"आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
Karmo me aa rha hai ye aur shabdo me ni aa rha..Kyuki wo mon me rehta hai..acharya ji..aas pas ke log itne sabdo me fasse hai wo dekh ni paate...Satya unke liye darawana hai..aise me kya kre...mjhe Aisa lgta hai satye logo ko bechain krta hai..
मैं आचार्य जी को बहुत सालों से सुन रही हूं।गीता कोर्स में भी एनरोल्ड हूं। बहुत फायदा हुआ है।पर आचार्य जी मैं आज की आपकी बात से सहमती नहीं बना पाई।जिसकी मां,बाप,बहन,भाई बीमार है,वो उसको हॉस्पिटल लेकर जा रहा है,उसको भी विवश करना कि यह सभ कुछ नहीं,बस आप सभ छोड़ कर हमारी बात सुनो,आलू प्याज लेकर आना , सभ छोड़ दो, हमें सुनो,यह कोई nhi कर पाएगा। आपके पूरी टीम है ,यह सभ काम आपके भी होते हैं। ऐसे ही घर घर में यह काम भी उतने ही जरूरी होते हैं।संस्था अपना काम करेगी,किसी के घर आकर उसे दवाई नहीं देकर जायेगी,किसी को रोटी,आलू,सब्जी नहीं देकर जायेगी। हम अपने काम नहीं करेंगे तो कोन करेगा?
आचार्य जी इस युग के संत हैं।🙏सभी लोग केवल सुने नहीं,जीवन में भी उतारें,तभी फ़ायदा होगा। यथा संभव दान💸 करें।🫵कौन-कौन चाहता है आचार्य जी का चैनल 100✓Milion का हो।🥰
अधात्म एक प्रकार की दिवानगी होती है जो कोई इसे पाने लगता है वह निराला बनने लगता है शुरू शुरू में ये संसार उसे पागल समझता है क्योंकि वह आध्यात्म की दिवानगी के कारण सुख दुःख में, हानि लाभ में और जगत के शोक व हर्ष में एक जैसा रहता है मस्त बिल्कुल सरल
हम आमतौर पर उन्हीं से मिलना पसंद करते हैं जो हमारे धोखों को कायम रखे। जिनके साथ हमारा भ्रम बचा रहे उन्हीं के साथ हमारा उठना-बैठना हमें बहुत पसंद होता है। लेकिन जो आदमी खरा है वो वहां जाकर बैठेगा जहाँ उसको पता लगने लगे कि उसका होश झूठा है। अपनी सब व्यर्थताओं को छोड़ने की ताकत मिलने लगे। -आचार्य प्रशांत
तुमसे बड़ा तुम्हारा गुरु और कोई नहीं हो सकता! क्योंकि आखिर में तुम्हारी सहमति चाहिए, बाहर से कोई बात सुन भी ली हो तो अंतिम तो तुम्हीं हो , तुम्हीं को मन को कहना पड़ेगा कि हां भाई ! ये बात जो है ठीक है । 🙏🏻🙏🏻♥️♥️
आचार्य जी श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ा रहे हैं, एक बार वहां आकर पढ़िए आपका अनुभव ही अलग होगा। वो सत्र आपकी परतें धीरे धीरे खोल देते हैं फिर अनुभव लेनी की मजबूरी ही कम होने लगती है❤❤
दुनिया में हूं दुनिया का तलबगार नहीं हूं बाज़ार से गुज़रा हूं ख़रीददार नहीं हूं या रब मुझे महफ़ूज़ रख उस बुत के सितम से मैं उस की इनायत का तलबगार नहीं हूं ! -अकबर इलाहाबादी
जिसे सच का बोध है वो होशमंद है। जिसको लगातार सच पता लग रहा है, जो भीतरी तौर पर कल्पना में नहीं, अहम में नहीं, सच में स्थापित है सिर्फ उसको कहा जा सकता है कि होश है। जिसके अनुभव तथ्य से, यथार्थ से बिल्कुल जुदा हैं वो बेहोश है। आम आदमी कभी नहीं मानता कि वो बेहोश है
जब सच आता है तो उसे हर गली,नुक्कड़,महोल्ले,चौराहे,मंच से चिल्लाकर गाने की अवशता आ जाती है,यदि इसे रोक पा रहे हो तो सच नही आया है और ये आपका चुनाव है.💯🙏
Ye video mere liye hi hai i was completely depressed from 1.5yrs sirf isliye kyuki jinpe sanse jyada trust kiya vo sabhi block kar gaye.. But now i will live by reading and understanding of Acharya Prashant, Osho, J Krishnamurti, Sants, Hamare Avatars, Buddh, Sikh guru, Jesus, Scientists, Mathematicians...
"आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
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✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
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Karmo me aa rha hai ye aur shabdo me ni aa rha..Kyuki wo mon me rehta hai..acharya ji..aas pas ke log itne sabdo me fasse hai wo dekh ni paate...Satya unke liye darawana hai..aise me kya kre...mjhe Aisa lgta hai satye logo ko bechain krta hai..
मैं आचार्य जी को बहुत सालों से सुन रही हूं।गीता कोर्स में भी एनरोल्ड हूं। बहुत फायदा हुआ है।पर आचार्य जी मैं आज की आपकी बात से सहमती नहीं बना पाई।जिसकी मां,बाप,बहन,भाई बीमार है,वो उसको हॉस्पिटल लेकर जा रहा है,उसको भी विवश करना कि यह सभ कुछ नहीं,बस आप सभ छोड़ कर हमारी बात सुनो,आलू प्याज लेकर आना , सभ छोड़ दो, हमें सुनो,यह कोई nhi कर पाएगा।
आपके पूरी टीम है ,यह सभ काम आपके भी होते हैं। ऐसे ही घर घर में यह काम भी उतने ही जरूरी होते हैं।संस्था अपना काम करेगी,किसी के घर आकर उसे दवाई नहीं देकर जायेगी,किसी को रोटी,आलू,सब्जी नहीं देकर जायेगी। हम अपने काम नहीं करेंगे तो कोन करेगा?
Acharya ji 🙏
Pranam Acharya ji, aapko swasth dekh kr aanand m hu mai
अब जगह-जगह आचार्य जी के योद्धा किताबो की स्टाॅल लगाकर प्रचार कर रहे हैं बहुत अच्छा लगता है। 😊
सबको कुछ न कुछ योगदान देना होगा आचार्य जी के काम में तभी सत्य आगे बढ़ेगा
❤
Yes i feel happy seeing this
हम राजस्थान जयपुर में आचार्य जी का बुक स्टाल लगा रहे हैं 😊😊😊
H❤
Jaipur m kaha?
