वेदं गृहीत्वा य: काश्चिच्छास्रं चैवावमन्यते स सद्य: पशुतां याति संभवानेकविशंतिम् जो मनुष्य वेद को पढ़कर उसके गर्व से अन्य शास्त्रों के उपदेश को ग्रहण नहीं करता है वह 21 बार पशु की योनि में जन्म लेता है। ११,अत्रि स्मृति। हर हर शंकर, जय श्री राम।
नियुक्तस्तु यथान्यायं यो मांसं नाति मानवः। स प्रेत पशुतां याति संभाव्यनेकविंशतिम् ॥ 35 ॥ जो व्यक्ति विधिपूर्वक अनुष्ठान करते हुए मांस नहीं खाता, वह मृत्यु के बाद 21 पुनर्जन्मों तक बलि का पशु बनता है । मनुस्मृति अध्याय 5 श्लोक 35.
@@RighteousGinseng महापुरुष और संतो की वाणी को प्रमाण नही मानेंगे.. जो ज्यादा दिन नही हुए जिनको गए.. वेद व्यास की रचना को पकड़ रखा है जबकि गुरु ग्रंथ, बीजक, अनुराग्सागर, गरीब दास की पुस्तक, संत रविदाश्, ज्ञानेश्वर, गोरख नाथ को नही बल्कि किताबो को मानेंगे.. जो जिंदा गुरु पद पर बैठे चुके है धन्य हो मानते रहो.. अगर इस से आपको आत्म ज्ञान हो जा रहा है तो आप महान है आपको किसी गुरु की जरूरत नही..
रामपाल तो जेल में है। रामपाल जैसे भारत में छोटे मोटे हजारों की संख्या में बाबा है जो भगवान को नहीं मानते। स्वयं को भगवान मानते है। ऐसे हजारों बाबा है। रामपाल जैसे बाबा और उनके शिष्य हिंदू धर्मग्रंथों का मनमानी अर्थ निकाल कर प्रचार कर रहे है। ऐसे व्यभिचारी बाबा निम्न है। 1 रामपाल तत्वदर्शी। 2 नारायण साकार हरी(हाथरस कांड) 3
11 अक्टूबर, 2018 को हत्या के 2 मुकदमों में रामपाल समेत 29 को दोषी करार दिया गया था। - कभी जेई रहा रामपाल अब सेंट्रल जेल टू में कैदी नंबर 1005 बनकर सजा काटेगा। सतलोक आश्रम प्रकरण में 5 हत्याओं के मामले में मंगलवार को रामपाल सहित 15 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
रामपाल के चेलो तुम सनातन वैदिक आर्य हिन्दू धर्म की शरण में आकर पुरी शंकराचार्य महाराज से दीक्षित होकर अपने यथार्थ स्वरूप को जानलो वरना संसार सागर में गोते खाते रहोगे😅😅😅
Mere Bhai Sona Tijori Mein Rakha Ho Chahe Nali Mein Kichad Mein Pada Ho kimat Kabhi Kam Nahin Hoti Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Ved Aur Geeta Ji Se Praman sahit Gyan Saat dip Nau Khand mein Guru Se Bada Na Koi Karta Kare Na kar sake Guru kare so Ho
Guru hi Brahma Guru hi Vishnu Guru hi maheshwara guru hi sakshat parbraham tasmai Shri guruve Namah Sant Rampal Ji Maharaj ji ka gyan Ved Aur Geeta Ji Se Praman sahit Gyan
अंधे को अंधा मिला राह बातवे कोन, जिसने सबकी कल्पना की, जिसने भगवान की भी धारणा बनाई, जिसके न होने पर सब वीरान हो जाता है, वह जीव, चेतना, आत्मा, इंसान, मनुष्य ही है, इसलिये जो स्वम अर्थात् स्वयं के तत्व को जनता है वही तत्वदर्शी है, बाकी सब झुनु लाल बने फिरते हैं 🤳
देवीभागवतपुराण / स्कन्धः (९) अध्यायः (३) ब्रह्मविष्णुमहेश्वरादिदेवतोत्पत्तिवर्णनम्- स्थूलास्थूलतमः सोऽपि नाम्ना देवो महाविराट् । परमाणुर्यथा सूक्ष्मात्परः स्थूलात्तथाप्यसौ ॥ ४ ॥ तेजसा षोडशांशोऽयं कृष्णस्य परमात्मनः । आधारः सर्वविश्वानां महाविष्णुश्च प्राकृतः ॥ ५ ॥ प्रत्येकं लोमकूपेषु विश्वानि निखिलानि च। अस्यापि तेषां संख्यां च कृष्णो वक्तुं न हि क्षमः ॥ ६ ॥ संख्या। चेद्रजसामस्ति विश्वानां न कदाचन। ब्रह्मविष्णुशिवादीनां तथा संख्या न विद्यते ॥ ७ ॥ प्रतिविश्वेषु सन्त्येवं ब्रह्मविष्णुशिवादयः। पातालाद् ब्रह्मलोकान्तं ब्रह्माण्डं परिकीर्तितम् ॥ ८ ॥ तत ऊर्ध्वं च वैकुण्ठो ब्रह्माण्डाद् बहिरेव सः । तत ऊर्ध्वं च गोलोकः पञ्चाशत्कोटियोजनः ॥ ९ ॥ नित्यः सत्यस्वरूपश्च यथा कृष्णस्तथाप्ययम् । जैसे परमाणु सूक्ष्मसे भी अति सूक्ष्म होता है, वैसे ही वह स्थूलसे भी स्थूल था। स्थूलसे भी स्थूलतम होनेसे वे देव महाविराट् नामसे प्रसिद्ध हुए परमात्मा। श्रीकृष्णके तेजसे सोलहवें अंशके रूपमें तथा प्रकृतिस्वरूपा राधासे उत्पन्न होनेके कारण यह सभी लोकोंका आधार तथा महाविष्णु कहा गया ।। 4-5 ॥ उसके प्रत्येक रोमकूपमें अखिल ब्रह्माण्ड स्थित थे, उनकी संख्या श्रीकृष्ण भी बता पानेमें समर्थ नहीं हैं जैसे पृथिवी आदि लोकोंमें व्याप्त रजकणोंकी संख्या कोई निर्धारित नहीं कर सकता, उसी प्रकार उसके रोमकूपस्थित ब्रह्मा, विष्णु, शिवादिकी संख्या भी निश्चित नहीं है। प्रत्येक ब्रह्माण्डमें ब्रह्मा, विष्णु, शिव आदि विद्यमान हैं ॥ 6-73 पातालसे ब्रह्मलोकपर्यन्त ब्रह्माण्ड कहा गया है। उसके ऊपर वैकुण्ठलोक है; वह ब्रह्माण्डसे बाहर है। उसके ऊपर पचास करोड़ योजन विस्तारवाला गोलोक है जैसे श्रीकृष्ण नित्य और सत्यस्वरूप हैं, वैसे ही यह गोलोक भी है। 118-931
@@निर्गुणसरगुनएकदेवी भागवत में उल्लेख हुआ है :- द्वि भुजं मुरली हसतं किशोर गोप वेषिणम । स्वेच्छामयम परंब्रह्म परिपूर्णतम स्वयम ब्रह्मा विष्णु शिवादै: च स्तुत: मुनिगणेनुत्तमम निर्लिप्तं साक्षिरूपं च निर्गुणम प्रक्रुते: परम ॥ अर्थात : यह द्वि भुजधारी, हाथ में मुरली लिए किशोर स्वरूप गो - लोक वासी श्री कृष्ण का है जिसका ध्यान ब्रह्मा विष्णु शिव आदि देव एवं महर्षि गण करते हैं और जो कि ब्रह्मानंद लीला युक्त है। यह स्वरूप प्रक्रुति से परे, निर्गुण निर्लिप्त है एवं साक्षी स्वरूप है।
