nahi bhawa mi nahi vachali.... Fkt mala milaleli mahit sangat ahe... Baki search tr karu sakshil ch tu
@@roshanwatkhedkar4161 वाचून बघा एकदा मराठीत.. काय चुकीचं आहे त्यात ते दाखव..
@@Satyamevjayate777 मी कशाला दाखवू बे....... सांगितलं ना तुला मी फक्त बाबासाहेबांच मत सांगितल.. माझ नाही
या विषयावर व्हिडिओ बनवून खरी माहिती दिल्याबद्दल बोलभिडू व चिन्मय चे आभार !
Obc शूद्र ला येवढे नीच म्हंटले आहे या मनुस्मृति मध्ये त्यांनी तर पहिले vanchavi
तेवढी इच्छाशक्ती आहे का त्यांच्याकडे ?
Aare baba sagli kde manu smruti manya navti karat
देशात भारतीय संविधान जाळलं तर त्याची चर्चा किंवा कारवाई करण्यापासून प्रशासन,शासन, मीडिया सगळे नांगे टाकून होते पण त्या मुलीने कोणता तो ग्रंथ काय जाळला तर सगळे थंड बदलेले बाहेर आले हे या देशाचं दुर्दैव्य!
मग संविधान मोठ आहे का की मनूस्मृति.... तू काय म्हणतो
@@VishalG-9 samvidhana samor kontyach dharmachi aukat nahi aahe..
@@VishalG-9 मग आंबेडकरांच्या 22 प्रतिज्ञा मोठ्या आहेत की संविधान....तू काय म्हणतो?
आमच्या साठी 2 पण मोठे,
@@BossBoss-vs4pi 2 ni pn dada
सत्य मांडण्याच्या धाडसाला सलाम
मुळात गावाकडच्या लोकांना मनुस्मृती म्हणजे काय आहे हेच माहीत नाही , कोणी वाचलं पण नसेल पण उगाच राजकारणासाठी त्याचा वापर होतोय,जाती तेढ निर्माण करायचं आणि मत मिळवायचा.
दादा जानी जळमी ना ते मुलगी UPSC करत आहे मनून तुम्ही बोलाचा पाहिले वाचून gya एक दा
@@pappussc मनुची स्मृती मरू दे आपल्या स्मृतीला काय झाल
gavakade ,sharat suddha kiti jatiya uch nichta ahe he mahit nahi ka tumhala? khalchya jatitil navarden godyawar basla mahnun khoon kharaba hot ahe aaj hi mahit nahi tumhala? asya anek prakare uch-nichta ahe samajat. manusmruti kay ahe he mahit nasle tari tyatil ghanerde vichar jivanta ahet, tyamule jalali pahije.
हा विषय खुप महत्वपूर्ण आहे ,ही माहीती कोणीच देत नाही तुम्ही ही माहीती दिली ,खुप खुप धन्यवाद
खूपच छान माहिती दिली आहे....... बाबासाहेबांची दूर दृष्टी......
जे केलं ते योग्य आहे आणि कौतुकास्पद 👍
Sigarate petaval te right ✅️ ahe ka?
सिगरेट पिऊन का ?
@@gopalvwagh958 😂😂😂
@@नादगंगा 😂😂😂
दारू पिऊन 😂
The Head Of India...dr.बाबासाहेब आंबेडकर & महात्मा जोतिबा फुले.यांच्या चरणी सदैव शतशः नमन...🙏
खूपच छान व सोप्या भाषेत माहिती दिलीत भाऊ आपण....त्याबद्दल धन्यवाद🙏
मनुस्मृती पेक्षा ही मनुस्मृती मानणारी मानसिकता जाळली पाहिजे.
Jai manuwad 😊
@@शिवबाआमचामल्हारी je ahe tyala tar man sambhaji maharaj swata kapti vedic dharma manale hote buddhabhudhan
Ek Manuwadi sapadala yala jadun surwat karaychi ka😅😂😂
जय शिवराय जय फुले जय शाहू जय भीम ❤️🇮🇳
विचारांचा वारसा 😇
🤣😆😅
@Ak सगळे महापुरुषांचे विचार आम्हीच टिकवू
तुम्ही त्यांच्या जयंती पुण्यतिथीला सत्यनारायण घालत बसा ❤️
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे
इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने
मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते
भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते
जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
@@Nikolazyko संस्कृती kashi ahe tumchi?
Lavdyanno engrajanna bap manta anni sex la explorer krta hech na, bhadavyanno
@@Nikolazyko जाती वाद तर तुम्ही करता...भीम*....
जय महाराष्ट्र, जय शिवराय, जय भीम
Jai bhawani, jai shiwaji
Jai bhawani Jai Shivaji
Jai Bhim
@हिंदू Jay Bhim kadak Nila bhadak
जय शिवराय,जय श्री राम,जय श्री कृष्ण,जय श्री लहुजी,जय श्री सावरकर,जय श्री गांधी,जय श्री भीम...
मनू स्मृती जाळली पण त्यातील वर्ण व्यवस्था, जाती व्यवस्था अजूनही मानली जाते हे दुर्दैव. #Saynotocaste
Caste ani varna hyat farak ahe .
@@vbh4315 pn Manali jate na bhava he !
प्राचीन समय भारत मे कभी छुआछुत रहा ही नहीं, और ना ही कभी जातियाँ भेदभाव का कारण होती थी।
चलिए हजारो साल पुराना इतिहास पढ़ते हैं।
सम्राट शांतनु ने विवाह किया एक मछवारे की पुत्री सत्यवती से।उनका बेटा ही राजा बने इसलिए भीष्म ने विवाह न करके,आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की।
सत्यवती के बेटे बाद में क्षत्रिय बन गए, जिनके लिए भीष्म आजीवन अविवाहित रहे, क्या उनका शोषण होता होगा?
