सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट सभी संस्थाओं में बैठे मानवादी ब्राह्मणवादी विचारधारा के लोग आज सही सत्य और न्याय पूर्वक न्याय नहीं हो रहा है यह सभी लोग संविधान की रक्षा नहीं कर रहे हैं मनुवादी पूंजीवाद को बढ़ावा दे रहा है गरीब गरीब होता जा रहा है अमीर की पूंजी और बढ़ती जा रही है
मुकेश जी, मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के पक्ष में फैसला होने के बाद आगे कानूनी रास्ता बंद हो जायेगा। लेकिन इसके बाद भी विपक्षी दलों के पास एक ही रास्ता बच जाता है कि वह चुनावों का पूर्ण बहिष्कार कर दे। जब बीजेपी को ही जीतना है तो चुनाव का दिखावा क्यों?
त्यागी जी का कथन उचित है कांग्रेस को सख्ती से ईवीएम से चुनाव का बहिष्कार करना चाहिए और जनता को जागरूक बनाना होगा एक समग्र आंन्दोलन ईवीएम के विरोध में गली गांव मुहल्ले तक लेजाने की आवश्यकता है लोकतंत्र बचाना है तो पूरी ताकत से आर-पार की लड़ाई लड़नी ही पड़ेगी
Evm हैक नहीं हो सकता है बशर्ते उसी प्रोटोकॉल पर मशीन बनी हो जो तय किए गए हैं , लेकिन क्या मशीनें जहां बनती हैं वहां सब ठीक है ? जब नीयत खराब हो तो एक और चिप क्या डाली नहीं जा सकती है जिसमें मन मुताबिक प्रोग्राम किया जा सकता है , क्या सारी मशीनों की जांच हर बार होती है ? बात सीधी है अगर मशीनों के रखवाले बेईमान हों तो कुछ भी असंभव नहीं ।
हां तो अगर चुनाव आयोग जेब में रख कर चुनाव जीतने का हुनर अपने पास हो, तो जनता को कुछ भी समझाओ,, चुनाव आयोग ने अब तक क्यों नहीं सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक किया?? साहेब ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाकर संसद भवन में बिल लाकर गुलाम चुनाव आयुक्त की नियुक्ति शायद इसीलिए की थी।
I 100% agrees with Devashayam ji about all the rules and regulations, but does bjp or ECI cares about anything. Whatever goes in favour of bjp is the RULE. THAT'S it.
मुकेश जी,कोई किसी का दरवाजा खटखटा ले अंत में सब कुछ वही होगा जो सरकार और राजीव चाहेंगे । न्यायप्रणाली कभी कभी एकआध फीके लड्डू भले ही परोस ले,अंत में तो डंडे ही डंडे पर विश्वास करती हैं ,यही सोच कर कि मेरे जाने के बाद लोग मुझे कैसे याद करेंगी या मुझे आगे क्या मिलेगा।
Evm की प्रोग्रामिंग में "varialables" insert करके और फिर "if" एंड "else" statement से काफी आसनी से mandate अपनी ओर लेने के लिए आसानी से rigging किया जा सकता है। Variable डालने से एक limit तक जो programming से "set "किया जाता है वहा तक fair election process दिखेगा भी पर जैसे उस set variables के लिमिट को reach करने के बाद बड़ी आसानी से if/ else statement का use करके दूसरे पॉलिटकल पार्टियों को जा रहे वोटो को एक तरफा मोड़ा जा सकता है
कांग्रेस को अपने गद्दारों को चुन चुन कर बाहर करना चाहिए सभी को साथ लेकर चलना ही होगा सबसे पहले जनता के बीच यह मुद्दा लेकर जाएं और इसे जनांदोलन का रूप दें हम भारत के लोग.......