@@निर्गुणसरगुनएकमुर्ख कबीर जी वृन्दावन श्रीकृष्ण को गुरु ग्रन्थ में अपना इष्ट बोला है तथा और यह भी कबीर जी ने कहा है नाम पक्ष ने किजिए सार तत्व ले जान। बल्कि हारामपाल और उनके चेले इस समय काल बनकर गलत प्रचार कर रहे हैं
@@निर्गुणसरगुनएक ek baar bhi kisi granth se praman de Krishna Ram kaal ke avtar h.😂😂.blki me tujhe de skta hu vo sab Vishnu ke avtar h..😂😂or sare kaal ko Vishnu ne khuma Diya h..😂😂...Vishnu n kaal ke hr chakra ko khuma Diya h ye to rigv d me hi likha h..😂😂 Tere haar baat ka khandan h..😂😂😂😂...aja...tu Kabir ka sabit kr 😂😂
कबीर साहब जी कहते हैं कबीर , झूठा गुरू काल है , यह गुरू का धरया स्वरूप । या में मीन ना मेख है , जैसे संभल रूख ।। कबीर साहब जी बताते है कि जिस गुरू को परमेश्वर का ज्ञान और साधना विधि नही पता हो उस गुरू को सेमल (संभल) के वृक्ष पर लगे फल समझिए । दिखने में तो आम जैसे फल दिखते है पर अंदर रूई जैसा रेशा भरा होता है अगर कोई भूखा पक्षी उसे खाने की चेष्टा करेगा तो रूई सा रेशा उसके मुंह और गले में फंस जाता है और उसको जान के लाले पड़ सकते है । #SaintRampalJi #Kabir_is_Supreme_God
@@anshulgupta6446 rampal jail me pda hai. Kyoki uska gyan galat hai. Jhute rampal ko bhagwan ne uske karmo ka fal de diya hai aur wo jail me chakki chla rha hai ab.
।।जय श्रीराम।। मैं इन रामपालियों से पूछना चाहता हूं की यदि ये लोग रामायणके राम और आदिराममें भेदभाव करते हैं वो ये बताएं की जब देवराज इंद्रके पुत्र जयंतने कौवेके रूपमें जगतजननी माता श्रीसीताजीके पतित पावन चरणोंमें चोंच मरती थी तब श्रीरामने एक तिनके को ब्रम्हास्त्रमें परिवर्तित करके जयंतके पीछे छोड़ दिया।जयंत पूरे ब्रह्मांडमें इधर उधर भागता रहा लेकिन कहीं भी उसे किसी भी देवी देवताने शरण नहीं दी।तब न तो तुम्हारे कबीर परमेश्वर थे और न आदिराम थे।फिर आखिरीमें वो श्रीरामकी शरणमें आया और क्षमा याचना करने लगा।और हमारे प्रभु श्रीराम इतने कृपालु हैं की उसे एक आंख से काना करके छोड़ दिया वरना उसने कृत्य ही ऐसा किया था जिसके लिए वो नर्कमें रहनेके भी लायक नहीं था।इसका मतलब रामायणके राम ही आदिराम हैं। ।।जय बजरंगबली।।
Are unko yeh bhi pucho Ki jab lila roop mai bhagwan shiv or parvati mata ka vivah ho raha tha Tab unhone ganesh bhagwan ki puja ki thi Toh yeh kese possible hoga Jab ki ganesh toh unke putra hai
Aur jo sant rampal ji maharaj ne sab kholkar dikhaya hai esa kya is sansar me kuchh kisi ne kaha aur bataya nhi bataya to saant bhav se sisya ki tarah vichar kar ke sahi galat samajho
बहुत बहुत धन्यवाद संत रामपाल जी महाराज जीका जो काम से कम भटके हुए जगत को शास्त्रों को खोलकर दिखाए बाकी नकली गुरुओं ने कभी नहीं दिखाया था अब ये सब भी खोल कर दिखाने लगे चलो अच्छीबात है कम से कम संसार भक्ति की तरफ तो बढ़ेगा 🌺सत साहेब 🌺
भाई धंधा बचाने के लिए एड़ी -चोटी का जोर लगा रहा है , लेकिन आप संत रामपाल जी महाराज के सत ज्ञान प्रचार को नहीं रोक सकते । लेकिन जब धंधे और वर्चस्व का प्रश्न हो तो आपका बौखलाना वाजिब ही है । सांचा शब्द कबीर का ,सुनकर लागै आग । अज्ञानी तो जल मैं, ज्ञानी जावै जाग ।। सत् साहेब जी 🙏🙏🙏
भगवान को पाने वाले बहस नहीं करते महाराज अकड़ कर बात मत करो, आपने जो बताया है उन तथ्यों पर गहरा विचार करके देखिए कबीर जी अनपढ़ थे तो वे उन तत्व भेद को कैसे जानते थे इतना गहरा गुड़ रहस्य कैसे लिखा गया कि परमात्मा कोन है ''कबीर नौ मन सूत उलझिया ॠषि रहें झक मार। सतगुरु ऐसा सुलझा दें उलझें न दूजी बार ।'' बंदी छोड़ सतगुरु कबीर परमेश्वर की जय हो
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 162 मंत्र 5 और ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि सतभक्ति करने से भयंकर से भयंकर रोग भी नष्ट हो जाते हैं। जबकि हमारे धर्म गुरुओं द्वारा दी गई साधना से रोग नाश नहीं होते बल्कि कष्ट ज्यों के त्यों ही बने रहते हैं।
बेचारा ये शंकराचार्य का शिष्य संत रामपाल जी महाराज जी का तत्व ज्ञान विश्व में फैलता हुआ देखकर पागल हो रहा है । संत रामपाल जी महाराज जी का अनमोल प्रमाणित ज्ञान को आप नहीं रोक पाओगे भाई । आप शंकराचार्य वाले यह चाहते हो कि लोग संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान को ना देखें क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनने के बाद लोग आपके पाखंड में नहीं रहना चाहेंगे । सब निकल जाएंगे शंकराचार्यको त्याग कर ।
@@tankanathupadhyay4947 "नीलशृगालः " कहानी पढी है कभी ? पढना और सही अर्थ करना आता हो तो पढ लेना। आज रामपाल वही सियार है और तुम लोग उसके चेले मूर्ख बनकर उसकी गुलामी कर रहे हो।
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद सिद्ध नहींहोते। वेद और गीता निराकार साकार तक सीमित है। निराकार साकार मायाहै यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।🎉🎉🎉🎉🎉
@@deadster1254nirakar akarta hota hain pata means kuch nahi karta na uske paas heart hota hain na feelings hoti isliye wo na soach sakta na kisi ki sun sakta hain isliye kuch nahi kar sakta ye baat shivji ke avatar adishankracharya ji ne kaha aur nirakar ko tyaag sakar bhagwan ki sharan li charo dhaam mein murti sthapna ki apni maa ko updesh diya bina haribhakti ke mann tak suddh na hoga moksha Pana dur ki baat hain aur apne bhakto se kaha bhaj Govindam
