डा पुनयानी आपने सच तो बताया लेकिन पूरा सच नहीं बता सके... ब्राह्मण धर्म 8 वीं शताब्दी के बाद अस्तित्व में आया है और ये कड़वा सच लोग सहन नहीं कर सकते अगर ब्राह्मण धर्म होता ईसा के पहले तो क्यों ब्राह्मण धर्म का कोई पुरातात्विक सबूत क्यों नहीं मिलते? सारे प्राचीन मंदिर केवल बौद्धों और जैनों के हैं अगर ईमानदारी से खोज की जाए!
अगर ऐसा है तो बूद्धने वेदों को क्यों नकार दिया? तो क्या बौद्ध धर्म 8 शताब्दी के बाद आया है? रही बात ब्राम्हणों कि वर्णव्यवस्था तब भी थी. ऊन्होने ईसका विरोध कभी नही किया. क्योंकि ऊनके पास भी ईसका कोई ईलाज नही था. History को खुद पढों. दुसरोके भरोसे मत रहो. Historical evidence बता दो अगर हिंदूओने बौद्धो के विहार तोडे है तो? लेकिन मै evidence देता हुँ कि बौद्धोने मंदीर को विहार मे convert करने कैसा असफल प्रयास किया है.
Phle koi mandir nhi tha, sirf yagya hote the. Jab baudhon ki mahayan shakha ne budhh ki puja shuru ki or unke mandir banaye. Fir baad me pando ne unhi mandiro par kabza kar liya. Isliye dalit bar bar mandir jata hai or pitta hai kyonki vo mandir dalito ki virasat hai.
Bro mai OBC hu per mai Brahmans ke against nhi hu. Jaisa ki apne kha brahmins 8 century me aay, aapne parsuram ka naam nhi suna kya,khair Chanakya ka nàam toh suna hi hoga. Brahmins se itni tafrat kyu bhai hum sab ek hai hum sab sanatani hai, Rani Laxmi Bai, Mangal panday, peswa yeh sab Brahmins the, please es bare me thoda soche 🙏🙏 Yeh dono brainwasher hai aur kuch nhi.
इतिहास की सच्चाई सच बताकर लोगों को विशेषकर अन्धभक्तों की आँखें खोलने के लिए आप को कोटि कोटि प्रणाम नमामि अभिनन्दन आभार बधाई।नमो बुद्धाय बुध्दमय भारत वर्ष जय संविधान जय भीम जय विज्ञान जयकिसान जय जवान जागो जागो अनधभक्तो
इस पृथ्वी पर, सिर्फ एक ही मूल धर्म हैं। वह है…सनातनिक धर्म। जो अपने कर्म और कर्तव्य से परमात्मा की तथ्यों की खोज में, अध्यात्म और योग के पथ पर, सत्य, अहिंसा और न्याय पर चलते हुए, सारे जीवों की रक्षा करता है। इस तरह युगों.युगों के “वैदिक सनातनी धर्म” का आदि और अंत कहीं नहीं हैं। यह सदा के लिए है। बाकी सब सदियों से जन्मे मजहब, पंथ, कबीले, कौम आदि...महात्माओं, संतों, बाबाओं, गुरुओं, आचार्यों, महापुरुषों के सिर्फ अपने निजी दिमागी सोच से बने हैं, जो अब राजनैतिक सत्ता के लोभ और भूख से ग्रसित, जो अपनी संख्या बड़ाने के लिए सदियों से अभी भी, धोखे से, लालच देकर, भय दिखाकर धर्मांतरण जैसे षड्यंत्र कामों में व्यस्त रहते हैं। और Islam तो इंसानियत छोड़कर, पैशाचिक कुकर्म/दुष्कर्म करते हैं और अल्लाह और इस्लाम का दुश्मन बताकर, अमानवीय और हिंसक तरीकों से, गैर.मुस्लिमों और जीवों पर अत्याचार और उनका हत्या और नाश करते रहते हैं। अब अगले 500 साल हमारे सनातनी भगवा हिंदुओं का है, जिसमे हमें अपने देश भारत को, विश्व.पटल पर, एक स्वच्छ, समृद्ध, वैभवशाली, गौरवशाली, सभ्य, आदर्श और मर्यादा पुरुषोत्तम, श्रीरामजी के “रामराज्य” का एक खुशहाल “हिंदुराष्ट्र” बनाना है। इस प्रयत्न में, देश के संविधान को नहीं मानने वाले, सारें राक्षसों को, अत्यंत तेज और कठोर कानूनों का निर्वाहन पर, आप सब मिलकर, 2024 के चुनाव मे और आगे.आगे भी, भारतीय जनता की सर्वार्थ.प्रगति के लिए, मनसा, वाचा, कर्मणा BJP को विजयी बनाएं। धन्यवाद!!! जय भारत!!!
बहुत धन्यवाद मुकेश जी और राम पुनियानी जी। ब्राह्मणों ने अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए जो नीतियाँ अखत्यार की जिसे ब्राह्मणवाद कहा जाता है वो ब्राह्मणवाद जिस दिन ख़त्म हो जाएगा, अपना देश प्रगति की ओर बड़ी ज़ोर से चल पड़ेगा...!!
भाई यह हिंदुस्तान 🇮🇳🌾के पहले आक्रमणकारी हैं ,जिनको आर्यन कहा जाता था,यह मूलता यूरेशियन के रहने वाले हैं जिनको वहां पर चितवन ब्राह्मण के नाम पहचाना जाता था, यह मूलता यहूदी नस्ल के लोग हैं, इनका डीएनए 99 परसेंट यहूदियों से मिलता है,,,,,🤔
ब्रह्मण को समाप्त करने की किसी में हिम्मत और साहस नहीं है चाणक्य को भी किसी ने चुनौती दी थी लेकिन उसका ही समूल विनाश हो गया था रही देश के विकास की बात तो नेहरु से लेकर इंद्रा तक ओर इंद्रा से राजीव तक राजीव गांधी से पीवी नरसिंह राव तक पीवी नरसिंह राव से अटल बिहारी वाजपेई तक अकेले ब्रह्मण समाज से ही आए और जिन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है वर्तमान सेना अध्यक्ष पद पर कार्यरत मनोज पांडे भी ब्राह्मण समाज से ही आते हैं जो देश की सुरक्षा की बागडोर संभाल रहे हैं
अगर पुनियानी महोदय सही बोल रहे हैं तो ये क्यों नहीं बताते कि क्यों किसी मंदिर परिसर को अदालत में चुनौती नहीं दी गई? क्यों कोई आज तक कोर्ट नहीं गया कि ये हमारा स्तूप है ? ये वामपंथी विचारधारा से प्रभावित विद्वान है जो अपना कुटिल एजेंडा चला रहे हैं
@@donupadhyay1555 राजनीतिक और इसलिए, राष्ट्र में सामाजिक और धार्मिक सद्भाव की स्थिति अपने निम्न स्तर पर है। ऐसे सभी मुद्दों के पीछे मूल कारण धर्म जैसे मौलिक मुद्दे पर हमारी विरोधाभासी व्यवस्था है। हम हिंदू धर्म के बारे में बहुत अच्छी बात करते हैं। और हम हिंदू धर्म के कठोर आलोचक की पूजा करते हैं। हम उन लोगों की पूजा करते हैं जो हिंदू मंदिरों और मूर्तियों को नष्ट करने के लिए इस्लाम आक्रमणकारियों के आभारी थे। हम उन लोगों की पूजा करते हैं जो भगवान राम और शिव की भगवान की स्थिति के लिए विश्वसनीयता को चुनौती देते हैं। 1947 में जब देश को आजादी मिली, उस दौर की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी कांग्रेस ने धर्म पर समझौता किया। क्यों? क्योंकि हिंदू धर्म पर आपत्तियों का कोई भी अकादमिक(शैक्षिक) तरीके से बचाव नहीं कर सकता था। समय के साथ देश में धार्मिक माहौल बिगड़ता चला गया। एक सच्चे देशभक्त होने के नाते, मैं अपने देश की इस हास्यास्पद स्थिति को पचा नहीं पा रहा हूं। यह अंतर्विरोध अतीत को प्रतिबिंबित कर रहा है....