राणा पूंजा भील थे और रहेंगे राणा पूंजा मेरपुर के राजा थे वीर विनोद पुस्तक पेज नंबर 151 श्यामल दास जी के द्वारा लिखित सज्जन सिंह कीदेखरेख में दूसरा स्त्रोत वीर विनोद भाग 2 पेज नम्बर 223 स्रोत नंबर 3 अरावली का मातृम पेज नंबर 12 राणा पूंजा भील के पिता का नाम गमेती दादू जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
हमनें राजपुतों के कभी पुजा काना कान्ती हुका बदिया वेलीया वेला लालजी लालु देव देवराम कालु 😮एसे नाम कभी नहीं सुना है एसे नाम भीलों के हि होते हैं और ईससे ये सबीत होता है राणा पुजा भील हि थे
@@birbalkumarmeena7391भील सैनिक राणा पूजा के सात थे तब उने भीलू राणा के नाम से पुकारते थे क्यों उने भील सरदार के नाम से पुकारते थे क्यों कि उनकी सेना मे भील सैनिक ज्यादा थे तब इतिहास कारो ने अलग अलग एंगल से लिक दिया पर य सोलंकी राजपूत हे अभी एक नया मेटर बताता हूँ जो बाडमेर का हे जिसमें 1971 कि लड़ाई मे एक राजपूत सरदार ने इंडियन फौज का सात दिया जिसमें उनकी फौज मे बाडमेर के बॉर्डर के गावो के लोग थे जिसमें भील मीना और कुछ् जाती थी अभी उनके बारे मे एक erihaskar ने बुक लिखी हे जो up का हे उस सरदार को उन्होने भील बताया हे बल्कि उनका लड़का अभी बाडमेर कोर्ट मे वकील हे जो अभी जीवित हे उसने उस इतिहास कार् के खिलाफ कोर्ट मे गए हे य देखो य तो new मामला हे इसलिए लोग राजपूतो को अपनी जाती मे लेने लग गए हे
राणा पूंजा का इतिहास:- 👉 राणा पूंजा भील राजस्थान के उदयपुर जिले के मेरपुर के निवासी थे। सोलहवी शताब्दी में दिल्ली के बादशाह अकबर ने राजस्थान के मेवाड़ उदयपुर , चित्तैडगढ़ आदि पर हमला बोला दिया लेकिन आदिवासी राजा राणा पूंजा भील ने अपने दस हजार फौज के साथ हल्दीघाटी देबारी में अकबर की फौज को रोका , राणा पूंजा भील ने गौरील्ला युद्ध प्रणाली द्वारा अकबर की सेना को बेदखल किया और महाराणा प्रताप की जान बचाई । इसलिए महाराणा प्रताप की मां ने राणा पूंजा भील को अपना दूसरा बेटा मानकर राणा उपाधी देकर गौरवा दिया और अपने राज्य चिन्ह पर एक तरफ महाराणा प्रताप और दूसरी तरफ राणा पूंजा भील की प्रतीम अंकित करवाकर पुंजा भील के शौर्य, वीरता, साहस एवं उनके आत्मीय सहयोग का सम्मान किया
वीर विनोद ग्रंथ में भी राणा पूंजा भील लिखा गया हे जिसमे मेवाड़ का इतिहास लिखा गया हे अगर वो वीर विनोद गलत है तो फिर मेवाड़ का इतिहास भी गलत हे ये मान लो और ये भी हों सकता है की तुम्हारा राणा पूंजा अलग हो जो सोलंकी हो सकता है लेकिन भील सरादर हमेशा भील ही होता है कोई दूसरा नही हो सकता जिसमे वीर विनोद ग्रंथ में ये भी लिखा है की भील सरदार राणा पूंजा हे राणा पूंजा ने कहा है की गमेती दूदा मारो बापो है गमेती का विस्तृत विवरण भी दिया हुआ है वीर विनोद ग्रंथ में जिसका उदाहरण ( गमेती ) - भील सरदार , मुखिया राणा पूंजा भील थे, है और रहेंगे 🏹🏹
राणा पूंजा जी तो छापामार या गोरिल्ला युद्ध प्रणाली के लिए जाने जाते हैं और यहां कि भील कॉम इस कार्य में दक्ष थी तो फिर भीलों का नेत्तृत्व किसी राजपूत को क्यों दिया गया। जबकि राजपूतों को तो इस युद्ध प्रणाली में निपुण नहीं थे वो असल में भील ही हैं ❤❤❤❤
भाई भील जनजाति जंगलों में निवास करती थी और राणा पुंजा भी जंगलों में भीलो का सरदार था तो वो राजपूत कैसे हो गया और राजपूत था तो फिर जंगलों में क्यो रहता था
शर्म आती हैं ऐसे लोगों और नेता पर जो दूसरों के बाप को अपना बाप बना रहे हैं पहले खुद के मां बाप का पता करो कोई दूसरा तो नहीं है जय राणा पूंजा जी 🏹 भील वंश जय मेवाड़ 🚩
आज तुम लोगो को सोलंकी लग रहा हे तो बताओ बात तो 1576 की है तब से तुम लोग कहा थे तब से ही राणा पंजा भील थे अब तुम लोग अपने स्वार्थ के लिए सोलंकी बना रहे हो
राणा पूंजा भील ने अपनी मातृभूमि के लिए धर्म की रक्षार्थ के लिए महाराणा प्रताप का साथ दिया था।आप छोटा-सा पानरवा का ठिकाना बता रहे हो। वो तो पुरे भोमट क्षैत्र के भील सरदार थे।
