सर मै नेपाली हुँ और बुद्ध धम्मके उपासिका भी । मै एक सरकारी अध्यापिका भी हुँ । आप ने २८ बुद्धों का सिलसिलेवार ढंग से ऐतिहासिक जानकारी दिया जिस से मुझे बहुत खुशी मिली ।आप को नेपाल से बहुत बहुत साधुवाद !!! नमो बुद्धाय ! जय भीम !!
धन्यवाद आपको महोदय जी। बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने। सभी 28 बुद्धों के पवित्र चरणों में अपना शीश झुकाकर सादर नमन करता हूं और करोड़ों करोड़ प्रणाम करता हूं। जय भीम जय मूलनिवासी।
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राजीव पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, साइंस जर्नी और आपने इतिहास को शीर्षासन करवा दिया है। सर , प्लीज पुस्तक लेखन में भी आइए ताकि एक समृद्ध इतिहास फर्जी इतिहास को टक्कर दे सके।
वास्तविक इतिहास की खोज आज के बहुत से विद्वान नए सिरे से कर रहे हैं,,आपको इन इतिहासकारों की एक संसद बुलाकर एक ग्रंथ तैयार करना चाहिए। आपकी रिसर्च सराहनीय है
बहुत बढ़िया वीडियो है सर.| चीज़ों को तथ्यों के साथ देखने का मजा ही कुछ और है , वरना तो अंधगाथा तो सब गा देते हैं. हमें अपने सच्चे इतिहास से अवगत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
🎉🎉🎉आपने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है।आपने जो लोगों को सही इतिहास और प्रमाण की जानकारी दी है वह प्रशंसनीय है ।आपके इस कठिन प्रयास के लिए हम आपको साधुवाद देते हैं।और आशा करते है कि आप भाविस्य में भी इसी तरह से सत्य को उजागर करते रहेंगे। सप्त बुध के बारे में सुन कर मेरे दिमाग में सप्त ऋषि आ गए मुझे लगता है कि सप्त बुद्धों को सप्त ऋषि में परिवर्तित कर दिया गया होगा। गौतम बुद्ध से पहले का सारा इतिहास चुरा कर ब्राह्मणी करण कर दिया और इससे भी काम नहीं चला तो बुद्ध को भी विष्णु का अवतार बना दिया। . सर कृपया मैत्रेय बुद्ध के बारे में बताओ जिसे कल्कि अवतार की तरह ही भविष्य में आने वाला बताया है।
मै ब्राह्मण धर्म के बहुत सा पुस्तक पढा । कुछ दिनों के बाद दश दिवसीय बौद्ध प्रशिक्षण शिविर मे भाग लिया तो मै आजीवन बौद्ध धम्म दर्शन के अनुयायी बन गया । नमो बुद्धाय ! जय भीम !!
मेरी सभी दर्शकों से प्रार्थना है कि सब लोग केवल बुद्ध की शिक्षा के practical बातों को महत्व दें और सैद्धांतिक या theoretical बातों को अलग रखें क्योंकि सैद्धांतिक पक्ष में अलग अलग स्थानों पर काफ़ी भिन्नता मिलती है. सभी लोग विपश्यना का अभ्यास करें और बुद्ध की मूलभूत शिक्षा को समझें.
