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@@HyperQuest 1st सर एक वीडियो बनाओ जिसमें यह बताओ निराकार और साकार रूप में पूजा करना क्या फर्क है इस डीटिल्स में वीडियो बनाओ श्री राम और श्री कृष्ण के जन्म से पहले किसकी (भगवान)पूजा की जाती थी?
'Why Bengoli Hindu Leaving West Bengal ' heavy decrease in population of Bengoli Hindu Make a Vedio in this topic I have all the Points for this Content
Great analysis Sir, You debunked and sealed the voice of Buddhist researchers and SCIENCE JOURNEY channel. Thanks Sir, Please accept his debate challenge.
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debunk kiya par Lughat e kishwari else kishori mai hindu ka arth Decoit , theif etc aisa likha hai kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
@@Heisenberger2005anpadh journey ke Anpadh chele jara padhai kar leta anpadh journey ka video dekhne ke bajaye aur Buddha jaisa tatti khane ke bajaye toh jyada accha hota . Darius ke inscription par Hindu word aata hai aur tere anpadh journey ke uss video ka bhi debunk Kiya gya hai jisme wah anpadh ' hindush " ko " aidush " padh raha tha aur wah video sanatan samiksha ke Facebook par mil jayegi. Isse pata chalta hai ki tu bouddho ki tarah Manav mal ka kitna high dose leta hai 😆aur rahi baat hindu ka arth gaali ke roop me prayog karne ki toh jo bhi dictionary tera anpadh journey dikhata hai unme se koi bhi dictionary 500 BCE purani hai hi nahi balki wah Sari dictionary Islam ke baad ki hai aur Muslims ne ghrina Vash hindu ka meaning distort kiya hai . Ispar bhi already sanatan samiksha ne stream kar rakha hai . Ab mein tera naam ka arth kutta kar dunga toh tu meri wajah se apna naam change kar lega kya , bata ? 😂
ये हिंदू धर्म ही है जो सबको open debate करने का मौका देता है वर्ना अब्राहमिक religion ☯️ तो सर तन से जुदा कर देते हैं धर्म पर सवाल उठाने वाले को और धर्म छोड़ने पर।
@@Trident4You जी जो अब्राहम है पुरानी अब्राहमिक भाषा मे अ नही होता है ब्राहम है जिसे हिन्द मे ब्रह्मा कहा जाता है ज्यादा अंदर मत जाओ अब्राहम की पत्नी का नाम सारा था जिससे सरस्वती बना है
@@user-ji2wb9fe6s unse kaho Ek baar Kuran aur islam ke naam par debate kare sar tan se juda ho jayega. Uske jaal me bas dalit faste hai aur sabse jyada jihadi dalit ko convert karte hai aur maarte hai chahe Bharat ho Pakistan ya Bangladesh ya phir Afganistan.
Waw ....great great podcast ...pichle kch waqt se ye nav boddho ki social media pr sanatan virodhi comments or harkato ki wajah se mai kahi na kahi shree gautam buddh or bodh dharm ka virodhi hogya tha lekin ye podcast dekhne k baad muje realise hua k he was d real awaken one wo ek mahaan sidh aatma the ..or jyada respect badh gyi mere mann mai ab gautam buddh ji k liye kbcoz he was also a part of our great sabhyta n dharma ...bs wo sansar ko ek jyda saral marg dikhana chahte the moksh ka ❤
Bangladeshis are falsely blaming India for the floods. Bangladesh is not part of India, but Tripura is part of our country. So, don’t get distracted. Ignore Bangladesh and support Tripura, which is currently facing floods. Pray for Tripura and help our people...our citizens.
विशाल जी सादर नमन 🙏 सनातन समीक्षा चैनल के राजेश कुशवाहा और नटराज नचिकेता जी को भी आप आमंत्रित करें । इनके शोध से निश्चय ही लाभ ही प्राप्त होगा।🙏 इनका क्षेत्र प्राचीन इतिहास और पुरातत्व है।
जरा सनातन समीक्षा के कुशवाहा जी को बुला कर पॉडकास्ट कीजिए। ये बर्बली नही किताबों से दिखा कर बात करेंगे। कुशवाहा जी के अनुसार बुद्ध कभी हुए ही नही मनगढ़ंत कहानी है। ये जैन धर्म से चुराई हुई दास्तान है। कुछ मिलावट कर के।
Bhaai tu sanatani he v ya nakli he 🤔🤔🤔 baudh ho ya hindu. Apko pata hona chahiye ki budh sach m the.. aur sanatani raaja ke putraa the.. aur haa maharastra k ajantha ellora caves me aajaa saboot k liye.. budha nakli hota to baudh dharam granth ni banta.. pahle kitaab paad le bhaai.. sanatani h na to sanatan m budh v the.. pahle puratan vastu dekh.. caves m jaa . Jain dharam budh k marne k bad paida huwa🤔🤔😒😒😒 to budh jain ki copy kese.
At such a young age Vishal you are doing a great service to Hinduism. This is why I am proud of Hinduism where there is freedom to debate and reform. Its not like Abhrahamic religions written on stone
@@HyperQuest Thanks Vishal. I am elder to you, a big Brother. But I have no problem in saying your reply means a lot to me and your knowledge of Hinduism is 2-3 times more than me. Thanks for inspiring and educating us. Hare Krishna, Hare Rama 🙏🙏
Bro had try to brainwash the people Buddha ne bachpn me hi shastro me maharath hassi kr li thi Pr unka ek bhi vichar hindu dharm ya vedo se prabhavit nhi hai. Iss video ka jawab sirf Dr. Ambedkar ki kitab Buddha and his Dhamma me mil jayega aapko
वैदिक ब्राह्मण इरान से होते हुए गङ्गा तठ तक आए हुवे है ।श्रमण परमपरा भारत वर्ष मे था जब वैदिक आए और श्रमण परमपराके गुरुवो से जब वातचित हुवे तब उत्तर मिमामसाका जन्म हुवा नहि तो पुर्व मिमामसामे सिर्फ हवन यज्ञ है । बौद्ध धर्म जाहा जाहा गया वाहाका प्रभुर्ध बर्ग( वौधिक वर्गमे ) पपुलर हुवा क्यु कि यह तार्किक और अनुभुतिमे उतारा जा सक्ता है ।पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।शनकराचार्यके समय प्रसिद्ध बौद्ध गुरु धर्मकृती ( जिस्के प्रभाव हिन्दु धर्मके न्याय दर्शनमे है) और दिगनाग थे उनसे शंकराचार्यने क्यु शास्तार्थ नहि किया? उस्स समय शास्तार्थका आयोजन राजा कर्ते थे और हार्ने वालोके मठमे ताला लगाया जाता था । अगर शंकराचर्यने उन बौद्ध गुरुवोको हराया होता तो नालन्दा , विक्रमाशिल,सोमपुरी, जगदल्ल, बल्ल्भी जैसे प्रसिद्ध बौद्ध माहाविहार कैसे १३औ शताब्दी तक चल राहा था? १०औ शताब्दिमे बाजसपती मिश्रने जब शंकराचार्यके ब्रहम शुत्र भाष्यके भामती टीका लिखनेके वादही हिन्दु धर्म मान्ने वालोमे शंकराचार्यको पहेचाने लगे , उस्से पेहेले उनका नाम इत्ना प्रख्यात नहि था हिन्दुवोमे । शंकराचार्यने बौद्ध धर्मके शुन्यता आदिका खन्डन कर्नेका कोसिस किया है । लेकिन जो उनहोने खन्डन किया है वह बौद्ध धर्मका शुन्यताका मतलब नहि है । अगर वह यह तर्क लेकर बौद्ध गुरुवो से शास्तार्थ कर्ते तो वह आसानिसे हार जाते । शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानन्द से लेकर आजतक उनका अनुयायी बौद्ध शुन्यताको सहि अर्थ नहि समझ पाए है।
Sahi to bolte hai brahman bahar se aye hai to tum log brahman dharm palan kar rahe ho to tum log kaise hindu ho gaye aur hindu sanatan naam ka koi dharm hai kya apni kitab padke bata😂. @@lipun1531
Tanatan Samiksha ko Buddhism ka gyan😂😂 Aisa hai toh fir kisi Muslim ya fir Buddhist ya fir Atheist ko Hinduism ki taraf se representation krna chahiye 😂😂 WhatsApp aur Wikipedia University se padhne waale Buddhism pr gyan denge 😂😂😂 Kabhi lekr aao SJ ke paas use.... Bande ke Brain Cells dead ho jate hai Debate ke naam se
@@ankitchaurasia933 ha Ankit sahab.....Guru brahmha ki trh hmari nirman karte hai....kausal and facts se jisase hm apna development krne me saksham hote hai.....vo hmare जीवन ke hmare nuksandayak swarup ko nast karte hai......अनुशासन aur samjha bujhakar ya dand se.......ttha Vishnu ki trh hmara palan poshan karte hai......yogya na hote huye bhi siparish krke guarantee lekar......etc......🌿 हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे | हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे || 🌺🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌺
@@amitkumarraaj6419 नहीं भाई तुम बड़े भाग्यशाली हो जो इस प्रकार के अनुशासन और संस्कार की बातें करते हो और वह संस्कार मिला है। हमारे यहां तो ऐसा कोई धारणा नही है, यहां गुरुजी बहुत चालू किस्म के व्यक्ति होते है गाली भी देते है और किसी को परीक्षा में अनुत्तीर्ण कर देते है या किसी लड़के को मारते है तो लड़के भी उनके वही या बाहर गर्दन धर लेटें है। हमारे लिए तो यह संभव ही नहीं तो पता है यद्यपि हम भी उतना बुरे नही हैं बस थोड़ा ज्यादा खुल गए है।
@@VikashKumar-kw5ck 🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺
Sanatan samiksha🎉 is doing fantastic on sanatan dharma ..and has told these things already. Sanatan samiksha has reviwed this podcast now listen that live stream to know about reality. Whitewashing is not the solution of this problem. Two opposite poles can't meet with each other.🕉
@@tathagatgoutambuddhsanatan samiksha ko kab challenge de diya jhandu journey ne 😂😂 khud block maar ke baita hai . Open platform pe bulaya toh bhaag gya tumhara journey 😂😂
@@tathagatgoutambuddh tumhara sj youtube aur twitter pe block kar rakha hai usko bolo unblock kare 🤣🤣aur SJ ko tag kar ke bhi stream karta hai sanatan samiksha tab kyu nhi aata ??? Ek baar toh ex muslim ke neutral channel pe invite Kia thha tumhara SJ bhaag gya 🤣🤣
शर्मा जी लड़की कितनी बुद्धिमान है मैं चमार हूँ लेकिन आज भी मैं ब्राह्मणो के ज्ञान के आगे नतमस्तक हो जाता हूँ। सच मे ब्राह्मण ज्ञान के सागर होते है। ज्ञान इनके DnA में भरा है अगर भारत मे मुगल और अंग्रेज ना आये होते तो आज पूरे विश्व मे ब्राह्मणों के ज्ञान का डंका बज रहा होता
@@Kk_179ये भारीतय संस्कृति की महानता है कि एक व्यक्ति सामने वाले को इतनी इज्जत देता है अगर कांग्रेस और अंग्रेज मुगल भारत में ना होते तो ये जातिवाद होता ही नही भारत मे
Aisi koi baat nhi hai bhai in didi ne bhi padhai kari hai isliye itna gyan hai, Lona chamarin namak ek prasidh tantrik rishika thi wah bhi gyan ka bhandar thi aur Ravidas ji bhi maha gyani the. Mai apke vinamrata ki prashansa krta hu bhai par kripya apne ko kam na aake hum sabh ke purvaj ek hi hai aur ham sabh bhi ek hai. Jai shree Ram🙏
Aisi koi baat nhi hai bhai in didi ne bhi padhai kari hai isliye itna gyan hai, Lona chamarin namak ek prasidh tantrik rishika thi wah bhi gyan ka bhandar thi aur Ravidas ji bhi maha gyani the. Mai apke vinamrata ki prashansa krta hu bhai par kripya apne ko kam na aake hum sabh ke purvaj ek hi hai aur ham sabh bhi ek hai. Jai shree Ram
अब तक बौद्धों ने किसी भी धर्म को नकारात्मक दृष्टि से नहीं देखा है। लेकिन ज्यादातर हिंदू ही हैं जो ज्यादा बातें करते हैं. इसीलिए रामायण का महाभारत युद्ध से लेकर अन्य धर्मों तक का दृष्टिकोण अहंकार का है।
ब्रो यो हाइपर क्वेस्ट भन्ने मान्छे ले सनातन धर्मको हरेक कुरालाई इण्डिया सँग जोड्छ । मलाइ यो मान्छे सुरुमा एउटा राम्रो धर्मबिज्ञ लाग्थ्यो तर यो मान्छेले हरेक बैदिक ज्ञान र गौरवलाई इण्डिया सँग जोडे पछि मलाइ यो मान्छे मन परेन । के हिनदु इण्डियाको मात्र गौरव हो ??