@@Harshrajput-w2yसालो तुम महाराणा प्रताप के वंशज नहीं हो हु तुम तो मुगलों के गुलामी करने वाले राजपूतों की औलाद हो महाराणा प्रताप को हम भीलों ने जंगल में शरण दी थी महाराणा प्रताप को प्रताप बनाने वाले हम भील है राणा पूंजा भील की जय हो
राणा पुंजा के महल पर कब्जा कर लेने से, कोई राणा पुंजा भील उन के नहीं हो जाते,, आज महाराणा प्रताप भी सोच रहा होगा की इन लोगो के लिये लड़ा था मै 🤔🤔🤔 महल पर कब्जा तो ठीक है लेकिन भील राजा पर ही कब्जा कर लिया 😂😂😂😂
ओह महल पर कब्जा। वाह कोन भील भाई ने महल बनाया हे इतिहास में बताना जरा।।।। 95% adivasi भाइयों को 2014 से पहले ये भी नहीं पता था कि राणा पूंजा कोन हे।। जब से social मीडिया में नेट सस्ता हुआ हे ।।तब gyaan आया हे।।।
मैडम की बात बिल्कुल सही है मगर राजपूतों में भी सोलंकी है उनके राजा होंगे सोलंकी मगर राणा पूजा सरदार जो भिलों के सरदार हुआ करते थे वह अलग है जो हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप को साथ और सहयोग दिया था जो भिलों के सरदार थे पूजा भील फिर युद्ध के बाद महाराणा प्रताप ने पूजा भिल को राणा कीउपाधि दी इसमें राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है दोनों समाज को बैठकर आपस में समझौता कर देना चाहिए उनके भी राजा सोलंकी थे और मिलों के भी पूजा भील राजा थे राजा रजवाड़ा के राज्य में जब तक भिल सरदार राजा का तिलक नहीं करे तब तक राजा गादी पर नहीं बैठसकता था आज राजनीति की वजह से दोनों समाज में फूटडालो और राज करो यह नीति अपना रहे हैं
@@prathvisinghrathore7141haha up aaja bete yaha jat aur meena bhi rana ,raja lagate hai Ye word kisi ka patent nahi hai Ab to sufhar jao gulamo Hindu hamesha murakh hi rahengey
तुम ही तो अनजान हो , दूसरों के बाप ko अपना बना रहे हो, वंशावली है, वंशज है, भांड जी के पास रिकॉड है, सब का पता करो , अपने भांड आते हैं उस से पूछते रहना,
पूजा नाम के अनेक राजपूत में योद्धा हुऐं है डूंगरपुर के वंशावली में डूंगरपुर के महाराजा हुए महारावल पूंजा। ईडर की वंशावली में ईडर के महाराजा पूंजा राठोड़ हुए हैं और बताओं अब क्या कहोगे
होग राणा पूजा राजपूत लेकिन राणा पूजा भील था और गोत्र सोलंकी था मेवाड़ राज गराणा न राणा कि फूफा दी थी लेकिन आज के समय में वह भी वापस लेने छा रहे हैं लेलो लेकिन भील तो भील रहेगा जय भील
पहली बात तो ये जो फोटो में दिखाए गए है वो राणा पूजा भील है ही नहीं। क्योंकि इसने तो राजपूती पोशाक पहनी है और हल्दीघाटी युद्ध में लड़ने वाले ये नहीं आदिवासी वेशभूषा वाले राणा पूजा भील थे। ओर इसका सबूत मेवाड़ के राज चिन्ह में देख सकते हैं। अगर दोनों राजपूत होते तो एक राजपूत को कौनसी बीमारी हुई थी जो राजपूती पोशाक छोड़ के आदिवासी पोशाक में दिखाया गया है।
क्या फर्क़ पड़ता है सभी हिन्दू है हिन्दुस्तान हमारा हम सभी है तो ही हिन्दू है अलग अलग जातिवाद को लेकर चलोगे तो अलग अलग ही काटे जाएंगे हिन्दू सनातन धर्म के लोग.. एकजुट रहो एकता से रहो चाहे वो राजपूत. जाट. यादव. गुर्जर. मराठा.. दलित. ओबीसी जनरल सभी एकजुट होकर एक नाम से चलो.. एकजुट रहो.. #Gurjar #rajput #jaat #Yadav #dalit #obc #scst एकजुट रहो
सच को कोई आच नहीं अतः क्षमा चाहता हूँ परन्तु पानरवा को इतनी बात करनें की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि राणा पूजां यदि सोलंकी राजपूत हैं तो सभी क्षत्रियों को स्वीकार कर लेना चाहिए! ये कलयुग का प्रजातंत्र हैं यदि हम सतर्क नहीं रहें तो राणा प्रताप को भी कुछ भी बता दिया जायेंगा! अतः सभी सतर्क रहें सशक्त रहें
तो फिर मुगलों के साथ संधियां किसने कि। महाराणा प्रताप का साथ तुम्हारे काफी राजपूत लोगों ने नहीं दिया संधियां कर ली थी। हमारे आदिवासी समुदायों भीलों ने साथ दिया था आप लोंग हमारे रिणी हो
Jai rajputana jai bhavani har har Mahadev jai rana punja Solanki rajput Banna hukum 🙏🙏... aap hamare dil dimak me rahte ho...jai rana punja Solanki...❤❤❤❤❤