.. यह सिर्फ एक कोशिंबीर कही जायेगी कांग्रेस की!... फैसला वैसेभी तर है!... क्योंकि सारी स्वायत्त सत्ताही आज भाजपाके प्रतिनिधी की तराह काम कर रही है!.. यही अपनी भारत मां और लोकतंत्रके लिये बहुत दुखकी बात है!...तबभी कहते है ना कि ईन्सान सिर्फ आशापर जिता है... इसिलिये उम्मीद लगाये हुवे है कि, एखाद कोई न्याय और चुनाव क्षेत्रमें इमानदार जरुर आयेगा जो भारत मांका दुख समझकर उसे न्याय देगा!
शीतल सिंह जी को बहुत समझदार मानता था,लेकिन वह बहुत नासमझ निकले।अरे भाई मार्क पोल मे केवल भाजपा के वोट ही क्यों बढते हैं।शीतल जी ने जो अन्य कारण बताया वह कांग्रेस भी करती थी उससे बहुत फर्क नहीं पडता,उसमें केवल दो चार प्रतिशत का हमेशा फर्क पड़ा है,सबसे बड़ा फर्क केवल और केवल ईवीएम का ही पडता है।
मतदान केंद्रों की सम्पूर्ण फ़ुटेज शिकायतकर्ता को उपलब्ध करवाना चाहिए, नियम में बदलाव लोकतांत्रिक व्यवस्था की मूल भावना को ठेस पहुंचाने वाला है। कोर्ट को यह मामला स्वयं संज्ञान में लेना चाहिए था।
सुप्रीम कोर्ट से भी देशवासियों को कोई उम्मीद नही,,चुनाव आयोग Bjp की मिलीभगत जगजाहिर है,, आखिर क्यों Evm से चुनाव चाहती है Bjp,, जबकि देश की जनता बैलेट पेपर से चुनाव चाहती है
99% सम्भावना है सुप्रिमकोर्ट याचिका के खिलाफ ही फैसला देगा । आख़िरकार उन्हें आगे मलाईदार पोस्ट पर जाना है । राज्यसभा उनका इंतजार कर रही है । फिर अपने डीएनए की खिलाफत भी तो नही कर सकते😅
Even if EVM(s) work very well, the discrepancy/substitution can be introduced during the counting process. ELECTION SHOULD ONLY BE DONE THROUGH BALLOT PAPERS.
लोकसभा चुनाव के पहले नरेंद्र मोदी ने अरविंद केजरीवाल को जेल में डाला। और विधानमंडल चुनाव के पहले जेल से रिहा किया। नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल मिले हुए है।
It is wrong to say that if the Supreme court supports only Modi and Shah policy,nothing is left to others. All citizens will revolt and situations will be different. It is called revolution not ever seen in democratic rule. We are 144 crore population in India not like other countries. Let this BJP know this power.
i dont agree with anil ji, mukesh ji & all . if congress boycott election bjp will create another political party & win election. like he did with kisan .
कांग्रेस को SC नहीं जाना चाहिए था। मोहम्मद पराचा साहब को ही SC/HC/EC जाने देना चाहिए था। नहीं तो कम से कम पराचा साहब से कांग्रेस के वकीलों को इस बिंदु पर राय कर लेनी चाहिए थी।
Why there is so much hue and cry about the EVM? If the ECI claims that all is well then conduct one Lok Sabha election through the ballot paper and prove us wrong.
Whole world has rejected EVMs and returned back to paper ballots. Supreme Court has become kangaroo court so don't expect any justice from the judiciary. Opposition parties have to join forces with the civil society to launch pan India agitation against EVMs and for deep electoral reforms. Instead of Jairam Ramesh, the agitation against EVMs from Congress has to be led by Digvijay Singh.
