Did Sanskrit originated in India? । INDIAN LANGUAGES । INDIAN HISTORY

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  • Опубликовано: 21 ноя 2024

Комментарии • 1,9 тыс.

  • @himmsingz
    @himmsingz Год назад +28

    The language used in the oldest religious tracts of Zoroastrians was known as Avestan. It is so close to Rig Vedic Sanskrit that contemporary scholars who need to learn Avestan have to learn Sanskrit first.

    • @gangadharhiremath7306
      @gangadharhiremath7306 4 месяца назад +5

      Yes,the relationship of ppl who wrote Rigveda and Avestha need to be probed.The linguistic roots should be probed.I believe not much is done in this regard.

  • @raghuveersain4813
    @raghuveersain4813 5 месяцев назад +6

    प्रो. राम पुनियायनी जी आपका अध्ययन विश्लेषण सटीक v सच है पर कई लोगों को हजम नही होगा।

  • @shailendrasoni6527
    @shailendrasoni6527 2 года назад +20

    इनका मानना यह है कि देश का इतिहास इनके पैदा होने के बाद शुरू हुआ है , देश के प्रति इनका उद्देश्य दुराग्रह और भ्रामक पूर्ण होता है ।

  • @taj-ulislam6902
    @taj-ulislam6902 4 месяца назад +3

    Ram Punyani is very rational and very scholarly. Great respect to Ram Punyani. Thanks for sharing your knowledge with us. True unbiased enlightenment!

  • @geetmeetsangeet2169
    @geetmeetsangeet2169 2 года назад +82

    Foolish and prejudice discussion, now English is being present in India so it means English went England from India ? If not, Sanskrit also originated in India and spread all over world.

    • @Trash-hc5uk
      @Trash-hc5uk 2 года назад +1

      Lmao how?

    • @watchfulmind9415
      @watchfulmind9415 2 года назад +1

      I agree.

    • @abhinavchauhan7864
      @abhinavchauhan7864 2 года назад +6

      Spread all over the world? Where has Sanskrit been found outside India?

    • @geetmeetsangeet2169
      @geetmeetsangeet2169 2 года назад +2

      @@abhinavchauhan7864If u r a linguistic you have to accept that Sanskrit words are in so many world languages. For example- पथ- path, त्रि- three, etc. Sanskrit is also being taught in all leading universities. Sanskrit related proofs r found in Russia, Arab, Iran, Afghanistan, Malaysia etc.

    • @54rishi
      @54rishi 2 года назад +5

      Pali script ka to rock inscription milta hai.sanskrit itni hi purani thi to uska koi evidence q nahi mila paali se pahle

  • @SiyaRamMaurya-h4e
    @SiyaRamMaurya-h4e 4 месяца назад +7

    डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद सिंह जो भाषा विद और इतिहास लेखक भी है। उनके अनुसार संस्कृत भाषा की उत्पत्ति आठवी शताब्दीसे होती है और सारे संस्कृत ग्रंथ सल्तनत काल से लेकर मुगल काल तक लिखे गए ।

  • @cliffhanger9232
    @cliffhanger9232 2 года назад +46

    सबसे बड़ा तर्क ये है कि जो स्थान किसी भाषा का उद्गम स्थान होता है, वहाँ उस भाषा का लिटरेचर और व्यकरण सर्वाधिक मात्रा में दिखता है। सीरिया से कितने ग्रंथ व साहित्य आपको संस्कृत में मिले?

    • @uncensoredhealth1453
      @uncensoredhealth1453 2 года назад +8

      Bhansa samay k saath pararup bdlti hai ...old persian bhaut similer hai sanskrit se and rigveda mostly match krta hai avesta book se

    • @madhavshrivastava8521
      @madhavshrivastava8521 Год назад

      @@uncensoredhealth1453 संस्कृत के श्लोक सुनने से कानों में शीशा पिघलाकर डालने का विधान नहीं था बल्कि झूठी बातें सुनाकर या सुनकर प्रवाद फैलाने वालों को ऐसा दंडित किया जाता था। किन्तु बाद में कठोर होने के कारण बंद कर दिया गया था।
      भाषा के जन्म के संबंध में भाषा शास्त्रियों के विचार हैं कि उसके जन्म की अलग अलग स्थानों में अलग अलग प्रक्रिया घटित हुई है। भाषा धीरे धीरे विकसित हुई है। मनुष्य यायावर प्रकृति का होने के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान आता जाता रहा है। इस कारण भाषा विकसित होने की प्रक्रिया की अवधि में भी आपस में स्वीकार्य होती रही है इसलिए यह मानना कठिन है कि भाषा पर किसी एक वर्ग का अधिकार रहा है किसी भी भाषा पर सबका अधिकार रहा है।यह बात अलग है कि कुछ को वह भाषा शीघ्र समझ में आयी तो किसी को देर में इस कारण किसी ने निपुणता प्राप्त कर ली तो कोई आधा अधूरा ही रह कर काम चलाता रहा। इतना निश्चित है कि जिस भाषा ने जिस स्थान पर पूर्णता प्राप्त की वह वहां की मान ली गयी। मनुष्य की सहयात्री होने के कारण बहुत से शब्द एक दूसरी भाषा में समान अर्थों में मिलते जुलते हैं। इस प्रकार से विचार किया जावे तो संस्कृत भाषा भारत में ही संस्कारित होकर विकसित हुई। इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि संस्कृत साहित्य भारत में ही उपलब्ध है। संस्कृत के ज्ञाता भी यही हैं। पाणिनी जैसे व्याकरणाचार्य भी यही हुए हैं। संस्कृत भाषा भारत की ही है ऐसा मानना ही तर्कसंगत है। वैसे तो कुछ भी कहते रहें कुछ लोगों की प्रकृति ही ऐसी होती है

    • @ramveersingh3844
      @ramveersingh3844 Год назад +1

      Bhai jalebi bna k chale gye

    • @GyanGazm
      @GyanGazm Год назад

      @@uncensoredhealth1453 रामायण महाभारत में घोड़ों का बार बार ज़िक्र है परन्तु आश्चर्य की बात ये है कि भारत में नैसर्गिक रूप में घोडे न्ही पाये जाते. उन्हे हमेशा से आयात किया जाता रहा है मध्य एशिया से जहा घोड़े उनके जीवन का बहोत बडा हिस्सा है. घोडे भारतीय वातावरण मे प्रजनन करणे मे समर्थ है ही नहीं. हो सकता है की रामायण भारत में हुआ ही नहीं.

    • @yashvantB
      @yashvantB Год назад +4

      Bharat me har jagah ki apni bhasha hai, Sanskrit kis jagah se hai?

  • @dikshant3572
    @dikshant3572 2 года назад +26

    ये चर्चा सबसे कमजोर चर्चा लगी है सर। क्योंकि इतने बड़े विषय पर चर्चा के दोरान न तो किसी ऐतिहासिक व पुरातात्विक प्रमाण पर कोई चर्चा नहीं की गयी। इसलिए चर्चा पूरी तरह से नीरस लगी व अप्रमाणिक भी

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад +1

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

    • @maheshpsoni2222
      @maheshpsoni2222 9 месяцев назад

      वास्तव में ये फर्जी इतिहासकार है. मैंने आज तक इस आदमी को किसी भी तथ्य, इतिहास के प्रकरण आदि को मूल भारत का या भारत के मानते हुए नहीं देखा.

  • @sahilendratripathi2320
    @sahilendratripathi2320 Год назад +5

    इंडिया आपके सर्वज्ञ प्रोफ़ेसर है जो सारे विषयों की जानकारी बिहार से लेकर भाषाविज्ञान सब इनके कदमों में new chawal hai आप जैसा प्रोफेसर और इतिहास का जानकार संसार में दूसरा कोई नहीं

  • @rabendrasingh2873
    @rabendrasingh2873 2 года назад +115

    किंतु sir
    यदि संस्कृत बाहर से आई तो वहा कुछ लोग संस्कृत बोलने वाले वर्तमान में वहा पर क्यों नहीं है।

    • @tapoodas
      @tapoodas 2 года назад +36

      संस्कृत भारत से वहाँ गया है, न की वहां से भारत आया है। ये इतिहासकार एक प्रोपगंडा चला रहे हैं।

    • @aggupta1636
      @aggupta1636 2 года назад +21

      Science journey dekhe sab clear ho jayega

    • @AnkitSharma-ou3fe
      @AnkitSharma-ou3fe 2 года назад +30

      इस चैनल पर मैंने कई वीडियो देखी हैं लेकिन हर बार हर वीडियो में जानकारी लेकर ये दोनों ही आते हैं, और हर वीडियो में ब्राह्मणवाद और सनातन के विरुद्ध ही बोलते हैं

    • @basudevmallick2371
      @basudevmallick2371 2 года назад +11

      Pahli baar maine yeh channel ko dekha aur wohi feel kiya jo aapne kiya. Anti-sanatan, anti-BJP. It was not an intellectual but a motivated and biased discussion.

