ईश्वर है या नहीं ईश्वर को कैसे जाने || By आचार्य यशवीर जी

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  • Опубликовано: 10 ноя 2024

Комментарии • 17

  • @shrikishanagrawal7137
    @shrikishanagrawal7137 Месяц назад +3

    Bahut sunder sikxa mili pahali bar

  • @JAATRAAM-b7g
    @JAATRAAM-b7g Месяц назад +1

    ADBHUT OR SRESTH GYAAN ACHARYA JEE
    🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌

  • @RiteshJoshi-do3un
    @RiteshJoshi-do3un 21 день назад +1

    आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। ॐ ॐ

  • @balramsingh5308
    @balramsingh5308 Месяц назад +2

    धन्यवाद आचार्य जी 🎉

  • @MeenaDevi-m6h
    @MeenaDevi-m6h Месяц назад

    Bahut bahut aabhar Swami Ji bahut acche pravachan Jivan Badal Dene Wale bahut bahut dhanyvad🎉

  • @Manojit-n1b
    @Manojit-n1b Месяц назад +1

    ॐ 🚩🙏

  • @SudeshChopra-v8u
    @SudeshChopra-v8u Месяц назад +2

    अति उत्तम व सारगर्भित प्रवचन के लिए आप का धन्यवाद व शुभकामनाएं। 🎉🎉

  • @anurodh.yadav0017
    @anurodh.yadav0017 Месяц назад

    ओम नमस्ते आचार्य जी

  • @sdahiya6578
    @sdahiya6578 Месяц назад

    सादर नमस्ते आचार्य जी

  • @natharamchoudhary7913
    @natharamchoudhary7913 Месяц назад

    धन्यवाद आचार्य जी

  • @Sunil-qn3ml
    @Sunil-qn3ml Месяц назад +2

    आचार्य जी हवन करने की विधि बताएं क्या कैसे किया जाता है क्या सामग्री चाहिए इसमें घर में हवन किस जगह पर करें कैसे हवन कुंड बनाया जाता है ।

  • @ramavtaryadav124
    @ramavtaryadav124 Месяц назад

    Thanks

  • @nanbhazala4297
    @nanbhazala4297 Месяц назад

    🇲🇰🌏✨🙏 Om shanti 🙏✨🌏🇲🇰

  • @Veda99
    @Veda99 Месяц назад

    ईश्वर है ई व्यंजन नहीं है। लेकिन जब तक मन चंचल है वैदिक दर्शन नहीं समझा जा सकता है। मन को समाप्त कर दो तभी पढ़ सकते हो कि ईश्वर है।

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb Месяц назад

    ईश्वर जीव प्रकृति इससे संसार बना है। लेकिन पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड सृष्टि से भिन्न है। इस बात को वेद खुद कह रहेहैं। लेकिन उसका किसी को ज्ञान नहीं है।
    इसका ज्ञान कलयुग बुद्ध शाखा में आया है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है।

  • @OmsaxenaSaxena-t1h
    @OmsaxenaSaxena-t1h Месяц назад

    अद्भुत ❤❤❤❤ विवेकपूर्ण उद्भोधन