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
कभी आपने वेदान्त दर्शन को पढ़ा भी है कि बस ऐसे ही आवेश में आ गए है। शायद आपको पता नही की चार्वाक के दर्शन को भारत में जला दिया गया और उनके बारे में जो कुछ मिलता है वह और धर्म के ग्रंथो में मिलता है। बौद्ध का कितना साहित्य तिब्बत से आया है।
@@ankitchaurasia933 ye aap kise bare me bol rhe he, aur ek baat charvaak darshan keval isi karan khatam ho gya ki unke grantha jal diya gya ye ek karan ho sakta hai,par ekmatra karan hai, esa ni hai, chuki charvako ki alochna sabhi sad darshno, boddho, jaino ne kiya jiske ke karan inke anuyayi kam hue,iska karan v hai inki alochna 8 darshno kyo ki inhone keval ek pramaan ko mana jo hai direct perception, in sare factors ki wajah se charvaako ka lagbhag decline ho gya+ unki philosophy+ unki books
@@SagarRao-k5t Hindu astik yaa nastik nahi ho sakta kyuki hum satya ko jaan ne waale log he. sach ko jaan ne kee bad astik ya nastik reh ne ki koi jaaru nhi hoti
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
@@urgenlama7302भाई मैं बौद्ध विहार संकिशा के पास छोटे से गाँव में रहता हूँ हमरे पुराज शाक्य सरनेम का उपयोग कर रहे है कोई हमें किसी का वशज बोलता है कोई किसी का सभी संनातन धर्म का पालन कर रहे हैं और बुद्धाधर्म में भी उतनी ही आस्था रखे हैं बुजुर्ग अभी भी हमें जातक कथा सुनआते हैं गाँव के सभी ध्यान में विश्वास करते हैं और रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करते हैं हम आज भी अज्ञान हैं क्या सच है क्या झूठ बुद्धंम शरणंम गच्छामि🙏🙏
स्थान से खाने का कोई लेना देना नहीं हैं। बिश्नोई समाज कभी जीव हत्या नहीं करता न कभी मांस खाता है। गुरू जम्भेश्वर जी ने बिश्नोई पंथ की स्थापना राजस्थान मैं की थी। गुरू जी स्वयं विष्णु के अवतार थे। हमें जो शिक्षा दी है हम आज भी क़ायम है।
@@urgenlama7302 लामा जी ! आपके दलाई लामा जी शिव मन्दिर में शिव जी की पूजा अर्चना कर रहे हैं । महात्मा गौतम बुद्ध के पूर्व आपके भी पूर्वज सनातनी ही थे। आप मनुस्मृति पढ़ने की बात कर रहे हैं , मैंने उसे देखा भी नहीं है ।
@@rahulshinde7704 🙏 माननीय सर्वप्रथम आपको ये समझना होगा कि सनातन संस्कृति पहले थी या बौद्ध मत । यदि बौद्ध मत बाद में आया तो 'सनातन' शब्द उन्होंने सनातन संस्कृति से चुराया है । यदि आप को लगता है कि सनातन संस्कृति बौद्ध मत के बाद आया है तब आप और अध्ययन व अनुसंधान करें। महात्मा गौतम बुद्ध तीन वेदों का अध्ययन किए थे, कपिल मुनि के सांख्य दर्शन के ज्ञाता थे । उनके सारे विचार जैन मत और सनातन संस्कृति से प्रेरित और प्रभावित थे।
यह प्रस्तुति ना ही विश्लेषणात्मक है ना ही वाद विवाद ना ही शास्त्रार्थ है हम देख रहे है तीनो सनातन के ही पक्ष में बोल रहे या कहानी सुना रहे हैं।प्रमाणिक ऐतिहासिक तथ्यों और काल गणना का अभाव है।
क्या सभी बौद्ध हिंदू विरोधी हैं? बौद्ध दो प्रकार के होते हैं, पहले नव बौद्ध जो हाल ही में भारत में हिंदू धर्म से धर्मांतरित हुए हैं और दूसरे मूल बौद्ध जिनके पूर्वज बौद्ध थे (भारत, नेपाल, कंबोडिया, जापान आदि) आश्चर्यजनक रूप से, हाल ही में धर्मांतरित हुए 90% से अधिक नव बौद्ध लोग हिंदुओं से नफरत करते हैं और उन्हें गाली देते हैं जबकि विदेश से आए बौद्ध लोग ज़्यादातर हिंदुओं और हिंदू धर्म से प्यार करते हैं (क्योंकि बौद्ध धर्म की उत्पत्ति भी भारत से हुई है)। तो हाँ, आप पाएंगे कि हाल ही में धर्मांतरित हुए नव बौद्ध लोग जो अंबेडकरवादी भी हैं, हिंदुओं को गाली देते हैं जबकि उनके सरकारी दस्तावेज़ों पर हिंदू धर्म लिखा हुआ है और वे भारत में हिंदू एससीएसटी होने का लाभ उठा रहे हैं। हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म कभी किसी को दूसरे के धर्म का अपमान करना नहीं सिखाते, लेकिन ये नव बौद्ध बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के बारे में कुछ नहीं जानते, उन्हें लगता है कि अगर हम हिंदुओं का अपमान करते हैं तो हम अच्छे लगते हैं।
Absolutely wrong, kya SC st ko dalit achoot videsiyo me bnaya brahmano aur hinduo ne unhe achoot bnaya , jativad failaya .itne salo se aaj bhi countryside me cases mil jate h. so why not vo log hindu dharm chhod ke dusra apna le aur hinduo ko gali de . bilkul swabhavik h aur sahi h
@@Ferb.. British Government’s Role in Creating the Caste System in India under Divide and Rule Policy: The British government played a significant role in exacerbating and institutionalizing the caste system in India through its divide and rule policy during the colonial period. By exploiting existing social hierarchies, the British strategically manipulated caste identities to maintain control over the Indian population. They categorized different castes into separate groups, granting privileges to some while marginalizing others, thereby creating divisions within Indian society. The British also used census operations to classify and codify caste identities, further solidifying the hierarchical structure. Through these divisive tactics, the British were able to weaken unity among Indians and consolidate their own power, ultimately leaving a lasting impact on India’s social fabric long after colonial rule ended.
@@abrahamj2280 really bro if you are not a spam propegenda account lemme tell you, so Britishers told brahmans yoe are sharma you are Trivedi you are shukla and so called shudras to teli kurmi etc. and they also told you that you can only do fishing, you can only do Puja wtf. Britishers invaded almost half of the world they made literally Africans slave what caste they are Are you mad, yea Britishers made hell edu system but Bhai matlab kuch bhi kal ko bologe bhagwan sirf Narayan h baki sbhi Britishers ne diye divide krne ke liye
@@Ferb.. Was Buddha born to a Hindu father? Yes. According to the legends, Siddhartha Gautama/Siddhartha Shakya was a Hindu prince, born and raised in what is present-day Nepal. Much like Christianity was originally seen as a type of reform of Judaism, Buddhism became a new way to view Hindu teachings and then eventually morphed into its own religion/philosophy. The doctrines of karma and rebirth come directly from the Buddha's Hindu background.
इन्होंने कितनी शालीनता के साथ अपने अपने विचार प्रकट किए और एक दूसरे की बातों का समर्थन किया। हमारी यही तो परंपरा थी की आपस में शालीनता से वाद विवाद करना और अच्छे विचारों को अपने मस्तिष्क में स्थान देना । लेकिन आज के दौर में इसका उपयोग कुछ लोग राजनीति में अपने फायदे के लिए करते है। चाहे हिंदू , बौद्ध,जैन या सिख हम सब एक ही मां की संताने है जो की सनातन धर्म है। हम सब भाई है। इसलिए आपस में अपने ज्ञान को लेकर मतभेद भले ही रहे लेकिन ये मतभेद ईर्ष्या भावना और एक दूसरे के प्रति घृणा भावना में न बदले ,ये सुनिश्चित करना हम चारों भाइयों की जिम्मेदारी है। अगर हम आपस में ही मेल से नही रहेंगे तो कोई बाहर वाला इसका फायदा उठाएगा। इसलिए आपस में प्रेम और भाईचारे के साथ रहो मेरे भाइयों।😊❤
कई लोग भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक ही मान लेते हैं. दरअसल गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के पीछे भ्रमित होने का विशेष कारण भी है. गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध के नाम, गोत्र और कार्यों में काफी हद तक समानता पाई जाती है. लेकिन गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध एक नहीं हैं. भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु के दशावताओं (दस अवतार) में नौंवा अवतार माना जाता है. भगवान बुद्ध भगवान क्षीरोदशायी विष्णु के अवतार हैं. मान्यता है कि बलि प्रथा की अनावश्यक जीव हिंसा की रोक के लिए ही इनके इस अवतार का जन्म हुआ था. भगवान बुद्ध की माता का नाम श्रीमती अंजना और पिता का नाम हेमसदन था. वहीं शाक्यसिंह बुद्ध जिनके बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) के माता-पिता का नाम माया देवी और शुद्धोदन था. श्रीललित विस्तार ग्रंथ के 21 वें अध्याय की पृष्ठ संख्या 178 में वर्णित है कि संयोगवश गौतम बुद्ध ने भी उसी स्थान पर तपस्या कर ज्ञान अर्जित किया जहां भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी. इस कारण भी लोग दोनों को एक मान लेते हैं. गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के वनों में 477 बीसी में हुआ था. वहीं बताया जाता है कि भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले बिहार के गया में प्रकट हुए थे. श्रीमद् भागवत महापुराण और श्रीनरसिंह पुराण के अनुसार, भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले इस धरती पर आए थे. जबकि जर्मन के वरिष्ट स्कालर मैक्स मूलर के अनुसार गौतम बुद्ध 2491 साल पहले आए थे. यानी गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध दोनों अलग हैं. भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक मानने के भ्रम का मुख्य कारण अमर सिंह जोकि राजा विक्रमादित्य की राजसभा के नौ रत्नों में एक माने जाते थे. उन्होंने अमरकोष (संस्कृत भाषा की प्रसिद्ध कोष) ग्रंथ की रचना की थी. उस ग्रन्थ में भगवान बुद्ध के 10 और गौतम बुद्ध के 5 पर्यायवाची नाम को एक ही क्रम में लिखा गया था, जोकि गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के भ्रम का अहम कारण बना. भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध दोनों का गोत्र 'गौतम' था, जोकि दोनों को एक मानने का सबसे मुख्य कारण था. अग्निपुराण में भगवान बुद्ध को लंबकर्ण कहा गया है, जिसका अर्थ होता है लंबे कान वाला. इसके बाद से ही भगवान बुद्ध की लंबी-लंबी प्रतिमाएं बनाई जाने लगी!
आपकी जानकारी सन्देह होता है। हमे सिर्फ ये बताये। की ये सनातनी हिंदू ही तो है। जो बुद्ध प्रख्यात हैं। उसी को गौतम या भगवान बुद्ध कहते हैं भारतीय संस्कृति परम्परा की वजह से। जो ज्ञान बुद्ध को मिला बहुत सारे ऋषि मुनि लोगो को भी था। जय श्री राम
आचार्य योगेश भारद्वाज जी को दुबारा बुलाए पिछली वीडियो में बहुत जबरदस्त तार्किक बातें कही और तार्किक उत्तर दिया था और साथ में धर्म पर चर्चा करने के लिए एक पौराणिक विद्वान को भी बुलाए । आचार्य योगेश जी की जितनी प्रशंसा की जाए कम है 🙏
@@HyperQuest आपके चैनल पर वैदिक धर्म पर टॉपिको पर डिबेट या चर्चा हमेशा ज्ञानवर्धक होती है जिससे तार्किक लोग वैदिक धर्म के मूल सिद्धात को जान पाएंगे। आपके कार्य को साधुवाद व नमन 🙏
Jain ,Baudh,Sikh ,adiavsi , and Dalit are not Hindus ...now Calculte how many Hindus are living in India. a fews of Dalits and adivasis have accepted Hindusim, Buddhism as well as Christianity
@@rakasindri Abe Sanatana Dharma is mother of All,Aur chahe wo hindu na ho,Par Sanatana Dharma k part jarur hai.Aur dalit adivasi kya upper se tapke kya ?
मर्यादा वाले के देश में अभी हाल में बड़ी भारी क्रूर हत्या और बलात्कार हुआ है। असल में हम मर्यादा का म भी नहीं जानते बस दंभ भरते है। अभी ज्यादा दिन नहीं हुए 1000 साल तक गुलाम रहे उस समय सब सोए हुए थे मर्यादा वाले बस कुछ मुट्ठी भर लोग जागे और बाकी तो डब्बू रहें और हत्या होती रही।
@@thebadjoker3254 sawal uthayenge to hum achche se jawab denge. Lekin ye pehle sanatan dharm pe keechad uchhalte hai, hamare bhagwan ko galiya dete hai fir bolenge ki Buddh dharm pure hai achchha hai better hai. Ye log apna farzi jhutha itihas banayenge fir to inhe maza chakhana hi chahiye
विशाल जी मुझे लगता है पॉडकास्ट इंटरव्यू या कोई भी इस तरह के कार्यक्रम का ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ पॉडकास्ट है......ह्रदय प्रसन्न हो गया.....धर्मों को टूटते हुए देखकर बहुत पीड़ा होती है लेकिन दोनों अतिथिगण इतने ज्ञानी और सुलझे हुए हैं कि उन्होंने एक एक गांठ खोल दी.....महात्मा बुद्ध से में हमेशा से प्रभावित रही हूँ......पर काफी प्रश्न मन में रहे हैं....अति व्यस्तता के कारण पढ़ने का उतना समय नहीं मिलता लेकिन आपकी वीडियोस और आपके पॉडकास्ट ने सबकुछ इतना सरल कर दिया......जिस जानकारी या ज्ञान को अर्जित करने के लिए दोनों ने अपना जीवन लगा दिया वो ज्ञान आपके द्वारा हम तक बड़ी सरलता और सहजता से पहुंच जाता है.....कोटि कोटि धन्यवाद आप सभी को.....मेरे ह्रदय से आपके लिए शुभकामनाएं....💐💐💐💐💐💐💐😊
जी मैं आपका बहुत आभारी हूँ और आनंदित भी हूँ की हमारे इन प्रयासों का लाभ आपको हो रहा है 🙏🏻❤️ भविष्य में भी इसी प्रकार सत्यानिष्ठा से कार्य करते रहेंगे 😇
🛑HINDUSAM IS YOUNGEST AND OLDEST DHARMA AT SAME TIME DUE TO NO LIMIT OF KNOWLEDGE, SO IT IS SANATAN BEYOND TIME , IT HAS NO END . BUDDHISM IS PART OF HINDU DHARMA BUT AGAINST HINDU VEDAS IN REAL AND WITH VEDAS IN ULTIMATE REALITY . 🟠⚪️🔵🟢.