    • @ashwanithapliyal4299
      @ashwanithapliyal4299 2 года назад

      Yeh chutiya admi sirf propaganda karta hai

  • @anandgupta6366
    @anandgupta6366 2 года назад +21

    मुकेश तुम सारा कुछ झूठ ही क्यों फैलाते हो क्या कुछ भी सच नहीं तुम्हारे पास बताने को।
    कुछ तो सच बोल लो

    • @rinkurinku5314
      @rinkurinku5314 2 года назад

      Mukesh ji to kewal sach ko hi dikhate hai . Logically agar dekho to .
      Aur agar sach ka samna hum aap nahi karenge to sayad hum apney baccho ko galat hi siksha denge . Jo baccho ke bhawishya ke liye accha nahi hoga .
      Bura mat man na . Agar Dr Puniya ji ke reserch ko nahi man na hai to mat mano . Lekin Aajkal Google bhi hai . Jaha aap puri reserch tassalli se kar sakte hai .
      But Jo reserch karte hai unko follow karna . Kisi politition ko nahi . Politition ko follow karoge to gaddey me hi knowledge jaigi .

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

    • @kbslinen8755
      @kbslinen8755 2 дня назад

      Yeh dono sahab Bharat me jaati vidvesh tatha bhasha vidvesh badhana chahte hai
      Yeh chhip kar alpasankhyko ke dil ko khush karte hain
      Isliye vo hi inke follower hote hai aur inko donations dete hain​@@सदबोध

  • @hemachandrakarkhanis759
    @hemachandrakarkhanis759 Год назад +2

    रशियन भाषा में बहुत खूब शब्द संस्कृत से मिलते है l

  • @dddd-xh7km
    @dddd-xh7km 2 года назад +20

    संस्कृत भाषा भारत में नहीं जन्मी तो क्या सिंधी पुन्यानी के घर पैदा हुई ??

    • @neerjamishra961
      @neerjamishra961 2 года назад +1

      Ve aadha _adhura gyan de rahen hain koee mil gaya na Dhobi Pachhad dene vala tb smjh aayega.

    • @thegoldberg8470
      @thegoldberg8470 2 года назад +1

      @@neerjamishra961 aaja debate kar teri sanskrit 2000 saal purani bhasha hai

    • @sachchidanandpandey3835
      @sachchidanandpandey3835 2 года назад +1

      @@thegoldberg8470 - debates ki zaroorat nahi padegi, tum matra apne kisi khas guru se puchh lena jo gyan vaan ho aur use yeh pata ho ki ved kab , kahan, kisne ,kis lipi aur kis bhasha mein likha hai , ye prashna thoda is channel ke bekoof gyanwaanon se bhi poochh lena,

    • @soulin8520
      @soulin8520 Год назад +1

      Ea puniyani ek cartoon hain

    • @Brutus0012
      @Brutus0012 Год назад +1

      Punyani sahab momin se janm liye hain..

  • @balloondecorationsangola7967
    @balloondecorationsangola7967 Год назад +3

    मतलब मान्यवर कूछ शब्द सीरिया मे मिलने पर संस्कृत भाषा सीरिया की हुई ओर पुरी की पुरी संस्कृत भारत मे होने पर भी यह संस्कृत भारत की नहीं हैं
    इतना ज्यादा ज्ञान मैने कभी नहीं देखा

    • @Saisarkaar-o9g
      @Saisarkaar-o9g 19 дней назад

      Sunskrit muje to bahar ki hii lagti hay jese ki tamilnadu ki lagti hay😂

    • @SonuKumar-gr3id
      @SonuKumar-gr3id 17 дней назад

      @@balloondecorationsangola7967 Aur aapka tark ye hai ki yha ki majority Sanskrit nhi bolti but ye yha ki bhasha hai? Agar yha ki hoti to same language ka slang different hoga different states me. Chuki iss bhasha ko bolne wale ek jagah se aaye the aur bharat ke alag hisso me spread hua jiske karna unka bolne ka tone same hai. Jaise ki tamil nadu log London me basenge to unke tamil bolne ka tarika same hoga.

  • @pradipgangurde4496
    @pradipgangurde4496 2 года назад +50

    प्राकृत+पाली+खरोष्टी=early संस्कृत+modern संस्कृत= देवनागरी लिपी वाली संस्कृत

    • @way2sharif
      @way2sharif 2 года назад +3

      Logical

    • @69bungo
      @69bungo 2 года назад +1

      Correct

    • @sohamshinde7978
      @sohamshinde7978 Год назад +2

      kuch bhi😂😂

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад +1

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

    • @ashokahire1960
      @ashokahire1960 4 месяца назад +3

      प्राकृत से पाली, पाली से संस्कारित , पूर्ण संस्कारित भाषा को संस्कृत भाषा कहते है.
      पाली भाषा की लिपी ब्राह्मी लिपी या धम्म लिपी है, संस्कृत भाषा धम्म लिपी मे लिखी हुई कही भी नही मिलती धम्म लिपी पुरानी लिपी है उसके बाद देवनागरी लिपी आई है देवनागरी लिपी मे संस्कृत का लिखाण हुआ है

  • @bhusampada
    @bhusampada 2 года назад +4

    लोको अयं भारतम् वर्षम्
    यह इतिहासकार महामूर्ख है
    और इस प्रकार की चर्चा करने वाला उससे भी महामूर्ख है

  • @nkmeena1249
    @nkmeena1249 2 года назад +18

    मुकेश जी को इतिहास की जानकारी देने के लिए पुनियानी जी के अलावा कोई दूसरा इतिहासकार नजर नहीं आता है क्या बात है? पुनियानी जी के अलावा और भी तो इतिहास के जानकर होगें!

    • @maheshgoswami8508
      @maheshgoswami8508 2 года назад

      और इतिहासकार होंगे तो सही पर इस तरह का कुतर्की और हरामी इतिहासकार नहीं मिल पाएगा जो भारत की बुराई करता हो और भारत के युवाओं को दिग्भ्रमित करता हो।

    • @AnkitSharma-ou3fe
      @AnkitSharma-ou3fe 2 года назад +2

      मैं आपसे सहमत हूँ इस चैनल पर हर वीडियो में ये दोनों ही आते हैं जैसे ये दोनों हर विषय के महावन विद्वान हैं और हर वीडियो में ये ब्राह्मण विरोधी और सनातन विरोधी बातें करते हैं इनको न जाने कितने आरोप लगाते हैं ये..... ब्राह्मणों को तो ये ऐसे बताते हैं जैसे कि ब्राह्मण अत्याचारी, क्रूर, राक्षस प्रव्रत्ति के हों..

    • @AnkitSharma-ou3fe
      @AnkitSharma-ou3fe 2 года назад +2

      क्योंकि इन दोनों का एक एजेंडा है और वो ये कि.... ये सब को बताना चाहते हैं कि हिन्दू(सनातन) धर्म भारत का नहीं है, संस्कृत भारत मे जन्मी भाषा नहीं है सभी हिन्दू विदेश से आये हैं.... ब्राहम्ण अत्याचारी क्रूर, राक्षस प्रवृत्ति के हैं, ये अपनी प्रत्येक वीडियो में ब्राह्मण विरोधी, सनातन विरोधी बातें करते हैं

    • @sachchidanandpandey3835
      @sachchidanandpandey3835 2 года назад

      @@AnkitSharma-ou3fe क्या करे भाई, भारत हमेशा से दोगलों और गद्दारों से परेशान रहा है, देखते हैं,,,,,, इन मूर्खों को कब यह समझ आएगा कि ये अपने भाई की पीठ में खंजर और अपने पैर में कुल्हाड़ी मार कर जहां की थाली में खा रहे हैं वहीं का बेड़ा गर्क कर रहे हैं

    • @shankersinghsisodiya1270
      @shankersinghsisodiya1270 2 года назад +1

      @@AnkitSharma-ou3fe bilkul inhone hamare rajput ki veerta ko satta ka sangarsh bataya he chii kitna khub bahaya hindu culture language ke liye rajputo ne

  • @meharbansingh5544
    @meharbansingh5544 2 года назад

    Dr Mukesh kumar ji &Prof Ram Punyani ji both of you Sallute

  • @sureshgaikwad1023
    @sureshgaikwad1023 2 года назад +40

    Sir, do please discuss on Pali language 🙏

    • @sonamlama7205
      @sonamlama7205 Год назад +1

      Pali is unique language of 2600 years ago during lord buddha times

    • @mountaineagle1355
      @mountaineagle1355 Год назад +1

      The Pali language was the language of Buddhist religious books, which was prevalent in the eastern regions.Because the oldest languages ​​are Prakrit, whose forms are found differently in different regions of India.For example, Eastern Prakrit, Central Prakrit, Western Prakrit.The way Sanskrit language was created, Pali language was also created in the same way.