@@deadster1254mayabaddh jeev yani hum sab ke paas material mann buddhi indria hoti hain jo buddhi bimar ho nasht ho jati hain magar shree Krishna ne Geeta mein kaha meri divya atma se hi mera divya sharir bana hain unme antar nahi hain mein anadi ajanma hoon mujhse upar koi nahi hain anant universes ka ek matra swami jo bhi chahe ek chann mein pa lu magar murkh loag mujhme sansari insan formula laga apne jaisa sadharan insan janam maran wala samajhte hain
आप इतने बड़े ही ज्ञानी हो तो अब तक कितने लोगों को लाभ दिया आपने भक्ति विधि से? आपके संविधान के अनुसार तो पाप कर्म भोगने पड़ते हैं कोई पाप कर्म नहीं कटता । जबकि संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि साधक चाहे मृत्यु सैया पर भी हो लेकिन परमेश्वर उसे मौत के मुंह से निकाल कर 100 वर्ष की आयु बढ़ा देते हैं। क्या आपके पास ऐसी कोई भक्ति विधि है।
असली भक्ति करने से साधक के पाप नाश हो जाते हैं। जोकि दुखों का मूल कारण है। जिसका प्रमाण यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 8 मंत्र 13 में है। जबकि धर्मगुरुओं द्वारा कहा जाता है कि भक्ति से पाप नाश नहीं होते, उन्हें तो भोगना ही पड़ता है। यानि इनके द्वारा बताई भक्ति विधि गलत है।
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा है कि उस तत्वज्ञान यानी सूक्ष्मवेद के ज्ञान को तू तत्त्वदर्शी संतों के पास जाकर प्राप्त कर समझ। तो उस तत्वज्ञान अर्थात "सूक्ष्मवेद" के ज्ञान को जानने के लिए देखिए Sant Rampal Ji Maharaj RUclips Channel
Hey bhagwan san 2000 se phle kuch nhi tha ab to inke naye naye bhagwan naye naye parmeshwar market me aa rhe h logo ka kitta brain wash kr diya gya h ki unko kuch dikhta hi nhi h
शिवाश भाई तुम्हारा प्रश्न का जवाब में देता हूं ।गिरता अध्याय ४ श्लोक ३४ मे काहा है कि उल्टा लड़का हुआ अविनाशि पिंपल के वृक्षको छन्दासि मतलब भिन्न भिन्न बताएगा ओहि वेद को जानने वाला है लेकिन क्रमश जरा, पेड़, डार, शाखाएं, विस्तार पूर्वक गिता अनुवाद ने नही बताए । तत्वदशी कबीर परमात्मा ने बताए कि अक्षर पुरूष एक पेड़ है । क्षर पुरूष डार तिनो देवा शाखा भया पात रूपमे नाशवान संसार। पिंपल के वृक्षको कबीर परमात्मा ने गिताशार सरल क्रमश बताए कबीर ही पाप नाशक, शान्ती दायक,सबका जनक है
किसी सिख से कह के दिखाओ कि उनका गुरु गुरुनानक , गुरुगोविंद सिंह भगवान नही है , 2 मिनट जब होंगी , तुम्हारा शीश धड़ से अलग हो गया होगा । आज अगर तेग बहादुर और उनके गुरु ना होते , तुम सब लोगो की सुन्नत हो गई होती किसी मस्जिद में नमाज पड़ रहे होते ।।
असली भक्ति vs नकली भक्ति संत रामपाल जी महाराज सभी प्रमाणित शास्त्रों के आधार से अपने भक्तों को नाम जाप व अन्य धार्मिक क्रियाएं करने का देते हैं जिससे उन्हें सर्व लाभ होते हैं। वहीं दूसरी ओर हमारे धर्मगुरु जो भी भक्ति विधि समाज को देते हैं। उनका शास्त्रों में कहीं भी प्रमाण नहीं मिलता। जिस कारण से मानव समाज को उनके द्वारा बताई गई भक्ति से लाभ नहीं होता।
संत रामपाल पर क्या आरोप है? रामपाल के खिलाफ अवैध गर्भपात सेंटर खोलने, अनुयायी की हत्या करने, आश्रम में हथियार रखने और सरकारी काम में बाधा डालने जैसे कई मामले दर्ज हैं. संत रामपाल को भी उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है.
कहां पर परंपरा द्वारा आचार्य समाज के बारे में बता रहे हैं पाखंडी को कहीं का वेद शास्त्र तो हमने भी पढ़े हैं हम लोग भी तो ऐसे नहीं कहीं सुने हैं परंपरा हो या ना परंपरा हो शास्त्र भक्ति जो प्रमाणित भक्ति बताते हैं वही सही है बाकी जो भी है गलत है
Bhai we are nothing in front of Santa Rampal ji Maharaja please come and join with him so that your life will be success otherwise you will be finished your life and goes to 84 lashes life. Bhai still you have time come and join him this is final chance we are nothing bro , Thank you.
परंपरा हो या नहीं परंपरा हो स अनुकूल भक्ति बताती है तो सही है अर्थशास्त्र ब्रिज जो भक्ति बताते हैं तो सब गलतहै इसीलिए हम आचार्य को नहीं मानते हैं क्योंकि उनके पास भी सही भक्ति ज्ञान नहीं था और आप कहते हैं परंपरा आचार्य द्वारा भक्ति करना चाहिए नकली गुरु का नकलीकेला नकली गुरु का नकलीकेला
द्वेदी जी आप पूरा जोर लगाकर विडियो बना लीजिए और जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महराज के एक भी भगत को डायवर्ड करके दिखा दो ।मगर हां आप के लोगों में जो समझदार होगे तुम्हारे ही वीडियो से संत रामपाल जी महराज के शरण में हजारों लोग आ रहे है। आप जितना ज्यादा वीडियो बनाओगे उतना आप के लोग ज्यादा जुड़ेंगे। जय हो बंदीछोड की।
@@Hacker1j rampal bandipakad ke jail me hawa faank rha hai. Aur tu yha chhod chhod bandi chilla rha hai. Ye hrampal jail me hi pda rahega aakhir tak aur tere jaise mirkh us dhongi dhurt ko avtar mankar chappal dho k pite rahenge uski.