Ye vo rajput nahi lag rhe h jo maharana pratap k sath the,,,,,,,,😢😢 Maharana Pratap k vansaj kabhi bhilo k itihas ko nakar nahi sakte ,,,,,,,,,, Sayad Ye vahi rajput h jinhone us time maharana pratap sath chhod diya tha,,,,,,,,,,,,, Tum dogle us time bhi the or aaj bhi ho,,,,,, tum pratap k sath n kal the n aaj ho,,,,,,, bs pratap ka naam leke khud ko mahan banate ho,,,,,,,,, Pratap ka sath dene vala har rajput bhilo k sath tha or aaj bhi hai,,,,,,,,,,, rajput bhil ekta mahan thi or aage bhi rahegi,,,, tum kuchh matlbi log khalli maje le rhe ho fokat ka,,,, जय महाराणा प्रताप, जय राणा पूंजा भील 💪 💪
इतिहास मे शायद पहली बार एक ही वंश के दो राणा का राज चिन्ह मे देखा गया । ये तो विवादो मे रहने दो राणा पुंजा कौन? मेवाड के हल्दीघाटी मे भीलो का काबिलेगौर दबदबा रहा नही तो जयपुर वालो के फूफा कौन सब जानते है
हमारा राणा पुंजा भील था भील हे भील रहेगा राज नीती के सकर मे हमे आपस मे लड़वाने का कार्य किया जा रहे हैं हमारे राणा पुंजा भील जयंती मनाते हे राजपुत की नही
आज तक हमें गलत पढ़ाया गया, वोटो की राजनीति के लिए, जिंदे वंशज होते हुए भी भ्रम फैलाया इतना विरोध किया फिर भी एक जाति का बताना क्या सही है हमे परिवार का सहयोग करावे हम आपके साथ है
भीलों के सरदार थे, सरदार वही होता है, जिस मैं राजनीति, ओर देश भगति, पैसा सब होता था, भील समाज उस समाज में पैसे , नहीं थे,,राणा पूंजा जी के आज भी वंशज है , गाथा भी हैं , भांड जी के पास आज भी रिकॉर्ड हैं, किसी दूसरे के पास रिकॉड , और वंशज है तो बताए
राणा पूंजा भील थे और रहेंगे राणा पूंजा मेरपुर के राजा थे वीर विनोद पुस्तक पेज नंबर 151 श्यामल दास जी के द्वारा लिखित सज्जन सिंह कीदेखरेख में दूसरा स्त्रोत वीर विनोद भाग 2 पेज नम्बर 223 स्रोत नंबर 3 अरावली का मातृम पेज नंबर 12 राणा पूंजा भील के पिता का नाम गमेती दादू जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
Bhai hume to yhi bataya gya h ki Rana punja bheel the lekin in logo Rana punja ko rajput bana diya
@@birbalkumarmeena7391 रामराज्य मे भीलों को शूद्र का दर्जा दिया गया क्योंकि राम को बैर खिलाने वाली शबरी भील समुदाय से आती थी
Unke vansj khud ko rajput btate hai baat khatam
आप भील को राजपूत बना लो लेकिन आदिवासी कभी नहीं मानेगा जय राणा पूंजा जी भील
Thum rana prathap ko bhil kyu b
Hamne kabhi nahi rana bhil punga rajput the yeh sab rajnethi bathe hai
हमनें राजपुतों के कभी पुजा काना कान्ती हुका बदिया वेलीया वेला लालजी लालु देव देवराम कालु 😮एसे नाम कभी नहीं सुना है एसे नाम भीलों के हि होते हैं और ईससे ये सबीत होता है राणा पुजा भील हि थे
Right bro main bhi yahi Kah Raha Hun❤❤
हमें तो किताबें पढ़ने में राणा पुंजा भील हैं
भी ल ही है वीर विनोद किताब पढ़ लेना भाई
भील सैनिक राणा पूंजा जी के साथ थे अतः उन्होंने पूंजा जी के साथ रहकर राणा प्रताप जी का साथ दिया
@@indraraj334 अर्थात राणा पुजा भील ही थे तब ही भील सैनिक उनके साथ थे धन्यवाद
mp14 मंदसौर जिले में भील समाज का बहुत बड़ा राजा था।गढ़ अभी भी है। परन्तु उनकी पीढ़ियों का अभी पता नहीं।और भील समाज भी नहीं है। मंदसौर में।
@@birbalkumarmeena7391भील सैनिक राणा पूजा के सात थे तब उने भीलू राणा के नाम से पुकारते थे क्यों उने भील सरदार के नाम से पुकारते थे क्यों कि उनकी सेना मे भील सैनिक ज्यादा थे तब इतिहास कारो ने अलग अलग एंगल से लिक दिया पर य सोलंकी राजपूत हे
अभी एक नया मेटर बताता हूँ जो बाडमेर का हे जिसमें 1971 कि लड़ाई मे एक राजपूत सरदार ने इंडियन फौज का सात दिया जिसमें उनकी फौज मे बाडमेर के बॉर्डर के गावो के लोग थे जिसमें भील मीना और कुछ् जाती थी अभी उनके बारे मे एक erihaskar ने बुक लिखी हे जो up का हे उस सरदार को उन्होने भील बताया हे बल्कि उनका लड़का अभी बाडमेर कोर्ट मे वकील हे जो अभी जीवित हे उसने उस इतिहास कार् के खिलाफ कोर्ट मे गए हे य देखो य तो new मामला हे इसलिए लोग राजपूतो को अपनी जाती मे लेने लग गए हे