आज मैं एक बात ये सबको बता देना चाहता हूं की ये वीडियो इस बात का गवाह है की आने वाले 200 साल के अंदर वापस सत्य आने वाला है याने की बुद्ध की वापसी होने वाली है जय हो नमो बुद्धाय सबका मंगल हो 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
06:29 आज हम जीतना भी हम बुद्ध धर्मके बारेमे जानेंगे वह हम बहुतही पढ़े लिखे ओर विद्वान व्यक्ति से जानेंगे😂😂😂 ("No part time budhdhist harm in this sentence)
बौद्ध संप्रदाय और संतान धर्म में से कौन पुराना है, इस पर सवाल उठाना स्वयं बुद्ध का अपमान है 😑 बौद्ध संप्रदाय स्वयं सनातन धर्म का भाग है, यह सांख्य दर्शन पर आधारित है जो हमारा है, निःसंदेह बौद्ध संप्रदाय भी हमारा है। समस्या यह है कि जिस क्षण आप थोड़े भी दुर्बल होते हैं, आपके रिश्तेदार भी आपसे दूर होने लगते हैं और जब आप बलशाली होते हैं तो वे अपनी दुम हिलाते हुए आपके पास आते हैं, यहां तक कि अनजाने भी आपसे जुड़ने के लिए ऐतिहासिक साक्ष्य गढ़ लेते हैं। इसलिए मेरे सनातनी भाइयों और बहनों, अपने धर्म के प्रति जागरूक रहें, ज्ञान का प्रसार करें, धर्म को आगे बढ़ाएं, धर्म शक्तिशाली होगा तो स्वतः छोटी मोटी समस्या दूर हो जाएगी।
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
It doesn't matter, from where you're come or which one is older. Just respect the knowledge they have, And learn from them. Believe in Krishna(the supreme and infinite energy)❤
क्षमा मांगते हुए मैं यह कमेंट लिख रहा हूं मेरी मंशा आप दोनों सज्जनों के ज्ञान पर सवाल उठाना नहीं है लेकिन आप दोनों के संवाद को सुनकर स्पष्ट समझ आ रहा है कि आप दोनों बैलेंसिंग मूड में हैं जो बौद्ध साहित्य में वर्णित जानकारियां है उसके विपरीत बातें कर रहे हैं। स्रोतागण सच जानने आएं है लेकिन आप लोग निम्न स्तर का जानकारी दे रहे हैं जो मेरे जैसे साधारण व्यक्ति जोसाइंस के विधार्थी होने के बावजूद इससे बेहतर ज्ञान रखता है ।हम तो कुछ विशेष जानकारी लेने के उद्देश्य से आए थे लेकिन मेरे जिज्ञासा को गहरा आघात पहुंचा। भाई समय और ऊर्जा जब लग हीं रहे तो सच बोलिए अगर नहीं तो चुप रहिए वही बेहतर है।
अगर इन सज्जन ने बैलेंस करके बताया तो तुम्हारे लिए अच्छा ही किया, वरना बुद्ध धम्म के ग्रंथो से कॉपी टू कॉपी बताते तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मरने की नौबत आ जाती तुम्हारी...😂 उदाहरण के लिए बुद्ध का जन्म, स्त्रियों को आशुरी शक्तियों से कंपेयर करना, चावल से स्त्री पुरुषों में लिंग उत्पन्न होना, बुद्ध का लाखो बार जन्म लेना और उसे याद रखना आदि...😮
Bhai Aisa karo aap, jo original Buddhist the Tibet aur Thailand, unse pata kare ki pehle kaun aaya tha, Bimta waale Soros k agenda pe chal rahe hain, Bhimta k leaders ko soros ki funding aati hai, asli Buddhist se Sune, fake bhimta buddhist ko ignore karein.
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
1st सर एक वीडियो बनाओ जिसमें यह बताओ निराकार और साकार रूप में पूजा करना क्या फर्क है इस डीटिल्स में वीडियो बनाओ श्री राम और श्री कृष्ण के जन्म से पहले किसकी (भगवान)पूजा की जाती थी?
@@amitkumarraaj6419सबसे पहले शिवलिंग की पूजा की जाती ये भी कहा जाता है। सबसे पहले निराकार रूप में में पूजा की जाती थी साकार रुप में पूजा अभी शुरू हुआ पहले नही था।
अतिशय सुंदर, मैने पूर्ण पॉडकास्ट देखा है और काफी काफी इंटरेस्टिंग यह था, पूर्ण समय यह दर्शक को बांधे रखता है, और कौशलीन जी बहुत ज्ञानी और calm दिखे, वंदना जी से भी काफी ज्ञान प्राप्त हुआ, team hyperquest आपका काफी ज्यादा धन्यवाद। 🙏🏻🙏🏻
@@Anuruddha-p1p Satya kadwa hota hai 😁. Satya sunn kar bura lagta hai bouddho ko . Tumhari Bhasha me jab koi jawab deta hai tab tumlogo ki fatne lagti hai. Sanatan samiksha se tum sabki fatati hai kyunki wah tum gajputro ko tumhari hi Bhasha me jawab dene hai aur saath me facts aur logic bhi jod dete hai toh tikhi mirchi ki tarah kaam karti hai tum bheemto gajputro ke liye 😁😁.
@@NishantKumar-ry9rp bheemte tum log bolte ho jativadi aur fake agenda tumlog share karte ho Buddha ko Kalki puran mein gali dekar humein bata ho kya kadwa kya meetha Jamin se Buddha kyu milte hai Tumahare 33crore devi devta kyo nahi milte Dalito tum log kitna gali dete ho humein pata hai Buddha aur babasaheb ko gali dene ke liye tumne channel bana hai
@@Anuruddha-p1p To tumhare SJ aur Rationalist azad kaun se doodh ke dhule hain? Gaali dene ka kaam tumne shuru kiya tha, ab doge to kayade se gaali sunoge bhi
Iska matlab Sanatan Hindu Dharam hi ek satya h aur Bodh dharam ka baap h kyonki Sanatan shabad Sanskrit bhasha ka h aur Sanatan Hindu Dharam k liye hi use hota h❤❤😂😅
विशाल बेटे ये podcast बहोत ही अच्छा रहा. दोनो डॅा. वंदना और डॅा. सिंग दोनो भी सनातन धर्म और बौध्द धर्म के अच्छे जानकार है. मै बौध्द के ‘ श्यायदवाद ‘ सहारा ले कर कह सकता हू कि बौध्द शून्य के बाहर ही नही आ सके. जैसे वंदनाजी ने बताया कि कुछ भी जो शुरू होता है उस का अंत जरूर है. बौद्ध कहते कि सिर्फ चेतना है. लेकिन चेतना कहा से आती है ? ये बौध्द नही जानते. चेतना का जन्म शुध्द, बुध्द, अविनाशी चेतन से ही होता है. चेतना का जन्म अविनाशी चेतन से हुआ है, तो जिसका जन्म हुआ है उस कि मृत्यू,अंत तो जरूर होना ही होना है. तो बौध्द इसि कसौटी पर fail हो जाते है. इस का मतलब ये नही कि,मै सिंगजी को उस का दोषी मान रहा हू, वो एक अभ्यासक के जगह पर एकदम सही है. चेतना याने चेतन कि प्रकृती ! तो बौध्द चेतन तक पहूच ही नही पाये और चेतना (माया) के जंगलों मे गूम हो गये.तो उन का ज्ञान भी उतना ही सिमीत रह गया. बौध्द उस के आगे जा ही नही पायें. और वही सिमीत ज्ञान निम्म जाती के लोगो मे जानने कि उतनी ही बौध्दीक क्षमता होने के कारण, निम्न जातीने उस ज्ञान को धारण कर लिया. क्यो कि वेदों, उपनिषदों का ज्ञान समझने के लिये जो बौध्दीक स्तर लगता है वह उन मे नही था. बौध्द धर्म यैसे ही लोगो मे फैल गया, बाकि और कोई कारण नही दिखता !
Swami vivekand ne bhi ek jagah aisa hi kaha he....बौध्ध धर्म छोटी मति वाले के हाथ पड गया,,अयोग्यती के कारण भर्षट हो गये..,इसिलिए इसे भारत से उखाडकर फेकना पडा
आपका प्रयास अति प्रशंसनीय है मेरे बहुत सारे सवालों के उत्तर जिनको लेकर मैं थोड़ा संशय में था उसे विशेषज्ञों के प्रमाणों ने स्पष्ट कर दिया, बहुत ही शानदार। मेरा एक सुझाव है कि इस चर्चा में साइंस जर्नी और रैशनल वर्ल्ड को जरूर आमंत्रित कीजिए क्योंकि उनके वीडियो पूरी तरह से इसका खंडन करते हैं।
jhoot ki potli. wo unka kam propganda krna PhD wale ko bat manoge ya ba pass out ki jinka kam hi propganda krna unke khdan ka kya.lena wo buddist grantho ka sire se nakar deta hai jab koi bat uske gale nahi utarti uske liye sanatan samiksha hai. aise chapri ki chinta Mt kro
Vishal ji aaj to Mera bahut bada sobhagya hai me itni sarthak Gyan charcha me shamil hu..bahut guni aur gyanijan logo ke beech bahut aanand mil raha hai..
अब तक का सर्वश्रेष्ठ पॉडकास्ट सत्य सनातन आचार्य अंकुर का रहा है । वे अकेले एसे हैं जो इतिहास को वर्तमान के परिप्रेक्ष्य से समझाते हैं। @satyasanatan यदि संभव हो तो उन्हें फिर से बुलाए 🙏
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
बुलाओ उसको इसी चैनल पर । वह बंदा तो अपने या अपने साथियों के बिल से बाहर निकल कर डिबेट करने के नाम से ही डरता है । एक बार उसको सनातन समीक्षा से डिबेट करने बोलो सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर आके । पेंट गीली हो जाएगी तुम्हारे अनपढ़ जर्नी की । 😂
@@kamalkumar-qm8hs अंधभक्त मैं नहीं बल्कि तू है भीमटे 🤣। अनपढ़ जर्नी का अंधभक्त ! तेरा फट्टू जर्नी सबको ब्लॉक करता फिरता है X पर जब भी उसकी कोई धुलाई करता है तब । मुझे भी उसने ब्लॉक कर दिया जब उसको सनातन समीक्षा से open and neutral platform पर आके एकेडमिक डिबेट की तरह डिबेट करने बोला तो और सनातन समीक्षा की वीडियो एक बार देख लेना और अपने अनपढ़ जर्नी को एक बार पूछना कि सनातन समीक्षा को हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक क्यों किया है । तब पता चलेगा कि सनातन समीक्षा से तेरा अनपढ़ जर्नी कितना डरता है । और एक बार अपने अनपढ़ जर्नी से पूछना कि 2019 में श्याम मानव के बेटे के व्हाट्सएप ग्रुप में उसकी धुलाई किसने की थी 😁। जिसके बाद उसने उस व्यक्ति को गाली गलोज करने लगा था और उस ग्रुप से निकलवा दिया था और उस दिन से हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक किया हुआ है हर सोशल मीडिया platform पर । 🤣 एक बार अपने अनपढ़ जर्नी को कहना स्ट्रीम में जाके कि सनातन समीक्षा उसको खुली चुनौती दिया है कि अपने बिल से बाहर आए किसी सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर और डिबेट करे, या फिर ऑफलाइन ही डिबेट में आ जाए एक बार आमने - सामने ।
@@kamalkumar-qm8hs SCIENCE JOURNEY से जाकर पूछो👉बौद्ध धर्म को जानना है तो कौन सी किताब सही रहेगी जान ने के लिए, JAWAB किया देगा 👉 कान पकड़कर आप को उठक बैठक करना है और बीज में बोलना है म्याऊं म्याऊं , ऐसा पचास बार कीजिए @SCIENCE JOURNEY 428😁😍🤣
sanatan dharm is the mother of all dharm. be it hinduism, buddhism, jainism and sikhim. be together and this is the time of unity against abrahmic religion
बौद्ध संप्रदाय और संतान धर्म में से कौन पुराना है, इस पर सवाल उठाना स्वयं बुद्ध का अपमान है 😑 बौद्ध संप्रदाय स्वयं सनातन धर्म का भाग है, यह सांख्य दर्शन पर आधारित है जो हमारा है, निःसंदेह बौद्ध संप्रदाय भी हमारा है। समस्या यह है कि जिस क्षण आप थोड़े भी दुर्बल होते हैं, आपके रिश्तेदार भी आपसे दूर होने लगते हैं और जब आप बलशाली होते हैं तो वे अपनी दुम हिलाते हुए आपके पास आते हैं, यहां तक कि अनजाने भी आपसे जुड़ने के लिए ऐतिहासिक साक्ष्य गढ़ लेते हैं। इसलिए मेरे संतानी भाइयों और बहनों, अपने धर्म के प्रति जागरूक रहें, ज्ञान का प्रसार करें, धर्म को आगे बढ़ाएं, धर्म शक्तिशाली होगा तो स्वतः छोटी मोटी समस्या दूर हो जाएगी।
Abe tera sanatan dharm hai hi nahin Bhai tum Brahmins (panda) logo ne Buddhism se churaya hai aur kitne illogical cheezin hain tere ramayan mai. Buddhism sabse purana hai aur yeh whatsapp University se padhai karne waale log kahte Hain buddha ka janam Hindu family mai hua tha abe pahle jaakar truth sources se padh lo agar tum panda (Brahmins) na hote toh aaj india aur aachi hoti Sanatan sirf Brahmins ka hi hai toh isse follow tum hi karo aise ghatiya neech dharma ko kaun follow karenge
@@jasimlaskar8176 what if I show you the word "सनातन धर्म" in hindu texts before the person you mentioned even was not born ? Will you then say sorry for spreading misinformation ? Reply quickly so that I can proceed
@@Bharat21vats sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
@@Bharat21vats d c circar ki book mai translation dekha hai Darius ka galti se i mean. ! Hindu nahi likha hai pakode ! Lughet e kishwari naam ke book mai persians ne hindu matlab kala chor , daaku , lootera likha hai
@@ravi-64yah ek baar aaya tha aur aise hi ghise pite claim kar raha tha par jab kushwaha ji ne proof manga tab bahane banane laga ki awaz nahi aa raha hai aur bhaag gya aur yah kaha ki agle din aaunga proof lekar aur earphone theek karke par agle din bhi nahi aaya aur aaj tak sanatan samiksha wait hi kar rahe hai ki yah Banda ab aayega proof lekar par yah uss din se jo bhaaga tha uske baad ek din bhi debate me nahi juda proof ke saath .