संस्कृत भाषा से पाली, पाकित भाषा संस्कृत भाषा से बहुत ज्यादा पूरानी है। यह मैंने भी 2016 में जाना। पाणिनि छठी सातवीं सदी ईस्वी में हुआ जो कि एक बौद्ध भिक्षु था। पालि, प्राकृत भाषा का संस्कार करके बौद्ध भिक्षुओं द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय में बनाई गई जिसे बुद्धिष्ट हाइब्रिड संस्कृत कहते हैं और नौवीं सदी ईस्वी के बाद आज वाली संस्कृत भाषा बनी है।
*🙏🏻 सर जी नमस्कार ...🙏🏻" जय ~ भीम " 🙏🏻 " नमो ~ बुद्धाय "🙏🏻 ...आयुष्मान साहेब जी ..." 28 " ~ " बुद्धों " - का - इतिहास " आप जैसे कुछ गीनें - चूनें लोग हैं जो जानकारी रखतें हैं ..."🙏🏻* *🙏🏻 आपने हम सभी कों ..." बुद्धों - कें - इतिहास " की " बिल्कुल सही " बात बताकर हम सभी पर बड़ा उपकार किया है ... साधुवाद ...के साथ - साथ ...हम सभी आप का धन्यवाद करते हैं ...शुक्रिया ...आभार ...अभिनंदन ...🙏🏻* *🙏🏻 सर जी ...आप जैसे " ज्ञानी - पुरुष " ही हमारे ईस " इतिहास " को " शाब्दिक - रूप " में फिर एक बार " जिवंत " कर सकते है ...और यह ज़रूरी ही नहीं वल्कि अनिवार्य भी है ...ता कि हमारे देश के सभी लोग हमारे " सच्चे - इतिहास " को " शाब्दिक - अर्थ " में ..." शाब्दिक - रुप " में जान सकें ...🙏🏻* *🙏🏻 दिनेश भाई जेसा भाई सोलंकी एवं हमारे समस्त सोलंकी परिवार ~💧" राजकोट "💧 " गुजरात " 🇳🇪 " भारत " 🇳🇪 कें सभी सदस्यों की ओर से ...🙏🏻* *🙏🏻" जय ~ भीम "🙏🏻* *🙏🏻" नमो ~ बुद्धाय "🙏🏻*
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बहुत सुंदर वाक्यात्मक विवरण दिया है आपने धन्यवाद सर,कृपया हमारी संस्कृति मुस्लिम अक्रमणकारियो और यहां रह रहे स्वार्थी लोगों के कारण कैसे बदली गई इसपर एक विस्तृत वीडियो बनाएं।आदिसंकराचार्य पर भी एक वीडियो बनाए धन्यवाद 🙏
गौतम बुद्ध के इतिहास का साक्ष्य प्राप्त होता है क्या इन्ही सभी बौद्धों का भी कोई साक्ष्य प्राप्त हुआ है । जैसे अभिलेख या कोई स्तूप । आपकी जानकारी अद्भुत है ।
आपको बहुत बहुत धन्यवाद महोदय जी जो आपने 28 बुध्द का प्राचीन गर्न्थो से अध्ययन कर प्रामाणिक जानकारी दी है और हमारे अंधकार को मिटा दिया ।निवेदन है कि इसीतरह के वीडियो बनाकर हमारा ज्ञानार्जन कर प्रामाणिक जानकारी देवे।
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धम्म प्रिय, बिनम्रता के साथ जानकारी चाहता हूँ कि क्या सभी बुद्ध का जन्म भारत देश मे हुआ था और सभी बुद्ध राजा-रानी से पैदा हुए थे और सभी के एक-एक पुत्र थे ।
बुद्धत्व की प्राप्ति का अर्थ है कि ज्ञान का प्रत्यक्ष अनुभव कर लेना. यहां ज्ञान का अर्थ है संसार की क्षणभंगुरता और अनित्यता का अपने शरीर के स्तर पर अनुभव तथा उस अनुभव के द्वारा निरंतर सजगता और समता का विकास करना.
Aur Vipassya se hi Tapasya shabd bana hai baad me sir.... You are doing great sir.....!!!! Awesome....for showing real unrevealed actual ancient Indian history which is as ancient and untalkable by any historian and which even our ancestors had left the world without knowing it.....Thanku....!!!!
