झूठा अंबेडकर? क्या झूठ बोला डॉ अंबेडकर ने?समण संघ को जाने /Sudhir Raj Singh/SAMAN SANGH
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- Опубликовано: 22 сен 2023
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यह बुद्ध धम्म संघ का चैनल है I दुनिया का बुद्ध और बुद्ध का महाभारत, ईरान से बर्मा तक का महाभारत जो असोक ने बनाया अपनी कड़ी मेहनत से,बच्चा बच्चा बुद्ध का,असोक के राज्य में,क्या अफ़ग़ानी ,क्या ईरानी ,क्या नेपाल,क्या पाकिस्तान,क्या बंगलदेस,क्या मंगोल,क्या भूटान ,क्या सिहल ,क्या बर्मा...सब महाभारत....बुद्ध का महाभारत...और अब तो बुद्ध पूरी दुनिया में छाया USA UK कनाडा , सब जगह..
क्या है आख़िर बुद्ध???
बुद्ध ने आदमी कैसे काम करता है,कैसे बीमार होता है,कैसे मरता है क्यू मरता है,मरने के बाद क्या होता है,दुखी क्यों होता है,दुःख दूर कैसे होता है..इन सभी को विज्ञान/scince के आधार पर बताया, बुद्ध दुनिया के सबसे बढ़े वेज्ञानिक scintist हुए है जिन्होंने 2600 साल पहले ही बता दिया था की सभी वस्तु तरंगो से बनी है
यह चैनल बुद्ध की बातों को जोकि पालि भासा में होती है उन्हें सरल भासा में बताता है
उनकी natural बातों को धम्म कहते है
This is infomative voice of India ,by the People,for the People,of the People.Ancient originally from Buddha'values . Indigenous Indian voice from Buddha education . Budhang Saranag Gacchami .
सभी मूल निवासियो को सरनेम मे समण ही लिखना चाहिए। यह एकता का महत्वपूर्ण सूत्र है।धन्यवाद।
nich canvrted achyut dhedo ka to chhatrapati shahuraje ne udhhar kia aur kabiliyat di 😂😂😂😂
@@rajshrishahuraje4395अरे अकलके गंजे शाहू महाराज के पहले हमारे लोग योध्दा थे। यह महाराष्ट्र के भागवत ने लिखा है।
@@milindmachale7645 abe oy achyut akal ke khandani aandhe , abe mand budhhi kon hai be bhagvat use ham pekate kya tum nich dhedo ka bap hai kya ?🤣🤣 sale yhsan farosh aulad tay vale ki history padh chhatrapati shahuraje ne hi tay ke kabil banaya , sale coppy pest ke siva kya khasiyat hai tum nich achhyut dhedo ki .
@@rajshrishahuraje4395q
नाम बुद्ध
संविधान सिर्फ नाम के लिये है.. ओ अमीर के लिये अलग ..गरीब के लिये अलग न्याय करता है.... राजनीती वाले हमेशा संविधान का खीलऊना बना देते है.....
संविधान पढ़ा है कभी
Kam karvana padta hai mera bhai tumko kya karvana hai
वम यानी वामपंथी जिसने भारतीय संस्कृति का सर्वनाश कर दिया। और अब हमारे ही समाज के लोग भी इस एजेंडे में शामिल है। कड़वा सच है।
Bilkul theek kaha hai aapne yah makkar hai
खुद को बुद्धिमान समझ कर किसी एक Brilliant नेता को Jhutha बोलते hai l
Half knowledge is dangerous.
बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है l हर शाख पे उल्लू बैठें हैं, अंजाम ऐ गुलिस्तां क्या होगा।
भाई साहब अरब तुर्क मंगोल सब आपके भाई ख्रिस्ती मुस्लिम भी आपके आगे भाई लेकिन हिंदू आपके दुश्मन , वाह री वाह क्या मानसिकता है
पता नहीं लोग कहां कहां से ज्ञान पलते हैं... बौद्ध धर्म में भी जो 27 बोधिसत्व हुए हैं उनमें भी सारे के सारे ब्राह्मण और छतरी ही हुए हैं... तो यह सब कहां से आए थे....
महाभारत के समय ये चार वर्ण थे ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र. और ये चारो वर्ण ज्यादातर गुण और कर्मो के हिसाब से थे.
Gud aur karma Kon decide Karta Hai? Parmatma?? Lekin wo to Hai hi Nahi.
@@RAZONEbe_sep_aiii_0819Ambedkar kar dega...par wo bhi nahi hai
@@AR-82१००%
शिक्षा लेना या देना गलत है क्या फिर राम ने शम्बूक ऋषि का वध क्यों किया, भाई साहब कहना आसान है परन्तु जिस पर गुजरती है वहीं जाने हे
@@suryaAslian शम्भूक रूषी नही थे, और वो त्रेता युग था, ऊस समय जाती व्यवस्था कर्मो के हिसाब से थी.
