सूर्य आग का गोला है पृथ्वी से हजारों गुना बड़ा है तथा पृथ्वी से 15 करोड किलोमीटर दूर है I अति उत्तम प्रकार से कल्पनात्मक सृजन किया गया है I उस समय विश्वास का कारण अशिक्षा का प्रभाव सत्य शोध का ना होना तथा अंधविश्वास रहा I बहुत अच्छा विश्लेषण गुरु जी को शत शत नमन I जागो मूलनिवासी , जागो जय हिंद जय भारत I
👍👍👍👍👍👍👍❤❤❤❤❤❤
जय भीम ✍️🇮🇳🙏
Jai bhim sir aap ki katha suntahoon aur yatha sambhav sunata bhi hoon bahut aanand milta hai aap ko sadar Jai bhim jai sambidhan
ह्रदय से आभार , शुभप्रभात जय भीम जय भारत SITA RAM JI !
वा महाराज, आज सच्चाई का पता चला।आपकि कहानी सुनाना मुझे अच्छा लगता है
ये कहानियां मुझे अच्छी जानकारी देती है
ह्रदय से आभार !
Good sir
Thanks !
Bahut badhiya Jay bhim namo buddhay Jay hind jay bharat Jay jawan jay kisan jay sambidhan
Thanks jai Bhim ! Jai Bharat !!
जूते मारने का कार्य किया सूर्य भगवान ने शुरू किया अच्छी खोज थी धन्य हो सूर्य नमस्कार
Thanks
😁😁बढ़िया।👍👍
Thanks
Jai Ho 👏
Thanks
सूर्य आग का गोला है पृथ्वी से हजारों गुना बड़ा है तथा पृथ्वी से 15 करोड किलोमीटर दूर है I अति उत्तम प्रकार से कल्पनात्मक सृजन किया गया है I उस समय विश्वास का कारण अशिक्षा का प्रभाव सत्य शोध का ना होना तथा अंधविश्वास रहा I बहुत अच्छा विश्लेषण गुरु जी को शत शत नमन I जागो मूलनिवासी , जागो जय हिंद जय भारत I
ह्रदय से आभार , नमस्कार जनाब rk yd Ji !
Very interesting story of जमदग्रि. Buddha used to be barefoot hopefully
Apke gyan ke liye naman pl aurte bahut pakhand kertii hai enhe samjhye
OK thanks
ब्राम्हणसे दूर रहो, सुख पाओ.
जिंदा जा नही सकता मरा हुआ बता नही सकता
आज मालूम चला कि छाता और जूते का आविष्कार सूर्य भगवान ने किया है।
सनातन धर्म का मुख्य ग्रंथ वेद्द है इस धर्म के अनुसार कोई भगवान नही है
सूर्य कौन सा जूता और छाता अपनाते थे,
जो उनके ताप से जलते नही थे।शायद हिट प्रूफ रहा होगा।
जूते छाते सर्वप्रथम ब्राह्मणों को दान देने सूर्य भगवान की फैक्ट्री में ही बने थे जिन्हें लेकर वे ब्राह्मण जमदग्नि को देने प्रथ्वी पर आये थे : शुक्रिया
Pandit dharam ke Nam apna dhandha chalta h, turant band karna chahiye
Right, thanks