महाभारत लिखने वाले वेद व्यास भी मछवारे थे, पर महर्षि बन गए, गुरुकुल चलाते थे वो।
विदुर, जिन्हें महा पंडित कहा जाता है वो एक दासी के पुत्र थे, हस्तिनापुर के महामंत्री बने, उनकी लिखी हुई विदुर नीति, राजनीति का एक महाग्रन्थ है।
भीम ने वनवासी हिडिम्बा से विवाह किया।
श्री कृष्ण दूध का व्यवसाय करने वालों के परिवार से थे,
उनके भाई बलराम खेती करते थे, हमेशा हल साथ रखते थे।
यादव क्षत्रिय रहे हैं, कई प्रान्तों पर शासन किया और श्री कृष्ण सबके पूजनीय हैं, गीता जैसा ग्रन्थ विश्व को दिया।
राम के साथ वनवासी निषादराज गुरुकुल में पढ़ते थे।
उनके पुत्र लव कुश महर्षि वाल्मीकि के गुरुकुल में पढ़े जो वनवासी थे
तो ये हो गयी वैदिक काल की बात, स्पष्ट है कोई किसी का शोषण नहीं करता था,सबको शिक्षा का अधिकार था, कोई भी पद तक पहुंच सकता था अपनी योग्यता के अनुसार।
वर्ण सिर्फ काम के आधार पर थे वो बदले जा सकते थे, जिसको आज इकोनॉमिक्स में डिवीज़न ऑफ़ लेबर कहते हैं वो ही।
प्राचीन भारत की बात करें, तो भारत के सबसे बड़े जनपद मगध पर जिस नन्द वंश का राज रहा वो जाति से नाई थे ।
नन्द वंश की शुरुवात महापद्मनंद ने की थी जो की राजा नाई थे। बाद में वो राजा बन गए फिर उनके बेटे भी, बाद में सभी क्षत्रिय ही कहलाये।
उसके बाद मौर्य वंश का पूरे देश पर राज हुआ, जिसकी शुरुआत चन्द्रगुप्त से हुई,जो कि एक मोर पालने वाले परिवार से थे और एक ब्राह्मण चाणक्य ने उन्हें पूरे देश का सम्राट बनाया । 506 साल देश पर मौर्यों का राज रहा।
फिर गुप्त वंश का राज हुआ, जो कि घोड़े का अस्तबल चलाते थे और घोड़ों का व्यापार करते थे।140 साल देश पर गुप्ताओं का राज रहा।
केवल पुष्यमित्र शुंग के 36 साल के राज को छोड़ कर 92% समय प्राचीन काल में देश में शासन उन्ही का रहा, जिन्हें आज दलित पिछड़ा कहते हैं तो शोषण कहां से हो गया? यहां भी कोई शोषण वाली बात नहीं है।
फिर शुरू होता है मध्यकालीन भारत का समय जो सन 1100- 1750 तक है, इस दौरान अधिकतर समय, अधिकतर जगह मुस्लिम आक्रमणकारियो का समय रहा और कुछ स्थानों पर उनका शासन भी चला।
अंत में मराठों का उदय हुआ, बाजी राव पेशवा जो कि ब्राह्मण थे, ने गाय चराने वाले गायकवाड़ को गुजरात का राजा बनाया, चरवाहा जाति के होलकर को मालवा का राजा बनाया।
अहिल्या बाई होलकर खुद बहुत बड़ी शिवभक्त थी। ढेरों मंदिर गुरुकुल उन्होंने बनवाये।
मीरा बाई जो कि राजपूत थी, उनके गुरु एक चर्मकार रविदास थे और रविदास के गुरु ब्राह्मण रामानंद थे|।
यहां भी शोषण वाली बात कहीं नहीं है।
मुग़ल काल से देश में गंदगी शुरू हो गई और यहां से पर्दा प्रथा, गुलाम प्रथा, बाल विवाह जैसी चीजें शुरू होती हैं।
1800 -1947 तक अंग्रेजो के शासन रहा और यहीं से जातिवाद शुरू हुआ । जो उन्होंने फूट डालो और राज करो की नीति के तहत किया।
अंग्रेज अधिकारी निकोलस डार्क की किताब "कास्ट ऑफ़ माइंड" में मिल जाएगा कि कैसे अंग्रेजों ने जातिवाद, छुआछूत को बढ़ाया और कैसे स्वार्थी भारतीय नेताओं ने अपने स्वार्थ में इसका राजनीतिकरण किया।
इन हजारों सालों के इतिहास में देश में कई विदेशी आये जिन्होंने भारत की सामाजिक स्थिति पर किताबें लिखी हैं, जैसे कि मेगास्थनीज ने इंडिका लिखी, फाहियान, ह्यू सांग और अलबरूनी जैसे कई। किसी ने भी नहीं लिखा की यहां किसी का शोषण होता था।
योगी आदित्यनाथ जो ब्राह्मण नहीं हैं, गोरखपुर मंदिर के महंत हैं, पिछड़ी जाति की उमा भारती महा मंडलेश्वर रही हैं। जन्म आधारित जाति को छुआछुत व्यवस्था हिन्दुओ को कमजोर करने के लिए लाई गई थी।
इसलिए भारतीय होने पर गर्व करें और घृणा, द्वेष और भेदभाव के षड्यंत्रों से खुद भी बचें और औरों को भी बचाएं।
साभार
@@monoj3299 मनूस्मृती भी तो प्राचीन है
@@dss318 *जातिवाद सत्य है, या एक कल्पना ?*
कहां है जातिवाद ?
स्कूल में है ? *नहीं है।*
कॉलेज में है ? *नहीं है।*
ट्यूशन में है ? *नहीं ।*
हॉस्पिटल में है ? *नहीं
प्राइवेट जोब में है ? *नहीं
मोबाईल खरीदने में है ? *ना
सिमकार्ड खरीदने में ? *नहीं*
ऐमज़ॉन, फ्लिपकार्ट पे है ? *
बैंक में है ? *नहीं ।
किसी भी बिसिनेस में है ? ।
राशन की दुकान में है ?
मॉल में है ?
मूवी थिअटर में है ? *
रेस्टोरेंट में है ? *नहीं है।*
होटल्स में है ? *नहीं है।*
बस, ट्रैन, प्लैन में है ?
स्कूटर लेने जाओगे वहाँ है ?
श्मशान में है ?
नहीं, नहीं नहीं ...
सब्जी मंडी में पूछते हो ?
पार्टी में पूछते हो ?
त्योहार मनाते वक़्त पूछते हो ?
*तो कहाँ है ये जातिवाद ??????*
सरकारी नोकरियों में ? हाँ है।
सरकारी पढ़ाई ? हाँ है।
सरकारी लाभ में ? हाँ है आरक्षण
अगर वो ख़ुदको हरिजन कहे, तो उसे नॉकरी मिले।
आप उसे हरिजन कहो, तो आपको सज़ा मिलेगी।
*ये है वास्तविक जातिवाद*
अब समझे ! जातिवाद कहाँ है ?!
*चुनोती है, चार सवर्ण का नाम बता देना,*
जिन्होंने दलितों का शोषण किया हो जाती के नाम पे ?
*रामायण* लिखने वाले वाल्मिकी दलित थे,
*महाभारत* लिखने वाले वेद व्यास दलित थे,
*शबरी* के जूठे बेर खाये थे श्री राम ने,
*सुदामा* सबसे प्रिय मित्र थे कृष्ण के,
विश्व के सबसे बडे मंदिर *तिरुपति में दलित पुजारी* है,
पटना, *हनुमान मंदिर में है दलित पुजारी,*
तिरुवनंतपुरम के *त्रावणकोर मंदिर में दलित पुजारी* है,
*के आर नारायण, दलित राष्ट्रपति* रह चुके है,
और तुम लोग जातिवाद की बकवास चला रहे हो 70 साल से 😠
*बेवकूफ बना रहे हो 70 साल से एक ही गाना गा के ! 😠*
आरक्षण की तारीफ करने वालों से सिर्फ एक सवाल
*क्या किया, 70 साल आरक्षण लेकर ?*
70 सालों में बने सिर्फ 70 डॉक्टर बताओ जिन्होंने *70 नई दवाई* ढूंढकर विश्व में भारत का नाम रोशन किया हो।
70 सालों में आरक्षण से बने 70 इंजीनियर बताओ जिन्होंने *70 विश्वप्रसिद्ध इमारतें* बनाके विश्व में भारत को गर्व दिलाया हो।
70 सालों में आरक्षण से बने 70 टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट बताओ, जिन्होंने *70 टेक्नोलॉजी* बनाई हो !
70 सालों में आरक्षण से बने 70 अर्थशास्त्री के नाम बताओ जिन्होंने *भारत की अर्थव्यवस्था* सुधारी हो।
70 साल में आरक्षण से बने वैपन्स के एक्सपर्ट बतादो, जिन्होंने वैसे *70 हाईटेक हथियार* बनाके देश की आर्मी में मदद की हो!
70 सालों में आरक्षण से बने *70 CEO* बताओ जिन्होंने विश्व में भारत को सम्मान दिलाया हो।
70 नहीं मिल रहे ?
चलो सबके *7-7 नाम ही तो बता दो !*
कहाँ से मिलेंगे सोचो 50% पढ़ाई से आरक्षण के ज़रिए पढ़ा हुआ, क्या नाम रोशन करेगा देश का ? कैसे टिकेगा वो दुनिया के 95% टेलेंटेड लोगों के सामने ?!
*आरक्षण सिर्फ देश का क्षत्रु है।* और कुछ नहीं।
इस से हमारा देश, दुनिया के सामने घुटने टेक रहा है क्योंकि, हम 50% वाले को डॉक्टर बनाते है, जबकि विश्व 95% वालों को हमारे 50% ज्ञानी के सामने खड़ी करती है।
जाती का प्रमाणपत्र हटाके,
*भारतीय का प्रमाणपत्र होना चाहिए सब जगह।*
जय हिन्द वंदे मातरम्🙏🙏🙏
मी एक माणूस म्हणुन मनुस्मृतीच्या विचारांना विरोध करतो 😡
त्रिपिटक विनयसुतपिटक जाळा 🤬😤😠😡
विश्वास नसेल तर sanatan samiksha RUclips channel बघा बौद्ध धर्मात कट्टर जातिवाद भरला आहे
किती वेळा वाचली आहे?