सिर्फ दो ही जाति होनी चाहिए महिला और पुरुष की और धर्म मानव का ! 💯
संत रामपालजी महराज जी तो यही
कर रहे हैं,
जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म कोई नहीं न्यारा,
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें ज्ञान गंगा बुक,,
@@RamSudarsan-yi7lj - "जाती " ❌❌❌❌❌ ------- >>> " जाति " ✅✅✅✅✅
संपूर्ण पृथ्वी पे एकही खंड भारतवर्ष नामसे था| ऊस वक्त धर्म और अधर्म यही दो प्रकार के मनुष्य पृथ्वी पर थे| धर्म कोई जाती नही थी| धार्मिक मनुष्य यानी अच्छे कर्म करणे वाला व्यक्ती, पशु, दानव, देव, पक्षी, और अन्य सभी जीव जो अच्छे कर्म करते हे| अधर्मी ओह होते थे जो बुरा कर्म करते थे|
जैसे आज भी लोगोकें अलग अलग समूह होते हे उशि तरह समोह बन गये| उसमेसे कुछ लोग धर्म के समोह मे गये, तो कुछ लोग अधर्म मे|
याद रखना सिर्फ दो ही प्रकार के मनुष्य श्रेणी थी|
आज जो धर्म की व्यख्या की जाती हे वह गलत हे|
सिर्फ इतना याद रखना धर्म यांनी अच्छा कर्म , और अधर्म याने गलत कर्म|
दुनिया एक नाटक है इस को चला ने वाला विधाता है आप सभी नाटक के पात्र हैं विधाता निदेशक है
*6000 साल पुराने मंदिर में स्त्री के*
*गर्भ के अंदर मानव शुक्राणु और अंडे का निषेचन (fertilisation of human sperm & egg) दर्शाया गया है। इससे प्राचीन भारत के ज्ञान के स्तर का पता चलता है।🔥* *🚩सत्य सनातन धर्म की जय हो*🚩🔱🕉️🙏🏼
And you stopped at 2500 years .
Ye konsa Mandir Hai Jo 6000 saal Purana Hai?? Kuch BHI??
झूठ, बामण धर्म में तो बताया जाता की मनुष्य का जन्म बह्मा के सीर भुजा पेट पैर से हुआ है
800000000ww पोंगाओं 😂😂
भारत में मंदिर बनाने की शुरुआत कब हुई चल बता
जवाब देना कही भस्म हो जाए 😂😂😂
Agg स्पर्म को चेक केसे किया कौनसी लेब में अंधबागत ये तो बता 😅😅😅😅
बुद्ध कौनसे समुदाय से थे?
Sakya wanshi, Kaha koi Varna vyavastha Nahi Thi.
सीधे सच्चे लोगों को कुछ लोगों ने बहकाने का काम चालू कर दिया है शिक्षा के अभाव करण सभी परेशान, बहका लो
Bahu sahi kaha aapne.
Dost mauka ayega jald hi
Garibi or dukho se purit kamjor mansikta wale logo ko murkh banane wale Manav samaj or Bharat ko kamjor karne wale or videshi arjent ke roop mein satta pe kabij hone ke liye ye samaj ko tor rahe hai swarthi logo ke jhase main na aaye Budh ka itihas bhi hai Budh ke pahle unke MAA BAAP ka bhi itihas hai budh ek Rajkumar the patni se chupke Raat mein ghar chhod diya or Mahatma bane sanatan dharm ka itihas bahut purana hai
कुछ लोग बताते हैं कि बुध्द के पहले 27 बुध्द हुए तो उन लोगों को बुध्दत्व कि प्राप्ती कहाँ से हुई?
नवयान से 😂😂
Ak bi 27 me se sudry nahin tha
Vaisehi jaise bramha ne apne muh Jangh Bahu aur pair se insan ko paida kiya
Bahut bahut dhanyvad sari jankari ke liye Jay Bheem Jay sanvidhan jai mulnivasi
Kyo be अफ्रीकी आदिवासी
@@user-it4re8nw3hsale toh tu amgrezo ka beta h😂
Adivasi tumse chore hai kya re,jo kala hoga wo moolnivasi hoga kya re,jo 96 mesaram kahega wo mool nivasi hoga kya re,bahar se aye hue chotoo,abi tumari chal hi nahi rahiki sabko bideshi sabit ka4 Sako,tum jatiwadi,sampraday wadi,jawalansil padarth ho,tum jaha bi rahoge foonk doge,bahut kampadte h9
अमबेदकर ने भी हिंदू धर्म छोड़ कर बौध कयों अपनाया जय भीम
@@rameshchander7887 pim itna vidwan tha ki bramand ko janta tha,sant rabidas boudh kyo nahi huye,yadvo ke icon akilesh hai sri krisna nahi
कृपया वीडियो का टाइटल विषय के अनुरूप रखना चाहिए ।
Ha yar sahi bat bevkuf bana diya 😅😅
अर्ध का अनर्थ करना हो तो कुछ पड़ा लिखा होना जरूरी हे शायद।।
बौद्ध धर्मीय कौनसा भी भेदभाव नहीं करते थे और घुलमील के रहते थे, लेनिन जबसे डॉ. आंबेडकर जी ने बौद्ध धर्म का स्विकार किया, और उनके अनुभव से ठराविक जातिसे टार्गेट किया, और फेसबुक, यूट्यूब माध्यम आया तो उनके अनुयायी ने अधीक प्रमाणात जातिभेद करने के लिये प्रसार और प्रसार सुरू किया.
