'गीता गलत है, वेदांत पाप है' - दूर रहना, पढ़ मत लेना || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
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- Опубликовано: 15 окт 2024
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⚡ आचार्य प्रशांत कौन हैं?
अध्यात्म की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ हैं, जिन्होंने जनसामान्य में भगवद्गीता, उपनिषदों ऋषियों की बोधवाणी को पुनर्जीवित किया है। उनकी वाणी में आकाश मुखरित होता है।
और सर्वसामान्य की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत प्रकृति और पशुओं की रक्षा हेतु सक्रिय, युवाओं में प्रकाश तथा ऊर्जा के संचारक, तथा प्रत्येक जीव की भौतिक स्वतंत्रता व आत्यंतिक मुक्ति के लिए संघर्षरत एक ज़मीनी संघर्षकर्ता हैं।
संक्षेप में कहें तो,
आचार्य प्रशांत उस बिंदु का नाम हैं जहाँ धरती आकाश से मिलती है!
आइ.आइ.टी. दिल्ली एवं आइ.आइ.एम अहमदाबाद से शिक्षाप्राप्त आचार्य प्रशांत, एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं।
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वीडियो जानकारी: 17.07.2022, वेदांत महोत्सव, गोवा
प्रसंग:
~ धर्म लड़ाई का कारण कैसे हो सकता है?
~ धर्म में इतनी क्रूरता (brutality) कैसे आ जाती है?
~ आम आदमी के लिए धर्म क्या है?
~ धर्म एकता का स्त्रोत कब बनेगा?
~ युवा धर्म से दूर क्यों जा रहे हैं?
~ धर्म क्या है?
~ असली धार्मिक आदमी कौन है?
~ युवा धर्म के नाम पर क्या कर रहे हैं?
~ क्या है जो सिर्फ़ नौकरी से ही मिला करती है?
~ पिछले कुछ दशकों मे कौनसा नया रोजगार पैदा हुआ है?
~ वास्तविक धार्मिकता युवाओं में होती तो क्या लक्षण होते?
संगीत: मिलिंद दाते
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Thank you....
Sir iss video ko short bna kr jarur daliye RUclips pr
मनुस्मृति में साफ साफ लिखा है :
1) जो ज्ञान अर्जन नही करता वो शुद्र है।
2) जन्म से सभी शुद्र होते है ,
3) ज्ञानी लोगो के संपर्क में रहने वाला , सदाचार का पालन करने वाला, वेद विज्ञान के अध्ययन में लीन शुद्र भी ब्राह्मण बन जाता है।
Aapne south ki dog charlie 777movie dekhi 🤗🤗
Sir,
I want to read upnishad and Vedanta philosophy.
I don't know where to start
Thanks
वर्ण व्यवस्था क्या है ? ,,,,, एक दुसरे को निचा दिखाने की व्यवस्था है
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
12 अध्याय पढ़ लिऐ हैं वेदांत अभी ऑनलाइन मगवाई थी सेना में पैरा कमांडो हूं बैंगलोर बुक पढ़ना मेरी हॉबी है समय मुश्किल से निकल पाता है बहुत गहराई दी है अलग ही सोच विचार व्यवहार पैदा होता है पढ़कर जो थोड़ी भी कोशिश करेगे तो बदलाव होकर रहेगा बता स्कते हैं समझा सकते हैं रास्ता दिखा सकते है आगे आपके ऊपर है आप उस रास्ते पर चल पाते हैं या नहीं समझ सकते हैं या नहीं मन की करोगे या आत्मा की सुनोगे सब तुम्हारे ऊपर है सही रास्ते का चुनाव नहीं कर पाए तो दुनिया तो कभी right कभी लेफ्ट भगाती रहेगी भागो परेशान रहो कुछ हासिल नहीं होगा कुत्ते की तरह मुंह निकाल कर पसीने आकर गिर जाना फिर दोष देते रहना पिछ्ले कुछ वर्षों में लगभग 30 पुस्तकें पढ़ी हैं अबकी बार काफी शानदार चुनाव किया है 2015 से लेखन भी करता आ रहा हूं कभी मिलेगे आपसे पोथी पन्नों के साथ आयेगे तो मदद भी करेंगे कुछ फाउंडेशन में धन्यवाद आचार्य जी🙏❤️ 🙏
❤
❤
App mile Acharya ji se ?