महाराणा प्रताप की मां ने राणा पूंजा भील को दूसरे बेटे की उपाधि दी
उन्होंने तो उपाधि दी थी पर इन्होंने तो मन ही
Kuch bhi rajputo se jalne वालो
Nahi bhil ko kon Raja banata or kyu purani time me to Raja mrne pr uska beta ya relative hee Raja banta tha bhil to junglon me rehte h aaj bhi
भीलों को इतिहास से छेड़छाड़ कभी बर्दाश्त नहीं होगी
😂😂
Chla ja unke vansj khud ko rajput btate hai tu kon fir
राणा पूंजा का इतिहास:- 👉
राणा पूंजा भील राजस्थान के उदयपुर जिले के मेरपुर के निवासी थे।
सोलहवी शताब्दी में दिल्ली के बादशाह अकबर ने राजस्थान के मेवाड़ उदयपुर , चित्तैडगढ़ आदि पर हमला बोला दिया लेकिन आदिवासी राजा राणा पूंजा भील ने अपने दस हजार फौज के साथ
हल्दीघाटी देबारी में अकबर की फौज को रोका , राणा पूंजा भील ने गौरील्ला युद्ध प्रणाली द्वारा अकबर की सेना को बेदखल किया और महाराणा प्रताप की जान बचाई ।
इसलिए महाराणा प्रताप की मां ने
राणा पूंजा भील को अपना दूसरा बेटा मानकर राणा उपाधी देकर गौरवा दिया और अपने राज्य चिन्ह पर एक तरफ महाराणा प्रताप और दूसरी तरफ राणा पूंजा भील की प्रतीम अंकित करवाकर पुंजा भील के शौर्य, वीरता, साहस एवं उनके आत्मीय
सहयोग का सम्मान किया
No. RANA PUNJA WAS SOLANKI RAJPUT. he brought BHILS SAINIK under his command who fought for RANA PRATAP IN HALDIGHATI BATTLE.
Abe o angrejo ki aulad 😅@@ParbatsinghSolanki-w2m
नहीं, केवल पुजा था पहले फिर महाराणा का साथ दिया तो राणा की उपाधि मिली अब इतिहास से छेड़खानी करके राणा पुजा से राणा पुजा सिंह सोलंकी करना गलत है,
@@ParbatsinghSolanki-w2mउनके पिता का नाम दूदा होलंकी और माता का नाम केहरी बाई था. भील थे भील रहेंगे
@kavishsolanki1379 Bhai ye aapko. 500 saal baad kese. Yaad aaye RANA PUNJA JI
वीर विनोद ग्रंथ में भी राणा पूंजा भील लिखा गया हे जिसमे मेवाड़ का इतिहास लिखा गया हे अगर वो वीर विनोद गलत है तो फिर मेवाड़ का इतिहास भी गलत हे ये मान लो और ये भी हों सकता है की तुम्हारा राणा पूंजा अलग हो जो सोलंकी हो सकता है लेकिन भील सरादर हमेशा भील ही होता है कोई दूसरा नही हो सकता जिसमे वीर विनोद ग्रंथ में ये भी लिखा है की भील सरदार राणा पूंजा हे
राणा पूंजा ने कहा है की गमेती दूदा मारो बापो है
गमेती का विस्तृत विवरण भी दिया हुआ है वीर विनोद ग्रंथ में जिसका उदाहरण ( गमेती ) - भील सरदार , मुखिया
राणा पूंजा भील थे, है और रहेंगे 🏹🏹
बिल्कुल भाई आपने एक दम सही बात बोली है में सहमत हूं आपकी इस बात से
राणा पूंजा जी तो छापामार या गोरिल्ला युद्ध प्रणाली के लिए जाने जाते हैं और यहां कि भील कॉम इस कार्य में दक्ष थी तो फिर भीलों का नेत्तृत्व किसी राजपूत को क्यों दिया गया। जबकि राजपूतों को तो इस युद्ध प्रणाली में निपुण नहीं थे वो असल में भील ही हैं ❤❤❤❤
भाई भील जनजाति जंगलों में निवास करती थी और राणा पुंजा भी जंगलों में भीलो का सरदार था तो वो राजपूत कैसे हो गया और राजपूत था तो फिर जंगलों में क्यो रहता था
शर्म आती हैं ऐसे लोगों और नेता पर जो दूसरों के बाप को अपना बाप बना रहे हैं पहले खुद के मां बाप का पता करो कोई दूसरा तो नहीं है जय राणा पूंजा जी 🏹 भील वंश जय मेवाड़ 🚩
राइट
राणा पूंजा भील थे और रहेंगे
आप के अकेले के कैने से कुछ नहीं होगा राणा भुंजा भील थे भील है और भील रहेंगे.... जोहार
इन मैडम को भी पता नहीं है हो सकता है शायद ये राणा पूंजा सोलंकी दूसरे व्यक्ति भी हो सकते हैं। न की राणा पूंजा भील है।
आज तुम लोगो को सोलंकी लग रहा हे तो बताओ बात तो 1576 की है तब से तुम लोग कहा थे तब से ही राणा पंजा भील थे अब तुम लोग अपने स्वार्थ के लिए सोलंकी बना रहे हो
भाई इनकी नींद अभी खुली है 😂😂
राणा पूंजा भील ने अपनी मातृभूमि के लिए धर्म की रक्षार्थ के लिए महाराणा प्रताप का साथ दिया था।आप छोटा-सा पानरवा का ठिकाना बता रहे हो। वो तो पुरे भोमट क्षैत्र के भील सरदार थे।
कोर्ट मे जाओ। राणा पून्जा सोलंकी राजपूत थे। सच्चा इतिहास से ही सभी का भला होगा। भीलो ने महाराणा का साथ दिया यह सही।