@@SD68842 तू किती वेळा वाचली आणि तुझ्या घरच्या स्त्रियांना तू तेच नियमं लावतो का?
@@बोधिसत्वगौतमबुद्ध tripitak ne bhartat kontya lokana jatibhed krun trass dila? Mhnje tumchi ghan baghychi sodun dusryala la nav thevyala. Kas jamat
@@बोधिसत्वगौतमबुद्ध science journey ✊
I measure the progress of the community by the degree of progress which women had achieved.’
- Dr.B.R.Ambedkar
BABA🙏🌎👑💪
यत्र नार्यस्तु पुजन्ते , रमन्ते तत्र देवत: !..... मनुस्मृती ..... (म्हणजे आंबेडकरने यातही कॉपी पेस्ट केले आहे.)
@@proudindian9039 dada
Reference plz
women will progress by smoking cigarettes??
Mast kel priya das ne
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे
इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने
मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते
भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते
जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
जर बहुजनांनी मनुस्मृति पूर्ण वाचली तर त्यांचा हिंदूधर्म वरचा विश्वास उठून जाईल परंतु बहुजन समाजाला ही काही करायची गरज नाही त्यांनी फक्त आणि फक्त छत्रपती शिवाजी महाराज महात्मा ज्योतिबा फुले आणि महामानव डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर ह यांनी दिलेल्या मार्गदर्शना वरती आयुष्य जगावे
Why only bahujan? Deshatlya pratyek nagrikane ya mahan vyaktina adarsh manun jivan jagle pahije. But rajkarni fakt jayantya sajri karnyat lokanna protsahit karta.
Ghanta .
Brahmanala ghoda lavala ahe manusmruti madhe.
Tin chalu hotich kadhi hech nav buddha la mahit nahi.
मुळात काही लोक स्वतःला बहुजन मानतच नाहीत
छान विषय निवड आणि माहिती,असेच आमच्या ज्ञानात भर देत रहा.
आमची होळी 25 डिसेंबर मनुस्मृती दहन दिन✊👊👋✌️🤘💪
Is Holi allowed in Buddhism??
Lavda ghe bullya
तुम्ही अगोदर ठरवा हिंदू आहात बुद्ध आहात की....अजून काही आहात 😂...
@@apekshit2612 te chakka ahet
@@sangramchavan7795 neo Buddhists ahe te Buddhists nahi
अत्यंत निर्भिड , अभ्यासपूर्ण, माहिती बोल भिडू कडून दिली जाते. धन्यवाद 🙏नमो बुद्धाय,जय शिवराय ,जय भीम 🙏
जय भीम जय शिवराय भावा
@@Renaissance861 🙏
Jai shivaray, jai Aaibhawani
कुरान मध्ये पण खूप वाईट गोष्टी लिहिल्या आहेत...पण तुमच्या गांदित दम नाही आहे कुरान जाळण्याची.😂😂
तुमच्यात दम असेल तर तुम्ही जाळून दाखवा🙏
चिन्मय अत्यंत साध्या सोप्या भाषेत समजावून सांगितल्या बद्दल धन्यवाद 🙏🙏
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर यांचा विजय असो....
जय भिम 🙏
Jai manuwad
माझा पहिला प्रश्न हा आहे........असे ग्रंथ प्रिंट कोण करते......आणि सरकार त्यांना मान्यता कशी देतात......?
BJP च सरकार आहे भावा...कोण अडवतय त्यांना?
It's a milestone of objectionable material, literally. So as long as individuals are going to fetch TRP on this book, its a profitable business to print it. Besides, keeping this book in objectionable discussions works in favour for जनजागृती. So the material in this book will live longer than likes of you and me.
मनुस्मृती शाळेत शिकवायला पाहिजे
tashich jashi diksha ghetani 22 pratigya ghetlya jatatat tashuch
@@nikheelvanjare5653 तू कट्टर आणाजी पंतचा भक्त दिसतोय
यावर बोला
भारतीय संविधान -
२६. धार्मिक व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचे स्वातंत्र्य - सार्वजनिक सुव्यवस्था, नीतिमत्ता व आरोग्य यांस अधीन राहून, प्रत्येक धार्मिक संप्रदायास अथवा त्यांच्यापैकी कोणत्याही गटास, -
(क) धार्मिक व धर्मादायी प्रयोजनांकरिता संस्थांची स्थापना करुन त्या स्वखर्चाने चालविण्याचा ;
(ख) धार्मिक बाबींमध्ये आपल्या व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचा ;
(ग) जंगम व स्थावर मालमत्ता मालकीची असण्याचा व ती संपादन करण्याचा ; आणि
(घ) कायद्यानुसार अशा मालमत्तेचे प्रशासन करण्याचा, हक्क असेल.
भारतीय संविधानाने धार्मिक व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचे स्वातंत्र्य भारतीय नागरिकांना दिलेले आहे. त्यानुसार धार्मिक संप्रदायास अथवा त्यांच्यापैकी कोणत्याही गटास - (क) धार्मिक व धर्मादायी प्रयोजनांकरिता संस्थांची स्थापना करुन त्या स्वखर्चाने चालविण्याचा ;
(ख) धार्मिक बाबींमध्ये आपल्या व्यवहारांची व्यवस्था पाहण्याचा ;
(ग) जंगम व स्थावर मालमत्ता मालकीची असण्याचा व ती संपादन करण्याचा ; आणि
(घ) कायद्यानुसार अशा मालमत्तेचे प्रशासन करण्याचा, हक्क असेल.
मुद्दा नंबर १ - हे अधिकार नागरिकांना दिलेले आहेत.
मुद्दा नंबर २ - हे अधिकार राज्य सरकारला दिलेले नाहीत.
मुद्दा नंबर ३ -राज्य सरकारने नागरिकांना दिलेल्या अधिकारात हस्तक्षेप करुन ते अधिकार स्वतः कडे घेतले आहेत.
मुद्दा नंबर ४ - धर्मादायी प्रयोजनांकरिता संस्थांची स्थापना करण्याचा अधिकार धार्मिक संप्रदायास अथवा त्यांच्यापैकी कोणत्याही गटास दिलेला आहे. असे असताना हा अधिकार राज्य सरकार नाकारुन धार्मिक ठिकाणांची व्यवस्था स्वतःच्या नियंत्रणात आणू शकते का ? जर नियंत्रणात आणू शकते तर संविधानाने दिलेल्या मूलभूत अधिकारांचे काय ?
मुद्दा नंबर ५ - राज्य सरकार व केंद्र सरकार हे धर्मनिरपेक्ष आहेत. असे स्पष्टपणे म्हटलेले असताना - विशिष्ट समुदायाच्याच धार्मिक संस्था, धार्मिक ठिकाणांची व्यवस्था यांचे सर्वाधिकारांसह स्वतः च्या ताब्यात घेऊन सरकार धर्मनिरपेक्षतेचे उल्लंघन करत नाही का ?
मुद्दा नंबर ६ - सरकारच जर मूलभूत धार्मिक अधिकार व धर्मनिरपेक्षता या दोन्हींचे पालन करत नसेल तर त्यावर काय कारवाई होणे गरजेचे आहे.
हिंदू मंदिर अधिग्रहण कायदे हे संविधानाच्या , संविधानाने दिलेल्या मूलभूत अधिकारांच्या विरुद्ध आहेत. असे कायदे करणारे व त्यास मान्यता देणारे हे संविधान विरोधी आहेत.
आज आधुनिक विचारांची आणि वैज्ञानिक तंत्र ज्ञानाची गरज आहे. मनुस्मृती चे अनुकरण करण्याची काहीही गरज नाही.
Ho lgbt support kara
Mulna muli na ase sanskar dya
Kayda kayda karun dokyawar getil
मनूस्मृती ही दीन पददलित यांना व महिलांना त्यांच्या मानवी हक्का पासून अलिप्त ठेवते.