Thanks!
भगवान ऐसे गुरु की रक्षा करें,जो निष्काम भाव से लोगों को अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जा रहे हैं। 🙏🙏
प्रणामम आचार्य जी बहुत सुंदर स्पष्टीकरण गीता और उपनिषद पर धन्यवाद अष्टावक्र गीता ऐसी ही पुस्तक है जिसमें कोई कॉन्ट्रोवर्सी नहीं और इसका ट्रांसलेशन हिंदी में किनले पर उपलब्ध है 108 उपनिषद भी उपलब्ध है और गीता का हिंदी अनुवाद भी जो पाखंड का खंडन करता है उसे समाज का विरोध सहना पड़ता है वही आचार्य जी आपके साथ हो रहा है पर यह एक सत्य काम है और भ्रांतियों और गलत धारणाओं मान्यताओं का दूर होना आज के युवक के लिए और उसके भविष्य के लिए बहुत आवश्यक है धन्यवाद
गीता अवश्य पढ़ना चाहिए। गीता को पांचवां वेद भी कहा जाता है।
वेदांत ही सत्य को जानने का एकमात्र तरीका है , अध्यात्म आप से ही समझा है आचार्य जी आपको नमन 🙏🙏🙏 आप जैसे महापुरुषों के कारण ही हम युवा सच्चे अध्यात्म को समझ पा रहे है 🙏🙏
बिलकुल सही कहा आपने, आचार्य जी एक महान गुरु है
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
पशु जितता हैं ,,,,, चेतना हारती हैं,,,, गीता को आज तक समझा किसने हैं ?,,,, आज सब अपनी अपनी दुकानें चलाते हैं
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
Last 5 minutes were emotional !! Ap kranti la rahe ho bharat me.. log aj nhi to kal jarur samjhenge.
नाज़ है उन लोगों पर जो हर दिन आचार्य जी को सुनके अपने जीवन को समृद्ध तो करते हैं, लेकिन संस्था को किसी भी प्रकार का आर्थिक सहायता नहीं करते, समर्थ होने के बाबजूद भी 😥 !
sarcasm
Sahi baat hay, bhai maine soch rakha hai ki job lagne k bad na sirf sahyog karunga balki kam ko aage bhi badhaunga
@@ajay-lc6hs इसमें Sarcasm कहाँ दिखाई दिए आपको!? अजीब है यार!
@@bheem576 aise log har jagah h bhai ... don't mind
What is proper book on vidhanta, please share us.
आदमी को बिगाड़ने के लिए ग्रंथ नहीं चाहिएं ,,,, आदमी चाहिए,,,, आदमी बिगड़ा हुआ हीं पैदा होता हैं,,, सत्य वचन आचार्य प्रशांत
भारत ने संसार को वेदांत जैसा बहुमुल्य खजाना दिया है और हम भारतीय वेदांत से अनभिज्ञ हैं। हम वेदांत के निकट जाने से भी कतराते हैं। कितना दुर्भाग्यपूर्ण है ये सब हमारे लिए।
सब आत्मा हैं तो कोई निचा कोई ऊंचा केसे हो गया ???