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गौतम बुद्ध से बहुत पहले से यहाँ के मूल निवासी आदिवासी रहते थे जो प्रकृति की पूजा करते थे जिसमें पेड़ धरती और अपने पूर्वजों की पूजा करते थे । सबसे पहले इस द्वीप को कोयामूरी द्वीप कहा जाता था इस लिए यहाँ के आदिवासी अपने आपको कोया से संबोधित करते थे और आज भी करते हैं फिर यहाँ गड़ गण्ड/समुदाय व्यवस्था का उत्पन हुई तब इस द्वीप को गोण्डवाना द्वीप कहा जाने लगा और यहाँ के निवासी समुदायों में विभक्त हुए जो व्यवसाय परक था जिस व्यवसाय में जो लोग पारंगत हुए ओ उस समुदाय से जाना जाने लगा किन्तु कोई भेद नहीं था इसी दौर में गोड़ंवाना द्वीप के विशाल भू भाग का बड़ा हिस्सा समुद्र में समा गया जो वर्तमान में गुजरात तट का क्षेत्र था यह क्षेत्र में समा जाने से यहाँ के गोड़वाना निवासी/ गोड़ शेष भारत में विस्थापित हो गये । और इसके बाद ही भारत में गौतम बुद्ध महावीर स्वामी जी जैसे महापुरुषों का जन्म हुए । जो इस गोड़वाना लैण्ड के निवासी थे । फिर जो लोग गौतम बुद्ध, महावीर स्वामी जी के प्रभाव में आये ओ सभी उनके अनुयायी हुए । तथा शेष लोग अपने मूल रूप गण्ड /व्यवस्था में रहे फिर यहाँ आर्यों का आगमन हुआ जो यहाँ के शेष बचे गण्ड समुदाय के लोगों में मिल कर जाती व्यवस्था बनाए
पुष्यमित्र शुंग के बाद पालि भाषा मे धीरे धीरे घालमेल आरम्भ हो चुका था जोकि छठी सातवी शताब्दी मे पाली का पूर्ण संस्कार हो गया था तभी से अनगिनत ब्राह्मण गृन्थों की रचनाएं होती रही और मुगल शासन के पतन तक होती रही । नमो बुद्धाय , जय संविधान, जय विज्ञान ।
सुप्रभात बहुत-बहुत धन्यवाद जी आपने जो इतिहास बताया बहुत अच्छा हकीकत फील हो रहा है और यदि हमारे समाज के वह भी सी खास करके और sc-st के पढ़े-लिखे प्रबुद्ध लोग और नेता लोग इस बात को समस्त करते अगर काम करना शुरू करें तो इससे कपोल कल्पित अंधविश्वासों से दूर किया जा किया जा सकता है बहुजन समाज को जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत जय संविधान जय लोकतंत्र
.सर प्रमाण, बहुत अच्छी जानकारी दी 👍 मेरा प्रश्न है बौद्ध धम्म की सबसे प्राचीन पाण्डुलिपि कौन सी है ?जिसकी वैज्ञानिक आधार पर जांच भी कर ली गयी है और बह आजकल किस म्युजियम मे रखी है ?🙏
Bahut gumrah Kiya hai Pakhandi/Dalal/Videshi/Gaddar Historians or Dharma ke Dukandaro ne 🔥😎 Ab Aap jaise logo ke karan Bharat ke log apna original History or Dharma janane lage hai 🙏
सही कहा है आपने वाटसप नौटंकीयूनीवर सिटी के लोग तो जानबुझकर जुट बोलते हैं ओर सामने भी बुध्द ग्रंथसे जाना है 28 बुध्द के नाम ओर उनकी वन्दना भी रोज लेती हूं धन्यवाद जयभीम नमो बुध्दाय सर आपने बहोत सही विडीयो बनाया ओर सामको सही जानकारी दी
प्रिय सर वो जो आपने पिक्चर दिखाइए उसमें आप ने बताया कि वह जैन तीर्थंकरों की तुम मैं आपसे एक बात बोलना चाहता हूं आप मुझे भगवान बुद्ध की ऐसी कोई भी मूर्ति दिखा दीजिए जिसमें ऐसी मुद्रा में भगवान बुद्ध बैठे हो एक भी समझे
Dear WhatsApp University student...जो मूर्तियां मैंने इस वीडियो में दिखाईं हैं, वह बुध मूर्तियां हैं । उन मूर्तियों के नीचे प्राकृत भाषा में नाम लिखे हैं । इसीलिए कहता हूं कि अंधभक्ति ज्यादा अच्छी नहीं होती है । व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी को छोड़ो और पढ़ाई करो ।
सर मै नेपाली हुँ और बुद्ध धम्मके उपासिका भी । मै एक सरकारी अध्यापिका भी हुँ । आप ने २८ बुद्धों का सिलसिलेवार ढंग से ऐतिहासिक जानकारी दिया जिस से मुझे बहुत खुशी मिली ।आप को नेपाल से बहुत बहुत साधुवाद !!!
