हायकोर्ट-सुप्रीमकोर्ट के रिटायर्ड और अभी हालमे पर है,इनके रिश्तेदारोंको जजकी अपायंटमेंंट न करनेका फैसला लिया है एकदम न्यायका है.उसका अमंल क्या हो जायेगा?
संपूर्ण व्यवस्था पतन के गर्त में है तो न्यायपालिका कैसे बच सकती है.हम दुसरों से आशा करते हैं कि सब ठीक कर दे.स्वयं कुछ भी नही करते हैं.इस कारण अन्याय का शिकार सारा देश हो रहा है.🎉
इनके द्वारा जजमेंट अस्वीकार करने से होगा क्या? इन लोगों के साथ तो देश की जनता भी नहीं है। यदि जनता साथ होती तो ये किसी सीट से चुनाव लड़ कर देख सकते हैं, जनता इनकी जमानत ही जब्त करा देगी।
देश की जनता का विश्वास, देश की न्यायप्रणाली में, पिछले कयी वर्षों में, लगातार गिरा है। हाल के दिनों में, सोशल मीडिया में, इस विषय पर खूब चर्चा भी हुई है। कानून, प्रशासन और अर्थशास्त्र के जानकार इसे चिन्ता का विषय मानते हैं।
आनंद सर असली गुनहगार तो यही लोग है देश के डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली भारत सरकार को बदनाम करने झूठे भ्रष्टाचार के आरोप लगाने में सबसे आगे थे देश इन लोगों को कभी माफ नहीं करेंगा । इनमें कितनी काबिलियत है हम देख चुके हैं
Great interview - both Mr Singh and Mr Bhushan speak truly. I don’t see either of them as anti-Modi, rather they are showing us the possible direction our country is headed towards. What do we envisage for India say in 15 years? To be like which country/society? What is our ideal? Is the constitution’s ideals not enough? Also look around us - Pakistan, Nepal, China, Bangladesh, Myanmar, Sri Lanka - anybody wanting to migrate to these countries? The entire world is in a precarious spot - the annual doomsday clock outed every January I suspect will tick even closer to midnight this year. And yes our judicial system is haemorrhaging..
भारतीय भाईयों बहनों बेटियों युवाओं छात्रों छात्राओं सभी से निवेदन है कि आप अपने परिवार बच्चों की शिक्षा खुशहाली उन्नति के लिए भाजपा को बिलकुल भी वोट ना दें.
बहुत ही शानदार इंटरव्यू। बहुत ही सधे हुए सवाल और उसके तार्किक जवाब। मजा आ गया। प्रशांत भूषण जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर देश के करोड़ों लोग गर्व करते हैं, मैं भी उनमें से एक हूं।
Supreme court ne sabhi samanya cases ki abhi sunavani bandh karke sirf rashtriya cases jaise election petitions, validity of law relating to appointment of election commissioners, etc ki uddha ke dhoran se sunavani karke democracy aur fundamental rights ko protect karna chahiye.
Parshant ji is really very balanced and rational person. He is an awakened nationalist who is active for protecting the rights of citizens. Kudos to him. Thanks Anand ji for the efforts made by you.
निसंदेह प्रशांत भूषण का विश्लेषण सही है। न्यायालय, चुनाव आयोग ,इ डी. सीआईडी और अन्य राष्ट्रीय संस्थान में भाजपा के ऐरे- गैरों को नियुक्तियाँ दी जा रही है जो भारतीय लोकतंत्र पर भविष्य में प्रश्नचिन्ह लगाएगा।
Jitne bhi government officials galat case ker rhi hai unki pension band ker deni chahiye or court mein bayaan hone chahiye ki unhone kiske kahne pe kiya hai.
