इस चैनल पर जितने हिंदू सनातनी विद्वान आये है सब नफरत फैला रहे है लेकिन एक मुस्लिम विद्वान् अब्दुल्लाह तारिक आये जो सब भारत वासियों को मिलाने की और मुहब्बत की बात कर रहे थे ये विजानि बिना सर पैर की बात कर रहे है जब तक सबको साथ लेके चलने की बात नहीं होगी भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
दुनियां के चांडाल और जिहादी आपके उपर चौतरफा हमला कर रहे हैं, आप उनसे बचेंगे तब न, बचने ही नहीं देंगे, आपके खिलाफ आपके खुद के बच्चों को खड़ा कर देंगे......कई उदाहरण हैं कॉन्वेंटेड स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को पता ही नहीं हैं की उसकी सिवलाइजेशन हैं उसने पूरी दुनियां को संरक्षण दे रखा हैं उसके बराबरी की किसी के पास कोई धर्म संस्कृति नहीं हैं, सनातनी हिंदू धर्म संस्कृति की जो आदर्श शिक्षाएं हैं, इन्हें अंग्रेजों ने देश को लूटने के लिए सभी गुरुकुल बंद कराए और कॉन्वेंट स्कूल खोले, अब उन्हीं स्कूलों में काले अंग्रेज पैदा हो रहे हैं जो गोरे अंग्रेजों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, जितना इन्होंने (अंग्रजोंने)नहीं लूटा ढाई सौ सालों में..... उनसे सौ गुणा ये चांडाल काले अंग्रेज़ लूट चुके हैं, और दलितों के नाम परआरक्षण के नाम से बुद्धिष्ठों के नाम पर आज भी लूट रहे हैं,......... हमारे नेताओं ने हमे अपना धर्म ही नहीं जानने दिया, और हम कहते हैं की दूसरे धर्म से बचो ,अब हम किससे बचें.......??.........
कया आपका मतलब ईजुकेशन और टेरनींग का संबंध धार्मिक शिक्षा से है तो माफ किजीयेगा उन लोगों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर केवल विश्वास करना सिखाया जाता है न उनके पास ना विवध वेद हैं न ग्रंथ है ना उनको कनफयूंजन है हमारे साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती
राधा ही कृष्ण की सनातनी शक्ति है| रुक्मिणी द्वापर में आयी| क्योंकि गोलोक में राधा से प्रकट हुए महालक्ष्मी ने कृष्ण को पाने की चाह रखी थी, जो द्वापर युग में पूरी हुई| जैसे पार्वती भी जांबवती बनी उसी तरह वैकुंठ स्वामिनी लक्ष्मी जी रुक्मिणी बनी| जगन्नाथ तो अनंत कोटी ब्रम्हांड के पिता और सभी शक्तियों के पति हैं|
@@Spîritüal_practice2498 krishn ji ki sirf ek patni thi rukmini ji . --Mahabarat Radha ek fake character hai jise baad mai krishn ji ke saath joda gya to insult him . Golok bhagvat likhne wale ki kalpana hai ..farzi bakwas ..
@@shyampatidar9578 @Bharatkhand77 भाईजी को प्रणाम । सच्चाई यह है कि "महाभारत" नामक पुस्तक में "राधा" नाम की किसी स्त्री का कोई वर्णन नहीं है । इसी प्रकार "जोधाबाई" नाम की कोई स्त्री नहीं थी........इसी क्रम में "पैगम्बर मोहम्मद" के उपर प्रतिदिन एक बुढ़िया स्त्री कूड़ा फेकती थी.......कुरान एवं सभी तरह की हदीसो में इस तरह की किसी "वृद्ध-स्त्री" का वर्णन नहीं है । मैं इन संतो का अपमान नहीं कर रहा हूँ,मात्र सच्चाई बता रहा हूँ । अब प्रश्न यह उठता है कि "राधा" नाम की स्त्री की परिकल्पना सबसे पहले किसने की ?........इसका उत्तर है......"रसखान" ने.........इनको स्वप्न आते थे कि "राधा" नाम की एक स्त्री है एवं वह "कृष्ण" के साथ रासलीला कर रहीं है.....सबसे पहले "रसखान" ने "राधा-राधा" कहना शुरु किया......इसे आधुनिक विज्ञान में "Psychosomatic Disorder" कहते है.....इसके अर्न्तगत कई बीमारियाँ आती हैं जैसे "TLC, OCD" इत्यादि ।।........जब "अन्धानुकरण" अपने चरम पर पहुँच जाता है तब लोग ऐसा ही करने लगते है.......उदाहरण:--प्रयागराज में एक पुरुष IPS अधिकारी हैं......"कृष्ण" की भक्ति इनके उपर ऐसी चढ़ी कि ये साड़ी,पेटिकोट,ब्लाऊज पहनने लगे,एवं 16 श्रृंगार करते हुए इन्होने मीडिया वालों को बुला लिया,एवं मीडिया के सामने नाच-नाच करके अपने आपको "कृष्ण" की "पत्नी" घोषित कर दिया । ये IPS अधिकारी आज भी जीवित है,आपलोग Google search करके इनका Dance देख सकते हैं,मैनें अपनी निजी सुरक्षा के कारण इन IPS अधिकारी का नाम नहीं लिखा । "कृष्णजी" ने "कर्मवाद का सिद्धान्त" दिया,ये बहुत कम लोगों की समझ में आया,हाँ "रासलीला" सबको अन्धानुकरण के कारण समझ में आ जाती है ।।
मैं (इस्कॉन ,आर्य समाज ) दोनों का सम्मान करता हु,लेकिन बात अंकुर जी और गौतम जी की ज्यादा तार्किक है। और यह भी सही है,की अभी समय हमें सनातन वैदिक धर्म का विस्तार करने का है,न कि आपस मे लड़के विरोधियों को सनातन धर्म पर उंगली उठाने का अवसर देने का है।🙏🙏
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
मेरे भाई पूरे संवाद में यही निष्कर्ष निकाल पाए क्या आप ये डिबेट नहीं था , ये एक चिंतन मनन और अध्यात्म अवबोधन का संवाद था , आप सभी को लगा होगा कि ये डिबेट है क्योंकि बिना डिबेट के आप इसे देखने सुनने थोड़ी आयेंगे । जागरूक बनिए अपने सनातन संस्कृति को जानने का प्रयास कीजिए और बाकी किसी बात से आहत हुए तो क्षमा कीजियेगा ।
श्रीकृष्ण एक उत्तम (योगी, योद्धा, रणनीतिकार, डिप्लोमैट) थे,लेकिन उनके इन मुख्य गुणों को बताने की जगह कथावाचक रासलीला के नाम पर उनके चरित्र को बदनाम करते है।😢
Bhaiya ye sab pad k bol rhe h jaise rattu tota bolta Kisi sant se milo jisne naam ka dhyan taste kiya ho ye rattu tota to sirf rata hua bolenge Yahi to maya h jo hume santo se alag kar rhi h
@@Rajeshkumar-tv2of bhaiy ye sab Archa vigrah ko galat bata rhe h pooja krna galat bata rhe h jbki humari bhagwaan ko prapt krne ki 9 vidhi batai gyi h
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते, हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है। गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।👎 गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
Discussion बड़ा रोचक है। मजा आ गया। यहां पर कुरान की एक सुरा का उदाहरण देना चाहूंगा जिसका नाम है Surah इखलास। इसके अनुसार अल्लाह ईश्वर सिर्फ एक है। जिसने मानवस्वरूप किसी का जन्म नहीं दिया और न ही किसी के द्वारा स्वयं जन्म दिया गया।अगर इस तर्क पर सारे भगवानों को परखा जाय तो कोई भी भगवान खरे नहीं उतरेंगे और सब फेल हो जाएंगे। क्योंकि सारे भगवान अपने माता पिता से जन्म हुए हैं।आप लोगों से विनती है कि इस पर गौर करे। धन्यवाद।
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते, हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है। गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है। गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
@@ujwal2358jab Zakir naik ne sabki bolti band kar rakhi thi na, Jab Sri Sri Ravishankar bhi usse debate me chup ho gaya tha. Jab koi logically uska reply nhi de Raha tha. Tab yahi 2 take ke Arya samajh wale saamne aae. Apna youtube channel start Kiya,aur Zakir naik ke ek ek jhooth ko logically expose kiya. Aur jo gandagi hamare grantho me bhar di gai hai,un sab ko saamne lae the.
Radha ke naam par logo ko ab nahi lut paoge tum 3% log 97% bahujano se jeet bhi nahi paoge jab Radha Krishna yadav the to pandit yadav ko apana baap kyu nahi mante
पर मैं सहमत नही हूं क्या आपने भागवत और गीता को पडा है ,, अगर नही तो आप सिर्फ उड़ती हुई बात और जिसका पलड़ा भरी उसकी बात पर ही आप सहमत हो जाते है , और मेरे हिसाब से आपको भी ज्ञान नही है ,,
@@Some9562 bhagwat padhne ka koi matlab nahi bekar gappe hai .. Geeta 10 se jyada baar , alag alag types complete ho chuki hai .. Aur mai bhi Gautam ji ki baat se sehmat hu
@@avinashrai11141 kuch nahi .. Isse aap siddh karogpaoge sirf itna , ki aap manushya to nahi .. Aur agar khud ko manushya siddh bhi kar paye , to apni buddhi ko to nahi karpaoge .. Seddhi baat Budhhiheen manushya kehlaoge ..
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31 अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah Rig Veda 1। 164। 31 अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है। उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है। इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है। तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 || घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है। अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है। तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः परमम् पदम् आवभअति भूरी ta vam vastuny usmasi gamadhyai yatra gavo bhuri-srnga ayasah atraha tad urugayasya krsnah paramam padam avabhati bhuri “हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “ इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
Are iswar ko samajhne ke liye pehle sahi se bhagwat Geeta to pad lo kyu ki veda to samjhne ka samarth hai ya nehi doubt hai..samast granth ka saar hai bhagwat Geeta..kisi particular Insan ki soch mat lo..bain me kuch maal bhare hai iswar ne na to bichar karo..