नमो बुद्धाय ! जय भीम !!
मैंने आज ही बुद्ध धम्म स्वीकार किया है।
बुद्ध ही सत्य है नमो सम्यक सम्बुद्ध🙏🙏🙏
धन्यवाद आपको महोदय जी। बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने। सभी 28 बुद्धों के पवित्र चरणों में अपना शीश झुकाकर सादर नमन करता हूं और करोड़ों करोड़ प्रणाम करता हूं। जय भीम जय मूलनिवासी।
🙏
मैंने भी बौद्ध धर्म 2022 में अपना लिया है।
इतना सही इतिहास बताने के लिए मैं आपका आभारी हूं सर
इतिहास का पुनः लेखन आवश्यक है,
और इसके लिए आप जैसे निष्पक्ष विद्वानों को आगे आना चाहिए, 🙏🙏🙏
बुद्ध ही बुद्ध है ....हर जगह हर समय वो सिद्ध है !!!! नमो बुद्धाय
जो गंदगी का कचरा था दिमाग में आज वह पूरा दुर हो गया भाई आपकी वजह से🙏🙏🙏👍🇮🇳🇮🇳
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राजीव पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, साइंस जर्नी और आपने इतिहास को शीर्षासन करवा दिया है।
सर , प्लीज पुस्तक लेखन में भी आइए ताकि एक समृद्ध इतिहास फर्जी इतिहास को टक्कर दे सके।
वास्तविक इतिहास की खोज आज के बहुत से विद्वान नए सिरे से कर रहे हैं,,आपको इन इतिहासकारों की एक संसद बुलाकर एक ग्रंथ तैयार करना चाहिए। आपकी रिसर्च सराहनीय है
बहुत बढ़िया वीडियो है सर.| चीज़ों को तथ्यों के साथ देखने का मजा ही कुछ और है , वरना तो अंधगाथा तो सब गा देते हैं. हमें अपने सच्चे इतिहास से अवगत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
🎉🎉🎉आपने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है।आपने जो लोगों को सही इतिहास और प्रमाण की जानकारी दी है वह प्रशंसनीय है ।आपके इस कठिन प्रयास के लिए हम आपको साधुवाद देते हैं।और आशा करते है कि आप भाविस्य में भी इसी तरह से सत्य को उजागर करते रहेंगे।
सप्त बुध के बारे में सुन कर मेरे दिमाग में सप्त ऋषि आ गए
मुझे लगता है कि सप्त बुद्धों को सप्त ऋषि में परिवर्तित कर दिया गया होगा।
गौतम बुद्ध से पहले का सारा इतिहास चुरा कर ब्राह्मणी करण कर दिया और इससे भी काम नहीं चला तो बुद्ध को भी विष्णु का अवतार बना दिया।
.
सर कृपया मैत्रेय बुद्ध के बारे में बताओ जिसे कल्कि अवतार की तरह ही
भविष्य में आने वाला बताया है।
मै ब्राह्मण धर्म के बहुत सा पुस्तक पढा । कुछ दिनों के बाद दश दिवसीय बौद्ध प्रशिक्षण शिविर मे भाग लिया तो मै आजीवन बौद्ध धम्म दर्शन के अनुयायी बन गया ।
नमो बुद्धाय ! जय भीम !!
मेरी सभी दर्शकों से प्रार्थना है कि सब लोग केवल बुद्ध की शिक्षा के practical बातों को महत्व दें और सैद्धांतिक या theoretical बातों को अलग रखें क्योंकि सैद्धांतिक पक्ष में अलग अलग स्थानों पर काफ़ी भिन्नता मिलती है.