आदिवासी ही मूल निवासी है
आदिवासी शब्द संस्कृत भाषा से चुराकर 19 वी शताब्दी में ब्रिटिश इंडिया में गढ़ा गया था 😂😂
पाकिस्तान बंगाल के आदिवाशी गायब
मूल व्याधि मतलब समझे
Jo upar video me admi bol raha tha uske jese bohot bihar ke brahman vi vese hi dikhte hyn
सर कुछ इतिहासकार कहते है की बुद्ध के समय ब्राह्मण वेद नहीं था ।वह इतिहासकार है राजीव पटेल और राजेन्द्र प्रसाद सिंह इस पर आपकी क्या राय है जय भीम नमो budhay सर
भाई साहब उसे वक्त ब्राह्मण नहीं लिखा जाता था उसे वक्त बमन ही लिखा जाता था। और आज भी हमारी भाषा में इनको बामण ही बोला जाता है। और भगवान बुद्ध के समय बामन उनको कहा जाता था जिन्होंने अपने पाप
@@bharatmeena5523 ब्राह्मण उस समय था तो फिर बुद्ध ने चार वेदों की चर्चा क्यों नहीं की। उस समय जो बमन था । आज के ब्राह्मण से उसका कोई नाता नहीं दिखता । और ब्राह्मण विदेशी है।यह भी साबित हो गया।
महाभारत अब काव्य नही इतिहास है सबूत के साथ|
यदि ईमानदार हो तो ब्राह्मण या उच्च वर्ण का सम्मान करो या आरक्षण लेना छोड़ दो|
बेटा समझ कर बोलो|
सिद्धार्थ बुद्ध गौतम के थे मेरे सगोत्र
भगवान बुद्ध भी गौतम गोत्र के थे|
पल्टा देवी माता मंदिर सिद्धार्थ नगर यू पी के परम ज्योति शिव का पूजन जप रुद्राभिषेक करने पर शुद्दोधन को पुत्र प्राप्त हुआ सिद्धार्थ|
झूठ परोस कर कब तक आगे बढ़ोगे|
आत्मा को भूल गये ,पुनर्जन्म समझते नही |आओ ऐसे व्यक्ति से मिलवा दें जो पुनर्जीवित हुआ है पूछ लो जो पूछना हो यम पुर का हाल|
@@rajendramishra7423itna jhut mat bolo bhai, sach kya hai hum jante hai
नमो बुद्धाय जयभीम,
ब्राह्मण यह कोई जातीगत शब्द नही था ,यह एक पदवी थी ।ब्राह्मणवाद था और श्रमण संकृति थी ,इसमे कोई शक नही ।
The books written by Chanakya and others of the same era were written in Sanskrit and not in Pali. Pali was the language of outsiders. Since Ashoka wanted to spread the Baudha teachings to even those foreigners who settled in Bharata, he got the inscriptions written in the Pali language.
Very nice analysis on the subject and appreciate your thorough knowledge and research on the subject. Salutes your knowledge and wishing you a very happy prosperous healthy life ahead 🙏 Salutes once again sir 🙏
मैं sc हूं। 2700 साल हो गए इसका कोई फायदा नहीं अब हम सब हिंदू हैं। और लड़ाई है । इस्लाम VS दुनिया वर्तमान में जीयो अब हम पीछे नहीं जा सकते।😮😮😮😮😮 मेहरबानी करके बाबा साहब अम्बेडकर जी का नाम आदर के साथ ले।
चुप रे मादरचोद हिदु...तु sc है मतलब बाबासाहेब का रिश्तेदार नही है.बाबासाहेब सभी दलितो को आपना नही माना है जो सिर्फ बौद्ध है वही बाबासाहेब का है
हिन्दू क्या है इसका अर्थ क्या है? किस भारतीय भाषा का यह शब्द है? कौन से प्राचीन भारतीय ग्रन्थो में तेरा यह हिन्दू शब्द प्रयोग हुआ है यह तो बताओ? वर्ना बने रहो चोर-चकार वाले😂😂
तुम्हें ही मुबारक हो हिन्दू जिसका अर्थ ही काला चोर है😂😂😂
Right bro ❤❤❤❤❤
अगर नहीं कुछ कर सकते तो फिर सूद्र नीच बनकर अपना और अपने माँ बहन बेटियों का सोसण करवा
सबसे पहले हम इंसान हैं
सबसे पहले दुनिया में नवयान संगठन आया है 😂😂
करुषों की भूमि हिस्ट्री आफ भारत भारत का इतिहाष कश कुश काशी कन कनेत कंस कौरव कुरुक्षेत्र कर्ण कैश्पियन सागर से कश्मीर और कश्मिर कन्या कुमारी तक का इतिहाष आवाज दे रही है।
करुषवार वंश कषरवार वंश कहरवार वंश गहरवार वंश खरवार वंश कोल कोया किरात नांग निषाद कोया आदिवासी आदिम जाति शंभू -शेक अठ्ठासी पीढ़ी मुल है।
बाकी अवर्ण सवर्ण जो भी कुछ सिर्फ सत्ता लोभियों का रचा हुआं चक्रव्यूव है।