कुठल्या राज्यात मनुस्मुर्ती नुसार काम चालते? सांगा बरं
त्रिपिटक विनयसुतपिटक जाळा 🤬😤😠😡
विश्वास नसेल तर sanatan samiksha RUclips channel बघा बौद्ध धर्मात कट्टर जातिवाद भरला आहे
संस्कृत शिकायची नाही आणि कसंही भाषांतर केलेला ग्रंथ वाचून त्यावर विश्वास ठेवायचा.
@@सुदामाp MANUSMRUTITIL VICHAR: 1)brahmanane kontahi gunha kela tari tyala arthik wa sharirik dand karu naye.
2) brahmanane yadnya karnyasathi kshudranchi sampatti lutun jari anli tari tyala kontahi adthala karu naye. jo ase karel toch raja dharmik.
3)ya niyamanchi koni tarkachya aadhare chikitsa karu naye
4)vidhipurvak stapan keli geli aso wa naso agni hi mahan devta hoy tyapramane vidvan wa avidwan brahman mahan devta hoy.
smashanat jari asla tari tesjasvi asa agni dushit hot nahi yadnya madhe ahuti dilyawar to adhikach wadhto tyachpramane sarwa anist karma madhe anist zale tari brahman he pujya hot. sarwashresht daiwat hot.
5)shudra manushya brahmanana dharmopadesh karu lagla asta rajane tyachya tondat wa kanat taplele tel otave
6)abrahmana kadun aapati/adchani
chya kali adhyayan kela tar shastrala manya ahe. ashya guru chi adhyayan hoiparyantach sewa karavi. shudracha guru wa shishya zalelya brahmanala shradha wagaire madhe bolau naye.
7)vedanche adhyayan kartana shrudra jawalpas hi asu naye.
8)dhan milavnyache samarthya asle tari shudrane dhan sanchay karu naye karan shudra ne dhan sanchay kela tar toh brahmanala badhak tharto.
9)ekhadyala koni waras nasel tar tyachi sampatti brahmanane ghyavi parantu brah. la koni waras nasla tar tyachi sampatti kontyahi paristhitit rajane ghyachi nahi brah. nech ghyavi.matra itar varnatil sampatti raja gheu shakto.
( ya madhe brahmanancha ullekh ahe, mi brahmanancha dwesh karat nahi. maze brahman samajatil hi mitra ahet. uch-nich karnaryancha wirodh ahe. ek adarsh, samta aslela samaj banava ani sarwancha sarwangin vikas vahwa evdhich eccha. )
@@बोधिसत्वगौतमबुद्ध अगदी बरोबर बोललात तुम्ही भाऊ आणि Sanatan Samiksha channel सोबतच #PreetiNigam07 channel सुद्धा बघा त्यात विशुद्ध मनुस्मृति चे विडियो बघायला मिळतील ज्यात वरील बोल भिडू च्या ह्या विडियो मध्ये दाखवलेला एकही श्लोक असा च्या असा अजिबातच मिळणार नाही.
सिगरेट पिवून महिला सशक्तीकरण केल का 😹प्रसिद्ध मिळवण्यासाठी काहि पण सुरु आहे आजकाल देशात।
To teri kyu jli 🔥🤕
Kolkata madey kali maa daru ani cigarette dyala lagte.
Moreover, brahmin bayeka jeva backless blouse ghalun cigarette che pakita odhate teva kuthe tumhi OBC loka astat🤣🤣
Mala mahit aahey Tu Obc aahes brahmand nahi
अगदी बरोबर ✅️💯
ब्राह्मण ला मुस्लिम जावई लागतो..... हे तर सिगरेट पेक्षा घातक आहे 😂
Tine pratikatmak kel ahe tine kahi te odhl nahi
Gulamgiri hi book read Kara
Mahatma Jyotiba phule ni
Manu cha khara chehra sangitla aahe
Read gulamgiri
Written by great personality 🙏🏻🙏🏻
जय शिवराय जय ज्योती जय भीम
खूपच छान आणि मुद्देसूद माहिती दिली 👌
धन्यवाद 🙏
आपला देश संविधानावर चालतो आणि चालणारच . मग सध्याच्या काळात मनुस्मृती जाळून काय मिळते ! केवळ बातमीसाठी !
Manusmriti jalane teri kyu jli 🔥🤕 to
Sadhya tari aapla desh manusmriti war chalat aahe
OBC k liye Itni Ghatiya Bate likhi hai
या सगळ्या कोणीतरी लिहिलेल्या काल्पनिक गोष्टींवर विश्वास ठेवण्यापेक्षा कोणताही भेदभाव न करता माणूस म्हणून जगा 💯🙏
Ani reservation sodun sagale ek vya
🙏ज्या धर्मात माणसाला माणुस म्हणुन जगता येत नसेल तर अश्या धर्माला लाथ मारा 👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
Bhai phele ye to pata kar lo ki manu kon hai bramhan hai ya nhi to😅 actually Dr.Ambedkar Or Mahatma jotirao phule ke time mai unhe sanskriti padhnehi nhi diya jata tha to woh kaise manusmriti ko pad pate unhone jo padhi hai vo translated version hai jisme british log ne aapne culture or religion ko behtar bata ne ke liye use mislead kar diya hai..... Agar tab Mahatma phule Or Dr. Ambedkar ji ko sanskriti aati to yesa hota hi nhi lekin us time mai waisa hua nhi to ham unko bhi galat nhi khe skte balki unke karan ham ab sanskriti pad likh pa rahe hai lekin unki galti hame to sudhaar ni chahiye na nhi to uno ne jo itna change kiya uska kya mtlb todha science and technology ke sath sath aapne dharm grath bhi pad likh liya karo or khuch galti ho bhi to use aap dhund sakte ho yese loge ka kaha kbhi galt bhi ho sakta hai
Or ye smj lo ki Dr. Ambedkar or Mahatma phule kisi religion ko nhi bura bolte usme jo amanviy chije hoti thi unko bolte the....
@@unofficial4346 sahi hai
Apne Baap Me Kitne hi Galat Vichar ho wo apna Baap hi hota hai
Naki Baju wala
🚩Garv se kaho hum hindu hain.....
Bas Yehi Kehna Chahta hu ki Jitne Bhi Jai Bheem hai Wo Hamesha Hamare hai aur rahenge....Vichar alag ho sakte hai Khun Nahi
Jai Hind
@@unofficial4346गलत न्यूज मत फैला,
मनुस्मृती को जलाया गया क्योकि ब्राम्हण खुद कहते थे की वह जो भी अत्याचार कर रहे हैं वह मनुस्मृती की नियम के तहत है!
BAROBAR MITRA ANI HO BRAHMANVADYANCHA VIRODH KARUN BABASAHEBANI SANSKUTCHA ABHYAS KELA. TE ANDHBHAKTANA MAHIT NAHI. KARAN TEVHA ENGRAZANA VINAVANI KARUN BABASAHEBANI SANSKRUT ABHYASKRAMAT SAAMIL KARUN GHETLI. MHANJE LOKANA DHARMSHASTRATL THOTAND KALEL.
गेलाय तर जा ना मग ! धर्म सोडायचा ते सोडायचा आणी परत हिंदूंच्याच गांडीत बोट घालून चाखून बघायचे असला गू-खाऊ पणा कशाला करता?
ठीक आहे, दीदींनी आमचे धार्मिक पुस्तक जाळून खूप चांगले केले.पण माझा दीदींना एक प्रश्न आहे, कुराण आणि बायबलमध्ये स्त्रिया आणि इस्लामला न मानणाऱ्यांबद्दल काही गोष्टी चुकीच्या आहेत. दीदी हे जाळण्याचे धाडस करेल का? 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Exactly.
जळायचे सोड च विरोधात शब्द काढला तरी उडवून देतील.
😁😁😁😁🦉🐸
Dam nahi re aapan shant basto he chuktay
Tyanchya eki aahe aaplyat kay nahi mhanun he hotay
Bc Brahmannala jevadi kalaji nahi tevadi hey obc logna madey aahey.