सभी लोग विपश्यना का अभ्यास करें और बुद्ध की मूलभूत शिक्षा को समझें.
बुध्द ही बुध्द है....नमो बुद्धाय नमो धम्माय नमो संघाय
संस्कृत भाषा से पाली, पाकित भाषा संस्कृत भाषा से बहुत ज्यादा पूरानी है। यह मैंने भी 2016 में जाना। पाणिनि छठी सातवीं सदी ईस्वी में हुआ जो कि एक बौद्ध भिक्षु था। पालि, प्राकृत भाषा का संस्कार करके बौद्ध भिक्षुओं द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय में बनाई गई जिसे बुद्धिष्ट हाइब्रिड संस्कृत कहते हैं और नौवीं सदी ईस्वी के बाद आज वाली संस्कृत भाषा बनी है।
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बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए धन्यवाद 🙏
सर जी.. आज से पहले एसा वीडियो न देखा, न सुना, ना ही किसीने कहा.. आपके अगले वीडियो का इंतजार रहेगा... That's good very important information.. Thank you 🙏🙏🙏
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ऐसी ही महत्वपूर्ण Information के लिए ह्रदय से आभारी हूँ अपने परिवार के साथ!
First Comment !
महत्वपूर्ण जानकारी के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद । नमो बुद्धाय 🙏🏻
आप जैसे विद्वान विद्वान की धर्म को जरुरत है नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
बहुत सुंदर वाक्यात्मक विवरण दिया है आपने धन्यवाद सर,कृपया हमारी संस्कृति मुस्लिम अक्रमणकारियो और यहां रह रहे स्वार्थी लोगों के कारण कैसे बदली गई इसपर एक विस्तृत वीडियो बनाएं।आदिसंकराचार्य पर भी एक वीडियो बनाए धन्यवाद 🙏
I'm Hindu but I believe in Buddha's Teaching and I'll change my religion to budhism
कोटि कोटि नमन है सर जी आप जी को ओर आप अति उत्तम जानकारी को नमो बौद्ध जै भीम जै भारत जै संविधान मनोज कुमार लुधियाना पंजाब ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Very nice.keep it up.28 बुद्धों कि परंपरा के बाद ही जैनों कि 24 तिर्थंकरों की परंपरा शुरु हुई
बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए धन्यवाद नमो बुद्धाय
गौतम बुद्ध के इतिहास का साक्ष्य प्राप्त होता है क्या इन्ही सभी बौद्धों का भी कोई साक्ष्य प्राप्त हुआ है । जैसे अभिलेख या कोई स्तूप । आपकी जानकारी अद्भुत है ।
सर जी आपने बहुत अच्छा समझाया और हमारा ज्ञानवर्धन किया । आप साथ ही साथ इनके जन्म का समय (काल ) भी बता देते तो बहुत अच्छा होता 🙏🏻
आपको बहुत बहुत धन्यवाद महोदय जी जो आपने 28 बुध्द का प्राचीन गर्न्थो से अध्ययन कर प्रामाणिक जानकारी दी है और हमारे अंधकार को मिटा दिया ।निवेदन है कि इसीतरह के वीडियो बनाकर हमारा ज्ञानार्जन कर प्रामाणिक जानकारी देवे।
*🙏🏻 सर जी नमस्कार ...🙏🏻" जय ~ भीम " 🙏🏻 " नमो ~ बुद्धाय "🙏🏻 ...आयुष्मान साहेब जी ..." 28 " ~ " बुद्धों " - का - इतिहास " आप जैसे कुछ गीनें - चूनें लोग हैं जो जानकारी रखतें हैं ..."🙏🏻*
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इतिहास की जानकारी देने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
धम्म प्रिय, बिनम्रता के साथ जानकारी चाहता हूँ कि क्या सभी बुद्ध का जन्म भारत देश मे हुआ था और सभी बुद्ध राजा-रानी से पैदा हुए थे और सभी के एक-एक पुत्र थे ।
पाली भाषा को परिष्कृत करके जो भाषा बनी थी वो संस्कृत कहलाई ।यह मुझे स्कूल में संस्कृत के शिक्षक ने बताया था।
बुद्धत्व की प्राप्ति का अर्थ है कि ज्ञान का प्रत्यक्ष अनुभव कर लेना. यहां ज्ञान का अर्थ है संसार की क्षणभंगुरता और अनित्यता का अपने शरीर के स्तर पर अनुभव तथा उस अनुभव के द्वारा निरंतर सजगता और समता का विकास करना.