EVM कि अवलाद है।।।।।।।।।।।।। EVM हटाव।।।।।।।।।।। जय मूलनिवासी जय भारत जय संविधान जय किसान जय विज्ञान जय जवान हम बटेहुयेनही है हमें बाटा गया है हमें इखटा हो कर जन आंदोलन करना होगा
जिस भी राज्य में सत्ता जिसकी होती हैं वह प्रशासनिक अधिकारियों, अमले को दबाव में प्रभावित करता ही हैं इसीलिए संविधान में चुनाव आयोग को इतना सशक्त बनाया था लेकिन दुखद बात है कि चुनाव आयोग के आयुक्तों की कमेटी से CJI को ही हटाया, शासकीय सेवक तो इतना सशक्त नहीं होता। जब वरिष्ठ अधिकारी ही विवश हैं।
कुछ नहीं होगा ! सुप्रीम कोर्ट आसानी से कह देगा कि "सरकार व चुनाव आयोग की कानून बनाने की शक्ति है उसी के तहत नियम बनाया गया है इसमें कोर्ट का हस्तक्षेप उचित नहीं होगा" ! नतीजा ठन ठन गोपाल 😡
Conduct of Election Rules में संशोधन पारदर्शिता से सम्बन्धित है. चुनाव का रिकार्ड सत्ता पक्ष देख सकता है, विपक्ष नहीं , जनता भी नहीं . PMCARES फंड की तर्ज पर. PMCARED फंडा हो गया.
राहुल और खड़गे जी सही चल रहे है। और कांग्रेस के नेता पर संदेह के बारे मे नही कह सकते।
जयराम रमेश दिग्विजय सिंह कमलनाथ ने मध्य प्रदेश डुबोया
Modiji dhandhali kar rahen hai
कांग्रेस का ही दम खम है की आप सब अब भी लोकतंत्र की आश मे है वरना रेडियो रवांडा की तरह ही बोलते या घर बैठ जाते निवेदन है कांग्रेस का साथ दें
दो टूक. मजा आ गया.
100 percent sahi h
महमूद प्राचा जी ने कांग्रेस में स्लीपर सेल के बारे में बार-बार कहा है।
त्यागी जी आप इतने सीनियर है
आप को कांग्रेस और बी जे पी
मिली हुई है कहने मै शर्म आना चाहिए।राहुल गांधी की मेहनत त्याग , तपस्या नही दिख रही।
Satta me jab bolte hai tab sharam nam ki chiz nahi hoti
right.
Election commission and political parties have forgotten that they are public servants and the public is not their servant.
Bro, not political parties but only one political party BJP which thinks so..
Waise to Police bhi public servant hai, jo nihatte kisan, kheladi aur pradarshan kari par lathi or goli barsati hai.
सीधी सी बात है सभी पार्टियों को EVM से चुनाव का बहिस्कार करने की जरूरत है।
BJP, Godi Media, EC-ED-CBI, SEBI-Adani-Ambani sab team Modi ke player hain.
👌💯💯💯✅
Party should not participate in the election
लोकसभा चुनाव में वोट शिफ्ट करके और वोटर की जगह फर्जी नाम ऐसा किया है मैने देखा है।
वोटर उपस्थित होगा ID दिखाएगा फ़र्जी कैसे हो सकता है.
सुप्रीम कोर्ट के जजों की शायद कहीं ना कहीं है बहुत बड़ी मजबूरी यह जनता को देखनाचाहिए
Agar SC judges ki majboori hai to kyono baithe hain kursi par?
@@BhupinderSingh-iy2ry to avail good life, power and perks.
सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट सभी संस्थाओं में बैठे मानवादी ब्राह्मणवादी विचारधारा के लोग आज सही सत्य और न्याय पूर्वक न्याय नहीं हो रहा है यह सभी लोग संविधान की रक्षा नहीं कर रहे हैं मनुवादी पूंजीवाद को बढ़ावा दे रहा है गरीब गरीब होता जा रहा है अमीर की पूंजी और बढ़ती जा रही है
जहाज का पंछी फिर जहाज पर ही आता है, इंतज़ार करें पूरा देश कांग्रेस की ओर लौट आएंगे।
@@mahendersharma9615 it's not so easy, congress should be with truth
Best discussions thankyou
मुकेश जी, मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के पक्ष में फैसला होने के बाद आगे कानूनी रास्ता बंद हो जायेगा। लेकिन इसके बाद भी विपक्षी दलों के पास एक ही रास्ता बच जाता है कि वह चुनावों का पूर्ण बहिष्कार कर दे। जब बीजेपी को ही जीतना है तो चुनाव का दिखावा क्यों?
