Satya kaha shivji ke avatar adishankracharya ji ne praboadh sudhakar Verde242 mein likha bhagwan shree Krishna ne bramha ji ko anant universes ke anant bramha vishnu mahesh etc dikhaya shivji jin bhagwan shree Krishna ke charno ko apne mastak pe dharan karte hain govindasthkam mein unhone likha bhagwan shree Krishna ka koi swami ishwar nahi hain wo param swatantra hain sarvocch prabhu hain
Adishankracharya ji jo swam shivji hain ne Ram bhujang strotram mein likha bramha rudra ke mastak pe lage mukto ki billions guna wali chamak wale ratno ki roshni se Ramji ke charno ki puja hoti hain shivji jin Ramji ki kripa se tarak mantra Ram kahke moksha dete hain kashi mein aur mein un Ramji ke alawa kisi ko bhagwan supreme God nahi manta hume Ramji ke alawa kisi aur devta ki jarurat nahi hain aur aisa unhone ek nahi teen baar likha hanumanji jin ke sevak hain laxman ji jinke bhai hain Ramji ko control karne wala unke upar koi nahi hain wo param swatantra hain sarvocch prabhu hain aur mera ye Ram bhujang strotram vedo ka saar hain
Rig veda 1 156 2 clear kehta hain vishnu (shree Krishna) is most ancient self born and he is the creator of all aur vedo ko kisi ne nahi likha bhagwan ne prakat kiya bhagwat Geeta 15 15 vedo ko shree Krishna ke alawa koi nahi janta uddhav Geeta mein shree Krishna hey uddhav vedo ko mene hi utpann kiya vedo mein indra rudra agni jeev soma etc jis ko bhi supreme God kaha hain mujhe hi kaha hain kyunki mere alawa koi dusra tattv hain hi nahi adishankracharya ji ne Geeta mahatmya mein likha samast sansar ke ek bhagwan shree Krishna ek Granth Geeta ek mantra hare Krishna aur ek shree Krishna bhakti se hi samast sansar ka kalyan hoga
Chaitanya mahaprabhu se bada saccha Guru na koi hua na kabhi hoga kyunki wo sakshat radhe Krishna ke avtar thae adishankracharya ji bhi mahan rasik shree Krishna bhakt sant thae andar se magar upar se unhone nirakar ko manane ki acting ki Krishna bhagwan ka yahi adesh tha padam puran mein clear likha hain
Adishankracharya ji se bardast nahi hua ki vaishvna naam yatha sambhu means sabse bada haribhakt to mein swam hoon aur abhi hanumanji bhi bana magar mere isht swami shree Krishna ke adesh se advait ka prachar karna padd raha hain isliye dimag kharab ho gaya aur ant mein originality mein aa gaye aur kaha ye gunga behra apahich Lula langda nirakar na kisi ki sun sakta hain na kisi ka kalyan kar sakta hain na koi usko dekh sakta na sun sakta hain jiska hona na hona ek Barbar hain isliye aise nirakar ko tyaag sakar bhagwan ki sharan li charo dhaam mein murti sthapna ki apni maa ko updesh diya bina haribhakti ke mann tak suddh na hoga moksha Pana dur ki baat hain aur apne bhakto se kaha bhaj Govindam 🤣🤣🤣🤣😂😂😂😂😂
पंडित जी मैं संत रामपाल जी महाराज की और आपके गुरु संक्रयचार्य जी महाराज जी की डिबेट देखा हुं जिसमे संक्राचार्य संत रामपाल जी महाराज जी से ज्ञान मे पहले ही हार चुके है संक्रयचार्य जी अनुत्तम का अर्थ अतिउत्तम कहते है जबकि संत रामपाल जी महाराज जी ने शब्द कोष से प्रमाणित करके दिखाया है की अनुत्तम की अर्थ घटिया होता है और आप के गुरु ब्रज शब्द की अर्थ आना बताते है जबकि संत रामपाल जी महाराज जी ने शब्द कोष से प्रमाणित करके दिखाया है की ब्रज का अर्थ जाना होता है आप के गुरु अज्ञानी है तो आप किस आधार से विद्वान बनने जा रहे हो आप संत रामपाल जी महाराज से टकराने की कोशिश न करे भाई और ज्ञान सब ज्ञानडी , कबीर ज्ञान सो ज्ञान। जैसे गोला तोप का, करता चला मैदान।। संत रामपाल जी महाराज जी की ज्ञान पुरे विश्व में कबीर ज्ञान है भाई
Bs kr li bkwas rampal jail me pda h or uski himmat h kya shankaracharya ji ke samne baithe ne ki debate to bhut dur ki bat h ese dongi log shankaracharya ji ke bare me na hi bole to acha h wo rampal usko dang se hindi padna nhi aata or wo ved pdayega 😂acha mjak h
🙏 ❤️❤️🙏🏻🙏🌺 नमन #शंकराचार्य जी को।🙏 #यति महाराज जी को नमन। 🙏🏽 #निग्रहाचार्य जी को नमन। 🙏🏽 #रामागौ #राष्ट्रमाता_गौमाता #गौ_गठबंधन #Save_Gaumata #FreeTemples #SeeUnderCar शिवमयी शुभरात्रि #RudrTheShiv ओम हर हर महादेव जय माँ 🙏🏽🔱🚩💐
आपने तत्थोंके साथ बहुत ही सुंदर तरिके से समझाया... हमे भी कुछ नया सिखने मिला... कुछ दिन से मनमें जो शक्ती के प्रति कन्फुजन थे वो क्लीयर हो गये... धन्यवाद 🙏💐🚩
सभी सनातनी वैदिक आर्य हिन्दू धर्म को मानने वालो के सार्वभौम जगद्गुरु स्वामी शंकराचार्य जी महाराज और गुरु ग्रंथ गोविन्द गौवं माता पिता जी भगवान शिव और श्री राम जी महाराज के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
कबीर सागर मे सृष्टि रचना के प्रमाण- धर्मदास यह जग बौराना। कोइ न जाने पद निरवाना।। यहि कारन मैं कथा पसारा। जगसे कहियो एक राम नियारा।। यही ज्ञान जग जीव सुनाओ। सब जीवोंका भरम नशाओ।। अब मैं तुमसे कहों चिताई। त्रयदेवनकी उत्पति भाई।। कुछ संक्षेप कहों गुहराई। सब संशय तुम्हरे मिट जाई।। भरम गये जग वेद पुराना। आदि रामका का भेद न जाना।। राम राम सब जगत बखाने। आदि राम कोइ बिरला जाने।। ज्ञानी सुने सो हिरदै लगाई। मूर्ख सुने सो गम्य ना पाई।। मां अष्टंगी पिता निरंजन। वे जम दारुण वंशन अंजन।। पहिले कीन्ह निरंजन राई। पीछेसे माया उपजाई।। माया रूप देख अति शोभा। देव निरंजन तन मन लोभा।। कामदेव धर्मराय सत्ताये। देवी को तुरतही धर खाये।। पेट से देवी करी पुकारा। साहब मेरा करो उबारा।। टेर सुनी तब हम तहाँ आये। अष्टंगी को बंद छुड़ाये।। सतलोक में कीन्हा दुराचारि, काल निरंजन दिन्हा निकारि।। माया समेत दिया भगाई, सोलह संख कोस दूरी पर आई।। अष्टंगी और काल अब दोई, मंद कर्म से गए बिगोई।। धर्मराय को हिकमत कीन्हा। नख रेखा से भगकर लीन्हा।। धर्मराय किन्हाँ भोग विलासा। मायाको रही तब आसा।। तीन पुत्र अष्टंगी जाये। ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराये।। तीन देव विस्त्तार चलाये। इनमें यह जग धोखा खाये।। पुरुष गम्य कैसे को पावै। काल निरंजन जग भरमावै।। तीन लोक अपने सुत दीन्हा। सुन्न निरंजन बासा लीन्हा।। अलख निरंजन सुन्न ठिकाना। ब्रह्मा विष्णु शिव भेद न जाना।। तीन देव सो उसको धावें। निरंजन का वे पार ना पावें।। अलख निरंजन बड़ा बटपारा। तीन लोक जिव कीन्ह अहारा।। ब्रह्मा विष्णु शिव नहीं बचाये। सकल खाय पुन धूर उड़ाये।। तिनके सुत हैं तीनों देवा। आंधर जीव करत हैं सेवा।। अकाल पुरुष काहू नहिं चीन्हां। काल पाय सबही गह लीन्हां।। ब्रह्म काल सकल जग जाने। आदि ब्रह्मको ना पहिचाने।। तीनों देव और औतारा। ताको भजे सकल संसारा।। तीनों गुणका यह विस्त्तारा। धर्मदास मैं कहों पुकारा।। गुण तीनों की भक्ति में, भूल परो संसार। तीन देव सो उसको धावें। निरंजन का वे पार ना पावें।। अलख निरंजन बड़ा बटपारा। तीन लोक जिव कीन्ह अहारा।। ब्रह्मा विष्णु शिव नहीं बचाये। सकल खाय पुन धूर उड़ाये।। तिनके सुत हैं तीनों देवा। आंधर जीव करत हैं सेवा।। अकाल पुरुष काहू नहिं चीन्हां। काल पाय सबही गह लीन्हां।। ब्रह्म काल सकल जग जाने। आदि ब्रह्मको ना पहिचाने।। तीनों देव और औतारा। ताको भजे सकल संसारा।। तीनों गुणका यह विस्त्तारा। धर्मदास मैं कहों पुकारा।। गुण तीनों की भक्ति में, भूल परो संसार। कहै कबीर निज नाम बिन, कैसे उतरैं पार।। - See more at: www.jagatgururampalji.org/nature.php#sthash.YjSd4nTw.dpuf
कौन कौन ये चोटी, तिलक, और भगवा धारी पंडितों की चंगुल से पुरी तरह आजाद होकर धर्म शास्त्रों से प्रमाणित सदभक्ति कर रहे है भाई like और कॉमेंट करके जवाब जरूर दीजिये जी
Sant Rampal Ji Maharaj true sant Maine abhi naam nhii liya hai Inn logo ki pol khol di sant rampal ji maharaj ji ne Jai ho sant rampal ji maharaj ki Sabhi logo ki pol kholi hai chahe koi bhi dharm ho
@GuruGranthGovind राम पाल का शोधन हो, वह अनर्थ मार्ग का त्याग कर वह सनातन धर्म के प्रमाणित आचार्यों के शरण ग्रहण करे और गुरु ग्रंथ गोविंद का अनुसरण करते हुए अपने पापों का प्रायश्चित करे! राम पाल के अनुयायि प्रमाणित गुरु परम्परा की शरण ग्रहण करे! उनका शोधन हो धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो
ऐसा लगता है आपने अभी तक श्रीरामचरितमानस को भी सही तरीके से नहीं पढ़ा है आप श्रीरामचरितमानस को अच्छी तरह से पढ़े उनके श्लोक को अच्छी तरह से समझे मनु ओर शतरुपा को कोन भगवान मिला है, ब्रह्म याद रखना ।। बंदी छोड़ सतगुरु कबीर परमेश्वर की जय हो सत साहेब।
*सभी को मर्यादित अनुशासित जीवन जीने के लिए शासकीय भवन और सभी विषयों की जानकारी के लिए विद्यालय की जरुरत होती है* *धर्म नाम पर जिसने भी जमीन पर कब्जा कर धन उगाही किया है उसकी चल अचल संपत्ति तत्काल प्रभाव से जप्त होनी चाहिए* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*
वर्तमान में अभी चौथा युग कलयुग चल रहा है लेकिन इन चारों युगों में कोई भी ब्राह्मण आज तक ब्रह्मा विष्णु और शिव जी का जन्म मृत्यु होता है और इनके माता पिता कौन है ये क्यों नहीं बता सके ? मतलब साफ है इन्हें शास्त्रों का यथार्थ ज्ञान नहीं है। कबीर साहेब जी ने ही ये रहस्य उजागर किया है।
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की पहचान नहीं होती। वेद और गीता केवल निराकार साकार का ज्ञान देते हैं। निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।। किसी बात को कबीर जी कह रहे हैं। नाम लिया तिन सब लिया सब वेदों का भेद। बिना नाम नरके पढा पढ पढ चारों वेद।। वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।
पुराणों में कुछ सत्य और कुछ सुनी सुनाई बातें ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शिव जी एवं ऋषि ,मुनियों ने बोला है। जब ब्रह्मा विष्णु शिव जी को पूर्ण ज्ञान नहीं है तो फिर पुराणों के रचयिता वेद व्यास को पूर्ण ज्ञान कैसे हो सकता है।
Ye kisne kaha ki Tridevo ko purn gyan ni h... Lok lila ka sahara lete sab... Aur Ved Vyas khud Vishnu ji ke Avtar h... Unka Asli na Krishan Dweypayan tha... Unhone Ved ko 4 hisso mai Banta isliye unka name Ved Vyas hua... Vedo mai parman h oue😂
श्रीमद्भदेवी भागवत पुराण अध्याय 9 वेदके द्वारा कहीं भी विष्णुकी उपासना तथा विष्णु-दीक्षा नित्य नहीं कही गयी है; उसी प्रकार शिवकी भी उपासना तथा दीक्षा नित्य नहीं कही गयी है, किंतु गायत्रीकी उपासना सभी वेदोंके द्वारा नित्य कही गयी है, जिसके बिना ब्राह्मणका सब प्रकार अधःपतन हो जाता है।
Mast dhoya he in Rampal ke chelo ko ,,bechare avi bhi comment box me andh bhakto ki tarah likh rahe he ki kabir Bhagwan he,,itna dekhne ke baad bhi ye murkh hi rah gaye😅😅
Ye to kaal ka doot hain, kaal to in ko bhi nahin chhodega.dekha,dekhi Guru' shishya bangaya kiya na tatv vichaara, guru chela dono ko aage kaal thoke punjara.Sat Saheb jee 🙏🙏🙏🙏
शिवांश मन्द बुद्धि वाले।तुम वेद,गिता, पुराण, शास्त्र को परमभाव (तत्वज्ञान ) को जानना चाहिए। तुम अपने मन गडन्त मनोमाना शास्त्र विरूद्ध अज्ञान भक्त समाजको बता रहे हो।संत रामपाल माहाराज परमशक्ति का कृपापात्र तत्वदशी संत हैं। घमंड मत करो। सच्चाई को साथ लेना ही भक्त को बुद्वीमता होता है।जैसा बिभिशण ने रावण को साथ छोड़कर तिन लोकका देव श्री राम को साथ दिएथे। कबीर परमात्मा है ओर संत रामपाल माहाराज जगत गुरु तारणहार है
Abe chutiya jis shastro se kedi no 1005 parmaan deta tha,unhi shastro se shivansh Bhai parmaan de Rahe he,,murkhta ki bhi had Hoti he ,andha he ya Rampal ki tatti Chaat li he
संक्षिप्त देवी भागवत पुराण स्कंद 6 पृष्ठ 114 रामपाल के भगत बोल रहे थे वहां पर लिखा है सतयुग में जो राक्षस थे कलयुग में वह ब्राह्मण समझ जाते हैं अब के ब्राह्मण प्राय झूठ बोलते और ठगने का काम करते हैं देखना जी क्या लिखा हुआ है यह सच में
सभी संतो को मिलकर के निर्णय लेना चाहिए और सभी सनातनी को बैठकर के इस विषय की चर्चा करके सभी सनातनी भाइयों को हिंदू भाइयों को एक करने की कोशिश करना चाहिए ना कि विरोध कर रहे हैं