Aadhe se jyada yah upnishad ka hi praman deta hai kya isane upnishad hi pade Hain ved to padhe hi nahin hai do char shlok rahte hue hain@@vishalbhatia6801
yea sirf sawal puchege inke paas apke koi sawal ka jawab nahi milega. in andh-bhakto k dimage main yea stalok ashram wale kaal ka dar aur satlok ka lalac daldete hain aur inko saal main kuch 3-4 baar ashram bulate hain kuch 2-3 din k liye au rinki puri bhuddhi bhrasht kr dete hain fir inko kuch samajh hi nahi aata cahe samne wala kuch bhi bole/dikhaye.
हें महापुरुष वीडियों एक हैं ...............उसके केवल पार्ट बना कर डाले हैं एक दिन में प्रमाणों का pdf तैयार किया है और उसी दिन वीडियों एक बार में बनाया हैं ..............
हमको समझना है की शिवांश जी इतनी सुंदर वीडियो इसलिए बना रहे हैं कि हम हिंदुओं को एक कर सके।
Kabir is god,,,, 💯🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Jai ho shankaracharya Maharaj ji ki
Radhe shyam 🙏
संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु है।
वेदं गृहीत्वा य: काश्चिच्छास्रं चैवावमन्यते
स सद्य: पशुतां याति संभवानेकविशंतिम्
जो मनुष्य वेद को पढ़कर उसके गर्व से अन्य शास्त्रों के उपदेश को ग्रहण नहीं करता है वह 21 बार पशु की योनि में जन्म लेता है। ११,अत्रि स्मृति। हर हर शंकर, जय श्री राम।
नियुक्तस्तु यथान्यायं यो मांसं नाति मानवः। स प्रेत पशुतां याति संभाव्यनेकविंशतिम् ॥ 35 ॥
जो व्यक्ति विधिपूर्वक अनुष्ठान करते हुए मांस नहीं खाता, वह मृत्यु के बाद 21 पुनर्जन्मों तक बलि का पशु बनता है ।
मनुस्मृति अध्याय 5 श्लोक 35.
इनके पास जवाब नही है मनु स्मृति को ये संविधान बता रहा
@@rpsno.1789 हमारे लिए समस्त श्रुति स्मृति शास्त्र प्रमाणित है परंतु मनु स्मृति हमारा संविधान है और मनु स्मृति से प्रमाण देंगे।
@@RighteousGinseng महापुरुष और संतो की वाणी को प्रमाण नही मानेंगे.. जो ज्यादा दिन नही हुए जिनको गए.. वेद व्यास की रचना को पकड़ रखा है जबकि गुरु ग्रंथ, बीजक, अनुराग्सागर, गरीब दास की पुस्तक, संत रविदाश्, ज्ञानेश्वर, गोरख नाथ को नही बल्कि किताबो को मानेंगे.. जो जिंदा गुरु पद पर बैठे चुके है धन्य हो मानते रहो.. अगर इस से आपको आत्म ज्ञान हो जा रहा है तो आप महान है आपको किसी गुरु की जरूरत नही..
बहुत अच्छा शक्ति ज्ञान बताया
शिवांश भाई बहुत बढ़िया काम कर रहे है और अंधकार में डूबे लोग को बाहर निकाल रहे हैं, राधे श्याम 🙏
जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव
अच्युत अनन्त गोविन्द
शिव शंकर प्रलयंकर
श्रीराम जय राम जय जय राम
Bilkul satya baat bhai ji... jai shree krishna.ji
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे हरे कृष्ण हरे हरे हरे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
राधे राधे ❤❤😊😊
🙏ram ram
रामपाल और तत्वदर्शी 😹😂
😂😂😂😂
Ab yeh khud ped par ulte latak ne wale hai😂
ये रामपाल नहीं हरामपाल है
@DyRe😅wari
क्यों तुम्हें पच नहीं रहा क्या की संत रामपाल जी महाराज तत्वदर्शी संत हैं
The best Gyan ( Thanks ) ❤❤❤
रामपाल तो जेल में है। रामपाल जैसे भारत में छोटे मोटे हजारों की संख्या में बाबा है जो भगवान को नहीं मानते। स्वयं को भगवान मानते है। ऐसे हजारों बाबा है। रामपाल जैसे बाबा और उनके शिष्य हिंदू धर्मग्रंथों का मनमानी अर्थ निकाल कर प्रचार कर रहे है।
ऐसे व्यभिचारी बाबा निम्न है।
1 रामपाल तत्वदर्शी।
2 नारायण साकार हरी(हाथरस कांड)
3
Nice video guru ji❤❤
11 अक्टूबर, 2018 को हत्या के 2 मुकदमों में रामपाल समेत 29 को दोषी करार दिया गया था। - कभी जेई रहा रामपाल अब सेंट्रल जेल टू में कैदी नंबर 1005 बनकर सजा काटेगा। सतलोक आश्रम प्रकरण में 5 हत्याओं के मामले में मंगलवार को रामपाल सहित 15 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
वेद पड़े मगर भेद न जाने बचे 18 purad
रामपाल के चेलो तुम सनातन वैदिक आर्य हिन्दू धर्म की शरण में आकर पुरी शंकराचार्य महाराज से दीक्षित होकर अपने यथार्थ स्वरूप को जानलो वरना संसार सागर में गोते खाते रहोगे😅😅😅
ना जरुरी नहीं गुरुदेव के पास आएँ किसी भी मान्य आचार्य के पास भी जा कर ज्ञान लेगें इनका कल्याण हो जाएँगा
Rampal jail mai or uske shishya mauj mai 😂😂
❤❤❤ जय श्री राम ❤
Kranti jaari rehni chahiye,🙏
Mere Bhai Sona Tijori Mein Rakha Ho Chahe Nali Mein Kichad Mein Pada Ho kimat Kabhi Kam Nahin Hoti Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Ved Aur Geeta Ji Se Praman sahit Gyan Saat dip Nau Khand mein Guru Se Bada Na Koi Karta Kare Na kar sake Guru kare so Ho
Guru hi Brahma Guru hi Vishnu Guru hi maheshwara guru hi sakshat parbraham tasmai Shri guruve Namah Sant Rampal Ji Maharaj ji ka gyan Ved Aur Geeta Ji Se Praman sahit Gyan
@@PrabhuSingh-q5fHa toh woh sankaracharya hai
Fake tatvdsrshi ramapal nahi
@@PrabhuSingh-q5f To Galat vyakhya mat karo aur Guru ki shlok Shishya Bhaav hain mere Guru Shri Puri peethdheshwar bhagwan hai Rampal ji nhi
Rampal baba phakhandi hai
हरे कृष्णा
Shivansh ji 20:17 me reference me galti hai
Aapne rig ved 10.164.39 bola hai
Jabki 1.164.39 bola hai
Baaki video bhot accha hai
Jai shree ram 🙏🧡
जय श्री राम
Har Har Mahadev 🔱
अंधे को अंधा मिला राह बातवे कोन, जिसने सबकी कल्पना की, जिसने भगवान की भी धारणा बनाई, जिसके न होने पर सब वीरान हो जाता है, वह जीव, चेतना, आत्मा, इंसान, मनुष्य ही है, इसलिये जो स्वम अर्थात् स्वयं के तत्व को जनता है वही तत्वदर्शी है, बाकी सब झुनु लाल बने फिरते हैं 🤳
अब तुम भी अद्वैत हो गए क्या बात है
रामपाल तो बबीता का दर्शन करता था आज जेल में बंद हैं अब किस का दर्शन कर रहा है ढोंगी पाल
@@Ahvaan अरे साहब सत्य को कोई ठेकेदार नहीं है, उसे जानो और मस्त आत्मा में रहो, बस बात छोटी सी है
@@kabir5410tere jaise murkho ko rampal jaisa mahamurkh mil gya ab raah kon btaye.