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
दलित लोग वेदांत से पहले भी चुक गए आज भी चुक रहें हैं ऐसे अज्ञानी लोगों कि वजह से,,,,कितनी नालायकी चल रही हैं भारतीयों के साथ
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
👌👌👌👌
जिसने प्रश्न पूछा उससे बस यही आग्रह है कि वो कुछ दिन सुने, ऑब्जर्व करे। मैं किसी भी ऐसी बात में यकीन नहीं रखता जो सच न हो, अंधविश्वास से प्रेरित हो। मुझे जितने भी धार्मिक और आध्यामिक लोग मिले सब पोंगापंडित ही मिले। आचार्य जी को सुन के लगा नहीं की कहीं कोई खोट है। शत शत नमन l कोटि कोटि प्रणाम।🙏🏻😊
आपने युवा वर्ग को साधा है बात यही उनके लिए खतरनाक है।भगवान आपको लम्बी उम्र दे 😊😊😊
Satya vachan acharya ji log na pehle ramcharitmanas mahabharat aur bhagvadgita ko samajhte the aur naa aaj samajhna chahte hain 🕉🙏
हमला सिर्फ शरीर पर ही नही होता हमले बहुत तरह के होते हैं कुप्रचार इत्यादि
आचार्य जी की यह बात अत्यंत प्रासंगिक है आज के दौर में....
इंसान इतना भ्रष्ट हैं कि वो शास्त्र को भी भ्रष्ट कर देता हैं
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
आज के वीडियो मे Editors ने बहुत मेहनत की है, ये वीडियो की editing मे साफ दिखाई दे रहा , यहीं वजह था आज का वीडियो night मे प्रकाशित हुआ मैं प्रतीक्षा में था सुबह से, पर सब्र का फल मुझे मिल गया ज्ञान के भंडार के रूप में !!आप सभी का सत्य एवम् आचार्य के प्रति निष्ठा एवम् समर्पण देख मै आप सब को भी आज सत सत नमन करता हूं 🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️
🙏🙏
वेदांत असली आध्यात्मिक ग्रंथ है, असली हीरा है, जो इसे समझ गया फिर कुछ और समझने की जरूरत ही नहीं परेगी।
गर्व से कहो हम गुरु श्री आचार्य प्रशांत जी का भाषण सुनते हैं| 🇮🇳
सारे बर्गों को आचार्य जी से समस्या है। जब तक आप किसी भी समुदाय या विचारधारा से खुदको बांध कर रखेंगे, तब तक आपको सत्य से समस्या होगी। अपना व्यक्तित्व में निखार लाईए, जीवन में बल और वेदांत का प्रकाश अपने आप आएगा।
जिसने आत्मा, जीव जगत और वैदांत को पढ़ और समझ लिया उसे किसी भी प्रकार का डर नहीं और मोत से तो बिलकुल भी नहीं..
आचार्य जी आज आपने यह बात उजागर कर दी कि मुझे हर वर्ग से धमकियां मिल रही हैं। और ये लगता भी था हमे।
मगर आज के परिवेश में आपकी बाते पसंद करने वालों की संख्या काफी है और बढ़ भी रहे हैं। हम सब साथ देगे आपका। इसलिए आप वही कहिये जो सही है।
वेदांत कहता है तुम्हे स्वयं से आज़ादी मिलनी चाहिए। ♡♡♡
आप सही है आचार्य जी हम लोग आपके सदेव ऋणी रहेंगे आचार्य जी भारत देश को आपके जैसे महान पुरषों की जरुरत हैं ।
शास्त्र वो जो अहंकार और मुक्ति की बात करे। नमन आचार्य जी 🙏😊
इतनी मेहनत सत्य को खोजने में करी होती तो मुक्ति मिल जाती अब तक😂👌