ये गलती नहीं हैं, गैरकानूनी बदलाव हुआ हैं। संविधानिक तरीकेसे अमेंडमेंट तब होता जब इसपर चर्चा होती और वोटिंग के बाद लोकसभा और राज्यसभा में पास होता।
एक्ट में नहीं रूल्स में संशोधन है, संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं है.
Mukesh sir Haryana n Maharashtra is managed by Rajiv Kumar he is Main culprit
गुजरात मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ हरियाणा और अब महाराष्ट्र सब जगह घपले हुए हैं।
10000% ghple kiye gaye h chunav aayog n bjp ko jitane ke liye public ko sab pta h
Haryana mp Or Maharashtra me to hadd hi karr di
त्यागी जी का कथन उचित है कांग्रेस को सख्ती से ईवीएम से चुनाव का बहिष्कार करना चाहिए और जनता को जागरूक बनाना होगा एक समग्र आंन्दोलन ईवीएम
के विरोध में गली गांव मुहल्ले तक लेजाने की आवश्यकता है लोकतंत्र बचाना है तो पूरी ताकत से आर-पार की लड़ाई लड़नी ही पड़ेगी
Evm हैक नहीं हो सकता है बशर्ते उसी प्रोटोकॉल पर मशीन बनी हो जो तय किए गए हैं , लेकिन क्या मशीनें जहां बनती हैं वहां सब ठीक है ? जब नीयत खराब हो तो एक और चिप क्या डाली नहीं जा सकती है जिसमें मन मुताबिक प्रोग्राम किया जा सकता है , क्या सारी मशीनों की जांच हर बार होती है ?
बात सीधी है अगर मशीनों के रखवाले बेईमान हों तो कुछ भी असंभव नहीं ।
Great Sir, Tyagi Saheb
हां तो अगर चुनाव आयोग जेब में रख कर चुनाव जीतने का हुनर अपने पास हो, तो जनता को कुछ भी समझाओ,,
चुनाव आयोग ने अब तक क्यों नहीं सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक किया??
साहेब ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाकर संसद भवन में बिल लाकर गुलाम चुनाव आयुक्त की नियुक्ति शायद इसीलिए की थी।
चुनावी प्रक्रिया पर लड़ाई लडने का समय आ गया है।
Very nice debate as usual loved it .Mukesh ji
Optimism: उम्मीद पे दुनिया क़ायम है।
सुप्रीम कोर्ट में शासन के विरुद्ध जाने की हिम्मत नहीं है , यदि हिम्मत कर लिया तो वर्तमान समय का कालजई निर्णय होगा
RAGA Zindabad
कुछ छिपाया जाना ही संदेहास्पद है।
देश का मानस कॉगेृस के लिए उठता दिख रहा है, कॉगेृस को सड़कों पर रहना पडेगा।
कानून और नियम की पढाई करे। गलत कानून और नियम में सुधार लाए।
सायन साहब सिर्फ ये चाहते हैं कि हमसे बिना कोई पूछे कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट कैसे चली गई ये चाहते हैं कि कांग्रेस हमारे नीवरे करे ।
कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट जाएगी,, जज ऐसा आर्डर देंगे,,,, कि चुनाव आयोग का बचाव हो जायेगा!!😂 मेहमूद प्राचा की सारी मेहनत पर पानी फेर देंगे!!
Yedi sacchai se lad rahe to jeet hogi
As we have seen in the past. The CJI important judgements (EVM, EC,.... are all influenced by the govt.
EVM हटाओ लोकतान्त्रिक देश बचाओ.
ELECTION COMMISSION Ke Khilaaf Jabardast Janaandolan hona chahiye .