@kabir5410 murkh ko mahamurkh mila ab raah btave kon.
Jail lok me band hai hrampal thug
Guruji ham Krishna ko mante Hain
🕉🕉🕉
श्रीराम
जो संसार वृक्ष कॊ जानता है वह वेदों के तात्पर्य कॊ जानने वाला है अर्थात वेद क्या बताना चाहते हैं इस बात कॊ समझता है।
0:24 khatam tata bye bye😂😂😂
BHut achhe ❤❤
ईश्वर निर्गुण साकार है
Jay Shri Ram Jay Shri Ram Shri Sitaram Shri Sitaram Jay Jay Shri Ram 🙏🏻🚩
Har Har mhadev 🙏 jai shree mhakal 🙏 jai shree ram 🙏 jai shree kalki bhagwan ❤🎉
Oye veddo me praman hai oye 😂
जय जय श्री राम 🙏🙏🙏
Adi Shankara bijayam❤
परंपरा से अज्ञान परोसा जाता है तो क्या अज्ञान गृहण करते रहना चाहिए।
Jai shree Ram
Bahut badiya app jo btaya apne dhanyawad
इन कबीर पंथियों ने तो कबीर जी की ऐसी तैसी कर रखी है
@निर्गुणसरगुनएक hrampal jail me hawa kha rha hai bechara aur tum murkh yha ashram me moj le rahe ho desi ghi ka.
देवीभागवतपुराण / स्कन्धः (९) अध्यायः (३) ब्रह्मविष्णुमहेश्वरादिदेवतोत्पत्तिवर्णनम्-
स्थूलास्थूलतमः सोऽपि नाम्ना देवो महाविराट् । परमाणुर्यथा सूक्ष्मात्परः स्थूलात्तथाप्यसौ ॥ ४ ॥ तेजसा षोडशांशोऽयं कृष्णस्य परमात्मनः । आधारः सर्वविश्वानां महाविष्णुश्च प्राकृतः ॥ ५ ॥ प्रत्येकं लोमकूपेषु विश्वानि निखिलानि च। अस्यापि तेषां संख्यां च कृष्णो वक्तुं न हि क्षमः ॥ ६ ॥ संख्या। चेद्रजसामस्ति विश्वानां न कदाचन। ब्रह्मविष्णुशिवादीनां तथा संख्या न विद्यते ॥ ७ ॥ प्रतिविश्वेषु सन्त्येवं ब्रह्मविष्णुशिवादयः।
पातालाद् ब्रह्मलोकान्तं ब्रह्माण्डं परिकीर्तितम् ॥ ८ ॥ तत ऊर्ध्वं च वैकुण्ठो ब्रह्माण्डाद् बहिरेव सः । तत ऊर्ध्वं च गोलोकः पञ्चाशत्कोटियोजनः ॥ ९ ॥ नित्यः सत्यस्वरूपश्च यथा कृष्णस्तथाप्ययम् ।
जैसे परमाणु सूक्ष्मसे भी अति सूक्ष्म होता है, वैसे ही वह स्थूलसे भी स्थूल था। स्थूलसे भी स्थूलतम होनेसे वे देव महाविराट् नामसे प्रसिद्ध हुए परमात्मा। श्रीकृष्णके तेजसे सोलहवें अंशके रूपमें तथा प्रकृतिस्वरूपा राधासे उत्पन्न होनेके कारण यह सभी लोकोंका आधार तथा महाविष्णु कहा गया ।। 4-5 ॥
उसके प्रत्येक रोमकूपमें अखिल ब्रह्माण्ड स्थित थे, उनकी संख्या श्रीकृष्ण भी बता पानेमें समर्थ नहीं हैं जैसे पृथिवी आदि लोकोंमें व्याप्त रजकणोंकी संख्या कोई निर्धारित नहीं कर सकता, उसी प्रकार उसके रोमकूपस्थित ब्रह्मा, विष्णु, शिवादिकी संख्या भी निश्चित नहीं है। प्रत्येक ब्रह्माण्डमें ब्रह्मा, विष्णु, शिव आदि विद्यमान हैं ॥ 6-73
पातालसे ब्रह्मलोकपर्यन्त ब्रह्माण्ड कहा गया है। उसके ऊपर वैकुण्ठलोक है; वह ब्रह्माण्डसे बाहर है। उसके ऊपर पचास करोड़ योजन विस्तारवाला गोलोक है जैसे श्रीकृष्ण नित्य और सत्यस्वरूप हैं, वैसे ही यह गोलोक भी है। 118-931
@@निर्गुणसरगुनएकदेवी भागवत में उल्लेख हुआ है :-
द्वि भुजं मुरली हसतं किशोर गोप वेषिणम ।
स्वेच्छामयम परंब्रह्म परिपूर्णतम स्वयम
ब्रह्मा विष्णु शिवादै: च स्तुत: मुनिगणेनुत्तमम
निर्लिप्तं साक्षिरूपं च निर्गुणम प्रक्रुते: परम ॥
अर्थात : यह द्वि भुजधारी, हाथ में मुरली लिए किशोर स्वरूप गो - लोक वासी श्री कृष्ण का है जिसका ध्यान ब्रह्मा विष्णु शिव आदि देव एवं महर्षि गण करते हैं और जो कि ब्रह्मानंद लीला युक्त है। यह स्वरूप प्रक्रुति से परे, निर्गुण निर्लिप्त है एवं साक्षी स्वरूप है।
@@निर्गुणसरगुनएकमुर्ख कबीर जी वृन्दावन श्रीकृष्ण को गुरु ग्रन्थ में अपना इष्ट बोला है तथा और यह भी कबीर जी ने कहा है नाम पक्ष ने किजिए सार तत्व ले जान। बल्कि हारामपाल और उनके चेले इस समय काल बनकर गलत प्रचार कर रहे हैं
@@निर्गुणसरगुनएक ek baar bhi kisi granth se praman de Krishna Ram kaal ke avtar h.😂😂.blki me tujhe de skta hu vo sab Vishnu ke avtar h..😂😂or sare kaal ko Vishnu ne khuma Diya h..😂😂...Vishnu n kaal ke hr chakra ko khuma Diya h ye to rigv d me hi likha h..😂😂
Tere haar baat ka khandan h..😂😂😂😂...aja...tu Kabir ka sabit kr 😂😂
मनुस्मृति बाबा सहाब ने जलाया था
Laat khaata h tabhi
कबीर साहब जी कहते हैं
कबीर ,
झूठा गुरू काल है , यह गुरू का धरया स्वरूप ।
या में मीन ना मेख है , जैसे संभल रूख ।।
कबीर साहब जी बताते है कि जिस गुरू को परमेश्वर का ज्ञान और साधना विधि नही पता हो उस गुरू को सेमल (संभल) के वृक्ष पर लगे फल समझिए ।
दिखने में तो आम जैसे फल दिखते है पर अंदर रूई जैसा रेशा भरा होता है अगर कोई भूखा पक्षी उसे खाने की चेष्टा करेगा तो रूई सा रेशा उसके मुंह और गले में फंस जाता है और उसको जान के लाले पड़ सकते है ।
#SaintRampalJi
#Kabir_is_Supreme_God
@@anshulgupta6446 rampal jail me pda hai. Kyoki uska gyan galat hai. Jhute rampal ko bhagwan ne uske karmo ka fal de diya hai aur wo jail me chakki chla rha hai ab.
