Buddhist Hybrid Sanskrit is the key to answering a lot of questions around our original true history. I wish Academia put more focus on this kind of research! You are simply awesome SJ sir! Thank you for putting in so much effort! Jai Bhim! Namo Buddhayā 🙏♥️🙏
ek ne GAUTAM BUDDHA UNIVERSITY BAANAAYI USKO TO JITA NHI PAAYE HARAA DIYE KHUD BSP K HARANE ME BMP AUR ASP KA PURA SATH HAI BADE AAYE NALANDA BANAANE 21 PERSENT RESERVATION KHATARA ME HO GYA BSP 70 PERSENT RESERVATION K MEDICAL COLLEGE KHOLI HAI EK NHI 3 HAI
Mene bhi research ki aur results bahut shocking the The result: modi ji bhi Buddh bikhhu hai Kan kan me Buddha hi bhai Edit: but vo Kan is discovered by science journey 😂😂😂
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? और बिना आत्मा के पुनर्जन्म कैसे कोई समझाओ भई ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
@@goswamiyogeshwar2028 भई ये मानवता के नाम पे भ्रम और नफरत फैला रहा है बस । इनके प्रयास को पूरा सम्मान है लेकिन ये पूरा पक्षपाती है धर्म की अच्छी बाते नहीं बताता केवल गलत बताना है ।
@ScienceJourney हैलो सरजी प्लीज मध्यस्थ दर्शन पर भी एक विडियो बनाओ हजारों साल बाद एक शुद्ध दर्शन आया है उसका क्या सच है । ये नागराज जी द्वारा प्रतिपादित है इसमें ईश्वर देवी देवता भगवान भूत - प्रेत पुनर्जन्म को अलग तरह से रखा है । प्लीज एक विडियो बनाओ 🙏 Expose - Jeevan vidhya Shivir and Madhyasth darshan Philosophy.
सर को आदरपूर्वक जय जिजाऊ, जय शिवराय 🚩🚩 नमो नमो बुद्धाय 🌹🌹 ॐ नमो मणिपद्मे हूं. 🌷🌷🌹🌹🚩🚩 सर आपका व्हिडिओ बुद्ध ज्ञानवर्धक था. आपके व्हिडिओ से मुलनिवासी बहुजन बुद्धिष्ट लोगो को अपने बुद्ध संस्कृती की महान, विशाल एवं विश्वव्यापी विरासत की पहचान मिलती है. कृपया ऐसे ही ऐतिहासिक सत्य सबुतोके साथ व्हिडिओ बनाकर समाज एवं राष्ट्र को जागृत करते रहीये. धन्यवाद सर जय जोतिबा, जय भीम, जय संविधान, जय भारत 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Video me bahut hi achha vishay liya gaya hai usse bhi achha samjhya gaya hai isse bekti ko bahut kuchh sikhne ko milega_____( Jay science journey Jay bharat )_____🙏🙏
भाई मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
are bhai ye koi Gyani nahi ye kisi ajenda ke tahat kam kar rah h ye jandu journey granthon ka ulta pulta kahin bhi beech utha ke bina sandarbh ki tum logon thag rah h
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
Sir ji ek bat yebhi hai aj kal praivet midiya me apke bol apki bate logo ki juban pe sunai deti hai matalab khusi es bat ki hai ki log jag rahe hai bahot sare log live aa rahe hai
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
@@smitajoshi6640 मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
हाथीबाड़ा घोसुण्डी शिलालेख (या, घोसुंडी शिलालेख, या हाथीबाड़ा शिलालेख), राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के पास प्राप्त शिलालेख हैं जिनकी भाषा संस्कृत है और लिपि ब्राह्मी है। ये ब्राह्मी लिपि में, संस्कृत के प्राचीनतम शिलालेख हैं।इस शिलालेख को सर्वप्रथम डॉक्टर देवदत्त रामकृष्ण भांडारकर ने पढ़ा था। यह राजस्थान में वैष्णव या भागवत संप्रदाय से संबंधित सर्वाधिक प्राचीन अभिलेख है। इस अभिलेख से ज्ञात होता है कि उस समय तक राजस्थान में भागवत धर्म लोकप्रिय हो चुका था। इसमें भागवत की पूजा के निमित्त शिला प्राकार बनाए जाने का वर्णन है। इसमें संकर्षण और वासुदेव के पूजागृह के चारों ओर पत्थर की चारदीवारी बनाने और गजवंश के सर्वतात द्वारा अश्वमेध यज्ञ करने का उल्लेख है। दक्षिण भारत में सबसे पुराना संस्कृत शिलालेख आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिलेके चेब्रोलू गाँव में पाया गया है। स्थानीय भीमेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार और मरम्मत के दौरान यह शिलालेख प्राप्त हुआ था। इस शिलालेख में संस्कृत और ब्राह्मी वर्ण हैं, इसे सातवाहन वंश के राजा विजय द्वारा 207 ईसवी में जारी किया गया था।