दुनियां का कोई भी विद्वान यदि ब्राह्मण विदेशी तो वह झुट बोलता है।
जो चाहें जब चाहे तर्क वितर्क कर सकता है।
आरक्षण यह एक ऐसा विष निजी महत्वां काक्षा आरक्षण के लिये झुठ पर झुठ बोले जा
रहा है।
हम हमारा सिर्फ आजाद भारत में गुलाम पैदा हो रहा उसके पहले मुगलों ने हमारे धन धरती सम्पूर्ण सम्पदा छीन लिया फिर हम गुलाम नही हुऐ अग्रेजों ने हमारे लोगों पर क्रिमिनल ट्राईब्स एक्ट लगाकर जरायम पेशा अपराधी घोषित कर देखते गोली मार देने की आदेश जारी कर तब भी हम गुलाम नही जो समाज मुगल अंग्रेज और सामंत वाद का कवच बने थे वे लोग नशिहत देते है .आज भी ट्राईबल इतिहाष हमें अपना कहने वाले ही विलुप्त करना चाहते है। जीस आदिवासी का इतिहाष लाखों वर्ष तक वहां लोगों की नजर क्यू नही
पड़ता ।
आदिवासी नृत्य बाद्य वेष भूषा काली दुर्गा शिव पार्वती गणेश कार्तिकेय के जो चित्रण मंचन नृत्य के माध्यम से आज भी कुछ बताना चाहता है।
ऐसा लगता है.लोग कुछ जानते नहीं जानते बहुत लोग है.पर अपनी अपने समाज के छबी निखारने पर लगें ।
लोग पाने के लिये झुठ बोलते है.हम भगत सिंह की तरह फासी पर लटकने के लिये सत्य बोलते है।
आदिवासी कर्मा गीत गाते है ।
गीत का बोल है. छम छम बाजे पैयजनियां
इसका मतलब माता पार्वती जब सज धज कर मांयेके गई।
और हवन यज्ञकुंड में धू धू कर जल गई।
दुसरी गीत की बोल अगूरी चपले गुरुजी इसका मतलब एकलब्य की अगूठा कटने की दास्तान ।
झुठ से बढ़कर झुठ को देखा झुठ का मिल गया बाप झुठ अभी बाकी है।
असत्य याने जीवन के गर्भ से सत्य मतलब मृत्यु निकला असत्य का बन गया बाप
झुठ अभि बाकी है।
भाई इस जगत मे कोण कब जनम ले ये आपको पूछके ले क्या बात करते हो, परिवर्तन संसार का नियम है.
Wow fantastic analysis. Eye opener
सर डॉ.बाबासाहब का नाम आदर से आर्टिकल में लिखना चाहिए था.
यह सच मे गलत है!
आप भी पूज्य जाति और देवता ओ सम्मान देना चाहिऐ दुसरे को शिक्षा और संविधान का मान की मत बोलो मतलब के लिए संविधान पर bak रहे हो
Saman sangh ye brhmanvadi RSS ka hai ispar bharosa na kare aur logo ko jagruk kare
Jab soch me hi tera tu teri aur gayaan 0ho ho to samman kaise denge.
भगवान घोषित कर दें 😂😂
अधिक से अधिक जानकारी दे महोदय जी,,,,🙏🙏
Jay shree Ram ji Ram Ram jl guru ji jay bharata
या शहाण्या मानसाने शिर्षक चुकवलं.
शीर्षक बदलो साहेबजी.
चाहे कूछ भी हो Dr भीमराव के पिताजी भी एक रामजी ही थे. जय श्री राम
राम बौद्ध दसरथ जातक में है.
बुद्ध राम जी के ही वंशज थे
और राम संभूक ऋषि के
Ambedkar ko uchya sikhcha bhi bramhan ka hi den hai
Thanks sir🙏
Sahi baat kaha bharat me musalman nahi the. Right sir.
सर जी आपकी कथन सही है तर्क करने से ही सही ज्ञान होता है
Thumbnail सही से लगा कर वीडियो बनाया करो वर्ना सेवा कर दी जायेगी❤❤जय भीम जय संविधान❤❤❤
Tumhari seva karenge hm beta 😂😂
Jai bhim bol ke Allah ke rakhwale bahut hai iss desh me
Nakali budhist and nakali ambedkarvadi.
आंबेडकर ने तो कहा है की आर्य विदेशी नहीं पर यहां के मुलनिवासी ही थे? तो बेवकूफ किसे बनाने निकले हो? 😂😂
Tere baap ko bewakoof banane nikale hai.
USS waqt DNA Jaise technology Nahi Thi na Bhai.
@@RAZONEbe_sep_aiii_0819to tera DNA bhi Africa ke gulamo se milta he vo bhi padhle 😂😂
muknivasi kab kaha.
डिएनए जाँच से डरता है बमन 😂@@RAZONEbe_sep_aiii_0819
सर जी
🙏🙏🙏
एक नंबर
👌👌👌
श्रवण सुन्ना वाले भाव। brahmn समर्पण भाव। यह ओशो ने महावीर वाणी में बताया है। प्रूफ है यह। कॉपी करके कुछ भी बोल्दो।श्रवन है। आलरेडी वेद में है। कुछ भी।
Wah sir, mujhe ye jankari thi he nahi...