भगवान श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी और वो थी माँ रुकमणि। अब आप आर्य नमाजी बोलो या कुछ और श्री कृष्ण का चरित्र स्वच्छ और सुंदर था ये सत्य है उन्होंने गीता दिये उसे जीवन में उतारें और ज्ञान योग और कर्म योग से विश्व को आर्य बनाएं
जो भी व्यक्ति ,बाबा,साधु सनातन वेदिकधर्म के ग्रंथों को प्रमोट करने की जगह,स्वयं को प्रमोट करे और भगवान तुल्य बताए ,उसे तुरंत नकार देना चाहिए और उसपर कार्यवाही की जानी चाहिए। 🕉️🚩
❤जो वेदों को प्रमोट करेगा वही तो स्वयं को प्रमोट कर पाएगा जो वेदों को नहीं समझ पाएगा वह स्वयं को नहीं समझ पाएगा जो वेदों को समझ लेगा वही स्वयं को भगवान बतायेगा वेदों को समझना इतना आसान नहीं जितना तुम समझ रहे हो गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस की इस चोपाई से जानें। (लागे करन ब्रह्म उपदेशा। अज अद्वैत अगुन हृदयेसा।।) (सो तैं ताहि तोहि नहिं भेदा। बारि बीचि इव गावहिं बेदा।।)
Pandit logo jo Puja paath yaa mandir mein baithe hein un logo ko lalach bahut jyada ho gaya hein ...logo ko tarah tarah ke upay batate hein jis se aaj ki generation ko bahut problem hein. .. example ke liye jaise shadi mein pandit Puja karwate samay bolte hein dakshina ki jangah amount bolte hein itne chadao ...jaha tak meri samajh mein aa raha hein sab se phale lalchi pandito se bacha jaye ..mandir ke bahar aas pass ki dukandaro ke pass baith kar faltu ki baate karte rehte hein toh Munn se unke liye Sharda kam hone lagti hein ...
धर्म लाइव चैनल और एंकर और समस्त हमारे सनातन के गुरुओं का हृदय से आभार जो आपने समाज में व्याप्त इस समस्या के संदर्भ में इतने अच्छे तरह से चर्चा किया । इस आध्यात्मिक जागरूकता के लिए बहुत बहुत धन्यवाद , सभी लोगों से बस इतना निवेदन है कि अपने सनातन संस्कृति को भली भांति पढ़िए और जानिए ।
Vrindavan Chandra Das ji ne prarambh mei bilkul sahi kaha ki Upanishad aur Puran bhi Ved hain. Vrindavan Chandra Das ji akele hi is poore program mei vaastavik dharma ki dhwaja lekar chal rahe hain. Bohot sundar 👃
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Sab ko ved hi na banado .. Aap log besharmi se kuch bhi bol dete ho .. Jagah jagah ved ke baare mai likha hai .. Darshano mai .upanishad mai , smriti mai... Itne praman hai ki sirf Rig.Yajur.Sam .Atharva hi ved hai .. But aap kuch bhi gapod banake usko failqte rehte ho ..pehle khud padho
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Nahi hai bhai .. Bahut pyar se bol rha hu... Mat fanso apne man mani baato mai .. Iska ant mai parinam bura hi hoga .
Log Shrimad Bhagwatam sunkar Moksh pana chahte hain isliye ye business ban chuka hai. Par Bhagwad Gita hume ek manushya banati hai jiske liye time hi nahi 😭😭😭😭
हम महाराष्ट्र से है. हमारे लिये तो हमारे संत भगवान है. क्योंकी उन्होने पूर्ण समाज को एक किया और आषाढी एकादशी वारी को शुरु किया जो आज भी चालू है. सबको एक होना है, वर्ना हमारी अवस्था बांगलादेशी हिंदू की तरह होगी.😢😢😢😢😢😢
Bhai ye debet nahi tha .sirf charcha .es liye ankur Arya and goutam khattar maryada mai reh ke apne apne paks rakha. Agar debet hota to iskon vale aate hi nahi debet mai ..Jai shree Ram
Sab ko only Science journey hi jawab de skta hai 😂😂😂😂 hinduisam budhisam ki hi mahayaani shakha hai ab khul k aa chuka hai inhone khud bola k Shankaracharya ne dobara hinduisam shuru kiya kyo k unko prachhan baudh kahte hai 😮😮
@@totalgamer3374 satya ko swikaar karna sikho bhai ...tunhare personal beleifs ke against ho skte hai ,, but Vaidic shashtro ke anusaar , arya smaaj mai koi Bhi galat siddhant nahi
@@YT_6jhbvc Vedi ki puri vyakhya hi ulti putli kar di arya samaj ne. Paramparik acharyon dvara veda vyakhya hi sarvoccha hai. 19th century ke unArya protestant samaj ki nahi
@@manavsharma1236 tumhare kehne se 😅 un prachin acharyo ke chele bhi Bachne ke liy arya samaj ke bhashya hi Upyog karte hai ,,,, bhale hi kitni hi nafrat ho aryo se . Kabhi paramparik prachin acharya sayan , aur samne Mahrisi Dayanand ke koi bhi 10 Ved mantra ke bhasya dono ke padh ke compare kar lena .. Samjh jaoge .. Baaki Mahidhar ,uvaat ka toh rehne do ..warna unhone ne to ved arth ka satya naash kar dala tha .
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31 अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah Rig Veda 1। 164। 31 अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है। उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है। इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है। तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 || घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है। अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है। तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः परमम् पदम् आवभअति भूरी ta vam vastuny usmasi gamadhyai yatra gavo bhuri-srnga ayasah atraha tad urugayasya krsnah paramam padam avabhati bhuri “हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “ इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
brithis agend dayanand ne satyarht prakash hinduo ko batne ke liy hilikha. tha baki satyatrh praksh keval murko ko acha lag sakta hai. 48 bude ka 24 ke ladki se sadi karao uttam vivah karao jo nhi kar ayega ko arya samaji nhi 😂 gadho
@SimantaKalita-r7k satyarth prakash Isliye hi padhni kyuki usme lagbhag saare mat aur dusare religion ko bataya hai hum me kya kami hai usko bataya hai Aur sab Ved Upnishad DARSHAN jaise shastr se hi bataya hau
@@Users9015 chup pakhandi akhand bharat 😂arya samaj bharat me sahi se nhi hai inki demography hi nhi akhand bharat ki bat kar rha murkh kahinka kalpanao se bahar niklo bache
@@Users9015 tera arya samaj adhe se jyada hinduon ko nark bhejta hai kyuki wo manta hai murti pujak nark gami hai telegram pe arya samaji hinduon ki atanki bolte hue kya bolte hai agar dikha diya to sharm aa jaegi
Khud se padhna recheck karna esse hi kisi kii baat ko nhi manna and agar koi galat lagge to mhu mai bolna u are wrong and here's the proof we can debate on that@@tarun4992
@@RupamMandal-y8h Shrikrishna will always be a great iconic personality not only for me but for crores of Hindu people of the world whether we place any respected words before his name or not.
क्या बात कर रहे हैं भाई साहब कि ईश्वर का चरित्र हनन कोई कर सकता है?।या तो वह करनेवाले ईश्वर का विरोधी हो सकते हैं।सवाल है कि ईश्वर का विरोधी कौन हो सकता है?
@@mithileshsharma1781I am always asking the question the Krishna and all other goddess in Hindu belief were only for India. Is India a separate part of this world or whole the world is called India? The creator God must be for whole the universe.not for a part of world. Whole the veda and every hindu scriptures are studying and following only by hindus.Not whole the world's mankind follows Hinduism or believe in Hindu God. So how can you say,and proof that the universe came into existence or made by the God of hindu scriptures.
@@sasikv4255 Brother,I dont have much study and knowledge about Hindu scriptures so I am not in a position to give you 100% convincing answer but what more I could understand and I believe that when you take Lord Rama and Lord Krishna as the incarnation of God then such questions arise.So take them as the greatest personalities of human history or Hindu history instead of incarnation of God.
😂 नास्तिकों का यहाँ क्या काम। जी अपने पास रखी गीता जी में आज की संध्या /भक्ति/नियम करते समय जरूर देखिये अद्भुत रहस्य:- गीता अध्याय :- अध्याय श्लोक 👇 👇 10 श्लोक 2 :- ऋषियों की स्थिति 4 श्लोक 34:- तत्वदर्शी संत की महिमा 15 श्लोक 1 :- तत्वदर्शी संत की पहिचान 18 श्लोक 46:- सबसे बड़े ईश्वर की महिमा 16 श्लोक 34 :- शास्त्र विधि से हटने से नुकसान 7श्लोक 23,29 :- देवताओं और गीता ज्ञान दाता के आगे 9 श्लोक 21 :- महास्वर्गों से बापस आने का प्रमाण 8 श्लोक 13 :- ओम् मंत्र बृह्म का जो पूर्ण नहीं 17 श्लोक 23 :- इसमें पूर्ण परमात्मा का मंत्र जो केवल तत्वदर्शी संत बताएगा नोट :- आत्मा परमात्मा में विलीन नहीं होगी क्योंकि वेद या गीता शास्त्र में कहीं नहीं लिखा फिर कोई मन में आश्चर्य हो तब पूछियेगा अपने मन के विचार जो बनने लगें, जिज्ञासा जो उतपन्न हो। ऐसे गहरे रहस्य शास्त्रों से जानने और ज्ञान गंगा बुक मंगाने के लिए पूरा पता :- मोबाइल नम्बर :- हमें कमेंट में लिखकर भेजिये #गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत
कृपया श्री आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिओ जी राहुल आर्य जी थैंक्स भारत चैनल वाले अंजली आर्य स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज पंडित श्री योगेश विद्यार्थी जी को भी शास्त्रार्थ में लाए।
@@anikettandi8228 bahane kisne banaye sabne dekha bandhu kon gbc Arya samaj ka official letter Sanskrit amogh lila nahi karenge ye sab drame iskon ki taraf se huye aur aaj bhi shastrarth ho sakta hai
@@स्वराजीवदीक्षित 😂🤣🤣🤣 chamche ko lagta hai iakcon ne mana kiya tha, 1.ek kam karo arya samaj delhi se rahul arya ka arya samaji hone ka ya arya samaj ko represnt karne ka kagaj le ao fir rahul ko amogh se ya iskcon se debate karna hai bata dena. 2. rahul ko khut arya samaj ne chup kara diya tumara pahle hi fad gaya th a proof arya samaj expose me groupe ka post pada hai 3.tera rahul mujhe twiter pe block kar ke raka hai harne ke baat 😂🤣🤣ek darjan log block kar chuke ja chamce arya samaj delhi office ko bol iskcon ko challeng karne ko rona surukar dege british ka banaya cult kya gyan hai tumare pass office ja ke haraye hai logo ko (not me)😂🤣chamche
अंकुर जी व गौतम जी की बातों दम है सच है आधुनिक युग समस्या देखते हुए माँग भी यही है इन गुरुजी का सम्मान करता हूँ मेरा विचार से सब जानते हुए भी उसका हल ढुँढने के बजाय किसी महापुरूष का आने विचार जो सनातन की रक्षा करेगा
कौई यदि वेदों का manipulation किया होगा तो तीन सवाल उसपर उठता है। कौन किया होगा? क्या मक्सद था manipulation करने का? और तीसरा है यदि वेद दैवीय है तो कैसे manipulation हो सकता है?