@anshulgupta6446 jhutha guru hramapal hai
Yah guru ka dharya roop
Ya me meen na mekh hai
jaise sambhal rookh
. . . . . . .
।।जय श्रीराम।।
मैं इन रामपालियों से पूछना चाहता हूं की यदि ये लोग रामायणके राम और आदिराममें भेदभाव करते हैं वो ये बताएं की जब देवराज इंद्रके पुत्र जयंतने कौवेके रूपमें जगतजननी माता श्रीसीताजीके पतित पावन चरणोंमें चोंच मरती थी तब श्रीरामने एक तिनके को ब्रम्हास्त्रमें परिवर्तित करके जयंतके पीछे छोड़ दिया।जयंत पूरे ब्रह्मांडमें इधर उधर भागता रहा लेकिन कहीं भी उसे किसी भी देवी देवताने शरण नहीं दी।तब न तो तुम्हारे कबीर परमेश्वर थे और न आदिराम थे।फिर आखिरीमें वो श्रीरामकी शरणमें आया और क्षमा याचना करने लगा।और हमारे प्रभु श्रीराम इतने कृपालु हैं की उसे एक आंख से काना करके छोड़ दिया वरना उसने कृत्य ही ऐसा किया था जिसके लिए वो नर्कमें रहनेके भी लायक नहीं था।इसका मतलब रामायणके राम ही आदिराम हैं।
।।जय बजरंगबली।।
Are unko yeh bhi pucho
Ki jab lila roop mai bhagwan shiv or parvati mata ka vivah ho raha tha
Tab unhone ganesh bhagwan ki puja ki thi
Toh yeh kese possible hoga
Jab ki ganesh toh unke putra hai
@@deadster1254श्रीरामचरितमानस, बालकाण्ड दोहा no.100 पढ़िए जवाब मिल जाएगा।
@@deadster1254इन्होंने रामचरितमानस नहीं पढ़ी होगी तो पता नहीं होगा नहीं तो अपने हिसाब से कुछ अनर्गल प्रलाप ही करेंगे
Bhaiya ek achhe insaan ki tarah krodh aur jhoot tyagkar sant rampal ji ki video dekho aur phir vichar Karo kya sahi hai kya galat
Aur jo sant rampal ji maharaj ne sab kholkar dikhaya hai esa kya is sansar me kuchh kisi ne kaha aur bataya nhi bataya to saant bhav se sisya ki tarah vichar kar ke sahi galat samajho
Radha radha
बहुत बहुत धन्यवाद संत रामपाल जी महाराज जीका जो काम से कम भटके हुए जगत को शास्त्रों को खोलकर दिखाए बाकी नकली गुरुओं ने कभी नहीं दिखाया था अब ये सब भी खोल कर दिखाने लगे चलो अच्छीबात है कम से कम संसार भक्ति की तरफ तो बढ़ेगा 🌺सत साहेब 🌺
Jai shree Ram ❤❤
Jai Siya ram❤
🕉️
ब्राह्मण को श्राप लगा है की ये केबल झूठे और पाखंडी होगे ये अब कैसे सचाई बोले बिचारा
Shrimad Devi Bhagwat Puran main likha hai ki satyug mein jo raksh Mane Jaate the vah Kalyug ke Brahman hai jo pakhand Aur thakne Ko Baithe rahte hain
Pakhandi ki Puja Jag Mein Sant ko Kahe lavar Niranjan Dhan tera darbar
भाई धंधा बचाने के लिए एड़ी -चोटी का जोर लगा रहा है , लेकिन आप संत रामपाल जी महाराज के सत ज्ञान प्रचार को नहीं रोक सकते ।
लेकिन जब धंधे और वर्चस्व का प्रश्न हो तो आपका बौखलाना वाजिब ही है ।
सांचा शब्द कबीर का ,सुनकर लागै आग ।
अज्ञानी तो जल मैं, ज्ञानी जावै जाग ।।
सत् साहेब जी 🙏🙏🙏
हर हर महादेव
रामपाल जेल मे सड़ सड़ के मरेगा😂😂😂😂
मूर्ख वेद को जानने वाले को क्या कहते है
Hare Krishna
🕉️🖤🕉️
भगवान को पाने वाले बहस नहीं करते महाराज
अकड़ कर बात मत करो, आपने जो बताया है उन तथ्यों पर गहरा विचार करके देखिए
कबीर जी अनपढ़ थे तो वे उन तत्व भेद को कैसे जानते थे इतना गहरा गुड़ रहस्य कैसे लिखा गया कि परमात्मा कोन है ''कबीर नौ मन सूत उलझिया ॠषि रहें झक मार। सतगुरु ऐसा सुलझा दें उलझें न दूजी बार ।'' बंदी छोड़ सतगुरु कबीर परमेश्वर की जय हो
आप भी वही करें
भाई live चर्चा करो ना शिवांश भाई से रामपाल के शिष्य
@@Yogeshchavan_09 कबीर गुरु ने गम दिया , और दुतिया भेद कछु नाही। जो जाके हृदय बसे, तो वा कि खटपट ही मिट जाए।।
सत साहेब।
@@Yogeshchavan_09live me aise sawal karte he jaise tum gu khana chhor diya ha iya na me jawab do
@@narsinghdawarDASS शठ साहेब। 😆😆😅😅😅😅 जेल मे क्या हाल चाल है। पुलिस ने ज्यादा तो नहीं ली :::::::::
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 162 मंत्र 5 और ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि सतभक्ति करने से भयंकर से भयंकर रोग भी नष्ट हो जाते हैं।
जबकि हमारे धर्म गुरुओं द्वारा दी गई साधना से रोग नाश नहीं होते बल्कि कष्ट ज्यों के त्यों ही बने रहते हैं।
Muslim logo ko samajh me aaraha hain in gadah Ko nahi aaraha hai,ge kaal doot hain.Sat Saheb jee 🙏🙏🙏🙏
Ahankaar sarvanash ki orr le jata hai .Maan badai ke chkkar me na rahe warna pachtane ke alawa kuch na milega .