बाबा साहब ने बहुत ही एक्सीलेंट संविधान लिखकर दिया पर उसे पूर्णरूपेण में इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका। मेरे विचार से संविधान का पालन कराने के लिए सिर्फ दो संस्थाएं है एक पुलिस प्रशासन दूसरा न्याय व्यवस्था इन दोनों को इंडिपेंडेंट होना चाहिए और मुख्यत पुलिस प्रशासन को इसी तरह राष्ट्रपति और राज्यपाल भी पार्टी के नेता नहीं होने चाहिए दूसरे नेताओं के पास सिर्फ अपने अपने विभाग की कार्यकुशलता को बढ़ाने के कार्य ही देने चाहिए पर ये उन विभागों के कर्मचारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग के कार्य करने लगे है ये भ्रष्टाचार करने लगते है तथा वोह कर्मचारी सीधा तन कर राष्ट्र हित का कार्य नहीं कर पाते इनके सामने सर झुका कर संविधान के विरुद्ध कार्य करते हैं सभी लोगों को बैठकर इस बारे में बात करना चाहिए इससे सिर्फ भ्रष्टाचार भी खत्म होगा और संविधान पूरी तरह लागू होगा। अब आइए बात करते हैं जब ये उपरोक्त पद राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा और राज्य सभा के उपाध्यक्ष, सभी प्रदेशों के राज्यपाल निष्पक्ष चुने जाएं तो अब इनको भी कुछ कार्य दिए जाएं सिर्फ उद्घाटन ही न रहे जिस तरह राष्ट्रपति को कहते हैं तीनों सेनाओं का मुखिया है तो इसे पुलिस प्रशासन और एडमिनिस्ट्रेटिव प्रशासन का भी मुखिया बना दिया जाए मतलब नेताओं से इनके पोस्टिंग ट्रांसफर के पावर छीन कर राष्ट्रपति को वास्तव में दे दिए जाएं जोकि अभी सांकेतिक हैं इससे एक तो संविधान का पालन शुरू होगा दूसरा भ्रष्टाचार खत्म होगा तीसरा प्रधानमंत्रि को डिक्टेटर बनने का रास्ता बंद होगा नेताओं का कार्य सिर्फ अपने अपने विभागों की कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए नीतियां बनाना हो होगा न कि कर्मचारियों के ऊपर डंडा चलाना उन्हें प्रताड़ित करना इसका सबसे जिंदा उदाहरण है मणिपुर चूंकि ये पावर गृहमंत्री के पास है और वोह राजनीति के कारण नहीं चाहते अगर राष्ट्रपति या राज्यपाल निष्पक्ष होते तो एक मिनिट में दोनों प्रशासन को आदेश होता और शानित हो जाती गृहमंत्री का कार्य सिर्फ देश के हालत को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ पॉलिसी बनाना न कि पुलिस और एडमिनिस्ट्रेटिव को कंट्रोल करना इसी तरह CBI तथा ED जैसी संस्थाएं भी राष्ट्रपति के कंट्रोल में होनी चाहिए
संघ ने हर विभाग के सभी संवैधानिक पदों पर कब्जा करके पूरे भारत को अपने हिसाब से चला रहे हैं , सत्ता के लिए उन्होंने बीजेपी तो एक सुलभ माध्यम तैयार किया गया था ।
Police should be prosecuted & person who is deliberately put in jail under UPA should be compensated with minimum 1 crore rupees Because he will not be employed after requital or give him government job
चुनाव आयोग तो कुछ कर नहीं रहा है और सुप्रीम कोर्ट भी सारी याचिकाओं को पेंडिंग रखे हुए है।मोक पोल न करके कुछ बूथों पर ई वी एम और वी वी पैट पर्चियों का मिलान करना चाहिए।
Like movement against corruption in public places,it is a high time that law should come to punish high handed and unjust conduct by officials of agencies like Police,ED ,CBI ,Tax authorities etc.
Very beautiful interview with Mr Prashant a noted brilliant highly secular person of India Mr Prashant is secular assett He will fight till he gets objective desired
@@jhakku1401 yeah where was his patriotism when his father was fighting against Indira Gandhi and Dr Manmohan Singh? Why did he take part actively in sanghi drama of anna kursiwal ?