I 100% agrees with Devashayam ji about all the rules and regulations, but does bjp or ECI cares about anything.
Whatever goes in favour of bjp is the RULE. THAT'S it.
चुनाव आयोग का वयवहार निराशाजनक है।
मुकेश जी,कोई किसी का दरवाजा खटखटा ले अंत में सब कुछ वही होगा जो सरकार और राजीव चाहेंगे ।
न्यायप्रणाली कभी कभी एकआध फीके लड्डू भले ही परोस ले,अंत में तो डंडे ही डंडे पर विश्वास करती हैं ,यही सोच कर कि मेरे जाने के बाद लोग मुझे कैसे याद करेंगी या मुझे आगे क्या मिलेगा।
Why other parties are not going to court on this issue? My house not on fire syndrome?
Evm की प्रोग्रामिंग में "varialables" insert करके और फिर "if" एंड "else" statement से काफी आसनी से mandate अपनी ओर लेने के लिए आसानी से rigging किया जा सकता है। Variable डालने से एक limit तक जो programming से "set "किया जाता है वहा तक fair election process दिखेगा भी पर जैसे उस set variables के लिमिट को reach करने के बाद बड़ी आसानी से if/ else statement का use करके दूसरे पॉलिटकल पार्टियों को जा रहे वोटो को एक तरफा मोड़ा जा सकता है
Jo 20000 machine missing hai woh kaha hai
कांग्रेस को अपने गद्दारों को चुन चुन कर बाहर करना चाहिए
सभी को साथ लेकर चलना ही होगा
सबसे पहले जनता के बीच यह मुद्दा लेकर जाएं और इसे जनांदोलन का रूप दें
हम भारत के लोग.......
सुप्रीम कोर्ट में महमूद प्राचा नहीं गए हैं, वो तो हायकोर्ट मेंं जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में संविधान पीठ मेंं जाना चाहिए।
इलैक्शन वाले दिन हो ईवीम रिजल्ट दिया जा सकता है !
This issue so important SHOULD be taken directly to Supreme Court.
For quick, final justice.
Why prolong by filing in high court first?
.. यह सिर्फ एक कोशिंबीर कही जायेगी कांग्रेस की!... फैसला वैसेभी तर है!... क्योंकि सारी स्वायत्त सत्ताही आज भाजपाके प्रतिनिधी की तराह काम कर रही है!.. यही अपनी भारत मां और लोकतंत्रके लिये बहुत दुखकी बात है!...तबभी कहते है ना कि ईन्सान सिर्फ आशापर जिता है... इसिलिये उम्मीद लगाये हुवे है कि, एखाद कोई न्याय और चुनाव क्षेत्रमें इमानदार जरुर आयेगा जो भारत मांका दुख समझकर उसे न्याय देगा!
शीतल सिंह जी को बहुत समझदार मानता था,लेकिन वह बहुत नासमझ निकले।अरे भाई मार्क पोल मे केवल भाजपा के वोट ही क्यों बढते हैं।शीतल जी ने जो अन्य कारण बताया वह कांग्रेस भी करती थी उससे बहुत फर्क नहीं पडता,उसमें केवल दो चार प्रतिशत का हमेशा फर्क पड़ा है,सबसे बड़ा फर्क केवल और केवल ईवीएम का ही पडता है।
पुरे विपक्षने बायकाट करना चाहिए हारकर बाहर होने के बजाय बायकाट करके बाहर बैठे
मतदान केंद्रों की सम्पूर्ण फ़ुटेज शिकायतकर्ता को उपलब्ध करवाना चाहिए, नियम में बदलाव लोकतांत्रिक व्यवस्था की मूल भावना को ठेस पहुंचाने वाला है। कोर्ट को यह मामला स्वयं संज्ञान में लेना चाहिए था।
सुप्रीम कोर्ट से भी देशवासियों को कोई उम्मीद नही,,चुनाव आयोग Bjp की मिलीभगत जगजाहिर है,, आखिर क्यों Evm से चुनाव चाहती है Bjp,, जबकि देश की जनता बैलेट पेपर से चुनाव चाहती है
You cannot change the rules of game after match is over.