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
भगवान बुद्ध जी सनातनी हिंदू थे हम सभी सच्चे शिवभक्त सनातनी हिंदू हैं राष्ट्र में सभी लोग एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
वैदिक ब्राह्मण इरान से होते हुए गङ्गा तठ तक आए हुवे है ।श्रमण परमपरा भारत वर्ष मे था जब वैदिक आए और श्रमण परमपराके गुरुवो से जब वातचित हुवे तब उत्तर मिमामसाका जन्म हुवा नहि तो पुर्व मिमामसामे सिर्फ हवन यज्ञ है । बौद्ध धर्म जाहा जाहा गया वाहाका प्रभुर्ध बर्ग( वौधिक वर्गमे ) पपुलर हुवा क्यु कि यह तार्किक और अनुभुतिमे उतारा जा सक्ता है ।पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।शनकराचार्यके समय प्रसिद्ध बौद्ध गुरु धर्मकृती ( जिस्के प्रभाव हिन्दु धर्मके न्याय दर्शनमे है) और दिगनाग थे उनसे शंकराचार्यने क्यु शास्तार्थ नहि किया? उस्स समय शास्तार्थका आयोजन राजा कर्ते थे और हार्ने वालोके मठमे ताला लगाया जाता था । अगर शंकराचर्यने उन बौद्ध गुरुवोको हराया होता तो नालन्दा , विक्रमाशिल,सोमपुरी, जगदल्ल, बल्ल्भी जैसे प्रसिद्ध बौद्ध माहाविहार कैसे १३औ शताब्दी तक चल राहा था? १०औ शताब्दिमे बाजसपती मिश्रने जब शंकराचार्यके ब्रहम शुत्र भाष्यके भामती टीका लिखनेके वादही हिन्दु धर्म मान्ने वालोमे शंकराचार्यको पहेचाने लगे , उस्से पेहेले उनका नाम इत्ना प्रख्यात नहि था हिन्दुवोमे । शंकराचार्यने बौद्ध धर्मके शुन्यता आदिका खन्डन कर्नेका कोसिस किया है । लेकिन जो उनहोने खन्डन किया है वह बौद्ध धर्मका शुन्यताका मतलब नहि है । अगर वह यह तर्क लेकर बौद्ध गुरुवो से शास्तार्थ कर्ते तो वह आसानिसे हार जाते । शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानन्द से लेकर आजतक उनका अनुयायी बौद्ध शुन्यताको सहि अर्थ नहि समझ पाए है।
क्या बुद्ध का जन्म हिंदू पिता से हुआ था? हाँ। किंवदंतियों के अनुसार, सिद्धार्थ गौतम/सिद्धार्थ शाक्य एक हिंदू राजकुमार थे, जिनका जन्म और पालन-पोषण वर्तमान नेपाल में हुआ था। जिस तरह ईसाई धर्म को मूल रूप से यहूदी धर्म के सुधार के रूप में देखा जाता था, उसी तरह बौद्ध धर्म हिंदू शिक्षाओं को देखने का एक नया तरीका बन गया और फिर अंततः अपने स्वयं के धर्म/दर्शन में बदल गया। कर्म और पुनर्जन्म के सिद्धांत सीधे बुद्ध की हिंदू पृष्ठभूमि से आते हैं।
@@okmovie12 Koi logic h baat me 😂 Mtlb iskcon Sri Krishna की भक्ति को आगे ले जाता हैं तो कल के iskcon bole Sri Krishna को आप logo ने q अवतार बना लिया 😂😂😂
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
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@@HyperQuest 1st
सर एक वीडियो बनाओ जिसमें यह बताओ निराकार और साकार रूप में पूजा करना क्या फर्क है इस डीटिल्स में वीडियो बनाओ
श्री राम और श्री कृष्ण के जन्म से पहले किसकी (भगवान)पूजा की जाती थी?
Please comment bhi dakh liya karo 😂 kab se bol rahe hain sanatan samiksha ko bula lo please 😅
'Why Bengoli Hindu Leaving West Bengal '
heavy decrease in population of Bengoli Hindu
Make a Vedio in this topic
I have all the Points for this Content
Great analysis Sir,
You debunked and sealed the voice of Buddhist researchers and SCIENCE JOURNEY channel.
Thanks Sir,
Please accept his debate challenge.
Veda hi science hai.
Sanatan hi Satya hai.
सनातन समीक्षा को बुलाइए । उनसे बेहतर बौद्ध मत को कोई नहीं समझा सकता । वह बौद्ध मत का पूरा सच सामने लाते है जिसे देख कर बौद्ध लोग तिलमिला उठते हैं।
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai
usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debunk kiya par Lughat e kishwari else kishori mai hindu ka arth Decoit , theif etc aisa likha hai
kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
@@Heisenberger2005anpadh journey ke Anpadh chele jara padhai kar leta anpadh journey ka video dekhne ke bajaye aur Buddha jaisa tatti khane ke bajaye toh jyada accha hota . Darius ke inscription par Hindu word aata hai aur tere anpadh journey ke uss video ka bhi debunk Kiya gya hai jisme wah anpadh ' hindush " ko " aidush " padh raha tha aur wah video sanatan samiksha ke Facebook par mil jayegi. Isse pata chalta hai ki tu bouddho ki tarah Manav mal ka kitna high dose leta hai 😆aur rahi baat hindu ka arth gaali ke roop me prayog karne ki toh jo bhi dictionary tera anpadh journey dikhata hai unme se koi bhi dictionary 500 BCE purani hai hi nahi balki wah Sari dictionary Islam ke baad ki hai aur Muslims ne ghrina Vash hindu ka meaning distort kiya hai . Ispar bhi already sanatan samiksha ne stream kar rakha hai . Ab mein tera naam ka arth kutta kar dunga toh tu meri wajah se apna naam change kar lega kya , bata ? 😂
Neobuddhist's will not agree from phd scholar in Buddhism but will agree with iti passout jhandu journey 😂😂
Bhai apna profile name change kar da kabhi kisi ka god ka majak mat bana tumhe jaise logo hindu darama ka majak Banta hai jai shree ram
Nice name bro...ur name has great mystery..
@@raj_yt18_343if u can't support the truth than stop lecturing others...mind ur business.
@@madhavrekwar3552 ok bro but koi muslim iska comment padhga tho hamara god bhi gali da ga tujhe chalega kya?
Sorry comment nhi name
ये हिंदू धर्म ही है जो सबको open debate करने का मौका देता है वर्ना अब्राहमिक religion ☯️ तो सर तन से जुदा कर देते हैं धर्म पर सवाल उठाने वाले को और धर्म छोड़ने पर।
@@Trident4You जी जो अब्राहम है पुरानी अब्राहमिक भाषा मे अ नही होता है ब्राहम है जिसे हिन्द मे ब्रह्मा कहा जाता है ज्यादा अंदर मत जाओ अब्राहम की पत्नी का नाम सारा था जिससे सरस्वती बना है
@@virendrakumarsinghsingh3082 ऐसे ही कुछ भी।
डिवेट का इतना ही शौक है तो साइंस जर्नी जैसे किसी चैनल पर चेलेंज स
स्वीकार करो पता चल जाएगा कितने पानी में हो।।
@@user-ji2wb9fe6s unse kaho Ek baar Kuran aur islam ke naam par debate kare sar tan se juda ho jayega. Uske jaal me bas dalit faste hai aur sabse jyada jihadi dalit ko convert karte hai aur maarte hai chahe Bharat ho Pakistan ya Bangladesh ya phir Afganistan.
सरस्वती ब्रह्मा जी की पत्नी नहीं है.... उनकी पुत्री है तु अपनी सारा और अब्राहम को अपने पास रख bhai
Waw ....great great podcast ...pichle kch waqt se ye nav boddho ki social media pr sanatan virodhi comments or harkato ki wajah se mai kahi na kahi shree gautam buddh or bodh dharm ka virodhi hogya tha lekin ye podcast dekhne k baad muje realise hua k he was d real awaken one wo ek mahaan sidh aatma the ..or jyada respect badh gyi mere mann mai ab gautam buddh ji k liye kbcoz he was also a part of our great sabhyta n dharma ...bs wo sansar ko ek jyda saral marg dikhana chahte the moksh ka ❤
Gautam Buddha ji was the Scientist of Spirituality.....His methods and teachings are very relatable in this era also.
🙏🏻😇
@@HyperQuest जी काल कि kbt कि स्टीम देखो तर्क क्या होता है मालूम पडेगा
आप हमारे हि हो
जय श्रीराम
@@D.K.12342. sanatan samiksha likho,kbt se unhe kaise pata chalega??
@@Rakshita442 ok🙏
bhagavad gita teachings is far more better and the best!
Bangladeshis are falsely blaming India for the floods. Bangladesh is not part of India, but Tripura is part of our country. So, don’t get distracted. Ignore Bangladesh and support Tripura, which is currently facing floods. Pray for Tripura and help our people...our citizens.
Right
Right
विशाल जी सादर नमन 🙏 सनातन समीक्षा चैनल के राजेश कुशवाहा और नटराज नचिकेता जी को भी आप आमंत्रित करें । इनके शोध से निश्चय ही लाभ ही प्राप्त होगा।🙏 इनका क्षेत्र प्राचीन इतिहास और पुरातत्व है।
जी अवश्य 🙏🏻
@@HyperQuest 🙏🙏🙏🙏
@@HyperQuestplease spot sanatan samiksha yout chhanal
जरा सनातन समीक्षा के कुशवाहा जी को बुला कर पॉडकास्ट कीजिए। ये बर्बली नही किताबों से दिखा कर बात करेंगे। कुशवाहा जी के अनुसार बुद्ध कभी हुए ही नही मनगढ़ंत कहानी है। ये जैन धर्म से चुराई हुई दास्तान है। कुछ मिलावट कर के।
Jain dharm ka saboot de pehle buddh ke time se
@@vikasattar553 सब मिलेगा कुशवाहा जी से मिल लो।
Bhaai tu sanatani he v ya nakli he 🤔🤔🤔 baudh ho ya hindu. Apko pata hona chahiye ki budh sach m the.. aur sanatani raaja ke putraa the.. aur haa maharastra k ajantha ellora caves me aajaa saboot k liye.. budha nakli hota to baudh dharam granth ni banta.. pahle kitaab paad le bhaai.. sanatani h na to sanatan m budh v the.. pahle puratan vastu dekh.. caves m jaa . Jain dharam budh k marne k bad paida huwa🤔🤔😒😒😒 to budh jain ki copy kese.
Kushwaha khud ko baudh ke vansaj mante h❤
Main nahi maanta@@IITBOYSHUBH
At such a young age Vishal you are doing a great service to Hinduism. This is why I am proud of Hinduism where there is freedom to debate and reform.
Its not like Abhrahamic religions written on stone
Thank you for your kind words. It really means a lot to me❤
@@HyperQuest Thanks Vishal. I am elder to you, a big Brother. But I have no problem in saying your reply means a lot to me and your knowledge of Hinduism is 2-3 times more than me.
Thanks for inspiring and educating us.
Hare Krishna, Hare Rama 🙏🙏
Bro had try to brainwash the people
Buddha ne bachpn me hi shastro me maharath hassi kr li thi
Pr unka ek bhi vichar hindu dharm ya vedo se prabhavit nhi hai.
Iss video ka jawab sirf Dr. Ambedkar ki kitab Buddha and his Dhamma me mil jayega aapko
@@krystalcoveres7932 Brainwash is being done by so called neo-buddhists and Ambedkarites and what not. Every one is bringing their own concept.
वैदिक ब्राह्मण इरान से होते हुए गङ्गा तठ तक आए हुवे है ।श्रमण परमपरा भारत वर्ष मे था जब वैदिक आए और श्रमण परमपराके गुरुवो से जब वातचित हुवे तब उत्तर मिमामसाका जन्म हुवा नहि तो पुर्व मिमामसामे सिर्फ हवन यज्ञ है । बौद्ध धर्म जाहा जाहा गया वाहाका प्रभुर्ध बर्ग( वौधिक वर्गमे ) पपुलर हुवा क्यु कि यह तार्किक और अनुभुतिमे उतारा जा सक्ता है ।पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।शनकराचार्यके समय प्रसिद्ध बौद्ध गुरु धर्मकृती ( जिस्के प्रभाव हिन्दु धर्मके न्याय दर्शनमे है) और दिगनाग थे उनसे शंकराचार्यने क्यु शास्तार्थ नहि किया? उस्स समय शास्तार्थका आयोजन राजा कर्ते थे और हार्ने वालोके मठमे ताला लगाया जाता था । अगर शंकराचर्यने उन बौद्ध गुरुवोको हराया होता तो नालन्दा , विक्रमाशिल,सोमपुरी, जगदल्ल, बल्ल्भी जैसे प्रसिद्ध बौद्ध माहाविहार कैसे १३औ शताब्दी तक चल राहा था? १०औ शताब्दिमे बाजसपती मिश्रने जब शंकराचार्यके ब्रहम शुत्र भाष्यके भामती टीका लिखनेके वादही हिन्दु धर्म मान्ने वालोमे शंकराचार्यको पहेचाने लगे , उस्से पेहेले उनका नाम इत्ना प्रख्यात नहि था हिन्दुवोमे । शंकराचार्यने बौद्ध धर्मके शुन्यता आदिका खन्डन कर्नेका कोसिस किया है । लेकिन जो उनहोने खन्डन किया है वह बौद्ध धर्मका शुन्यताका मतलब नहि है । अगर वह यह तर्क लेकर बौद्ध गुरुवो से शास्तार्थ कर्ते तो वह आसानिसे हार जाते । शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानन्द से लेकर आजतक उनका अनुयायी बौद्ध शुन्यताको सहि अर्थ नहि समझ पाए है।
New buddhist crying in corner 😂
Taking harpic pegs .. 🤭
@@azibghadi tibat ki script ko uthake khudko bharat ke mulvibasi bolte h🤣🤣🤣
Sahi to bolte hai brahman bahar se aye hai to tum log brahman dharm palan kar rahe ho to tum log kaise hindu ho gaye aur hindu sanatan naam ka koi dharm hai kya apni kitab padke bata😂. @@lipun1531
science journy ke videos dekh andhbhakt
@@nobieditz479 science chatni ko pel chuka hu gajput 😂 jab harne laga tho mute kar ke nikal diya mujhe 😂
Uska naam mute journey hai😂
Neo buddhist's will be offended from this podcast 😂
Are ye toh budh ke purvaj ko gali dete hai ab kese denge😂😂
@@VivekSingh-hn4xr😁😁😁😁😁
😁😁😁😁😁
@@SagarRao-k5t Cmts section check KR .. ro rhe Hai😀😂😂
@@user3ck437GhQ😂🤣😂🤣😂
सनातन समीक्षा कुशवाहा भाई को बुलाए उनको ज्यादा ज्ञान है बौद्ध धर्म का
Tanatan Samiksha ko Buddhism ka gyan😂😂
Aisa hai toh fir kisi Muslim ya fir Buddhist ya fir Atheist ko Hinduism ki taraf se representation krna chahiye 😂😂
WhatsApp aur Wikipedia University se padhne waale Buddhism pr gyan denge 😂😂😂
Kabhi lekr aao SJ ke paas use....