Exactly khandani anti Congressi aur pro sanghi raeh hain. Sanghi kursiwal k sath Miller inhone Dr Singh aur Congress ko zabardust badnam kiya aur gujju gang ko sar per bithaya Bad mien suvidha se alag ho gaye Natak abhi bhi jaari hai
Anand ji, nice job by you sir and it's very important in the current time and continue it on the regular basis because it's eyes and mind opening for everyone and show the dark reality of the country and invite Mr. Bhushan from time to time and other person as well and you are doing a very fine job sir and please also invite the CAs and the economist also and economic journalist aa well and all are important sir and i had explained you later and you know very well. With respect and regards forever sir 🙏🙏🙏
Modi's GOVT had weakend FOREIGN CONTRIBUTIONS (REGULATION) ACT, 1976; PREVENTION OF CORRUPTION ACT, 1988 ACT MANY PROVISIONS OF COMPANIES ACT, 2013 RESULTING IN MASSIVE INCREASE IN CORRUPTION AMONGST MINISTERS AND OTHER PUBLIC SERVANTS.
भारतीय स्टेट बैंक, जो कि सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है, एक रिपोर्ट प्रकाशित करके अपना सबसे खराब चरित्र दिखा रहा है, जो दर्शाता है कि भारत की गरीबी रेखा 5% से नीचे है, यह केवल चतुर कॉर्पोरेट नौकरशाहों द्वारा क्रूर बयान हो सकता है, न कि भारतीयों को समझने वाले। इस स्थिति में जब इस तरह का बैंक जिसे गरीबों की मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, केवल गरीबों को नुकसान पहुंचाता है और भंडारण करता है, जब यह जनता को बुनियादी एसएमएस सेवाएं प्रदान करने में असमर्थ है और पैसे के कॉर्पोरेट कानूनों को लैंडिंग करता है, तो वे केवल बड़े कॉर्पोरेट के लिए काम कर रहे हैं और कॉर्पोरेट और केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार के दो बन गए हैं, जो विवेक और जनता के विश्वास का उपयोग करने में सक्षम नहीं हैं।.....
It appears from the poverty scenario in India More than 95% of population can't afford approaching courts for justice. Even now justice system is being questioned by intellectuals?
@anilsinghal2312 नहीं, मुझे इस लड़ाई में पड़ने की जरूरत नहीं है। मै United States Of America का citizen हूँ। पर जो चीज़ें india में हो रही हैं, उनसे देश कमजोर हीं होगा। अमरीका इतना ज्यादा मज़बूत क्यों हैं? क्योंकि अमरीका की डेमोक्रेसी बहुत मज़बूत है।
Judiciary is per se cognizant. Whether they are complacent or in some way are complicit is a million dollar question. Expecially when even immediate cases like elctoral bonds, Electronic voting machines, previous Maharashtra illegal govt, PM Care Fund and the list goes on. Situation has come to a pass. Judiciary has to forget about technicalities. They should look into public good and public safety of ALL indians and their belief.
Thanks Mr. Anand Vardhan singh for clarifying the situation in Manipur, Omar Khalid and EVM cases
बहुत ही सही बात करनेवाले एक न्यायप्रिय वकील को सुनने का मौका मिला।वर्धन जी को धन्यवाद ❤😊
Excellent ap Dono ko So Tobo Salame you are Absolutely Correct indian Democracy Hijecked by RRS Bhart Jalavo party Bhagavo Loktenter Bachavo jai bhem
बिल्कुल सही कहा आपने, संघी विचारधारा के लोग जज बनाये जा रहे हैं । प्रशांत भूषण साहब सच्चे देशभक्त हैं ।
भाजपा की सरकार में किस विचार धारा के लोगों को जज बनना चाहिए?
पहले बाबर के औलाद थे... अब संघियों की बारी 😜😜😜🤨🤨🚩🚩🚩🚩🚩🚩
हायकोर्ट-सुप्रीमकोर्ट के रिटायर्ड और अभी हालमे पर है,इनके रिश्तेदारोंको जजकी अपायंटमेंंट न करनेका फैसला लिया है एकदम न्यायका है.उसका अमंल क्या हो जायेगा?
