Это видео недоступно.
Сожалеем об этом.
विश्वामित्र की कथा भाग 15 - मुकेश खन्ना, अरुण गोविल - Vishwamitra Katha
HTML-код
- Опубликовано: 22 авг 2019
- प्रजापति के पुत्र कुश, कुश के पुत्र कुशनाभ और कुशनाभ के पुत्र राजा गाधि थे। विश्वामित्र जी उन्हीं गाधि के पुत्र थे। विश्वामित्र शब्द विश्व और मित्र से बना है जिसका अर्थ है- सबके साथ मैत्री अथवा प्रेम। एक दिन राजा विश्वामित्र अपनी सेना को लेकर वशिष्ठ ऋषि के आश्रम में गये। विश्वामित्र जी उन्हें प्रणाम करके वहीं बैठ गये। वशिष्ठ जी ने विश्वामित्र जी का यथोचित आदर सत्कार किया और उनसे कुछ दिन आश्रम में ही रह कर आतिथ्य ग्रहण करने का अनुरोध किया। इस पर यह विचार करके कि मेरे साथ विशाल सेना है और सेना सहित मेरा आतिथ्य करने में वशिष्ठ जी को कष्ट होगा, विश्वामित्र जी ने नम्रतापूर्वक अपने जाने की अनुमति माँगी किन्तु वशिष्ठ जी के अत्यधिक अनुरोध करने पर थोड़े दिनों के लिये उनका आतिथ्य स्वीकार कर लिया।
वशिष्ठ जी ने नंदिनी गौ का आह्वान करके विश्वामित्र तथा उनकी सेना के लिये छः प्रकार के व्यंजन तथा समस्त प्रकार के सुख सुविधा की व्यवस्था कर दिया। वशिष्ठ जी के आतिथ्य से विश्वामित्र और उनके साथ आये सभी लोग बहुत प्रसन्न हुये।
नंदिनी गौ का चमत्कार देखकर विश्वामित्र ने उस गौ को वशिष्ठ जी से माँगा पर वशिष्ठ जी बोले राजन! यह गौ मेरा जीवन है और इसे मैं किसी भी कीमत पर किसी को नहीं दे सकता।
वशिष्ठ जी के इस प्रकार कहने पर विश्वामित्र ने बलात् उस गौ को पकड़ लेने का आदेश दे दिया और उसके सैनिक उस गौ को डण्डे से मार मार कर हाँकने लगे। नंदिनी गौ ने क्रोधित होकर उन सैनिकों से अपना बन्धन छुड़ा लिया और वशिष्ठ जी के पास आकर विलाप करने लगी। वशिष्ठ जी बोले कि हे नंदिनी! यह राजा मेरा अतिथि है इसलिये मैं इसको शाप भी नहीं दे सकता और इसके पास विशाल सेना होने के कारण इससे युद्ध में भी विजय प्राप्त नहीं कर सकता। मैं स्वयं को विवश अनुभव कर रहा हूँ। उनके इन वचनों को सुन कर नंदिनी ने कहा कि हे ब्रह्मर्षि! आप मुझे आज्ञा दीजिये, मैं एक क्षण में इस क्षत्रिय राजा को उसकी विशाल सेनासहित नष्ट कर दूँगी। और कोई उपाय न देख कर वशिष्ठ जी ने नंदिनी को अनुमति दे दी।
आज्ञा पाते ही नंदिनी ने योगबल से अत्यंत पराक्रमी मारक शस्त्रास्त्रों से युक्त पराक्रमी योद्धाओं को उत्पन्न किया जिन्होंने शीघ्र ही शत्रु सेना को गाजर मूली की भाँति काटना आरम्भ कर दिया। अपनी सेना का नाश होते देख विश्वामित्र के सौ पुत्र अत्यन्त कुपित हो वशिष्ठ जी को मारने दौड़े। वशिष्ठ जी ने उनमें से एक पुत्र को छोड़ कर शेष सभी को भस्म कर दिया।