वह हमारे देश का इतिहास है। इतिहास के कई संस्करण हैं .... जैसे सच्चा इतिहास, धर्म आधारित इतिहास, जाति आधारित इतिहास, इतिहास किसी राजनीतिक नेता या राजनीतिक दल के लिए उपयुक्त है। एक एकल के बजाय, सभी की सहमति से, इतिहास, हमारे पास इतिहास के कई संस्करण हैं। इस अंतर्विरोध ने हमारे राष्ट्रीय इतिहास को दूषित कर दिया है। लोग अपने हितों के अनुकूल सुविधाजनक इतिहास का प्रचार कर रहे हैं... चाहे वह सामाजिक हो या राजनीतिक। परिणाम- एक मूर्ख राष्ट्र यह विरोधाभास हमारे राष्ट्र की सामाजिक और धार्मिक व्यवस्था में हर जगह परिलक्षित होता है। इस परिदृश्य को बदलने के लिए, मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था जैसे विषयों पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। इसमें 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और गैर-शिक्षित वर्ग शामिल हैं, पर उचित ध्यान दिया गया है। 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था 2012 से मैंने नौकरी छोड़ इन विषयों का अध्ययन शुरू किया। तब से, मई 2022 तक, मैंने इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा के आयोजन का अवसर देने के लिए सरकार को 1400 अनुरोध प्रस्तुत किए हैं। मैं सभी से इस विचार का समर्थन करने का अनुरोध करता हूं। और इतिहास, जाति और धर्म जैसे विषयों पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए सरकार से अनुरोध करके समर्थन भी करते हैं। आइए हम जाति, धर्म और इतिहास से जुड़े विवादों पर स्थायी समाधान करके सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
डा राजीव पटेल की किताबें पढें अगर किसी को बौद्धों का इतिहास जानना हो! 1 - वैदिक युग का घालमेल 2 - भ्रम का पुलिंदा 3 - जाति की उत्पत्ति का भ्रमजाल 4 - बुद्धिजीवीयों का षड्यंत्र 5 - लकीर का फकीर ये सभी किताबें कोई पढ लेगा तो हिन्दुओ की सारी नीचता समझ में आ जाएगी जो उन्होंने बौद्धों के साथ की ! जिस धर्म का नाम भी दूसरों का दिया गया हो वो सनातन धर्म कैसे बन गया? हिन्दू धर्म एक भ्रमजाल और शोषण की व्यवस्था है जिसे व्यापार के मकसद से ब्राह्मण ने अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए चलाया और आज भी ये धर्म पैसे कमाने का साधन मात्र है ...बबूल के पेड़ पर आम कभी नहीं लगता!
Asli bhramjaal to wo ha jo tme communists ,christian missionaries or angrej padha kar gaye ha. Communists ka kaam hi hota ha majority religion ko target karna, logo ko ameer- gareeb, hindu-muslim, majdoor-malik, oonch- neech me todkar alag alag sects me baatna, fir aapas me ladwakar satta hasil karna, or uske baad opposition ko poori tarah nast karke tanashahi jamakar logo ki azadi khatm kar dena. North Korea, Russia, china , belaruss jaise kisi bhi communist country me tme opposition ya free election jaisi koi cheej ni milegi.
Communism ka theka bhi to brahmano ne le rakha mn rai kon hai...inke sehyogi bhi brahman..ye brahman communism ke madhyam se politics me aana chahta hai apne brahman bhaio ko harakar@@papajee1990
Indian kings and dynasty who accept buddhism Mauryans KUSHANS SATHVAHANS Rastrakutas Harsha Palas AND MANY KINGS WHO ACCEPT BUDDHISM AND RESPECT BUDDHISM MORE THAN BRAHMINISM
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी. मुकेश जी आपने बिल्कुल सही कहा "आज का दौर लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ हिंदुत्व की प्रति क्रांति का दौर है". बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा था:- 'भारत का इतिहास ब्राह्मण धर्म और बौद्ध धर्म के खूनी संघर्ष के सिवा कुछ भी नहीं है'. आप दोनों ने आज बाबा साहब अंबेडकर के इस कथन को बहुत विस्तार से समझा दिया. मुकेश जी और राम पुनियानी जी आप दोनों का बहुत-बहुत धन्यवाद. उम्मीद है आप आगे भी इस प्रकार के ज्ञानवर्धक प्रोग्राम लाते रहेंगे....
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है। मैंने विशेष रूप से राष्ट्रव्यापी चर्चा की आवश्यकता के अनुरूप चर्चा की एक प्रणाली तैयार की है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
अम्बेडकर जी नें हिन्दू धर्म पर अपनें दलित होनें का गुस्सा उतारा बहुत सारा प्रोपेगेन्डा फैला कर लेकिन ये भी सही हैं कि उन्होंने जाति-पाति,छूआ-छूत,बालविवाह,पर्दा प्रर्था जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाई 👈🙏🙏👏 लेकिन अम्बेडकर साहब को हिन्दू धर्म की कमीयों पर प्रहार करना था न की पूरे हिन्दू धर्म पर👈👈
तुम खुद ही ऐक दिन सनातन धर्म को अपनाने आओगे. वैसे जैन, बुद्ध और सिक्ख सनातन धर्म कि हि शाखा है. बुद्ध धर्म कौनसा अलग है. सनातन को देख बौद्धौ ने फिर से बुद्ध और आंबेडकर कि मूर्तीयोंकि पुजा, अगरबत्ती लगाना चालु कर दी. प्रार्थना चालु कर दी. ये नौटंकि क्यों? ऊसने तो सबको मेडीटेन करके सत्य कि खोज करने के लिये कहा है. नवबौद्ध धर्म fabricated है. मनमर्जी करके धर्म कि धारना बदल दि गयी. पूराना बौद्ध धर्म और नवबौद्ध मे कोई अंतर स्पष्ट कर सकता है. साथ मे धर्मो ग्रंथोका evidence भी देना पडेगा. नवबौद्ध धर्म का कोई अस्तीत्व नही है सिर्फ political है.
@@noelsushilismile7206 हम क्या करें क्या ना करे ये आप हमारे उपर छोड़ दें तो बेहतर आप अपने पंथ से मतलब रखो बस बहुजनो का संबंध आंबेडकर और तथागत से है ना कि तुम्हारे इस पंथ से
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system. I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion. Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
@@kapilbisht1811 jatak Gautam Budha ne nahin likha balki usko story ke rup mein likha gaya hai by Mahayan budhist who kept it as a temples, Puja format
Buddhism is great religion spread world wide and having largest population under its grip following Buddhism, samrat ashok spread the the religion'all over world having 4th number in the world
Bhuddhism har jaga se pit ke bhag chuka hai, Afghanistan se pit ke bhag gaya, muslims aa gaye, China se pit ke bhag gaya, communist ne nikal feka, Indonesia se pit ke bhag gaye, muslims aa gaye, Korea se nikal chuka -comunist aur Christians aa gaye. Aaj sirf Burma, Thailand aur Japan mein Buddhist hein woh bhi jab Burma ne shastra uthaya aur Rohingiya ko maar bhagaya. Ahimsa chooda toh bacha warna woh bhi muslim ke bhet chad jaate.