आप सभी को अभी काफी अध्ययन करने की जरूरत है
Jai mahadev 🙏🕉️🙏 Jai Shri ram 🙏🕉️🙏💪🕉️🙏🇮🇳🚩👌
बेचारा ये शंकराचार्य का शिष्य संत रामपाल जी महाराज जी का तत्व ज्ञान विश्व में फैलता हुआ देखकर पागल हो रहा है ।
संत रामपाल जी महाराज जी का अनमोल प्रमाणित ज्ञान को आप नहीं रोक पाओगे भाई ।
आप शंकराचार्य वाले यह चाहते हो कि लोग संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान को ना देखें क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनने के बाद लोग आपके पाखंड में नहीं रहना चाहेंगे । सब निकल जाएंगे शंकराचार्यको त्याग कर ।
@@tankanathupadhyay4947 abhi to murkh rampal jail me pda hai. Kuchh time baad yamraj bahut badhiya se khabar lenge dhongi pakhandi agyani murkh ranga siyar hrampal ki
और तुम जो पाखंड कर रहे हो वो shi he तेरे रामपाल😂
@@tankanathupadhyay4947 "नीलशृगालः " कहानी पढी है कभी ? पढना और सही अर्थ करना आता हो तो पढ लेना।
आज रामपाल वही सियार है और तुम लोग उसके चेले मूर्ख बनकर उसकी गुलामी कर रहे हो।
@@tankanathupadhyay4947 hrampal jail me kya karne gya hai ?
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद सिद्ध नहींहोते। वेद और गीता निराकार साकार तक सीमित है। निराकार साकार मायाहै यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।🎉🎉🎉🎉🎉
Nirakar ki aisi ki taisi.😂😂😂😂😂
@@underworldevolution4321Siddh karo aisi tehsi
Sarv vyapak iswar kese hoga toh
Nirgun kese hoga woh
@@underworldevolution4321 जय श्री कृष्णा
@@deadster1254nirakar akarta hota hain pata means kuch nahi karta na uske paas heart hota hain na feelings hoti isliye wo na soach sakta na kisi ki sun sakta hain isliye kuch nahi kar sakta ye baat shivji ke avatar adishankracharya ji ne kaha aur nirakar ko tyaag sakar bhagwan ki sharan li charo dhaam mein murti sthapna ki apni maa ko updesh diya bina haribhakti ke mann tak suddh na hoga moksha Pana dur ki baat hain aur apne bhakto se kaha bhaj Govindam
@@deadster1254mayabaddh jeev yani hum sab ke paas material mann buddhi indria hoti hain jo buddhi bimar ho nasht ho jati hain magar shree Krishna ne Geeta mein kaha meri divya atma se hi mera divya sharir bana hain unme antar nahi hain mein anadi ajanma hoon mujhse upar koi nahi hain anant universes ka ek matra swami jo bhi chahe ek chann mein pa lu magar murkh loag mujhme sansari insan formula laga apne jaisa sadharan insan janam maran wala samajhte hain
पढ़ पढ़ के पड़ा भये ,पड़े बाप के हाड़।।
Hindus need to get united
Usi ka kaarya chal raha h
तभी तुमारे तत्वदर्शी ने वेद में परमात्मा को निराकार बता रखा है जब की वेद में परमात्मा को साकार बताया है
आप इतने बड़े ही ज्ञानी हो तो अब तक कितने लोगों को लाभ दिया आपने भक्ति विधि से?
आपके संविधान के अनुसार तो पाप कर्म भोगने पड़ते हैं कोई पाप कर्म नहीं कटता ।
जबकि संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि साधक चाहे मृत्यु सैया पर भी हो लेकिन परमेश्वर उसे मौत के मुंह से निकाल कर 100 वर्ष की आयु बढ़ा देते हैं।
क्या आपके पास ऐसी कोई भक्ति विधि है।
😂🤣moyi moyi rampal khud jail me sad kar mar raha he dekhte hu konsa bhakt uska 200 saal zinda rehta he
असली भक्ति करने से साधक के पाप नाश हो जाते हैं। जोकि दुखों का मूल कारण है। जिसका प्रमाण यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 8 मंत्र 13 में है।
जबकि धर्मगुरुओं द्वारा कहा जाता है कि भक्ति से पाप नाश नहीं होते, उन्हें तो भोगना ही पड़ता है। यानि इनके द्वारा बताई भक्ति विधि गलत है।
संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान तोफ का गोला है बीच में मत आओ👈🏻
आतंकवादी है
Jay shree Ram Jay shree Krishna
anutam ka arth ati uttam bataya hai aapke gurune to isse bada agyani koin ho sakta hai
अगर मान भी लें अनुत्तम का अर्थ अति उत्तम नहीं होता फिर भी व्यवहार में न आ वाला के कारण वह सच्चिदान्द ब्रह्म अनुत्तम ही हुआ । समझे
Shivansh bhai aap lage raho murkho ki baat mat suno
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा है कि उस तत्वज्ञान यानी सूक्ष्मवेद के ज्ञान को तू तत्त्वदर्शी संतों के पास जाकर प्राप्त कर समझ।
तो उस तत्वज्ञान अर्थात "सूक्ष्मवेद" के ज्ञान को जानने के लिए देखिए Sant Rampal Ji Maharaj RUclips Channel
Chutiya tum logo se bada is kalyug me dusra koi nhi 😂😂
Tum logo se Jayda bada dhongi is sansaar me dusra nhi 😂😂😢😅
वेद पड़े पर भेज ना जाने बातें पूरा 18 पत्थर की पूजा करें और भूले सिरजनहारा
Hey bhagwan san 2000 se phle kuch nhi tha ab to inke naye naye bhagwan naye naye parmeshwar market me aa rhe h logo ka kitta brain wash kr diya gya h ki unko kuch dikhta hi nhi h
Ved Padi per Bhed n jaane bacche Puran 18 yah Pathar ki Puja Karke yah Bhule sirjanhara
इसको पता चल गया है कि अब इन लोगों की दुकानें बंद होने वाली हैं, इसीलिए ये बौखलाहट में आंय बांय बक रहा है
भैया क्या आप संस्कृत भाषा सिखा सकते हैं? हमे सीखना है। हमारी ओर नही होती।
जय गुरु देव😊
@@ShreeYashJhaa शुरू ही करना है। 🙏
शिवाश भाई तुम्हारा प्रश्न का जवाब में देता हूं ।गिरता अध्याय ४ श्लोक ३४ मे काहा है कि उल्टा लड़का हुआ अविनाशि पिंपल के वृक्षको छन्दासि मतलब भिन्न भिन्न बताएगा ओहि वेद को जानने वाला है लेकिन क्रमश जरा, पेड़, डार, शाखाएं, विस्तार पूर्वक गिता अनुवाद ने नही बताए । तत्वदशी कबीर परमात्मा ने बताए कि अक्षर पुरूष एक पेड़ है । क्षर पुरूष डार तिनो देवा शाखा भया पात रूपमे नाशवान संसार। पिंपल के वृक्षको कबीर परमात्मा ने गिताशार सरल क्रमश बताए कबीर ही पाप नाशक, शान्ती दायक,सबका जनक है
Abe saale khud to kabhi Geeta padhi nhi chale ho gyan dene
राम पाल और इसके चेलों की खूब धुनाई करो जो उल्टा ज्ञान दे रहे हैं।600 वर्षो से पहले 7:16 इनका कबीर कहां था।।
इस चैनल पे जो बोल रहा है सबसे बड़ा गद्दा है😂😅😅😅😅😅
J sirf 3 logo k bagvan hai,anat koi k nhi
किसी सिख से कह के दिखाओ कि उनका गुरु गुरुनानक , गुरुगोविंद सिंह
भगवान नही है , 2 मिनट जब होंगी , तुम्हारा शीश धड़ से अलग हो गया होगा ।
आज अगर तेग बहादुर और उनके गुरु ना होते , तुम सब लोगो की सुन्नत हो गई होती किसी मस्जिद में नमाज पड़ रहे होते ।।
जिनका प्रमाण नहीं होता हो उनका पाखंडी का नाम ही दियाजाएगा
असली भक्ति vs नकली भक्ति
संत रामपाल जी महाराज सभी प्रमाणित शास्त्रों के आधार से अपने भक्तों को नाम जाप व अन्य धार्मिक क्रियाएं करने का देते हैं जिससे उन्हें सर्व लाभ होते हैं। वहीं दूसरी ओर हमारे धर्मगुरु जो भी भक्ति विधि समाज को देते हैं। उनका शास्त्रों में कहीं भी प्रमाण नहीं मिलता। जिस कारण से मानव समाज को उनके द्वारा बताई गई भक्ति से लाभ नहीं होता।
Kal bhagwan ke dut hai ye sab. Manav samaj ko bhirmit kar rahen hain. Aur apne liye nark ka duar tayar kar rahen hain.