    • @HarvinderSingh-yy8th
      @HarvinderSingh-yy8th Год назад

      Pali should be national language of India.

    • @Sidsahu5996
      @Sidsahu5996 10 месяцев назад

      @@HarvinderSingh-yy8th
      Khud ko pali aati nhi hogi

  • @mahendraramteke8207
    @mahendraramteke8207 Год назад +1

    इसका मतलब संस्कृत विदेशी भाषा है यह भरतीय भाषा नही है जो सन्शोधन से पता चलता है अर्थात आर्यन्स जो ब्राम्हण वर्ग से है विदेशी है ये इराण इराक,सिरिया से भारत मे आये अपने साथ संस्कृत भाषा भी लाये और यही बस गये!😢😢😢😢😢😢

  • @adityaprakashjaiswal8775
    @adityaprakashjaiswal8775 2 года назад +4

    ।। संसार में लिखित एवं मौखिक समस्त भाषाओं का सम्मान सभी को करना चाहिए और एक बात तो सबको पता है कि कितने विवाद तो भाषा शैली शब्दावली के कारण हम-सबके साथ अपनी ही मात्र भाषा में अपने ही पारिवारिक सदस्यों के साथ हो जाता है इसलिए भाषा शैली शब्दावली ज्ञान हेतु अध्ययन के लिए उत्तम है किन्तु सार्वजनिक रूप से चर्चा करने से केवल विवादों को छोड़कर और कुछ नहीं मिलेगा।।

    • @vijayprakash8599
      @vijayprakash8599 2 года назад

      श्रेष्ठ विचार।। कुछ पूर्वाग्रही प्रोफेसर अपने दिमाग में भरे हुए नफरत के कीड़े को शांति एवं चतुराई से फैलाते हैं सामंजस्य बनने की जगह नफरत फैले।।

  • @मन्वंतर
    @मन्वंतर 2 года назад +1

    संस्कृत भाषा को धन से ज्यादा महत्त्व दे के सम्हाला उन ब्रम्हणो पे उपहास दर्शक टिका करके चर्चा समाप्त हो गयी...

  • @dadapatole9341
    @dadapatole9341 2 года назад +19

    संस्कृत की लिपी देवनागरी यह तो ५००सौ साल पूर्व की लिखावट हैं। यह सच हैं। इनसें पहले मागधी या पाली थी और उत्खनन में यही सबूत मिल रहे है। यही सच हैं।

    • @RanveerSingh-nd9qt
      @RanveerSingh-nd9qt 2 года назад

      तीन सो साल अँग्रेज़ो ने पहले मुगलो ने राज किया फिर पाँच सो साल पुरानी कैसे हुई देवनागरी क्या मुगलों के राज मे आई हिन्दी

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

  • @kailashpandey6681
    @kailashpandey6681 2 года назад +1

    संसकृत भाषा भारत में जननी और और धीरे धीरे हिंदी भाषा बन गयी

  • @neelamsrivastavaamitabh2565
    @neelamsrivastavaamitabh2565 2 года назад +34

    According to this logic, Tamil must have come to India by Korea, as Koreans too use some Tamil words.
    And English must have gone to Britain by India as Indians use many English words....

    • @tapoodas
      @tapoodas 2 года назад +4

      No, they will not say this as they want to divide indians on basis of language and aryan-dravidan false narrative.

    • @sanskritaursanskriti8787
      @sanskritaursanskriti8787 2 года назад +1

      🤣🤣✔️

    • @saumyagupta9708
      @saumyagupta9708 2 года назад

      Right 😂

    • @Laniakea369
      @Laniakea369 2 года назад +1

      In my opinion, the whole world might have Hindu origin. Many excavations tell us, there are many temples through out the world. Hindus were everywhere.

    • @kalidasa_in
      @kalidasa_in 2 года назад +2

      @@tapoodas Unlike what Fascists may believe, telling lies a thousand times does not make it the truth.

  • @bankeymajhi676
    @bankeymajhi676 Год назад +4

    लेकिन भारत मे संस्कृत बपौती शुरू से ही रही जों आर्यब्रह्मणों ने ही अपनी बंशजों क़े अधिन रखा, अनार्यों क़ो पढ़ना तो मात्र संस्कृत श्लोको क़ो सुनने से कान मे शीशा पिघला कर डाल दिया जाता था, जय भीम नमो बुद्धाय, चले बुद्ध कि ओर, अपने देश क़ो फिर से नवनिर्माण करें, 🙏🚶‍♀️🙏🏃‍♂️🙏🚶‍♂️🙏🏃🙏🚶‍♀️

    • @soulin8520
      @soulin8520 Год назад

      Indians are not descendants of Aryans, says new study
      A new study led by scientists from the Centre for Cellular and Molecular Biology, Hyderabad, says there was no genetic influx 3,500 years ago.

    • @Factsworld-rk18
      @Factsworld-rk18 4 месяца назад

      Jo amjan ki bhasa nhi thi usko bhasa kaise mane am jan ki bhasa prakrarik h or aaj bhi usi se bani Hindi ka istemaal ho raha h

  • @krishnachandra4615
    @krishnachandra4615 2 года назад +29

    अंग्रेजी के शब्द हिन्दुस्तान में आज हैं/इस्तेमाल होते हैं तो क्या आप यह कहेंगे कि अंग्रेजी का उद्भव/उत्पत्ति भारत में/से हुई ।

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад +1

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

    • @herskaur7200
      @herskaur7200 9 месяцев назад +1

      Exactly Sanskrit is used in India but did not originate here but came with Aryans like English is widely used in India today but it originated in England

    • @herskaur7200
      @herskaur7200 9 месяцев назад +1

      ​@@सदबोधPrakrit originated in India exclusively it has nothing to do with Aryan Sanskrit

  • @AJAYVISHWAKARMA-vl6lm
    @AJAYVISHWAKARMA-vl6lm Год назад

    अंत में मुकेश जी, आपका उपसंहार अच्छा रहा!

  • @sharvanshulka2627
    @sharvanshulka2627 2 года назад +10

    पुनियानी साहब बहुत विद्वान व्यक्ति हैं यह जो ठान लेते हैं उसको ही मान लेते हैं।

    • @basudevmallick2371
      @basudevmallick2371 2 года назад

      Punyani ji ke thoda political bias nazar aya. Moreover, inke mat me sanskit ka jahan udgam hua - jaise ye bolte hain syria ya aur kahan - wahan ka tatkalik literature ke bare me unko kuch patta hai ya nehin ? Iss ke upar unhone kuchh bhi suchna tak nahin di.
      He invested a nice portion of his time to indirectly propagate his left camp theory.

    • @GPJhala
      @GPJhala 2 года назад

      Paid pandit👎

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

  • @shailendersingh8001
    @shailendersingh8001 3 месяца назад +1

    Excellent both of u

  • @dr.lakshmanpandey2171
    @dr.lakshmanpandey2171 2 года назад +30

    Then, why did Sanskrit Grammer remained wide-spread in India, where as such Grammer is not seen at those places where our great scholar is pointing as places of origin of Sanskrit.

    • @MrDecember1949
      @MrDecember1949 2 года назад +4

      That has been clearly explained by Puniaji. In its place of origin, Sanskrit was in an initial stage (Prarombhik). But coming to India after the Aryans settled, they started to develop Grammer and ultimately became the most developed linguistic achievement of human civilization.

    • @maheshgoswami8508
      @maheshgoswami8508 2 года назад +11

      Any language fluorishes best where it originated not where it was transported or imported, people take pride in preserving and promoting their own language and culture. At least the script would have been survived in Syria or Central Asia where it is claimed to have originated.
      This clearly indicates that Aryans were original Indians and they spread to different parts of the world carrying their own language and culture.
      See the immense knowledge and philosophy in our Vedas and other scriptures written in Sanskrit are unparalled. At least traces of this knowledge would have been found in Syrian or central Asian cultures not 100% but 20%..
      Don't degrade sanatan, Sanskrit and Bharatvarsha by your pseudo secular agenda

    • @dr.hasanmirza1353
      @dr.hasanmirza1353 2 года назад +7

      It's true sanskrit is not Indian origin....came India through Aryans invasion

    • @deepakvaidya425
      @deepakvaidya425 2 года назад

      Sab ke sab saale mir jaffer hai

    • @deepakvaidya425
      @deepakvaidya425 2 года назад +4

      Yeh Puniyani koi historiyan hai kya? Fir kyuon apana gyan zad raha hai

  • @ramtripathi8751
    @ramtripathi8751 3 месяца назад

    इस तरह की जानकारी ही ज्ञान कहलाती है। आपका शुक्रिया

  • @swamivivekanandmaharaj6451
    @swamivivekanandmaharaj6451 2 года назад +3

    🤔हालांकि मैं एक हिंदूत्व का समर्थक हूं, पर मैं डा. मुकेश से काफी हद तक सहमत हूं.
    आर्य लोग वोल्गा नदी से गंगा तक और नर्मदा से इरान तक फैले हुए थे.🙏