Sahi baat hai hukum
बिल्कुल जाएंगे चिंता छोड़ो आप क्यों परेशान हो रहे हो
पुंजा नाम का आदमी सिर्फ और सिर्फ आदिवासी में होता है
राजपूत समाज में एक भी व्यक्ति का नाम पुंजा हो तो बताओ
कीर्ति स्तंभ का निर्माण राणा कुम्भा ने करवाया,जिनके वास्तुकार पूंजा , पोमा, नाथा है,,,अब बताओ क्या ये राजपूताना नहीं थे क्या ,,
@@NarendraSinghCheenu kya Veer Vinod mein Maharana Pratap ka itihaas hai vah galat hai
ये रेती स्टैंड पर तीर धनुष के साथ मूर्ति है वो किसकी हैं भील की है या राजपूत की हैं
राजपूत
@@Hindi_gyaanSagar 😅😅 पहला राजपूत है जो धोती में है और तीर धनुष के साथ हैं
कुछ शर्म करो शर्म
Ikk Rana punja solanki hai aur ikk veer shiromani maharana pratap
@@Harshrajput-w2yसालो तुम महाराणा प्रताप के वंशज नहीं हो हु तुम तो मुगलों के गुलामी करने वाले राजपूतों की औलाद हो
महाराणा प्रताप को हम भीलों ने जंगल में शरण दी थी
महाराणा प्रताप को प्रताप बनाने वाले हम भील है
राणा पूंजा भील की जय हो
@@Harshrajput-w2y तुम्हारा सोलंकी राजपूत राजा धोती में कैसे है
अच्छा पूछना ये था की वो अकबर भी राजपूत था क्या 😂
Tu dasiputar h
Paka humara 50 percentage h
Bhil
तेरा बाप दादा जरूर वर्णशंकर है बेटा तू जरूर उनकी औलाद है
@@bajrangshekhawat9271baj sa 100% apna hi khun tha veersal ji se raha nhi gya do sal ke liye chod gya uska pti 😂😂😂
क्षत्रानि के कॉन्फिडेंस लेवल को सैल्यूट जो भी आपको जानकारी है उसमे कोई किंतु परंतु नहीं काबिले तारीफ़ है हुकम🎉🎉
वीर विनोद किताब पढ़ लेना
कब तक इतिहास को चुराओगे शर्म आनी चाहिए
भील को सोलंकी बना रहे हो
क्षत्राणि नहीं हो सकती अगर क्षत्राणि होती तो गलत इतिहास नहीं बताती
@@kamleshdindor8184😂
घंटा कंफिडेंस मुगलो की गुलामी करने वाले भील भी तुम्हारे बाप हों गए
महाराणा प्रताप का तो 24 में वंशज है और आपके सोले कैसे हुआ इतना पीछे कैसे
24 nh 34...mahendra singh ji 34th maharana hai...
राणा पुंजा के महल पर कब्जा कर लेने से, कोई राणा पुंजा भील उन के नहीं हो जाते,,
आज महाराणा प्रताप भी सोच रहा होगा की इन लोगो के लिये लड़ा था मै 🤔🤔🤔
महल पर कब्जा तो ठीक है लेकिन भील राजा पर ही कब्जा कर लिया 😂😂😂😂
ओह महल पर कब्जा। वाह कोन भील भाई ने महल बनाया हे इतिहास में बताना जरा।।।। 95% adivasi भाइयों को 2014 से पहले ये भी नहीं पता था कि राणा पूंजा कोन हे।। जब से social मीडिया में नेट सस्ता हुआ हे ।।तब gyaan आया हे।।।
@@nagendrasinghpanwar7706 ha bhai ye neech log hai inka koi bhi chutiya bna deta hai
मैडम की बात बिल्कुल सही है मगर राजपूतों में भी सोलंकी है उनके राजा होंगे सोलंकी मगर राणा पूजा सरदार जो भिलों के सरदार हुआ करते थे वह अलग है जो हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप को साथ और सहयोग दिया था जो भिलों के सरदार थे पूजा भील फिर युद्ध के बाद महाराणा प्रताप ने पूजा भिल को राणा कीउपाधि दी इसमें राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है दोनों समाज को बैठकर आपस में समझौता कर देना चाहिए उनके भी राजा सोलंकी थे और मिलों के भी पूजा भील राजा थे राजा रजवाड़ा के राज्य में जब तक भिल सरदार राजा का तिलक नहीं करे तब तक राजा गादी पर नहीं बैठसकता था आज राजनीति की वजह से दोनों समाज में फूटडालो और राज करो यह नीति अपना रहे हैं
भीलो को कभी भी।कही भी राणा नही कहते सिर्फ राजपुतो।ही राणा कहा जाता है
Rana word nahi chyie humko hamre pujna bhil chiye rana tumhe h
Jaha lagane hai lagaoo aage piche kahi bhi humare punja ji bhil hai or rahege
@@prathvisinghrathore7141 भीलों में राणा जाती भी है हमारे यहां तो कई राणा हैं धन्यवाद
राणा पूजा भील जी का पूरा इतिहास है
ओर पूरे इन्विडेंस के साथ लेकर काम सामने रखेंगे, इसमें कोई एतराज नहीं है,,
@@prathvisinghrathore7141haha up aaja bete yaha jat aur meena bhi rana ,raja lagate hai
Ye word kisi ka patent nahi hai