इस शिलालेख में एक मंदिर तथा मंडप के निर्माण के बारे में वर्णन किया गया है। इस अभिलेख में कार्तिक नामक व्यक्ति को ताम्ब्रापे नामक गाँव में, जो कि चेब्रोलू गाँव का प्राचीन नाम था, सप्तमातृका मंदिर के पास प्रासाद (मंदिर) व मंडप बनाने का आदेश दिया गया है।इस संस्कृत शिलालेख से पहले इक्ष्वाकु राजा एहवाल चंतामुला द्वारा चौथी सदी में जारी नागार्जुनकोंडा शिलालेखको दक्षिण भारत में सबसे पुराना संस्कृत शिलालेख माना जाता था। रुद्रदामन का गिरनार शिलालेख उच्च कोटि के संस्कृत गद्य का स्वरूप प्रकट करता है जिसमें सुबन्धु, दण्डी और बाण की गद्यशैली का पूर्वरूप देखा जा सकता है। इसकी भाषा सरल और प्रवाहपूर्ण है। इसमें दीर्घ समासों का भी प्रयोग देखते बनता है। अलंकृत शैली, नादात्मकता इसकी अन्य विशेषताएँ है।यह १३०-से १५० ई॰ के मध्य लिखा गया था।
गपोडी लाल तुम इतने गपोडी हो की, सम्राट असोक के शीला लेख स्तंभा लेख को भी तुम्हारे ब्राह्मनोने भीम गदा बताकर पाली, प्राकृत भाषा को संस्कृत भाषा बताया था| ब्राह्मनोको लिपी, भाषा का भी ज्ञान नही था | अंग्रेज इतिहासकारने स्तंभ लेख, शीला लेख पढा और उन्होने पाली, भाषा उसमे लिखी गई हे | ऐसा बताया |
भाई मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
@@WeAreConsciousExplorerwoh बुद्ध bhagwan ne thodi na बनाई अपनी मूर्ति उनके जाने के बाद उनके शिश्य ने बनाई 1 बात बताओ जब भगवान का कोई आकार प्रकार नहीं है तो ना ही उस्की शुरुआत है ना ही उसका अनत है तो आप लोग भगवान की नकल कैसे कर सकते है मूर्ति बनाकर जब भगवान इतना महान है तो ये उसकी मूर्ति बनाकर पूजा करना उसका अपमान नहीं हुआ ...? क्योंकि उनका तो कोई आकार नहीं प्रकार हीं नहीं है
@@ggscriptinjectorespbgmi64b82 ऐसा नहीं है । आपने ईश्वर , भगवान और देवी देवता के कान्सेप्ट को समझा नहीं है । ईश्वर निराकार , सर्वव्यापी , असीम , अनादि है इसका न कोई आकार है न प्रकार इसको परंपरा में ब्रह्म कहा है , ये और कुछ नहीं सर्वव्यापी असीम शून्य खाली स्थान ही है , जिसकी महिमा उपनिषदों ने गाई है , जिसको विज्ञान द्वारा अन्ध उपेक्षित किया गया । दूसरा है भगवान - पूर्ण नित्य स्थिर अपरिणामी ईश्वर परमात्मा सत्य स्वरूप ज्ञान स्वरूप है , यह स्वयं क्रिया न होते हुए सम्पूर्ण जगत के क्रिया का आधार है । इस सर्वव्यापी ईश्वर और इसमें सम्पृक्त अनन्त ईकाइयों के सहअस्तित्व का अनुभव करने वाला और पूर्ण रूप से ज्ञान को व्यवस्था के रूप में प्रमाणित करने वाला व्यक्ति ही भगवान है । ( आत्मज्ञानी ही भगवान है , जिसने तप और प्रकृति के अध्ययन पूर्वक समस्त भ्रम को नष्ट कर दिया पूर्ण निर्भ्रम पूर्ण दुःख मुक्त आत्मा ही भगवान है ) ईश्वर = निराकार ब्रह्म भगवान = सर्वांग सुंदर , पूर्णता प्राप्त व्यक्ति , आदर्श आप्त पुरुष देवी - देवता = जो पूर्ण नहीं है किंतु बोध सम्पन्न है , अनुभव शेष है । ये मुख्य अवधारणा है । इसके अतिरिक्त जितने भी मान्यताएं है सब लोक विकृतियां है | ईश्वर की केवल योगी जन लक्ष्य मानते है , और असीम ब्रह्म का निरंतर चिन्तन अभ्यास कर आत्मज्ञान को प्राप्त होते है 😊 श्रध्दा और पूज्यता भगवान के प्रति समर्पित होती है । श्रध्दा की परिभाषा है = श्रेष्ठता की स्वीकृति सहित स्वयं में उस अनुरूप होने की स्वीकृति पूज्यता = श्रेष्ठता की स्वीकृति सहित साध्य के अनुरूप होने में गति । मतलब जैसा पूर्ण व्यक्ति ( भगवान ) है उस अनुरूप होने की चेष्टा सहित प्रयास | भगवान की प्रतिमा उनकी तस्वीर प्रतीक के रूप में रखी जाती है , जिसका प्रयोजन लगातार उनसे प्रेरणा पाना ही है , अंतिम लक्ष्य ज्ञान ही है अध्यात्म का । लोग नासमझी में अगरबत्ती घुमाकर पैसा मांगते है ये लोगो का भ्रम है जिसकी जैसी समझ वैसा आचरण करता ही है 😊
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
Great salute sj azad ji apaki voice bohot achhi hain aesa lagata hain ki sunata hi rahe bhagavav budhh ki vishesh krupa hain aap par jaybhim bro namo budhhay 👌👍💯💯💯💯👌👍💐❣️💙🌹❣️💙
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
Sanskruit. Bhasha ke pahile se prakrui bhasha hai. Science journey ne bataya aur dikhaya aur usaka sabit kiya hai Wohi sachcha hai S j ka ham dhanyawad. Jaibhim.