Brahmand jevada insecure nahi tevadha obc aahey🤣🤣🤣🤣🤣🤣
मी एक हिंदू आहे, मनुस्मृति जाळलेला पहिल्यावर मला पन आनंद झाला, पन Bible, कुरान मध्ये सुध्दा याच प्रकार चे लिखान आहे पन कुणाच्याच गांडी त दम नाही हे जाळन्याचा हे सुद्धा जाळा
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे
इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने
मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते
भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते
जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
te mulgi muslim/christian hoti ?
कुराण बायबल आम्ही पण वाचलं पण त्याच्यामध्ये कुठेही चातुर्वर्ण व्यवस्था नाही आहे इतर धर्मग्रंथांमध्ये आणि मनुस्मृति मध्ये हाच फरक आहे
@@mahendramkambke9118स्त्रियां बद्दल भरपूर काही लिहले आहे ते नाही वाचले का
@@mahendramkambke9118 अफगाणिस्तान मध्ये प्राक्टीकल झाले माहिती आहे ना,गजपुताचा बुत तालिबानांनी फोडला
चाला ठीक आहे मान्य आहे की मनुस्मृती मध्ये खूप गोष्टी वाईट आहेत आणी तिची चिकित्सा झालीच पाहिजे
सुधारणावादी समाज ह्या गोष्टींची परवानगी देतो
मी पण माझ्या व्यक्तिक पातळीवर मनुस्मृती चा निषेध करतो
पण माझे काही प्रश्न आहेत
1)आज च्या काळात हिंदू समाजाने देखील मनुस्मृती चा त्याग केला आहे तरीही मनुस्मृती वरून राजकारन का केल्या जात आहे ?
कारण आज ही हिंदू धर्म हा ह्या मनुस्मृती ला follow करत आहे. आज ही जातीवाद आहेच.
@@RDM289 हिंदू धर्म नाही हे बामन जातिवाद करत्यात
@@RDM289
आजच्या घडीला कोणीही मनुस्मृती ला follow करत नाही .
मात्र काही लोक सारखं काहीही झाल तरी मनुवादी मनुवादी म्हणून बोंबा ठोकत असतात .
आज देश संविधानावर चालतो आणी त्यानुसार कायद्यात बदल करून जात हटवून टाकायचा कायदा यायला पाहिजे मग कोण अडवत आहे ?
आज जातीला चिटकून कोण बसलेले आहेत?
आरक्षण ही आर्थिकदृष्ट्या दुर्बल लोकना मिळायला पाहिजे मग त्याची जात कोणतीही असो मराठा असो की मुसलमान असो की ब्राम्हण असो.
आणी ते आरक्षण फक्त आर्थिक क्षेत्रात पाहिजे गुणवत्तेला आरक्षण हा पर्याय असू शकत नाही
@@RDM289 चूक किंवा बरोबर न बघता फक्त आपल्या समाजाच्या बाजूने विचार करणे हा पण जाती वाद आहे...
Very nice subject you bring for adding Knowledge about .... good explanation
वा..भीमरावन्ना किती आनंद होत असेल आज..आपल्या मुलीला सिगरेट पितानी पाहताना...
दास आहे ती...कोणी काय करावं हे बाबासाहेबानी सांगितलं नाही....
तुझे देव तर सोमरस पितात
अरे बाबांनो सोमरस पियू नये हे कोण्या देवाने सांगितले नाही..पण अमली पदार्थांचे सेवन करू नये..असे भीमरावन्नी आपल्या 22 प्रतिध्नेत संगीतले होते..त्यामुळे त्यांच्या अनुयायन्नी असे करू नए हेच माझे मत आहे...
गौतम बुद्धाचा मृत्यू शुकर मांडवा नावाचा डुकराचे मांस खाल्यामुळे झाला
@@BossBoss-vs4pi बोद्ध आणि आंबेडकरवादी दोन वेगडे भाग आहेत आंबेडकरवादी कोणत्याही जातीचा असू शकतो .. .22 प्रतिज्ञा बोद्ध लोकांसाठी आहेत
मनुस्मृती कुठल्या शाळेत, कॉलेज मध्ये शिकवतात, कुठल्या कंपनीत मनुस्मृती बद्दल प्रश्न विचारतात, काम करतात जर कुठेच उपयोग होत नसेल तर वेळोवेळी लोकांना भडकविण्या साठी का असला विषय काढतात. मनुस्मृती पुस्तक जाळून कुठला पराक्रम करतात ही लोक काही कळत नाही.
आग लागली तुला
देशात मनुस्मृति लागू करण्याचा विचार करणाऱ्यांची संख्या वाढत आहे म्हणून...
दर वर्षी घरोघरी 25 dec ला मनुस्मृती दहन कार्यक्रम आयोजित करायला पाहिजे
@@nishican5110 कोण, कुठे, कधी बोललं काही सत्य आहे का तर व्हिडिओ लिंक शेअर करा म्हणजे कळेल.
@@nishican5110 मला तर गझवा a हिंद, इस्लामीकरण जास्त तेज गतीने वाढत्तांना दिसते.
फक्त मनुस्मृती च नाही तर सगळेच ब्राम्हणी धर्म ग्रंथ डायनामाईट लावून उडवून दिले पाहिजे . - हे माझा नाही बाबासाहेब आंबेडकर यांच मत आहे.'
त्रिपिटक विनयसुतपिटक जाळा 🤬😤😠😡
विश्वास नसेल तर sanatan samiksha RUclips channel बघा बौद्ध धर्मात कट्टर जातिवाद भरला आहे
@@बोधिसत्वगौतमबुद्ध रडू नको रे भामट्या...तुझे ग्रंथ आहेत त्या लायकीचे म्हणून .
चांगले असते तर कोण कशाला काय मनेल
@@sulbhameshram9752 debate Sanatan samiksha night 9 pm
We will find many religious texts, not only in Hindu religion but also in Muslim and Cristian religion as well....Back then People used to manipulate the texts/scripts according to their benefits, as we become more aware and educated we became able to read between the lines, and understand their motives...
.
The laws and rules were created by certain high rank individuals at that time to control people and have power. Quran is one of such books in which the laws are very thoughtfully laid, so that they can spread and impose their Islam religion easily. Like they have simple methods of marriage and divorce, example "kabul hai ×3" and you are married, "talaq ×3" and you are divorced....the simple methods like this made it easy for them to have multiple marriages and hence population of their religion grew faster...
Absolutely true 🔥💯✅️👏
सडेलवीधानही असेच जाळले पाहीजे
इंग्रजांच्या कुत्र्या आंबेडकर आनी फुलेने
मीळुन सामाजीक संस्कार संपवुन ईंग्रजांना ऊपभोगन्यासाठी भारतीय दलीतमहीला व दलीत गुलाम ऊपलब्ध करुन देन्याचे काम केले होते
भीम्या हा ईंग्रजांचा सर्वात मोठा चाटु व दलीतांचा सर्वात मोठा व्यापारी होता, ज्याने दलीत मुली व गुलाम ईंग्रजांना वीकले होते
जय दलीत हींदु जय दलीत ऊद्धारक व. स्त्रीपुजक मनुमहाराज जय श्री राम अवतार बुद्ध ईंग्रजांचे दलाल भेदी भीमटे मुर्दाबाद जातीय आरक्षन मुर्दाबाद
@@venkateshdeshpande9185 manuwadi please shut up ,you are exposed now
@@ashokbobade9257 Can't these english translations are false propaganda of Manusmruti?
Mag tyanchyavrhi ashi ch action ghetil ka Bible, quoran aani babasahebanchya 22 pratidnyanvar
मनुस्मृतीला विरोध आहेच, पण त्या मुलीने सिगरेट पेटवून जाळली, ह्या वरून धार्मिक आणि सांप्रदायिक असणं किती महत्वाचं आहे, आजच्या युगात जे तुम्हाला व्यसनापासून दुर ठेवते.. जय श्रीराम.. जय भारतीय संस्कृती.. जय भीम..🚩
आज तुम्ही सांगताय म्हणून पण खरंच मनुस्मुर्ती काय आहे हे माहीत सुध्दा नव्हत
dr ah salunkhe saranche manusmrutiwaril speech bagha youtube war. kashi anyaykarak hoti te sangitle ahe tyani.