इस्कॉन वाले केवल और केवल कृष्ण की भक्ति की बात करते है। लेकिन आज जब हम और पूरी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद से जूझ रही है तब भक्ति नही कृष्ण की शक्ति उनकी डिप्लोमैट पावर विनिंग हंगर जीत की भूख और दुश्मन के किसी भी तरीके से विनाश करने की दृढता की बात करने की आवश्यकता है।
Isiliye to itna atyachar ab shuru ho gaya hai kyunki Ishwar ko lekar hamesha Ishwar hai hamare sansar mein ki nahin Ishwar agar nahin hota to aap log duniya mein rahte kaise
Iskon America ke nashediyon ki bharti se bani hui hai iska itihaas toh! Parh le bhai fir pravachan dena kabhi nath pant ke baare me bhi jaan le iskon toh pakhandi hai maine kabhi unhein Shastratha karte nahi dekha be bas Iskon wali hi mangadant kahaniyaan sunate rehte hai.
भगवान कृष्ण योगी थे भोगी नहीं थे। वे वेदों के ज्ञाता थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को उपदेश दिया । बाकि अवतारवाद के कारण उनके चरित्र से कोई प्रेरणा इसलिए नहीं लेता क्योंकि जो ईश्वर कर सकता हैं। वह मनुष्य नहीं कर सकता हैं। बस सब उनके भक्त बन जाओ। और रटने के लिए कृष्ण के साथ राधा जोड़ दिया । ताकि राधे कृष्ण राधे कृष्ण रटने में आसान हो जाये। और वह हमारी रक्षा कर लेंगे। और प्रेमी प्रेमिका एक दुसरे के अन्दर राधा और कृष्ण की छवि देखें भक्ति में लीन हो जाये।
isliye to arya samaji block karte hai aur bahgte firte hai debate se aur victim card khelna chalu kar dete hai😂😂 iam block at twitter by many samaji defeated many samajis. they just play victim card😂
@@anikettandi8228abe jahil tere kuch smjh aaya bhi aam jahil hinduo ki hi ladkiya love jihad me phasti hai unhe hi kuch nhi pta hota kyuki unke maa baap jahil hote hai aur arya samaj me keval tark gyan chalta hai jativad nhi chalta isliye unke yhn mahilaye ved mantra bolti hai suitcase me pack nhi hoti bro.
@@स्वराजीवदीक्षित main aniket pranam bhrata gauttam khattar pragya arya rishi uvach arya samaj rahul arya aur bhi bahut hai twitter per and akur arya telegram per aur is youtube wale ne bhi mera comment shadow ban kiya hai khuch dik rha hai kuch nhi.
@iAbhishek_Aaryajhantu shankracharya ko koi nhi manta keval adi shankracharya hi pramanik hai aur wo swem insbka virodh karte the jativad ka nari ved mantra nhi bolegi shudra shiksha nhi lenge ye abhi vaale isliye drama karte hai jiss se inki kursi surakshit rahe inke bss ki nhi hua aaj tak ye nupur sharma ke liye bole ya aur kisi hinduo ke paksh me bole kuch karna dharna hai nhi bna baitha shankracharya.
@Dharma live सबसे अच्छा कार्य कर रहा है। आपके channel के अलावा कोई नहीं है इस तरह के discussion को लाने के लिय। Neha जी आप बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको 🙏 आर्य समाज के युवाओं ने ही सनातन का डंका बजा रखा है। इनकी बातें ज्यादा तार्किक और बुद्धि के अनुसार होती है। 👏👏 ये Give Gita वाले प्रभु जी भी बहुत कुछ बेहतरीन बातें रखें। 👏👏👏👏
ये बैकग्राउंड में जो, मस्जिद का चित्र है उसे हटाये और मंदिर का लगाए। चैनल का नाम धर्म है, तो मंदिर दिखाए और ये भारत हिन्दू देश है तो मंदिर दिखाए,न कि इस्लाम मज़हब के प्रतीक।🙏
प्रेमानंद महाराज जी का सत्संग सुनो सब प्रश्र्नो का उत्तर मिल जायेगा.. अभी एक उनका सत्संग है जिसमे कौन सबसे बडा शिव जी, श्रीकृष्ण जी, दुर्गा जी या राधा जी.. इसका विवेचन महाराज जी ने बहोत अच्छे से किया है.. सभी प्रश्न के उत्तर मिल जाते है..
@@sage1857bhai apki toh bhasha hi kafi hai yeh dikhane ko ki dharm k kitna palan ya mante ho. Ved puran ko bhi bohot mante toh aise abhadra bhasa k prayog nhi kr pate. Na jaana hai aur na hi janey m interested ho.
@@sage1857Radha ji ko Janna itna aasan nhi h apni Vani pr niyntrn rkhe prbhu ji santo ke prti jo bhavna h usse pta chlta h aapko jra bi aadhyatmikta ka gyan nhi ...
Kon si khari bate zara hame bhi बताओ तुम्हे कोन सी लगी ,, कितना ज्ञान तुम्हे भागवत का है ,, सबसे बड़ा अज्ञान तो यही है की परभु जो बैठे ही उन्हे गलत साबित करने के लिए दबाव बना रहे है ,, इन तीनों का इतना ज्ञान नही जितना इन्होंने लिया है ,, आप बताओ कितना ज्ञान है तुझे
राधा रानी का पंचम वेद जो की इतिहास और पुराण है उसमे उल्लेख है (पद्म पुराण ,उत्तर खंड , अध्याय 47 , श्लोक 45) "राधा कृष्णप्रिया वृषभानुजा तस्या हृदये कृष्णो हृदि स्थितः कृष्णस्तु राधावती समाहितः परस्परात् प्रेम्णा समावृतौ" अनुवाद-"कृष्ण की प्रिय राधा वृषभानु की पुत्री हैं । कृष्ण उसके हृदय में निवास करते हैं, और वह उसके हृदय में। कृष्ण राधा में लीन हैं, और राधा कृष्ण में लीन हैं, दोनों एक दूसरे के प्रेम में डूबे हुए हैं।" इतिहास और पुराण पंचम वेद है वह उपनिषदों मैं ही बताया गया है जो वेदों का ही हिस्सा है (छांदोग्य उपनिषद chepter 7, section 1, verse 2) नारद मुनि ने कहा सनतकुमार को " 'हे प्रभु, मैंने ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, चौथा अथर्ववेद, पंचम वेद इतिहास और पुराण, व्याकरण, अनुष्ठान, अंक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, कालक्रम, तर्कशास्त्र, राजनीति, प्रौद्योगिकी (वेदों से संबंधित विज्ञान), आत्माओं का विज्ञान, धनुर्विद्या, खगोल विज्ञान, मारक विज्ञान और ललित कलाएं पढ़ी हैं। हे प्रभु, मैंने ये सब पढ़ा है।'" राधा रानी बाहोत गुप्त तत्व है जो शास्त्रों मैं कही कही जगह ही उनका उल्लेख मिलता है इसी लिए ऐसा तर्क वितर्क करके उनको कभी नहीं जाना जा सकता । राधा रानी और कृष्ण को केवल भक्ति से ही जाना जा सकता है जो शुद्ध भक्तो के संग में होती है ।
@@goku224-q2dhaa wahi tum loog atak gaye😂😂ved ke baad upnishad bhi hote hain ye pata nehi tumhe bramha sutra bhi pata nehi tumhe😂😂lol aur kese tum apna muh dikhate ho Vrindavan aake ya Sankar acharya se karo ek debate pata chal jayega radharani kon hain
Har puran ko pachva ved batane wale logo se ek prashn h, ki brahm vaivart puran bhi pachva ved h, padm puran bhi pachwa ved h bhagvatam bhi pachna ved h, to real pachva ved kon sa h? Aur agar ved pach h to 4 kyu kahte ho jab pucha jata h to? Itna galat Gyan to thik nhi.
इस चर्चा को सभी तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि रूढ़िवादी समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनका असली धर्म क्या है। खुद को जानने का सबसे आसान तरीका है गीता 🙏🙏 हरिबोल 🙏🙏 जय सनातन
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
हमारी आर्य संस्कृति ही सत्य सनातन वैदिक धर्म है। जो कि आज के समय में आर्य समाज के नाम से सभी लोग जानते हैं। प्राचीन काल में सनातन धर्म एक सुंदर महल की तरह था। समय के साथ साथ विधर्मीयो द्वारा उस महल में आग लगा दी गई। जो जलने के बाद सनातन रूपी का महल खंडर बचा है। धन्य हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती जी को जिन्होंने भुजे हुए संस्कृति के दीपक को फ़िर से प्रज्वलित किया।
@@Ram47988 खंडन करने वाले हुऐ खंड खंड ईश्वर तो ईसाई और आप का हो सकता है हमारा तो भगवान हैं जो निराकार भी है और साकार भी प्रत्येक कण में विद्यमान हैं वो परब्रह्म परमात्मा
सही कहा आपने यह आर्य समाज वाले मूर्ती पूजा को नहीं मानते यह दयानन्द सरस्वती ने जो कहा वह सत्य है मुझे इनका पाखंड लगता है अगर मूर्ति पूजा नहीं होगा तो मंदिर नहीं बचेंगे और मंदिर नहीं होंगे तो। मजारें और मस्जिदें ही बनेंगी
जाट पात की करो विदाई सनातन सनातन भाई भाई
जय सनातन धर्म की
Ye bat arakshan khate samay socha kro na
Karoge apni behen ki dalit se sagaayi?
