ऋषिराज पोपट द्वारा लिखे हुए शोधोपाधि ग्रन्थ का समूल खण्डन

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  • Опубликовано: 17 дек 2024

Комментарии • 71

  • @संस्कृतवैदिकगणितपाठशाला

    *या देवी सर्वभूतेषु रक्षारूपेण संस्थिता।*
    *नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमोनमः।।*
    *या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरुपेण संस्थिता।*
    *नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमोनमः।।*

  • @sonuaryamusicgurukul
    @sonuaryamusicgurukul 2 года назад

    बहुत बहुत सरल तरीके से आपने समझाया माता जी ,मैं आशा करता हूँ कि ये वीडियो ऋषिराज पोपट भी देखे और जाने कि भारत सन्तो और वैयाकरणों की कमी नहीं ,उसे अपनी गलती माननी चाहिए ।

    • @sumitadasgupta1084
      @sumitadasgupta1084 Год назад

      मैडम ने कुछ समझाया है कहां? उन्होंने तो केवल विरोध किया, वह भी संसद के विरोधी दल की तरह। ऋषि जी ने जो कुछ लिखा है उसे उद्धृत करके उसका खंडन करते तब तो बात समझ में आती!
      न उसके किसी सिद्धांत को उन्होंने गलत प्रमाणित किया और न ही किसी सूत्र को उठाकर यह समझाने का प्रयास किया कि परंपरावादी सही हैं और ऋषि जी गलत हैं। केवल 'चित्' और 'चेचित्' को लेकर दिखा दिए स्लेट पर। इससे क्या प्रमाणित हुआ?

    • @Pu0k1
      @Pu0k1 Год назад

      @@sumitadasgupta1084 अंधे हो क्या चलचित्र का आरंभ ही खंडन से हुआ हैं

  • @shitalbhendarkar7316
    @shitalbhendarkar7316 2 года назад +10

    पूज्य माताजीने जो खंडन किया है और हमारी आँखो मे जो ज्ञानाञ्जन डा़ला है अतः आपको शतशः नमन l

    • @jyotijoshi1872
      @jyotijoshi1872 2 года назад

      Very nicely said.

    • @sumitadasgupta1084
      @sumitadasgupta1084 Год назад

      उन्होंने किसी बात का खंडन किया कहां? केवल स्लेट पर चित् और चेचित् लिखकर क्या प्रमाणित हुआ?
      ऋषि जी ने जो कहा -
      apavāda 'exception' rule defeats an utsarga 'general' rule.
      It is likely that Panini did not deem it necessary to state explicitly that the exception rule defeats the general rule.
      उसका खंडन कहां किया उन्होंने

    • @sumitadasgupta1084
      @sumitadasgupta1084 Год назад

      माताजी को यदि खंडन करना ही था तो ऋषि जी की बातों को उठाकर उसका खंडन करते
      1.7 My Opinion
      In my view, firstly, Panini did not expect us to create the categories 'tulyabala' and 'atulyabala'. Secondly, I think that he taught 1.4.2 as a metarule which, rather than being restricted to a particular section of the Aṣṭādhyāyī, is applicable to the entire Aṣṭādhyāyī.
      More broadly, I do not agree with both the traditional and the modern perspectives towards this topic, because instead of trying to decipher the actual meaning of 1.4.2, these approaches try to brush 1.4.2 under the carpet, to make it less effective or to weaken its impact.

    • @Chhayavad
      @Chhayavad Год назад

      @@sumitadasgupta1084 Please watch the series of Khandan videos for your inquiry.

  • @divyanandsuraj5063
    @divyanandsuraj5063 2 года назад

    अति सुन्दर माता जी

  • @santoshtank265
    @santoshtank265 2 года назад +1

    Apanininay hai....uttamam. dhanywad Dr Pushpa ji. Pranam

  • @santoshtank265
    @santoshtank265 2 года назад +1

    Thank you Dr Dikshit ji

  • @srishti_0207
    @srishti_0207 2 года назад

    सत्य है

  • @भवशङ्करदेशिकमेशरणम्

    माताजी के श्रीचरणों में बारम्बार प्रणाम..... आपको सुनकर ही यह अनुभूति हो रही है, भगवति की अनन्तकृपा इस राष्ट्र पर बरस रही है ।

  • @dr.nirupamatripathi__vidya1256

    प्रणाम माता जी!आपकी प्रखर वाणी की प्रतीक्षा थी ...

  • @abhay694
    @abhay694 2 года назад

    पद वन्दन माॅं 🙏 🙏

  • @harshittripathi6600
    @harshittripathi6600 2 года назад +1

    प्रणाम माता जी👏

  • @starbeard5538
    @starbeard5538 Год назад

    Pranam

  • @satyanarayantiwariji6194
    @satyanarayantiwariji6194 2 года назад +21

    माता जी आपके रहने से ही हमारे शास्त्रों की शोभा है आपके कहने से ही हमारे शास्त्र बचे हुए हैं आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम

  • @ghumkad664
    @ghumkad664 2 года назад +2

    🙏🙏

  • @satyamsundar5
    @satyamsundar5 2 года назад +4

    माँ जी आप सही कह रहीं हैं। देश के प्रसिद्ध न्यूज चैनेल पर आपके चरण जरूर पड़ने चाहिए।
    हम भारतीय अपनी हीं ऋषि-परंपरा की लाज न रख सके, इससे बड़ा दुर्भाग्य हमारे लिए क्या हो सकता है।

  • @sagarbhoite4263
    @sagarbhoite4263 2 года назад +5

    Matag sahi kaha apne ...aur hame margdarshan dene ke liye dhanyawad...