  • @dr.nitibhushansinghchandel133
    @dr.nitibhushansinghchandel133 Год назад +1

    अगर आम जन संस्कृत को लिख पढ़ पाते तो यह नष्ट प्राय नही होती और सब लोगो को ज्ञान होता और भारत कभी आक्रमण कारियो से नही हारता।

  • @jaisinghmeena7486
    @jaisinghmeena7486 2 года назад +29

    मूर्ख न बनाए राम पुनियानी जी हम आपको को जानते हैं की आप वामपंथी विचारधारा और कम्युनिस्ट पार्टियों में आप संलिप्त है और इनसे प्रभावित हैं।
    आप जैसे लोगो ने ही हमारी पुस्तकों को लिखवाया है जिन्हे हम NCERT, CBSE or अन्य सम्मिलित है।
    हम सब लोग आपकी चालाकी जानते है

    • @rakeshkumar-kw2sz
      @rakeshkumar-kw2sz 2 года назад +1

      फिर तो आप भी दक्षिणपंथी हैं, आप ही सही है बिना तर्क मान लिया जाय यह है आपकी इच्छा।

    • @Vande4392
      @Vande4392 7 месяцев назад

      ❤jihadi saley

    • @rajuolakiya3198
      @rajuolakiya3198 6 месяцев назад +3

      Ghochu archology proof se hi itihas jana jata hai naki kalpnik devi devta ki story se,

    • @helpinghands5558
      @helpinghands5558 5 месяцев назад

      अभ्यास क्रम बनाने वाले ज्यादातर मनुवादी है और विद्यार्थियों को ज्यादातर झुठा इतिहास पढ़ाया जा रहा है।एक उदाहरण के तौर पर देखेंगे अंग्रेजोंसे लडी झलकारी बाई को या बिरसा मुंडा को दिखाया नहीं जाता लेकीन एक जाती विशेष के लोगोंका ही महीमामंडन किया जाता है। संस्कृत भाषा निश्चित रूप से नौवीं दसवीं सदी में तैयार हुई होगी जब देवनागरी लिपी विकसित हुई। देवनागरी लिपि के बिना संस्कृत लिखना संभव‌ नही है।

    • @AlienBrain-j2y
      @AlienBrain-j2y 5 месяцев назад

      Hann or aap andbhakt😂😂😂

  • @salasargng
    @salasargng 2 года назад +1

    संस्कृत देवी प्रदत्त भाषा है. मानव के सप्त चक्करों से जब कुंडलिनी चलती है तो विभिन्न प्रकार के शब्द नाद हुए जो कि ध्यान के माध्यम से प्रकाशित हुए है उन्हें ही बीज शब्द कहा गया है . उन्हीं शब्दों की वैखरी से भाषा संस्कृत बनी है. भारत ही उद्यान है अनेक भाषा का.

  • @ranvirsingh789
    @ranvirsingh789 2 года назад +3

    आदरणीय पुनियानी जी.. यदि संस्कृत का उद्गम जहाँ से भी हुआ बजाय भारत के तो वहाँ संस्कृत बोलने वाले अवश्य होने चाहिए..और कुछ साहित्य भी..छुटपुट शब्द मिले तो कैसे कह सकते हैं कि वह क्षेत्र उस अमुक भाषा का उद्गम स्रोत है .. जबकि पूरा वांगमय भारत में उपलब्ध है निःसंदेह इनका सृजन बाद में हुआ.. हमें क़्या बिना पूर्वाग्रहों के इस बारे जानना नहीं चाहिए..?

    • @satyamstark1124
      @satyamstark1124 Год назад

      बोध धर्म की शुरुवात भारत मे हुई परंतु भारत से ज्यादा संकेत बोध धर्म के आपको जापान या मलेशिया मे मिलेंगे।

    • @ranvirsingh789
      @ranvirsingh789 Год назад +1

      @@satyamstark1124 जापान में हिन्दू धर्म से जुड़े देवी देवताओं को मानने और उनकी पूजा पाठ करने की बात भी देखी जा सकती है.. इससे क़्या यह कहा जा सकता है यह धर्म जापानी ईजाद है..?संस्कृत का उद्गम अन्यत्र होने के कुछ प्रमाण भी होने चाहिए..!! जहां भारत में संस्कृत के प्रति विकर्षण मुखरित हैं तहाँ विदेशों में इस भाषा के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है.. आश्चर्य और चिंता की बात यह है उद्गम के स्थान में विद्वेष के चलते एक निरपेक्ष भाव का निरादर कर कहीं हम अपनी राष्ट्रीय थाती से विपन्न न हों जाएं..!!

  • @manavta4936
    @manavta4936 2 месяца назад +2

    👌

  • @nkmeena1249
    @nkmeena1249 2 года назад +15

    पुनियानी जी हमेशा सनातन वैदिक आर्य हिन्दू धर्म के विरोध में बोलते आये है, इनकी बात को प्रमाणिक नहीं माना जा सकता

    • @inderdev9977
      @inderdev9977 2 года назад +2

      ये महोदय सर्वत्र मेरा मानना है , मुझे लगता है प्रयोग करते हैं
      इनका कथन वितण्डा वाद से अधिक कुछ नहीं है

    • @abhilashaghanote4400
      @abhilashaghanote4400 2 года назад +1

      Perfect, hardam vedic sanskriti ke विरोध me bolate hai , ye series par ban lage

    • @abhilashaghanote4400
      @abhilashaghanote4400 2 года назад

      Proper research nahi hai inaka kuch galat msg convey ho rahe hai ye series ke माध्यम se

    • @AnkitSharma-ou3fe
      @AnkitSharma-ou3fe 2 года назад

      मैं आपसे सहमत हूँ इस चैनल पर हर वीडियो में ये दोनों ही आते हैं जैसे ये दोनों हर विषय के महावन विद्वान हैं और हर वीडियो में ये ब्राह्मण विरोधी और सनातन विरोधी बातें करते हैं इनको न जाने कितने आरोप लगाते हैं ये..... ब्राह्मणों को तो ये ऐसे बताते हैं जैसे कि ब्राह्मण अत्याचारी, क्रूर, राक्षस प्रव्रत्ति के हों..

  • @veer4176
    @veer4176 2 года назад

    Hmm truth is really bitter

  • @Shrie
    @Shrie 2 года назад +15

    topic koi bhi ho bramhan ko gali dena zaruri hai.

    • @Delhiislam
      @Delhiislam 2 года назад +1

      🤣🤣🤣 jee bilkul kyu ki desh barbaad karne me Bahut hath he 👈 Brhamano kaaa
      Shree Kant Thoda Science Journey bhi Jaya karo

    • @Shrie
      @Shrie 2 года назад

      @@Delhiislam ye gyann tune khud ki body ke khaas chhed se nikala hai chutiye.
      bramhan desh ko barbad nahi kar rahe. aarakshan kar raha hai.
      aarakshan walo ko kahi science ache se padha kare hame gyan mat do.

    • @python5827
      @python5827 2 года назад +1

      Bramhano ne loota h isiliye gaali khate h

    • @Shrie
      @Shrie 2 года назад

      @@python5827 chal bhosadake. unone kuch nahi loota hai. loot khsot aur muftkhori tum jaise karate hai.

    • @buddhu3681
      @buddhu3681 2 года назад

      Kyuki brahman ne inki maa ko maa bna diya fir Saadi nahi Kari tu bache gussaye huye hai 😂😂

  • @F.FLoverGamerz691
    @F.FLoverGamerz691 Год назад +1

    पुनिया जी एक पारदर्शी इतिहासकार है.... धन्यवाद 💐

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

  • @sankarbasu8524
    @sankarbasu8524 2 года назад +46

    Sanskrit means reformed. This language was reformed from Prakrit or languages of the common people. Grammar &other modification must have been made in course of time for the purpose of its reach treasure, ie, thoughts of great thinkers of that periods & to preserve the reach culture of that time. But later, some people might have used this language, to exploit others, which is common now in every aspect of life. Thanks.

    • @69bungo
      @69bungo 2 года назад +2

      You are right

    • @adnanadill
      @adnanadill Год назад

      Humans that landed in India by Adam AS (Quran2;38) moved from India after Flood of Noah 11;44 that Drowned the Dwarka and Noah Ship landed in Judy Mountain in Turkey 29;15 and population moved from Indian continent to Middle East / Iraq / Turkey.
      And there again they started their old business of temple and Gold collection and marketing fake gods for easy money.
      *This is because God keeps a room for His love in every heart*
      And those who do not use their wisdom / education, get trapped in fabricated gods and lose their lives and their property and their generation suffer subjugation in following this fake religion and demi Gods…
      Living Example India Brahmins and shuddr and 10,000s of Tons of God in Temples and cloth less, hungry, starving, Mulnivasi the painful history of ancient India.
      And for temple creators it is a cool, effortless, and investment less, risk less, business.
      But for blind followers / andbhakti they get destroyed and get discriminated...
      *Living example India.*
      *So in Iraq and in Turkey temple creators were operating under Azar the father of Ibrahim AS. **19:42**/6:74*
      Who fought them for 100 years and displace them from there and
      they again came to India as Azaryans or Aryans, because of no "Z" in Indian languages
      Back with idea of that Idol marketing business for which they face Noah Flood
      And soon controlled the locals / Mulnivasi and enslaved and subjugated with the magic spell of fake gods and books.
      And you know all....... after that..
      They don’t have any God or any Godly books with them and to cover a lie they create one more lie and the volume of their book went to Container loads of books.