Thank you.jai bhim
सुधीर राज जी, एक प्रश्न है कि सम्राट असोक के शिलालेखों, स्तंभ लेखों आदि में बार-बार "बमण" शब्द के साथ ही "समण" शब्द आया है। अर्थात "बमण-समण" इस तरह लिखा होता है।
इस विडियो में जो आप जानकारी दे रहे हैं वो बिल्कुल अलग है जबकि असोक के अभिलेखों के अनुसार अर्थ बिलकुल अलग है। मेरी जानकारी के अनुसार दोनों शब्द भिक्खूओं के लिए प्रयोग किए जाते थे, बमण भिक्खू एक जगह रहकर अध्यापन का कार्य करते थे जबकि समण भिक्खू घूम-घूम कर धम्म प्रचार करते थे। कृप्या इस भ्रम को दूर करें।
Baba saheb ke baad aur bhi bahut research hue jisme bhaksha vigyan bhi ek hai. Baba saheb ke samay tak jo bhi research available the aur unhone jo khud research kiya oos adhar par unhone apni baat likhi. ye sahi hai 8th century ke baad Brahmano ne kshadyantra karna shuru kiya. Par aaj jo update jankari hai. Eureshian ka India me migration aur Baman shabd ko apne liye sanskritize karke Brahman bnakar istemal karna ya Ariya shabd ko Arya bnakar Eureshian (So called Brahman) ne apne liye istemal kiya aur hamare education centres (Nalanda University etc) ko nast kar hame shiksha se vanchit kar Jhoothe kathaen rachkar hame hindu (Gulam) banaya. Aap ek baar jankari update karen.
भ्रमित भ्रम दूर नहीं कर सकते
नवयान संगठन का अलग ही दुनिया चल रही है 😂😂 चरमपंथी दलित आतंकवाद और नवयान बौद्धिक आतंकवाद
To batao Aaj ke Jo Brahman hai vo kaun hai? Bahar se aaye Eurasian?
@@sanonmars पहले तो यह बता यूरेशिया किसी कहते हैं 😂😂
Very good
It up to you and your research. It will generate fruit of you..
Ji sir aap bhut achi tarah se samjhate hai nice jai bhim namo budhay
Sir
आज के समय मे आप और साइंस जर्नी दोनो इंटेलेक्चुअल है और वीडियो अपलोड कर रहे हो। हमे आप दोनो सही लग रहे हो। परंतु समन और बमन की व्याख्या मे कुछ फर्क है।
आपस मे बात करके इसे ठीक करे।
Jai bhim namo buddhay
Namo buddhaya ka kya अर्थ है
बुद्ध को नमन करता हूं या शरण लेता हूं या साष्टांग प्रणाम करता हूं।
हर आदमी आपणे ढंग से ईतीहास बणाके बोलते. ईतीहास बहोत पुराणा है मगर आंबेडकर जैसे कोईभी ईन्सान है आभी भारत स्वतंत्र होणे समय. ईतीहास पुराणा. कोई जाती नही थी. बुध्द ये भी एक राजा था ऊसको देव बण गया . कोई जीन्दा नही रहा पुरे ईन्सान थे. कोई चमत्कारी हुवा तो भगवान हुवा
Bhai aapko itihas ki jankari nahi hai budh se bahle 28 budho ka name darsaya Gaya asok saamrat ke sila lekho me darsaya gaya
जय मूलनिवासी बोल पचाशी
कहां से पढ लेते हैं हिन्दुस्तान में कितना आजादी है अभिव्यक्ति की तुम उस समय कितनी आबादी थी बताओगे
टाइटल सब लोग पढ़ते है।। बाबा साहेब का नाम सम्मान से लिखना चाहिए ।।
आपके मुंह में जो आता है वह भग देते हैं वर्तमान में भक्त 2023 चल रहा है अपने 24 बोल दिया यह कमी है आप जैसे पढ़े लिखे
मैं आपके विचारों से सहमत तो हूं लेकिन आपके टाइटल से बिल्कुल सहमत नहीं हूं क्योंकि आपने अंबेडकर जूटा लिखा है आप जैसे लोग हमारे बाबा साहब जी से बड़े नहीं हैं
जरूरी नहीं की ज्ञान देने वाला सच्चा वह झूठ भी हो सकता है
🙏जय भीम जय भारत जय संविधान 🇮🇳🇮🇳🇪🇺☸️
👍लाजवाब सर जी 💐💐💐🙏
Waah! Bahot badhiya vishleshan sir💐👌👌👍
IT. IS VERY NICE SPEEKING. THANK.
संसार की सबसे अधिक प्राचीन पुस्तक ऋग्वेद में आर्य और अनार्य (दस्यु) इन दो जातियों का उल्लेख है भारत में सृष्टि काल से ही आर्य मूल निवासी है इस बात को अंबेडकर ने भी माना है । आर्यों से हिंदू मुस्लिम सिख इसाई जैन बौद्ध आदि बने और आगे अनेक वर्ग बनते जाएंगे। वेद के आधार पर महर्षि मनु ने मनु संविधान लिखा जो मानव जाति को कर्म के आधार पर चार भागों में बांटा। मनु संविधान को करोड़ों वर्षों तक राजा महाराजा मानते आए। अंबेडकर ने भी इसी के आधार पर मनुष्य को चार भागों में बांटा सवर्ण, पिछड़ा, अनुसूचित, अनुसूचित जनजाति, मनुस्मृति में तो शूद्र अच्छे कर्म से ब्राह्मण बन सकता है और ब्राह्मण नीच कर्म से शूद्र बन जाता है लेकिन भारतीय संविधान में इसकी कोई व्यवस्था नहीं है सवर्ण तो सवर्ण ही रहेगा और अनुसूचित, अनुसूचित ही जाति में रहेगा। इससे सिद्ध होता है कि अंबेडकर ने देश में घोर जातिवाद फैलाया। इसलिए दलित ब्राह्मण से और ब्राह्मण दलित से नफरत करता है। अंबेडकर ने मानवता को जातिवाद में बांट दिया। इसलिए जरूरी है कि भारतीय संविधान को बदलने की।
Varna was always birth based . It was never merit based convertible institution.