Bande ke Brain Cells dead ho jate hai Debate ke naam se
Kuch gyaan nhin h
गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः
Waw क्या लाइन कही है भाई ने !
वाकई आपको लगता है?
@@ankitchaurasia933 ha Ankit sahab.....Guru brahmha ki trh hmari nirman karte hai....kausal and facts se jisase hm apna development krne me saksham hote hai.....vo hmare जीवन ke hmare nuksandayak swarup ko nast karte hai......अनुशासन aur samjha bujhakar ya dand se.......ttha Vishnu ki trh hmara palan poshan karte hai......yogya na hote huye bhi siparish krke guarantee lekar......etc......🌿
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे |
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ||
🌺🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌺
@@amitkumarraaj6419 नहीं भाई तुम बड़े भाग्यशाली हो जो इस प्रकार के अनुशासन और संस्कार की बातें करते हो और वह संस्कार मिला है।
हमारे यहां तो ऐसा कोई धारणा नही है, यहां गुरुजी बहुत चालू किस्म के व्यक्ति होते है गाली भी देते है और किसी को परीक्षा में अनुत्तीर्ण कर देते है या किसी लड़के को मारते है तो लड़के भी उनके वही या बाहर गर्दन धर लेटें है।
हमारे लिए तो यह संभव ही नहीं तो पता है यद्यपि हम भी उतना बुरे नही हैं बस थोड़ा ज्यादा खुल गए है।
Jai maa Durga 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@@VikashKumar-kw5ck 🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺
Sanatan samiksha🎉 is doing fantastic on sanatan dharma ..and has told these things already. Sanatan samiksha has reviwed this podcast now listen that live stream to know about reality. Whitewashing is not the solution of this problem. Two opposite poles can't meet with each other.🕉
Right 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
I am his subscriber 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
@VikashKumar-k😂😂w5ck
Gali gloch करके
@@tathagatgoutambuddh नहीं neelo को expose करके..🤣🤣🤣🤣send झंडु journey on sanatan samiksha...
Vishal ji , आपसे निवेदन है की एक बार Sanatan Samiksha को निमंत्रण अवश्य दें ।।
Bilkul sahi baat
Shayad agar history ka koi podcast hoga to bulayenge par vo apna chehra nhi dikhate
@@Bharatwasi777 nakli buddist dhmki dete hoge sanatan samiksha wale person ko
@@Bharatwasi777 helmet lagake ayenge ya phir online meeting karyadenge
भैय्या जी आपको सादर नमन🙏 एक बहुत अच्छा सुझाव दिया है आपने ।👍
क्या दर्शन है सनातन की की कौन हटे आत्मा या पंच तत्व से निर्मित शरीर जो आप में भी है मुझमें भी
सनातन ही क्षेष्ठ है🚩
Justice for Lady Doctor..😢
@@D.H.A.K.A.D shut up you stupid fellow. What kind of idiot man you are
👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
Ish video ka topic kya hai kuch pata hai?? Yeh channel kis par hai? Jake dhruv rathee channel ko prefer karo uske liye
@@tokitomuimui kya dikkat hai logo ko jagruk karne mein ❓❓❓❓❓
@@VikashKumar-kw5ck channel bhi mayene rakhta hai
Sanatan samiksha 🗿
Hyper quest 🗿
Acharya Prashant 🗿
Science journey 🤡🤡
Sanatan samiksha/ hyper quest ko challenge diya h sj ne lakin inki fati pdi h debate krne se sj🔥 se😂😂
@@tathagatgoutambuddhsanatan samiksha ko kab challenge de diya jhandu journey ne 😂😂 khud block maar ke baita hai . Open platform pe bulaya toh bhaag gya tumhara journey 😂😂
@@Sanatan_saarthi_1729 open challenge hm rhta h sj ki traf se tum ajao tumra sandash samiksha nhi ayega
@@tathagatgoutambuddh tumhara sj youtube aur twitter pe block kar rakha hai usko bolo unblock kare 🤣🤣aur SJ ko tag kar ke bhi stream karta hai sanatan samiksha tab kyu nhi aata ??? Ek baar toh ex muslim ke neutral channel pe invite Kia thha tumhara SJ bhaag gya 🤣🤣
@@Sanatan_saarthi_1729science journey ko koi kitna bhi keh le sanatan samikhsa se debate kar lo lekin Bo bhagta hi rahega 😂😂😂
शर्मा जी लड़की कितनी बुद्धिमान है मैं चमार हूँ लेकिन आज भी मैं ब्राह्मणो के ज्ञान के आगे नतमस्तक हो जाता हूँ। सच मे ब्राह्मण ज्ञान के सागर होते है। ज्ञान इनके DnA में भरा है अगर भारत मे मुगल और अंग्रेज ना आये होते तो आज पूरे विश्व मे ब्राह्मणों के ज्ञान का डंका बज रहा होता
Kewal Brahmin nhi bhai.. balki poore hindu samaj aaj top har hote qki gurukul mein sare caste padhte the
ऐसा मत बोलो भाई जाती से कुछ नहीं होता बुद्धिमान कोई भी बन सकता है
@@Kk_179ये भारीतय संस्कृति की महानता है कि एक व्यक्ति सामने वाले को इतनी इज्जत देता है अगर कांग्रेस और अंग्रेज मुगल भारत में ना होते तो ये जातिवाद होता ही नही भारत मे
Aisi koi baat nhi hai bhai in didi ne bhi padhai kari hai isliye itna gyan hai, Lona chamarin namak ek prasidh tantrik rishika thi wah bhi gyan ka bhandar thi aur Ravidas ji bhi maha gyani the. Mai apke vinamrata ki prashansa krta hu bhai par kripya apne ko kam na aake hum sabh ke purvaj ek hi hai aur ham sabh bhi ek hai. Jai shree Ram🙏
Aisi koi baat nhi hai bhai in didi ne bhi padhai kari hai isliye itna gyan hai, Lona chamarin namak ek prasidh tantrik rishika thi wah bhi gyan ka bhandar thi aur Ravidas ji bhi maha gyani the. Mai apke vinamrata ki prashansa krta hu bhai par kripya apne ko kam na aake hum sabh ke purvaj ek hi hai aur ham sabh bhi ek hai. Jai shree Ram
अब तक बौद्धों ने किसी भी धर्म को नकारात्मक दृष्टि से नहीं देखा है। लेकिन ज्यादातर हिंदू ही हैं जो ज्यादा बातें करते हैं. इसीलिए रामायण का महाभारत युद्ध से लेकर अन्य धर्मों तक का दृष्टिकोण अहंकार का है।
Jay Shree Ram bhai 🙏❤️
I'm from Nepal 🇳🇵
Nepalis are our brother..
Jay shree Ram bhai ji 🚩❤️
ब्रो यो हाइपर क्वेस्ट भन्ने मान्छे ले सनातन धर्मको हरेक कुरालाई इण्डिया सँग जोड्छ । मलाइ यो मान्छे सुरुमा एउटा राम्रो धर्मबिज्ञ लाग्थ्यो तर यो मान्छेले हरेक बैदिक ज्ञान र गौरवलाई इण्डिया सँग जोडे पछि मलाइ यो मान्छे मन परेन । के हिनदु इण्डियाको मात्र गौरव हो ??
@@amitpassi2042 Yes we are but you indian always highlight your india when hindu importance come.
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
Sanatan vs Buddhism ❌
Sanatan = shaiv, vaishanav, shakt , charvak , bauddh , Jain , Sikh....etc....✅
कभी आपने वेदान्त दर्शन को पढ़ा भी है कि बस ऐसे ही आवेश में आ गए है।
शायद आपको पता नही की चार्वाक के दर्शन को भारत में जला दिया गया और उनके बारे में जो कुछ मिलता है वह और धर्म के ग्रंथो में मिलता है।
बौद्ध का कितना साहित्य तिब्बत से आया है।
आपकी जानकारी गलत हैं।बौद्ध भी शेव थे और जैन वैष्णव हैं।सिखो के शुरू के 5गुरु वैष्णव थे ,गुरु अंगत देव जी के आते आते ये शाक्त हो गए । 😊
@@ankitchaurasia933 ye aap kise bare me bol rhe he, aur ek baat charvaak darshan keval isi karan khatam ho gya ki unke grantha jal diya gya ye ek karan ho sakta hai,par ekmatra karan hai, esa ni hai, chuki charvako ki alochna sabhi sad darshno, boddho, jaino ne kiya jiske ke karan inke anuyayi kam hue,iska karan v hai inki alochna 8 darshno kyo ki inhone keval ek pramaan ko mana jo hai direct perception, in sare factors ki wajah se charvaako ka lagbhag decline ho gya+ unki philosophy+ unki books
@@SagarRao-k5t Hindu astik yaa nastik nahi ho sakta kyuki hum satya ko jaan ne waale log he. sach ko jaan ne kee bad astik ya nastik reh ne ki koi jaaru nhi hoti
@@Yogis_BitterTruth_Nirvan bilkul isliye hindus ko astik/ nastik ( according to western concept) dichotomy se hatkar seeker hona chayiye
Hare Krishna from Nepal 🚩🕉️🇳🇵
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
Up se Raat me Bibi Bachche 2.Chod.Janta.ko.chod.chale.gaye.Rajniit.leftist
@@urgenlama7302 listen please read Max Muller, read what he said about buddhism.
@@urgenlama7302भाई मैं बौद्ध विहार संकिशा के पास छोटे से गाँव में रहता हूँ हमरे पुराज
शाक्य सरनेम का उपयोग कर रहे है कोई हमें किसी का वशज बोलता है कोई किसी का सभी संनातन धर्म का पालन कर रहे हैं और बुद्धाधर्म में भी उतनी ही आस्था रखे हैं बुजुर्ग अभी भी हमें जातक कथा सुनआते हैं गाँव के सभी ध्यान में विश्वास करते हैं और रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करते हैं हम आज भी अज्ञान हैं क्या सच है क्या झूठ बुद्धंम शरणंम गच्छामि🙏🙏
Hare Krishna!🔱 jay aryavarta!
BUDDHA: The way of living se aaya hun☺
Exposed hogaye ho tum bhai
स्थान से खाने का कोई लेना देना नहीं हैं। बिश्नोई समाज कभी जीव हत्या नहीं करता न कभी मांस खाता है। गुरू जम्भेश्वर जी ने बिश्नोई पंथ की स्थापना राजस्थान मैं की थी। गुरू जी स्वयं विष्णु के अवतार थे। हमें जो शिक्षा दी है हम आज भी क़ायम है।
Please do not stop making this.Too knowledgeable ❤
Thank you for the appreciation ❤
As a bhimta i got offended
Leela kabutar😂😂😂😂😂😂
Tan tanatan tan tan 😂😂😂
Chim tapak dam dam 🤘🤘
😁😁😁😁😁
😅😅😂😂😂 bhimta
विशाल जी , आपने बौद्ध धर्म में स्त्रियों के स्थान के लिए जो जिज्ञासा प्रस्तुत किया वो अद्वितीय है ।🙏👍
🙏🏻🙏🏻
जरा मनुस्मृती भि पढा किजिए सर ।
@@urgenlama7302 लामा जी ! आपके दलाई लामा जी शिव मन्दिर में शिव जी की पूजा अर्चना कर रहे हैं । महात्मा गौतम बुद्ध के पूर्व आपके भी पूर्वज सनातनी ही थे। आप मनुस्मृति पढ़ने की बात कर रहे हैं , मैंने उसे देखा भी नहीं है ।
@@dushyantsingh5759sanatan ka naam buddism me likha hai...
@@rahulshinde7704 🙏 माननीय सर्वप्रथम आपको ये समझना होगा कि सनातन संस्कृति पहले थी या बौद्ध मत । यदि बौद्ध मत बाद में आया तो 'सनातन' शब्द उन्होंने सनातन संस्कृति से चुराया है । यदि आप को लगता है कि सनातन संस्कृति बौद्ध मत के बाद आया है तब आप और अध्ययन व अनुसंधान करें। महात्मा गौतम बुद्ध तीन वेदों का अध्ययन किए थे, कपिल मुनि के सांख्य दर्शन के ज्ञाता थे । उनके सारे विचार जैन मत और सनातन संस्कृति से प्रेरित और प्रभावित थे।
Please invite Sanatan Samiksha.