@@jayprakashbagde8261 abe uganda ke jungle se bhage huye jahil tu baba saheb ki book hi padh le🙄🙄🙄🙄 "Bogaj Koi" abhilekh kitna purana hai, kis dharm ke baare me hai, kis bhasa me hai, kaha par hai? Ye bata
सर यह व्हिडीओ देखकर दिमाग सुन्न रह गया. क्योकी इस देश मे जो कुछ भी है. वो सब बौद्ध लोगो का है. बाकी सब कुंडली मारकर बैठे है. सर आप का हर एक व्हिडीओ एक प्राचीन अनमोल ज्ञान है. सर आप जिओ हजारो साल और इस देश को बाबासाहेब आंबेडकर जी का बौद्धमय बनाने का अधुरा सपना है. वो पुरा करो. सर आप से एक बहोत बडी उम्मीद जाग उठी है. के बाबासाहब के बाद आप हि वो ज्ञानी है. जिसकी इस बुद्धिस्ट भारत को जरुरत है. जय भीम. नमो बुध्दाय.जय संविधान.
Namo Budhaya ,Sir dil se julle (namaskar),aapne indian history ko dekhne ka nazariya hee badal diya h.Appke es mahan kaam ko sadhuvaad. Vijay bodh from spiti valley Himachal Pradesh.
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ? अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ? क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
Great 👍 मजा आ गया साइंस जर्नी सर ये ब्राह्मण कब तक बच्चों को झूठा इतिहास पढ़ाते रहेंगे एकदम नई जानकारी इस वीडियो में वह भी पूरे सबूत के साथ 👌 जय भीम नमो बुद्धाय 💐
Brahmin Hinduon ko bhi ye channel dekhna chahiye aur scientific analysis ke aadhaar par apne vichar banane chahiye. Itihas 2 prakar ka hota hai... 1. Ek jo hum jaante hain ya Janna chahte hain. 2. Dusra wo jo sach hai.😊🙏
Buddhist Hybrid Sanskrit is the key to answering a lot of questions around our original true history. I wish Academia put more focus on this kind of research!
You are simply awesome SJ sir! Thank you for putting in so much effort!
Jai Bhim! Namo Buddhayā 🙏♥️🙏
🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️
😂
@@madhuryadav-yh1jl 😂😂 वाह क्या जोक है ... आजाओ डिबेट मे साबित करके दिखाओ... यहा कमेन्ट मे तो सभी ग्यानी होते है ... 😂😂
@@sumitrai6163 आओ rational world पे ... 😂😂 और अपनी बात को रखो . 🤟☺️
@@satyashodhak123 Yeh faaltu ke kaam se mera kya faida.... Sanatan Dharm hi sacchai h....aur sab jhuth....kyuki sabse pehla dharm sanatan dharm h👍🙏
ऐतिहासिक तथ्यों के साथ जानकारी देने वाली वीडियो बनाने के लिए शुक्रिया धन्यवाद
सर जयभीम, आप का बृहद ऐतिहासिक
ज्ञान समाज के लिए ज्ञान का भंडार है ,आप अमरत्व को जितेजी प्राप्त कर लिए, है जिसका समाज ऋणी रहेगा ।
नालंदा जैसी यूनिवर्सिटी भारत के हर एक जिले में बननी चाहिए
ek ne GAUTAM BUDDHA UNIVERSITY BAANAAYI USKO TO JITA NHI PAAYE
HARAA DIYE KHUD BSP K HARANE ME BMP AUR ASP KA PURA SATH HAI
BADE AAYE NALANDA BANAANE
21 PERSENT RESERVATION KHATARA ME HO GYA BSP 70 PERSENT RESERVATION K MEDICAL COLLEGE KHOLI HAI EK NHI 3 HAI
आपकी वीडियोज़ में भाषा विज्ञान के शोध तत्व चमत्कृत करते हैं आनन्दित व अभीभूत करते हैं मैं इसी आनन्द के लिये देखता हूं।
बहुत अच्छी जानकारी दी सर 🙏🏿 नमो बुद्धाय 🙏🏿
आपसे प्रेरणा लेकर हम भी सच बोलने की हिम्मत जुटा पा रहे है ... आपका बहुत बहुत धन्यवाद ... 🤟😌
🧠🎯🤝😌🇮🇳💯
Mene bhi research ki aur results bahut shocking the
