गुरुदेव , एक जिज्ञासा कृपया शान्त करें । यजुरविधान में ऊं कार - संयुक्त महाव्याहयतियाँ समस्त पापों का विनाश करने वाली और सम्पूर्ण कामनाओं को देने वाली मानी गई है , ऐसा लिखा है । इनका सवा लाख मन्त्र पुरश्चरण करना है और1000 आहुतियां देकर 7 प्रकार के कार्य सिध्द होने की बात लिखी है । पूछना यह है कि संयुक्त महाव्याहयतियाँ का क्या अर्थ है ? सवा लाख जप व आहुति किस मन्त्र की होगी ? सिर्फ ऊं या साथ मे अन्य कुछ ? कृपया बतायें । कुछ विशेष करने की इटछा है ।
Jai guru dev 🙏🙏🙏
Pranaam Guru Deb ji
🙏🙏🙏
Jai jankinath 🙏🏻
गुरुदेव , एक जिज्ञासा कृपया शान्त करें
। यजुरविधान में ऊं कार - संयुक्त महाव्याहयतियाँ समस्त पापों का विनाश करने वाली और सम्पूर्ण कामनाओं को देने वाली मानी गई है , ऐसा लिखा है । इनका सवा लाख मन्त्र पुरश्चरण करना है और1000 आहुतियां देकर 7 प्रकार के कार्य सिध्द होने की बात लिखी है ।
पूछना यह है कि संयुक्त महाव्याहयतियाँ का क्या अर्थ है ? सवा लाख जप व आहुति किस मन्त्र की होगी ? सिर्फ ऊं या साथ मे अन्य कुछ ? कृपया बतायें । कुछ विशेष करने की इटछा है ।
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