।।जय श्रीराम।। शिवांशजी इन लोगोंकी सबसे बड़ी भ्रांति जो है की गीताका ज्ञान श्रीकृष्ण ने नहीं उनके अंदर बैठे काल ब्रह्म ने दिया था जो त्रिदेवों का पिता है।उसका खंडन series में मत भूलिएगा 😊😊
सतपुरुष ने कथित काल के कुकर्म का दंड उसे 1 लाख जीवो को प्रतिदिन खाने का श्राप देकर दिया, तो ये दंड हुआ है या काल की मौज, चेलों ये बताओ की दंड काल को मिला या जीवो को.. और सत पुरुष ने श्राप दिया इसका मतलब वो तमोगुणी है जिसे गुस्सा आता है माया के त्रिगुण से बंधा है त्रिगुणातीत नहीं है परम परमेश्वर नहीं है।
भईया जी जीब नही मानव शरीर धारी जीव को खाने का आदेश दिया था l इसि श्राप के कारण काल को मानव शरीर बनाना अनिवार्य हो गया l नेही तो इये मानव शरीर भी नेही बनाता l 84 लाख योनियो मे एक और योनि बना देते l सन्त रामपाल जी महाराज की सत्संग सुना करो अपनी जीब स्तर के बुद्धि से भगबान पे सवाल मत खारा करो l
चिदादित्त्यं किशोरंगं परे धाम्नि विराजितम् । स्वरूपं सच्चिदानन्दं निर्विकारं सनातनम् ।। चिदघन स्वरूप जो आदित्य वर्ण वाला और किशोर स्वरूप है जो कि परे धाम यानि परमधाम में विराजते हैं जो सत, चिद और आनन्दमयी हैं और जिसमें कोई विकार नहीं है वही सनातन है। सत्य की परिभाषा क्या है ? सत्य वो है जो तीनों काल में एक समान हो, जिसकी न तो कभी उत्पत्ति हुई हो और न कभी विनाश को प्राप्त हो, जो सदा सर्वदा एक रस हो उसे सत्य कहते हैं। सत्य वो नहीं जो परिवर्तन होता हो, जैसे एक बालक है कुछ समय पश्चात किशोर अवस्था को प्राप्त होता है धीरे-धीरे बुढापे को प्राप्त होता है और मर जाता है। जब वो दिख रहा था तो सब उसको सत्य ही मानेंगे । सत्य था तो वो अब कहां गया ? इसको सत्य नहीं कह सकते, जो जन्मता और मरता हो उसे सत्य नहीं मान सकते। तो वो सत्य कौन है जिसकी हमें भक्ति करनी चाहिए ?
Sant rampal ji mahraj ne to sabhi Acharyao.shankracharyao.mahamandleshwaro va Dr.zakir naiek tak ko pahle se parast kar rakha hai inke chele kya hai unke samne
आप कहते हो भगवती ही सब कुछ है पर उसका पती भी बताया गया है लोगो को बेवकूफ मत बनाओ ढोंगी जी 👉श्रीमद् देवीभागवत पुराण तृतीय स्कंध अध्याय 5 शिव जी बोले - हे जगदम्बिके ! आप - अपनी कलासे जगत्की रचना तथा पालन करती हैं और जब चाहती हैं तब उसका संहार कर देती हैं। आप सदा अपने पति परमपुरुषको रमण कराती रहती हैं। हे शिवे ! आपकी इस लीलाको हम नहीं जान सकते ॥ १२ ॥
भाई किसी दिन सनातन समीक्षा नाम के चैनल की भी बैंड बजाओ क्योंकि वो वर्ण व्यवस्था जन्म से ना मानकर कर्म से बताता है। और तो और शास्त्रों का प्रमाण देता है। कर्म से वर्ण तय करने वाले ऐसे ढोंगी,पाखंडियों का पर्दाफाश करो।
Rampal ke sisyo mujhe ye btao kya tumhare guru rampal kam Krodh lov moh mad matsrya ankar in sab se pre hai kya rampal janm aur mrityu se pre hai kya rampal garv main nhi aye kya rampal trikaal darsi hai agar hai to pramanit kro aur main aapko bta di jale debraha baba ki jivami padh lena sari sidhiya sari sakti unke pass thi aur hamare param guru ramanucharya ke sisya hai devraha baba jao jake unki jivni padhe unohone shiv aur narayan ko hi param tatwa mana hai na ki koi kabir ko jai sriman narayan sabhi ko tatwa ek hai tatwa 10 20 nhi ho skte usi ko durga keh lo kali keh lo hari keh lo shiv keh lo pram tatwa hi sari sristi aur Anant brahmand ko chale ke liye hi alag alag roop dharan kiye baithe hai to kripa lr bhole bhale logo ko prabhu bhakti se dur na kre Bhakt ko bhagwan se door na kre nhi to sarbnash hone main samay nhi lgega shiv ya narayan bta denge sabko wo param tatwa kon hai phir samajhne layak nhi rhega koi sab kalyug ka khel hai sara bhagwan waise vi pran liye bhaite hai dusta atyachari adarmi le sanghar ka aur jo prabhu main bhed budhi krta hai wo khud hi apne sarwanash ko nimantran deta hai
Shivansh bhai shri radha ji to bhagwan shri krishna se b pre h , fir shri radha tatva vedvyas ki budhhi me kaise aa skta h , vedvyas ne apni budhhi se shri radha ji ko jitna jana wo bol diya
सत साहेब आपको इतना समझ में नहीं आता है जी जब सृष्टि एक है तो तीन आदमी कैसे रह सकता है जब ऐसी आदमी है तो एक ही रहेगा ना तीन आदमी रखेगा मैसेज को साथ शादी होता है ना उसी का पति और पत्नी होता है ना तो दोनों आदमी मिलकर रास्ता है ना पति पत्नी से बाल बच्चा होता है आगे बढ़ता है उसमे तीसरा चौथा भी आता है आप सिर्फ पढ़ते हैं ऐसे ही घर ज्ञानपुर से भी कुछ बोलते हैं पढ़कर विवेक लगाइए कुछ समझे
*कर्म ही पूजा है* *देहें हैं दोहे हैं और अनेक पंथी भी हैं* *हम क्या कर रहे हैं किसके लिए कर रहे हैं हमारा उद्देश्य क्या है ?* *हमारे पूर्वज ही हमारे भगवान हैं जिनके मर्यादित कर्मों के चलते हम उनको अपना आदर्श मानते हैं लेकिन उनके कर्मपथ पर चलने के बदले मात्र खानापूर्ति करने के लिए उनके प्रतीकों का पूजन करना अपना धर्म कर्म समझते हैं!* *हर मां बाप अपने और अपने औलाद वंश के लिए कर्म करता है जिसका औलाद पीढ़ी दर पीढ़ी अनुशरण करता है उस कर्म का फल भी मिलता है* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*
kavi ya kavirdev kabir kaise bana ye baat alag hai pehle aap ye jaano kabir gyan mei likha kya hai, agar VED mei KABIR bhi likha mil jaye aap kalko uspar bhi behas karoge ki duniya KABIR naam keval sant kabir ji ka hi thodi hai aise to Jo bhi KABIR naam se hai kya hai wo sab bhagwan hai?? Is betuki behas ka koi antt nahi hai. Jaise kisi angrej ko ramayan ka arth karne ko kaho jise ram Sita etc ka gyan nahi to vo ram aur Sita ka bhi anuwad kardega bajayeki ye likhne ke ki ye shabd RAM ji ya SITA ji ko sambodhit karte hain isiliye prakaar Aaj Tak dharam grantho mei jo shabd KABIR SAHIB ko sambodhit waale Hain anuvad kartaon ne unka ARTH kardiya bajaye ki usko KABIR sahib se sambodhit karne ke kyonki unki SANSKRIT ka gyan to tha jaise ek ANGREJ ko tha parantu unhe KABIR ka gyan nahi tha.