जाती पाती पूछत नही कोई
हरी को पूजही हरी का होई 🚩
@@user-shivam_aary sc st act , modi bhi apni jati batata hain
इस चैनल पर जितने हिंदू सनातनी विद्वान आये है सब नफरत फैला रहे है लेकिन एक मुस्लिम विद्वान् अब्दुल्लाह तारिक आये जो सब भारत वासियों को मिलाने की और मुहब्बत की बात कर रहे थे ये विजानि बिना सर पैर की बात कर रहे है जब तक सबको साथ लेके चलने की बात नहीं होगी भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
जितना मजबूत इस्लाम और ईसाइयत का अपने बच्चों के लिए education औऱ training system है, वेसी हिंदुओं की भी होनी चाहिए।
This is the only solution
हिन्दू धर्म की सोच को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित करना चाहिए
आपकी टिप्पणी बिलकुल सही है
दुनियां के चांडाल और जिहादी आपके उपर चौतरफा हमला कर रहे हैं, आप उनसे बचेंगे तब न, बचने ही नहीं देंगे, आपके खिलाफ आपके खुद के बच्चों को खड़ा कर देंगे......कई उदाहरण हैं कॉन्वेंटेड स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को पता ही नहीं हैं की उसकी सिवलाइजेशन हैं उसने पूरी दुनियां को संरक्षण दे रखा हैं उसके बराबरी की किसी के पास कोई धर्म संस्कृति नहीं हैं, सनातनी हिंदू धर्म संस्कृति की जो आदर्श शिक्षाएं हैं, इन्हें अंग्रेजों ने देश को लूटने के लिए सभी गुरुकुल बंद कराए और कॉन्वेंट स्कूल खोले, अब उन्हीं स्कूलों में काले अंग्रेज पैदा हो रहे हैं जो गोरे अंग्रेजों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, जितना इन्होंने (अंग्रजोंने)नहीं लूटा ढाई सौ सालों में..... उनसे सौ गुणा ये चांडाल काले अंग्रेज़ लूट चुके हैं, और दलितों के नाम परआरक्षण के नाम से बुद्धिष्ठों के नाम
पर आज भी लूट रहे हैं,......... हमारे नेताओं ने हमे अपना धर्म ही नहीं जानने दिया, और हम कहते हैं की दूसरे धर्म से बचो ,अब हम किससे बचें.......??.........
कया आपका मतलब ईजुकेशन और टेरनींग का संबंध धार्मिक शिक्षा से है तो माफ किजीयेगा उन लोगों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर केवल विश्वास करना सिखाया जाता है न उनके पास ना विवध वेद हैं न ग्रंथ है ना उनको कनफयूंजन है हमारे साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती
राम के साथ सीता शिव के साथ पार्वती कृष्ण के साथ रुक्मणी ही हमारे भारत की शक्ति है। इनका प्रचार करो हमारे देश की शक्ति जाग जाएगी।
राधा ही कृष्ण की सनातनी शक्ति है| रुक्मिणी द्वापर में आयी| क्योंकि गोलोक में राधा से प्रकट हुए महालक्ष्मी ने कृष्ण को पाने की चाह रखी थी, जो द्वापर युग में पूरी हुई| जैसे पार्वती भी जांबवती बनी उसी तरह वैकुंठ स्वामिनी लक्ष्मी जी रुक्मिणी बनी| जगन्नाथ तो अनंत कोटी ब्रम्हांड के पिता और सभी शक्तियों के पति हैं|
@@Spîritüal_practice2498 bakwas ... Gapod
@@YT_6jhbvc क्या बकवास ? gapod means?
@@Spîritüal_practice2498 gapod means kuch bhi bakloli .. Bolte jana .aur usko manna ..
@@Spîritüal_practice2498 krishn ji ki sirf ek patni thi rukmini ji .
--Mahabarat
Radha ek fake character hai jise baad mai krishn ji ke saath joda gya to insult him .
Golok bhagvat likhne wale ki kalpana hai ..farzi bakwas ..
यह एक अत्यंत आवश्यक परिचर्चा है इसे सभी सनांतनियो को सुनना चाहिए।
जय श्री राम
@@shyampatidar9578 @Bharatkhand77 भाईजी को प्रणाम । सच्चाई यह है कि "महाभारत" नामक पुस्तक में "राधा" नाम की किसी स्त्री का कोई वर्णन नहीं है । इसी प्रकार "जोधाबाई" नाम की कोई स्त्री नहीं थी........इसी क्रम में "पैगम्बर मोहम्मद" के उपर प्रतिदिन एक बुढ़िया स्त्री कूड़ा फेकती थी.......कुरान एवं सभी तरह की हदीसो में इस तरह की किसी "वृद्ध-स्त्री" का वर्णन नहीं है । मैं इन संतो का अपमान नहीं कर रहा हूँ,मात्र सच्चाई बता रहा हूँ । अब प्रश्न यह उठता है कि "राधा" नाम की स्त्री की परिकल्पना सबसे पहले किसने की ?........इसका उत्तर है......"रसखान" ने.........इनको स्वप्न आते थे कि "राधा" नाम की एक स्त्री है एवं वह "कृष्ण" के साथ रासलीला कर रहीं है.....सबसे पहले "रसखान" ने "राधा-राधा" कहना शुरु किया......इसे आधुनिक विज्ञान में "Psychosomatic Disorder" कहते है.....इसके अर्न्तगत कई बीमारियाँ आती हैं जैसे "TLC, OCD" इत्यादि ।।........जब "अन्धानुकरण" अपने चरम पर पहुँच जाता है तब लोग ऐसा ही करने लगते है.......उदाहरण:--प्रयागराज में एक पुरुष IPS अधिकारी हैं......"कृष्ण" की भक्ति इनके उपर ऐसी चढ़ी कि ये साड़ी,पेटिकोट,ब्लाऊज पहनने लगे,एवं 16 श्रृंगार करते हुए इन्होने मीडिया वालों को बुला लिया,एवं मीडिया के सामने नाच-नाच करके अपने आपको "कृष्ण" की "पत्नी" घोषित कर दिया । ये IPS अधिकारी आज भी जीवित है,आपलोग Google search करके इनका Dance देख सकते हैं,मैनें अपनी निजी सुरक्षा के कारण इन IPS अधिकारी का नाम नहीं लिखा । "कृष्णजी" ने "कर्मवाद का सिद्धान्त" दिया,ये बहुत कम लोगों की समझ में आया,हाँ "रासलीला" सबको अन्धानुकरण के कारण समझ में आ जाती है ।।
ओ३म् परमात्मने नमः
मैं (इस्कॉन ,आर्य समाज ) दोनों का सम्मान करता हु,लेकिन बात अंकुर जी और गौतम जी की ज्यादा तार्किक है।
और यह भी सही है,की अभी समय हमें सनातन वैदिक धर्म का विस्तार करने का है,न कि आपस मे लड़के विरोधियों को सनातन धर्म पर उंगली उठाने का अवसर देने का है।🙏🙏
Joot bol rahe hai aap
Debate is good way to spread dharma Adi Shankaracharya used it well too;
जबरदस्त आव्हान देणारी चर्चा होती.छान होती.मला आवडली
❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👌👌👌
सही कहा, आर्यों की बात ही निराली है 😊
Right
गौतम खट्टर जी ने अपनी सभी बातें प्रमाण के आधार पर रखी है बहुत सुंदर इस आयु में इतना ज्ञान होना प्रेरणीय है।❤
iss dogle ka abhi apko malum nhi hai.
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
प्रभुजी की बातें शास्त्र प्रामाणिक हैं यह गौतम जी को लिमिटेड ज्ञान है
@@bhamini89प्रभु जी को तो प्रमाण तर्क आदि का पता ही नहीं है ये होते क्या हैं क्योंकि उन्होंने विधिवत गौतम जी की तरह शास्त्र अध्ययन नहीं किया
@@manishgoyal_87sahi
वेद तो केवल चार h,,,, गुरु जी तो गोल गोल घुमाने में लगे हैं,,,bt अंकुर जी की बात से पूर्ण सहमत हूं 🎉
Aur upnishasd?
मेरे भाई पूरे संवाद में यही निष्कर्ष निकाल पाए क्या आप
ये डिबेट नहीं था , ये एक चिंतन मनन और अध्यात्म अवबोधन का संवाद था , आप सभी को लगा होगा कि ये डिबेट है क्योंकि बिना डिबेट के आप इसे देखने सुनने थोड़ी आयेंगे ।
जागरूक बनिए अपने सनातन संस्कृति को जानने का प्रयास कीजिए
और बाकी किसी बात से आहत हुए तो क्षमा कीजियेगा ।
श्रीकृष्ण एक उत्तम (योगी, योद्धा, रणनीतिकार, डिप्लोमैट) थे,लेकिन उनके इन मुख्य गुणों को बताने की जगह कथावाचक रासलीला के नाम पर उनके चरित्र को बदनाम करते है।😢
Kon bdnam krta hai ? Koi bhi nhi ... or jo bhagwan hai uska koi kya bigad lega 😅😅
Unhe koi bigad nahi lega jarur lakin unke raas leela ko bata baata kar aj ki samaj jarur bigad raha hay@@dineshverma4778
kya proof hai jo krisna god hai?
Swami ji bhatka rahe hain
Pahle ye tay karo kon granth sahi hain
अंकुर आर्य गौतम खट्टर व मीनाक्षी बहन ने वैदिक सिद्धांत को बहुत अच्छे ढंग से रखा। बहुत बहुत धन्यवाद।
Bhaiya ye sab pad k bol rhe h jaise rattu tota bolta
Kisi sant se milo jisne naam ka dhyan taste kiya ho ye rattu tota to sirf rata hua bolenge
Yahi to maya h jo hume santo se alag kar rhi h
यह तीनों समाज के वायरस है
@@Rajeshkumar-tv2of bhaiy ye sab
Archa vigrah ko galat bata rhe h pooja krna galat bata rhe h jbki humari bhagwaan ko prapt krne ki 9 vidhi batai gyi h
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते,
हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है।
गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।👎
गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
ओ३म्🚩🙏 सभिको
Om namah shivaya 💗
@@Ranjeet_Singh_Rajput_Arya90 राम राम 🚩🕉
Ddffdtddddddddde2
.
.
J .8 @@RaviTiwari-777
Discussion बड़ा रोचक है। मजा आ गया। यहां पर कुरान की एक सुरा का उदाहरण देना चाहूंगा जिसका नाम है Surah इखलास। इसके अनुसार अल्लाह ईश्वर सिर्फ एक है। जिसने मानवस्वरूप किसी का जन्म नहीं दिया और न ही किसी के द्वारा स्वयं जन्म दिया गया।अगर इस तर्क पर सारे भगवानों को परखा जाय तो कोई भी भगवान खरे नहीं उतरेंगे और सब फेल हो जाएंगे। क्योंकि सारे भगवान अपने माता पिता से जन्म हुए हैं।आप लोगों से विनती है कि इस पर गौर करे। धन्यवाद।
हम गौतम खट्टर जी से सहमत हैं
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते,
हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है।
गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।
गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
@@ujwal2358 bhai pehle baat ko samanj voh kehna KY cah rhe he ???