The result: modi ji bhi Buddh bikhhu hai Kan kan me Buddha hi bhai
Edit: but vo Kan is discovered by science journey 😂😂😂
@@satyashodhak123 to buddh ka konsa hai😂😂😂
@@madhuryadav-yh1jl वेद लिखने के लिए किस चीज का उपयोग किया गया था ?... 🤟☺️
@@Hostoftournaments बेवकूफ है तू।
So grateful to begin my new year with world's most scholarly channel. JAI BHEEM
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
SJ sir, आप सभी व्यक्तियों के लिए ज्ञानपूंज बन गए हो, इसी तरह आप सभी का ज्ञान वर्धक करते रहे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
और बिना आत्मा के पुनर्जन्म कैसे कोई समझाओ भई ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
@@goswamiyogeshwar2028 भई ये मानवता के नाम पे भ्रम और नफरत फैला रहा है बस ।
इनके प्रयास को पूरा सम्मान है लेकिन ये पूरा पक्षपाती है धर्म की अच्छी बाते नहीं बताता केवल गलत बताना है ।
@@goswamiyogeshwar2028 इसको डिबेट के लिए बोल ना
@ScienceJourney हैलो सरजी प्लीज मध्यस्थ दर्शन पर भी एक विडियो बनाओ हजारों साल बाद एक शुद्ध दर्शन आया है उसका क्या सच है ।
ये नागराज जी द्वारा प्रतिपादित है इसमें ईश्वर देवी देवता भगवान भूत - प्रेत पुनर्जन्म को अलग तरह से रखा है । प्लीज एक विडियो बनाओ 🙏
Expose - Jeevan vidhya Shivir and Madhyasth darshan Philosophy.
@@goswamiyogeshwar2028 Apne bulaye hue log hi rakhta Hoga Ye 😚
Thanks
Welcome
सर को आदरपूर्वक जय जिजाऊ, जय शिवराय 🚩🚩 नमो नमो बुद्धाय 🌹🌹
ॐ नमो मणिपद्मे हूं. 🌷🌷🌹🌹🚩🚩
सर आपका व्हिडिओ बुद्ध ज्ञानवर्धक था.
आपके व्हिडिओ से मुलनिवासी बहुजन बुद्धिष्ट लोगो को अपने बुद्ध संस्कृती की महान, विशाल एवं विश्वव्यापी विरासत की
पहचान मिलती है.
कृपया ऐसे ही ऐतिहासिक सत्य सबुतोके साथ व्हिडिओ बनाकर समाज एवं राष्ट्र को जागृत करते रहीये.
धन्यवाद सर
जय जोतिबा, जय भीम, जय संविधान, जय भारत 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Video me bahut hi achha vishay liya gaya hai usse bhi achha samjhya gaya hai isse bekti ko bahut kuchh sikhne ko milega_____( Jay science journey Jay bharat )_____🙏🙏
भिमाकोरेगाव लढा़ई
शौर्य दिन की मंगलमय शुभकामनाएं ।
500जांबाज शुरविरो को नमन ।
धन्यवाद sj sir....
भाई मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
किसके तरफ से लड़ रहे थे ओ पड़ा😂😂
काश नेपाल मे भी आप जैसे विद्वान् होते तो कितना ज्ञान मिलता हमारे लोगो को,आपका शुभ चिंतक बुद्ध जन्मभुमि लुम्बिनी नेपाल से...
नमो बुद्धाए SJ साहेब 🙏
हमारी जिम्मेदारी है की, इन विडियोज को नेपाल और भारत में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। ये बहुत ज्ञानवर्धक और सच्चाई से भरपूर है।
"नमो बुध्दाय, जय भिम"🙏
are bhai ye koi Gyani nahi ye kisi ajenda ke tahat kam kar rah h ye jandu journey granthon ka ulta pulta kahin bhi beech utha ke bina sandarbh ki tum logon thag rah h
आपने तो पूरी तरह से जीवन की दिशा, सोचने का ढंग एवं तार्किक बना दिया है ❤
Great work 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Sj sir 's epic line : itna hi nahi, rukhiye abhi mai subuto ki zhadi laga deta hu. 👌🙏🙏
,😆👌
सत्य का खजाना Scince Jurney.