Ye Bhai q utpatan BAAT kar raheho parmatma kaunhai moksha Kaise Milega ye batau tumto sisu class Ki Bachcha ho kya, a b c 1 2 3,jaise padaraheho gyantohayeinai Agne tanur asi anghari asi bambhari asi riktadhama sabar Jyoti lekhahayena yetotumepatainahi ye artha sirf sirf Rampalji Maharaj batatehe bhaisab rampalji ati ati dayaluhai saranme aaiye aapki Kalyan hogi SATSAHEB JI😅
Shiwanc ji apne 4 ved ko sahi se pda hi nhi hai satguru ke bina ved me chhupa gyan ko koi nhi jan sakta hai ap dharm granth ko dhyan se padhna pura praman hai durga our kalniranjan pati patni tino dev putra hai
Shivansh tatyogan hen tum bhakta samaj ko murkha mat banao. Manab samaj shecheet ho gay.satya ko daba raha ho but satya ko meta nai payaga Santa rampal maharaj tatyodarsi jagat guru hai
ruclips.net/video/ZC96Evi1xEk/видео.html रामपाल जी महाराज का मिथ्या प्रचार E-2 #rampaljimaharaj
Satya kaha shivji ke avatar adishankracharya ji ne praboadh sudhakar Verde242 mein likha bhagwan shree Krishna ne bramha ji ko anant universes ke anant bramha vishnu mahesh etc dikhaya shivji jin bhagwan shree Krishna ke charno ko apne mastak pe dharan karte hain govindasthkam mein unhone likha bhagwan shree Krishna ka koi swami ishwar nahi hain wo param swatantra hain sarvocch prabhu hain
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Rig veda 1 156 2 clear kehta hain vishnu (shree Krishna) is most ancient self born and he is the creator of all aur vedo ko kisi ne nahi likha bhagwan ne prakat kiya bhagwat Geeta 15 15 vedo ko shree Krishna ke alawa koi nahi janta uddhav Geeta mein shree Krishna hey uddhav vedo ko mene hi utpann kiya vedo mein indra rudra agni jeev soma etc jis ko bhi supreme God kaha hain mujhe hi kaha hain kyunki mere alawa koi dusra tattv hain hi nahi adishankracharya ji ne Geeta mahatmya mein likha samast sansar ke ek bhagwan shree Krishna ek Granth Geeta ek mantra hare Krishna aur ek shree Krishna bhakti se hi samast sansar ka kalyan hoga
Chaitanya mahaprabhu se bada saccha Guru na koi hua na kabhi hoga kyunki wo sakshat radhe Krishna ke avtar thae adishankracharya ji bhi mahan rasik shree Krishna bhakt sant thae andar se magar upar se unhone nirakar ko manane ki acting ki Krishna bhagwan ka yahi adesh tha padam puran mein clear likha hain
Adishankracharya ji se bardast nahi hua ki vaishvna naam yatha sambhu means sabse bada haribhakt to mein swam hoon aur abhi hanumanji bhi bana magar mere isht swami shree Krishna ke adesh se advait ka prachar karna padd raha hain isliye dimag kharab ho gaya aur ant mein originality mein aa gaye aur kaha ye gunga behra apahich Lula langda nirakar na kisi ki sun sakta hain na kisi ka kalyan kar sakta hain na koi usko dekh sakta na sun sakta hain jiska hona na hona ek Barbar hain isliye aise nirakar ko tyaag sakar bhagwan ki sharan li charo dhaam mein murti sthapna ki apni maa ko updesh diya bina haribhakti ke mann tak suddh na hoga moksha Pana dur ki baat hain aur apne bhakto se kaha bhaj Govindam 🤣🤣🤣🤣😂😂😂😂😂
Jay Shri Krishna guruji mere taraf se lakh lakh koti koti pranam
पंडित जी मैं संत रामपाल जी महाराज की और आपके गुरु संक्रयचार्य जी महाराज जी की डिबेट देखा हुं जिसमे संक्राचार्य संत रामपाल जी महाराज जी से ज्ञान मे पहले ही हार चुके है संक्रयचार्य जी अनुत्तम का अर्थ अतिउत्तम कहते है जबकि संत रामपाल जी महाराज जी ने शब्द कोष से प्रमाणित करके दिखाया है की अनुत्तम की अर्थ घटिया होता है और आप के गुरु ब्रज शब्द की अर्थ आना बताते है जबकि संत रामपाल जी महाराज जी ने शब्द कोष से प्रमाणित करके दिखाया है की ब्रज का अर्थ जाना होता है आप के गुरु अज्ञानी है तो आप किस आधार से विद्वान बनने जा रहे हो आप संत रामपाल जी महाराज से टकराने की कोशिश न करे भाई
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संत रामपाल जी महाराज जी की ज्ञान पुरे विश्व में कबीर ज्ञान है भाई
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@@deepikakasana2872बिल्कुल😂😂
जय माता दी
Sant Rampal Maharaj ji ka gyan Jitna Bhi Utha loge utna Hi Ko Bhar❤❤❤
😅श्री गुरु ग्रंथ साहिब, अंग 1402😅
🎉🎉रामपाल धूर्त पाखंडी हैं 🎉🎉
वाहिगुरू वाहिगुरु वाहिगुरू वाहि जीउ ॥ कवल नैन मधुर बैन कोटि सैन संग सोभ कहत मा जसोद जिसहि दही भातु खाहि जीउ ॥ देखि रूपु अति अनूपु मोह महा मग भई किंकनी सबद झनतकार खेलु पाहि जीउ ॥ काल कलम हुकमु हाथि कहहु कउनु मेटि सकै ईसु बंम्यु ग्यानु ध्यानु धरत हीजै चाहि जीउ ॥ सति साचु स्री निवासु आदि पुरखु सदा तुही वाहिगुरू वाहिगुरू वाहिगुरू वाहि जीउ ॥१॥६॥ राम नाम परम धाम सुध बुध निरीकार बेसुमार सरबर कउ काहि जीउ ॥ सुथर चित भगत हित भेखु धरिओ हरनाखसु हरिओ नख बिदारि जीउ ॥ संख चक्र गदा पदम आपि आपु कीओ छदम अपरंपर पारब्रहम लखे कउनु ताहि जीउ ॥ सति साचु स्री निवासु आदि पुरखु सदा तुही वाहिगुरू वाहिगुरू वाहिगुरू वाहि जीउ ॥२॥७॥ पीत बसन कुंद दसन पृञ्ज सहित कंठ माल मुकटु सीसि मोर पंख चाहि जीउ ॥