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है। मैंने विशेष रूप से राष्ट्रव्यापी चर्चा की आवश्यकता के अनुरूप चर्चा की एक प्रणाली तैयार की है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system. I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion. Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
@@avadhutjoshi796 this will never happen rest assured.. it’s not in the best interest of any political party.. If whatever you wish (I too support your thoughts) happens for real, politicians have to concentrate on the real development of the nation which won’t give them any special advantage over their rivals.. it will turn out to be political suicide for everyone
Some buddhist kings: Bimbisar, Ajatshatru, Udayin, Asoka, Bidnusar, Brihadrath, Kanishk, Nandas, Pushyabhutis like Harshvardhan, Palas of Bengal.... the list is endless. All these were not small kings but MAHA SAMRATS.. So Punyani sir is wrong to say at the end that buddhist kings were not adequate. Even Guptas have made so many buddhist monasteries/structures, go see at Varanasi yourself.
तिरूपति तिरुमाला बुध्द बिहार है ,पुरी का जगन्नाथ पुरी का मंदिर बिहार है ,बैजनाथ धाम बौध्द बिहार है ,बद्रीनाथ ,केदार नाथ ,सोमनाथ ,गोरखनाथ ,सब बौध्द मंदिर है ,पशुपतिनाथ मंदिर बौध्द मंदिर है ,सबरी माला बुद्ध मंदिर है , लोणी वाला बुध्द गुफाये है ,हिन्दुओं ने बौद्ध बिहारो, मंदिरों ,स्तूपों , ,गुफाओं को नष्ट किया ,बौद्ध भिक्षुओं का कत्लेआम किया और बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा जान बचाने के लिए छोडकर भाग गये फिर हिन्दुओं ने कब्जा किया गया ।नालंदा विश्वविद्यालय, तक्षशिला विश्वविद्यालय, को नष्ट किया गया ।
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Sikhism may be considered as extension of Buddhism.... But the Sikh Gurus totally discarded Brahmanic System.... Hinduism is a very mischievous word coined by the brahmins...
@@VikashKumar-kw5ck किसी का नाम ईश्वर हो हो वो ईश्वर नहीं बन जाता... गुरू ग्रन्थ साहिब में राम शब्द का इस्तेमाल हुआ है, लेकिन वो तुम्हारे अयोध्या वाले राम नहीं है...
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Amaravathi (Dharani Kota), Chebrolu, Chejerla, Nagarjuna Konda, etc of Andhra Pradesh are some of the examples. There are hundreds of sites in AP. Ikaswaku kings of Nagarjuna Konda (around 300 AD) encouraged Buddhism, but later Vishnu kundins have also destroyed or modified buddhist sites. Some Hindu temples of Shivas have also been modified by Vaishanvaites around 11-13th century AD.
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है। मैंने विशेष रूप से राष्ट्रव्यापी चर्चा की आवश्यकता के अनुरूप चर्चा की एक प्रणाली तैयार की है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है। मैंने विशेष रूप से राष्ट्रव्यापी चर्चा की आवश्यकता के अनुरूप चर्चा की एक प्रणाली तैयार की है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
Yaa even the pashupathinath temple you find lots of Buddha statu getting harmed by Hindu and there is around Manny Buddha vihars have destroyed small stupa broken stupa to make Shiva ling inside pashupathinath and also destroyed Buddha hand and modified the statu
Please read the book "Dharmachi drvale Ani Devalancha dharma" written by Shri. Prabhodhankar Thakare,Balasaheb,s father. in which detailed information have been given,how Buddha vihars and Buddha stupas have been occupied by Hindus.
Ladai jhagda karna galat hai sabko ek sath pyar se milkar chalna chahiye insaniyat se sabke sath bharat ko chalna chahiye sabke andar hunar hai chahe hindu hai ya muslim lekar nature ke liye desh ke gareeb ke liye aur soil water air sabko milkar sath samjh se chalna chahiye ...ladna jhagda karna gundagardi ache baat nahe hai ...koi humesha nahe rahta phir kyun ladna desh mein nature ke kaam karna chahiye muslim ko bhi ache tarh se milkar chana chahiye apne bacho ko ache school mein daal kar education dilwana chahiye sarkar ko bhi sabko ek samjhna chahiye koi alag nahe hai kisi ka khoon ka rang alag nahe kisi ka dard alag nahe sab ek hai ache soch se chalna chahiye jo sharat karke desh mein hinsa mein shamil hote unko nahe hona chahiye 🌺🙏✍️🤲🕊️
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Dr Mukeshji , can u pl take up another important topic with Dr Puniyani-that is , Do we find any link between Indus Valley Civilisation & so called Vedic Thought or Vedic Life ?
मैं धोबी नही हूँ ना जाटव हूँ, ना पासी ना खटीक ना ही इतर कोई जाति से हूँ ! मैं बौद्ध सभ्यता में रहने वाला बीन जाति का व्यक्ति हूँ ! ना मेरे ऊपर कोई है ना नीचे ! मेरी मर्जी सोनार बनू कल लोहार बनु या परसों मोची बनु मेरी मर्जी तू कौन है तय करने वाला ? फ़िलहाल मैं अध्ययन करने में व्यस्त हूँ, कुछ खोज रहा हूँ आप भी खोजिये ! जो ज़मीन में दबा है दबाया गया है, जो छिपा है छिपाया गया है !
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सम्राट अशोक के समय बनाये गये ८४००० स्तूप कहाँ गये! बड़े बड़े मंदिरों का सर्वे होना चाहिए मगर क्या सरकार और न्यायपालिका का दृष्टिकोण वैसा ही रहेगा जैसा मंदिरों के प्रति है!
अम्बेडकर जी नें जाति-पाति, छूआ-छूत,बाल विवाह, पर्दा प्रथा जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाई वो काफी सराहनीय थी लेकिन बाबा साहब में सबसे खराब बात ये थी की उनकी लड़ाई धर्म की आड़ में राजनीति करनें वाले पाखंडी ब्राह्मणो से थी न की भगवान से जिसे उन्होंनें माननें से इन्कार कर दिया और गालीयां भी दी ऐसा व्यक्ति कभी अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो सकता जो अपने कर्म के साथ-साथ ईश्वर को न मानें 👈👈
What diy mean my esa insan jo dhram ghatiya bhi usko ghatiya bol dia to kuch galt kia agar varn system nahi hote to kiska bed bav hote nahi hote aur sun vo to apne kam mai saval raha tunl9g dhram ki tekhdari karbe mai apne jeevan lagaya unhone kam karne mai fark samjh le pehle bahut bada fark hai aur rahi baat gali dena ki to agar parshuram jaise ma ki kale katne vale jahil ko gali na di jaye to tumhare jaise jahil uski pooja hi karoge khooni aur bhagvan mai fark hote hai bhagvan to Christian mai bhi sikh mai bhi hai lekin ek god ki cancept ko belive karte hai aur nirankar god ko jiska koi show size nahin hote ye ram Krishna koi bhagvan nahi mythology chachacter hai inpe tippin karke koi bhagvan ka apmaan nahi kar raha hau kuch bhi gapad to matab ambedkar ji in jahil devta ko gali Deva kuch nahi kaha bilkul sahi bola hai
Exactly.. we should get away from the historical facts and live in current era.. history is just good from knowledge point of view and good to get score in exams 😅
Ha muslim ruling start huwa 1526 ke baad magar in brhamna ne 84000 buddist stupa aur around 20 universities Ashok ne banaya usku toda naam ye sab huwa 6-8th century ke andar aur bolte mughal ne toda hai.