काश आप मेरे स्कूल Life के time होते ।
Namo Budhaya, the best expose, thanks you.
Great Work SJ Sir 🙏 Waiting For Next Video____🙏🙏.....✨🔥
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
Excellent presentation ✨✨
Sir ji ek bat yebhi hai aj kal praivet midiya me apke bol apki bate logo ki juban pe sunai deti hai matalab khusi es bat ki hai ki log jag rahe hai bahot sare log live aa rahe hai
मेरे पढाई करते वक्त कही बार मैं यही सोचता था, लेकीन आपने इस को पृफ कर दिया डाऊट क्लिअर सर धन्यवाद 🙏🙏🙏
😂😂😂
Sushrut samhita is written in sanskrit
Which is older than birth of buddhha😂😂😂
मैं भी यही सोचा करता था।
Outstanding work 👌👌
Excellent. Analysis with proofs 🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹
At last truth is revealed. Thanks a lots.
Aapka, bht abhaar SJ itne acche research ke liye hamari aane ane wali peedhi ke liye.
Science Journey Sir....🙏🙏....🎯🎯....✨🔥
You are really doing a great work ,Sir.
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
दुनिया के किसी भी भाषा को कोई एक आदम नहीं बनाता। उसका क्रमिक विकास होता है।
Great information sir
सर में नेपाल से हे आपको एक साल से सुन रह हु बहुत ज्ञान मिलते हे ❤❤❤
Ma pani nepal bata ,
Shwayambhunath stupa ma harati mata banayera rakheko xa female bodhisatvalai,
Mene bhi research ki aur results bahut shocking the
The result: modi ji bhi Buddh bikhhu hai Kan kan me Buddha hi bhai
@@Hostoftournaments are modi nahi, yogi g haggumon h..nd night me flying krta h😬
आपको भारत की तरफ से प्यार ♥️🇮🇳
Ex Buddhist Movement Mai Hamara Sahyog Kare
Very Good Historical knowledge 👍👍👍
SJ Sir All Time Best Har Bar New Updates Hoti Hai 🔥👏👌👍🙏💐 Yese Hai Hame Sir Update Karte Rahe Sir
Bahut bahut sundar prastutikarn 👍👌👍👌👍💙🙏☸️☸️☸️☸️
Sir mujhe 2-3 साल से अनुभूति हो रही थी,
कि संस्कृत जैसी भाषा ब्राहमण जैसों रूढ़िवादी कर्मकांडी के बस का नहीं है. आज आपने कुछ सबूत भी दे दिया है.
Mene bhi research ki aur results bahut shocking the
The result: modi ji bhi Buddh bikhhu hai Kan kan me Buddha hi bhai
@@Hostoftournaments
@HYPER SARJI are modi nahi, yogi g haggumon h..nd night me flying krta h😬
@@kunalkumarchaurasiya3239 सीता से सेक्सी कोई न हुई🤣😆🤘💥
चल चौरसिया शुद्र पान लगा😍😆🤘
@@ex-hinduatheistdevsen184 Maha Maya Jada hot and sexy hoti hai, tab hi chuddh usse paida hota hai. Nhi to wo paida nhi hoga hutiye
Great work done to bring our sanskriti with the documentary evidances.
सटीक विश्लेषण 👌🙏
सत्य का खजाना है एसजेएल सर के पास जय साइंस 🙏💐
Very very fake story.