निष्पक्ष @@anilsinghal2312
@Singh-hअभी सभी अंग्रेजो की संतान है s7lz
संपूर्ण व्यवस्था पतन के गर्त में है तो न्यायपालिका कैसे बच सकती है.हम दुसरों से आशा करते हैं कि सब ठीक कर दे.स्वयं कुछ भी नही करते हैं.इस कारण अन्याय का शिकार सारा देश हो रहा है.🎉
पतन के गर्त से व्यवस्था बाहर कैसे निकलेगी? इस विचार होना चाहिए। इसे गर्त से बाहर निकालेगा कौन?
@anilsinghal2312 जनता.जिसे लोकतंत्र चाहिए.वही विरोध कर सकती है.अन्य को क्या लेना देना.
All Secular democratic minded Lawyers should protest and boycott these judges by refusing to accept their Judgments.
इनके द्वारा जजमेंट अस्वीकार करने से होगा क्या? इन लोगों के साथ तो देश की जनता भी नहीं है। यदि जनता साथ होती तो ये किसी सीट से चुनाव लड़ कर देख सकते हैं, जनता इनकी जमानत ही जब्त करा देगी।
बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हों रहा है|
May long live Prashant Bhushan ji to save democracy and rule of law which have been almost finished by fascist corrupt communal RSS and BJP.😊LAS
आप सबको आज समझ आया और मैं कई सालों से बोल रहा हूँ। विपक्ष, पत्रकारों और प्रशासन की अल्पज्ञता व सक्रियताहीनता में देश संघियों का गुलाम होने जा रहा है।
👍👍👍🙏
Nakli pandey ho ......bhimte gulaam ho kya fir
आप ठीक समझे पांडे जी,
पांडे जी पिछड़ों दलितों के सच्चे हितैषी है।
आज की तारीख में यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं कि सुप्रीम कोर्ट संवैधानिक संस्था कम और सत्ता की एजेंसी ज्यादा प्रतीक हो रहा है।
Sahmat hun aap se
वैसे ऐसा किस शासन में नहीं हुआ?
Great political analysis truth
न्याय पालिका से उम्मीद उठ चुका है👌
यह तो बहुत अच्छी बात है।
Salute to you and Mr Prashant Bhusan Saheb
लोकतंत्र बचाओ तो देश बचेगा.
दिल्ली, इलाहाबाद, कलकत्ता, राजस्थान और बॉम्बे हाई कोर्ट तो संघियों का अड्डा बन चुका है
देश की जनता का विश्वास, देश की न्यायप्रणाली में, पिछले कयी वर्षों में, लगातार गिरा है।
हाल के दिनों में, सोशल मीडिया में, इस विषय पर खूब चर्चा भी हुई है।
कानून, प्रशासन और अर्थशास्त्र के जानकार इसे चिन्ता का विषय मानते हैं।
इन दोगले तथाकथित जानकार लोगों को देश की जनता जाहिल मानती है। ये लोग चुनाव में किसी सीट से चुनाव लड़ कर देख लें जनता इनकी जमानत जब्त करा देगी।
आनंद सर असली गुनहगार तो यही लोग है देश के डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली भारत सरकार को बदनाम करने झूठे भ्रष्टाचार के आरोप लगाने में सबसे आगे थे देश इन लोगों को कभी माफ नहीं करेंगा । इनमें कितनी काबिलियत है हम देख चुके हैं
My thoughts exactly ❤❤❤
Anna was planted by Sangh
@@jhakku1401 yes
धन्यवाद।
Very honest Thinker.
Great interview - both Mr Singh and Mr Bhushan speak truly. I don’t see either of them as anti-Modi, rather they are showing us the possible direction our country is headed towards. What do we envisage for India say in 15 years? To be like which country/society? What is our ideal? Is the constitution’s ideals not enough? Also look around us - Pakistan, Nepal, China, Bangladesh, Myanmar, Sri Lanka - anybody wanting to migrate to these countries? The entire world is in a precarious spot - the annual doomsday clock outed every January I suspect will tick even closer to midnight this year. And yes our judicial system is haemorrhaging..
न्याय छोड़ कर बाकी सब काम होगा।
सभी वर्गों की भागीदारी हो जुडीसरी मे
अब जनता युवकों को ही देश के लिए बहुत कुछ करना होगा देश हर क्षेत्र में पतन दिखाई देता है गुणवत्ता का अभाव है
Few patriots trying to save Indian Democracy. Salute to struggle and patience.