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system. I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion. Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
हींदु राजा तो सिर्फ पर्यटन पर जाते सामने वाले को सोमरस पिलाते और कहते चलो आजसे ये कीला मेरा..आजसे ये.राज्य मेरा...😂😂😂 कोई कीसीको मारता नही था लुटता नही था...ना ही...कोई राजा अपने भाईयों को कुछ करता सब मिठे लोग थे..😂😂😂
100%सत्य और मानुस्मृतिक चाल ब्राह्मण वादी
डा पुनयानी आपने सच तो बताया लेकिन पूरा सच नहीं बता सके... ब्राह्मण धर्म 8 वीं शताब्दी के बाद अस्तित्व में आया है और ये कड़वा सच लोग सहन नहीं कर सकते अगर ब्राह्मण धर्म होता ईसा के पहले तो क्यों ब्राह्मण धर्म का कोई पुरातात्विक सबूत क्यों नहीं मिलते? सारे प्राचीन मंदिर केवल बौद्धों और जैनों के हैं अगर ईमानदारी से खोज की जाए!
अगर ऐसा है तो बूद्धने वेदों को क्यों नकार दिया? तो क्या बौद्ध धर्म 8 शताब्दी के बाद आया है? रही बात ब्राम्हणों कि वर्णव्यवस्था तब भी थी. ऊन्होने ईसका विरोध कभी नही किया. क्योंकि ऊनके पास भी ईसका कोई ईलाज नही था. History को खुद पढों. दुसरोके भरोसे मत रहो. Historical evidence बता दो अगर हिंदूओने बौद्धो के विहार तोडे है तो? लेकिन मै evidence देता हुँ कि बौद्धोने मंदीर को विहार मे convert करने कैसा असफल प्रयास किया है.
Phle koi mandir nhi tha, sirf yagya hote the. Jab baudhon ki mahayan shakha ne budhh ki puja shuru ki or unke mandir banaye. Fir baad me pando ne unhi mandiro par kabza kar liya. Isliye dalit bar bar mandir jata hai or pitta hai kyonki vo mandir dalito ki virasat hai.
Bro mai OBC hu per mai Brahmans ke against nhi hu. Jaisa ki apne kha brahmins 8 century me aay, aapne parsuram ka naam nhi suna kya,khair Chanakya ka nàam toh suna hi hoga. Brahmins se itni tafrat kyu bhai hum sab ek hai hum sab sanatani hai, Rani Laxmi Bai, Mangal panday, peswa yeh sab Brahmins the, please es bare me thoda soche 🙏🙏
Yeh dono brainwasher hai aur kuch nhi.
@@anubhavdancefitness6757 lekin tum brahman or kshatriya se neeche ho or neeche hi rahoge.
@@guddu6424 tum sabse neech ho😊👈
इतिहास की सच्चाई सच बताकर लोगों को विशेषकर अन्धभक्तों की आँखें खोलने के लिए आप को कोटि कोटि प्रणाम नमामि अभिनन्दन आभार बधाई।नमो बुद्धाय बुध्दमय भारत वर्ष जय संविधान जय भीम जय विज्ञान जयकिसान जय जवान जागो जागो अनधभक्तो
इस पृथ्वी पर, सिर्फ एक ही मूल धर्म हैं। वह है…सनातनिक धर्म। जो अपने कर्म और कर्तव्य से परमात्मा की तथ्यों की खोज में, अध्यात्म और योग के पथ पर, सत्य, अहिंसा और न्याय पर चलते हुए, सारे जीवों की रक्षा करता है।
इस तरह युगों.युगों के “वैदिक सनातनी धर्म” का आदि और अंत कहीं नहीं हैं। यह सदा के लिए है।
बाकी सब सदियों से जन्मे मजहब, पंथ, कबीले, कौम आदि...महात्माओं, संतों, बाबाओं, गुरुओं, आचार्यों, महापुरुषों के सिर्फ अपने निजी दिमागी सोच से बने हैं, जो अब राजनैतिक सत्ता के लोभ और भूख से ग्रसित, जो अपनी संख्या बड़ाने के लिए सदियों से अभी भी, धोखे से, लालच देकर, भय दिखाकर धर्मांतरण जैसे षड्यंत्र कामों में व्यस्त रहते हैं।
और Islam तो इंसानियत छोड़कर, पैशाचिक कुकर्म/दुष्कर्म करते हैं और अल्लाह और इस्लाम का दुश्मन बताकर, अमानवीय और हिंसक तरीकों से, गैर.मुस्लिमों और जीवों पर अत्याचार और उनका हत्या और नाश करते रहते हैं।
अब अगले 500 साल हमारे सनातनी भगवा हिंदुओं का है, जिसमे हमें अपने देश भारत को, विश्व.पटल पर, एक स्वच्छ, समृद्ध, वैभवशाली, गौरवशाली, सभ्य, आदर्श और मर्यादा पुरुषोत्तम, श्रीरामजी के “रामराज्य” का एक खुशहाल “हिंदुराष्ट्र” बनाना है। इस प्रयत्न में, देश के संविधान को नहीं मानने वाले, सारें राक्षसों को, अत्यंत तेज और कठोर कानूनों का निर्वाहन पर, आप सब मिलकर, 2024 के चुनाव मे और आगे.आगे भी, भारतीय जनता की सर्वार्थ.प्रगति के लिए, मनसा, वाचा, कर्मणा BJP को विजयी बनाएं। धन्यवाद!!! जय भारत!!!
बहुत धन्यवाद मुकेश जी और राम पुनियानी जी। ब्राह्मणों ने अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए जो नीतियाँ अखत्यार की जिसे ब्राह्मणवाद कहा जाता है वो ब्राह्मणवाद जिस दिन ख़त्म हो जाएगा, अपना देश प्रगति की ओर बड़ी ज़ोर से चल पड़ेगा...!!
भाई यह हिंदुस्तान 🇮🇳🌾के पहले आक्रमणकारी हैं ,जिनको आर्यन कहा जाता था,यह मूलता यूरेशियन के रहने वाले हैं जिनको वहां पर चितवन ब्राह्मण के नाम पहचाना जाता था, यह मूलता यहूदी नस्ल के लोग हैं, इनका डीएनए 99 परसेंट यहूदियों से मिलता है,,,,,🤔
ब्रह्मण को समाप्त करने की किसी में हिम्मत और साहस नहीं है चाणक्य को भी किसी ने चुनौती दी थी लेकिन उसका ही समूल विनाश हो गया था रही देश के विकास की बात तो नेहरु से लेकर इंद्रा तक ओर इंद्रा से राजीव तक राजीव गांधी से पीवी नरसिंह राव तक पीवी नरसिंह राव से अटल बिहारी वाजपेई तक अकेले ब्रह्मण समाज से ही आए और जिन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है वर्तमान सेना अध्यक्ष पद पर कार्यरत मनोज पांडे भी ब्राह्मण समाज से ही आते हैं जो देश की सुरक्षा की बागडोर संभाल रहे हैं
अगर पुनियानी महोदय सही बोल रहे हैं तो ये क्यों नहीं बताते कि क्यों किसी मंदिर परिसर को अदालत में चुनौती नहीं दी गई? क्यों कोई आज तक कोर्ट नहीं गया कि ये हमारा स्तूप है ? ये वामपंथी विचारधारा से प्रभावित विद्वान है जो अपना कुटिल एजेंडा चला रहे हैं
बौध्द धर्म के लोगों नें म्याँमार में मुसलमानों का नरसंहार किया उसका क्या??