सबसे अच्छी मौत वही होगी की जब हम निष्काम कर्म करते हुए मरेंगे। हम वही कर्म करते हुए दुनिया को अलविदा कहेंगे, जिसमें हमें आत्मिक आनन्द मिल रहा हो। आचार्य जी आप पर ईश्वर की कृपा बनी रहे एवं आप दीर्घायु हो। अभी जमीनी स्तर पर बहुत कर्म करना है। आचार्य जी आपने वेदांत के मर्म को इतना बारीकी से समझा दिया है, विशेषकर पश्चिम का उदाहरण देकर की वेदांत ही सब कुछ है। तो मन में वेदांत से दूर होने की बात कहीं से आती ही नहीं। ♡♡♡♡♡
जिसने गीता पढ़ा और समझा अपने जीवन में उतारा समझो उसकी नैया पार।।
नमस्ते आचार्य जी आप आने वाले समय में मॉडर्न इंडिया के गांधी जी होंगे सारा भारत ही नहीं विश्व आप का गुणगान करेगा ऐसा मेरा विश्वास है आप विश्व गुरु के रूप में विख्यात होंगे
अगर कोई एक दर्शन है, जो मनुष्य को जातिगत भेद से ही नहीं हर तरह के भेद से मुक्त कर सकता है, तो वह है वेदांत
~ आचार्य प्रशांत
Namaste 🙏
I am a Muslim and I love your videos ❤️
Please don't carry identity
अदभुत, सुनकर बड़ा आनंद आया। इतना साहस एक योद्धा में ही होता है। बहुत बहुत धन्यवाद। आचार्य जी।।
अहोभाग्य मेरे जो आपको सुनने का सौभाग्य प्राप्त होता है।
जिसने वेदांत को आत्मसात कर लिया है उसे धमकियां क्या डराएंगी । 🌾❤️
जो संस्था में योगदान करने में सक्षम नहीं हैं मेरे जैसे 😢 वो एड को पूरा देखकर एक हल्की सी मदद कर सकता हैं😊😊
शास्त्र वो है जो अहंकार एवं मुक्ति की बात करे। ☆☆☆
अगर कोई दर्शन है जो जाति ही नही हर तरह के बंधन से मुक्ति देता है तो वो ⚡वेदांत ही है । 🌈💛🙏🏻
सद्गुरु वो जो सार्थक कर्म करके अपने शिष्यों को प्रेरित करे...
आप मेरे प्रेरणास्रोत रहे है आचार्य जी
जब आपको देखता हु अपने लक्ष्य की और मजबूती से बढ़ते हुए तो उसी प्रेरणा का संचार मुझमें होता है।
आपका हर संभव साथ देने का पूरा प्रयास करूंगा 🙏🏻
नमन 🙇♂️
गुरुवर आपको कोई क्या मारेगा आप तो जीते जी अमर हो चुके हैं🤗🤗🤗🤗.......
जी... मैं भी यही कह रही थी उनको
पहले पढ़ने से वंचित किया गया और अब वे खुद नही पढ़ रहे है। 🥺
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी....मार्ग दर्शन करने के लिए...
*आचार्य जी आप इतना निष्पक्ष होकर सभी वर्ग के लिए बात करते हो इतना निष्पक्ष व्यक्ति या धर्म गुरु आज तक नहीं देखा ना ही सुना आपके जीवन का परम उद्देश्य को कोटि-कोटि नमन*
मनुस्मृति में साफ साफ लिखा है :
1) जो ज्ञान अर्जन नही करता वो शुद्र है।
2) जन्म से सभी शुद्र होते है ,
3) ज्ञानी लोगो के संपर्क में रहने वाला , सदाचार का पालन करने वाला, वेद विज्ञान के अध्ययन में लीन शुद्र भी ब्राह्मण बन जाता है।
आचार्य जी मैं आपके चरण स्पर्श करता हूं और रही बात आपको हानि पहुंचाने की तो वे लोग स्वयं की ही हानि पहुंचा रहे है । आपने लोगो को प्रेम सिखाया है और मुझे आशा है वे लोग भी आपको एक दिन प्रेम करेंगे क्योंकि साच को कभी आंच नहीं होती । हम सब आपके ज्ञान के भूखे है हमे ऐसे ही ज्ञान देते रहें । 🙏🙇