Their number is decreasing day by day
प्रशांत भूषण साहब एक नामी वकील के साथ साथ निष्पक्ष, ईमानदार और स्वतंत्र विचारधारा के राजनीतिक कार्यक्रता हैं.
.
भारतीय भाईयों बहनों बेटियों युवाओं छात्रों छात्राओं सभी से निवेदन है कि आप अपने परिवार बच्चों की शिक्षा खुशहाली उन्नति के लिए भाजपा को बिलकुल भी वोट ना दें.
Congress ko de
@@gandhibhagat285👌
Excellent.
Parshant ji
बिल्कुल सही।
संघी जजो का सुप्रीम कोर्ट पर कब्जा।
कांग्रेश के समय से ही है।
लेकीन अब कुछ गुंडे उन पर दबाव बना रहे है जो बाहर के है 😡 काॅंग्रेस के वक्त स्व मनमोहन सिंह की प्रशासन पर पकड थी
हर जगह हर संस्थाओं में संघी सिफारिशी लाल घुसाऐ गऐ हैं
तो इसमें क्या समस्या है? हर शासन में ऐसा ही होता रहा है।
@anilsinghal2312 पाकिस्तानी ऐजेंट है
मोडानी सरकार देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं का संघी करण कर दिया है, लोकतंत्र और संविधान की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही हैं,
बहुत ही शानदार इंटरव्यू। बहुत ही सधे हुए सवाल और उसके तार्किक जवाब। मजा आ गया।
प्रशांत भूषण जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर देश के करोड़ों लोग गर्व करते हैं, मैं भी उनमें से एक हूं।
ये सब गुंडागर्दी तभी बन्द होगी जब नेताओं और भ्रष्टाचारियों को जनता द्वारा लट्ठ लेकर निपटाया नहीं जायेगा।
मगर जनता तो प्रशांत जैसे लोगो पर ही लठ्ठ बजा देती है। इसे जनता ने कई बार पीट दिया है।
एक राष्ट्रवादी को करना चाहिए,वो प्रशांत भूषण जी कर रहे हैं।ऐसे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होने चाहिए।
प्रशांत को देश की जनता जाहिल और दोगला मानती है। यदि प्रशांत चुनाव में किसी सीट से चुनाव लड़े तो जनता इसकी जमानत जब्त भी करा देगी।
देश की जो विचारधारा होती है इस विचारधारा के लोग संसद भी बनेंगे और जरू री बनेंगे। क्या जज विदेश के बनेंगे
कॉलेज और विश्वविद्यालयों में भी प्रोफेसरों और वाईस चांसलरों की भर्ती के नियम भी बदल दिये गए हैं जिससे संघी लोगों की भर्ती आसान की जा सके।
Super thanks
सारी संविधानिक संस्थाऐं बर्बाद हो चुकी हैं।
अब यह आबाद कैसे होंगी? कौन नेता इन्हें आबाद करेगा?
@anilsinghal2312 सर, केवल जनता ही कर सकती है। कोर्टों के खिलाफ सड़क पर न्याय मांगना होगा।
PEOPLE NEED DEMOCRATIC REPUBLIC AND OUR CONSTITUTION , DEFENDED BY THE HON. SC BY KEEPING OUR DEMOCRACY AS A PROUD DEMOCRACY.
Right sir
To ye sanghi judjo ke karan hai Supreme Court aaj Supreme Kotha kaha ja raha hai.Adv Bhusan ko salaam
जजों की भर्ती यूपीएससी की तर्ज पर होनी चाहिए
Supreme court ne sabhi samanya cases ki abhi sunavani bandh karke sirf rashtriya cases jaise election petitions, validity of law relating to appointment of election commissioners, etc ki uddha ke dhoran se sunavani karke democracy aur fundamental rights ko protect karna chahiye.
शेखर यादव के मामले में, लगता है के बचाव के रास्ते तलाश किए जा रहे हैं। वरना सबकुछ रिकॉर्ड पर है ।
बेहद चिंताजनक स्थिति है
excellent analysis sir
Parshant ji is really very balanced and rational person. He is an awakened nationalist who is active for protecting the rights of citizens. Kudos to him.