@@donupadhyay1555 राजनीतिक और इसलिए, राष्ट्र में सामाजिक और धार्मिक सद्भाव की स्थिति अपने निम्न स्तर पर है। ऐसे सभी मुद्दों के पीछे मूल कारण धर्म जैसे मौलिक मुद्दे पर हमारी विरोधाभासी व्यवस्था है। हम हिंदू धर्म के बारे में बहुत अच्छी बात करते हैं। और हम हिंदू धर्म के कठोर आलोचक की पूजा करते हैं। हम उन लोगों की पूजा करते हैं जो हिंदू मंदिरों और मूर्तियों को नष्ट करने के लिए इस्लाम आक्रमणकारियों के आभारी थे। हम उन लोगों की पूजा करते हैं जो भगवान राम और शिव की भगवान की स्थिति के लिए विश्वसनीयता को चुनौती देते हैं।
1947 में जब देश को आजादी मिली, उस दौर की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी कांग्रेस ने धर्म पर समझौता किया। क्यों? क्योंकि हिंदू धर्म पर आपत्तियों का कोई भी अकादमिक(शैक्षिक) तरीके से बचाव नहीं कर सकता था। समय के साथ देश में धार्मिक माहौल बिगड़ता चला गया।
एक सच्चे देशभक्त होने के नाते, मैं अपने देश की इस हास्यास्पद स्थिति को पचा नहीं पा रहा हूं। यह अंतर्विरोध अतीत को प्रतिबिंबित कर रहा है....वह हमारे देश का इतिहास है। इतिहास के कई संस्करण हैं .... जैसे सच्चा इतिहास, धर्म आधारित इतिहास, जाति आधारित इतिहास, इतिहास किसी राजनीतिक नेता या राजनीतिक दल के लिए उपयुक्त है। एक एकल के बजाय, सभी की सहमति से, इतिहास, हमारे पास इतिहास के कई संस्करण हैं। इस अंतर्विरोध ने हमारे राष्ट्रीय इतिहास को दूषित कर दिया है। लोग अपने हितों के अनुकूल सुविधाजनक इतिहास का प्रचार कर रहे हैं... चाहे वह सामाजिक हो या राजनीतिक।
परिणाम- एक मूर्ख राष्ट्र यह विरोधाभास हमारे राष्ट्र की सामाजिक और धार्मिक व्यवस्था में हर जगह परिलक्षित होता है। इस परिदृश्य को बदलने के लिए, मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था जैसे विषयों पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। इसमें 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और गैर-शिक्षित वर्ग शामिल हैं, पर उचित ध्यान दिया गया है। 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था
2012 से मैंने नौकरी छोड़ इन विषयों का अध्ययन शुरू किया। तब से, मई 2022 तक, मैंने इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा के आयोजन का अवसर देने के लिए सरकार को 1400 अनुरोध प्रस्तुत किए हैं। मैं सभी से इस विचार का समर्थन करने का अनुरोध करता हूं। और इतिहास, जाति और धर्म जैसे विषयों पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए सरकार से अनुरोध करके समर्थन भी करते हैं। आइए हम जाति, धर्म और इतिहास से जुड़े विवादों पर स्थायी समाधान करके सामाजिक/धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
डा राजीव पटेल की किताबें पढें अगर किसी को बौद्धों का इतिहास जानना हो!
1 - वैदिक युग का घालमेल
2 - भ्रम का पुलिंदा
3 - जाति की उत्पत्ति का भ्रमजाल
4 - बुद्धिजीवीयों का षड्यंत्र
5 - लकीर का फकीर
ये सभी किताबें कोई पढ लेगा तो हिन्दुओ की सारी नीचता समझ में आ जाएगी जो उन्होंने बौद्धों के साथ की !
जिस धर्म का नाम भी दूसरों का दिया गया हो वो सनातन धर्म कैसे बन गया? हिन्दू धर्म एक भ्रमजाल और शोषण की व्यवस्था है जिसे व्यापार के मकसद से ब्राह्मण ने अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए चलाया और आज भी ये धर्म पैसे कमाने का साधन मात्र है ...बबूल के पेड़ पर आम कभी नहीं लगता!
Agreed
👍
พระสัมมาสัมพุทธเจ้า ได้มาปฏิวัติ ปลดปล่อยมนุษย์จากเทพเจ้า เราชาวไทยจะโอบอุ้มคำสอนของท่านไว้
Asli bhramjaal to wo ha jo tme communists ,christian missionaries or angrej padha kar gaye ha.
Communists ka kaam hi hota ha majority religion ko target karna, logo ko ameer- gareeb, hindu-muslim, majdoor-malik, oonch- neech me todkar alag alag sects me baatna, fir aapas me ladwakar satta hasil karna, or uske baad opposition ko poori tarah nast karke tanashahi jamakar logo ki azadi khatm kar dena. North Korea, Russia, china , belaruss jaise kisi bhi communist country me tme opposition ya free election jaisi koi cheej ni milegi.
Communism ka theka bhi to brahmano ne le rakha mn rai kon hai...inke sehyogi bhi brahman..ye brahman communism ke madhyam se politics me aana chahta hai apne brahman bhaio ko harakar@@papajee1990
RSS BJP ALWAYS CONCEAL TRUTH IT'S IN THEIR BLOOD
Yeh Buddha ki dharti hai 👍👍👍👍
Jai shriram 🔥❤️
Jay bhim nmo buddhay....buddh ki dharti thi he or rahengi....
Om mani padme hung🙏🙌
@@learnerforeva2087
Om!!!
@@birjusutariya1074 आजा लेले फिर से ना साफ हो जाओ
कमाल की बात हैं इस चैनल के पास पूरी दुनियां में यही दो महान इतिहास के विशेषज्ञ हैं कि जिनकी बातों में 100 फैक्ट है ।
Indian kings and dynasty who accept buddhism
Mauryans
KUSHANS
SATHVAHANS
Rastrakutas
Harsha
Palas
AND MANY KINGS WHO ACCEPT BUDDHISM AND RESPECT BUDDHISM MORE THAN BRAHMINISM
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी.
मुकेश जी आपने बिल्कुल सही कहा "आज का दौर लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ हिंदुत्व की प्रति क्रांति का दौर है".
बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा था:-
'भारत का इतिहास ब्राह्मण धर्म और बौद्ध धर्म के खूनी संघर्ष के सिवा कुछ भी नहीं है'.
आप दोनों ने आज बाबा साहब अंबेडकर के इस कथन को बहुत विस्तार से समझा दिया.
मुकेश जी और राम पुनियानी जी आप दोनों का बहुत-बहुत धन्यवाद. उम्मीद है आप आगे भी इस प्रकार के ज्ञानवर्धक प्रोग्राम लाते रहेंगे....