शीतल जी कुच्च भी हो evm ke पक्ष मे हैं मतलब BJP ke पक्ष मे हैं.
बेचारा अकेला राहुल किस किस से लड़ेगा । बसपा को संघी स्लीपर सेल ने खत्म कर दिया अब कांग्रेस की बारी है । खेल चल रहा है
99% सम्भावना है सुप्रिमकोर्ट याचिका के खिलाफ ही फैसला देगा । आख़िरकार उन्हें आगे मलाईदार पोस्ट पर जाना है । राज्यसभा उनका इंतजार कर रही है । फिर अपने डीएनए की खिलाफत भी तो नही कर सकते😅
बीजेपी अगर कोर्ट जाती है तो किसी पार्टी वर्कर से लगती है जैसे मोदी सर नेम से गुजरात में एक व्यक्ति ने किया था ।
Pracha ji...jindabad.
बहुत ही शानदार बहस
EVM HOTAO DESH BOCHAO.
कांग्रेस के किस पदाधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है ??????
अमेरिका की तरह इलेक्शन को रियलटाइम ऑनलाइन ट्रांसपेरेंट/सार्वजनिक पोल क्यों नहीं करा देते 🤔सभी संदेह और आरोप ख़ुद ही मिट जाएँगे
Even if EVM(s) work very well, the discrepancy/substitution can be introduced during the counting process.
ELECTION SHOULD ONLY BE DONE THROUGH BALLOT PAPERS.
Andolan karo. Court bahut kuchh nahi karne vali.
लोकसभा चुनाव के पहले नरेंद्र मोदी ने अरविंद केजरीवाल को जेल में डाला। और विधानमंडल चुनाव के पहले जेल से रिहा किया। नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल मिले हुए है।
please don't blame congress. without any evidence against any congress leaders
right.
लड़के से कहना चाहिए कि चुनाव आयोग का बायकाट करें पेपर से बेल्ट पेपर से चुनाव हुए
सुप्रिम कोर्ट जज कुछ् नहि करेका क्युकि अभितक् ऐसे देख्दा रहाहे
ECI wants it's ghapla's not caught n come in public, hence doing it's best to cover it up. ECI's role in last 10 years is under cloud.
Very True Sheetal ji. Jai Ramchandra ji ki Jamaatt uska sargna uska giroh or uske sarkari members. Jai Kutchery. Jai Lanka
Supreme court Jana chahiye
Baki partya so rahi hai
शीतल p सिंह जी BJP आरएसएस के favour मे बोल रहे हैं.
It is wrong to say that if the Supreme court supports only Modi and Shah policy,nothing is left to others. All citizens will revolt and situations will be different. It is called revolution not ever seen in democratic rule. We are 144 crore population in India not like other countries. Let this BJP know this power.
शीतल जी बिल्कुल सही कह रहे हैं लेकिन आज की कहानी बदल गयी है।
Will the Supreme Court catch the Bull by his horns ? Difficult ..but should ..
Mr. Devasahsyam is very much correct. Sir has directed into right direction must follow him...
This time it seems that Supreme Court has to take action otherwise people will be on the roads,in which Supreme Court's credibility will be reduced to
Both ways are correct but publicly aandolan is ultimate
Shital ji os correct.hiis unnecessary butting in stop him
अगर बीजेपी ने चुनाव आयोग और EVM से गड़बड़ नहीं की होते इनकी सिर्फ 100 सीटें आएंगी
Arrest cec Rajiv Kumar and send to jail
Mr. Devasahayam is speaking with a thorough knowledge both technical and constitutional
i dont agree with anil ji, mukesh ji & all . if congress boycott election bjp will create another political party & win election. like he did with kisan .