बेवजीर बड़े धीर धरम अंग अलख अगम खेलु कीआ आपण उछाहि जीउ ॥ अकथ कथा कथी न जाहि तीनि लोक रहिआ समाडि सुतह सिध रूपु धरिओ साहन कै साहि जीउ ॥ सति साचु सी निवासु आदि पुरखु सदा तुही वाहिगुरू वाहिगुरू वाहिगुरू वाहि जीउ ॥३॥८॥
🙏 ❤️❤️🙏🏻🙏🌺
नमन #शंकराचार्य जी को।🙏
#यति महाराज जी को नमन। 🙏🏽
#निग्रहाचार्य जी को नमन। 🙏🏽
#रामागौ #राष्ट्रमाता_गौमाता #गौ_गठबंधन
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#SeeUnderCar
शिवमयी शुभरात्रि
#RudrTheShiv
ओम हर हर महादेव जय माँ 🙏🏽🔱🚩💐
आपने तत्थोंके साथ बहुत ही सुंदर तरिके से समझाया... हमे भी कुछ नया सिखने मिला... कुछ दिन से मनमें जो शक्ती के प्रति कन्फुजन थे वो क्लीयर हो गये... धन्यवाद 🙏💐🚩
कहे कबीर सुनो भई साधो 😅
घोर कलयुग आएगा 😅
काल नेमि बन रामपाल आएगा 😅
भोली जनता को खूब मूर्ख बनाएगा 😅
@@gsrcreations108 yeh bidiya kaho kuch ho cha hai na ho par yeh to 💯 Satya hai
Bahut achcha Gyan Diya bhai aapane
जय श्री राम 🚩
सभी सनातनी वैदिक आर्य हिन्दू धर्म को मानने वालो के सार्वभौम जगद्गुरु स्वामी शंकराचार्य जी महाराज और गुरु ग्रंथ गोविन्द गौवं माता पिता जी भगवान शिव और श्री राम जी महाराज के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Jay Shri Ram Shri Sitaram Shri Sitaram 🙏🏻🚩
❤❤❤❤ जय श्री राधे
।।जय श्रीराधे।।
जय माँ भगवती❤
Jai Jai Shree Ram . ❤
Bilkul,sahi,hai 100,sahi,hai
कबीर सागर मे सृष्टि रचना के प्रमाण-
धर्मदास यह जग बौराना। कोइ न जाने पद निरवाना।।
यहि कारन मैं कथा पसारा। जगसे कहियो एक राम नियारा।।
यही ज्ञान जग जीव सुनाओ। सब जीवोंका भरम नशाओ।।
अब मैं तुमसे कहों चिताई। त्रयदेवनकी उत्पति भाई।।
कुछ संक्षेप कहों गुहराई। सब संशय तुम्हरे मिट जाई।।
भरम गये जग वेद पुराना। आदि रामका का भेद न जाना।।
राम राम सब जगत बखाने। आदि राम कोइ बिरला जाने।।
ज्ञानी सुने सो हिरदै लगाई। मूर्ख सुने सो गम्य ना पाई।।
मां अष्टंगी पिता निरंजन। वे जम दारुण वंशन अंजन।।
पहिले कीन्ह निरंजन राई। पीछेसे माया उपजाई।।
माया रूप देख अति शोभा। देव निरंजन तन मन लोभा।।
कामदेव धर्मराय सत्ताये। देवी को तुरतही धर खाये।।
पेट से देवी करी पुकारा। साहब मेरा करो उबारा।।
टेर सुनी तब हम तहाँ आये। अष्टंगी को बंद छुड़ाये।।
सतलोक में कीन्हा दुराचारि, काल निरंजन दिन्हा निकारि।।
माया समेत दिया भगाई, सोलह संख कोस दूरी पर आई।।
अष्टंगी और काल अब दोई, मंद कर्म से गए बिगोई।।
धर्मराय को हिकमत कीन्हा। नख रेखा से भगकर लीन्हा।।
धर्मराय किन्हाँ भोग विलासा। मायाको रही तब आसा।।
तीन पुत्र अष्टंगी जाये। ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराये।।
तीन देव विस्त्तार चलाये। इनमें यह जग धोखा खाये।।
पुरुष गम्य कैसे को पावै। काल निरंजन जग भरमावै।।
तीन लोक अपने सुत दीन्हा। सुन्न निरंजन बासा लीन्हा।।
अलख निरंजन सुन्न ठिकाना। ब्रह्मा विष्णु शिव भेद न जाना।।
तीन देव सो उसको धावें। निरंजन का वे पार ना पावें।।
अलख निरंजन बड़ा बटपारा। तीन लोक जिव कीन्ह अहारा।।
ब्रह्मा विष्णु शिव नहीं बचाये। सकल खाय पुन धूर उड़ाये।।
तिनके सुत हैं तीनों देवा। आंधर जीव करत हैं सेवा।।
अकाल पुरुष काहू नहिं चीन्हां। काल पाय सबही गह लीन्हां।।
ब्रह्म काल सकल जग जाने। आदि ब्रह्मको ना पहिचाने।।
तीनों देव और औतारा। ताको भजे सकल संसारा।।
तीनों गुणका यह विस्त्तारा। धर्मदास मैं कहों पुकारा।।
गुण तीनों की भक्ति में, भूल परो संसार।
तीन देव सो उसको धावें। निरंजन का वे पार ना पावें।।
अलख निरंजन बड़ा बटपारा। तीन लोक जिव कीन्ह अहारा।।
ब्रह्मा विष्णु शिव नहीं बचाये। सकल खाय पुन धूर उड़ाये।।
तिनके सुत हैं तीनों देवा। आंधर जीव करत हैं सेवा।।
अकाल पुरुष काहू नहिं चीन्हां। काल पाय सबही गह लीन्हां।।
ब्रह्म काल सकल जग जाने। आदि ब्रह्मको ना पहिचाने।।
तीनों देव और औतारा। ताको भजे सकल संसारा।।
तीनों गुणका यह विस्त्तारा। धर्मदास मैं कहों पुकारा।।
गुण तीनों की भक्ति में, भूल परो संसार।
कहै कबीर निज नाम बिन, कैसे उतरैं पार।। - See more at: www.jagatgururampalji.org/nature.php#sthash.YjSd4nTw.dpuf
Abe itna clear to proofs de raha hain Geeta press se Granth manga check kar le
@@underworldevolution4321ye jo upar likha hai ye hi shastra me bhi milta hai ok
Sant Rampal Ji Maharaj Ji true sant
❤️🕉️🕉️🖤
"ओए तैनु कुछ नी पता विद्दो में प्रमाण हे कबीर साब भगवाण हे"
😂😅
🙏🚩
कौन कौन ये चोटी, तिलक, और भगवा धारी पंडितों की चंगुल से पुरी तरह आजाद होकर धर्म शास्त्रों से प्रमाणित सदभक्ति कर रहे है भाई like और कॉमेंट करके जवाब जरूर दीजिये जी
Tumko choti aur bhagwan sai itni chid kyo bhai
Sant Rampal Ji Maharaj true sant
Maine abhi naam nhii liya hai
Inn logo ki pol khol di sant rampal ji maharaj ji ne
Jai ho sant rampal ji maharaj ki
Sabhi logo ki pol kholi hai chahe koi bhi dharm ho
@@VishalVerma-d9c aur innki koi aur khilaoga sahi hai
Dhanyavad shivansh bhai🎉🎉🎉
@GuruGranthGovind
राम पाल का शोधन हो, वह अनर्थ मार्ग का त्याग कर वह सनातन धर्म के प्रमाणित आचार्यों के शरण ग्रहण करे और गुरु ग्रंथ गोविंद का अनुसरण करते हुए अपने पापों का प्रायश्चित करे!