Please let us know the details of Legal History and by observing that you will kindly feel that exploitation is being continuing since long ...
आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स राज करेगा दूनिया पे. मगर समता बंधूता. न्यायतत्व वो भी रहेगा लेकीन.... संविधान हमेशा रहेगा और वो हमारा और आपका श्वास है
अति उत्तम , जल्दी से सब जात पात मिटा के सब समान हो जाओ , सभी तरह की सुविधाएं और लाभ पूरे भारतीय समाज में बाँट दो , जातीय आरक्षण समाप्त कर समता मूलक व्यवस्था सुनिश्चित कर दो । क्योंकि 95% तो समन ही हैं ।
5000 sal purane to mandir hai on record Saudi me bhi nikal rahe hai😂😂😂😂😂
Excellent Brother, Keep it up !!!!!
WhatsApp univercity se aaye Ho kya Sir
यह नवयान संगठन है भीमराव अम्बेडकर का बनाया हुआ दलित नवयान संगठन जो कम्यूनिस्ट बौद्धिक आतंकवाद और वेस्टर्न बौद्धिक आतंकवाद और नवयान चरमपंथी संगठन का मिला जुला प्रोडक्ट है 😂😂
Muglon se pahle koi Hindu nahin tha. Jai mulnivasi, Jai saman shakti.
तूने विडियो देखा और सुना नही क्या मुसलमानो का अस्तित्व ही 7सो 8 सौ साल पुराना है और हिंदुओं के छे छे सात सात हज़ार साल पुराने तो अभी भी मंदिर बने हुए है
Jay bhim namo budhhay
Thanks to free us so many mental (religious)locks
Jai Budha
I will teach my family our real history and game of outsiders
Sir this kind of people won't tell anything true / actual, you should read *Buddha and his Dhamma* by Dr. *BABASAHEB AMBEDKAR* may *Buddha* bless your childrens.!
*NAMO BUDDHAY*
Teem Twenty20 vale saman teri maa ka khsam me hu 😅😅me hu Tera asli baap😅😅
@@instraper9153 जय भीम नमो बुधाय,,,,,sir have you read ever article 7 1819? And low of education in 1930 ? Biography of periyar? But low cast society want to become नीच ,,they want to sell the right of Poor's by making a individual party ,,in this way they will get some unjustified money to feed thier puppyies,,, mayawati was also wrong way she deny to identify creamy layer ,,,I am a jaat obc middle class person ,,and I think first right of reservation belong to poor ST and other reservation must go to economical week ,,, otherwise no reservation ,,,but education and health is right of every citizen,,,,,thanks to read 🙏🙏
भारताची घटना ही फ्रान्स, इटली, ब्रिटन, अमेरिका या सर्व देशांच्या घटनांची कॉपी करून लीहीली गेली आहे. जगात पहिली घटना ही फ्रान्स देशात लिहिली गेली होती,त्यावरूनच ब्रिटन, इटली,अमेरिका यांच्या घटना लिहिल्या गेल्या आहेत. त्या सर्वांची कॉपी करून भारताची घटना लिहिली गेली आहे.
फ्रान्सच्या क्रांती नंतरच पहिली घटना लिहिली गेली आहे.
Can you fight Taliban who have destroyed Bamiyan Budhha statue in Afghanistan? Noo..coz it hard..you will just do blah blah here against peaceful Hindus only😄
The old and ancient religioun is only Jain.After that VAIDIIK sanskruti come.Jain philosophy in Prakrut or Pali language while Vaidik was in Sanskrit.Jain believe in AAGAM while Braman believe in VEDA.
Before God Mahavira,there was 23 Tirthkar.In Jain Saint also called Shraman. In india all statue of Jain Tirthnkar locate while digging.Bhagvan Ram also come from 1 st Tirthkar shri Adinath bhagvan (Rushabdeo) family that was IQWANSHU Gotra.and all Tirthkar was Kshatriya and also a lot of Saint was present in SHRAMAN Sangh.Shraman teaches AHINSA while Vaidik Sanskruti not believing in AHINSA.
Bilkul Satya baat bol rahe ho bhai
😂बुद्ध पंथ क्यों नष्ट हुआ, ये तो बताइये.
-- Because of following reasons --
1) Loss of royal patronage
2) Foreign invasion
3) Division among monks because of corruption which lead to Mahayana, Theravada and later Vajrayana Buddhism
4) Famine (Possibly)
5) Rise of Brahmanism after Harshavardhana Period
By the time of Alberuni Buddhism had mostly gone from India.