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है।
मैंने विशेष रूप से राष्ट्रव्यापी चर्चा की आवश्यकता के अनुरूप चर्चा की एक प्रणाली तैयार की है।
कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
बहुत ही तर्कशील बहुतही सत्यवादी राम पुनियानी सर से ईतिहास समझलेना बहुत आनंदमय ही होता है।
धन्यवाद 🌷🙏🏼
मुकेश भाई भारत में जहां भी खोदेंगे वहां बुद्ध ही निकलेगे पुनियानी सर जी ने अच्छी जानकारी दी साधुवाद
अम्बेडकर जी नें हिन्दू धर्म पर अपनें दलित होनें का गुस्सा उतारा बहुत सारा प्रोपेगेन्डा फैला कर लेकिन ये भी सही हैं कि उन्होंने जाति-पाति,छूआ-छूत,बालविवाह,पर्दा प्रर्था जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाई 👈🙏🙏👏
लेकिन अम्बेडकर साहब को हिन्दू धर्म की कमीयों पर प्रहार करना था न की पूरे हिन्दू धर्म पर👈👈
Indeed neither Buddhist nor jains or Adivasis accepted brahminsm
Sikhs
बाप को बाप नही कहना आज के जमाने मे हरामखोरी है.
Mauryas, Kolis, Pals,..... So so many are now hindus. History shows them as buddhists..
That's why Amit Shah not attended Ram mandir events because he is a Jain .
@@infoseeker1585 सनंतानी
बहुजनो से अपील है कि वे बाबा साहेब की तरह बौद्ध धर्म अपनाएं और इस नीच ब्राह्मण धर्म को त्यागे
Absulutly correct , 🙏
India me 8 lakh Hindus converted ho rahe hai every year 😂
Tu hijda dharm apna humko kia 😁😁😁😁😁🤣😂
तुम खुद ही ऐक दिन सनातन धर्म को अपनाने आओगे. वैसे जैन, बुद्ध और सिक्ख सनातन धर्म कि हि शाखा है. बुद्ध धर्म कौनसा अलग है. सनातन को देख बौद्धौ ने फिर से बुद्ध और आंबेडकर कि मूर्तीयोंकि पुजा, अगरबत्ती लगाना चालु कर दी. प्रार्थना चालु कर दी. ये नौटंकि क्यों? ऊसने तो सबको मेडीटेन करके सत्य कि खोज करने के लिये कहा है. नवबौद्ध धर्म fabricated है. मनमर्जी करके धर्म कि धारना बदल दि गयी. पूराना बौद्ध धर्म और नवबौद्ध मे कोई अंतर स्पष्ट कर सकता है. साथ मे धर्मो ग्रंथोका evidence भी देना पडेगा. नवबौद्ध धर्म का कोई अस्तीत्व नही है सिर्फ political है.
@@noelsushilismile7206 हम क्या करें क्या ना करे ये आप हमारे उपर छोड़ दें तो बेहतर आप अपने पंथ से मतलब रखो बस बहुजनो का संबंध आंबेडकर और तथागत से है ना कि तुम्हारे इस पंथ से
buddha dharm hi bharat ka asli dharm hai, brahmin/vedic dharm to 8th century ke baad paida hua aur isi ne buddha dharm ko nasht kiya.
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion.
Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
Refrence ???
Buddhist jatak mei brahmin shbd kaha se aya ?
@@kapilbisht1811 jatak Gautam Budha ne nahin likha balki usko story ke rup mein likha gaya hai by Mahayan budhist who kept it as a temples, Puja format
😂😂 aa gaya WhatsApp University wala
करोड लोग बुद्ध के मार्ग पर चलने लगे तो विदेशी आर्यो ने साजिस करके ब्राह्मण धर्म बनाया होगा
Buddhism is great religion spread world wide and having largest population under its grip following Buddhism, samrat ashok spread the the religion'all over world having 4th number in the world
I Thank for this nice & important Video with good research ❤❤🕉️❤️❤️🇲🇺
Bhuddhism har jaga se pit ke bhag chuka hai, Afghanistan se pit ke bhag gaya, muslims aa gaye, China se pit ke bhag gaya, communist ne nikal feka, Indonesia se pit ke bhag gaye, muslims aa gaye, Korea se nikal chuka -comunist aur Christians aa gaye. Aaj sirf Burma, Thailand aur Japan mein Buddhist hein woh bhi jab Burma ne shastra uthaya aur Rohingiya ko maar bhagaya. Ahimsa chooda toh bacha warna woh bhi muslim ke bhet chad jaate.
इतिहास की सच्ची जानकारी देने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है।
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भाई ये सारे गलत तथ्य है ! पुष्यमित्र शुंग या किसी भी ब्राह्मण ने बौद्ध के ऊपर कोई अत्याचार नही किया था !
प्राचीन भारत "बौद्ध राष्ट्र" था। सर,
Kuchh bhi, hag diya 😁😁😁😁😁
Why Buddhist organization is sleeping. Why they are not filing FOR CLAIM IN SUPREME COURT.
Koi bhi civilized generations danga nahi karna chahti magar ye andh-bhagat sirf apni greed me poora India jala dalege
$and मे दम नही और सबुत भी नही है.
@👑VLADIMIR PUTIN PRESIDENT OF RUSSIA 👑 Tu putin ka beta hai kia....Thoda sharm kar
@👑VLADIMIR PUTIN PRESIDENT OF RUSSIA 👑 abey Chedanand, Saboot de ke Brahmin dharma sabse purana hai.
Supreme court RSS chala Raha hai
NAMOO BUDDHAYA
Both the Intellects may be said as Eye Openers in this contemporary India. My special thanks to both of them. God bless them.
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion.
Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
It's a great eye opener for many many people who believe in democratic value.congratulations to Dr Mukesh and Dr. Ram puniyani
@@avadhutjoshi796 this will never happen rest assured.. it’s not in the best interest of any political party..
If whatever you wish (I too support your thoughts) happens for real, politicians have to concentrate on the real development of the nation which won’t give them any special advantage over their rivals.. it will turn out to be political suicide for everyone
Puniyani is a Islamic apologist with Marxist ideology serenading as a liberal historian. Paid to defame sanatan.
Why Buddhist left Buddhism and converted to Islam.
Buddas astamarg is ten commands of Moses.
बहुत धन्यवाद मुकेश जी और राम पुनियानी जी।
रामायण महाभारत in सब ग्रंथों का निर्माण बौद्ध काल में हुआ है
Hag diya 😁😁😁😁😁, kaun sa baudh kaal 😁😁😁😁😁
कुरान पर भी देख लो
👍👍👍👍 बहुत ही शानदार चर्चा सभी साथियों ने इसे सुनना चाहिए
मुकेश जी आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
Shi bol rhe h ye log budh hi satya h
Some buddhist kings: Bimbisar, Ajatshatru, Udayin, Asoka, Bidnusar, Brihadrath, Kanishk, Nandas, Pushyabhutis like Harshvardhan, Palas of Bengal.... the list is endless. All these were not small kings but MAHA SAMRATS.. So Punyani sir is wrong to say at the end that buddhist kings were not adequate. Even Guptas have made so many buddhist monasteries/structures, go see at Varanasi yourself.
Buddhism should be promoted.
Hindu koi dharm nhi h. brahman dharm h Rampuniya ji ne sahi kaha
Agree becoz this word is foreigner given by Persian..
@@syedasadullah7462 constitution ka article 12 b pad le pata LG zayga hindu kon hai ?
@@kapilbisht1811usme hindu religion nhi hai ek geographical identity hai
Very appreciable submission of historical facts.
It is an eye opener information. Andhbhakt must know this fact.