आपको भाई तहेदिल से धन्यवाद जो आप आज के युवाओं को सनातन धर्म का मार्ग दिखा रहे हैं❤❤❤❤❤ जय हिंद जय भारत जय श्री राम जय भीम
आभार भाई 🙏🏻❤️
यह प्रस्तुति ना ही विश्लेषणात्मक है ना ही वाद विवाद ना ही शास्त्रार्थ है हम देख रहे है तीनो सनातन के ही पक्ष में बोल रहे या कहानी सुना रहे हैं।प्रमाणिक ऐतिहासिक तथ्यों और काल गणना का अभाव है।
Unhone kaha tha ki debates time ke saath jyada intense hoti jaayengi.
Har ek log Kasmir Shaivism Padhna Suru karein 🙏🌺
क्या सभी बौद्ध हिंदू विरोधी हैं?
बौद्ध दो प्रकार के होते हैं, पहले नव बौद्ध जो हाल ही में भारत में हिंदू धर्म से धर्मांतरित हुए हैं और दूसरे मूल बौद्ध जिनके पूर्वज बौद्ध थे (भारत, नेपाल, कंबोडिया, जापान आदि)
आश्चर्यजनक रूप से, हाल ही में धर्मांतरित हुए 90% से अधिक नव बौद्ध लोग हिंदुओं से नफरत करते हैं और उन्हें गाली देते हैं जबकि विदेश से आए बौद्ध लोग ज़्यादातर हिंदुओं और हिंदू धर्म से प्यार करते हैं (क्योंकि बौद्ध धर्म की उत्पत्ति भी भारत से हुई है)।
तो हाँ, आप पाएंगे कि हाल ही में धर्मांतरित हुए नव बौद्ध लोग जो अंबेडकरवादी भी हैं, हिंदुओं को गाली देते हैं जबकि उनके सरकारी दस्तावेज़ों पर हिंदू धर्म लिखा हुआ है और वे भारत में हिंदू एससीएसटी होने का लाभ उठा रहे हैं।
हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म कभी किसी को दूसरे के धर्म का अपमान करना नहीं सिखाते, लेकिन ये नव बौद्ध बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के बारे में कुछ नहीं जानते, उन्हें लगता है कि अगर हम हिंदुओं का अपमान करते हैं तो हम अच्छे लगते हैं।
Absolutely wrong, kya SC st ko dalit achoot videsiyo me bnaya brahmano aur hinduo ne unhe achoot bnaya , jativad failaya .itne salo se aaj bhi countryside me cases mil jate h. so why not vo log hindu dharm chhod ke dusra apna le aur hinduo ko gali de . bilkul swabhavik h aur sahi h
@@Ferb.. British Government’s Role in Creating the Caste System in India under Divide and Rule Policy:
The British government played a significant role in exacerbating and institutionalizing the caste system in India through its divide and rule policy during the colonial period. By exploiting existing social hierarchies, the British strategically manipulated caste identities to maintain control over the Indian population. They categorized different castes into separate groups, granting privileges to some while marginalizing others, thereby creating divisions within Indian society. The British also used census operations to classify and codify caste identities, further solidifying the hierarchical structure. Through these divisive tactics, the British were able to weaken unity among Indians and consolidate their own power, ultimately leaving a lasting impact on India’s social fabric long after colonial rule ended.
@@abrahamj2280 provide valid source with proof without any logical fallacies .if can't don't spread fake statements in the name of Hinduism
@@abrahamj2280 really bro if you are not a spam propegenda account lemme tell you, so Britishers told brahmans yoe are sharma you are Trivedi you are shukla and so called shudras to teli kurmi etc. and they also told you that you can only do fishing, you can only do Puja wtf. Britishers invaded almost half of the world they made literally Africans slave what caste they are Are you mad, yea Britishers made hell edu system but Bhai matlab kuch bhi kal ko bologe bhagwan sirf Narayan h baki sbhi Britishers ne diye divide krne ke liye
@@Ferb.. Was Buddha born to a Hindu father?
Yes. According to the legends, Siddhartha Gautama/Siddhartha Shakya was a Hindu prince, born and raised in what is present-day Nepal. Much like Christianity was originally seen as a type of reform of Judaism, Buddhism became a new way to view Hindu teachings and then eventually morphed into its own religion/philosophy. The doctrines of karma and rebirth come directly from the Buddha's Hindu background.
इन्होंने कितनी शालीनता के साथ अपने अपने विचार प्रकट किए और एक दूसरे की बातों का समर्थन किया। हमारी यही तो परंपरा थी की आपस में शालीनता से वाद विवाद करना और अच्छे विचारों को अपने मस्तिष्क में स्थान देना । लेकिन आज के दौर में इसका उपयोग कुछ लोग राजनीति में अपने फायदे के लिए करते है। चाहे हिंदू , बौद्ध,जैन या सिख हम सब एक ही मां की संताने है जो की सनातन धर्म है। हम सब भाई है। इसलिए आपस में अपने ज्ञान को लेकर मतभेद भले ही रहे लेकिन ये मतभेद ईर्ष्या भावना और एक दूसरे के प्रति घृणा भावना में न बदले ,ये सुनिश्चित करना हम चारों भाइयों की जिम्मेदारी है। अगर हम आपस में ही मेल से नही रहेंगे तो कोई बाहर वाला इसका फायदा उठाएगा। इसलिए आपस में प्रेम और भाईचारे के साथ रहो मेरे भाइयों।😊❤
❤
Most needed!!
Cleared my almost all doubts!!
🙏🏻😇
Without knowing abhidhamma ,
You are clear on ????
@@user-hacktheworld yah, I know Some things are missing, but we also have to do research by our own to get addup knowledge with this video. 😀
कई लोग भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक ही मान लेते हैं. दरअसल गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के पीछे भ्रमित होने का विशेष कारण भी है. गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध के नाम, गोत्र और कार्यों में काफी हद तक समानता पाई जाती है. लेकिन गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध एक नहीं हैं.
भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु के दशावताओं (दस अवतार) में नौंवा अवतार माना जाता है. भगवान बुद्ध भगवान क्षीरोदशायी विष्णु के अवतार हैं.
मान्यता है कि बलि प्रथा की अनावश्यक जीव हिंसा की रोक के लिए ही इनके इस अवतार का जन्म हुआ था.
भगवान बुद्ध की माता का नाम श्रीमती अंजना और पिता का नाम हेमसदन था.
वहीं शाक्यसिंह बुद्ध जिनके बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) के माता-पिता का नाम माया देवी और शुद्धोदन था.
श्रीललित विस्तार ग्रंथ के 21 वें अध्याय की पृष्ठ संख्या 178 में वर्णित है कि संयोगवश गौतम बुद्ध ने भी उसी स्थान पर तपस्या कर ज्ञान अर्जित किया जहां भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी. इस कारण भी लोग दोनों को एक मान लेते हैं.
गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के वनों में 477 बीसी में हुआ था. वहीं बताया जाता है कि भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले बिहार के गया में प्रकट हुए थे.
श्रीमद् भागवत महापुराण और श्रीनरसिंह पुराण के अनुसार, भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले इस धरती पर आए थे. जबकि जर्मन के वरिष्ट स्कालर मैक्स मूलर के अनुसार गौतम बुद्ध 2491 साल पहले आए थे. यानी गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध दोनों अलग हैं.
भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक मानने के भ्रम का मुख्य कारण
अमर सिंह जोकि राजा विक्रमादित्य की राजसभा के नौ रत्नों में एक माने जाते थे. उन्होंने अमरकोष (संस्कृत भाषा की प्रसिद्ध कोष) ग्रंथ की रचना की थी. उस ग्रन्थ में भगवान बुद्ध के 10 और गौतम बुद्ध के 5 पर्यायवाची नाम को एक ही क्रम में लिखा गया था, जोकि गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के भ्रम का अहम कारण बना.
भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध दोनों का गोत्र 'गौतम' था, जोकि दोनों को एक मानने का सबसे मुख्य कारण था. अग्निपुराण में भगवान बुद्ध को लंबकर्ण कहा गया है, जिसका अर्थ होता है लंबे कान वाला. इसके बाद से ही भगवान बुद्ध की लंबी-लंबी प्रतिमाएं बनाई जाने लगी!
आपकी जानकारी सन्देह होता है। हमे सिर्फ ये बताये। की ये सनातनी हिंदू ही तो है। जो बुद्ध प्रख्यात हैं। उसी को गौतम या भगवान बुद्ध कहते हैं भारतीय संस्कृति परम्परा की वजह से। जो ज्ञान बुद्ध को मिला बहुत सारे ऋषि मुनि लोगो को भी था। जय श्री राम
@@SirkrishnaDevgan
जी! मेरे कमेन्ट को ठिक से पढ़े!
वैसे जितने भी मत, धर्म आगे चलकर फैले है, सबका मूल सनातन धर्म ही है!
आचार्य योगेश भारद्वाज जी को दुबारा बुलाए पिछली वीडियो में बहुत जबरदस्त तार्किक बातें कही और तार्किक उत्तर दिया था और साथ में धर्म पर चर्चा करने के लिए एक पौराणिक विद्वान को भी बुलाए । आचार्य योगेश जी की जितनी प्रशंसा की जाए कम है 🙏
जी अवश्य 😇
@@HyperQuest आपके चैनल पर वैदिक धर्म पर टॉपिको पर डिबेट या चर्चा हमेशा ज्ञानवर्धक होती है जिससे तार्किक लोग वैदिक धर्म के मूल सिद्धात को जान पाएंगे। आपके कार्य को साधुवाद व नमन 🙏
Ye adimanav kon the or Inka dharm kya tha inko kisne peda Kiya
Yadi inse pahle bhagwan the to bhagwan k bad ye kese aaye
इस podcast की जितनी प्रशंसा की जाय वो कम है।
Thankyou very much for this amazing video. Please do continue with this...😊🙏
जय श्री राम बड़े भइया आपका हर विडियो बहुत अच्छा रहता।
जी धन्यवाद अनुज 🙏🏻
बुद्ध जी ने भी वेदांत को नकारा नहीं हैं.. हम चैतन्य हैं हमे स्वयं अपने आप को जानना होगा और स्वयंद्धाय करना होगा तभी इस पृथ्वी पर आना सफल होगा...
राधे-राधे 🙏❤️
One of the masterpiece debate❤
Thanks a lot🙏
Sanatana Dharma= hindu+Sikh+ boudh+Jain.For survival all must be united.🙏
Jain ,Baudh,Sikh ,adiavsi , and Dalit are not Hindus ...now Calculte how many Hindus are living in India. a fews of Dalits and adivasis have accepted Hindusim, Buddhism as well as Christianity
@@rakasindri Abe Sanatana Dharma is mother of All,Aur chahe wo hindu na ho,Par Sanatana Dharma k part jarur hai.Aur dalit adivasi kya upper se tapke kya ?
@@rakasindrikuch bhi😂😂😂?
Sanatan means eternal and dharm means righteousness
And the relligions which say they are not Sanatan means they are saying they have a end.
Hindus are real minority only 13-14% follow hinduism properly rest are just in hallucination of not being hindu!
दोष बुद्ध में नहीं बुद्धिज्म में है यदि हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम पर सवाल उठाएंगे तो हम भी पीछे नहीं हटेंगे
Bhaiya ji sawal uthana koi galat baat to nhi hai
@@thebadjoker3254 यदि सवाल के जगह कुतर्क हो तो
मर्यादा वाले के देश में अभी हाल में बड़ी भारी क्रूर हत्या और बलात्कार हुआ है।
असल में हम मर्यादा का म भी नहीं जानते बस दंभ भरते है।
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए 1000 साल तक गुलाम रहे उस समय सब सोए हुए थे मर्यादा वाले बस कुछ मुट्ठी भर लोग जागे और बाकी तो डब्बू रहें और हत्या होती रही।
@@thebadjoker3254 sawal uthayenge to hum achche se jawab denge.
Lekin ye pehle sanatan dharm pe keechad uchhalte hai, hamare bhagwan ko galiya dete hai fir bolenge ki Buddh dharm pure hai achchha hai better hai.
Ye log apna farzi jhutha itihas banayenge fir to inhe maza chakhana hi chahiye
@@thebadjoker3254tere dhrm ka koi saboot nhi
विशाल जी मुझे लगता है पॉडकास्ट इंटरव्यू या कोई भी इस तरह के कार्यक्रम का ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ पॉडकास्ट है......ह्रदय प्रसन्न हो गया.....धर्मों को टूटते हुए देखकर बहुत पीड़ा होती है लेकिन दोनों अतिथिगण इतने ज्ञानी और सुलझे हुए हैं कि उन्होंने एक एक गांठ खोल दी.....महात्मा बुद्ध से में हमेशा से प्रभावित रही हूँ......पर काफी प्रश्न मन में रहे हैं....अति व्यस्तता के कारण पढ़ने का उतना समय नहीं मिलता लेकिन आपकी वीडियोस और आपके पॉडकास्ट ने सबकुछ इतना सरल कर दिया......जिस जानकारी या ज्ञान को अर्जित करने के लिए दोनों ने अपना जीवन लगा दिया वो ज्ञान आपके द्वारा हम तक बड़ी सरलता और सहजता से पहुंच जाता है.....कोटि कोटि धन्यवाद आप सभी को.....मेरे ह्रदय से आपके लिए शुभकामनाएं....💐💐💐💐💐💐💐😊
जी मैं आपका बहुत आभारी हूँ और आनंदित भी हूँ की हमारे इन प्रयासों का लाभ आपको हो रहा है 🙏🏻❤️ भविष्य में भी इसी प्रकार सत्यानिष्ठा से कार्य करते रहेंगे 😇
ये पहला podcast है जिसे मैंने share किया
मुझे सच में ये दोनों ही guest पसंद आया और आपका काम भी ❤
धन्यवाद!
Sanatan samiksha bhi acha kam karta hai lpropgada chalne walo ki poll kholta hai
🛑HINDUSAM IS YOUNGEST AND OLDEST DHARMA AT SAME TIME DUE TO NO LIMIT OF KNOWLEDGE, SO IT IS SANATAN BEYOND TIME , IT HAS NO END .