नपुंसकता के कारण 😅
कुछ पाखंण्डीयो ने किया होगा पाखण्ड टेक्नोलॉजी फैलाने के लिए जय विज्ञान जय संविधान नमो वुधाय जयभारत सम्राटो के सम्राट असोक महान जयभारत 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Kiya hoga Abe ja tirpitak jatak kataye atkatha liki gaye kitabe pad le chaval k Dane se insan paida karne valo ja re buddu se Bane navbuddu ja re baba padle
बहुत ही ज्ञानवर्धक और सहरानिय आपको बहुत-बहुत साधुवाद जय भीम जय भारत नमो बुद्धाय जय संविधान जय समण संघ
😊😊😊
😊l😊
😊😊😊
😊
📌संत्त गुरुनानक जी का जन्म 1469 AD मे हुआ
सिर्फ सनातन धर्म सबका FATHER है
MOTHER kaun hai ????
आपने हम सभी बहुजन समाज का परिचय बताया कि हम कौन हम सभी । समण। है बहुत बहुत साधुवाद
😂😢😅❤🎉
यह नवयान संगठन है और इसके बारे में पढ़ो एक दलित चरमपंथी संगठन और बौद्धिक आतंकवाद 😂😂
सही समझाया सर
जय भीम जय संविधान जय भारत जय महाराष्ट्र
❤😂Mtlb Gore log videshi hain chahe wo kisi bhi jati me paida ho, aur jo kale log moolnivasi hai chahe wo kisi bhi jaati ke log ho,😂❤👍 lekin sochne wali baat ye hai ki SC, ST me jo saaf rang ke ya gore log hain wo kiske bachche hain😂😂😂❤❤👍👍
Jai bhim, jai constitution of India, Jai bharat, salute to Dr Babasaheb Ambedkar
Sara Bharat Budh Mein Tha Buddhist the ham bhi sab log Buddhist the
बहुत बहुत धन्यवाद राजा पुष्यमित्र शुंग जिन्होंने भारत भुमि को बुद्धिष्ट होने से बचाया।
Very nice.
Babasahab ne kya zoot bola ?
Parapsychology -Reincarnation !
Science varces Buddha ?
😮
Budh ke Samay Mein Brahmani Nahin the
Jay Bhim.Sir.
Great knowedge and talk maximum people must know all these things
सरमण ही तो शर्मा बन गये
Namo buddhay,jai johar,jai bhim, jai Nagvanshiy mulnivaasi, jai Bharat, jai smarat Ashoka, jai sanvidhan
Jay bhim
The great man Babasaheb Ambedkar जयभीम जय भारत
अंग्रेजो की गोद में बैठा हुआं
इतिहास गवाह है कोई धर्म नहीं था दुनिया में सबलोग आदिवासी थे आरंभ में और भारत में ही जाति वर्ण व्यवस्था पाई जाती हैं बाकी दुनिया में जाति व्यवस्था नहीं है
Jai bhim 100/
ह्यमारे पड़ोसी sc है। गोरे वर्ण हैं। ऐसा कुछ भी नही है। सबबढिया है। यह कुछ भी फैला रहे।मैँ तो सनातनी bhrahmn हूँ। मुझे खुशी है brhmn त्त्व में जन्म हुआ। देखो। पुराण उपनिषद गीता जी रामायण सब है मिलती। पढो पहले। यह झूठा फोबिया फैलाने से कुछ नही होगा। और जैन बौद्ध से पहले है।
हम जैन ही तेरे "दादाजी" है बेटा ☝💪😂
दुनिया में भगवान की उत्पत्ती ये ही लगभग तीन हजार साल पहले की होगी। उससे एक हजार साल पहले आत्माओं को पूजा जाता था और अलग अलग इलाकों की अलग अलग तांत्रिक अनुष्ठान (भारत मे पौन और तिब्बत में बौन अनुष्ठान) थे। कुलमिलाकर साधना, आराधना, पूजा और पाठ का इतिहास इंसानी तारीख में कोई चार हजार साल से पुराना नहीं है।
कितना ? चार हजार साल बस। तो इंसान भी इस दुनिया में चार हजार साल पहले ही आया ? नहीं। इंसान को दुनिया में आये बहुत ही कम समय हुआ है। कम इसलिए, क्योंकि लाज़मी है कि इंसानों से पहले पृथ्वी का निर्माण हुआ होगा और उससे भी पहले ब्रह्माण्ड का। यानी फार्मेशन ऑफ कॉस्मोलॉजी।
ब्रह्मांड का निर्माण लगभग 1380 करोड़ साल पहले हुआ। कैसे हुआ ? वैज्ञानिकों के अनुसार, एक बहुत बड़ा विस्फोट हुआ और पृथ्वी समेत तमाम आकाशगंगा उस तरह अस्तित्व में आई जैसे आज है। इसे 'Big Bang Theory' कहा गया। जबकि पृथ्वी का जन्म 480 करोड़ साल पहले हुआ।