बहुत बहुत अच्छा जानकारी आप ने दिया साधुबाद, किन्तु काल क्या था, सभी बुद्ध भारत में हुए, जन्म स्थानों के आधुनिक नाम क्या है आदि आदि
प्रथम धन्यवाद....
इतनी सही जानकारी ....
वास्तविक भारत ( जंम्बुव्दिप)..
Your knowledge and way to explore history by pure consciousness is just Amezing. ❤
નમો બુદ્ધાય
જય ભીમ જય ભારત જય સંવિધાન સત્ય મેવ જયતે હર હર નમો નમઃ બુદ્વાય
Last month's I accept Buddhism ❤❤❤
बहुत अच्छा काम कर रहे हो सर काशी कुशवाहा का इतिहास भी बताइए बहुत मेहरबानी होगी जय विज्ञान जय संविधान जय जवान जय किसान मेरा भारत महान
बहोत ही अच्छी ऐतिहासिक महत्व पुर्ण जानकारी दी है सर आप ने 🙏🇮🇳🌼 नमो बुद्धाय 🙏🌼
🙏
28 बौद्धों से आपने परिचित कराया। लेकिन इनका समय काल आपने नही बताया।
TR Ahirwar
Congratulations for bringing true history of BHARAT I regularly see this channel 🌹🌹🌹🌹
हिंदु कोई धर्म नही है मुगलो का दिया हुआ शब्द है सम्पुर्ण भारतीयो के लिये समुहवाचक
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अन्धभगतों की तकलीफ बढ़ जाएगी 😄
अति सुन्दर अति उत्तम
ज्ञान दर्पण।
इजिप्त मे तक बुध्द के साबुत मिले हैं... भारतभूमी बुध्द भूमी..
ll नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स ll
नमो बुद्धाय बुद्ध ज्ञान का इतिहास आपने अच्छे से समझाया है🙏🙏🙏
Sir, from my childhood ( from bengal) ,I have heard that Pipal Tree is very sacred even it should not be burnt as fuel.
कण कण में बुद्ध है।
नमो बुद्धाय ❤🙏🙏🙏🌹🌹🌹
बहुत ही ज्ञानवर्धक वीडियो है..
सभी २८ बुद्ध का जन्म दिवस वर्ष सहित उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
सारी बातें मान लेते हैं!इसे तर्क की कसौटी पर कसा जा सकता है। लेकिन उनके पूजा की बात गले नही उतरती।गोतम बुध ने तो किसी को भी पूजा की मनाही की है।
नमो बुद्धाय नमो नमो 🙏🙏
हमें तो अपना तीन पीढ़ी का ही नाम मालूम उसके पीछे का तो मालूमात है इतनी अच्छी जागरूकता फैलाने के लिए आपको तहे दिल से नमस्कार
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🙏
मुझे बहोत खुषी हुई 28 बुधोकी जानकारीपाकर साधु साधु साधु
संभवतः बौद्ध धर्म के मूल विचार सिंधु घाटी सभ्यता से आए थे।
नमो बुद्धाय, जय भीम, जय मुलनिवासी
गौतम बुद्ध से बहुत पहले से यहाँ के मूल निवासी आदिवासी रहते थे जो प्रकृति की पूजा करते थे जिसमें पेड़ धरती और अपने पूर्वजों की पूजा करते थे । सबसे पहले इस द्वीप को कोयामूरी द्वीप कहा जाता था इस लिए यहाँ के आदिवासी अपने आपको कोया से संबोधित करते थे और आज भी करते हैं फिर यहाँ गड़ गण्ड/समुदाय व्यवस्था का उत्पन हुई तब इस द्वीप को गोण्डवाना द्वीप कहा जाने लगा और यहाँ के निवासी समुदायों में विभक्त हुए जो व्यवसाय परक था जिस व्यवसाय में जो लोग पारंगत हुए ओ उस समुदाय से जाना जाने लगा किन्तु कोई भेद नहीं था इसी दौर में गोड़ंवाना द्वीप के विशाल भू भाग का बड़ा हिस्सा समुद्र में समा गया जो वर्तमान में गुजरात तट का क्षेत्र था यह क्षेत्र में समा जाने से यहाँ के गोड़वाना निवासी/ गोड़ शेष भारत में विस्थापित हो गये । और इसके बाद ही भारत में गौतम बुद्ध महावीर स्वामी जी जैसे महापुरुषों का जन्म हुए । जो इस गोड़वाना लैण्ड के निवासी थे । फिर जो लोग गौतम बुद्ध, महावीर स्वामी जी के प्रभाव में आये ओ सभी उनके अनुयायी हुए । तथा शेष लोग अपने मूल रूप गण्ड /व्यवस्था में रहे फिर यहाँ आर्यों का आगमन हुआ जो यहाँ के शेष बचे गण्ड समुदाय के लोगों में मिल कर जाती व्यवस्था बनाए