    • @singhawtaar6106
      @singhawtaar6106 Год назад

      Correct 💯%

    • @shahjanhankhan1512
      @shahjanhankhan1512 Год назад

      Sans + krit = re + formed , like re + search संसोधित like re + published संस्करण etc.

    • @godbutcher72
      @godbutcher72 Год назад

      @ARYAN MIZDHA lol 😂 pali aisi kyu lagti hai tumko explain kro thoda

  • @taquiarazvi785
    @taquiarazvi785 Год назад +1

    Very interesting discussion. Thanks for sharing.

  • @hemachandrakarkhanis759
    @hemachandrakarkhanis759 2 года назад +5

    मेडिकल की भाषा भी बहुत क्लिष्ट है , इसलिये की उसमे सर्व शब्द ग्रीक और लॅटिन है.

  • @anantrang7160
    @anantrang7160 2 года назад +2

    अगर ब्राह्मण और संस्कृत सबसे पुरानी है, तो उनको सिंध घाटी की भाषा क्यों नहीं पढ़नी आती? सो सिंध घाटी पहिले है। बाकी बाद में। वैसे भी चित्र लिपि किसी विकसित भाषा से पुरानी होती है।

  • @shraddhanandshukla9206
    @shraddhanandshukla9206 2 года назад +8

    सवाल यह है कि ये व्यर्थ का विवाद क्यों उत्पन्न किया जा रहा है, जो हो रहा है, उसे बदला जा सकता है, संस्कृत को सब को पढ़ाया जा सकता है, गलती सुधारने में कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए।

  • @markandeyadube4720
    @markandeyadube4720 2 года назад +1

    उपयोगी जानकारी

  • @controlledbrain6821
    @controlledbrain6821 2 года назад +37

    तुम्हारा यह चैनल भारत वर्ष को तुच्छ साबित करने में लगा रहता है।।
    इस देश के कुछ लोग महान भारत को नीचा दिखाने में लगे रहते हैं।

    • @lakhanjha7262
      @lakhanjha7262 2 года назад +2

      नाम ही है के है काम झुठा

    • @dayanandnarayandanke4838
      @dayanandnarayandanke4838 2 года назад +2

      Right my brother

    • @uncensoredhealth1453
      @uncensoredhealth1453 2 года назад +1

      Ye desh bhaut mahan tha jbtk ek ghatiya race yha aayi ni thi jisne logo ko caste mai bata logo ko gulam bnaya dharam k naam pe.....logo ko gulam bna k hatiyar nhi uthane diye

    • @jaipalnehra7483
      @jaipalnehra7483 2 года назад +3

      भारत के अतीत में जो कुछ भी महान है उसका ब्राह्मणवाद से कोई वास्ता नहीं है।

  • @xt2364
    @xt2364 2 года назад +2

    भाई भारत भाषा विहीन थी क्या भारतीय भाषाओं से ही जोड़ कर संस्कृत का निर्माण हुआ।और उसकी विस्तार दुनिया मे हुई।आप लोग किसी के विरोध मे अपना स्तर ना गिराए तो ही अच्छा है।

    • @AnkitSharma-ou3fe
      @AnkitSharma-ou3fe 2 года назад +1

      ये लोग अपनी प्रत्येक वीडियो ने ब्राह्मण और सनातन का इतना विरोध कर चुकें हैं कि ये अपना स्तर गिरा चुकें हैं और संस्कृत का को सीरिया में जन्मी भाषा बता रहे हैं.... जैसे भारत मे पहले कुछ भी नहीं था....न संस्कृत, न सनातन न ही सनातनी और न वेद पुराण....इनके अनुसार तो सबकुछ भारत मे विदेश से ही आया है।

  • @malayildas8828
    @malayildas8828 2 года назад +21

    This old man has a prepared answer for anything to bring a biased opinion at all times by habit inherent in him from time he has been appointed as a historian like thapar and their contemporaries.

    • @maheshgoswami8508
      @maheshgoswami8508 2 года назад

      Instead of taking pride in our ages old culture these so called scholars are trying to demoralize our new generation by presenting false proofs and illogical explanations.
      Imagine any language which originates in a place will florish in that place then spread to other parts of the world. If Syria was the epicenter of Sanskrit, there would have been some traces of it in their scripts, scriptures and culture. Compare the same with the profound Vedic philosophy and knowledge where do other countries stand when compared with India.

    • @vivekmalhotra5048
      @vivekmalhotra5048 2 года назад

      ईगलीश की दासता वाले महाशय हिन्दी में उतर दे

    • @maheshgoswami8508
      @maheshgoswami8508 2 года назад

      @@vivekmalhotra5048 महोदय पहली बात तो ये है कि आप अपनी हिंदी की वर्तनी सुधारें और दूसरी बात ये कि दासता भाषा से अधिक विचारों की होती है भाषा तो केवल संप्रेषण का माध्यम है और हम अंग्रेज़ो के द्वारा अपने विचार अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं

  • @ramlakhansingh-h5r
    @ramlakhansingh-h5r Месяц назад +1

    धन्यवाद,यह तो ठीक है कि आर्य और संस्कृत, उत्तर पश्चिम एशिया/ यूरेशिया से आई है, लेकिन,पाली, प्राकृत... भाषाएं क्या प्राचीन हैं और पहले से ही भारत में विद्यमान थीं, क्या पाली, संस्कृत से प्राचीन भाषा है????😮😮😮😮😮

  • @satyavirshastri9500
    @satyavirshastri9500 2 года назад +3

    इन महाशय जी मूल उद्गम भी बताने का कष्ट करें!

  • @chandrakantpriyadarshi8127
    @chandrakantpriyadarshi8127 4 месяца назад +1

    इंटरनेट पर संस्कृत भाषा की जानकारी ढूंढने लगे तो सबसे पहले ये जानकारी सामने आती है।की संस्कृत एक इंडो ईरान इंडो यूरोप भाषा है।जो ईरान से संबंधित है।संस्कृत के जागतिक समेलन ज्यादातर जर्मनी में होते हैं।कहते हैं संस्कृत आर्यों की भाषा है और जर्मन के लोग खास कर हिटलर खुद को सर्वश्रेष्ठ आर्य कहता था। किंतु बौद्ध धर्म की पाली भाषा शुद्ध भारतीय भाषा समझिजती हैं।जिसे देवनागरी भाषा कहते हैं।भारतीय संविधान में जिन भारतीय शब्दों का उल्लेख है।वे सब पाली भाषा के है।एक भी संस्कृत शब्द नहीं।

  • @treasasamuel4105
    @treasasamuel4105 2 года назад +23

    Sanscrit originated from " Mythini" a common language spoken by the Hebrew, Aramaic and Syrians in the west Asia. Also Sanscrit is connected to " Panini" Persian dialects. Sanscrit is not originated in India.

    • @surendrakaranwal1633
      @surendrakaranwal1633 2 года назад +3

      जितने भी अन्वेषण हुए है पिछले 200सालो मे वो भारत में कई हजार साल पहले हो गय थे ।ऐसा यह लोग बताते हे

    • @sid5288
      @sid5288 2 года назад

      Samuel iska matlab tum khud wahi bhag chuke angrezo ke pheke hui aulad ho😂😂

    • @surajgoud84
      @surajgoud84 2 года назад

      Says by an european thug .

    • @vipinbhat7138
      @vipinbhat7138 2 года назад

      What a bull shit.

    • @sanskritaursanskriti8787
      @sanskritaursanskriti8787 2 года назад +2

      आप research scholar हैं क्या? How did you come to this conclusion?

  • @sadangopaltiwari1760
    @sadangopaltiwari1760 2 года назад +2

    आप लोग प्रत्येक बिषय कि कमी का दोष
    ब्राह्मण समाज को लज्जित /दोष देने का प्रयास
    करते हो ब्राह्मण त्याग व समर्पण एवं अपना ज्ञान मानव समाज के उत्थान के लिए समर्पित रहा भारतीय संस्कृति व सनातनी परम्परा का रक्षक रहा अब क्ई दशकों से ब्राह्मण को बिदेशी
    साबित करने का प्रयास किया जा रहा है

  • @satishmishra1565
    @satishmishra1565 2 года назад +21

    "असत्य हिंदी " लगे रहिए ।

  • @mahmudalam7167
    @mahmudalam7167 2 года назад +1

    Very. Pertinent topic to be discussed,at the. Present time.