@@smitajoshi6640 मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
हाथीबाड़ा घोसुण्डी शिलालेख (या, घोसुंडी शिलालेख, या हाथीबाड़ा शिलालेख), राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के पास प्राप्त शिलालेख हैं जिनकी भाषा संस्कृत है और लिपि ब्राह्मी है। ये ब्राह्मी लिपि में, संस्कृत के प्राचीनतम शिलालेख हैं।इस शिलालेख को सर्वप्रथम डॉक्टर देवदत्त रामकृष्ण भांडारकर ने पढ़ा था। यह राजस्थान में वैष्णव या भागवत संप्रदाय से संबंधित सर्वाधिक प्राचीन अभिलेख है। इस अभिलेख से ज्ञात होता है कि उस समय तक राजस्थान में भागवत धर्म लोकप्रिय हो चुका था।
इसमें भागवत की पूजा के निमित्त शिला प्राकार बनाए जाने का वर्णन है। इसमें संकर्षण और वासुदेव के पूजागृह के चारों ओर पत्थर की चारदीवारी बनाने और गजवंश के सर्वतात द्वारा अश्वमेध यज्ञ करने का उल्लेख है।
दक्षिण भारत में सबसे पुराना संस्कृत शिलालेख आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिलेके चेब्रोलू गाँव में पाया गया है। स्थानीय भीमेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार और मरम्मत के दौरान यह शिलालेख प्राप्त हुआ था। इस शिलालेख में संस्कृत और ब्राह्मी वर्ण हैं, इसे सातवाहन वंश के राजा विजय द्वारा 207 ईसवी में जारी किया गया था।इस शिलालेख में एक मंदिर तथा मंडप के निर्माण के बारे में वर्णन किया गया है। इस अभिलेख में कार्तिक नामक व्यक्ति को ताम्ब्रापे नामक गाँव में, जो कि चेब्रोलू गाँव का प्राचीन नाम था, सप्तमातृका मंदिर के पास प्रासाद (मंदिर) व मंडप बनाने का आदेश दिया गया है।इस संस्कृत शिलालेख से पहले इक्ष्वाकु राजा एहवाल चंतामुला द्वारा चौथी सदी में जारी नागार्जुनकोंडा शिलालेखको दक्षिण भारत में सबसे पुराना संस्कृत शिलालेख माना जाता था।
रुद्रदामन का गिरनार शिलालेख उच्च कोटि के संस्कृत गद्य का स्वरूप प्रकट करता है जिसमें सुबन्धु, दण्डी और बाण की गद्यशैली का पूर्वरूप देखा जा सकता है। इसकी भाषा सरल और प्रवाहपूर्ण है। इसमें दीर्घ समासों का भी प्रयोग देखते बनता है। अलंकृत शैली, नादात्मकता इसकी अन्य विशेषताएँ है।यह १३०-से १५० ई॰ के मध्य लिखा गया था।
गपोडी लाल तुम इतने गपोडी हो की, सम्राट असोक के शीला लेख स्तंभा लेख को भी तुम्हारे ब्राह्मनोने भीम गदा बताकर पाली, प्राकृत भाषा को संस्कृत भाषा बताया था| ब्राह्मनोको लिपी, भाषा का भी ज्ञान नही था | अंग्रेज इतिहासकारने स्तंभ लेख, शीला लेख पढा और उन्होने पाली, भाषा उसमे लिखी गई हे | ऐसा बताया |
Thank you sir
U have cleared my biggest doubt
बहुत खुब sj sir.
नमो बुद्धाय🙏🙏🙏
Nice Sir 👍👍
शानदार अद्भुत विश्लेषण और जानकारीदी सर आपने इन विदेशी धूर्त ब्राह्मणों के बारे मे
भाई मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
नफ़रत वो भी करते है नफरत आप भी । वो ब्राहमण है आप बुद्ध के फालोअर
@@WeAreConsciousExplorerwoh बुद्ध bhagwan ne thodi na बनाई अपनी मूर्ति उनके जाने के बाद उनके शिश्य ने बनाई 1 बात बताओ जब भगवान का कोई आकार प्रकार नहीं है तो ना ही उस्की शुरुआत है ना ही उसका अनत है तो आप लोग भगवान की नकल कैसे कर सकते है मूर्ति बनाकर जब भगवान इतना महान है तो ये उसकी मूर्ति बनाकर पूजा करना उसका अपमान नहीं हुआ ...? क्योंकि उनका तो कोई आकार नहीं प्रकार हीं नहीं है
@@ggscriptinjectorespbgmi64b82 ऐसा नहीं है । आपने ईश्वर , भगवान और देवी देवता के कान्सेप्ट को समझा नहीं है ।
ईश्वर निराकार , सर्वव्यापी , असीम , अनादि है इसका न कोई आकार है न प्रकार इसको परंपरा में ब्रह्म कहा है , ये और कुछ नहीं सर्वव्यापी असीम शून्य खाली स्थान ही है , जिसकी महिमा उपनिषदों ने गाई है , जिसको विज्ञान द्वारा अन्ध उपेक्षित किया गया ।
दूसरा है भगवान - पूर्ण नित्य स्थिर अपरिणामी ईश्वर परमात्मा सत्य स्वरूप ज्ञान स्वरूप है , यह स्वयं क्रिया न होते हुए सम्पूर्ण जगत के क्रिया का आधार है ।
इस सर्वव्यापी ईश्वर और इसमें सम्पृक्त अनन्त ईकाइयों के सहअस्तित्व का अनुभव करने वाला और पूर्ण रूप से ज्ञान को व्यवस्था के रूप में प्रमाणित करने वाला व्यक्ति ही भगवान है ।