  • @ishwarlalsuthar3647
    @ishwarlalsuthar3647 2 года назад +1

    पंडितों से पोपट जी का पोपट पलक झपकते ही होने वाला है🕉

  • @adityakumarrath2588
    @adityakumarrath2588 2 года назад +1

    नमोनमः 🙏

  • @karoonkrishanbramachri3766
    @karoonkrishanbramachri3766 2 года назад +3

    प्रणाम माताजी

  • @AjayPandey-lz1oj
    @AjayPandey-lz1oj 2 года назад +3

    Pranam Mata Ji

  • @satyalogy7406
    @satyalogy7406 2 года назад +6

    Bas yahi sunana tha, dhanyawaad mata ji 🙂🙏

  • @SangeetaSharma-fx6dx
    @SangeetaSharma-fx6dx 2 года назад +1

    वाह क्या गजब जज्बा है पूजनीय माताश्री का।
    माताश्री जैसे विद्वान जनो ने ही इस देश का सदा से मान बढ़ाया है और पाखण्डियों को अपने ज्ञान से धूल चटाई है।
    नमन माता श्री आपको।

  • @TIKARAMPANDEYA
    @TIKARAMPANDEYA 2 года назад +4

    प्रणम्याः मातृदेवताः👏

  • @roopakrishna7360
    @roopakrishna7360 2 года назад +13

    Like how we have Wren and Martin Grammar Book for English, Pushpa Dikshit Mataji's grammar books are for Sanskrit. Most of the students in India ultimately refer to Mataji's grammar books only for clarifications. Apart from that, you have made immense contribution in the field of Sanskrit, Mataji. 🙏🙏🙏🙏

  • @Anmolupadhyay1sv3qy8u
    @Anmolupadhyay1sv3qy8u 2 года назад +5

    अद्भुत, अनन्त नमन 💯💯💯🙇‍♂️🙇‍♂️💐💐🙇‍♂️

  • @aartimav7743
    @aartimav7743 2 года назад +3

    She is absolutely right ✅️

  • @chetantripathi1959
    @chetantripathi1959 2 года назад +1

    माताजी आपको कोटिशः प्रणाम !
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @Harsh-ih8nq
    @Harsh-ih8nq 2 года назад +4

    🙏🏼🙏🏼

  • @madhuri1182
    @madhuri1182 2 года назад +2

    🙏🙏🙏

  • @apurboarnob2625
    @apurboarnob2625 2 года назад +6

    Namesty MataG, thanks a lot for your contribution to our generation, Love from Bangladesh

  • @ajaypandit117
    @ajaypandit117 2 года назад

    नमन आपको और आपके ज्ञान को🙏

  • @RAJENDRAKUMAR-hl1sv
    @RAJENDRAKUMAR-hl1sv 2 года назад +2

    माताजी आपका ज्ञान अथाह सागर के समान है।

  • @kushsharma1378
    @kushsharma1378 2 года назад

    🙏🏻

  • @rkmishra_vaishnav
    @rkmishra_vaishnav 2 года назад +2

    सादर प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
    वन्दे भारत मातरम 🇮🇳🙏🙏

  • @sanskritaswadhyay0330
    @sanskritaswadhyay0330 2 года назад +4

    Pranam mata ji🙏

  • @vimalasrecipes2740
    @vimalasrecipes2740 2 года назад +3

    आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम

  • @deepchandra9693
    @deepchandra9693 2 года назад

    माता जी के चरणो में कोटि कोटि प्रणाम।। हम सभी को आपके इस वीडियो की प्रतीक्षा थी।

  • @balvyasanandji9620
    @balvyasanandji9620 2 года назад +2

    प्रणाम माता जी

  • @pawankumar-ep3fp
    @pawankumar-ep3fp 2 года назад +5

    Mata g namste

  • @pravachanas
    @pravachanas 2 года назад +4

    Main stream media should show this if they are impartial

  • @jagdishsuthar6733
    @jagdishsuthar6733 2 года назад +2

    Shri mata vijayatetaram

  • @Joerogan26
    @Joerogan26 2 года назад

    आपके ज्ञान ki सराहना karna siryako dipak dikhana hoga

  • @SUDARSHAN1008
    @SUDARSHAN1008 2 года назад +3

    ऋषिराज को संस्कृत विद्वानों के मध्य वार्तावली कार्यक्रम में आकर अन्तर्वार्ता देनी चाहिए और विषय को समझना चाहिए।
    असंस्कृतज्ञों को अन्तर्वार्ता देने से क्या लाभ......?