@@gautambhankri2141 इन लोगो को बार बार इस विषय सुना है, चार टके के लोग।
@@ujwal2358jab Zakir naik ne sabki bolti band kar rakhi thi na,
Jab Sri Sri Ravishankar bhi usse debate me chup ho gaya tha. Jab koi logically uska reply nhi de Raha tha.
Tab yahi 2 take ke Arya samajh wale saamne aae.
Apna youtube channel start Kiya,aur Zakir naik ke ek ek jhooth ko logically expose kiya.
Aur jo gandagi hamare grantho me bhar di gai hai,un sab ko saamne lae the.
@@MohitVerma-rb1kt इन के महान काम का स्विकार करना ही पडेगा, मगर उस के बाद हिन्दुओ मे भेद के काम करे तो वो गलत ही है।
श्री वृंदावन चंद्र जी ने बहुत ही सुंदर तरीके से बताया हृदय से आभार आपका |
Bahut sundar bataya prabhuji ne. Koti koti Naman
Radha ke naam par logo ko ab nahi lut paoge tum 3% log 97% bahujano se jeet bhi nahi paoge jab Radha Krishna yadav the to pandit yadav ko apana baap kyu nahi mante
Yes
गौतम जी नमस्कार। मैं आपके विचार से पूर्णतया सहमत हूं। यही सही है। जय श्री कृष्णा।
पर मैं सहमत नही हूं क्या आपने भागवत और गीता को पडा है ,, अगर नही तो आप सिर्फ उड़ती हुई बात और जिसका पलड़ा भरी उसकी बात पर ही आप सहमत हो जाते है , और मेरे हिसाब से आपको भी ज्ञान नही है ,,
@@Some9562 bhagwat padhne ka koi matlab nahi bekar gappe hai ..
Geeta 10 se jyada baar , alag alag types complete ho chuki hai ..
Aur mai bhi Gautam ji ki baat se sehmat hu
@@YT_6jhbvcAgar main Keh doon Geeta aur Ved me sirf gappe hain,kisi kaam ka nahi to aap kya karenge?
@@avinashrai11141 kuch nahi ..
Isse aap siddh karogpaoge sirf itna , ki aap manushya to nahi ..
Aur agar khud ko manushya siddh bhi kar paye , to apni buddhi ko to nahi karpaoge ..
Seddhi baat Budhhiheen manushya kehlaoge ..
@@YT_6jhbvc Bas baat tumpe bhi lagu hoti hai. Bina jaane samjhe kisi bhi baat ka virodh karna murkhata hai.
अँकुर जी गौतम जी व अन्य सभी ने बहुत ही सराहनीय चर्चा की है। वेद के विषय में सब सनातनी हिंदू समाज को एकमत होने का प्रयास करना चाहिए
वैदिक वैज्ञानिक व आचार्य अग्निवर्त नैष्टिक जी को बुलाया डिबेट में। बहुत जबरदस्त क्रांतिकारी गुरु व आचार्य है
❤❤❤❤
बिल्कुल सही
Pandit mahendrapal arya, yogesh bhardwaj, rahul arya inko bulao. Prabhuji ko pta chle.
@@healthtuber8942तुम और तुम्हारे ये अधकचरे ज्ञानी सब एक जैसे हैं।
@@healthtuber8942 ,😄😄😄
सत्य ही धर्म है..... वेद की ओर लौटे
सत्य केवल आत्मा है बाकी सब झूठ
Toh bhagvat Gita padho
वेद क्या है 😂😂
@@Upanishad11 वेद धर्म का मूल हैं
@@baatitnisi आत्मा कहाँ है शरीर के कौन से हिस्से में हैं
एक समज आया गौतम जी ने कहा कि ओम् ध्वज के निचे आना ही होगा तब ही सनातन रहेगा.
❤0
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार
अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां
वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना
यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31
अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः
चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः
apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam
sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah
Rig Veda 1। 164। 31
अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है।
उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है।
इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है।
तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः
taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 ||
घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है।
अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे
om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine
अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है।
तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये
यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः
अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः
परमम् पदम् आवभअति भूरी
ta vam vastuny usmasi gamadhyai
yatra gavo bhuri-srnga ayasah
atraha tad urugayasya krsnah
paramam padam avabhati bhuri
“हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “
इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
The puran comes after Vedas So how it is possible The elaboration of Purana in Vedas
@@awadheshkumar2633 pp
Satya kya hai Dharm kya hai Satya hi Parmatma hai uski Sada Yad Mein Rahana hi Dharm hai
आज भी हमारे गांव देहात में शादी-ब्याह पर अलग अलग पंक्ति में बैठकर भोजन करते हैं,,जब कि पंडित लोग सबसे अलग ऊंची पंक्ति में बैठकर भोजन करता है....
धर्मो रक्षति रक्षितः🙏🙏🙏
दयानंद सरस्वती ने पाखंड का खंडन किया है ।।
Sabse bada pakhandi Dayanand hi hai
Maharshi naam lagalakar maharshi naam ki bezzatti mat karo
@@Rohit12307 nehi sanatan dharm ka hand mara hai bass aur kuchh nehi logon nka patha bhrasth kiye hain bass
Are iswar ko samajhne ke liye pehle sahi se bhagwat Geeta to pad lo kyu ki veda to samjhne ka samarth hai ya nehi doubt hai..samast granth ka saar hai bhagwat Geeta..kisi particular Insan ki soch mat lo..bain me kuch maal bhare hai iswar ne na to bichar karo..
मायावाद
so Dayanand died of poison n Meera could not
भगवान श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी और वो थी माँ रुकमणि।
अब आप आर्य नमाजी बोलो या कुछ और
श्री कृष्ण का चरित्र स्वच्छ और सुंदर था ये सत्य है उन्होंने गीता दिये उसे जीवन में उतारें और ज्ञान योग और कर्म योग से विश्व को आर्य बनाएं
Apki baat satya he par galat bhi
@@shadyantra गलत क्या है क्या श्री कृष्ण निब्बे थे मुझे तो समझ नही आता भागवान श्री कृष्ण को ये सब करने का समय कब मिला
@@venomreal78 kya rukmini lakshmi ji ka avtar hain
@@venomreal78aur agar haa to radha ji kyun nhi ho skti lakshmi ji ka avtar
@@venomreal78Abe gadhe skeishn hi kaal hai 😂
Vedh Parlo😱 Vedh Padlo 😱 Vedon ko parlo 😱👌👌👌 And Bhakto 👍👍👍
जो भी व्यक्ति ,बाबा,साधु सनातन वेदिकधर्म के ग्रंथों को प्रमोट करने की जगह,स्वयं को प्रमोट करे और भगवान तुल्य बताए ,उसे तुरंत नकार देना चाहिए और उसपर कार्यवाही की जानी चाहिए। 🕉️🚩
❤जो वेदों को प्रमोट करेगा वही तो स्वयं को प्रमोट कर पाएगा जो वेदों को नहीं समझ पाएगा वह स्वयं को नहीं समझ पाएगा जो वेदों को समझ लेगा वही स्वयं को भगवान बतायेगा वेदों को समझना इतना आसान नहीं जितना तुम समझ रहे हो गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस की इस चोपाई से जानें।
(लागे करन ब्रह्म उपदेशा।
अज अद्वैत अगुन हृदयेसा।।)
(सो तैं ताहि तोहि नहिं भेदा।
बारि बीचि इव गावहिं बेदा।।)
Right
Pandit logo jo Puja paath yaa mandir mein baithe hein un logo ko lalach bahut jyada ho gaya hein ...logo ko tarah tarah ke upay batate hein jis se aaj ki generation ko bahut problem hein. .. example ke liye jaise shadi mein pandit Puja karwate samay bolte hein dakshina ki jangah amount bolte hein itne chadao ...jaha tak meri samajh mein aa raha hein sab se phale lalchi pandito se bacha jaye ..mandir ke bahar aas pass ki dukandaro ke pass baith kar faltu ki baate karte rehte hein toh Munn se unke liye Sharda kam hone lagti hein ...
वेद सर्वोपरी है... वेद निंदा महापाप है
कहां लिखा है
@@baatitnisi तुम कौन हो सवाल करने वाले तुमने वेद पढ़े है
@@baatitnisi Manusmriti
@@drvk6776 bhai Manusmriti me likha hai jo ved ki ninda kare ya ved virudh achran kare vo nastik hai
@@drvk6776 bhai tume Pata Hoga Mansaram ji ki book Puranik Pol Prakash vo padho Itni badhiya book hai maza aajaega 🤣🤣🤣
धर्म लाइव चैनल और एंकर और समस्त हमारे सनातन के गुरुओं का हृदय से आभार जो आपने समाज में व्याप्त इस समस्या के संदर्भ में इतने अच्छे तरह से चर्चा किया ।
इस आध्यात्मिक जागरूकता के लिए बहुत बहुत धन्यवाद , सभी लोगों से बस इतना निवेदन है कि अपने सनातन संस्कृति को भली भांति पढ़िए और जानिए ।
गौतम खट्टर योद्धा एक लाख चाहिए हमें! जय हिन्दू राष्ट्र 🚩
om
Sahmat hu
Tum apna Hindu rashtra shapno mein banate ho. Hum secularity pe khush hein aur rahenge.
Kahan chahiye batao deliver karwa dunga
Vrindavan Chandra Das ji ne prarambh mei bilkul sahi kaha ki Upanishad aur Puran bhi Ved hain. Vrindavan Chandra Das ji akele hi is poore program mei vaastavik dharma ki dhwaja lekar chal rahe hain. Bohot sundar 👃
सहमत
Upanishad ved ka hissa hai lekin puraan nahi hai ye baat sabako jaanani chahiye
@@dkyadav7951 Puran bhi Ved hain. Ye baat swayam Upanishadon mei likhi hai ki Puran bhi Ved hain. 🙏
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Sab ko ved hi na banado ..
Aap log besharmi se kuch bhi bol dete ho ..
Jagah jagah ved ke baare mai likha hai ..
Darshano mai .upanishad mai , smriti mai... Itne praman hai ki sirf Rig.Yajur.Sam .Atharva hi ved hai ..
But aap kuch bhi gapod banake usko failqte rehte ho ..pehle khud padho
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Nahi hai bhai ..
Bahut pyar se bol rha hu... Mat fanso apne man mani baato mai .. Iska ant mai parinam bura hi hoga .