Jai shriram❤
@@prasenjeetwankhade3270 buddha was a gay
shiri manji aap logo ka bhut bhut sukriya aap jese log aavaj othane vale he sach ki aavaj kbhi mregi nhi
अदभुत विश्लेषण
तिरूपति तिरुमाला बुध्द बिहार है ,पुरी का जगन्नाथ पुरी का मंदिर बिहार है ,बैजनाथ धाम बौध्द बिहार है ,बद्रीनाथ ,केदार नाथ ,सोमनाथ ,गोरखनाथ ,सब बौध्द
मंदिर है ,पशुपतिनाथ मंदिर बौध्द मंदिर है ,सबरी माला बुद्ध मंदिर है , लोणी वाला बुध्द गुफाये है ,हिन्दुओं ने बौद्ध बिहारो, मंदिरों ,स्तूपों , ,गुफाओं को नष्ट किया ,बौद्ध भिक्षुओं का कत्लेआम किया और बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा जान बचाने के लिए छोडकर भाग गये फिर हिन्दुओं ने कब्जा किया गया ।नालंदा विश्वविद्यालय, तक्षशिला विश्वविद्यालय, को नष्ट किया गया ।
सार्थक बातचीत
Dr laxman Yadav, shudra,sadgati, tesri azadi, Rajiv patel ,ratan Lal,science journey
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
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आज भी समाज में देखा जाता हैं.... सहिष्णु हिंदु समाज में पारशी, महानुभव , जैन, ओर बाकी सब धर्म फले फुले हैं....
पुनियानी जी को हम विद्यार्थी रूप में ग्रहण करते हैं।
Boudha stupa and jagannath mandira AP khud dekh lijie kahi v apko samanata Nehi milega
Selective kaha use hota hai
Ashok was a Buddhist even before the Kalinga war and has ensured a blood stream to flow in the war.
Before the war? WhatsApp University?
@@durgaprasan7475 nope, history!
@@durgaprasan7475are you from WhatsApp University 😁😁😁😁😁
@@durgaprasan7475 inscriptions are found and recently srilanka scriptures are saying that Ashoka accepted Buddhism way before Kalinga war
Sikhism may be considered as extension of Buddhism.... But the Sikh Gurus totally discarded Brahmanic System.... Hinduism is a very mischievous word coined by the brahmins...
Guru granth sahib padh, usme Budh ka naam tak nhi, sirf ram hi Ram hai 😚☺️😊😘🥰
@@VikashKumar-kw5ck किसी का नाम ईश्वर हो हो वो ईश्वर नहीं बन जाता... गुरू ग्रन्थ साहिब में राम शब्द का इस्तेमाल हुआ है, लेकिन वो तुम्हारे अयोध्या वाले राम नहीं है...
@@LotayConstructions ACHCHA VO CANADA WALE HAIN ?🤔 KOUN HAIN YE LOG , KAHAN SE AATE HAIN YE ? ---- ARSHAD WARSI 🤗🤗😜😜
Mukesh ji. A movement. needs to follow wherein SC obc, dalits adivasi and minority shall come under one umbrella for India's prosperity and glory.
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion.
Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
बहुत अच्छा❤
पूनिया जी जैन इतिहास तो भूल ही गए दिखते हैं जो ऋषभ में भगवान से चालू होता है भगवान नेमिनाथ महावीर स्वामी पारस तक😂❤❤❤❤❤❤❤
Amaravathi (Dharani Kota), Chebrolu, Chejerla, Nagarjuna Konda, etc of Andhra Pradesh are some of the examples. There are hundreds of sites in AP. Ikaswaku kings of Nagarjuna Konda (around 300 AD) encouraged Buddhism, but later Vishnu kundins have also destroyed or modified buddhist sites. Some Hindu temples of Shivas have also been modified by Vaishanvaites around 11-13th century AD.
Really interesting both of Sir!
भारत में सिख धर्म ही बुद्ध का अगला पड़ाव हो सकता है.... भय काहू को देत नह... नह भय मानत आन...
Hag diya 😁😁😁😁😁
18वें मिनट में आपने पुनियानी जी को पुनियानी पुकारा, कृपया उनकी आयु एवम् विद्वत्ता का सम्मान करें तो ज्यादा बेहतर होगा वीडियो ज्ञानवर्धक है, साधुवाद
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है।
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कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
ये दोनों लेफ्टिस्ट ब्रेन वासर मशीन हैं बस 😅😅
भारत का इतिहास बुद्ध से है इसीलिए विदेश में जाकर मोदी जी कहते हैं, मैं बुद्ध की धरती से आया हूं।
बुद्ध ने जीवन जीने का तरीका बताया था, न कि सनातन धर्म का विरोध किया था। आज के बौद्ध सनातन धर्म का विरोध कर बुद्ध का भी अपमान करते हैं।
Brahmanical religion is very oppressive and God only knows how many poor souls suffered over centuries.
And Islamic religion is very peaceful 😂 which the world is currently witnessing 😂😂
कृपया विडियो ध्यान से सुनें,देखिये और समझिए🙏🏻🙏🏻😔😔
समाज में ऐसे मुद्दों का उठना बहुत स्वाभाविक है।क्योंकि भाजपा सरकार के गठन का मुख्य आधार भारत का इतिहास है और इसलिए धर्म और जाति का संदर्भ है। मैंने अब तक 1400 अनुरोध माननीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री को राष्ट्रव्यापी चर्चा के माध्यम से ऐसे विवादों को एक बार और सभी के लिए हल करने के लिए प्रस्तुत किए हैं। धार्मिक और सामाजिक समरसता विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। देखें कि सरकार मेरे अनुरोध का जवाब कब देती है।शीघ्र प्रतिक्रिया के लिए सभी धर्मों के देवताओं से मेरी यही प्रार्थना है। इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करने के लिए आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है।
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कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के इस विचार को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करें।
डिबेट मे आप सायंस जर्नी को बुलाए, ईन्हे भी अच्छा ज्ञान है लेकिन अपडेट नही लगते, तोआप लोगो को जो बताना चहाते है वह उद्देश सफल होगा.धन्यवाद🙏🙏🙏
Buddhism mein moorti banana aur pujna hai nhi 😁😁😁😁😁
सत्य की जय हो
पाखण्ड का अंत हो।
मानवता की विजय हो
जन्मजात मुफ्तखोर बंद हो।
Ashok ne kitne hinduon ko marwaya, jaea iss par discussion karo 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
Kaun sa Raja Buddhist ko marwaya jara batana 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
Thanks.Apka analysis bilkul sahi hai.
Sir please give the name of resources sothat we could also read the fact
MashaAllah , ocean of knowledge
Salute to both of you sir
Ek documentary thee..usme violence k basis pe dharmo ki ranking is prakaar theen:
Hinduism
Christianity
Judaism
Islam
Buddhism
Authenticity kaha h beta ??? Documnetry to ek mai e bana du
Lol
WhatsApp University bruh 🤣
Yaa even the pashupathinath temple you find lots of Buddha statu getting harmed by Hindu and there is around Manny Buddha vihars have destroyed small stupa broken stupa to make Shiva ling inside pashupathinath and also destroyed Buddha hand and modified the statu
India is always been a country of Buddhism Jainism
Not brahminism
Hag diya 😁😁😁😁😁
Rajiv patel, vedic yug ka ghalmel
👍 बहुत बहुत धन्यवाद 🙏💐
You are correct sir
Unique Historical Video
Thank you.❤❤
Please read the book "Dharmachi drvale Ani Devalancha dharma" written
by Shri. Prabhodhankar Thakare,Balasaheb,s father.
in which detailed information
have been given,how Buddha vihars and Buddha stupas have been occupied by Hindus.
जय भीम नमो बुद्धाय ❤ ❤ ❤
Sir Talivan ke dwara 25 varsh pahale jo prtima giraii gaiu.