अपनी सेना तथा पुत्रों के नष्ट हो जाने से विश्वामित्र बड़े दुःखी हुये। अपने बचे हुये पुत्र को राज सिंहासन सौंप कर वे तपस्या करने के लिये हिमालय की कन्दराओं में चले गये। कठोर तपस्या करके विश्वामित्र जी ने महादेव जी को प्रसन्न कर लिया ओर उनसे दिव्य शक्तियों के साथ सम्पूर्ण धनुर्विद्या के ज्ञान का वरदान प्राप्त कर लिया।
महर्षि वशिष्ठ से प्रतिशोध
इस प्रकार सम्पूर्ण धनुर्विद्या का ज्ञान प्राप्त करके विश्वामित्र बदला लेने के लिये वशिष्ठ जी के आश्रम में पहुँचे। उन्हें ललकार कर विश्वामित्र ने अग्निबाण चला दिया। वशिष्ठ जी ने भी अपना धनुष संभाल लिया और बोले कि मैं तेरे सामने खड़ा हूँ, तू मुझ पर वार कर। क्रुद्ध होकर विश्वामित्र ने एक के बाद एक आग्नेयास्त्र, वरुणास्त्र, रुद्रास्त्र, इन्द्रास्त्र तथा पाशुपतास्त्र एक साथ छोड़ दिया जिन्हें वशिष्ठ जी ने अपने मारक अस्त्रों से मार्ग में ही नष्ट कर दिया। इस पर विश्वामित्र ने और भी अधिक क्रोधित होकर मानवास्त्र, मोहनास्त्र, गान्धर्वास्त्र, जूंभणास्त्र, दारणास्त्र, वज्र, ब्रह्मपाश, कालपाश, वरुणपाश, पिनाक धनुष , दण्डास्त्र, पैशाचास्त्र , क्रौंचास्त्र, धर्मचक्र, कालचक्र, विष्णुचक्र, वायव्यास्त्र, मंथनास्त्र , कंकाल, मूसल, विद्याधर, कालास्त्र आदि सभी अस्त्रों का प्रयोग कर डाला। वशिष्ठ जी ने उन सबको नष्ट करके उन पर ब्रह्माण्ड अस्त्र छोड़ दिया। ब्रह्माण्ड अस्त्र के भयंकर ज्योति और गगनभेदी नाद से सारा संसार पीड़ा से तड़पने लगा। सब ऋषि-मुनि उनसे प्रार्थना करने लगे कि आपने विश्वामित्र को परास्त कर दिया है। अब आप ब्रह्माण्ड अस्त्र से उत्पन्न हुई ज्वाला को शान्त करें। इस प्रार्थाना से द्रवित होकर उन्होंने ब्रह्माण्ड अस्त्र को वापस बुलाया और मन्त्रों से उसे शान्त किया।
इस प्रकार विचार करके वे अपनी पत्नीसहित दक्षिण दिशा की और चल दिये। उन्होंने तपस्या करते हुये अन्न का त्याग कर केवल फलों पर जीवनयापन करना आरम्भ कर दिया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने उन्हें राजर्षि का पद प्रदान किया। इस पद को प्राप्त करके भी, यह सोचकर कि ब्रह्मा जी ने मुझे केवल राजर्षि का ही पद दिया महर्षि-देवर्षि आदि का नहीँ, वे दुःखी ही हुये। वे विचार करने लगे कि मेरी तपस्या अब भी अपूर्ण है। मुझे एक बार फिर से घोर तपस्या करना चाहिये।"
सुन्दर जय श्रीराम सत्य सनातन धर्म दर्शन कर बहुत पसंद हैं।हम❤❤😊😊🎉🎉
Real me sundar hain sgskuntala
The people of the Universe are need to teach this type of knowledge to experimental learning promote to best learning of perceived intuitive through confident and discipline of mind it is the truth of humanlife it is great for all
❤❤❤❤❤❤❤❤
Bhanupriya as menka and shantipriya as shakuntala two sisters are there in this serial...