  • @AshokKumar-bi3wf
    @AshokKumar-bi3wf Год назад

    ये पश्चिम का एजेंडा भी हो सकता है

  • @HazratGodseyPeaceBeuponhim
    @HazratGodseyPeaceBeuponhim 2 года назад

    रिषि राज पोपट
    पोपटो का राजा
    माताजी को प्रणाम 🙇‍♂️🙏

  • @amreshtiwaristudy3502
    @amreshtiwaristudy3502 9 месяцев назад

    Cambridze university ke prati claim kijiye ki aisa bina aadhar ke unhone bina jaanch ke parit kaise kiya

  • @sumitadasgupta1084
    @sumitadasgupta1084 Год назад

    परंपरा को सम्मान करने का अर्थ यह नहीं है कि आंखें मूंदकर वह सम्मान किया जाए। परंपरा मानना अच्छी बात है मगर यदि कोई नए रास्ते की ओर इंगित करे तो उसे भी आंख खोलकर देखा जाए।
    यदि किसी विद्वान को उनका विरोध करना है तो टूदि प्वाइंट करें ताकि एक स्वस्थ शास्त्रार्थ हो सके।
    27 साल का उम्र होना उसका अपराध तो नहीं!
    शंकराचार्य ने तो इनसे कम उम्र में बड़े बड़ों को गलत प्रमाणित कर दिया था। क्या उनको भी अर्वाचीन कहकर डाँट देना चाहिए था?

    • @dsbdsb6637
      @dsbdsb6637 Год назад

      Issue is who can Judge if the latest interpretation proposed is correct or not ? Maybe it is a trojan horse to destroy remaining Sankrit Scholarship in India.

  • @ravijani3515
    @ravijani3515 2 года назад +4

    Mataji, in some areas Rushiraj bopat misquoted the modern terminology too.

  • @mayankmayank6276
    @mayankmayank6276 2 года назад +3

    ati uttam....ye bharatiya guru parampara par ek aur hamla hai...khandan avashya hona chahihiye !!!

  • @swami9999
    @swami9999 Год назад

    माताजी से मेरा निवेदन है आप सभी विद्वानों को मिलकर, पाणिनी कात्यायन और सभी विद्वानों की ओर से ऋषिराज पोपट को मानहानि नोटिस भेजना चाहिए, क्योंकि वो अपने आप को विद्वान समझकर अन्य विद्वानों का अपमान कर रहा है और साथ ही उस यूनिवर्सिटी को भी नोटिस भेजना चाहिए कि उसे कुछ समझ नहीं आ रहा है तो भारत के विद्वानों से आकर मिले

  • @ravijani3515
    @ravijani3515 2 года назад +7

    Rushiraj bopat is totally POPAT. He knows a little bit of something and shows that he knows everything in Paniniyan Vyakaran

    • @saradhagopalan7217
      @saradhagopalan7217 2 года назад

      He has hurt all experts here through his works, words used during his interviews not realising his own blemishes. On top of it he is trying to defend himself by all means.

  • @bankesharma3592
    @bankesharma3592 2 года назад +2

    Rishiraj popat ka virodh hona jaruri hai

  • @narendra9
    @narendra9 2 года назад

    भूतकाल में भी आप जैसे लोगों ने ही महान वैज्ञानिकों द्वारा की गई खोजों का खण्डन किया और उन्हें मरवा दिया लेकिन बाद में वही खोजें मानव समाज के लिए वरदान साबित हुई। ऋषि ने कभी नहीं कहा की मैं पाणिनी से बड़ा हूं बल्कि उसने तो पाणिनी के द्वारा ही लिखे गए नियम की सही व्याख्या की है जिसे बड़े बड़े विद्वान सदियों से गलत समझते और समझाते आ रहे थे

    • @dr.abhijitdixit9188
      @dr.abhijitdixit9188 2 года назад

      Aapne kya thesis padhi hai yadi nahi to ek baar padhiye aur phir is prakaar ka comment kariye

  • @PankajSingh-kc5ik
    @PankajSingh-kc5ik 2 года назад

    Vidwatta aap mein kitni bhi ho, par aapkaa yeh kahnaa ki Rishiraj ko ek akshar vyaakaran kaa nahin aata satya naheen lagtaa. Ek akshar to bacha bachaa jaan saktaa hai. Aur satya ke shodh ke liye umar maine naheen rakhti...Einstein 26 saal ki umar mein Relativity Theory kaa pataa lagaa liye the. Vyaakaran mein nayee khoj karne ke liye umar maine naheen rakhtee. 🙏

    • @buddhirajupdy.5063
      @buddhirajupdy.5063 2 года назад

      भाई साहब आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि संस्कृत एक ही शब्द में अनेक शब्द और एक शब्द गलत तो उस का अनर्थ हो सकता है इसीलिए एक शब्द गलत नहीं होना चाहिए

    • @dr.abhijitdixit9188
      @dr.abhijitdixit9188 2 года назад

      Aap shayad mataji ke vyaktitva se parichit nahi hain.. kripaya samajhe phir likhen

  • @sakshamdubey4105
    @sakshamdubey4105 2 года назад

    🙏🙏🙏🙏