इंसानों का पृथ्वी में जन्म महज 70 लाख साल पहले की है। इसे लगभग में मान लें। यानी भगवान से 69.97 लाख साल पहले इंसान पृथ्वी में आ चुका था। इन 70 लाख सालों में इंसान के जीवन चक्र में कई ऐसी जिज्ञासा थी, जिसके जवाब उसे बेचैन करते थे। इसलिए अपने जवाब के सरलीकरण और सुविधा युक्त बनाने के लिए उसने अस्थाओं को गढ़ा। मतलब, जहां जहां इंसानी कदम पड़े, कालांतर में वहीं भगवान की लॉन्चिंग हुई।
अब क्योंकि इंसान लाखों साल तक अंटार्टिका और आर्कटिक जैसे दुर्गम इलाकों में नहीं पहुंच पाया तो वहां भगवान नहीं पहुंच सके। इसलिए न तो नार्थ पोल और न ही साउथ पोल में कोई मन्दिर है, न चर्च और न कोई मस्जिद। यहां तक कि जब इंसान चन्द्रमा में पहली पहल पहुंचा तो वहां भी कुछ नहीं था।
भगवान वहीं है, जहां इंसान है। और अपने 65 लाख सालों की विषमताओं से भरी जीवन की यात्रा भी इंसान ने बिना भगवान के की और वहां पहुंचा जहां उसने पहले पहल भगवान को स्थापित किया।
तो उसे भगवान की जरूरत क्यों पड़ी ? क्योंकि तब तक वो अनाज उगाना सीख चुका था। अब उसका पेट अन्न से भरपेट भरने लगा था। उसे जंगलों में सैकड़ों किलोमीटर किसी जानवर के पीछे भागना नहीं पड़ रहा था। उसके बच्चे कुपोषण से मर नहीं रहे थे। अब जब उसका पेट उसे परेशान नहीं कर रहा था और उसके गोदामों में महीनों का राशन भरा पड़ा था। और 'खाली पेट न भजन गोपाला' का फार्मूला उस पर लागू नहीं हो रहा था तो वो घण्टों खाली बैठने लगा। यहीं से उसकी कल्पनाओं ने उड़ान भरी और दुनिया के पहले दार्शनिक पैदा हुए। अब उसे जवाब चाहिए थे। मसलन, इंसान मरता क्यों है ? सर्दी के बाद गर्मी क्यों आती है ? रात के बाद सुबह क्यों होती है ? आदि आदि।
और इन्ही दार्शनिकों ने पहले पहल भगवान की उत्पत्ति की। लोगों को जैसे भी, लेकिन इन दार्शनिकों से जवाब मिलने लगे। फिर हर नए क्षेत्र में एक नया दार्शनिक पैदा हुआ और उसने एक नया दर्शन दिया। यही शुरुआती दर्शन बाद में धर्म की शक्ल लेने लगे।
भाई ये बात मुख पुत्रओ को समझ में नहीं आयेगी 😂😂😂
Jai bhim namobudhaya jaybharat Jaysanvidhan
Jai Bhim Jai Mulnivasi namo buddhaye
सीख धर्म ३५० साल पुराना है । यवनो के आक्रमणो से लडने के लिये unhone हर घर से पहले बच्चे को प्रशिक्षित करने हेतू लिया और और युद्ध विद्या सीखने वालोणको सीख नाम संबोधित किया ये हिंदूही है पर दुष्ट यवन, मोघलोनसे लडने वाले। अब वो अलग धर्म हो गया है।
Yaha Reporter Murkh And Durth Ha. Sabhi Hindu saman Ha. Sabhi Hinduo ko United Rahana chahiye.
❤❤जय भीम, नमों बुद्धाय❤❤
नमो बुध्दाय, नमो बुध्द धम्माय, नमो बुध्द संघाय ओर नमो भिमाय! जय भिम.
भारताचे संविधान, घटना ही फ्रान्स, इंग्लंड, अमेरिका, इटली या देशांच्या घटनांची स्पष्ट कॉपी आहे. म्हणजेच भेळपुरी आहे. जगात पहिली घटना फ्रान्स मध्ये फ्रेंच क्रांती नंतरच लिहिली गेली होती. त्यावरूनच इतर घटना ,भारताची घटना लिहिली गेली आहे.
एक और ज्ञानी पैदा हो गया। जब दिमाग में दूसरो के प्रति गनदगी भरी हो तो मन में अच्छे विचार पैदा नहीं होते हैं 40 प्रति शत दिमाग वाला सिर्फ गनदगी ही उगल सकता है क्योंकि 60 प्रति शत तो खाली है
बहुत खुब l हम सब समन ही लिखना शुरु कर दे l
Jai Bhim 🙏 Jai Bharat Jai Samvidhan namo buddhay 🙏💙💙🙏
Baman Saman Buddhist the
शायद इसी लिए कहते हो कि हजारों सालों से गू उठवाया गया!
Dr Ambedkar Great 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Salute to you for aware of culture. Jai Bhim
अच्छा,स्रवण लोग कौन सा धर्म मानते थे उस समय?
ब्राह्मण लोग कब आए भारत मे,राम और कृष्ण से पहले या बाद मे?
क्या राजा हरिश्चंद्र भारत के ही थे या ये भी बाहर से आए?
यह आपने सही कहा कि संस्कृत भारत की भाषा नही है।
संस्कृत एक विदेशी भाषा है
फिर तो बुद्ध भी विदेशी थे