❤❤❤❤
Up mai kaha pr laga hai
Bhaiya btaye kha pr lga rhe ho
में एक साल से डिप्रैशन में थीं आचार्य जी ने मुझे फिर से जीना सिखाया है मुझे नई जिंदगी दी 😢😢 lot's of love AP🌍🙏🙏❤❤❤
❤
जो तुम्हारे झूठे भरोसे को तोड़ दे ,
उससे ज्यादा कीमती कोई भी नहीं तुम्हारे लिए।
ऐसी दीवानगी जो संसार पर अब किसी तरह से आश्रित नहीं है- आचार्य श्री
सिर्फ सुनने भर से काम नहीं हो जाएगा आप सब से अनुरोध है कि सुनने के बाद इसको जिए भी 🙏
अध्यात्म जो मुक्ति का उद्घोष है।उसकी पहचान होती है एक दीवानापन।मैने भीतर से झुकना, दबना, बंधना अस्वीकार कर दिया।
आचार्य जी इस युग के संत हैं।🙏सभी लोग केवल सुने नहीं,जीवन में भी उतारें,तभी फ़ायदा होगा।
यथा संभव दान💸 करें।🫵कौन-कौन चाहता है आचार्य जी का चैनल 100✓Milion का हो।🥰
आचार्य जी हमारी चेतना को नई ऊंचाई दे रहे हैं । उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है तब भी हमारे समक्ष उपस्थित रहते हैं।
शरीर में हूं लेकिन शरीरी नही हूं,समाज में हूं पर सामाजिक नही हूं।कैद में हूं पर कैदी नही हूं।😮
Yahi same condition meri hai
निःशब्द हूँ, निर्विकल्प हूँ, नतमस्तक हूँ सत्य के समक्ष ।
शत शत नमन गुरुदेव ❤ ❤ ❤
संतों के यहां, हमारे सांसारिक शब्दों के अर्थ बिल्कुल बदल जाते हैं।
सच के साथ सहजता आती है जो मनुष्य के कर्म में उदघाटित होती है, प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏
जिसको अपनी मान्यताओं पर विचारों योजनाओं पर कामनाओं पर जितना भरोसा होगा, सत्य उतना ही उस दूर होता चला जाएगा।
- अचार्य प्रशांत
सच उनके लिए है जिन्हे सबसे पहले अपने पर संदेह होना शुरू हो____आचार्य जी🙏🙏
अधात्म एक प्रकार की दिवानगी होती है जो कोई इसे पाने लगता है वह निराला बनने लगता है शुरू शुरू में ये संसार उसे पागल समझता है
क्योंकि वह आध्यात्म की दिवानगी के कारण सुख दुःख में, हानि लाभ में और जगत के शोक व हर्ष में एक जैसा रहता है मस्त बिल्कुल सरल
सुप्रभातम शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏🙏 एवं समस्त श्रोतागण
गुरु को कीजै दण्डवत, कोटि कोटि परनाम ।
कीट न जाने भृङ्गको, गुरु करिले आप समान ॥
शत् शत् नमन आचार्य जी
सही काम पकड़े और निर्लज्ज हो जाएं, दुनिया क्या कह रही कोई मतलब नहीं l
आत्मज्ञान हो रहा, बंधन टूट रहे बस यही काफी है
जिन खोजा तिन पाइयां, गहरे पानी पैठ।
मैं बौरा डूबन डरा, रहा किनारे बैठ।।
- संत कबीर
हाड़ जलै ज्यूँ लाकड़ी, केस जले ज्यूँ घास।
सब तन जलता देखि करि, भये कबीर उदास॥
- संत कबीर
सत्य जब आपके भीतर उद्घाटित होता है,तो वह मनुष्य सहज हो जाता है ~ आचार्य जी
और एक बार सहज हो गए तो निर्विकल्प हो जाते हो ,चुनाव नही रहता है फिर सत्य को जीना पड़ता है। सत्य को गाना पड़ता है।
~आचार्य श्री 💐🙏
सबकुछ हमारे चुनाव की ही बात है
जी आचार्य जी 🙏
सत्य तो जीवन में निडर होना सिखाता हैं।
डरना तो उन्हें चाहिए जो असत्य के पक्ष में, हम तो सत्य को पूजते है हमें भला कैसा भय।
केंंद्र ठीक है तो सब जायज है - आचार्य❤❤
सच है जब भीतर उद्घाटित होती है तो उसे सहजता आती ही आती है, और फिर वही सहजता शब्द में संगीत और कर्म में नृत्य बन जाती है।