Ab to sufhar jao gulamo
Hindu hamesha murakh hi rahengey
दूसरों के बाप को अपना बाप मानना गलत है मैडम
तुम ही तो अनजान हो , दूसरों के बाप ko अपना बना रहे हो, वंशावली है, वंशज है, भांड जी के पास रिकॉड है, सब का पता करो , अपने भांड आते हैं उस से पूछते रहना,
औरतों को आगे कर के क्या साबित करना चाहते है ये लोग पूंजा नाम राजपूत जाति में किसी का नाम हो तो मुझे बताओ प्लीज
राईट
पूजा नाम के अनेक राजपूत में योद्धा हुऐं है डूंगरपुर के वंशावली में डूंगरपुर के महाराजा हुए महारावल पूंजा। ईडर की वंशावली में ईडर के महाराजा पूंजा राठोड़ हुए हैं और बताओं अब क्या कहोगे
@@RajputanaVirasatSanskriti 1609 ke आस पास की बात है जो कि रावल पूंजराज सिंह नाम था
@@RajputanaVirasatSanskriti पूंजा भील का सिर्फ नाम ही पूंजा है ना कि राज या सिंह लगा हुआ है
ऑथेंटिक बुक्स पढ़ी हैं क्या आपने वीरविनोद श्यामल दास जी की बुक्स
आदिवासी भील थे राणा पूंजा जी
होग राणा पूजा राजपूत लेकिन राणा पूजा भील था और गोत्र सोलंकी था मेवाड़ राज गराणा न राणा कि फूफा दी थी लेकिन आज के समय में वह भी वापस लेने छा रहे हैं लेलो लेकिन भील तो भील रहेगा जय भील
राणा पूंजा भील समुदाय से से 😊
राणा पूंजा भील की जय हो 🏹🏹🏹
ये राणापून्जा जी राजपूत थे
Chilate Rahi rana punja bhil the hai rahege
राणा पुंजा भील थे
राणा पूजा भील की जय हो
सब कुछ लिख दिया पर दिलों का हथियार तीर कमान है और राजपूतों में हथियार
भील ही थे राणा पूंजा भील
पहली बात तो ये जो फोटो में दिखाए गए है वो राणा पूजा भील है ही नहीं। क्योंकि इसने तो राजपूती पोशाक पहनी है और हल्दीघाटी युद्ध में लड़ने वाले ये नहीं आदिवासी वेशभूषा वाले राणा पूजा भील थे। ओर इसका सबूत मेवाड़ के राज चिन्ह में देख सकते हैं। अगर दोनों राजपूत होते तो एक राजपूत को कौनसी बीमारी हुई थी जो राजपूती पोशाक छोड़ के आदिवासी पोशाक में दिखाया गया है।
राजचिन्ह में राणा पूंजा जी नहीं, भील सैनिक है | यह बात इन्होने भाषण में बताई है |
@@gyandarpanअच्छा अंधभक्ति में लीन तुम ही समझदार हो एक राजा दूसरी तरफ़ सैनिक ये खुद राजपुत ही महाराणा प्रताप का अपमान कर रहे हैं। राणा पूंजा भील थे।
@@maheshmeea3726 me kaha mana bol rha hu rana punja Bhil hi to the
@@maheshmeea3726 is channel pe video he na usme kuch log rajput bta rhe hai isliye comment Kiya tha
@@maheshmeea3726राज चिह्न में राणा प्रताप और राणा पूंजा नहीं है। एक तरफ़ भील और दूसरी तरफ़ राजपूत सैनिक है। मेवाड़ का गज़ेटियर पढ़ना पता चल जाएगा।
राणा पूजा भील है ओर भील ही रहैगे
ये फोटो कहा से लाए आप,
कुछ समय से ही देखने को मिल रहा है।
राणा पूंजा भील का फोटो तो अलग है जो हम बचपन से देख रहे हैं
दीदी में भी वही से हु लेकिन आपकी बात तथ्यात्मक नहीं है मैं राणा पुंजा भील की वंशज हु वो भील थे और हमेशा रहेंगे।
कहा से हो आप
हम भी वही से है
जोहार
जोहार
क्या राणा पूंजा जी भील के वंशज वर्तमान में है और है तो कहा पर रहते है
राणा पूंजा भील थे हे ओर रहेंगे
क्या फर्क़ पड़ता है सभी हिन्दू है हिन्दुस्तान हमारा हम सभी है तो ही हिन्दू है अलग अलग जातिवाद को लेकर चलोगे तो अलग अलग ही काटे जाएंगे हिन्दू सनातन धर्म के लोग.. एकजुट रहो एकता से रहो चाहे वो राजपूत. जाट. यादव. गुर्जर. मराठा.. दलित. ओबीसी जनरल सभी एकजुट होकर एक नाम से चलो.. एकजुट रहो.. #Gurjar #rajput #jaat #Yadav #dalit #obc #scst एकजुट रहो
आरक्षण नहीं मिला तो अब राणा पूंजा भील को राजपुत बता रहे हो फर्जी राजवंश आप समाज को सबूत तो भील समाज की आप राणा पूंजा भील के वश के हो
महाराणा प्रताप संकट थें तब राजे रजवाड़े कहा थें राणा पुजा भील थें और रहेंगे
राजपूत थे
@@raj761भील प्रदेश बनने दो उसके बाद पता चलेगा कि वो कोन थे
राजपुतो।ने ही लङाई लङी थी ठीक है भीलो को पुजाजी ने साथ लिया था ईसका मतलब ये तो नही की राजपुत साथ नही था
राणा पुंजाजी के ओर उनके वंशजो के सगे ( ब्याह वगैरह ) कौन सी जाति मे है ? भील या राजपूत समाज मे है ??