Thanks Anand ji for the efforts made by you.
निसंदेह प्रशांत भूषण का विश्लेषण सही है। न्यायालय, चुनाव आयोग ,इ डी. सीआईडी और अन्य राष्ट्रीय संस्थान में भाजपा के ऐरे- गैरों को नियुक्तियाँ दी जा रही है जो भारतीय लोकतंत्र पर भविष्य में प्रश्नचिन्ह लगाएगा।
Very True Bharat Ratan Prashant Bhushan ji. Jai puteeeen. Jai N.Koria.
Jitne bhi government officials galat case ker rhi hai unki pension band ker deni chahiye or court mein bayaan hone chahiye ki unhone kiske kahne pe kiya hai.
संघी वायरस पूरे सिस्टम में घुस गया है,इसका एंटीबायोटिक कभी तो बनेगा 😢😢😢
पाकिस्तान में एंटी डोज बन रहा है। जल्द आने वाला है।
बाबा साहब ने बहुत ही एक्सीलेंट संविधान लिखकर दिया पर उसे पूर्णरूपेण में इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका। मेरे विचार से संविधान का पालन कराने के लिए सिर्फ दो संस्थाएं है एक पुलिस प्रशासन दूसरा न्याय व्यवस्था इन दोनों को इंडिपेंडेंट होना चाहिए और मुख्यत पुलिस प्रशासन को इसी तरह राष्ट्रपति और राज्यपाल भी पार्टी के नेता नहीं होने चाहिए दूसरे नेताओं के पास सिर्फ अपने अपने विभाग की कार्यकुशलता को बढ़ाने के कार्य ही देने चाहिए पर ये उन विभागों के कर्मचारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग के कार्य करने लगे है ये भ्रष्टाचार करने लगते है तथा वोह कर्मचारी सीधा तन कर राष्ट्र हित का कार्य नहीं कर पाते इनके सामने सर झुका कर संविधान के विरुद्ध कार्य करते हैं सभी लोगों को बैठकर इस बारे में बात करना चाहिए इससे सिर्फ भ्रष्टाचार भी खत्म होगा और संविधान पूरी तरह लागू होगा।
अब आइए बात करते हैं जब ये उपरोक्त पद राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा और राज्य सभा के उपाध्यक्ष, सभी प्रदेशों के राज्यपाल निष्पक्ष चुने जाएं तो अब इनको भी कुछ कार्य दिए जाएं सिर्फ उद्घाटन ही न रहे जिस तरह राष्ट्रपति को कहते हैं तीनों सेनाओं का मुखिया है तो इसे पुलिस प्रशासन और एडमिनिस्ट्रेटिव प्रशासन का भी मुखिया बना दिया जाए मतलब नेताओं से इनके पोस्टिंग ट्रांसफर के पावर छीन कर राष्ट्रपति को वास्तव में दे दिए जाएं जोकि अभी सांकेतिक हैं इससे एक तो संविधान का पालन शुरू होगा दूसरा भ्रष्टाचार खत्म होगा तीसरा प्रधानमंत्रि को डिक्टेटर बनने का रास्ता बंद होगा नेताओं का कार्य सिर्फ अपने अपने विभागों की कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए नीतियां बनाना हो होगा न कि कर्मचारियों के ऊपर डंडा चलाना उन्हें प्रताड़ित करना इसका सबसे जिंदा उदाहरण है मणिपुर चूंकि ये पावर गृहमंत्री के पास है और वोह राजनीति के कारण नहीं चाहते अगर राष्ट्रपति या राज्यपाल निष्पक्ष होते तो एक मिनिट में दोनों प्रशासन को आदेश होता और शानित हो जाती गृहमंत्री का कार्य सिर्फ देश के हालत को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ पॉलिसी बनाना न कि पुलिस और एडमिनिस्ट्रेटिव को कंट्रोल करना इसी तरह CBI तथा ED जैसी संस्थाएं भी राष्ट्रपति के कंट्रोल में होनी चाहिए
All voters list should be given to all party officials at the end of voting. And these list with the Adhar numbers should be counter verified.