राम पाल के अनुयायि प्रमाणित गुरु परम्परा की शरण ग्रहण करे! उनका शोधन हो
धर्म की जय हो
अधर्म का नाश हो
प्राणियों में सद्भावना हो
विश्व का कल्याण हो
@@निर्गुणसरगुनएक गोबर से गुड़ बनाने की Ninja technique का ज्ञान अपनें पस रख 😂
Jay shree Krishna Jay shree ram ❤❤❤❤
Murakh Baba
यही देवी दुर्गा जी ही ब्रम्ह कि पत्नी है
Jay Sharee Krishna
जय श्री राम
ऐसा लगता है आपने अभी तक श्रीरामचरितमानस को भी सही तरीके से नहीं पढ़ा है आप श्रीरामचरितमानस को अच्छी तरह से पढ़े उनके श्लोक को अच्छी तरह से समझे मनु ओर शतरुपा को कोन भगवान मिला है, ब्रह्म याद रखना ।।
बंदी छोड़ सतगुरु कबीर परमेश्वर की जय
हो सत साहेब।
प्रकृति और ब्रह्म को आप जेसे लोगो को बुद्धि से परे है
🖤☠️🖤
भाइ अब तुम्हारे चंगुल से निकल गए लोग ओर थोडे दिन भोंकलो समाज पडा लिखा हे नकली यो छुपने की जगह डुंडलो
जय श्रीराम! हर हर महादेव! बहुत अच्छी जानकारी 🙏🙏
भैया ने तो बुखार उतार दिया है इनका ❤❤❤जय श्री राम
❤❤❤❤❤❤ जय श्री जगत गुरु शंकराचार्य
जय जगन्नाथ 🌸 🌸
*सभी को मर्यादित अनुशासित जीवन जीने के लिए शासकीय भवन और सभी विषयों की जानकारी के लिए विद्यालय की जरुरत होती है*
*धर्म नाम पर जिसने भी जमीन पर कब्जा कर धन उगाही किया है उसकी चल अचल संपत्ति तत्काल प्रभाव से जप्त होनी चाहिए*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*
रामपाल के चेलों का कहना है भैया जी शास्त्र खोल के बताओ.. अब लो 😂😂😂😂😂
भाई तेरी मेरी सोच एक ही हैं पाखंडी रामपाल अज्ञानी है समझेगा नहीं ओर चेले भी समझेगे नही
|| जय श्री राम ||
Srishti ki Rachna Kabir Parmeshwar Ji Ne ki thi
इस लिए कबीर साहेब कहते है
वेद पढ़े पर भेज ना जाने
तो बता कामपाल जेल क्यों गया
6 Din Mein Srishti Rachi sath mein Din Takhat per Jab Raje
Jai Shree Krishna
आप जितने झूठ और बकवास वीडियो बनाओगे उतने ही संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य ज्यादा होंगे शंकराचार्य को त्याग कर और ज्यादा शिष्य निकल रहे हैं ।
Chal jhoothe 😂 kal ko kalam se akal banaya firbhi aakh me goo chala gya
कामपाल और सारे शिष्य महा मूर्ख है
राधे राधे हरे कृष्ण हरे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@@निर्गुणसरगुनएक अपना काम कर चल
रामपाल संत कहां से हो गए, जितना इनके बारे में पढ़ा सुना है मिथ्या प्रचार करने वाले है
Aur tum kya ho??
Geeta - jo teen guno ki bhakti karta hai wo murkh hai
😅😅ye hi teen gun hai ye hi teeno dev hai
Shri radha wo param gopniya tatva h jiska varnan krna brahma ,vishnu,mahesh,bhagwati or ganesh inme se kisi k b bs ki baat nhi h
Jai shree Ram
वर्तमान में अभी चौथा युग कलयुग चल रहा है लेकिन इन चारों युगों में कोई भी ब्राह्मण आज तक ब्रह्मा विष्णु और शिव जी का जन्म मृत्यु होता है और इनके माता पिता कौन है ये क्यों नहीं बता सके ? मतलब साफ है इन्हें शास्त्रों का यथार्थ ज्ञान नहीं है।
कबीर साहेब जी ने ही ये रहस्य उजागर किया है।
Aap ka sant kabirdev abhi Tak
Ujagar nahi Kiya hai men bat hai ki abhi mahadev ka pita aur mata kaun hai kabirdev me ujagar Kahan Kiya hai bhai
Main aapke baat se pura pura sahmat hun bhai
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की पहचान नहीं होती। वेद और गीता केवल निराकार साकार का ज्ञान देते हैं। निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।।
किसी बात को कबीर जी कह रहे हैं।
नाम लिया तिन सब लिया सब वेदों का भेद।
बिना नाम नरके पढा पढ पढ चारों वेद।।
वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।
Jin kabir ne ved puran ke adhar par apni baat kahi woh ved ko galt kab se batane lag gaye
😂😂
@@Vasu_bhagat जय श्री कृष्णा
@@deadster125 वेद गलत नहीं है। लेकिन वेद में निराकार साकार सरषटि का ज्ञान है। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद का ज्ञान नहीं है
पुराणों में कुछ सत्य और कुछ सुनी सुनाई बातें ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शिव जी एवं ऋषि ,मुनियों ने बोला है। जब ब्रह्मा विष्णु शिव जी को पूर्ण ज्ञान नहीं है तो फिर पुराणों के रचयिता वेद व्यास को पूर्ण ज्ञान कैसे हो सकता है।
Aapko kisne bola ki Kuch baat suni sunai hai 😂 , yeh gyan aapko kaha se mila
पर जेल जाने वाले कामपाली को हो गया
Ye kisne kaha ki Tridevo ko purn gyan ni h... Lok lila ka sahara lete sab... Aur Ved Vyas khud Vishnu ji ke Avtar h... Unka Asli na Krishan Dweypayan tha... Unhone Ved ko 4 hisso mai Banta isliye unka name Ved Vyas hua... Vedo mai parman h oue😂
श्रीमद्भदेवी भागवत पुराण अध्याय 9
वेदके द्वारा कहीं भी विष्णुकी उपासना तथा विष्णु-दीक्षा नित्य नहीं कही गयी है; उसी प्रकार शिवकी भी उपासना तथा दीक्षा नित्य नहीं कही गयी है, किंतु गायत्रीकी उपासना सभी वेदोंके द्वारा नित्य कही गयी है, जिसके बिना ब्राह्मणका सब प्रकार अधःपतन हो जाता है।
"अरे ये त्तो बेद्दो में हे"
Mast dhoya he in Rampal ke chelo ko ,,bechare avi bhi comment box me andh bhakto ki tarah likh rahe he ki kabir Bhagwan he,,itna dekhne ke baad bhi ye murkh hi rah gaye😅😅
सावन के अंधे हैं ये सब🤣🤣
Tum log mirchi lag rahi hai mjaa a rhaa hai 😂
Sant Rampal Ji Maharaj ki Jai ho
Ye to kaal ka doot hain, kaal to in ko bhi nahin chhodega.dekha,dekhi Guru' shishya bangaya kiya na tatv vichaara, guru chela dono ko aage kaal thoke punjara.Sat Saheb jee 🙏🙏🙏🙏
शिवांश मन्द बुद्धि वाले।तुम वेद,गिता, पुराण, शास्त्र को परमभाव (तत्वज्ञान ) को जानना चाहिए। तुम अपने मन गडन्त मनोमाना शास्त्र विरूद्ध अज्ञान भक्त समाजको बता रहे हो।संत रामपाल माहाराज परमशक्ति का कृपापात्र तत्वदशी संत हैं। घमंड मत करो। सच्चाई को साथ लेना ही भक्त को बुद्वीमता होता है।जैसा बिभिशण ने रावण को साथ छोड़कर तिन लोकका देव श्री राम को साथ दिएथे। कबीर परमात्मा है ओर संत रामपाल माहाराज जगत गुरु तारणहार है