@@जयजयश्रीराम1947 राजपुतो मे पुंजाजी के सभी सगे संबोधित
इसका मतलब कल तुम एकलव्य को भी राजपूत बोलोगे बिरसा मुंडा को भी राजपूत बोलोगे
Eklavya bheel na tha chomu
Parmar Surname laga raha hai Asli parmar Surname Rajputon ka hai 😂😂
जय राणा पूंजा जी भील,,, राणा पूंजा जी भील की आदीवासी वेश भूषा को चेंज करके, राजपूती पोशाक पहनाकर उनको राजपूत बनाने का बहुत अच्छा प्रयास किया है 😅😅😅😅😅
क्षत्राणी के विवेक एवम ऐतिहासिक जानकारी को सैल्यूट दबंग तरीके से अपनी बात को रखना स्वत लग रहा है कि एक अच्छे खानदान से है।
भील को अपना बाप बनाना चाहते हो ये तो अच्छी बात है
सच को कोई आच नहीं अतः क्षमा चाहता हूँ परन्तु पानरवा को इतनी बात करनें की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि राणा पूजां यदि सोलंकी राजपूत हैं तो सभी क्षत्रियों को स्वीकार कर लेना चाहिए! ये कलयुग का प्रजातंत्र हैं यदि हम सतर्क नहीं रहें तो राणा प्रताप को भी कुछ भी बता दिया जायेंगा! अतः सभी सतर्क रहें सशक्त रहें
सभी महापुरुषों को भारतीय घौषित किया जाए। पहले क्षेत्र में फिर जातियों में बांट दिया महापुरुषों को मूलनिवासी नायक घोषित हो सभी पर गर्व महसूस करे
राणा पूंजा भील थे और भील रहेंगे 🙏🏻
राजपूतो ने आदीवासियों का इतिहास खंडित किया है
राणा पूंजा भील थे हे 🏹🌾
राणा पूंजाभील
Me rajput hu or me yah Kah raha hu ki ve bhill the 👍👍🙏
हर क्षत्रिय नारी को इनको सुनना चाहिए
और इनसे सीख लेनीचाहिए
ये सब पहले आदिवासी समुदाय से आते थे बाद मे राजा बन गए राजा बनने के बाद जो राजा के पुत्र हुए वे राजा के पुत कहलाए यानी राजपूत कहलाए 😮
Chal bhag jhandu
😂😂😂
फिर भी तुम तो राजा के पुत्र नहीं हो न तो तुम क्यों परेशान हो। जाओ मजदूरी करके घर चलाओ 😂😂😂
@@Veeru2014 अगर तुम हो तो सदियों से कहां गए थे जो अब उठे हो 😂😂
@@Veeru2014 क्या हुआ सच्चाई बर्दाश्त नहीं हुई
ये राणा पूंजा जी भील हे मैडम इतिहास को पढ़ कर बोल जय जोहार जय राणा पूंजा भील की जय हो तेरे बोलने से हो राजपूत नि बनेंगे मैडम
मेवाड़ के राज चिन्ह में एक तरफ भील दूसरी ओर राजपूत है
कक्षा 5 की सामाजिक विज्ञान में दर्शाया गया हे की सोलंकी परिवार भीलों की गोत्रहै
राणा पूंजा सोलंकी राजपूत थे इन राजपूतों खुद इतिहास खराब किया ह ऐसे ही एक राजा को ऊंचा ओर एक को निचा दिखाते है बिना इतिहास पढ़े
Akabar bhi rajput thaa 😂😂
@@baradarajesh5230 Teri tarah varnsankar tha 😅😅
@@baradarajesh5230तेरी तरह बेवकूफ़ नीच था
@@baradarajesh5230किस बात की हंसी आई वर्णशंकर औलाद,,, मेरे एरिये मे आज भी लोग इज़्ज़त करते है
Akbar to inka hamesha se baap papa hi rha Hai inki rago me akbar baba ka hi to khun hai😂
पूंजा नाम के राजपूतों में कितने लोग हैं और पूंजा नाम के आदिवासी कितने लोग हैं, इससे ही साबित होता हैं पूंजा भील थे।
Atisunder Hukam 🙏🙏🙏 Jai Jai Maa Bhawani 🙏🙏🙏 Jai Jai Rajputana 🙏🙏🙏
वीर विनोद ग्रंथ मे पेज न 151.और पेज न 223 पढ़ लो राणा पूजा भील बता रखा है
मुगलों की वजह से घूंघट था, अब मुगलकाल नहीं है घुंघट हटा दीजिए रानी सा
Satrani ghunghat mein Sundar lagti hai
Rana ki upadhi unko Maharana ne di thi vo the bhil par unko rajput samaj ne apnaya or upadhi di rajput ki
पता नहीं ये कौनसा संगठन है राजपूतों का मुझे तो क्षत्रिय महासभा वाले सही लगते है जो सबको साथ लेकर चलते है
Rajput aur veeron ki ladai karvana chahte Hain
राणा पुजाजी भील समाज ओर राणा पुजा जी सोलंकी 2आदमी अलग अलग लगता है
जैसा मन में आए वैसा गढ़ दो कोन रोक रहा मनगड़त इतिहास।। खुद के मुंह से बढ़ाई करने से कुछ नहीं होता।
बाइसा हूक्म ने बहुत ही अच्छी बात कही है
पहले अकबर को जीजा मानो
जय हो राणा पूंजा सोलंकी जी
राणा पुंजा भील थे।
क्षत्राणी के कॉन्फिडेंस और वक्तृततव शैली को सैल्यूट!