Jairam Ramesh wohi neta hain jinhone rahul gandhi ka arnab goswami ke saath interview fix Kia thaaa
Deb sahab & Satya Hindi social media ko dhanyawad sare kuchh samjhane ke liye.
शीतल पी सिंह जी की बातें बिल्कुल सत्य हैं कांग्रेस जब तक संगठनात्मक रूप से मजबूत नहीं होगी तबतक कुछ नहीं कर पायेगी ।
कांग्रेस को SC नहीं जाना चाहिए था। मोहम्मद पराचा साहब को ही SC/HC/EC जाने देना चाहिए था। नहीं तो कम से कम पराचा साहब से कांग्रेस के वकीलों को इस बिंदु पर राय कर लेनी चाहिए थी।
He is right.
Excellent journalism Sir thanks
Why there is so much hue and cry about the EVM? If the ECI claims that all is well then conduct one Lok Sabha election through the ballot paper and prove us wrong.
Booth capturing is violent while data manipulation is non violent-isnt it so?
Mukesh Ji- Your Anchoring is amazing. Your knowledge is marvellous.
supreme court बिका हुआहै| हाई कोर्ट बिका हुआ|
It will be interesting to see if the SC delivers the judgement in this case within the next five months.
Whole world has rejected EVMs and returned back to paper ballots.
Supreme Court has become kangaroo court so don't expect any justice from the judiciary.
Opposition parties have to join forces with the civil society to launch pan India agitation against EVMs and for deep electoral reforms.
Instead of Jairam Ramesh, the agitation against EVMs from Congress has to be led by Digvijay Singh.
Sir you are talking right
अगर SC पंजाब HC का फैसला पलट देता है तो माना जायेगा कि कुछ गड़बड़ है जिसके लिए कांग्रेस की आलोचना तो होगी है, कांग्रेस जिम्मेवार भी होगी।
Ultimately public has to come on streets as done in other countries to save democracy 😂
EVM कि अवलाद है।।।।।।।।।।।।। EVM हटाव।।।।।।।।।।। जय मूलनिवासी जय भारत जय संविधान जय किसान जय विज्ञान जय जवान हम बटेहुयेनही है हमें बाटा गया है हमें इखटा हो कर जन आंदोलन करना होगा
जिस भी राज्य में सत्ता जिसकी होती हैं वह प्रशासनिक अधिकारियों, अमले को दबाव में प्रभावित करता ही हैं इसीलिए संविधान में चुनाव आयोग को इतना सशक्त बनाया था लेकिन दुखद बात है कि चुनाव आयोग के आयुक्तों की कमेटी से CJI को ही हटाया, शासकीय सेवक तो इतना सशक्त नहीं होता। जब वरिष्ठ अधिकारी ही विवश हैं।
न्यायपालिका के बाद EC ऐसी संस्था जिससे पब्लिक न्याय करने की आशा रखती है . किन्तु EC ने निराश किया.
कुछ नहीं होगा !
सुप्रीम कोर्ट आसानी से कह देगा कि "सरकार व चुनाव आयोग की कानून बनाने की शक्ति है उसी के तहत नियम बनाया गया है इसमें कोर्ट का हस्तक्षेप उचित नहीं होगा" !
नतीजा ठन ठन गोपाल 😡
Conduct of Election Rules में संशोधन पारदर्शिता से सम्बन्धित है. चुनाव का रिकार्ड सत्ता पक्ष देख सकता है, विपक्ष नहीं , जनता भी नहीं . PMCARES फंड की तर्ज पर. PMCARED फंडा हो गया.
शीतल पी बीजेपी सेल
After the verdict of HC how EC change the rules? HC cannot punished EC¿this is the milibhagat of both.
कोई भी आदेश जारी करने की तारीख से किसी पिछली तारीख से लागू नहीं होता यदि उसमें उल्लिखित नहीं है. EC को रिकार्ड देना पड़ेगा.
इंडिया गठबंधन बनने के बाद से ही कांग्रेस अकेला चलने लगी क्यों ?