वेदों के अनुसार सृष्टि की उत्पत्ति || By आचार्य यशवीर जी

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  • Опубликовано: 4 янв 2025

Комментарии • 16

  • @SumanRana-v6k
    @SumanRana-v6k 3 месяца назад

    Sadar naman guru ji.jai ho vedik sanatan.

  • @Manojit-n1b
    @Manojit-n1b 3 месяца назад +1

    ॐ 🚩🙏

  • @SSP2801
    @SSP2801 2 месяца назад

    🕉️

  • @sdahiya6578
    @sdahiya6578 3 месяца назад +5

    सादर नमस्ते आचार्य जी

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv 3 месяца назад +6

    आचार्य यशवीर जी को सत्य सनातन वैदिक धर्म के अनुसार सृष्टि रचना की उचित जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। सादर नमस्ते जी।। आर्य पुत्र।। 😊

  • @shyamshakya2591
    @shyamshakya2591 3 месяца назад

    Om
    नमस्ते
    शुभ दिन
    Jai Nepal

  • @rajubawa4372
    @rajubawa4372 3 месяца назад

    ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त

  • @harishchandrachouhan6991
    @harishchandrachouhan6991 3 месяца назад +2

    सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏

  • @MeenaDevi-m6h
    @MeenaDevi-m6h 3 месяца назад +2

    Koti Koti dhanyvad bahut Achcha samjhaya aapane🎉

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv 3 месяца назад +1

    सृष्टि कर्ता ईश्वर विश्व कर्मा है। महर्षि दयानन्द सरस्वती जी को शत् शत् नमन्। सत्य सनातन वैदिक धर्म का सत्य स्वरूप ही आर्य समाज है। आर्य पुत्र।।

  • @omdagar4681
    @omdagar4681 Месяц назад

    Aryasamajamar,raha

  • @Natur_lifestyle
    @Natur_lifestyle 3 месяца назад

    इस व्यक्ति का प्रभाव समाज पर कभी नही पडता। ऐसे ही समय नष्ट कर रहा।है।इसकी हिम्मत है छल करने में।

  • @Depukamra90
    @Depukamra90 Месяц назад

    1:40 हृदय में आत्मा ।। Heart transplant हुआ तो आत्मा भी ट्रांसफर हो गई ।। वाह गुरु जी ।। किसी को बात गलत लगी हो तो sory।।

  • @jogendra429
    @jogendra429 3 месяца назад +1

    ईश्वर ने इंसान को बनाया वही इंसान ईश्वर को निराकार बता रहा है ईश्वर से भूल ही तो हुई इंसान बनाया

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb 3 месяца назад

    वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध करना एक ढकोचला है। देखो कबीर जी क्या कह रहे हैं।
    वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश।
    गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।
    वेद निराकार साकार तक सीमित है निराकार साकार माया है।
    यजुर्वेद कामंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९ है।❤❤

  • @SandeepSaxena108
    @SandeepSaxena108 3 месяца назад

    वेदों मैं तो साकार भी बताया गया है। अगर आत्मा शरीर धारण कर सकता है तो परमात्मा क्यू नही?? अगर परमात्मा ऐसा नही कर सकता ऐसा तो ईश्वर सर्वशक्तिमान कैसे हुआ फिर??