BUDDHISM IS PART OF HINDU DHARMA BUT AGAINST HINDU VEDAS IN REAL AND WITH VEDAS IN ULTIMATE REALITY .
🟠⚪️🔵🟢.
01:10:16 aati uttam...Jay sanatan🕉🕉
|| जय श्री राम 🚩🏹 ||
आज मैं एक बात ये सबको बता देना चाहता हूं की ये वीडियो इस बात का गवाह है की आने वाले 200 साल के अंदर वापस सत्य आने वाला है याने की बुद्ध की वापसी होने वाली है जय हो नमो बुद्धाय सबका मंगल हो 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
excellent conversation ❤
Thank you 🙏🏻❤️
To know Buddhism Follow Sanatan samiksha
He is weak on a lot of topics
Some topics he is very good
@@alexryan43244 as per your, but he known a lot more then other so called historians
@@alexryan43244if he is weak then you must be weakest
Multiple perspective do exist don't you know this
He is full of lies😂😂
@@ancientbuddhistindia8421 i don't agree
He is very good at lot of topics
Not good at a lot of topics
Vishal bhai, Pls call jain and sikh scholars too, btw doing great work , loving your content❤🤟🙏🚩
Thank you Varun ji 😇 अवश्य बुलाएँगे ।
विशाल भैया जी आप @Sanatan Samiksha की टीम को अपने podcast में जरूर आमंत्रित करें। 🙏🙏
Jai Siya Ram 🙏🙏
Har Har Mahadev 🙏🙏
I am proud to be sanatan dharma 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏
06:29 आज हम जीतना भी हम बुद्ध धर्मके बारेमे जानेंगे वह हम बहुतही पढ़े लिखे ओर विद्वान व्यक्ति से जानेंगे😂😂😂
("No part time budhdhist harm in this sentence)
Do you mean bhimte😂
@@Dannydecosta74 🤣🤣😂😂
The one who is taking Buddhist side is part time in this video
@@hemantjangid1327 listen full podcast first
बौद्ध संप्रदाय और संतान धर्म में से कौन पुराना है, इस पर सवाल उठाना स्वयं बुद्ध का अपमान है 😑
बौद्ध संप्रदाय स्वयं सनातन धर्म का भाग है, यह सांख्य दर्शन पर आधारित है जो हमारा है, निःसंदेह बौद्ध संप्रदाय भी हमारा है।
समस्या यह है कि जिस क्षण आप थोड़े भी दुर्बल होते हैं, आपके रिश्तेदार भी आपसे दूर होने लगते हैं और जब आप बलशाली होते हैं तो वे अपनी दुम हिलाते हुए आपके पास आते हैं, यहां तक कि अनजाने भी आपसे जुड़ने के लिए ऐतिहासिक साक्ष्य गढ़ लेते हैं।
इसलिए मेरे सनातनी भाइयों और बहनों, अपने धर्म के प्रति जागरूक रहें, ज्ञान का प्रसार करें, धर्म को आगे बढ़ाएं, धर्म शक्तिशाली होगा तो स्वतः छोटी मोटी समस्या दूर हो जाएगी।
Jai Ho Sanatan Hindu Dharma ki 🙏🚩🧡🥰
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
It doesn't matter, from where you're come or which one is older. Just respect the knowledge they have, And learn from them. Believe in Krishna(the supreme and infinite energy)❤
क्षमा मांगते हुए मैं यह कमेंट लिख रहा हूं मेरी मंशा आप दोनों सज्जनों के ज्ञान पर सवाल उठाना नहीं है लेकिन आप दोनों के संवाद को सुनकर स्पष्ट समझ आ रहा है कि आप दोनों बैलेंसिंग मूड में हैं जो बौद्ध साहित्य में वर्णित जानकारियां है उसके विपरीत बातें कर रहे हैं। स्रोतागण सच जानने आएं है लेकिन आप लोग निम्न स्तर का जानकारी दे रहे हैं जो मेरे जैसे साधारण व्यक्ति जोसाइंस के विधार्थी होने के बावजूद इससे बेहतर ज्ञान रखता है ।हम तो कुछ विशेष जानकारी लेने के उद्देश्य से आए थे लेकिन मेरे जिज्ञासा को गहरा आघात पहुंचा।
भाई समय और ऊर्जा जब लग हीं रहे तो सच बोलिए अगर नहीं तो चुप रहिए वही बेहतर है।
अगर इन सज्जन ने बैलेंस करके बताया तो तुम्हारे लिए अच्छा ही किया, वरना बुद्ध धम्म के ग्रंथो से कॉपी टू कॉपी बताते तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मरने की नौबत आ जाती तुम्हारी...😂
उदाहरण के लिए बुद्ध का जन्म, स्त्रियों को आशुरी शक्तियों से कंपेयर करना, चावल से स्त्री पुरुषों में लिंग उत्पन्न होना, बुद्ध का लाखो बार जन्म लेना और उसे याद रखना आदि...😮
सनातन समीक्षा को बुलाना चाहिए था। वह बौद्धों का पूरा पोल खोल देते ।
Bhai Aisa karo aap, jo original Buddhist the Tibet aur Thailand, unse pata kare ki pehle kaun aaya tha, Bimta waale Soros k agenda pe chal rahe hain, Bhimta k leaders ko soros ki funding aati hai, asli Buddhist se Sune, fake bhimta buddhist ko ignore karein.
I like panchasheel and pragyaa sheel karuna
@@NishantKumar-ry9rpहगातन समिक्षा
Every hindu please support #sanatansamiksha
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai
usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai
kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
1st
सर एक वीडियो बनाओ जिसमें यह बताओ निराकार और साकार रूप में पूजा करना क्या फर्क है इस डीटिल्स में वीडियो बनाओ
श्री राम और श्री कृष्ण के जन्म से पहले किसकी (भगवान)पूजा की जाती थी?
ruclips.net/user/shortsAwUtcbuCz5E?si=cjYKaJLlXZBZfajf
Vishnu.....
Nirakar ke liye upasna stuti prayer aur dhyan etc.....baki sakar ke liye baki sb jante hai.....
Jis bhagwan ne sakar srushti banayi vo nirakar kese ho skta hai
@@amitkumarraaj6419सबसे पहले शिवलिंग की पूजा की जाती ये भी कहा जाता है।
सबसे पहले निराकार रूप में में पूजा की जाती थी
साकार रुप में पूजा अभी शुरू हुआ पहले नही था।
अतिशय सुंदर, मैने पूर्ण पॉडकास्ट देखा है और काफी काफी इंटरेस्टिंग यह था, पूर्ण समय यह दर्शक को बांधे रखता है, और कौशलीन जी बहुत ज्ञानी और calm दिखे, वंदना जी से भी काफी ज्ञान प्राप्त हुआ, team hyperquest आपका काफी ज्यादा धन्यवाद। 🙏🏻🙏🏻
जय हो सनातन आर्य धर्म की 🙏🏼🚩
❤
Karmanyawadhikāraste mā faleshu kadāchana mā karmafalaheturbhurmā te sangostwa karmani
SUPPORT SANATAN SAMIKSHA
He is full of lies no Strong evidence 😂😂
@@ancientbuddhistindia8421 accha kuch bhi bakwas kerni hae
Tabhi tumhare log usse debate kerne se darte hae kyo
@@ancientbuddhistindia8421tere pass koi proof nahi rehta aur usko bolta hai 😂
@@ancientbuddhistindia8421ek bhi logical chez likha hai 🐘 Dham mr
@@SANATANI-yzBuddhism full of proofs not some mythology proofs 🤣🤣🤡🤡🤡🤡 ek saboot nhin h tere dhrm ka buddh se pehle
हमे गर्व हे विश्व की प्रथम संस्कृती और सभ्यता होने पर जय वैदिक सनातन धर्म की
Sanatan samiksha ko bulao. Buddhuism ki pol sanatan samiksha acche se kholte hai . Unke naam se hi bheemte kaampte hai .
Galibaj logo ko aata hi kya hai
@@Anuruddha-p1p Satya kadwa hota hai 😁. Satya sunn kar bura lagta hai bouddho ko . Tumhari Bhasha me jab koi jawab deta hai tab tumlogo ki fatne lagti hai. Sanatan samiksha se tum sabki fatati hai kyunki wah tum gajputro ko tumhari hi Bhasha me jawab dene hai aur saath me facts aur logic bhi jod dete hai toh tikhi mirchi ki tarah kaam karti hai tum bheemto gajputro ke liye 😁😁.
@@NishantKumar-ry9rp bheemte tum log bolte ho jativadi aur fake agenda tumlog share karte ho Buddha ko Kalki puran mein gali dekar humein bata ho kya kadwa kya meetha
Jamin se Buddha kyu milte hai
Tumahare 33crore devi devta kyo nahi milte
Dalito tum log kitna gali dete ho humein pata hai Buddha aur babasaheb ko gali dene ke liye tumne channel bana hai
Nice joke he is joker full of lies😂🤡
@@Anuruddha-p1p
To tumhare SJ aur Rationalist azad kaun se doodh ke dhule hain? Gaali dene ka kaam tumne shuru kiya tha, ab doge to kayade se gaali sunoge bhi
एस धम्मो सनंतनो ❤
Iska matlab Sanatan Hindu Dharam hi ek satya h aur Bodh dharam ka baap h kyonki Sanatan shabad Sanskrit bhasha ka h aur Sanatan Hindu Dharam k liye hi use hota h❤❤😂😅
@@sapta1sindhuएकदम सही कहा अपने जब इनके बाप ने खुद ही अपने आपको सनातनी आर्य बोला तो हे हमे किस वजेसे विदेशी आर्य खेहते है
@@sapta1sindhunhi
@@sapta1sindhucry harder
विशाल बेटे ये podcast बहोत ही अच्छा रहा. दोनो डॅा. वंदना और डॅा. सिंग दोनो भी सनातन धर्म और बौध्द धर्म के अच्छे जानकार है. मै बौध्द के ‘ श्यायदवाद ‘ सहारा ले कर कह सकता हू कि बौध्द शून्य के बाहर ही नही आ सके.
जैसे वंदनाजी ने बताया कि कुछ भी जो शुरू होता है उस का अंत जरूर है. बौद्ध कहते कि सिर्फ चेतना है. लेकिन चेतना कहा से आती है ? ये बौध्द नही जानते. चेतना का जन्म शुध्द, बुध्द, अविनाशी चेतन से ही होता है. चेतना का जन्म अविनाशी चेतन से हुआ है, तो जिसका जन्म हुआ है उस कि मृत्यू,अंत तो जरूर होना ही होना है. तो बौध्द इसि कसौटी पर fail हो जाते है.
इस का मतलब ये नही कि,मै सिंगजी को उस का दोषी मान रहा हू, वो एक अभ्यासक के जगह पर एकदम सही है.
चेतना याने चेतन कि प्रकृती ! तो बौध्द चेतन तक पहूच ही नही पाये और चेतना (माया) के जंगलों मे गूम हो गये.तो उन का ज्ञान भी उतना ही सिमीत रह गया. बौध्द उस के आगे जा ही नही पायें.
और वही सिमीत ज्ञान निम्म जाती के लोगो मे जानने कि उतनी ही बौध्दीक क्षमता होने के कारण, निम्न जातीने उस ज्ञान को धारण कर लिया. क्यो कि वेदों, उपनिषदों का ज्ञान समझने के लिये जो बौध्दीक स्तर लगता है वह उन मे नही था. बौध्द धर्म यैसे ही लोगो मे फैल गया, बाकि और कोई कारण नही दिखता !
Swami vivekand ne bhi ek jagah aisa hi kaha he....बौध्ध धर्म छोटी मति वाले के हाथ पड गया,,अयोग्यती के कारण भर्षट हो गये..,इसिलिए इसे भारत से उखाडकर फेकना पडा
दो ब्राह्मण मिलकर थोडे हि बौद्ध धर्मका सहि वात बताएङ्गे ।साफ झुट और फेक न्युजके सिवाय और कुछ नहि ।
nhi bas 5 brahman Baudh ke Pratham bhikshu aap logo ke pitaji hain@@urgenlama7302
Jab hame gyan nahi hota to.
Hame kisi vishye ko nahi uthana nahi chayiye.
Ye gyani pandit ji se inke gyan ka sorce bhi puch lijye ga plz
कभी Science Journey से भिड़ो।
अपने लोगों को बैठा कर किया खिचड़ी पका रहा है।😂😂
Does he has any degree in archeology or any specific field
वहा नहीं जाएंगे ये लोग वो तो 10 लाख का इनाम भी दे रहे हैँ पर नहीं जाएंगे ये सर लोगो को गुमराह कर रहे हैँ बस 😂😂😂
Chutiye tu apni maa chuda science waad me
@@himanshusahu6910he is father
@@Putinpandit786 sanatan samiksha ne jo debate ko bola tha fattu journey ko toh wo kyun debate se dar Raha hai us se😂
आपका प्रयास अति प्रशंसनीय है मेरे बहुत सारे सवालों के उत्तर जिनको लेकर मैं थोड़ा संशय में था उसे विशेषज्ञों के प्रमाणों ने स्पष्ट कर दिया, बहुत ही शानदार।
मेरा एक सुझाव है कि इस चर्चा में साइंस जर्नी और रैशनल वर्ल्ड को जरूर आमंत्रित कीजिए क्योंकि उनके वीडियो पूरी तरह से इसका खंडन करते हैं।
jhoot ki potli. wo unka kam propganda krna PhD wale ko bat manoge ya ba pass out ki jinka kam hi propganda krna unke khdan ka kya.lena wo buddist grantho ka sire se nakar deta hai jab koi bat uske gale nahi utarti uske liye sanatan samiksha hai. aise chapri ki chinta Mt kro
Jai shree ram
Full support to sanatan samikhsa ❤
ॐ नमः शिवाय ॐ 🎉🎉🎉❤❤❤
Vishal ji aaj to Mera bahut bada sobhagya hai me itni sarthak Gyan charcha me shamil hu..bahut guni aur gyanijan logo ke beech bahut aanand mil raha hai..