संघ ने हर विभाग के सभी संवैधानिक पदों पर कब्जा करके पूरे भारत को अपने हिसाब से चला रहे हैं , सत्ता के लिए उन्होंने बीजेपी तो एक सुलभ माध्यम तैयार किया गया था ।
Very important video thanks for the same
Good morning sir have a good day 🙏
Police should be prosecuted
& person who is deliberately put in jail under
UPA should be compensated with minimum 1 crore rupees
Because he will not be employed after requital or give him government job
Good discussion hope of india Prasanth ji
चुनाव आयोग तो कुछ कर नहीं रहा है और सुप्रीम कोर्ट भी सारी याचिकाओं को पेंडिंग रखे हुए है।मोक पोल न करके कुछ बूथों पर ई वी एम और वी वी पैट पर्चियों का मिलान करना चाहिए।
Prashant Bhushan ji Sssssuper
But our former CJI saheb ki meherbani hai yeh sab karneki
Public India Sssssuper reporting ❤️
भारत मे संविधान और लोकतंत्र बचाना है तो कॉलेजियम हटाओ देश बचाओ मोर्चा बनाकर देश व्यापी बड़े आन्दोलन अति आवश्यक है
Like movement against corruption in public places,it is a high time that law should come to punish high handed and unjust conduct by officials of agencies like Police,ED ,CBI ,Tax authorities etc.
Salute you to request Adv.Bhushan
Our Democracy has already been Transformed into a Banana Republic 😂😂😂
VHP event conducted in Allahabad High Court Premises.
Choro salute to Prasanth sir..
Very beautiful interview with Mr Prashant a noted brilliant highly secular person of India
Mr Prashant is secular assett
He will fight till he gets objective desired
RSS Every Where & in Every institution.
Bhushan khud hai sangji
@@gandhibhagat285No , he is not. He is a patriot
@@jhakku1401 yeah where was his patriotism when his father was fighting against Indira Gandhi and Dr Manmohan Singh?
Why did he take part actively in sanghi drama of anna kursiwal ?
Policeman and Judges are PUBLIC SERVANTS; must be charged and prosecuted for CRIMINAL BEACH OF TRUST under section 409 IPC
जुडिशरी सता के आगे नतमस्तक😢
Very nice detailed discussion
प्रशांत भूषण जी आपातकाल के दौरान न्यायाधीश कौन थे, जिन्होंने इन्दिरा जी के काले कारनामों को नहीं रोक सके? वन्देभारतमातरम् ।
Excellent..!
बिलकुल सही keh रहे हैं आप
इन जैसे लोगों को वकील बनवाया किसने कांग्रेस ने वकील बनाया और आपको कौन बना सकता वकील नाम बड़ा लेकिन काम छोटा
Sir I fully agree with sr.advocate shri prashant bhushan sir
देश को इस हालत में पहुँचाने में श्री प्रशान्त भूषण जी का भी बहुत बड़ा हाथ है ।
Exactly khandani anti Congressi aur pro sanghi raeh hain. Sanghi kursiwal k sath Miller inhone Dr Singh aur Congress ko zabardust badnam kiya aur gujju gang ko sar per bithaya
Bad mien suvidha se alag ho gaye
Natak abhi bhi jaari hai
❤
वह कैसे?
तभी प्रशांत को लात मार कर केजरीवाल ने पार्टी से बाहर किया था।
@@jhakku1401 he was active part of IAC drama of kursiwal
Great Sir.
Correct observation
35 saal baad ye sachchai yaad ayi ab.
Chalo ab aur kitne parde uthne baki hai, ab toh bahut der ho gayi..