कृपया बौद्धों आदि के जन्म स्थान के साथ उनके जन्म का काल (अर्थात वर्ष या संवत ) का भी उल्लेख कर दिया करें तो हमें अधिक ज्ञान प्राप्त होगा !
बहुत बढ़िया वेशकिमती ज्ञान दिया है सर 33 कोटि धन्यवाद आपको 👍🤟🌍🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Mere kayi sawalo ke jawab mil gaye apke is video se apka bahut bahut abhar🙏 Namo Buddhay😊
पीपल का पेड़ चौबीसों घंटे वायुमंडल में oxygen का संचार करता है और सभी प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर है.
सुंदर अती सुन्दर
सप्रेम जयभिम नमोबुद्धाय सबका मंगल हो
बहोतहि सटिक ज्ञान से आज मै रुबरू हो गया
सरजी आपका बहोतहि सादुवाद
सभी बुद्ध ध्यान में पेड़ के नीचे बैठकर 🎄🎄🎄🌴 की वास्तविक बुद्धिमत्ता का अनुभव कर रहे हैं।
जय मुलनिवासी सोये हुए जागो आप का धन्यवाद
Sir aapne message nahi dekha Mera Jai prakash name se hai ajj bhi hii Kara raha hu
में देखता हूं अभी ।
Sir aapka jitna dhanyawad kru utna kam h .. ❤❤❤❤
🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी🌹🙏
पुष्यमित्र शुंग के बाद पालि भाषा मे धीरे धीरे घालमेल आरम्भ हो चुका था जोकि छठी सातवी शताब्दी मे पाली का पूर्ण संस्कार हो गया था तभी से अनगिनत ब्राह्मण गृन्थों की रचनाएं होती रही और मुगल शासन के पतन तक होती रही । नमो बुद्धाय , जय संविधान, जय विज्ञान ।
सुप्रभात बहुत-बहुत धन्यवाद जी आपने जो इतिहास बताया बहुत अच्छा हकीकत फील हो रहा है और यदि हमारे समाज के वह भी सी खास करके और sc-st के पढ़े-लिखे प्रबुद्ध लोग और नेता लोग इस बात को समस्त करते अगर काम करना शुरू करें तो इससे कपोल कल्पित अंधविश्वासों से दूर किया जा किया जा सकता है बहुजन समाज को जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत जय संविधान जय लोकतंत्र
131x1,000= 131,000, congratulations for 1 Lakh & Thirty One Thousands RUclips subscribers ♥♥♥
Thank You Dear
.सर प्रमाण, बहुत अच्छी जानकारी दी 👍
मेरा प्रश्न है बौद्ध धम्म की सबसे प्राचीन पाण्डुलिपि कौन सी है ?जिसकी वैज्ञानिक आधार पर जांच भी कर ली गयी है और बह आजकल किस म्युजियम मे रखी है ?🙏
तार्किक होना जरूरी हैं, ध्यान से मन शांति और त्याग की भावना उत्पन्न होता हैं जो इंसानो को खुशियाँ प्रदान करती हैं, यही ज्ञान हैं
Bahut gumrah Kiya hai Pakhandi/Dalal/Videshi/Gaddar Historians or Dharma ke Dukandaro ne 🔥😎
Ab Aap jaise logo ke karan Bharat ke log apna original History or Dharma janane lage hai 🙏
प्रणाम गुरुजी। आज आपके विडियो का बेसब्री से इंतजार था।।। ❤❤❤❤
🙏👌✌🦚☸️🦁🐘🌟✌👌🙏
विश्व मे बुद्ध ही बुद्ध है
. अठ्ठावीस बुद्ध हुए है. लेकिन वह आम जनता को बताना नही चाहते. बुद्ध वंश.