तुम्ही हा व्हिडिओ नक्की त्या मुलीने केलेल्या कृत्या विषयी टाकला की मनुस्मृती हा ग्रंथ कसा होता हे दर्शविण्या साठी सदर व्हिडिओ मध्ये पुर्ण विषय भरकटला आहे जे काम सध्या मीडिया करते आहे तेच तुम्ही पण करतांना दिसुन येते आहे.. धीर गंभीर भाष्य केल म्हणजे मुद्दे खरे होता असे नसते..
बाबासाहेबांनी तर डायरेक्ट कृतीच केलीय पण डॉ. आ. ह. साळुंखे यांनी खूप सुंदर विवेचन केलंय.
ambedkar christian missionaries cha puppet hota...
@@sunilkhadilkar7161 mg tyanni Buddhism ka swikarala 😂. Kahi tari logic lavat ja whatsapp university
@@sunilkhadilkar7161 आणि तुझा शिवाजी औरंगजेबाचा गुलाम
@@prasadkharat3826 👍👍
@@sunilkhadilkar7161 जाय रे zattya 😂😂
मनुस्मृती ही गुलामाला गुलामीची जाणीव करणार सर्वात हिन अस पुस्तक आहे 🙏
ज्यांनी वाचलं त्याचे आभार ज्यांनी जाळलं त्यांचे उपकार आणि ज्यांनी हे मनुस्मृती पुस्तक लिहून स्त्री आणि पुरुष यांना जाती जातीत विभागून छळल त्या मनुवादी विचारधारेला पुरोगामी विचारधारेचा संविधानाचा सलाम🙏🙏 जय भारत 🙏🙏
Jaybhim 💙
Founder of modern India.
Womens Day ला सर्वांच्या status ला असलेल ,
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ।।
हा श्लोक मनुस्मृती मधलाच आहे ....
हो असेल...मग बाकीचे श्लोक खोटे आहे असं म्हणायचं आहे का ???
@@user-vn2fs5dd8q अस कुठं म्हणलय का??
आपण संविधानात 110 च्या वरती amendment केल्या आहेत म्हणजेच संविधानातील 110 भाग एकतर आपण नवीन जोडलेले आहेत किंवा काही काढून टाकलेले आहेत कारण ते काल सापेक्ष नाहीत त्यामुळे आपण संपूर्ण संविधान बदलत नाही, तसेच तो ग्रंथ किती मोठा आहे नक्कीच त्यात काही चुका आहेत त्यामुळे आपण यौ पूर्ण न वाचता संपूर्ण ग्रंथला चुकीच धरण चुकीच आहे, तो कोणत्या काळातील आहे व त्याकाळातील समाज पद्धती कशी होती त्यावर तो बनलेला आहे, समाज पुढे जात असताना त्यात जे काल सापेक्ष बदल व्हायला हवे होते ते झाले नाहीत हे मुळात चुकीच आहे ...
आता त्या ग्रंथतील चुका दाखवल्या पाहिजेत का तर नक्कीच दाखवल्या पाहिजेत जसे की आपण amendment चा SC मध्ये challenge करून debete करून ती accepet किंवा reject करू शकतो त्यामळे सर्व संविधान दोषी होत नाही त्याच पद्धतीने ....
हे पण सांगा की, मनुस्मतीप्रमाणे आपल्या कामावर आपले वर्ण आपल्या जातीवर नाही तर, आपल्या कामावरून संबोधले जातात.
MANUSMRUTITIL VICHAR: 1)brahmanane kontahi gunha kela tari tyala arthik wa sharirik dand karu naye.
2) brahmanane yadnya karnyasathi kshudranchi sampatti lutun jari anli tari tyala kontahi adthala karu naye. jo ase karel toch raja dharmik.
3)ya niyamanchi koni tarkachya aadhare chikitsa karu naye
4)vidhipurvak stapan keli geli aso wa naso agni hi mahan devta hoy tyapramane vidvan wa avidwan brahman mahan devta hoy.
smashanat jari asla tari tesjasvi asa agni dushit hot nahi yadnya madhe ahuti dilyawar to adhikach wadhto tyachpramane sarwa anist karma madhe anist zale tari brahman he pujya hot. sarwashresht daiwat hot.
5)shudra manushya brahmanana dharmopadesh karu lagla asta rajane tyachya tondat wa kanat taplele tel otave
6)abrahmana kadun aapati/adchani
chya kali adhyayan kela tar shastrala manya ahe. ashya guru chi adhyayan hoiparyantach sewa karavi. shudracha guru wa shishya zalelya brahmanala shradha wagaire madhe bolau naye.
7)vedanche adhyayan kartana shrudra jawalpas hi asu naye.
8)dhan milavnyache samarthya asle tari shudrane dhan sanchay karu naye karan shudra ne dhan sanchay kela tar toh brahmanala badhak tharto.
9)ekhadyala koni waras nasel tar tyachi sampatti brahmanane ghyavi parantu brah. la koni waras nasla tar tyachi sampatti kontyahi paristhitit rajane ghyachi nahi brah. nech ghyavi.matra itar varnatil sampatti raja gheu shakto.
( ya madhe brahmanancha ullekh ahe, mi brahmanancha dwesh karat nahi. maze brahman samajatil hi mitra ahet. uch-nich karnaryancha wirodh ahe. ek adarsh, samta aslela samaj banava ani sarwancha sarwangin vikas vahwa evdhich eccha. )
🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
हागल्यानंतर ब्राम्हणांनी 4 वेळा हाथ धुवावे
स्त्रियांनी 8 वेळा हाथ धुवावे आणि क्षुद्रांनी 16 वेळा हाथ धुवावे..............यात जातीवरून गांड धुवायची की कामावरून?
@@bali4 ruclips.net/video/I1DTwAlHKYU/видео.html
चांगली माहिती दिली चिन्मय भाऊ ,जय भीम जय संविधान
khupach chan video.. JAY BHIM .. 🙏🙏🙏
खूपच सुंदर विश्लेषण!♥️
मनुस्मृती दहन का गरजेचे होते हे पण समजले!
सामाजिक एकतेला रोधक म्हणून मनुस्मृतिने काम बजावले असते... महान भूमीत महान लोकांनी मनुस्मृतीचा विरोध केला म्हणून आज सोशित, दलीत आणि महिला सन्मानजनक आयुष्य जगत आहेत!
असं फक्त भारतातच होऊ शकतं हिंदूचा ग्रंथ जाळला आणि ती व्यक्ती जिवंत आहे हाच आहे हिंदूचा सहिष्णू स्वभाव दुसऱ्या धर्माची ग्रंथावर नुसता काही बोलल तर सर तन से जुदा
52% Sc st ahe India madhe saglyanna sampava mg, ani Obc pn ahet, kiti vel lagel sampavayala🙄
गीता हा धर्मग्रंथ आहे हे जगाला मार्गदर्शन करतो
मनुस्मृती ग्रंथ म्हणजे निव्वळ बावळटपणा!!
Grantha nahi goshtich pustak ahe
@@Oamoacg2250 hindu che sagle grantha chutiya ahet
Right... Need to upgrade us
मनुस्मृति माय फुट
ज्या मनुस्मृतीने महिलांना मान सन्मान दिला नाही ती एका महिलेने जाळली हे योग्यच झाले.
मनुस्मृती माझा विरोध आहे पण अशा प्रकारे कोणतेही ग्रंथ विरोध माझा निषेध आहे सरळसरळ जाळायला पाहिजे
Quran वाच आणि मग तेहि जाळायला सांग
@@narayan521 Te ek kam tu kar.. Sarv Apeksha dusrya kadunch ka?? Aapn fakt Tamashe baghnyat ruchi dakhvta
क़ुरान जला और संविधान जला
@@sapankulwal1115 तुला ज्या आई ने गर्भातून काढले ना त्य आईला सुधा या मनुस्मृती ने तुच्छ समजले अजून किती सांगायचे
हिन्दूधर्म धर्म नहीं, राजनीती हैं!