  • @samueljones621
    @samueljones621 2 года назад +5

    India & China are the Highest population Density regions for Humans, from Day 1 of Humanity. There is no way other regions of the planet can compete with India & China's capacity to produce migrants that settled the planet - from Europe, Central Asia, North Africa, Middle East to Korea, Thailand, Malaysia, Japan, North & South America. This is the power of India, China, who acted as the Population Engines for Mankind. This is why most humans on planet are Asian, including Europeans.

  • @shivkumarmohite4672
    @shivkumarmohite4672 Год назад +1

    संस्कृत कितनी पुरानी है, ठीक से नहीं बताया गया. सिंधु घाटी से प्राप्त शिलालेखों को अब तक पढा नहीं जा सका. जाहिर है उस समय संस्कृत नहीं था. वैसे ही सम्राट अशोक के जमाने में भी संस्कृत नहीं था. इसी तरह देखते चले आये तो आज जैसा है संस्कृत केवल 600 साल पहले ही फला फूला था.

  • @bachanlal003
    @bachanlal003 2 года назад +8

    ऋगवेद वेद की संस्कृत को पुनयानी साहब 1500 वर्ष की बता रहे हैं जो हास्यप्रद है जब कि हिंदू संवत 2079 चल रहा है वेद करोड़ो वर्ष पहले से है

    • @abhinayrangari9693
      @abhinayrangari9693 2 года назад

      1500 BC mane 3500 saal pahle ache se video dekho.

    • @RajendraSingh-xf5om
      @RajendraSingh-xf5om 2 года назад +2

      डायनासोर के समय भी वेद होंगे?

    • @abhinayrangari9693
      @abhinayrangari9693 2 года назад

      @@RajendraSingh-xf5om le li ache se

    • @Factsworld-rk18
      @Factsworld-rk18 4 месяца назад

      ​@@RajendraSingh-xf5omto dianishore bhi to baat karte honge wo isi bhasa me baat karte the sankrit bhasa unhi ne banai hogi😂😂😂

  • @AnishBhattacharya-o5l
    @AnishBhattacharya-o5l 2 месяца назад +2

    Sanskrit is Indo-European language...it means it is an European language...very simple...any language that belongs to Indo-European language group is European language...

  • @MukeshKumar-xy5jr
    @MukeshKumar-xy5jr 2 года назад +6

    इतिहास के सत्यता को पूरी तरह से जानना मुश्किल है। लेकिन संस्कृत के बारे में जो बताया जा रहा है वह मुझे छोटी मानसिकता नजर आ रहा है। क्योंकि संस्कृत का प्रयोग वेद में हुआ है जो अति प्राचीन है। फिर संस्कृत की लिपि देवनागरी है जिसका प्रयोग हिन्दी के साथ साथ कुछ और भाषा में होता है।

    • @ach1328
      @ach1328 2 года назад

      Bhai sahab..
      Devanagari bhasha me kab se likna suru kiya bataiye

  • @shamshadalamkhan9494
    @shamshadalamkhan9494 Год назад

    great job by mukesh ji and ram ji for dis knowledge.

  • @balamanju1468
    @balamanju1468 2 года назад +8

    श्री मान जी किसी भी बात को तथ्यों के साथ प्रस्तुत करें अधूरा ज्ञान ठीक नहीं है

    • @abhaysharma3709
      @abhaysharma3709 2 года назад

      आप अपना ज्ञान देने का कस्ट करंगे श्री मण जी

  • @jaikumarsaini
    @jaikumarsaini 5 дней назад

    अर्थात पहले पश्चिम दिशा से यहां संस्कृत भाषा पहुंचाई गई और साथ में वैदिक धर्म । फिर जब संस्कृत यहां के लोग सीख गए तो उन लोगों ने अपने लिए दूसरी भाषाएं बना ली और कई दूसरे धर्म भी,,,, और फिर यहां की संपति को लूटने और दूसरे धर्मो के विस्तार के लिए यहां लगातार हमले किए गए । वाह, क्या गजब का ज्ञान है

  • @timetochange3762
    @timetochange3762 2 года назад +6

    One day Ramji might discover Latin and Greek are spread from India!

    • @ivarhakuse8572
      @ivarhakuse8572 2 года назад

      Well he’d better hurry up, at the rate with which he’s going and the rate at which his age is going he’s fast running out of time ⌛️.

    • @shahidachoudhury6925
      @shahidachoudhury6925 Год назад

      The problem is how the Indian failed to took their black skin and become white 👉🏻.

    • @soulin8520
      @soulin8520 Год назад

      Indians are not descendants of Aryans, says new study
      A new study led by scientists from the Centre for Cellular and Molecular Biology, Hyderabad, says there was no genetic influx 3,500 years ago.

  • @yank3656
    @yank3656 2 года назад

    thanks for sharing Satya Hindi सत्य हिन्दी ...

  • @sanskritvatika4337
    @sanskritvatika4337 2 года назад +9

    संस्कृत के शब्द पूरे विश्व में मिलते हैं, जिससे यह सिद्ध होता है संस्कृत का आदि स्थान भारत ही रहा है,
    आपका का नाम राम पुनिया है , यदि आप इतिहास के इतने ही मर्मज्ञ हैं तो कृपया श्री राम का समय और सीरिया शासन का समय पर टिप्पणी कीजिए

    • @indgamer9328
      @indgamer9328 2 года назад

      मुझे लगता है कि ये वामपंथी विचारधारा से कथित इतिहास के ज्ञानी है जो ये सिद्ध करने की असफल प्रयास करने में तूली है जिससे हम अपने सनातन संस्कृति पर गौरव न कर सके।
      आप मान रहे हैं कि संस्कृत भाषा बाहर से आया है,, उस कोई मान न करे तो फिर आप उसे बाहर आया ऐसा सिद्ध करने पर क्यों तुले हुए हैं????

  • @Falaah_Gulbarga_Shareef
    @Falaah_Gulbarga_Shareef Год назад

    Thank for this information.

  • @madhavnadkarni9405
    @madhavnadkarni9405 2 года назад +19

    It is unfair to call Sanskrit a dead language though not spoken or used today. It is actively studied in various universities all around the world.

    • @uncensoredhealth1453
      @uncensoredhealth1453 2 года назад +3

      Yes like every other old language

    • @Critic224
      @Critic224 2 года назад +3

      I agree!
      But it is a fact that Sanskrit is not really used on day to day basis!
      I think this is because for a long time, the ruling Or priestly class kept Sanskrit away from the masses! Which took it away from day to day use!
      Language thrives when it is used!
      Sir I apologize in advance if I have caused any offense but I wrote what I thought.

    • @sureshbhatia9408
      @sureshbhatia9408 2 года назад +2

      @@Critic224 absolutely right.
      I think there are more fans of Sanskrit in Germany than in India.

    • @ਕੁਦਰਤਹੀਰੱਬਹੈ
      @ਕੁਦਰਤਹੀਰੱਬਹੈ 2 года назад

      हरिआणे के अधिकांश छात्र सूबे की दूसरी सरकारी भाषा पंजाबी पढ़ना चाहते हैं पर इसके स्थान पर उन्हें संस्कृत धक्के से पढ़ाई जा रही है।

    • @uncensoredhealth1453
      @uncensoredhealth1453 2 года назад +1

      @@ਕੁਦਰਤਹੀਰੱਬਹੈ bhai punjabi sikh k or 20000-30000 singer paida hojayenge gun drugs hawabazi pe gaane bnayenge.....btao aap hi kya kre

  • @chandrashekharholla787
    @chandrashekharholla787 2 года назад

    Fine. Good attempt. Thanks.

  • @sanskritaursanskriti8787
    @sanskritaursanskriti8787 2 года назад +38

    इस चैनल का नाम "असत्य हिंदी" होना चाहिए

    • @bhupinderssood4004
      @bhupinderssood4004 2 года назад +2

      सत्य को नकारना ही तथा कथित ‘विश्व गुरु’ के तिरोहित होने का कारण है !

    • @shankersinghsisodiya1270
      @shankersinghsisodiya1270 2 года назад +1

      Yes kyunki ye ek vichardhara wala channal he

    • @rajuolakiya3198
      @rajuolakiya3198 6 месяцев назад +2

      Sach always kadva hota hai

    • @AlienBrain-j2y
      @AlienBrain-j2y 5 месяцев назад

      बोगजकोई अभिलेख.. टर्की... इस अभिलेख मे वेदो के देवता के नाम मिलते है...