Abe chutiya jis shastro se kedi no 1005 parmaan deta tha,unhi shastro se shivansh Bhai parmaan de Rahe he,,murkhta ki bhi had Hoti he ,andha he ya Rampal ki tatti Chaat li he
वृशो गुरु के वाना पाआ राँम पाल जीँ ने
संक्षिप्त देवी भागवत पुराण स्कंद 6 पृष्ठ 114 रामपाल के भगत बोल रहे थे वहां पर लिखा है सतयुग में जो राक्षस थे कलयुग में वह ब्राह्मण समझ जाते हैं अब के ब्राह्मण प्राय झूठ बोलते और ठगने का काम करते हैं देखना जी क्या लिखा हुआ है यह सच में
कामपाल जेल क्यों गया
सभी संतो को मिलकर के निर्णय लेना चाहिए और सभी सनातनी को बैठकर के इस विषय की चर्चा करके सभी सनातनी भाइयों को हिंदू भाइयों को एक करने की कोशिश करना चाहिए ना कि विरोध कर रहे हैं
भाई सभी लोग को विरोध करना पडेगा रामपाल पाखंडी से
।।जय श्रीराम।।
शिवांशजी इन लोगोंकी सबसे बड़ी भ्रांति जो है की गीताका ज्ञान श्रीकृष्ण ने नहीं उनके अंदर बैठे काल ब्रह्म ने दिया था जो त्रिदेवों का पिता है।उसका खंडन series में मत भूलिएगा 😊😊
Le😂😂
Idhar brahma visnu Mahesh khud brahm hai😂😂😂
वेदों का और गीता का खिचड़ी ज्ञान रामपाल ढोलक बजाने वाले ने दिया था यह भी मत भूलना।
@@ajanta4548😂😂😂😂पता है
सतपुरुष ने कथित काल के कुकर्म का दंड उसे 1 लाख जीवो को प्रतिदिन खाने का श्राप देकर दिया, तो ये दंड हुआ है या काल की मौज, चेलों ये बताओ की दंड काल को मिला या जीवो को.. और सत पुरुष ने श्राप दिया इसका मतलब वो तमोगुणी है जिसे गुस्सा आता है माया के त्रिगुण से बंधा है त्रिगुणातीत नहीं है परम परमेश्वर नहीं है।
दंड रामपाल दास को मिला ही जो पूरे जीवन भर जेल में निकलेगा
Rampal abhi badi jail yani narak jayega phir 84 lakh janwaro ki yonio mein aur saath mein uske bhakt bhi jayenge wahi 😂😂😂😂😂
भईया जी जीब नही मानव शरीर धारी जीव को खाने का आदेश दिया था l इसि श्राप के कारण काल को मानव शरीर बनाना अनिवार्य हो गया l नेही तो इये मानव शरीर भी नेही बनाता l 84 लाख योनियो मे एक और योनि बना देते l सन्त रामपाल जी महाराज की सत्संग सुना करो अपनी जीब स्तर के बुद्धि से भगबान पे सवाल मत खारा करो l
❤❤ रामपाल के कुत्ते किसी का भी बात मानने को तैयार नहीं है और हमेशा हम सब को कहते हैं तुम कबीर की भक्ति करो नहीं तो काल तुम्हें खा जाऐगे
@@AshwaniYadav-eq6omमल मल धोये शरीर को धोये ना मन का मैल नहाये गंगा गोमती रहे बैल के बैल
3:56 नहीं मानेंगे😂😂
ईसाई के लिए वीडियो बनाए महाराज जी
Apke hraday me sirf ahankari gyan ne janma liya h or koi b maha gyani bin prem k shri radha tatva ko kbi nhi jaan skta yhi akhiri or param satya h
चिदादित्त्यं किशोरंगं परे धाम्नि विराजितम् । स्वरूपं सच्चिदानन्दं निर्विकारं सनातनम् ।।
चिदघन स्वरूप जो आदित्य वर्ण वाला और किशोर स्वरूप है जो कि परे धाम यानि परमधाम में विराजते हैं जो सत, चिद और आनन्दमयी हैं और जिसमें कोई विकार नहीं है वही सनातन है। सत्य की परिभाषा क्या है ? सत्य वो है जो तीनों काल में एक समान हो, जिसकी न तो कभी उत्पत्ति हुई हो और न कभी विनाश को प्राप्त हो, जो सदा सर्वदा एक रस हो उसे सत्य कहते हैं। सत्य वो नहीं जो परिवर्तन होता हो, जैसे एक बालक है कुछ समय पश्चात किशोर अवस्था को प्राप्त होता है धीरे-धीरे बुढापे को प्राप्त होता है और मर जाता है। जब वो दिख रहा था तो सब उसको सत्य ही मानेंगे । सत्य था तो वो अब कहां गया ? इसको सत्य नहीं कह सकते, जो जन्मता और मरता हो उसे सत्य नहीं मान सकते। तो वो सत्य कौन है जिसकी हमें भक्ति करनी चाहिए ?
Shiv
Dukan band hone ka dar hai
Sant rampal ji mahraj ne to sabhi Acharyao.shankracharyao.mahamandleshwaro va Dr.zakir naiek tak ko pahle se parast kar rakha hai inke chele kya hai unke samne
Ye bhagwati,durga yh to shri radha ji k karod ve hisse k barabar b nhi h iska pramaan h sanat sanhita me
आप कहते हो भगवती ही सब कुछ है पर उसका पती भी बताया गया है लोगो को बेवकूफ मत बनाओ ढोंगी जी
👉श्रीमद् देवीभागवत पुराण तृतीय स्कंध अध्याय 5
शिव जी बोले - हे जगदम्बिके ! आप - अपनी कलासे जगत्की रचना तथा पालन करती हैं और जब चाहती हैं तब उसका संहार कर देती हैं। आप सदा अपने पति परमपुरुषको रमण कराती रहती हैं। हे शिवे ! आपकी इस लीलाको हम नहीं जान सकते ॥ १२ ॥
@Himanshuvishvkarma
यदि तुम्हारे राम पाल जी ज्ञानी है तो बबिता जी को ज्ञान देना चाहिए था!
Vo to tumhare pakhandi baba log De Rahe hai
@@निर्गुणसरगुनएक रांडपाल 😂😂
Sabse pahle sainto ka samman karna sekho@@Vasu_bhagat
@@निर्गुणसरगुनएक शिव मोहिनी प्रकरण तो मैंने पढ़ा है! उसमे बबिता जी और राम पाल वाला sense मत लगाओ nonsense 😂
@@निर्गुणसरगुनएक विष्णु जी और तुलसी जी भी मैने पढा है, वहां भी राम पाल और बबिता जी वाला connection नही है 😂
@avhan भाई जी 🪷🪷🪷🪷🪷
अरे पंडित जी भाई इस चीज का बता रहे हो हकीकत बात है इस तीनों ब्रह्मांड के लिए कि ब्रह्मांड के लिए देवी ही चल रही है इसीलिए वह परब्रह्म से भिन्न है
14:49🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
आप जो ज्ञान दे रहे हो उस ग्रंथ को दिखाने में समर्थ नहीं लग रहे हो तभी तो सिर्फ बोल बोल कर ही कहनें मेंअपनी मान बड़ाई को बचा कर . रखना
Are pagl😅
@@Saurabh-yadav995अरे भाई पूरूप तो कोई दे नही रहे हो खाली जबान चला रहे हो अपने शिवांश भाई से कहीए ऐसा नही चलेगा भाई पागल के चमचे
भाई किसी दिन सनातन समीक्षा नाम के चैनल की भी बैंड बजाओ क्योंकि वो वर्ण व्यवस्था जन्म से ना मानकर कर्म से बताता है। और तो और शास्त्रों का प्रमाण देता है। कर्म से वर्ण तय करने वाले ऐसे ढोंगी,पाखंडियों का पर्दाफाश करो।
कर्म से ही है जन्म से नहीं
@@Mahak428 तेरा जाति वर्ण कर्म से तय हुआ है क्या चूतिए
@@Mahak428to fir Arjun ko Krishna ne q roka.