Afghanistan se Pakistan se ya turkishtan se boudh darm kisne Khatam Kiya.
सच का झूठ का प्रचार कर रहे हो कितना भी झूठ बोल हमारा सनातन धर्म हिंदुस्तान का मूल धर्म है।
Ladai jhagda karna galat hai sabko ek sath pyar se milkar chalna chahiye insaniyat se sabke sath bharat ko chalna chahiye sabke andar hunar hai chahe hindu hai ya muslim lekar nature ke liye desh ke gareeb ke liye aur soil water air sabko milkar sath samjh se chalna chahiye ...ladna jhagda karna gundagardi ache baat nahe hai ...koi humesha nahe rahta phir kyun ladna desh mein nature ke kaam karna chahiye muslim ko bhi ache tarh se milkar chana chahiye apne bacho ko ache school mein daal kar education dilwana chahiye sarkar ko bhi sabko ek samjhna chahiye koi alag nahe hai kisi ka khoon ka rang alag nahe kisi ka dard alag nahe sab ek hai ache soch se chalna chahiye jo sharat karke desh mein hinsa mein shamil hote unko nahe hona chahiye 🌺🙏✍️🤲🕊️
Exactly you are correct..
Just the topic deserves a like
Nice job Sir 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Thank you Sir for informative session ☺️🙏
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
I have specially designed a system of discussion to suit the need of nationwide discussion.
Please share this idea of nationwide discussion with your friends and family members.
Very nice good speech video Jay bhim jai bauddh Jay Bharat Jay Samvidhan Jay Bharat Jay vigyan Jai Samrat Ashoka Jay Bharat
Very nice and beautiful
Sir ji ek bar nalanda visva vidhya lay ke uper bhi video bana dijiye
Us ko torne men bhi hindu dharm ke log shamil the.
@@arifullaharifullah9335 ha
Dr Mukeshji , can u pl take up another important topic with Dr Puniyani-that is , Do we find any link between Indus Valley Civilisation & so called Vedic Thought or Vedic Life ?
भाई ये सारे गलत तथ्य है ! पुष्यमित्र शुंग या किसी भी ब्राह्मण ने बौद्ध के ऊपर कोई अत्याचार नही किया था !
Brahmanon ko lagta hai ki vah sabse sarvshreshth hai
Ye videshi aryan hai jaise Europeans hai racist waise hi ye bhi moolnivasi ke against hai
Sir, Ram Puniyanis his historical and factfull is brilliant and must admit
मैं धोबी नही हूँ ना जाटव हूँ, ना पासी ना खटीक ना ही इतर कोई जाति से हूँ !
मैं बौद्ध सभ्यता में रहने वाला बीन जाति का व्यक्ति हूँ !
ना मेरे ऊपर कोई है ना नीचे !
मेरी मर्जी सोनार बनू कल लोहार बनु या परसों मोची बनु मेरी मर्जी तू कौन है तय करने वाला ?
फ़िलहाल मैं अध्ययन करने में व्यस्त हूँ, कुछ खोज रहा हूँ आप भी खोजिये !
जो ज़मीन में दबा है दबाया गया है, जो छिपा है छिपाया गया है !
Nice information sir
Sir please invite science journey Rational world for debate
Humble request 🙏🙏🙏🙏
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
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Please 🙏 watch “Science Journey “
सम्राट अशोक के समय बनाये गये ८४००० स्तूप कहाँ गये! बड़े बड़े मंदिरों का सर्वे होना चाहिए मगर क्या सरकार और न्यायपालिका का दृष्टिकोण वैसा ही रहेगा जैसा मंदिरों के प्रति है!
अम्बेडकर जी नें जाति-पाति, छूआ-छूत,बाल विवाह, पर्दा प्रथा जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाई वो काफी सराहनीय थी लेकिन बाबा साहब में सबसे खराब बात ये थी की उनकी लड़ाई धर्म की आड़ में राजनीति करनें वाले पाखंडी ब्राह्मणो से थी न की भगवान से जिसे उन्होंनें माननें से इन्कार कर दिया और गालीयां भी दी ऐसा व्यक्ति कभी अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो सकता जो अपने कर्म के साथ-साथ ईश्वर को न मानें 👈👈
What diy mean my esa insan jo dhram ghatiya bhi usko ghatiya bol dia to kuch galt kia agar varn system nahi hote to kiska bed bav hote nahi hote aur sun vo to apne kam mai saval raha tunl9g dhram ki tekhdari karbe mai apne jeevan lagaya unhone kam karne mai fark samjh le pehle bahut bada fark hai aur rahi baat gali dena ki to agar parshuram jaise ma ki kale katne vale jahil ko gali na di jaye to tumhare jaise jahil uski pooja hi karoge khooni aur bhagvan mai fark hote hai bhagvan to Christian mai bhi sikh mai bhi hai lekin ek god ki cancept ko belive karte hai aur nirankar god ko jiska koi show size nahin hote ye ram Krishna koi bhagvan nahi mythology chachacter hai inpe tippin karke koi bhagvan ka apmaan nahi kar raha hau kuch bhi gapad to matab ambedkar ji in jahil devta ko gali Deva kuch nahi kaha bilkul sahi bola hai
कभी कभी भाषा वैज्ञानिक इतिहासकार प्रोफ़ेसर डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह को भी चर्चा के लिए आमंत्रित कीजिए
Good 🎉🎉
Keeping behind the matter, hindusm or Buddhism, we'd make our country to go through the path of secularism.
I dont believe in secularism
I believe in kattar shudra nationalism
I believe in indian religions like
Jainism buddhism dravidism
Exactly.. we should get away from the historical facts and live in current era.. history is just good from knowledge point of view and good to get score in exams 😅
Yehi toh bhai. Aur kitne piche jayenga. Jitne past me jayoge, utna hi hatred failega between communities.
Lekin Ramte nahi manenge 🤣🤣🤣
WhatsApp University video 😁😁😁😁😁
Hindutva Hindutva krne wale bhul jaate h, Buddhist ke temple ko before muslim kisne aur kya kra, ye bhi to sunliya kro, nationalist logo.
Ha muslim ruling start huwa 1526 ke baad magar in brhamna ne 84000 buddist stupa aur around 20 universities Ashok ne banaya usku toda naam ye sab huwa 6-8th century ke andar aur bolte mughal ne toda hai.
@@MrPasha27 मदराछाप हिट्री मास्टर, मूगलो का आक्रमण 11 वी सदी से start हूआ.
@@noelsushilismile7206 .phir 6-8th century Pehle aata ya 11 tumare issab se?.Pehle raaj koun raaj Kiya Ashoka ya Moghal?
it is very natural for such issues to arise in the society. Because the main basis for the formation of the BJP government is the history of India and hence the religion and caste context. I have so far submitted 1400 requests to the Hon'ble President and Prime Minister to resolve such disputes once and for all through a nationwide discussion. Religious and social harmony is as important as development. See when the government responds to my request. This is my prayer to the gods of all religions for early response. It is my humble request to all of you for supporting such nationwide discussion on history, caste /religion system.
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Dhanyvadh
Aaj jana iss sach ko jo chupa raha tha
हींदु राजा तो सिर्फ पर्यटन पर जाते सामने वाले को सोमरस पिलाते और कहते चलो आजसे ये कीला मेरा..आजसे ये.राज्य मेरा...😂😂😂 कोई कीसीको मारता नही था लुटता नही था...ना ही...कोई राजा अपने भाईयों को कुछ करता सब मिठे लोग थे..😂😂😂
Thanks sir