  • @ramadharray8153
    @ramadharray8153 2 года назад +2

    Ap dono महापुरुष ek अपने आप को हीन भावना बीमारी से ग्रसित हैं

  • @thekingsschool3600
    @thekingsschool3600 2 года назад +11

    Nobody knows this professor....only the anchor is in love with this professor

  • @ShrirajKesariya
    @ShrirajKesariya 4 месяца назад +1

    संस्कृत बाहर की भाषा है इसी लिए कुछ खास जातियों के सिवा कोई संस्कृत नहीं जानता है

  • @Yajna007
    @Yajna007 2 года назад +6

    5:06 Turkey at that time (approximately 3800 years ago) was known as Anatolia. Lydia was a region inside that Anatolian peninsula.

    • @Yajna007
      @Yajna007 2 года назад +3

      Hatti city was the capital City of the Hittite Empire.
      Hittite Empire was the neighborhood realm of the Mitanni Empire.

    • @Yajna007
      @Yajna007 2 года назад +1

      Mitanni Empire was a neighbouring kingdom
      ealm of the Hittite Empire.

    • @Yajna007
      @Yajna007 2 года назад

      Anatolian plateau.

    • @soheil527
      @soheil527 2 года назад +2

      the word 'hindu' and 'india" was given by greeks and persians and modern day turks are intermarried into the older byzantine,greek and anatolian stock. they share nearly 50% similar DNA

    • @Yajna007
      @Yajna007 2 года назад +4

      @@soheil527 Turks have a wide variety of ethnicities {and some of those (many of those) ethnicities are *often* poles apart}.
      Turkish citizens living in the Anatolian plateau {in present-day country named as Turkey} are *completely different* from the Turkic tribes such as Uzbeki and Kyrgyz and Uyghur and Turkmen and Kazakh etc·.

  • @ravishankarkushawaha2618
    @ravishankarkushawaha2618 4 месяца назад

    तर्क के आधार पर आप कि बात में सच्चाई है

  • @saritapattanshetti5514
    @saritapattanshetti5514 2 года назад +30

    As we observe Pali it is clearly evident that Sanskrit has been derived from processing Pali.for example,Pali word is Dhamma & Sanskrit word is Dharm,Pali word is kamma & Sanskrit word is Karm,Pali word is dabb & Sanskrit word is sarva.Lot many examples can be shown

    • @surajgoud84
      @surajgoud84 2 года назад

      & u gave birth to ur parents .

    • @ajitbrahmadande703
      @ajitbrahmadande703 2 года назад +1

      केवल शब्दों से हम उगम नहीं बता सकते

    • @VikasSharma-xz2pu
      @VikasSharma-xz2pu 2 года назад +6

      Silly! Pali and Prakrit have been derived from Sanskrit

    • @suhas4318
      @suhas4318 2 года назад +5

      @@VikasSharma-xz2pu संस्कृत” शब्द का अर्थ है संस्कार की गयी अर्थात परिमार्जित(सुधारी हुई भाषा). पाकृत भाषा का अर्थ होता " नैसर्गिक भाषा "
      प्राकृत / पाली से ही संकृत का उद्गम हुआ है। कोई भी वस्तु हो या भाषा समय के साथ इंप्रूव होती है ना की उसका विकृति करन होता।

    • @VikasSharma-xz2pu
      @VikasSharma-xz2pu 2 года назад +1

      @@suhas4318 जी नहीं। यह सत्य से परे है। संस्कृत देवभाषा है और देवलोक से मनुष्यों को प्राप्त हुई है। अपौरुषेय वेदों का प्रादुर्भाव भी संस्कृत में ही हुआ था। बाद में अपभ्रष्ट होकर बहुत सी प्राकृत भाषाएँ बन गयीं। प्राकृत एक नहीं अनेक हैं और सबका मूल संस्कृत ही है। यदि आप प्राचीन सभी प्राकृत भाषाओं को देखें तो आप पाएँगे कि वहाँ संस्कृत के ही शब्द भिन्न-भिन्न रूपों में पाए जाते हैं।

  • @prashantsatyarthi2199
    @prashantsatyarthi2199 10 месяцев назад

    Well said!

  • @peoplesnetwork4172
    @peoplesnetwork4172 2 года назад +18

    ऋग्वेद कितनी पुरानी है ये unesco मे बताया गया है जो bhandarkar ने भेजी थी वो 1664 AD की ही है मतलब ऋग्वेद ही मुगल काल मे लिखी गई थी

    • @rahulchandra2164
      @rahulchandra2164 2 года назад +1

      Sach mat bol, Saale.

    • @peoplesnetwork4172
      @peoplesnetwork4172 2 года назад

      @@rahulchandra2164 🤐🤐🤐🤐

    • @dayanandnarayandanke4838
      @dayanandnarayandanke4838 2 года назад

      Wha kya bat hi !!!
      MUGAL suskrut bol the ???

    • @rahulchandra2164
      @rahulchandra2164 2 года назад

      @@peoplesnetwork4172 He He

    • @peoplesnetwork4172
      @peoplesnetwork4172 2 года назад

      @@dayanandnarayandanke4838 😂😂हा पर albruni बोलता था जो एक Scholar था उसने किताबे भी लिखी जो sankrit से अरबी और अरबी से sanskrit मे
      Translate करता था.
      रही बात वेद की तो वो स्वयं घोषित ब्राह्मण ने mughal के time लिखी

  • @smitak5579
    @smitak5579 4 месяца назад +1

    Sanskrit is refined Prakrit

  • @muslehuddinakhilshahi7429
    @muslehuddinakhilshahi7429 2 года назад +6

    There a number of words common to Sanskrit and Persian and these are Indo Euro pean indeed

  • @gardenbyneelam
    @gardenbyneelam Год назад

    Mukesh ji app great ho... Bharat ko jooth se azad karne ke liye apka paryas great hai

  • @sreejithsharmila
    @sreejithsharmila 2 года назад +13

    Tamil is Indian language and they r the real original people of India. Tamil accepts everyone.

    • @DipakBose-bq1vv
      @DipakBose-bq1vv Год назад +1

      No body can understand Tamil.

    • @sreejithsharmila
      @sreejithsharmila Год назад

      srilanka, malaysia, singapore etc the 2nd official language is tamil@@DipakBose-bq1vv

    • @ravi-gx2qc2qz4r
      @ravi-gx2qc2qz4r Месяц назад

      Tamil is for Tamil Nadu,
      There are also Kannada, Telugu and Malayalam languages which are indigenous to India

    • @sreejithsharmila
      @sreejithsharmila Месяц назад

      @@ravi-gx2qc2qz4r yes and the fact is these languages originated from tamil.

    • @ravi-gx2qc2qz4r
      @ravi-gx2qc2qz4r Месяц назад

      @@sreejithsharmila No,
      Tamil,Telugu, Kannada and Malayalam are sister languages.

  • @rahmanalamrahmanalam7066
    @rahmanalamrahmanalam7066 Год назад +1

    भारत का पहला संस्कृत लेख जूनागढ़ है जो शक् राजा रुद्रामन ने बनवाया जो 130 से 50 ईस्वी पूर्व था । जो की कर्ध्मक शखा का था जो की सिथिया से आए ईरान के पास से तो संस्कृत भरतीय कैसे हो सकती है भारत मे ये आर्य कहलाये।

  • @ashavijayalakshmi2284
    @ashavijayalakshmi2284 2 года назад +4

    next research will be " did mahatma gandhi really born in india ?

  • @fanishmundhra3529
    @fanishmundhra3529 2 года назад +2

    राम पुनियानी जी प्रीजुडाइस है।या डरपोक है।
    संस्कृत आर्यो की भाषा नही है ।
    यह भाषा चीनी आक्रांताओ द्वारा स्थानिय लोगो को समझ मे ना आ सके इसलिए पाली प्राकृत भाषा को संस्कारित कर शक(शीथीयन) विद्वान पाणिनी ने बनाई है।
    संस्कृत दूसरी सदी की भाषा है।
    यह महाराज स्पष्ट जानकारी देने की जगह ब्रह्मज्ञान पिलाने लगते है।
    मुद्दे पर बोलने की जगह दाऐं बाऐं ज्यादा करते है।
    ये लोग चीनी आक्रांताओ को आर्य सिद्ध करने पर तुले है।

  • @anshu0446
    @anshu0446 2 года назад +3

    @मुकेश कुमार जी आपके पास इतिहासकार के नाम पे बस एक ही इन्सान जो , या सिर्फ यही है जो आपके एजेंडा पे फिट होते है

    • @Jay-qu4ps
      @Jay-qu4ps Год назад

      😂😂 ye ithaskar hai ya uphaaskar 😁 pata nahi pakistan se history padhi hai in dono ne