Or yea bhi q bola ki dusre varn k karma acche palne se baheter hai amne karm jaise taise karna ???
@@2dsworld547 क्योंकि श्री अर्जुन महाराज जी सवभाव से और कर्मो से क्षत्रिय थे
@@Mahak428 वर्ण जन्म से होता है , कर्म से नही ।।
हमारे वर्तमान जन्म हमारे पूर्व जन्म के कर्मो का फल है ।।
Rampal ke sisyo mujhe ye btao kya tumhare guru rampal kam Krodh lov moh mad matsrya ankar in sab se pre hai kya rampal janm aur mrityu se pre hai kya rampal garv main nhi aye kya rampal trikaal darsi hai agar hai to pramanit kro aur main aapko bta di jale debraha baba ki jivami padh lena sari sidhiya sari sakti unke pass thi aur hamare param guru ramanucharya ke sisya hai devraha baba jao jake unki jivni padhe unohone shiv aur narayan ko hi param tatwa mana hai na ki koi kabir ko jai sriman narayan sabhi ko tatwa ek hai tatwa 10 20 nhi ho skte usi ko durga keh lo kali keh lo hari keh lo shiv keh lo pram tatwa hi sari sristi aur Anant brahmand ko chale ke liye hi alag alag roop dharan kiye baithe hai to kripa lr bhole bhale logo ko prabhu bhakti se dur na kre Bhakt ko bhagwan se door na kre nhi to sarbnash hone main samay nhi lgega shiv ya narayan bta denge sabko wo param tatwa kon hai phir samajhne layak nhi rhega koi sab kalyug ka khel hai sara bhagwan waise vi pran liye bhaite hai dusta atyachari adarmi le sanghar ka aur jo prabhu main bhed budhi krta hai wo khud hi apne sarwanash ko nimantran deta hai
Samay aane pe pata chalega ok😊 😅
महोदय जी पहले परम संत श्री रामपाल जी महाराज जी के विडियो देख लीजिए
Bohat achha prabhuji
Ensabko satya btana jaruri hai murkh bne galat prachar karte firte hai sab
ईतनाभी मालुम नही रामपालको.कोई ब्रम्हा दुर्गा देवी येकहाभी वेदमे ईनका उलेख नही .
Kya baat kar rahe ho bhai.
Durga suktam - Krishna yajurveda (10-2-1) taitriya aranyakam mai ata hai.
Ha Brahma ji k koi stuti nhi mila mujhe.
Sach batao to aapko bhi vedon ka gyan Nahin Hai Jaise Pakhandi guruon Ko Bhi Nahin Hai
3:56 नहीं मानेंगे😂😂ये मिलावटी है
Rampalji is great
Shivansh bhai shri radha ji to bhagwan shri krishna se b pre h , fir shri radha tatva vedvyas ki budhhi me kaise aa skta h , vedvyas ne apni budhhi se shri radha ji ko jitna jana wo bol diya
galat i Baat Banane mein aap bahut Mahir Hain
Bhai video me kyo nhi dikate parman aap hi kyo pd rhe ho hme bhi dika do hm bhi pd lenghe
morkho ham nahi
सत साहेब आपको इतना समझ में नहीं आता है जी जब सृष्टि एक है तो तीन आदमी कैसे रह सकता है जब ऐसी आदमी है तो एक ही रहेगा ना तीन आदमी रखेगा मैसेज को साथ शादी होता है ना उसी का पति और पत्नी होता है ना तो दोनों आदमी मिलकर रास्ता है ना पति पत्नी से बाल बच्चा होता है आगे बढ़ता है उसमे तीसरा चौथा भी आता है आप सिर्फ पढ़ते हैं ऐसे ही घर ज्ञानपुर से भी कुछ बोलते हैं पढ़कर विवेक लगाइए कुछ समझे
Tum jo kahe hai sastra me nahe praman hai tumara guru adhura hai aur gan adhura hai kabir is supreme GOD jagat guru Santa rampal hai
Jay Shri ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Krishna bhagwan 🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇪🇳🇪🇳🇪🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhai prman camera pr dikha bhai aise to sb bolte h camera pr dikha bhai hm padh lete
बाकी सब तो ठीक है बंधु परंतु आपको खांसी का उपचार आवश्यक रूप से करना चाहिए
*कर्म ही पूजा है*
*देहें हैं दोहे हैं और अनेक पंथी भी हैं*
*हम क्या कर रहे हैं किसके लिए कर रहे हैं हमारा उद्देश्य क्या है ?*
*हमारे पूर्वज ही हमारे भगवान हैं जिनके मर्यादित कर्मों के चलते हम उनको अपना आदर्श मानते हैं लेकिन उनके कर्मपथ पर चलने के बदले मात्र खानापूर्ति करने के लिए उनके प्रतीकों का पूजन करना अपना धर्म कर्म समझते हैं!*
*हर मां बाप अपने और अपने औलाद वंश के लिए कर्म करता है जिसका औलाद पीढ़ी दर पीढ़ी अनुशरण करता है उस कर्म का फल भी मिलता है*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*
kavi ya kavirdev kabir kaise bana ye baat alag hai pehle aap ye jaano kabir gyan mei likha kya hai, agar VED mei KABIR bhi likha mil jaye aap kalko uspar bhi behas karoge ki duniya KABIR naam keval sant kabir ji ka hi thodi hai aise to Jo bhi KABIR naam se hai kya hai wo sab bhagwan hai?? Is betuki behas ka koi antt nahi hai.
Jaise kisi angrej ko ramayan ka arth karne ko kaho jise ram Sita etc ka gyan nahi to vo ram aur Sita ka bhi anuwad kardega bajayeki ye likhne ke ki ye shabd RAM ji ya SITA ji ko sambodhit karte hain isiliye prakaar Aaj Tak dharam grantho mei jo shabd KABIR SAHIB ko sambodhit waale Hain anuvad kartaon ne unka ARTH kardiya bajaye ki usko KABIR sahib se sambodhit karne ke kyonki unki SANSKRIT ka gyan to tha jaise ek ANGREJ ko tha parantu unhe KABIR ka gyan nahi tha.
🎉🎉
पहले मेरे एक प्रश्न का जवाब दो महाराज फिर मैं आपकी पूरी बात सुन लूंगा।
किसी भी प्रकार के अभद्र टिप्पणी ना करें,
Ye Bhai q utpatan BAAT kar raheho parmatma kaunhai moksha Kaise Milega ye batau tumto sisu class Ki Bachcha ho kya, a b c 1 2 3,jaise padaraheho gyantohayeinai Agne tanur asi anghari asi bambhari asi riktadhama sabar Jyoti lekhahayena yetotumepatainahi ye artha sirf sirf Rampalji Maharaj batatehe bhaisab rampalji ati ati dayaluhai saranme aaiye aapki Kalyan hogi SATSAHEB JI😅
ilaj karao apna
Shivanshu Dwivedi aapko Gyan Nahin Hai Kya Khata bhi nahin pata
Kal ke duto se bat kRna byrth hai
Shiwanc ji apne 4 ved ko sahi se pda hi nhi hai satguru ke bina ved me chhupa gyan ko koi nhi jan sakta hai ap dharm granth ko dhyan se padhna pura praman hai durga our kalniranjan pati patni tino dev putra hai
Shivansh tatyogan hen tum bhakta samaj ko murkha mat banao. Manab samaj shecheet ho gay.satya ko daba raha ho but satya ko meta nai payaga Santa rampal maharaj tatyodarsi jagat guru hai