- अचार्य प्रशांत
आचार्य जि 🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🇳🇵
हम आमतौर पर उन्हीं से मिलना पसंद करते हैं जो हमारे धोखों को कायम रखे।
जिनके साथ हमारा भ्रम बचा रहे उन्हीं के साथ हमारा उठना-बैठना हमें बहुत पसंद होता है।
लेकिन जो आदमी खरा है वो वहां जाकर बैठेगा जहाँ उसको पता लगने लगे कि उसका होश झूठा है।
अपनी सब व्यर्थताओं को छोड़ने की ताकत मिलने लगे।
-आचार्य प्रशांत
पूरा सतगुरु सेवताँ, अंतर प्रगटे आप ।
मनसा वाचा कर्मना, मिटे जनम के ताप ।।
आपको सुनने से जीवन ही बदल गया 📚
बहुत धन्यवाद आचार्य जी हमे संघर्ष सीखने के लिए सही दिशा में लाने के लिए 🙏🙏
सच उनके लिए है जिन्हें अपने ऊपर संदेह होना शुरु हो ❤
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏾❤️
हम *सच* को नहीं सुनते, हम अपनी "मान्यताओं" के अनुसार सुनते हैं।
तुमसे बड़ा तुम्हारा गुरु और कोई नहीं हो सकता! क्योंकि आखिर में तुम्हारी सहमति चाहिए, बाहर से कोई बात सुन भी ली हो तो अंतिम तो तुम्हीं हो , तुम्हीं को मन को कहना पड़ेगा कि हां भाई ! ये बात जो है ठीक है । 🙏🏻🙏🏻♥️♥️
Ek dam sahi ❤❤
सुप्रभात आचार्य जी 🙏🙏
Aacharya ji is Buddha of this era ❤
Prakash ki marg par aap sath ho acharya ji
आचार्य जी श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ा रहे हैं, एक बार वहां आकर पढ़िए आपका अनुभव ही अलग होगा।
वो सत्र आपकी परतें धीरे धीरे खोल देते हैं फिर अनुभव लेनी की मजबूरी ही कम होने लगती है❤❤
No one in the world at present time like you acharya ji 🌹🙅🏻♂️@Raje0397🧎🏻♂️🧎🏻♂️🧎🏻♂️
सच्चे आदमी की पहचान निर्भिकता है.....आचार्य प्रशान्त
Subah Subah man shant ho gya. Video sunkar aacharya jee ka
लड़ाई हमेसा सच ओर जूठे सच के बीच में होती हैं
सच जब उद्धघोषित होता है तो सहजता आती ही आती है.
गुरु जी आप की चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम 🙏❤️🚩🕉️
धन्यवाद आचार्य जी❤❤❤
Ram Ram
दुनिया में हूं दुनिया का तलबगार नहीं हूं
बाज़ार से गुज़रा हूं ख़रीददार नहीं हूं
या रब मुझे महफ़ूज़ रख उस बुत के सितम से
मैं उस की इनायत का तलबगार नहीं हूं !
-अकबर इलाहाबादी
प्रणामगुरुजी🎉
जब काम भरा हो आंख में तब सच नजर नहीं आता है🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी❤
Aacharya jee breaks our ahankar daily
ज़िंदगी पूरी तरह बदल रही हैं❤❤
प्रणाम आचार्य जी🙏🙏🙏
Pranam Acharya Ji ❤
जिसे सच का बोध है वो होशमंद है। जिसको लगातार सच पता लग रहा है, जो भीतरी तौर पर कल्पना में नहीं, अहम में नहीं, सच में स्थापित है सिर्फ उसको कहा जा सकता है कि होश है। जिसके अनुभव तथ्य से, यथार्थ से बिल्कुल जुदा हैं वो बेहोश है। आम आदमी कभी नहीं मानता कि वो बेहोश है
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️
"Khud par sandeh ho jaye to insan khud hi aisi jagho ki or bhagta hai jha sachchai dekhna sambhav ho paye"
Jay Shree Krishna ❤️ Dear Sir ❤️😊🪘🥁🪗🎸🎷🧶🧵🪡🖌️🏞️🏝️🏖️🌅🌄🏜️🏞️🏝️🏖️🌅🌀🌝