जिस प्रकार रामकथा भगवतम ka aayojan होता है ऐसे ही गीताजी का भी खुले मंच से आयोजन होना चाहिए कोन कोन सहमत हो
Ishwar Geeta ka gyan
Log Shrimad Bhagwatam sunkar Moksh pana chahte hain isliye ye business ban chuka hai. Par Bhagwad Gita hume ek manushya banati hai jiske liye time hi nahi 😭😭😭😭
हम महाराष्ट्र से है. हमारे लिये तो हमारे संत भगवान है. क्योंकी उन्होने पूर्ण समाज को एक किया और आषाढी एकादशी वारी को शुरु किया जो आज भी चालू है.
सबको एक होना है, वर्ना हमारी अवस्था बांगलादेशी हिंदू की तरह होगी.😢😢😢😢😢😢
संताचे विचारच देशाला तारतील बरोबर भाऊ
Rahul arya aur acharya agnivrat ji ko is debate me hona chahiye
Apne bilkul sahi kaha bhrata Shree. Ye jo prophu ved ved kar Raha hain inko mukh bandh ho jaye ga agar Acharya agnivrat naistic inke same aa jaye❤❤
Bilkul ji acharya agnivrat ji ko bulana chaiye
Bhai ye debet nahi tha .sirf charcha .es liye ankur Arya and goutam khattar maryada mai reh ke apne apne paks rakha. Agar debet hota to iskon vale aate hi nahi debet mai ..Jai shree Ram
@@manishpatel162Abe ye ritiviks hai iskcon vale nahi😂😂😂😂😂 andha gyaani
@@AnuragSharma-k3g jo bhi hai .. Lekin debate mai koi nahi ata .😅
जलेवी क्यों बनाते हैं लोग सीधे सीधे क्यों नही कहते यह डर अच्छा नहीं लगता मुझे 😂
🙏🙏💐
😂😂😂😂
@Realintention Radha Rani ke vishay me shastrath karoge agar samarthya hai to aajao
Nhi bhiya itna faltu time nhi hai@@GOSPELOFRICEBAG
Sab ko only Science journey hi jawab de skta hai 😂😂😂😂 hinduisam budhisam ki hi mahayaani shakha hai ab khul k aa chuka hai inhone khud bola k Shankaracharya ne dobara hinduisam shuru kiya kyo k unko prachhan baudh kahte hai 😮😮
आर्य समाज के जितने भी सिद्धान्त या मान्यता है वह सभी वेदोक्त और स्वीकार के योग्य हैं इसलिए वही सनातनी है।
Kuch bhi😂
@@totalgamer3374 tumne dharma me Radha ko gusa diya toh kisine nahi kaha...kuchh bhi😂
@@totalgamer3374 satya ko swikaar karna sikho bhai ...tunhare personal beleifs ke against ho skte hai ,, but Vaidic shashtro ke anusaar , arya smaaj mai koi Bhi galat siddhant nahi
@@YT_6jhbvc
Vedi ki puri vyakhya hi ulti putli kar di arya samaj ne.
Paramparik acharyon dvara veda vyakhya hi sarvoccha hai. 19th century ke unArya protestant samaj ki nahi
@@manavsharma1236 tumhare kehne se 😅 un prachin acharyo ke chele bhi Bachne ke liy arya samaj ke bhashya hi Upyog karte hai ,,,, bhale hi kitni hi nafrat ho aryo se .
Kabhi paramparik prachin acharya sayan , aur samne Mahrisi Dayanand ke koi bhi 10 Ved mantra ke bhasya dono ke padh ke compare kar lena ..
Samjh jaoge ..
Baaki Mahidhar ,uvaat ka toh rehne do ..warna unhone ne to ved arth ka satya naash kar dala tha .
Namsty ji
वेद अपौरुषेय है । जबकि उपनिषद् इत्यादि मनुष्यकृत है। यही से ही स्पष्ट हो जाते है वेद वेद है।
Sahi kaha ved Apurshay hai Sankhya Darshan me bhi aaya hai ek jagah
Pagal ha kya tu? Upanishad v Shruti he ha murkh
Vedo ko janta he nahi. Bak bak mat kijiye. Mulla mat baniye.
@@shadyantra ??
@@Seeker-ii6ml samskrit ka jyaan he apko
बहुत बढ़िया संवाद
और भी शास्त्रार्थ होना चाहिए
🕉🙏The best way to Guide humanity is through the message of Vedas🕉🙏
आर्य बंधुओ की बात मजबूत हे
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार
अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां
वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना
यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31
अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः
चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः
apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam
sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah
Rig Veda 1। 164। 31
अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है।
उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है।
इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है।
तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः
taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 ||
घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है।
अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे
om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine
अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है।
तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये
यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः
अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः
परमम् पदम् आवभअति भूरी
ta vam vastuny usmasi gamadhyai
yatra gavo bhuri-srnga ayasah
atraha tad urugayasya krsnah
paramam padam avabhati bhuri
“हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “
इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
@@AbhishakBhardwajcorporatefilmsवेद पहले है या भगवान श्रीकृष्ण
Pehle Shri Krishna @@pk11111
@@pk11111shri krishna
Arya samaj 100% True and Real hindu sanatani baki Dramebaji subah se saam tak chalti rehti he ?.?
गौतम खट्टर जी की बात से मैं पूर्णतया सहमत हूं! !👌🙏
Isi Gautam Khattar ne Acharya Prashant ke upar video banaya tha gali khaya tha.
@@agentbinodbollywoodwale6656 koi kisi ko Gali de to kya kre .. ye kya Logic hai
@@agentbinodbollywoodwale6656toh isse kya ???? 😂😂
@@agentbinodbollywoodwale6656 acharya prashant khud pakhandi hai daaru baaj
Gautam ji k hisaab se kaunse sant acche h thoda unke baare me b bata do
धर्म ग्रंथ से विरुद्ध चल रहे हैं धर्मगुरु सभी धर्म गुरु को सत्यार्थ प्रकाश पढ़ना चाहिए
pahle arya samaj Wale Gita or puran pade
styard prakas to ek kalyug k ek samnya admi ne likhi he usame galti ho skti
@@BhaskarDandotiya-vd3gc Puran Padhe Tabhi to satyarth prakash me uska khandan kiya
brithis agend dayanand ne satyarht prakash hinduo ko batne ke liy hilikha. tha baki satyatrh praksh keval murko ko acha lag sakta hai. 48 bude ka 24 ke ladki se sadi karao uttam vivah karao jo nhi kar ayega ko arya samaji nhi 😂 gadho
@SimantaKalita-r7k satyarth prakash Isliye hi padhni kyuki usme lagbhag saare mat aur dusare religion ko bataya hai hum me kya kami hai usko bataya hai
Aur sab Ved Upnishad DARSHAN jaise shastr se hi bataya hau
@SimantaKalita-r7k lavnasur ka dekha hai Mene sirf bakloli jiska jawab dia ja chuka hai lol 🤣🤣🤣
Mujhe sach mein aap log kahana Daya aati hai
मुर्दो मे भि जान्न डालते जिन मे है दम ऊनके नाम है अंकूर आर्य अवर गैतम खट्टर जय हो सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय 🙏🕉️🚩
Sahi kaha bhaai .
जय श्री राम 🚩
सही कह रहे हो, गौतम जी
सत्य वचन है अंकुर जी
Aisa kuch nahi hai bhai 😂
Only Arya Samaj save us❤❤❤❤❤
In dreams😂😂 mtlb 200 sal pahle sab mar rhe the😂
@@rishabhyadav6705or Kitna marna chah rahe ho or bache hi kitne ho Akhand bharat ke kitne tukde ho gye
@@Users9015 chup pakhandi akhand bharat 😂arya samaj bharat me sahi se nhi hai inki demography hi nhi akhand bharat ki bat kar rha murkh kahinka kalpanao se bahar niklo bache
@@Users9015 tera arya samaj adhe se jyada hinduon ko nark bhejta hai kyuki wo manta hai murti pujak nark gami hai telegram pe arya samaji hinduon ki atanki bolte hue kya bolte hai agar dikha diya to sharm aa jaegi
Arya namazi= islam
Intellectuals always choose Aryasamaj 🚩
सब आर्य समाजी रिप्लाय दे रहे है.🙏
What is the criteria of to be a intellectual
Khud se padhna recheck karna esse hi kisi kii baat ko nhi manna and agar koi galat lagge to mhu mai bolna u are wrong and here's the proof we can debate on that@@tarun4992
😂😂😂😂😂
🙏🕉. Nice program. Isko jari rakhna 🙏🕉
श्रीमदभागवत गीता में प्रमाण है की जो अध्याय 16 श्लोक 23 में लिखा है की
जो शास्त्रों को त्यागकर मनमाना आचरण उनको न तो सुख होता है और न मोक्ष होता है ।
जय मां रुक्मिणी जय श्री कृष्ण 🙏
रुक्मिणी को मां मानना ही सही है
योगिराज श्रीकृष्ण का चरित्र हनन हम हिंदुओं के हीं कुछ sect कर रहे हैं यह लज्जा की बात है।
@@RupamMandal-y8h Shrikrishna will always be a great iconic personality not only for me but for crores of Hindu people of the world whether we place any respected words before his name or not.
Shi baat apne thik kha he
क्या बात कर रहे हैं भाई साहब कि ईश्वर का चरित्र हनन कोई कर सकता है?।या तो वह करनेवाले ईश्वर का विरोधी हो सकते हैं।सवाल है कि ईश्वर का विरोधी कौन हो सकता है?
@@mithileshsharma1781I am always asking the question the Krishna and all other goddess in Hindu belief were only for India. Is India a separate part of this world or whole the world is called India?
The creator God must be for whole the universe.not for a part of world. Whole the veda and every hindu scriptures are studying and following only by hindus.Not whole the world's mankind follows Hinduism or believe in Hindu God. So how can you say,and proof that the universe came into existence or made by the God of hindu scriptures.
@@sasikv4255 Brother,I dont have much study and knowledge about Hindu scriptures so I am not in a position to give you 100% convincing answer but what more I could understand and I believe that when you take Lord Rama and Lord Krishna as the incarnation of God then such questions arise.So take them as the greatest personalities of human history or Hindu history instead of incarnation of God.