संत रामपाल पर क्या आरोप है?
रामपाल के खिलाफ अवैध गर्भपात सेंटर खोलने, अनुयायी की हत्या करने, आश्रम में हथियार रखने और सरकारी काम में बाधा डालने जैसे कई मामले दर्ज हैं. संत रामपाल को भी उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है.
आपके पास कोई सबूत है क्या इसका कि इसी के बारे में उम्र कैद की सजा सुनाई है।
बताइए
शंकराचार्य जी की जय ।🙏🙏
Jitne aap bolate sab kal ki baten bolate Hain
कहां पर परंपरा द्वारा आचार्य समाज के बारे में बता रहे हैं पाखंडी को कहीं का वेद शास्त्र तो हमने भी पढ़े हैं हम लोग भी तो ऐसे नहीं कहीं सुने हैं परंपरा हो या ना परंपरा हो शास्त्र भक्ति जो प्रमाणित भक्ति बताते हैं वही सही है बाकी जो भी है गलत है
Tatavdarsi sant sayam sristikerta hota hai usake uper koi nahi hota hai santrampal jee me min mekh nikalane wale kuch hi di me murakh. Sabit honge
ruclips.net/video/vxkZq8xj_Yo/видео.htmlsi=0DREiuaA06TIfsL5
Lo aap ji ka answer
Bhai we are nothing in front of Santa Rampal ji Maharaja please come and join with him so that your life will be success otherwise you will be finished your life and goes to 84 lashes life. Bhai still you have time come and join him this is final chance we are nothing bro ,
Thank you.
Sree krishna ne apne aap ko काल क्यों कहा है
परंपरा हो या नहीं परंपरा हो स अनुकूल भक्ति बताती है तो सही है अर्थशास्त्र ब्रिज जो भक्ति बताते हैं तो सब गलतहै इसीलिए हम आचार्य को नहीं मानते हैं क्योंकि उनके पास भी सही भक्ति ज्ञान नहीं था और आप कहते हैं परंपरा आचार्य द्वारा भक्ति करना चाहिए नकली गुरु का नकलीकेला नकली गुरु का नकलीकेला
Bhai ji Geeta adhyay 15 slok 4 ko bhi batye ????????.kaya kaha hai .???
द्वेदी जी आप पूरा जोर लगाकर विडियो बना लीजिए और जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महराज के एक भी भगत को डायवर्ड करके दिखा दो ।मगर हां आप के लोगों में जो समझदार होगे तुम्हारे ही वीडियो से संत रामपाल जी महराज के शरण में हजारों लोग आ रहे है।
आप जितना ज्यादा वीडियो बनाओगे उतना आप के लोग ज्यादा जुड़ेंगे।
जय हो बंदीछोड की।
ye sastrta ki bat ha esme bura manne ki bat nhi ha ye thod bta rahe ha
@@Hacker1j rampal bandipakad ke jail me hawa faank rha hai. Aur tu yha chhod chhod bandi chilla rha hai.
Ye hrampal jail me hi pda rahega aakhir tak aur tere jaise mirkh us dhongi dhurt ko avtar mankar chappal dho k pite rahenge uski.
क्यूंकि रामपाल के भक्तों के पास बुद्धि नहींं है
😂 बेचारे को जेल से बाहर आने की ni बन रही है और लोगो का कल्याण करेगा
Jail se nikaal us harami ko
कलयुग के ब्राह्मण सतयुग के राक्षस थे यह कहां लिखा है
अरे aap me अहंकार झलकता है
Aapane abhi tak ek bhi praman dikhaya nahi hai piche rakhe hue granthon mein kuchh likha hai ya nahi
@@Satguru587 चिंता मत करो आखिरी episode के लिंक में सभी प्रमाणों का pdf मिल जाएगा आराम से पढ़ते रहना।
@@vishalbhatia6801 abhi aapko mil nahin paaye kya to bata kyo rahe ho
Aadhe se jyada yah upnishad ka hi praman deta hai kya isane upnishad hi pade Hain ved to padhe hi nahin hai do char shlok rahte hue hain@@vishalbhatia6801
लाईक व्यूवर कामेंट के लालच में भगवान का दोषी मत बनो आश्रमों में आमने-सामने ज्ञान चर्चा करने से डर क्यों रहे हो।
कौन से आचार्य ब्रह्मचारी थे नाम बताओ महोदय जी
मूर्ख कही के
मूर्ख कही के
जो श्री राम को नहीं मानता हो उसे अपने नाम से राम शब्द हटा देना चाहिए🚩🚩🚩🚩
Point wali bat hai jai sri ram 🙏🙏
yea sirf sawal puchege inke paas apke koi sawal ka jawab nahi milega. in andh-bhakto k dimage main yea stalok ashram wale kaal ka dar aur satlok ka lalac daldete hain aur inko saal main kuch 3-4 baar ashram bulate hain kuch 2-3 din k liye au rinki puri bhuddhi bhrasht kr dete hain fir inko kuch samajh hi nahi aata cahe samne wala kuch bhi bole/dikhaye.
आप घबराए हुए हो आजकल ज्यादा भिडीयो बनाने लगे हो
hr jgh facebook social media pr guru ji ki video hone pr bna rahe ha
हें महापुरुष वीडियों एक हैं ...............उसके केवल पार्ट बना कर डाले हैं एक दिन में प्रमाणों का pdf तैयार किया है और उसी दिन वीडियों एक बार में बनाया हैं ..............