अध्यात्म मुक्ति का उदघोष है।
~आचार्य जी 🙏
❤❤❤❤❤❤ आचार्य जी को मेरी जिंदगी लग जाए
होश = जिसको सच का बोध है |
V nice satya ki devangi ho gyi hai muje sir apse aaj m Jan gyi v thanks lovely baba ji ❤❤❤❤❤ aap great ho ❤❤❤
acharya ji
होश - जिसको सच का बोध है
Ju bilkul sir❤
तेरा साईं तुझमे हैं,
जाग सके तो जाग..❤💯
जब सच आता है तो उसे हर गली,नुक्कड़,महोल्ले,चौराहे,मंच से चिल्लाकर गाने की अवशता आ जाती है,यदि इसे रोक पा रहे हो तो सच नही आया है और ये आपका चुनाव है.💯🙏
Om ji
बहुत सुंदर बात कही है आपने शुरुआत में।❤❤
Aacharya ji hi desh ko badal sakte hain
Pranam sir 🙏
मैने भीतर से झुकना दबना डरना बांधना अस्वीकार कर दिया🙏👍
होश का मतलब जब किसी को लगातार सच का पता हो। सच पानी की तरह साफ़ होता है। पानी को अपनी परिभाषा नहीं देनी पड़ती। वह अपना काम करता रहता है।
Acharya ji Namskar ❤
कोटि कोटि नमन आचार्य जी ❤️💐🌹
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी 🙏❤
जो लोग मास खाना छोड़ रहे है उनको कुछ पाखंडी लोग उपदेश देते हैं की (सौ चुहे खा कर बिल्ली हज को चली)
इज्जत के ग्राहक कभी मत बना कभी भी नहीं अद्भुत अनमोल वचन आदरणीय गुरुजी केमाध्यम से
आम आदमी बेहोश होते हुए ये मानता है कि वो होश में है इसलिए संत कहते हैं कि अध्यात्म एक नशा है, खुमारी है , मद है, सुरूर, साकी है।
Naman guru ji
होश खोना पड़ता हैं बेहोशी हटाने के लिए
जो जिन्दगी को अपने हिसाब से चला लेने का अभिमान पाले हैं।सच उनके लिए नही है
❤❤❤❤❤❤
Acharya ji ko sunkar jine ki Rah milti hai
Hosh valo ko khabar kya behoshi kya cheez hai... enroll keejeeye fir samjhiye hosh kya cheez hai...❤❤❤
आचार्य शरणं 🙏
निर्विकल्पता यानी सत्य के बश मे । जानता तो हु जिता नहि हु मतलब जाना हि नहि । पता तो है बताते नहि चलता मतलब पता हि नहि है ।❤ you AP जी ।
ऐसी जिन्दगी जो संसार पर आश्रित ना हो.
"शुरुआत अपने होश को खोखला देखकर करो।"
❤I love i that's you sir.
plz take care of your health 🥺
we need you ❤️
Thanku acharya jee aapke wajah se mera pura jivan badal gaya h mai puri tarah se aapke sath milkar kam karna chahta hu
राम नाम कड़वा लगे, मीठा लागे दाम।
दुविधा में दोनों गए, माया मिली न राम।।
- संत कबीर
Love You Gurudev❤❤❤❤From Bengal🌼
चरण स्पर्श आचार्य जी
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji
Prnam Aacharya ji ❤❤❤❤
Ye video mere liye hi hai i was completely depressed from 1.5yrs sirf isliye kyuki jinpe sanse jyada trust kiya vo sabhi block kar gaye.. But now i will live by reading and understanding of Acharya Prashant, Osho, J Krishnamurti, Sants, Hamare Avatars, Buddh, Sikh guru, Jesus, Scientists, Mathematicians...
Shubhyodyam aacharya ji ❤🙏
जिसको अपनी मान्यताओं पर, विचारों पर, योजनाओं पर, कामनाओं पर जितना भरोसा होगा सत्य उठना है उसे दुर होता जाएगा। ~ आचार्य जी 🙏😇
नाम खुमारी नानक चड़ी रहे दिन रात अक धतूरा सुरापान उत्तर जाये प्रभात।
Dhanyawaad acharya ji