Thanks for revealing this vital information.
Great work Namo Buddhay Jay Bharat 🇮🇳
🙏
मौलिक व अप्रतिम प्रस्तुति
में बुद्ध की भी पूजा करता हूं और मानता भी हू सनातन ज्ञान को प्राप्त करता है ज्ञान किसी के पास हो जी सच हो झूठ नही
Jitna ye nahi batayenge ...ham utna aur jante jayenge...satya kabhi nahi chhipta..namo Buddhaya ☸️☸️
Nice 👌Namo Budhay 🙏💐❤️
सही कहा है आपने वाटसप नौटंकीयूनीवर सिटी के लोग तो जानबुझकर जुट बोलते हैं ओर सामने भी बुध्द ग्रंथसे जाना है 28 बुध्द के नाम ओर उनकी वन्दना भी रोज लेती हूं धन्यवाद जयभीम नमो बुध्दाय सर आपने बहोत सही विडीयो बनाया ओर सामको सही जानकारी दी
बहुत ही प्राचीन जानकारी दी है सरजी
प्राचीन से प्राचीन मे भी बुद्धा ही बुद्धा
है ☸️☸️☸️🙏💐🌹💐
So great knowledge ,please give more such deep insight videos on our Glorious past .
Great job with such hard work.
सर, सभी तीर्थस्थल के बारे में रिसर्च वीडियो बन सकता है क्या
Jay shree ram hare Krishna hare rama❤
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए, आपका धन्यवाद
सर वैदिक युग का घालमेल बुक में गंधब्ब । गन्धर्व।का अर्थ राजा लिखा है।
सत्य इतिहास बताने के लिये धन्यवाद 🙏❤️🙏
प्रिय सर वो जो आपने पिक्चर दिखाइए उसमें आप ने बताया कि वह जैन तीर्थंकरों की तुम मैं आपसे एक बात बोलना चाहता हूं आप मुझे भगवान बुद्ध की ऐसी कोई भी मूर्ति दिखा दीजिए जिसमें ऐसी मुद्रा में भगवान बुद्ध बैठे हो एक भी समझे
Dear WhatsApp University student...जो मूर्तियां मैंने इस वीडियो में दिखाईं हैं, वह बुध मूर्तियां हैं । उन मूर्तियों के नीचे प्राकृत भाषा में नाम लिखे हैं । इसीलिए कहता हूं कि अंधभक्ति ज्यादा अच्छी नहीं होती है । व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी को छोड़ो और पढ़ाई करो ।
Sir aap bahot hi gyan vardhak jankari bata rahe ho aap ka dil se dhanyawad. ❤
Thank you for information
कही ऐसा तो नहीं, ये सप्तऋषि इन 7 बुद्धा को ही कहा जाता था 🤔🤔🤔
गुरु परंपरा
ओम गुरुए नमः