तो फिर मुगलों के साथ संधियां किसने कि। महाराणा प्रताप का साथ तुम्हारे काफी राजपूत लोगों ने नहीं दिया संधियां कर ली थी। हमारे आदिवासी समुदायों भीलों ने साथ दिया था आप लोंग हमारे रिणी हो
Jai rajputana jai bhavani har har Mahadev jai rana punja Solanki rajput Banna hukum 🙏🙏... aap hamare dil dimak me rahte ho...jai rana punja Solanki...❤❤❤❤❤
👍 सत्यमेव जयते 🙏🙏
धन्य हो महारानी साहिबा 🙏🙏
मातृशक्ति को नमन
चिकलवास (प्रताप गौरव केंद्र के पास वाला) यहां सब नाम के आगे "राणा" लगाते हैं, खुद को राणा पदवी का बोलते हैं, क्या ये असली राणा जी है ?
आप ऐसे भीलों का इतिहास खत्म नहीं कर सकते
Jai bhim jai savidhan jai bhil jai Johar Jai bharat
Royal blood
राणा पूंजा ने क्षत्रिय कुल मै जन्म लिया है वै सोलंकी राजपूत है
भील राणा पंजा की जय हो
Ye vo rajput nahi lag rhe h jo maharana pratap k sath the,,,,,,,,😢😢
Maharana Pratap k vansaj kabhi bhilo k itihas ko nakar nahi sakte ,,,,,,,,,,
Sayad Ye vahi rajput h jinhone us time maharana pratap sath chhod diya tha,,,,,,,,,,,,,
Tum dogle us time bhi the or aaj bhi ho,,,,,, tum pratap k sath n kal the n aaj ho,,,,,,, bs pratap ka naam leke khud ko mahan banate ho,,,,,,,,,
Pratap ka sath dene vala har rajput bhilo k sath tha or aaj bhi hai,,,,,,,,,,, rajput bhil ekta mahan thi or aage bhi rahegi,,,, tum kuchh matlbi log khalli maje le rhe ho fokat ka,,,,
जय महाराणा प्रताप, जय राणा पूंजा भील 💪 💪
इतिहास मे शायद पहली बार एक ही वंश के दो राणा का राज चिन्ह मे देखा गया ।
ये तो विवादो मे रहने दो राणा पुंजा कौन?
मेवाड के हल्दीघाटी मे भीलो का काबिलेगौर दबदबा रहा नही तो जयपुर वालो के फूफा कौन सब जानते है
Bilkul sahi baat hai, Rana Pratap ki sena me sabse aage Bheel Meena the, inki aukat to ye thi mughalo ke samne samarpan karna or Vevahik sambandh
हमारा राणा पुंजा भील था भील हे भील रहेगा राज नीती के सकर मे हमे आपस मे लड़वाने का कार्य किया जा रहे हैं हमारे राणा पुंजा भील जयंती मनाते हे राजपुत की नही
अकबर क्या लगता है आपके
जैसे पुष्यमित्र शुंग को राम बना दिया बस इनका यही काम है दूसरों के बाप को अपना कहना
आज तक हमें गलत पढ़ाया गया, वोटो की राजनीति के लिए, जिंदे वंशज होते हुए भी भ्रम फैलाया इतना विरोध किया फिर भी एक जाति का बताना क्या सही है हमे परिवार का सहयोग करावे हम आपके साथ है
पूंजा भील ये आदिवासी नाम हैं
राजपूत कभी ऐसे नाम रखते ही नहीं है
भीलों के सरदार थे, सरदार वही होता है, जिस मैं राजनीति, ओर देश भगति, पैसा सब होता था, भील समाज उस समाज में पैसे , नहीं थे,,राणा पूंजा जी के आज भी वंशज है , गाथा भी हैं , भांड जी के पास आज भी रिकॉर्ड हैं, किसी दूसरे के पास रिकॉड , और वंशज है तो बताए
ये बाई जरूर राजपूत हो सकती हैं और राणा पूंजा के वंशजों से शादी की होगी लेकिन राणा पूंजा भील थे और रहेंगे
Jay Rana Puja Jay Rajputana
आदिवासी की जरूरतक्यों पड़ी भाई अकबर के साथक्यों मिला प्रताप को आदिवासी की जरूरतकी पड़ी
नेताओं ने राजनीति के लिए एक वर्ग को ये झुनझुना पकड़ा दिया है
Rajput sardar rana punja solanki jindabad jindabad
जय पूँजा सोलंकी राजपूत जय मां भवानी जय राजपूताना हमारी जीजा ने सही इतिहास बताया जय मां खीँमज कुल देवी मैँ पनैसिह भुट्टा सोलँकी
सेल्यूट आपके जज्बे को
यह ही सच है कि पुंजा जी सोलंकी राजपूत थे ,परन्तु भीलों का नेतृत्व करने के कारण ही उन्हें भील मान लेना गलत है।
भील अन्य के नेतृत्व में लड़ते नहीं थे भील स्वयं में नेतृत्व करने की क्षमता रखते थे गुरिल्ला युद्ध में निपुण थे धन्यवाद
Kisi or ko baap manne ki aadath h tume😂
तू कैसे कह सकता है राजपूत है
@@vbvagad8670 मुझे ऐसा लग रहा है कि बाप बदलने में वास्तविकता क्या है वो तो भगवान स्वयं जानता है किसकी आदत पड़ गई है किसी अन्य को बाप बनाने की।
भील थे
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राणा पुजां राजपूत थे तो उनके हाथ में धनुष क्यों थी जबाव दै
Solanki or salunkhe or solanki rajput hi hai