अब तक का सर्वश्रेष्ठ पॉडकास्ट सत्य सनातन आचार्य अंकुर का रहा है । वे अकेले एसे हैं जो इतिहास को वर्तमान के परिप्रेक्ष्य से समझाते हैं।
@satyasanatan
यदि संभव हो तो उन्हें फिर से बुलाए 🙏
निश्चित रूप से दोनों ही विषय पर बहुत ही स्पष्ट विवेचनात्मक सत्य को प्रस्तुत करनेवाला बढ़िया podcast...👍👌🙏🏻
धन्यवाद 🙏🏻❤️
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
@@HyperQuestboycott PhD Buddhist scholar
@@HyperQuestboycot PhD scholar spreading false information
सभी लोक Sanatan Samiksha Channel अवश्य देखे, वहा पर Archeology भी पाढाते हैं और नव बौद्धौं के झूठे दावो की धुलाई भी होती हैं🙏
Jai shri ram🙏
@@KhushbuRani-tb2jt जय श्री राम 🙏
Nice joke He is full of lies😂🤡
@@ancientbuddhistindia8421 oh my Converted friend , have you any base to prove this?
@@Carl_Johnson89 My Friend You are Converted Buddhism is original damm of jambudwip..
हरी ॐ 🎉❤❤
ye dekho budhh pr gyan ki ganga baha rahe hai mujhe to hanshi aa rhi hai 🤗🤗
भाई आप इतने ही ज्ञानी है तो क्यों न डिबेट कर लेते है आप Science journey सर से इस पर आप का क्या ख्याल है,इसका उत्तर जरूर दे, धन्यवाद।😊
साइंस जर्नी तो डिबेड से भागता है, सनातन समीक्षा ने बुलाया था डर के मारे रोने लगा...😂😂😂
बुलाओ उसको इसी चैनल पर । वह बंदा तो अपने या अपने साथियों के बिल से बाहर निकल कर डिबेट करने के नाम से ही डरता है । एक बार उसको सनातन समीक्षा से डिबेट करने बोलो सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर आके । पेंट गीली हो जाएगी तुम्हारे अनपढ़ जर्नी की । 😂
@@NishantKumar-ry9rp आपके शब्दों से पता चल रहा कितने बड़े अंधभक्त हैं आप,कब भागे किस समय वो दिखा दो आप ऐसे हवा में मत उड़ा करो अंधभक्त।😊
@@kamalkumar-qm8hs अंधभक्त मैं नहीं बल्कि तू है भीमटे 🤣। अनपढ़ जर्नी का अंधभक्त ! तेरा फट्टू जर्नी सबको ब्लॉक करता फिरता है X पर जब भी उसकी कोई धुलाई करता है तब । मुझे भी उसने ब्लॉक कर दिया जब उसको सनातन समीक्षा से open and neutral platform पर आके एकेडमिक डिबेट की तरह डिबेट करने बोला तो और सनातन समीक्षा की वीडियो एक बार देख लेना और अपने अनपढ़ जर्नी को एक बार पूछना कि सनातन समीक्षा को हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक क्यों किया है । तब पता चलेगा कि सनातन समीक्षा से तेरा अनपढ़ जर्नी कितना डरता है । और एक बार अपने अनपढ़ जर्नी से पूछना कि 2019 में श्याम मानव के बेटे के व्हाट्सएप ग्रुप में उसकी धुलाई किसने की थी 😁। जिसके बाद उसने उस व्यक्ति को गाली गलोज करने लगा था और उस ग्रुप से निकलवा दिया था और उस दिन से हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक किया हुआ है हर सोशल मीडिया platform पर । 🤣 एक बार अपने अनपढ़ जर्नी को कहना स्ट्रीम में जाके कि सनातन समीक्षा उसको खुली चुनौती दिया है कि अपने बिल से बाहर आए किसी सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर और डिबेट करे, या फिर ऑफलाइन ही डिबेट में आ जाए एक बार आमने - सामने ।
@@kamalkumar-qm8hs
SCIENCE JOURNEY से जाकर पूछो👉बौद्ध धर्म को जानना है तो कौन सी किताब सही रहेगी जान ने के लिए, JAWAB किया देगा 👉 कान पकड़कर आप को उठक बैठक करना है और बीज में बोलना है म्याऊं म्याऊं , ऐसा पचास बार कीजिए @SCIENCE JOURNEY 428😁😍🤣
Sanatan samiksha, kushwaha ji ko bulaye Buddhist ke against debate ke liye
Ye acche bale hain ❤😂
आपका प्रयास हिंदुओ को धर्म के प्रति जागृत करने वाले हैं।
🙏🏻🙏🏻
Sanatan samiksha ko invite karna chahiye 🙏
This People yapping Propaganda lol😂
बहुत सार्थक चर्चा हुई
सभी ज्ञानी वक्ता विद्वान को धन्यवाद
sanatan dharm is the mother of all dharm. be it hinduism, buddhism, jainism and sikhim. be together and this is the time of unity against abrahmic religion
बौद्ध संप्रदाय और संतान धर्म में से कौन पुराना है, इस पर सवाल उठाना स्वयं बुद्ध का अपमान है 😑
बौद्ध संप्रदाय स्वयं सनातन धर्म का भाग है, यह सांख्य दर्शन पर आधारित है जो हमारा है, निःसंदेह बौद्ध संप्रदाय भी हमारा है।
समस्या यह है कि जिस क्षण आप थोड़े भी दुर्बल होते हैं, आपके रिश्तेदार भी आपसे दूर होने लगते हैं और जब आप बलशाली होते हैं तो वे अपनी दुम हिलाते हुए आपके पास आते हैं, यहां तक कि अनजाने भी आपसे जुड़ने के लिए ऐतिहासिक साक्ष्य गढ़ लेते हैं।
इसलिए मेरे संतानी भाइयों और बहनों, अपने धर्म के प्रति जागरूक रहें, ज्ञान का प्रसार करें, धर्म को आगे बढ़ाएं, धर्म शक्तिशाली होगा तो स्वतः छोटी मोटी समस्या दूर हो जाएगी।
Sanatan Dharm kaha likha hai kaun si kitab me likha hai bata sakta hai kya sanatan naam juis j lipner ne diya hai 😂😂
Abe tera sanatan dharm hai hi nahin Bhai tum Brahmins (panda) logo ne Buddhism se churaya hai aur kitne illogical cheezin hain tere ramayan mai.
Buddhism sabse purana hai aur yeh whatsapp University se padhai karne waale log kahte Hain buddha ka janam Hindu family mai hua tha abe pahle jaakar truth sources se padh lo agar tum panda (Brahmins) na hote toh aaj india aur aachi hoti
Sanatan sirf Brahmins ka hi hai toh isse follow tum hi karo aise ghatiya neech dharma ko kaun follow karenge
@@jasimlaskar8176 what if I show you the word "सनातन धर्म" in hindu texts before the person you mentioned even was not born ? Will you then say sorry for spreading misinformation ? Reply quickly so that I can proceed
@@Sanatan_saarthi_1729 which hindu text book mentioned sanatan dharm
बुद्ध के बाद सनातन हिंदु आया
Ye sab faalsi mar rahe hain 😅😅😅😅 kuchh nahi pata 😅😅
Kyu current laga 😂😂😂
@@Bharat21vats sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai
usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai
kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
@@Heisenberger2005 😂😂 jab khud ko kucch nahi aata to chup hi rahna chahiye Hindu mins gali nahi geographical identity diya hain Darius ne 👍
@@Bharat21vats d c circar ki book mai translation dekha hai Darius ka galti se i mean. !
Hindu nahi likha hai pakode !
Lughet e kishwari naam ke book mai persians ne hindu matlab kala chor , daaku , lootera likha hai
@@Heisenberger2005 😂 Arab log humko kucch bhi bole us se humko kya fark padta hain 😂
Sanatan dharm is older then Buddhism
Hindu, budhist, jain, sikh is indian religion but vedic religion is branch of zorashtrian religion came to india from iran
😂😅
@@jaybharat1479 tera abrahamik hoga
@@jaybharat1479 aaja sanatan samiksha pr sabit kr de
Proof to de
@@ravi-64yah ek baar aaya tha aur aise hi ghise pite claim kar raha tha par jab kushwaha ji ne proof manga tab bahane banane laga ki awaz nahi aa raha hai aur bhaag gya aur yah kaha ki agle din aaunga proof lekar aur earphone theek karke par agle din bhi nahi aaya aur aaj tak sanatan samiksha wait hi kar rahe hai ki yah Banda ab aayega proof lekar par yah uss din se jo bhaaga tha uske baad ek din bhi debate me nahi juda proof ke saath .
Sanatan samiksha Rajesh kushwaha ko bulaye kripya ❤
ansari ji aap bhi sanatan dharm se judiye....aur 1400 saal vale majhub ko chhod dijiye ...😊
@darknesstolightness1077 jab tere dhrm hi kalpanik h toh phir agge kya reh gya apne dhrm ka saboot dhund
@@vikasattar553😂😂Buddha aur ☪️ huslam ka koi astitva nhi hai 😂🤣😅
@@GoluKr-hn3lb Buddha ka toh h baki kissi kalpanik kahani ka nhin h yeh sabko PTA h isiliye historian mythology bolte h 🤡😂😂😂
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai
usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai
kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
Are Vishal Bhai aapne to asli Bauddha ko bula liya.....par hamare Gajputron ka Bauddha Dharm to alag hai ye to kuchh bhi man lete hai
भगवान बुद्ध जी सनातनी हिंदू थे हम सभी सच्चे शिवभक्त सनातनी हिंदू हैं राष्ट्र में सभी लोग एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
वैदिक ब्राह्मण इरान से होते हुए गङ्गा तठ तक आए हुवे है ।श्रमण परमपरा भारत वर्ष मे था जब वैदिक आए और श्रमण परमपराके गुरुवो से जब वातचित हुवे तब उत्तर मिमामसाका जन्म हुवा नहि तो पुर्व मिमामसामे सिर्फ हवन यज्ञ है । बौद्ध धर्म जाहा जाहा गया वाहाका प्रभुर्ध बर्ग( वौधिक वर्गमे ) पपुलर हुवा क्यु कि यह तार्किक और अनुभुतिमे उतारा जा सक्ता है ।पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।शनकराचार्यके समय प्रसिद्ध बौद्ध गुरु धर्मकृती ( जिस्के प्रभाव हिन्दु धर्मके न्याय दर्शनमे है) और दिगनाग थे उनसे शंकराचार्यने क्यु शास्तार्थ नहि किया? उस्स समय शास्तार्थका आयोजन राजा कर्ते थे और हार्ने वालोके मठमे ताला लगाया जाता था । अगर शंकराचर्यने उन बौद्ध गुरुवोको हराया होता तो नालन्दा , विक्रमाशिल,सोमपुरी, जगदल्ल, बल्ल्भी जैसे प्रसिद्ध बौद्ध माहाविहार कैसे १३औ शताब्दी तक चल राहा था? १०औ शताब्दिमे बाजसपती मिश्रने जब शंकराचार्यके ब्रहम शुत्र भाष्यके भामती टीका लिखनेके वादही हिन्दु धर्म मान्ने वालोमे शंकराचार्यको पहेचाने लगे , उस्से पेहेले उनका नाम इत्ना प्रख्यात नहि था हिन्दुवोमे । शंकराचार्यने बौद्ध धर्मके शुन्यता आदिका खन्डन कर्नेका कोसिस किया है । लेकिन जो उनहोने खन्डन किया है वह बौद्ध धर्मका शुन्यताका मतलब नहि है । अगर वह यह तर्क लेकर बौद्ध गुरुवो से शास्तार्थ कर्ते तो वह आसानिसे हार जाते । शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानन्द से लेकर आजतक उनका अनुयायी बौद्ध शुन्यताको सहि अर्थ नहि समझ पाए है।
He rejected the mythology Vedas and freed the ignorants from barbarism of caste, sati and ritual killing of childrens as offering to please gods
क्या बुद्ध का जन्म हिंदू पिता से हुआ था?
हाँ। किंवदंतियों के अनुसार, सिद्धार्थ गौतम/सिद्धार्थ शाक्य एक हिंदू राजकुमार थे, जिनका जन्म और पालन-पोषण वर्तमान नेपाल में हुआ था। जिस तरह ईसाई धर्म को मूल रूप से यहूदी धर्म के सुधार के रूप में देखा जाता था, उसी तरह बौद्ध धर्म हिंदू शिक्षाओं को देखने का एक नया तरीका बन गया और फिर अंततः अपने स्वयं के धर्म/दर्शन में बदल गया। कर्म और पुनर्जन्म के सिद्धांत सीधे बुद्ध की हिंदू पृष्ठभूमि से आते हैं।
Adishankarachaarya ke samai buddh dhaarm bhi me virutiya aayi aur aadvait vedant ka tark ko buddhists aur scientists koi nahi hara paya
Nav budhhist nhi manenge 😁😁😁😁😁
Ram paida bhi nahi hua tha tabse bhudh tha ramayan Mai likha hua hai
Ek bar sanatan samiksha ji ko bulaiye pura pol khol denge buddha dharm ka with archeological saboot ke sath 😅😅😅😅
Hindu dharm ne bhudh ko 9 va avtar q bana liya🤣🤣🤣
@@okmovie12 jab kuchh pta na ho to faltu bakbass nahi karte bachhe
@@okmovie12 Koi logic h baat me 😂
Mtlb iskcon Sri Krishna की भक्ति को आगे ले जाता हैं तो कल के iskcon bole Sri Krishna को आप logo ने q अवतार बना लिया 😂😂😂
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai
usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai
kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
@@Heisenberger2005 tripitak padh le bhai pta chal jayega budh dharm ke bare me ....aur jatak jaroor padhna gyan bahut milega Pura gyan vahi par hai