ब्रह्म,जीव और माया अनादि है, तीनों का अस्तित्व परस्पर आधारित है, परन्तु मूल़ ब्रह्म है,जीव और माया ब्रह्म के आधीन है, ब्रह्म मायाधीश और जीव मायाधीन है। ब्रह्म सर्वसमर्थ है।
मनगढ़ंत भाषण कर रहे हैं। सृष्टि से पहले केवल अंधकार था और पृथ्वी जल में डूबी हुई थी। तो क्या परमात्मा अंधकार में रहता है। याद जल में रहता है। है सब मनगढ़ंत है। वेद बार बार उच्चारण कर रहे हैं कि सृष्टि में परमात्मा नहीं है। परमात्मा सृष्टि से अलग है। सृष्टि सपनावत मिथ्या क्षणभंगुर है। तो इसमें परमात्मा कहां से आ गया। यह भाषण सब वेद विरुद्ध है। इससे समाज का कल्याण नहीं होगा।
एकोअ्हम् बहुस्याम
अदनीय भ्राता डा. श्री ज्वलंत शास्त्री जी को सादर नमस्ते।🙏
ऊं नमस्ते जी
महोदय नमस्ते
ईश्वर से संबंधित विषय पर इतनी अच्छी अभिव्यक्ति. बहुत बहुत धन्यवाद
श्रद्धेय आचार्य प्रवर सादर नमस्ते जी आपने त्रैतवाद पर बहुत ही हृदयग्राही प्रवचन किया है। आपका बहुत-बहुत आभार प्रकट करता हूं ।ओम् स्वस्तिः ।
Namaste
हृदयग्राही प्रवचन
Bahut Bahut Sundar 👍👍🙏
Sat sanàtan Dharam ki jai
Bhut sunder 🙏🙏
Jwalant arya maharaj ke aum namaste.
ब्रह्म,जीव और माया अनादि है, तीनों का अस्तित्व परस्पर आधारित है, परन्तु मूल़ ब्रह्म है,जीव और माया ब्रह्म के आधीन है, ब्रह्म मायाधीश और जीव मायाधीन है। ब्रह्म सर्वसमर्थ है।
आचार्य जी को और ज्ञान की जरुरत है
ओ३म नमस्ते जी🙏
नमस्ते जी
Ji hu hu to Dr
संभव हो तो इसका दूसरा भाग भी अपलोड करें। रोचक शैली में प्रस्तुत व्याख्यान
Pachu Bali Ka manyata Vidhi karm kand hee panditvadio Ka vaidic niyam kehlate hai
वैदिक धर्म की जय सभी समस्या का समाधान पाना चाहते हो तो ऋषि दयानंद का अतर ग्रँथ सत्यर्थप्रकाश जरुर पढे और जीवन सफल बनाये
🙏🙏
अल्लाह ने किससे कहा कुन ????जब कोई था ही नही?????ऋषि दयानंद महाराज की जय हो❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Prithavi, jal aur pahad , marusthal paryavaran ye sab brahma ,vishnu , mahesh ne hi to banaya hai
मनगढ़ंत भाषण कर रहे हैं। सृष्टि से पहले केवल अंधकार था और पृथ्वी जल में डूबी हुई थी। तो क्या परमात्मा अंधकार में रहता है। याद जल में रहता है। है सब मनगढ़ंत है।
वेद बार बार उच्चारण कर रहे हैं कि सृष्टि में परमात्मा नहीं है। परमात्मा सृष्टि से अलग है। सृष्टि सपनावत मिथ्या क्षणभंगुर है। तो इसमें परमात्मा कहां से आ गया। यह भाषण सब वेद विरुद्ध है। इससे समाज का कल्याण नहीं होगा।
कुरान के बारे में बोलने किं क्या जरूरत है, क्या सनातन कम पड़ गया बाबाजी
Chup murkha 😂
Vedic wah🤣🤣🤣🤣
हर जगह इस्लाम घुसेड़ देते हो
नमस्ते शास्त्री जी। आपने त्रैदवाद के संबंध में बहुत अच्छी वैदिक चर्चा की। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Namaste shastri ji. Aapke prawachan sun kar man prafulit ho gya. Kripa karke Aapka what apps number batayen.
महाराज जी नमस्ते प्रणाम अमुक गद्दारों जाहिलो तो बोलते हैं हमारे माता पिता ही भगवान है हम किसीको नहीं मानते राम किज्ञन बनकर विस्नु किसीको नहीं मानते