Evm zindabad
Anand ji, nice job by you sir and it's very important in the current time and continue it on the regular basis because it's eyes and mind opening for everyone and show the dark reality of the country and invite Mr. Bhushan from time to time and other person as well and you are doing a very fine job sir and please also invite the CAs and the economist also and economic journalist aa well and all are important sir and i had explained you later and you know very well. With respect and regards forever sir 🙏🙏🙏
Excellent👍
Really Shocking
Aiyoo Ramaa
Good work Anand jii
रेल दावा अधिकरणो समेत सभी Tribunals मे 90% बाहरी जमावडा पार्टी और RSS से जुङे प्रतिगागी।
प्रशांत भूषण भी अन्ना हजारे केजरीवाल की तरह ही जिम्मेदार हे आज की हालात के लिए ओर देश की बरबादी के लिए
Modi's GOVT had weakend FOREIGN CONTRIBUTIONS (REGULATION) ACT, 1976; PREVENTION OF CORRUPTION ACT, 1988 ACT MANY PROVISIONS OF COMPANIES ACT, 2013 RESULTING IN MASSIVE INCREASE IN CORRUPTION AMONGST MINISTERS AND OTHER PUBLIC SERVANTS.
👍👍👍👍kudos 👍
भाई साहब आज सुलभ शौचालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक RSS, BJP की मानसिकता के कीड़े मौजूद हैं, अब इन संघियों से न्याय की उम्मीद करना बेमानी है।
सही पकडे लश्कर ए तोईबा jais E मोहम्मद PFI बगदादी की मानसिकता शांति वाली एक गलत घटिया इनसान दूसरे को गलत नहीं कह सकता है
भारतीय स्टेट बैंक, जो कि सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है, एक रिपोर्ट प्रकाशित करके अपना सबसे खराब चरित्र दिखा रहा है, जो दर्शाता है कि भारत की गरीबी रेखा 5% से नीचे है, यह केवल चतुर कॉर्पोरेट नौकरशाहों द्वारा क्रूर बयान हो सकता है, न कि भारतीयों को समझने वाले। इस स्थिति में जब इस तरह का बैंक जिसे गरीबों की मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, केवल गरीबों को नुकसान पहुंचाता है और भंडारण करता है, जब यह जनता को बुनियादी एसएमएस सेवाएं प्रदान करने में असमर्थ है और पैसे के कॉर्पोरेट कानूनों को लैंडिंग करता है, तो वे केवल बड़े कॉर्पोरेट के लिए काम कर रहे हैं और कॉर्पोरेट और केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार के दो बन गए हैं, जो विवेक और जनता के विश्वास का उपयोग करने में सक्षम नहीं हैं।.....
It appears from the poverty scenario in India More than 95% of population can't afford approaching courts for justice.
Even now justice system is being questioned by intellectuals?
Sab ka haque constitution me hi hai chahe oh kisi bhi dharam k hon ❤
मुस्लिम तुष्टिकरण का धन्धा कौन कर रहा था और आज भी कर रहा है। वन्देभारतमातरम्।
लोगों को दोबारा आजादी की लड़ाई लड़नी पड़ेगी
तो तुम आजादी की लड़ाई कब शुरू कर रहे हो?
@anilsinghal2312 नहीं, मुझे इस लड़ाई में पड़ने की जरूरत नहीं है। मै United States Of America का citizen हूँ। पर जो चीज़ें india में हो रही हैं, उनसे देश कमजोर हीं होगा। अमरीका इतना ज्यादा मज़बूत क्यों हैं? क्योंकि अमरीका की डेमोक्रेसी बहुत मज़बूत है।
Judiciary is per se cognizant. Whether they are complacent or in some way are complicit is a million dollar question. Expecially when even immediate cases like elctoral bonds, Electronic voting machines, previous Maharashtra illegal govt, PM Care Fund and the list goes on.
Situation has come to a pass. Judiciary has to forget about technicalities. They should look into public good and public safety of ALL indians and their belief.
Before 30 years ago I heard from one RSS man that BJP might have stable GOVT only then if judges would be from RSSIANS.
वामपंथी विचार के जज बने तो बहुत अच्छा
Most important problem is non representation of Muslims in various institutions include Judiciary.
एक आम आदमी के लिए सबसे बड़ा भ्रष्टचार और मुद्दा है मंहगाई बेरोज़गारी जोकि सबसे ज्यादा है 2014 से भाजपा केन्द्र सरकार के राज़ में 😮😮😢😢😮🤔🤔🤨🤨🙄🙄