  • @SIDHUKANHUADIVASI
    @SIDHUKANHUADIVASI Год назад

    सर, संथाली भाषा का अध्ययन किजीए। बहुत सारे संथाली शब्द मिलेगा जो संस्कृत भाषा में मिलेगा। जैसे -
    गो - गाय या मां
    गोड़ा - ( गो+ ओड़ा) गाय का घर
    गोयठा - ( गो + आयठा ) सुखा गोबर
    गोती - गाय देखभाल करने वाले
    गोपी - गाय देखभाल करना
    गोतोम - घी
    गोरीच - गोबोर
    गोताव - किसि दुसरे को गाय देखभाल हेतु देना
    गोणंम - वधु पक्ष को शादी में दिया जाने वाला गाय।
    गोट - गाय को मैदान में रखना
    गोट टंडी - सुबह गाय रखने वाला मैदान
    संगत - दोस्त
    अचाक दा: अचमन पानी पिना
    खीर - दुध
    दाहे - दही
    लत - लता
    बाला कुड़ी - लड़की
    आपको बहुत सारे शब्द मिलेंगे।

    • @cbadaik9498
      @cbadaik9498 2 месяца назад

      ये सब कुरमाली, खोरठा, बंगाली, ओड़िया से लिया गया शब्द है।

    • @SIDHUKANHUADIVASI
      @SIDHUKANHUADIVASI 2 месяца назад

      @@cbadaik9498 राहुल संस्कृतायन पढ़ लिजीए।

  • @dr.lakshmanpandey2171
    @dr.lakshmanpandey2171 2 года назад +7

    It is difficult for our great scholars to cone out of "Aryans theory "

    • @tapoodas
      @tapoodas 2 года назад +1

      They don't want to come out..Some of them might get paid for this

    • @soulin8520
      @soulin8520 Год назад

      Indians are not descendants of Aryans, says new study
      A new study led by scientists from the Centre for Cellular and Molecular Biology, Hyderabad, says there was no genetic influx 3,500 years ago.

  • @BalbirSinghBhatia1970
    @BalbirSinghBhatia1970 2 года назад +2

    कौन हैं ये पुनियानी जी जो कि कह रहे हैं कि संस्कृत भाषा को देव भाषा बनाया गया बता रहा है, अरे भाई बनाया गया क्यों संस्कृत भाषा तो पहले से देव भाषा थी सारे ग्रंथ शास्त्र वेद आदि सब संस्कृत में ही लिखे गए थे। मुझे लगता है कि पुनियांनी जी भी "आर्य समाजी बाहर से मतलब यूरेशिया से आए हैं" वाली मानसिकता से ग्रसित हैं 🙏🌹🚩♥️🇮🇳।

  • @ataharhussain9798
    @ataharhussain9798 2 года назад +9

    धोख या षडयंत्र ज्यादा समय तक नहीं चल सकता है !!

    • @सदबोध
      @सदबोध Год назад

      फर्जी इतिहास कार। कुछ भी बोलता रहता है।
      संस्कृत के शब्द तो पुर्तगाली में भी मिलते हैं तो क्या लोग वहां से आये।
      संस्कृत और अवेस्ता की भाषा, व्याकरण आदि एक जैसा ही है।
      जेंद अवेस्ता में जरथुष्ट्र का प्रवचन की भाषा एक जैसा ही है।
      गिनती और हर शब्द एक जैसे हैं। कुछ अअक्षरों का बदल दिया है जैसे स को ह , त को प आदि।
      और तो और शब्दों की विभक्तियां भी संस्कृत जैसी ही है।
      अत पुराने ईरानी शासकों के समय शब्द भारत से ईरान और फिर वहां से सीरिया ईराक ताजिकिस्तान आदि जगह और सिकन्दर के समय ग्रीस और तुर्की तक गये॥
      यह बात नवबौद्ध को पंसद नहीं आयेगी।
      संस्कृत को आज के पाकिस्तान से बिहार पहुंचने में दो हजार साल लगे।
      अत पाली से संस्कृत नहीं आती वरन संस्कृत से प्राकृत और फिर प्राकृत से पाली यानी मगधी आया।
      नमो बुद्धाय।। नमो संस्कृत।। नमो शिवाय।। नमो सनातन।।

  • @parvinsancheti
    @parvinsancheti 9 месяцев назад +1

    :
    1) Sanskrit (7000 years): · Existence: 7000 years. ...
    2) Tamil (5000 years) ...
    3) Kannada (2000 years) ...
    4) Telugu (1500-2000 years) ...
    5) Malayalam (2000 years) ...
    6) Marathi (1500-2000 years) ...
    7) Odia (2000 years) ...
    8) Bengali (1500 years)

    • @navtejlitt7861
      @navtejlitt7861 4 месяца назад +3

      Evidence kha hai ji 7000 saal purani ka

    • @Factsworld-rk18
      @Factsworld-rk18 4 месяца назад +2

      Kuchh bhi agat sanskrit itni pache. Thi to rajao inscription kyu nhi likhwaya Ashok samrat se lekar gupta or harshwardhan sab prakratik likhwa rhe the

    • @prady9680
      @prady9680 2 месяца назад

      उस समय वैदिक धर्म मरणासन्न था अतः कर्मकांड सीमित थे संस्कृत वैसे भी जन भाषा नही थी,बौद्ध धर्म राज धर्म बन गया था और बुद्ध के उपदेश पाली में थे अतः पाली राज भाषा बन गई और शिलालेख उसी में लिखवाए गए ,वैदिक धर्म उनको प्रैक्टिस करने वाले ब्रह्मण और संस्कृत हसिए पर चली गई।

  • @francishembrom3607
    @francishembrom3607 2 года назад +6

    Sanskrit is a language of Saka and its associated tribes... Saka samwant is an official calender of Govt of India. Now, Devnagri script is used for Sanskrit language and depicting Saka samwant calender. Scithians are the associated tribes of Saka tribes. Theses tribes subordinated Indian tribes by assimilating Indian tribes and turning them into Vaisya and Sudra and wherever they found difficulty they specified some Indian tribes into Kshatriya by assimilating into Saka and Scithian culture.
    Aryan word is not associated to any specific tribes or group of people, It is used by a wide range of people to country as Srilankan, Afghanistani, Irani, Indian of North etc
    Aryans is a cultural word used by many ethnicity and religious group of people. They speak many languages and all these languages are different from Sanskrit.

    • @overrealiser9621
      @overrealiser9621 2 года назад

      glad someone talks sense

    • @69bungo
      @69bungo 2 года назад

      You definitely have a point

    • @ivarhakuse8572
      @ivarhakuse8572 2 года назад +1

      @@69bungo Yep, he’s certainly got a point. But it’s like a pencil ✏️ like a 6B even. Their points don’t remain much pointed after they touch paper 📝 either. In fact they sort of become blunt and are great for making some form of impression that no one can quite work out. I had an 8B pencil once. It was very sharp because I never bothered using it. It was last seen around eleven years back. God knows where it is now.

    • @soulin8520
      @soulin8520 Год назад

      Indians are not descendants of Aryans, says new study
      A new study led by scientists from the Centre for Cellular and Molecular Biology, Hyderabad, says there was no genetic influx 3,500 years ago.

    • @francishembrom3607
      @francishembrom3607 Год назад +1

      @@soulin8520 Aryan word is more of cultural part, not of any race. Aryan word believed to be ancient World civilization nothing more. Srilankan, North Indian, Pakistan, Afghanistan, Iran, European etc use this word for their supremacy. Black, brown, yellow and white all kind of people use this word. There is no race kind of elements as Aryans in the racial elements...
      Iran, Irina, Ariana are synonyms of word Aryan. Officially, Iran is only Aryan country in the world.
      Standard races classification are.
      A. Negrito
      B. Caucasoid
      C. Mongoloid
      Further, caucasoid has many sub classification as
      1. Alpine (white)
      2. Nordic (red)
      3. Slav (mix of white-red)
      4. Mediterranean (yellow- brown)
      5.Australoid ( yellow- red-brown)
      Indians and South Asian are descendants of Las 4 and 5.
      Indian black colour is not racial but more of a climatic exchange. One or two generations of development change black colour to brown or yellow.

  • @MohanSingh-pf7vu
    @MohanSingh-pf7vu 2 года назад

    Good news

  • @nikgaikwad2926
    @nikgaikwad2926 2 года назад +5

    Thank very much sir for your beautiful information, pranaam Ram punyani ji 🙏🙏🙏

  • @brijpalbharti2660
    @brijpalbharti2660 2 года назад

    Great.... Keep it up👍

  • @rajendralekhwar4131
    @rajendralekhwar4131 2 года назад +3

    This man looks very biased…
    Because he definitely has seen emergency with first experience, congress’s Sikh’s massacre in Delhi & elsewhere..
    But he looks as if everything in earlier dispensation was perfectly ok
    And so about our legacies & heritages .!

  • @sunrise805
    @sunrise805 9 месяцев назад

    4:45 दोनो अक्ल से 5:47 मंद सज्जन गुड को गोबर करने में सिद्धहस्त हैं। बेसिर पैर के स्टेटमेंट और भारतीय दर्शनों से पूर्णतया अनिभिज्ञ।
    🙏