Nice
How are you
🙏जय हो प्रभु प्रणाम वंदन जय हो 🙏
Shanti Priya beautiful
🙏🙏 Jay Shree Ram 🙏🙏
जय सनातन संस्कृति ।
A legendary sweety romantic.srory. Thankyou for releasing.
Satya
Sanata.n
Dharm
Kee
Jay
Ho
Hari
Om❤❤❤❤❤
Gayatri mantra ke uchcharar men bhuwah ko bhawah bola gaya jo director ki kami siddha hai.
Vo jaan boojh kr galat bola gaya hai serial mein...kyuki ye maha mantra ka uchharan nahi kiya jata ...sirf jap kiya jata hai...
Keya Lekha hai kunva rise ke Asramme Mata Gutamiki putri Sakuntala se Vivah Sudasputra Dusanta se
मुकेश अरुण भानु प्रिया शांति प्रिया ये महान आत्मा है।
The animal and bird are also extreamly sowing the true feelings of the story ofSakuntala s along with every actors which is great creation by the great persons of Indian culture and civilisation
1111111111111111111h
Sanathana Sanskriti and Prakriti was , is and will always be eternal🙏🕉
Dono sister gjb gajab Sundar hai saugandh aur phool aur angaar mein bhi gajab acting ki thi Shanti Priya ne
Ganga.geeta.gayatri.sita.satya.sarshwati❤❤❤❤❤
माता गायत्री ka मैं उपासना करता हूं इसलिए मैं यह कहता हूं कि ऐसा वीडियो देखने के बाद लोग बुराइयो से बच सकते हैं
Jay sheeri bageshwer bala ji shwami sanyashi dev guru dev ki jay
जय हो जय हो ❤❤❤
Jai Shri ram
Jai Shri Krishna
Super
हरि ॐ।।
श्री हंस
Om namo bhagwate vasudevay namah Jay Shri Ram Jay Siyaram Jay Shri Radhe Krishna Jay Shri Radhe Radhe
Jaishree sita ram jaishree bageshwar bala ji
धर्म रक्षक योगी आदित्यनाथ की जय यु पी सीयम
जय माता गायत्री देवी आपके चरणों में मेरा कोटि कोटि नमन प्रणाम चरण स्पर्श दंडवत प्रणाम स्वीकार हो
JAI SHREE RAM!
JAI KRISHNA!
BHARATH MATHAJI KI JAI!
Om jay seeri ram
Jay shree vishwamitra
Prabhu ki lila h
Good
Jay shree Ram
Om jai shree Hari
Nice
Bahut achcha pradarshan
Dharmo
Rakchhati
Rakchhatah❤😂❤😂❤
Nice nice nice nice nice
Excellent work
❤❤❤❤❤❤❤
🙏
🙏🙏🌹🌹🚩🚩
হেত
Really unknown for me. But noelw I get some more information. Thanks a lot
Hello 🤩🥳
..love e 3😅😅
Treta ki kahani dvapr men kiase sambhav hia
Mm
Nice work
On molpmpli ko oolp. OK iom
Arun goyal parliament m h
P
Sir Sakunla satyug me thi ya duwaper me
4i9
Hello
जय माता दी
Har
Jeev
Iswar
Ka
Ansh
Hota
Hai
Jay
Shree
Hari❤❤❤❤❤
hello
Rt
0
⚀⚁⚂⚃⚄⚅
We
❤💙💙💙❤️❤️🤎🤎💜💜💚💚💃💃❣️
Hi
Pp
You
Hiii
Good story
A
Umesh Panjiyar
@@ramiswarram5610 ¹
7arm CNN
St
Ft gor I'm
Hub dx. Yvu. Tuj cm ltg cm
Ĺ wx
अरुण गोविल कहाँ h
Arun Goyal agale Harishchandra ke Bhumika main main hai
Arun govil nhi h ismain 😂
Bhojan karne Gaye hai
Chunavo lad raha hai
Hub dx. Yvu. Tuj cm ltg cm g cm dxgv ju. Ujy HP
Good
આ
Good
l