I'm.hindu.you.are.problem
भिमट्या 😡😡😡
बाबासाहेबांनी मनुस्मृती दहन केली...योग्यच आहे...☑️
चिन्मय भाऊ साठी 1 like होउन jaudya
मला वाटते आहे की आपण स्वतः आपले शास्त्र वाचले पाहिजे दुसऱ्याच्या बापाच्या सांगण्यावरून आपण आपल्या बापाला नावे ठेवू नये
ज्याला आपल्या धर्मा बद्दल काही चुकीचे आहे असे वाटत आहे त्यांनी आापल्या धर्माची भागवत गीता वाचावी आणि मग ठरवावे
Kay kumbhar.. Ajun khumbharcha ka tya manusmeuti madhe tumchi kay jaga aahe mahit aahe ka... Aani bhagvadgeeta vachun manusmriti kashi aahe kasa kalanar bala
अनिकेत कुंभार आला बामन पुरुषांच्या रक्षणासाठी 🥰
@@amols8836 jaga aahe tar kay karnar?
Aata Sanvidhan follow hotay ki manusmruti?
Kuthlya granthat kahi ka lihile ase na, kayda sanvidhananusar chaltoy na?
Bas na , ajun kay pahije?
@@Nikolazyko बामण शब्दाचा प्रयोग चालतो...
महा** म्हणलं की atrocity 😏
मग तू वाचली का? वाचली आसेल तर माणूस आणि माणुसकी बद्दल काय वाचलं आणि माणुसकी जपणारी लोक आपल्या देशात अजूनही आहे असे तुला वाटतें का?
खूप छान माहिती दिली. धन्यवाद
कोलेजियम सिस्टीम नुसार 90%बामन जज कोर्टात आहेत हि पण आधुनिक मनुस्मृती आहे
Konahi layak, educated vyaktila opportunity aahet,
ते परीक्षा पास करून तिथे गेले त्यांना घरी येऊन न्यायाधीश नाही केले. तुझ्यात दम असेल तर पास हो
त्रिपिटक विनयसुतपिटक जाळा 🤬😤😠😡
विश्वास नसेल तर sanatan samiksha RUclips channel बघा बौद्ध धर्मात कट्टर जातिवाद भरला आहे
Te tyanchya shikshana mule tya post vr ahe vina arakshan tumhala ahe na arakshan bharat swatantra zalya pasun shikshnat arakshan. Ahe na tr tumhi pn ja post vr tya arakshan asun upyog nhi abhyas kraychi kuwat asel tr upyog baba la mahit hot mhnun politics khelala n deshache lvde lavle
मग त्यात सरकार काय करणार? Judge सरन्यायाधीश निवडतात!💯✅️
अरे तुम्हाला जाती चा एवढा त्रास होतो तर आरक्षण रद्द करा... कोणतीच जात राहणार नाही... पण तुम्हाला माहित आहे आरक्षण गेले तर आपल्याला नोकऱ्या मिळणार नाही....
जमीनीचे समान वाटप करायला पाहिजे आता
Exactly
@@nikheelvanjare5653 kamawa mehnat karun. Ugich bhikha magu naka.
जातीयता संपवायची असेल तर अंतरजातीय विवाह झाले पाहिजे जात बरोबर नाहीसे होईल
आपले वाचन वाढवा....उगाच काहीतरी फालतू उपाय देत बसायचं
खुप छान माहीती दिली दादा धन्यवाद
Dr.Babasaheb Ambedkarancha Vijay Aso
कट्टर हिंदु आहे पण ब्राह्मणाचे गुलाम नाही
~ जय अहिल्या ! जय शिवराय ! 💛❤️🚩🚩
bharmn sodla tr tula kai shett dharm mahit ahe kare yed zvhya lgnat, puja, la bhraman ka bolvto lovdya ekhada boudh bolva na
@@akkishorts9635bhik pn deto na , aani tu aazu thod de aazu thod de mahnun gheto😂
ब्राह्मण धर्म ची मनु स्मृति आहे. पण ह्या हिंदू लोकांना कसे फसवायचे म्हणुन हिंदू ग्रंथ म्हणुन प्रसार केला अणि याना गुलाम बनवले आता ही बनवा हिंदू यांच्या एक पन ग्रंथात नाही तरी हे हिंदू 😂😂😂😂
क्रांतिकारी जय भिम भावा
'भीम'*
bhawa tu laii bhari story telling kartoy please be continue ......
✌✌👌👌👌🙏🙏🙏🙏
अतिशय सुंदर विश्लेषण चिन्मय !
खूप छान विषय घेतला ,जाती प्रथेला खतपाणी घालणाऱ्या ग्रंथांचा कायम विरोध असायला हवा, अखंड भारताचा एकच राष्ट्रीय ग्रंथ आहे तो म्हणजे भारतीय संविधान.
जय भीम
जय संविधान 🙏
वाह!! हे आहेत भीमरायांचे अनुयायी, खूप प्रगती केली...
त्या ग्रंथा मध्ये जे काही लिहले आहे ते हिंदूंसाठी आहे आणि आजच्या घडीला हे लोक स्वतःला बौद्ध धर्मीय समजता ना..?? मग मनस्मृती जाळायची गरज काय ?
महोदय आपले पवित्र ज्ञान आपण पाजळले म्हणून सांगतो, जर अश्या फालतू पुस्तकामुळे आणि जगात कोणत्याही धर्मात नसलेल्या वर्ण आणि जात व्यवस्थेच्या ५००० वर्षांच्या झालेल्या जातीच्या त्रासामुळे जर एखाद्याला नाईलाजाने तो धर्म सोडून जर इतर धर्मात जावे लागत असेल तर बदला तर घ्यायलाच हवा ना.
महोदय तुम्ही ग्रंथ कधी वाचला का साधी मराठी तुम्हाला समजत नाही तिथ संस्कृत कुठ समजणार. आणि काय बदल झाला तुमच्यात बौद्ध धर्मात जाउन बौद्धाचे पंचशिल धोरण काय सांगते आणि तुम्ही करता काय. तुमची सकाळ मांसाहारापासुन होते तर रात्र मद्यपानाने पोलिस स्टेशन मधे जाउन बघा तर सर्वात जास्त चोरी करणाऱ्यांमधे तुमच्या लोकांचे नाव जास्त सरकारी कार्यालयात जाव कर तिथ पण लाच घेणारे दलाल तुमचे आणि तुम्ही कुठले बाबासाहेब आणि त्यांनी दिलेल्या बौद्धधर्माचा मोठेपणा सांगुन आम्हाला कोणती मनुस्मृतिवर शिक्षण देता. बस झाल ते आता एवढच जर जातिवाद संपवायचा आहे तर द्या ना आरक्षण सोडुन .
@@Lone_Wolf2424 मग एखाद्या जनरल कॅटेगरी च्या मुलाला फक्त आरक्षण व्यवस्थे मुळे,चांगल्या कॉलेज मध्ये एडमिशन मिळाली नाहि..तर मग काय त्याने संविधान जाळून बदला घ्यावा का??
@@BossBoss-vs4pi त्या साठी सिंपल गोष्ट आहे.. जाती संपवा, आंतरजातीय विवाहाला प्रोत्साहन द्या.. मग आरक्षणाची आणि (तुम्हाला भरता येणाऱ्या पण नाईलाजाने आरक्षण मागण्यासाठी फी नावाच्या ब्रह्मास्त्र कारणासाठी) ची काही गरजच राहणार नाही.
@@Lone_Wolf2424 श्रीमान आपण आपल्या ज्ञानाने आभाळ हेपलात , आज भारतात कितीतरी दोषी , निर्दोष सुटतात , आणि कितीतरी निर्दोषी , दोषी ठरवल्या जातत , मग तुम्ही संविधान पण जळणार का.??
डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्यामुळे " मनुस्मृती " हे नाव कळाल. आम्ही तर " मनुस्मृती " कधी वाचलीच नाही आणि " रामायण , महाभारत, भगवद्गीता , ज्ञानेश्वरी , तुकारामगाथा , " असताना वाचायचा संबंध तरी काय...❓️
बाकीचे वाचून झाले असावे आपले..
Geeta madhe Krishna swata caste system promote krto ani Mahabharata ani ramayan pn
@@SamanScholar जे विचार काळाला अनुरूप नसतात ते टाकून द्यायचे असतात. म्हणूनच ज्ञानेश्वरीचा जन्म झाला
@@शक्तिश्री tu pn kaala aad ahe 🤗🤗 chutiya 👈 Tula pn takun dayala hv hot tujhya parents ni 🤗🤗
@@SamanScholar चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः।
तस्य कर्तारमपि मां विद्ध्यकर्तारमव्ययम्।।
Bhagwatgita Cast promote karte
Pan karmanusar
Jyache jase karm tashi tyachi cast
Ani bhav aapala dharm samjayala mahan lok lagtat re hya manasanna ky samjnar
Jevha hya manusmriti ch time to time likhan kel gel tevha ashyach koni tari lekhakane tyala vattil te badal kele asatil hyavar v4 kon kart nahi
Jo dharm striyanna devi manato tya dharmat as likhan shyakya ahe ky...?
❤️जय भीम❤️ Thanku Dr Babasaheb Ambedkar ❤️
हिंदूंमध्ये दूर दूर पर्यंत न ऐकलेला व न वाचलेला ग्रंथ म्हणजे मनुस्मृती. त्यामुळे त्यात बदल करणे व त्यास कलंकित सोपे गेले.
संभाजी भिडे नावाचा प्राणी याच ग्रंथाचे समर्थन करतो, तस खर पाहायला गेल तर हा ग्रंथ सध्या आमच्या सारखी तरुण पिढी वाचत नाही जी एक चांगली गोष्ट
पण काही घान विचारांचे म्हातारे लोकं आमच्या तरुण पिढी मध्ये सुध्दा कसे मत भेदाचे बीज पेरता येतील हेच बघतात .
Sahi baat hai
Priya Das 💪💪💪
Kashala pn support ka ti cigarette pit hoti he naitik aahe ka ti samajala ky disha dakhwat aahe
Aadhich samajala vyasnane jakdun thevlay
@@timepasswriter7468 chup be Yejuda Yejidi via Ir-An 🤣 chl nikal 👈😆
@@SamanScholar mahar 37 aahe cast certificate vr
@@timepasswriter7468 cast System hi asli Arakshan hai 😂🤣 Ir-Ani 😂 Yejuda Yejidi 👈 Harami bamto ka
@@SamanScholar swatala ka lay motha shahana samjato ka zatya nusta bhandan lavayche kam krto kavdichi akkal nahi lavdya kam dhande tuzya mule dwesh pasrato
जर मनुस्मृती मनु नवाच्या राजाने(क्षत्रिय) लिहिली तर त्यात ब्राह्मण दोषी कसे? जे टीका करतात त्यातल्या एकानेही मनुस्मृती वाचली नाही. इतर धर्माच्या ग्रंथांमध्ये देखील अश्या गोष्टी आहेत, त्यावर कधी बोलत नाही?💯✅️
सनातन हिंदु धर्म की जय!🪷🚩
देशीपांडे आले *ब्राम्हण पुरुषांच्या* रक्षणासाठी 🤩🤣🤣🤣
आता शूद्र सुद्धा ब्राह्मण र पेक्षा मोठे झाले डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या मुळे आता बसा बोंबलत मनुवादी
ब्राह्मण म्हणजे हिंदू 🤮...... बामान ला कोनी काय बोल की लगेच हिंदू धर्म मधी वढायचा देशी पांडे 🤣
@@Nikolazyko 😂😂😂 खर आहे..
दुसर्याचा मागे लपून काड्या करणारे ब्राह्मणच होतेना... भारतात आधी पासून मनुवादी भडव्यानी लोकांच शोषण केल आहे... विरोध झालाच पाहीजे.... आणि आता सनातन हिंदुचा मागे स्वतः लपु नका... ब्राह्मणी व्यवस्थे चे बरोबर घोडे लागणार आहेत...
टीका करणे खूप सोप काम आहे .... प्रश्न हा आहे की कोणी मनुस्मृती वाचली आहे का??? वाचली असेल तर टीका करा पण न वाचता उगाच नाही बोलायचं.....
ruclips.net/video/I1DTwAlHKYU/видео.html
पुस्तकांवर प्रेम करणारे बाबासाहेब जर एखादं पुस्तक जाळत असतील तर ते पुस्तक किती विषारी असेल....
Great Priya Das.. Good work.. Jithe Womens la respect nahi kay karayach tya ghaneradya manusmutri la.. ✌️
मनुस्मृती जेव्हा जेव्हा निर्माण करेल तेव्हा आम्हीं तिला जाळून टाकू जय भीम
Great information
मनु स्मृती हजार वेळा जाळा, रावणाला हजार वेळा जाळा, दुष्ट लोकांना हजार वेळा जाळा, ते पुन्हा पुन्हा जन्माला येणारच आहेत. परिवर्तन हा सृष्टीचा नियम आहे. परिवर्तन करा.
Nothing is permanent
Aaj open obc che haal reservations karit ahe
Kay mahit udya kay jalel
1) जर त्यात जे लिहिले आहे, ते खरे असेल तर - मनुस्मृती म्हणजे गीता नव्हे,
आणि
2) फक्त मनुस्मृती च नव्हे तर कित्येक कित्येक धर्म ग्रंथामधे छेडछाड भेसळ केली गेली आहे, आणि आपला इतिहास कसा चुकीचा होता , हे दाखवण्याचा कुटील कारस्थान परकीय राज्य करण्यासठी करत असतात, हे लक्षात घेणे गरजेचे आहे.
3) सर्व प्राणी, नुसते मानव नव्हे तर सर्वच जन महत्वाचे आहेत. आनी गीते मधे वर्ण जन्माने नही तर कर्म आनी गुणाने ठरत असते, ऐसे संगीतले आहे, आनी सर्व वर्ण हे नेहमी कोणात्याही समाजात आनी देशत नेहमीच असतात आनी सर्व महत्वाचे आहेत. कर्म आनी गुणानुसार वर्ण आहेत, आपन कर्म आनी गुण न बघता एखाद्याला ब्राम्हण म्हणत आसू तर चूक आपली आहे😅 आपन Dr च्या मुलाला आपनच डॉक्टर बोलू तर त्यात आपले अज्ञान आहे, कारण खरया सच्चा ग्रंथ आपल्या पर्यंत येऊ दिले नसतील आनी आपन सुधा त्यासाठी प्रयत्न केले नसावे, अन्यथा आज कोणी अडवनार नाहिये ना ग्रंथ वाचन्यापासुन, किती जन सत्य पाहतील आनी इतराना सुधा संगतील ?? नाव ठेवुन दूर जाने सोप अस्ते. अन्याय सर्व धर्म देशात झलेले अस्तात, आपल्याला वाटते, आपणच एकटे आहोत, हे फुट पाडनारे मुद्दाम फुट पाड़तात.
जय श्री कृष्णा 🚩🙏
Good job Priya 👍🏻💯
Kar ki mag ti hya sobat lagna
Basa mag dogha bidya funkat
जर मनुस्मृती मध्ये काही गोष्टी चुकीच्या लिहल्या असतील तर कुराण बायबल वाचा मग कळेल. पण त्यांना हाथ लावायची कुणाची हिम्मत नाही. बाकी एखाद्याला ते विचार नसतील पटत तर ते वाचू नका, जाळण्याची गरज नाही.
@@leftwingnetwork का रे फाटती का?
@@leftwingnetwork बोच्या मग आमच्या धर्माची पुस्तके जाळताना गांडीत किडे येतात का? पटत नसेल तर वाचू नको नाहीतर जो आवडेल तो धर्म स्वीकार कर. कायद्याने परवानगी आहे.