जय श्री राधाकृष्णा 🚩🙏🕉️
आप अनपढ़ हो या मूर्ख हो या जाना नहीं चाहते राधा किसी में लिखा हुआ तो हमको दिखा दो
अति सुंदर 🙏
*बहुत ही अच्छा एपिसोड है। सभी विद्वानों एवं गुरुओं ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से अपने विचार रखे। हम सभी को सनातन धर्म के लिए हमेशा एकसाथ रहना चाहिए।* 🙏❤🚩
क्या सारे कोर्स आपके फ्री है सर जी
भाई एक बार राहुल आर्य को भी bulaao ❤❤
😂 नास्तिकों का यहाँ क्या काम।
जी अपने पास रखी गीता जी में आज की संध्या /भक्ति/नियम करते समय जरूर देखिये अद्भुत रहस्य:-
गीता अध्याय :-
अध्याय श्लोक
👇 👇
10 श्लोक 2 :- ऋषियों की स्थिति
4 श्लोक 34:- तत्वदर्शी संत की महिमा
15 श्लोक 1 :- तत्वदर्शी संत की पहिचान
18 श्लोक 46:- सबसे बड़े ईश्वर की महिमा
16 श्लोक 34 :- शास्त्र विधि से हटने से
नुकसान
7श्लोक 23,29 :- देवताओं और गीता ज्ञान
दाता के आगे
9 श्लोक 21 :- महास्वर्गों से बापस आने
का प्रमाण
8 श्लोक 13 :- ओम् मंत्र बृह्म का जो
पूर्ण नहीं
17 श्लोक 23 :- इसमें पूर्ण परमात्मा का
मंत्र
जो केवल तत्वदर्शी संत बताएगा
नोट :- आत्मा परमात्मा में विलीन नहीं होगी
क्योंकि वेद या गीता शास्त्र में
कहीं नहीं लिखा
फिर कोई मन में आश्चर्य हो तब पूछियेगा अपने मन के विचार जो बनने लगें, जिज्ञासा जो उतपन्न हो।
ऐसे गहरे रहस्य शास्त्रों से जानने और ज्ञान गंगा बुक मंगाने के लिए
पूरा पता :-
मोबाइल नम्बर :-
हमें कमेंट में लिखकर भेजिये
#गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत
Bahu sundar varta huyee hai sabhi dhanyavad ke patra hai
कुछ भी यार 😂😂.. राहुल आर्य को नास्तिक बना दिया @@anandsharma9892
कृपया श्री आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिओ जी राहुल आर्य जी थैंक्स भारत चैनल वाले अंजली आर्य स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज पंडित श्री योगेश विद्यार्थी जी को भी शास्त्रार्थ में लाए।
Rahul arya bhartiy nahi muslim he man se
@@deepakjoshi263 क्या प्रमाण है?
@@स्वराजीवदीक्षित kha mar gya hai rahul bahane bana ke.
@@anikettandi8228 bahane kisne banaye sabne dekha bandhu kon gbc Arya samaj ka official letter Sanskrit amogh lila nahi karenge ye sab drame iskon ki taraf se huye aur aaj bhi shastrarth ho sakta hai
@@स्वराजीवदीक्षित 😂🤣🤣🤣 chamche ko lagta hai iakcon ne mana kiya tha,
1.ek kam karo arya samaj delhi se rahul arya ka arya samaji hone ka ya arya samaj ko represnt karne ka kagaj le ao fir rahul ko amogh se ya iskcon se debate karna hai bata dena.
2. rahul ko khut arya samaj ne chup kara diya tumara pahle hi fad gaya th a proof arya samaj expose me groupe ka post pada hai
3.tera rahul mujhe twiter pe block kar ke raka hai harne ke baat 😂🤣🤣ek darjan log block kar chuke ja
chamce arya samaj delhi office ko bol iskcon ko challeng karne ko rona surukar dege british ka banaya cult kya gyan hai tumare pass office ja ke haraye hai logo ko (not me)😂🤣chamche
Nice
सादर नमस्ते इसी पोग्राम में महेन्द्र पाल आर्य निमंत्रण दिया जाए 🙏🙏🙏🌷🌷🌷
बहुत ही उत्तम संवाद, मैं आचार्य अंकुर आर्य और श्री गौतम खट्टर की बातों से पुर्णत: सहमत हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद नमस्ते जी 🙏🙏
Bahut accha healthy discussion tha ❤🙏🏻
अंकुर जी व गौतम जी की बातों दम है सच है आधुनिक युग समस्या देखते हुए माँग भी यही है इन गुरुजी का सम्मान करता हूँ मेरा विचार से सब जानते हुए भी उसका हल ढुँढने के बजाय किसी महापुरूष का आने विचार जो सनातन की रक्षा करेगा
I am from Nepal
I like goutam vae
मैं अंकुर आर्य की टीम से सहमत हूं, हिन्दुओं के शास्त्रों को बहुत ही अधिक manipulation किया गया है।
हाँ वेदों में बहुत मिलावट हुई है।
Jab yahi musalman or Isaiah bolte hai to bolte ho dharam ka majak update ho
Agree with you
@@SpiritualSphere786 kyu bol rahe humare dharm jab musalman apne mazhub pe bolne pe sar tan se juda kar deta hai toh
कौई यदि वेदों का manipulation किया होगा तो तीन सवाल उसपर उठता है। कौन किया होगा? क्या मक्सद था manipulation करने का? और तीसरा है यदि वेद दैवीय है तो कैसे manipulation हो सकता है?
❤
इस्कॉन वाले केवल और केवल कृष्ण की भक्ति की बात करते है। लेकिन आज जब हम और पूरी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद से जूझ रही है तब भक्ति नही कृष्ण की शक्ति उनकी डिप्लोमैट पावर विनिंग हंगर जीत की भूख और दुश्मन के किसी भी तरीके से विनाश करने की दृढता की बात करने की आवश्यकता है।
Isiliye to itna atyachar ab shuru ho gaya hai kyunki Ishwar ko lekar hamesha Ishwar hai hamare sansar mein ki nahin Ishwar agar nahin hota to aap log duniya mein rahte kaise
Kayar log kabhi nhi ladte ladne wale ko hindusthan ki janta murakh thakur bolte h
Iskon America ke nashediyon ki bharti se bani hui hai iska itihaas toh! Parh le bhai fir pravachan dena kabhi nath pant ke baare me bhi jaan le iskon toh pakhandi hai maine kabhi unhein Shastratha karte nahi dekha be bas Iskon wali hi mangadant kahaniyaan sunate rehte hai.
भगवान कृष्ण योगी थे भोगी नहीं थे। वे वेदों के ज्ञाता थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को उपदेश दिया । बाकि अवतारवाद के कारण उनके चरित्र से कोई प्रेरणा इसलिए नहीं लेता क्योंकि जो ईश्वर कर सकता हैं। वह मनुष्य नहीं कर सकता हैं। बस सब उनके भक्त बन जाओ। और रटने के लिए कृष्ण के साथ राधा जोड़ दिया । ताकि राधे कृष्ण राधे कृष्ण रटने में आसान हो जाये। और वह हमारी रक्षा कर लेंगे। और प्रेमी प्रेमिका एक दुसरे के अन्दर राधा और कृष्ण की छवि देखें
भक्ति में लीन हो जाये।
Sahi bola bhai 🚩👍👍
आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाएं
सत्य सनातन वैदिक आरिया धर्म जय हो
जय श्री राधे राधे 🙏🙏
अदभुत संवाद और अदभुत ज्ञान...👏👏..हमे बस गीता के ज्ञान को अपने निजी जीवन में अपनाना है..निस्वार्थ भाव से...और इसको जीवन का उद्देश्य बनाना है।
आर्य समाजियों और अन्य पौराणिक सम्प्रदाय के आचार्यों में केवल शास्त्रार्थ हो सकता है चर्चा नहीं
isliye to arya samaji block karte hai aur bahgte firte hai debate se aur victim card khelna chalu kar dete hai😂😂 iam block at twitter by many samaji defeated many samajis. they just play victim card😂
@@anikettandi8228 ऐसा कुछ नहीं है
आप मुझसे बात कर सकते हैं मैं फोन नम्बर दे दूंगा अपना आप कहो तो
@@anikettandi8228abe jahil tere kuch smjh aaya bhi aam jahil hinduo ki hi ladkiya love jihad me phasti hai unhe hi kuch nhi pta hota kyuki unke maa baap jahil hote hai aur arya samaj me keval tark gyan chalta hai jativad nhi chalta isliye unke yhn mahilaye ved mantra bolti hai suitcase me pack nhi hoti bro.
@@anikettandi8228किसने ब्लॉक किया क्या विक्टिम कार्ड खेला बताना भ्राता जरा
@@स्वराजीवदीक्षित
main aniket pranam bhrata
gauttam khattar pragya arya rishi uvach arya samaj rahul arya aur bhi bahut hai twitter per and akur arya telegram per aur is youtube wale ne bhi mera comment shadow ban kiya hai khuch dik rha hai kuch nhi.
गलती हमारी है हमें वेद पुराण को पढ़ना नहीं आता समझना नहीं आता जनना नहीं आता हमें भागवन देवी-देवताओं मतलब नहीं पता है
तुम्हे अधिकार ही नहीं पढ़ने का वेद को।
@@md.ibrahimkhan1202 असुर रक्षस दानव दैत्य वेदों को पढ़ सकते हैं तो मैं क्या नहीं पढ़ सकता
@@md.ibrahimkhan1202 accha tumhare rasu lulla ne Sabina binte huyaiya ke sath kya kiya tha pata hai na😂😂
@@md.ibrahimkhan1202kyu nhi hai ap sayad jankari sebbanchit hai
@iAbhishek_Aaryajhantu shankracharya ko koi nhi manta keval adi shankracharya hi pramanik hai aur wo swem insbka virodh karte the jativad ka nari ved mantra nhi bolegi shudra shiksha nhi lenge ye abhi vaale isliye drama karte hai jiss se inki kursi surakshit rahe inke bss ki nhi hua aaj tak ye nupur sharma ke liye bole ya aur kisi hinduo ke paksh me bole kuch karna dharna hai nhi bna baitha shankracharya.