( आत्मज्ञानी ही भगवान है , जिसने तप और प्रकृति के अध्ययन पूर्वक समस्त भ्रम को नष्ट कर दिया पूर्ण निर्भ्रम पूर्ण दुःख मुक्त आत्मा ही भगवान है )
ईश्वर = निराकार ब्रह्म
भगवान = सर्वांग सुंदर , पूर्णता प्राप्त व्यक्ति , आदर्श आप्त पुरुष
देवी - देवता = जो पूर्ण नहीं है किंतु बोध सम्पन्न है , अनुभव शेष है ।
ये मुख्य अवधारणा है । इसके अतिरिक्त जितने भी मान्यताएं है सब लोक विकृतियां है |
ईश्वर की केवल योगी जन लक्ष्य मानते है , और असीम ब्रह्म का निरंतर चिन्तन अभ्यास कर आत्मज्ञान को प्राप्त होते है 😊
श्रध्दा और पूज्यता भगवान के प्रति समर्पित होती है ।
श्रध्दा की परिभाषा है = श्रेष्ठता की स्वीकृति सहित स्वयं में उस अनुरूप होने की स्वीकृति
पूज्यता = श्रेष्ठता की स्वीकृति सहित साध्य के अनुरूप होने में गति ।
मतलब जैसा पूर्ण व्यक्ति ( भगवान ) है उस अनुरूप होने की चेष्टा सहित प्रयास |
भगवान की प्रतिमा उनकी तस्वीर प्रतीक के रूप में रखी जाती है , जिसका प्रयोजन लगातार उनसे प्रेरणा पाना ही है ,
अंतिम लक्ष्य ज्ञान ही है अध्यात्म का ।
लोग नासमझी में अगरबत्ती घुमाकर पैसा मांगते है ये लोगो का भ्रम है जिसकी जैसी समझ वैसा आचरण करता ही है 😊
@@ggscriptinjectorespbgmi64b82 kya apne bodh ji ko dekha unka akar aap ko kse pta
✍️✍️✍️✍️📓📓📓📓 Brilliant & Excellent Work Sir.📓📓📓📓✍️✍️✍️✍️
Very nice informative video Thank you sir✍️✍️🙏🙏🙏
बहुत धन्यवाद आपका ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ
JAY SCIENCE JOURNEY 🔥🔥
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
@@WeAreConsciousExplorer bs suna hai na thoda research bhi kar lete
@@WeAreConsciousExplorer Hindu Sabd hi 11th century me Aaya Hai Dharm kaha se ho jaega us samay🤣🤣
जय मूलनिवासी। सत्य बताने के लिए साधुवाद।
मूल निवासी मतलब भाई ?
Ye it has a cicada as to.
Li dangers this yoga.
Mutranivashi?
Jai adivasi 🙏🙏
Thnq SJ sir, मैं पोपटलाल के बारे में quetions पूछने ही वाला था मगर आपने पहले से ही विडियो बना रखा हैं 🙏🙏🙏🙏jai भीम
Excellent explanation sir 👍 👏 👌 agreed 👍
Jai Bheem means Light..
Jai Bheem means Love..
Jai Bheem means Journey from Darkness to Light..
Jai Bheem means Tears of Billions of People!
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
काम तो तुम भी ब्राह्मणों वाला ही कर रहे हो
@@WeAreConsciousExplorer murti ko sirf addarsh ke rup me banaya jata hai buddism me naki pujne ke liye jese hindu log karte hai
Great salute sj azad ji apaki voice bohot achhi hain aesa lagata hain ki sunata hi rahe bhagavav budhh ki vishesh krupa hain aap par jaybhim bro namo budhhay 👌👍💯💯💯💯👌👍💐❣️💙🌹❣️💙
आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
क्या बात है सर जी वाह मजा ही आ गया
Dear SJ Sir you have explained in decent way & awakening people best wishes. Jai Bhim 🙏🙏
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
और महात्मा जी ने गृहस्थ त्याग कर संन्यास लिया ओर साधना किया तो संन्यास परंपरा तो सनातन धर्म की है जो उनके पहले से चला आ रहा है ?
Sir se poocha CHANDDAGUPTA MAUYYA PATLIPUTTA KE SHASHAK THE KYA😂😂😂😂😂
Sanskruit. Bhasha ke pahile se prakrui bhasha hai.
Science journey ne bataya aur dikhaya aur usaka sabit kiya hai
Wohi sachcha hai
S j ka ham dhanyawad.
Jaibhim.
@@jayprakashbagde8261 abe uganda ke jungle se bhage huye jahil tu baba saheb ki book hi padh le🙄🙄🙄🙄
"Bogaj Koi" abhilekh kitna purana hai, kis dharm ke baare me hai, kis bhasa me hai, kaha par hai? Ye bata
सर यह व्हिडीओ देखकर दिमाग सुन्न रह गया. क्योकी इस देश मे जो कुछ भी है. वो सब बौद्ध लोगो का है. बाकी सब कुंडली मारकर बैठे है. सर आप का हर एक व्हिडीओ एक प्राचीन अनमोल ज्ञान है. सर आप जिओ हजारो साल और इस देश को बाबासाहेब आंबेडकर जी का बौद्धमय बनाने का अधुरा सपना है. वो पुरा करो. सर आप से एक बहोत बडी उम्मीद जाग उठी है. के बाबासाहब के बाद आप हि वो ज्ञानी है. जिसकी इस बुद्धिस्ट भारत को जरुरत है.