Ankur sir nice
Ram Ram ji 🙏
अर्जुन् :नष्टो मोहा स्मृतीलब्धा
@Dharma live सबसे अच्छा कार्य कर रहा है। आपके channel के अलावा कोई नहीं है इस तरह के discussion को लाने के लिय। Neha जी आप बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको 🙏
आर्य समाज के युवाओं ने ही सनातन का डंका बजा रखा है। इनकी बातें ज्यादा तार्किक और बुद्धि के अनुसार होती है। 👏👏
ये Give Gita वाले प्रभु जी भी बहुत कुछ बेहतरीन बातें रखें। 👏👏👏👏
सहमत ❤
Jkrishnamurti or acharya prashant ji ❤
Iskcon devotees answer is right❤
Satya sanatan vedik Dharm ki jai
ये बैकग्राउंड में जो, मस्जिद का चित्र है उसे हटाये और मंदिर का लगाए।
चैनल का नाम धर्म है, तो मंदिर दिखाए और ये भारत हिन्दू देश है तो मंदिर दिखाए,न कि इस्लाम मज़हब के प्रतीक।🙏
कट्टर हो भाई आप भी
@@khileshhinducreationoffici2784kattar banne ka time hay kattar Banna padega nahi to mit jayoge
Bus kuch din aur wait kariye😂😂
Aagey yahi dikhege taiyaari krlo
Aap dhanya हो prabhu
कुल मिलाकर इन पाखंडियों के पाखंड का अब अंत होना निश्चित है 💯🙏
🚩⚔️ जय #क्षात्रधर्म ⚔️🚩
❤जय सनातन धर्म❤
प्रेमानंद महाराज जी का सत्संग सुनो सब प्रश्र्नो का उत्तर मिल जायेगा.. अभी एक उनका सत्संग है जिसमे कौन सबसे बडा शिव जी, श्रीकृष्ण जी, दुर्गा जी या राधा जी.. इसका विवेचन महाराज जी ने बहोत अच्छे से किया है.. सभी प्रश्न के उत्तर मिल जाते है..
Asal me gyan koi bhi pel sakta hai aur baba to in kaamo me mahir hote hai .baat hai satyata ki aur Satya yahi hai Radha koi nahi thi.
@@sage1857sh guru granth sahib vic v shri radha ka jikar hai bangdu .. sh guru Gobind Singh sahib ne bhi radha bare likhya
@@sage1857bhai apki toh bhasha hi kafi hai yeh dikhane ko ki dharm k kitna palan ya mante ho. Ved puran ko bhi bohot mante toh aise abhadra bhasa k prayog nhi kr pate. Na jaana hai aur na hi janey m interested ho.
@@sage1857Radha ji ko Janna itna aasan nhi h apni Vani pr niyntrn rkhe prbhu ji santo ke prti jo bhavna h usse pta chlta h aapko jra bi aadhyatmikta ka gyan nhi ...
@@sage1857 koi nhi bhai 😅
Radhe Radhe 🙏
Hamare rag rag me radha rani hain
Tumhare kahne se hame koi farak nhi padta 😄
हे मेरे सनातनी भाइयों आप लोगो से अनुरोध है कि राहुल गांधी ने संसद में हिंदुओं को हिंसा करने वाले बताया उस पर विचार कीजिए और आवाज उठाइए
Right
😂
Q❤😂q😂😂❤q❤😂❤❤❤q❤❤😂❤❤q❤ QQ😂
QQ😂❤ se q❤ QQ❤ QQ❤❤❤qq
❤❤q😂😂❤
🌼🌼🌼 Radha Radha 🌼🌼
🌼🌼🌼Hare Krishna 🌼🌼🌼
इन राधा राधे वाले बातों को कितना मुश्किल बना देते हैं
Maharishi Dayanand Saraswati Ji Maharaj ki Jay
मैंने ईस चैनल को सब्सक्राइब किया तो सिर्फ गौतम जी को सुनने के लिए इनके वीडियो ज्यादा से ज्यादा लोड किया जाए इनकी खरी बातें मुझे बहुत अच्छी लगती है
Kon si khari bate zara hame bhi बताओ तुम्हे कोन सी लगी ,, कितना ज्ञान तुम्हे भागवत का है ,, सबसे बड़ा अज्ञान तो यही है की परभु जो बैठे ही उन्हे गलत साबित करने के लिए दबाव बना रहे है ,, इन तीनों का इतना ज्ञान नही जितना इन्होंने लिया है ,, आप बताओ कितना ज्ञान है तुझे
Maharaj ji well gradute ❤❤
हरे राम हरे कृष्ण हरे कृष्ण हरे राम राम राम
इस प्रकार का धर्म संवाद(शास्त्रार्थ) निरंतर होता रहना चाहिए।❤😊
डा वृंदावन चंद्र दास जी के तर्क में काफी सटीकता है और बहुत अच्छे से समझाने की कोशिश की है। 🙏🙏
राधा रानी का पंचम वेद जो की इतिहास और पुराण है उसमे उल्लेख है (पद्म पुराण ,उत्तर खंड , अध्याय 47 , श्लोक 45)
"राधा कृष्णप्रिया वृषभानुजा
तस्या हृदये कृष्णो हृदि स्थितः
कृष्णस्तु राधावती समाहितः
परस्परात् प्रेम्णा समावृतौ"
अनुवाद-"कृष्ण की प्रिय राधा वृषभानु की पुत्री हैं । कृष्ण उसके हृदय में निवास करते हैं, और वह उसके हृदय में। कृष्ण राधा में लीन हैं, और राधा कृष्ण में लीन हैं, दोनों एक दूसरे के प्रेम में डूबे हुए हैं।"
इतिहास और पुराण पंचम वेद है वह उपनिषदों मैं ही बताया गया है जो वेदों का ही हिस्सा है (छांदोग्य उपनिषद chepter 7, section 1, verse 2)
नारद मुनि ने कहा सनतकुमार को
" 'हे प्रभु, मैंने ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, चौथा अथर्ववेद, पंचम वेद इतिहास और पुराण, व्याकरण, अनुष्ठान, अंक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, कालक्रम, तर्कशास्त्र, राजनीति, प्रौद्योगिकी (वेदों से संबंधित विज्ञान), आत्माओं का विज्ञान, धनुर्विद्या, खगोल विज्ञान, मारक विज्ञान और ललित कलाएं पढ़ी हैं। हे प्रभु, मैंने ये सब पढ़ा है।'"
राधा रानी बाहोत गुप्त तत्व है जो शास्त्रों मैं कही कही जगह ही उनका उल्लेख मिलता है इसी लिए ऐसा तर्क वितर्क करके उनको कभी नहीं जाना जा सकता । राधा रानी और कृष्ण को केवल भक्ति से ही जाना जा सकता है जो शुद्ध भक्तो के संग में होती है ।
ved hi 4 h
@@goku224-q2dhaa wahi tum loog atak gaye😂😂ved ke baad upnishad bhi hote hain ye pata nehi tumhe bramha sutra bhi pata nehi tumhe😂😂lol aur kese tum apna muh dikhate ho Vrindavan aake ya Sankar acharya se karo ek debate pata chal jayega radharani kon hain
आप का उत्तर बिल्कुल सही है धन्यवाद,
Har puran ko pachva ved batane wale logo se ek prashn h, ki brahm vaivart puran bhi pachva ved h, padm puran bhi pachwa ved h bhagvatam bhi pachna ved h, to real pachva ved kon sa h? Aur agar ved pach h to 4 kyu kahte ho jab pucha jata h to? Itna galat Gyan to thik nhi.
@@Jyotiranjan-Routray-07upnishad adhyatm batate h aur ved niyam batate h ki kya karna h kya nhi, to ek kaam to kr lo pahle tab to dusra karoge
प्रेम भक्ती VS वेद ग्यान = कुछ साध्य नही होगा,. वेद मे लिखा नही तो क्या वो नही हे ऊस केलीये भक्ती करणी पडेगी 🙏🙏🙏🙏
मैम आपको thanks bharat के राहुल आर्य जी को भी आमंत्रित करना चाहिए चर्चा के लिए।
Bilkul sahi kha bhai
सही कहा
राहुल आर्य जी को भी बुलाना चाहिए
bhai wo bula liya to yha rukna muskil ho jayega kuch ka
इस चर्चा को सभी तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि रूढ़िवादी समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनका असली धर्म क्या है। खुद को जानने का सबसे आसान तरीका है गीता 🙏🙏 हरिबोल 🙏🙏 जय सनातन
Jai ho sanatan dhrm ki
Jai shree Ram 🚩🚩🚩
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
बौद्ध ही पूरा भारत देश में था है और रहेगा क्योंकि ये वेद पुराण ग्रंथ सब मुगलों और अंग्रेजो के वक्त में लिखा हुआ है ये प्रूफ हो चुका है
science journey channel par sara proof milta hai
आचार्य आर्य नरेश जी और आचार्य अग्निव्रत जी और आचार्य योगेश भारद्वाज जी को बुलाओ संवाद केलिए।
साथ में दर्शनाचार्य श्री सहदेव समर्पित जी को भी
@@Riya_n_Rachit और स्वामी विवेकानंद परीव्राजक जी भी।
हमारी आर्य संस्कृति ही सत्य सनातन वैदिक धर्म है। जो कि आज के समय में आर्य समाज
के नाम से सभी लोग जानते हैं।
प्राचीन काल में सनातन धर्म एक सुंदर महल की तरह था।
समय के साथ साथ विधर्मीयो द्वारा उस महल में आग लगा दी गई।
जो जलने के बाद सनातन रूपी का महल खंडर बचा है।
धन्य हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती जी को जिन्होंने भुजे हुए संस्कृति के दीपक को फ़िर
से प्रज्वलित किया।
True
🙏🙏kya baat khi he apne Arya samaj hi Real hindu sanatani Dharam he
Thank You Vrindavan Chandra PrabhuJi & Akaam PrabhuJi..very nice explanation
क्या explain किया उसने😅मुझे भी समझा दो थोडा
You both are excellent!
आर्य समाज को मूर्ति पूजा का विरोध छोड़ सनातन की एकता के लिए एक मत हो जाना चाहिए ये मूर्ति पूजा का विरोध बहुत घातक है।
ईश्वर के साकार होने का खंडन साथ साथ चलेगा
@@Ram47988 खंडन करने वाले हुऐ खंड खंड ईश्वर तो ईसाई और आप का हो सकता है हमारा तो भगवान हैं जो निराकार भी है और साकार भी प्रत्येक कण में विद्यमान हैं वो परब्रह्म परमात्मा
सही कहा आपने यह आर्य समाज वाले मूर्ती पूजा को नहीं मानते यह दयानन्द सरस्वती ने जो कहा वह सत्य है मुझे इनका पाखंड लगता है अगर मूर्ति पूजा नहीं होगा तो मंदिर नहीं बचेंगे और मंदिर नहीं होंगे तो। मजारें और मस्जिदें ही बनेंगी
@@rahulvaishnav6554एकसाथ साकार और निराकार कैसे हो सकता है, समझाएंगे जरा।
@@ashcharya27 हवा को देखा है