जय भीम. नमो बुध्दाय.जय संविधान.
@@scientism4125 Right sir
😅😅😅😅
२०५ वि शौर्य दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
Nice work nice research and analysis and study. Keep it sir.
True Sir . Great Respect to your Immense Knowledge
Namo Budhaya ,Sir dil se julle (namaskar),aapne indian history ko dekhne ka nazariya hee badal diya h.Appke es mahan kaam ko sadhuvaad.
Vijay bodh from spiti valley Himachal Pradesh.
Very informative and very interesting
Good job sir 🙏🙏🙏🙏🙏
Wow! Perfect analysis with proof 👍👍
जय भिम 🙏 जय भारत 🇮🇳 जय मानवता 😊
SJ Sir और
सभी साथियों को भी!
साइंस जर्नी द्वारा किया गया रिसर्च काबिलेतारीफ है.
प्रयास जारी रहना चाहिए.
Most Well come ji
🎉 sir ap ideal ban gye ho mere liye 😮
Apko sun ke padhne ki iksha badh jati hai🙏
बहोत अच्छी जानकारी देने लिए बहोत बहोत धन्यवाद सर, नमो बुध्दाय जय भिम।
Best lecture sir
पोस्टमोर्टम चलती रहे, विसरा जांच करते रहे !फॉरेंसिक रिपोर्ट तैयार करते रहें 👍
Ghajputo thoda toh dimag lagao🤣
@@RelaxingAmbiencesound928 Videshi brahmano jhola uathakar chalate bano 😂😂
Science journey sir Jay Bheem, Namo Buddhay. Aapko pranam hai ki sacha gyan logotak dene ke liye jo prayason aur padhai karte hai, atulneey hai. 🙏🙏
You are the inspiration for Bahujan 🙏
Bhut shandar sir,Mera bhut bda confusion door ho gya.....
Very nice information really great
नमो बुद्धाय 🙏
So nicely explained about the truth. Very informative and educating.
Thank you
Indebted
Mangal ho 💐🙏
Very good information sir🙏
Nice video sir thanks a lot to providing this video
सच्ची और अच्छी जानकारी मिल रही है।धन्यवाद।
Excellent Research & Presentation ! Keep it up.
Thank you so much sir 👍👍👍
साइंस जर्नी सर और सभी दर्शकों को जय भीम नमो बुद्धाय जय विज्ञान जय संविधान
मैने सुना है बुद्ध देव ने अंधविश्वास मूर्ति पूजा मंदिरो का विरोध किया था? अगर ये सत्य है तो उनकी इतनी मूर्तिया क्यो क्यो इतना कर्मकाण्ड ?
अगर उन्होने इसका विरोध किया तो एक बात साफ है कि उनसे पहले कोई धर्म रहा होगा जो ये सब करता होगा ? ज्यादातर संभावना है कि वो हिंदू धर्म हो अगर हिंदू धर्म होगा तो मंत्र भी होंगे बिना मंत्र के पूजा नहीं होता मंत्र रहे होंगे तो संस्कृत में ही रहे होगें ?
क्या मेरा ऐसा सोचना ठीक है ? आपकी राय
Jai ho Science journey evergreen Channel ko chir swagat from Odisha 🙏🙏💥
Jay bhim namo budhdhay sirji ap ka kam hame baba saheb ki yad dilate hai bahut sare pprasn daud ke hal ap se hi Claire hote hai
SJ Sir you are doing very good job for the awareness to the Trampled communities .
JAY BHIM SJ SIR 🙏🙏
SJ sir, thank you very much for the illustrative video on Sanskrit.
Very informative. And rational video.
Hamara ateet channel aur science journey Channel..great channel ❤
Great 👍 मजा आ गया साइंस जर्नी सर ये ब्राह्मण कब तक बच्चों को झूठा इतिहास पढ़ाते रहेंगे एकदम नई जानकारी इस वीडियो में वह भी पूरे सबूत के साथ 👌
जय भीम नमो बुद्धाय 💐
Brahmin Hinduon ko bhi ye channel dekhna chahiye aur scientific analysis ke aadhaar par apne vichar banane chahiye.
Itihas 2 prakar ka hota hai...
1. Ek jo hum jaante hain ya Janna chahte hain.
2. Dusra wo jo sach hai.😊🙏
Great job SJ sir 👌🙏
Very informative video...
Happy New year 🎉
Bahut Achha Video SJ Sir🙏
Vahut Sundar presentation
Great work 🙏🌷
आप हमारे प्रेरणा स्रोत हैं सर बहुत ही लाजवाब सर जय भीम सर 🎉🎉💐💐
आपके विडीयो का मैं बहुत बड़ा फैन हूं मुंबई महाराष्ट्र से
What a great video SJ sir 💖👌👍
Bahut badhiya jankariya hai 🌹👍