आचार्य जी आप बिलकुल सही बातें बताते हैं कि कि बहुत से लोग जो वेद को सही से नहीं पढ़ते बस अहंकार ही करते हैं उनकी सारी ऊर्जा गलत तरीके से काम करने में लग जाती है जब वेद कहते हैं कि कर्म से ज्ञान से नम्रता से वेद को पढ़ने और समझने वाले ही ब्राह्मण हैं बाकि जो लोग जन्म से ब्राह्मण बताते हैं उनको तो वेद, पुराण, उपनिषद की abcd भी नहीं आती है इनकी औरतों को तो सही से कोइ ज्ञान नहीं है बस जन्म के आधार से ही ब्राह्मण बन कर नीच दिखाते हैं सामने वालों को. आचार्य जी आप कहते हैं कि ज्ञान अर्जित करने वाला वेद उपनिषद पढ़ने वाले ही ब्राह्मण हैं मगर आजकल बहुत से लोग वेद पुराण को पूरा और अच्छे से ज्ञान अर्जित करते हैं तो समाज के ठेकेदार कहते हैं नहीं ब्राह्मण जन्म से होता है मौका पड़ता है तो कर्म से होता है. लेकिन आज भी यह लोग कर्म वाले इंसान को ब्राह्मण, पंडित नहीं बनने देते हैं लेकिन आप बहुत ज्ञान की बाते समझाते हैं और हाल के बाहर आकर यही लोग जन्म और कर्म को एक साथ मिला कर वेदांत को गड़बड़ करते हैं
Sahi kaha acharya ji aapne adhikansh logon ne granth na pade aur na samajhe hain aur inka nam leke kutark karne aajaate hain .aap sache kranrikari hain hamare grathon ko aap jase marmgyon ki aavshyakta ha.koti koti naman acharya ji 🙏
ye kahna galat nahi hoga ki acharya jii krishna ke awtar h..main unmein krishna ko ab dekh sakta hun...🙏🙏🙏🙏🙏
pranam acharya jii
गीता भी वेदांत का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है...🙏💯✨
जीना यहां, मरना यहाँ
इसके सिवा जाना कहा 💛🥺
Acharya ji mai UP ke ek chote se gaon mein rhti hu aur Bsc 2nd year ki student hu aur mai pichle lagbhag ek mahine se aap k videos dekhti hu aur meri jigyaasa badhti hi ja rhi hai vedant ko jaanne ki.
Aap ko sunkar cheezo ke prati mera pahle ka najriya bilkul badl gya hai.
Maine apki books mangai hai aur mere liye ye bde sobhagya ki baat hai ki aap jaisa path pradarshak humein praapt hue hai.
दुनिया ने भारत से जो ऊंची से ऊंची चीज सीखी है उसका नाम वेदांत है
~आचार्य प्रशांत
आचार्य जी प्रणाम , आपने वेदांत सार का स्पष्टीकरण किया , वेदों में धर्म की सरल परिभाषा एक वाक्य में ही कर दी , धारयेती इति धर्म: ब्रम्ह जानेती इति ब्राम्हण: । मनसा, वाचा , कर्मणा , अंतरशुध्दी बाह्यशुध्दी । प्रवृत्ति , निवृत्ति , । आइंस्टाइन का सिद्धांत सापेक्षता का है , निरपेक्षता नहीं,यह हमने पढ़ा । फिर धर्म निरपेक्ष कैसे , भूख लगने पर भोजन करना शरीर धर्म , प्यास लगने पर पानी पीना शरीर का स्वाभाविक धर्म है। शरीर की सारी इंद्रियां , ज्ञानेंद्रियां, कर्मेंद्रियां, अपने अपने शास्वत सत्य के साथ अपने धर्म का पालन करती हैं । आंख ,कान ,नाक, जिव्हा , स्पर्श, । देखना ,सुनना गंध, रस , स्पर्श के माध्यम से अपने धर्म का निर्वहन निष्काम भाव से करते है । ज्ञानेंद्रियां की प्रवृत्ति ही अगर दूषित मानसिकता लिए हो , तो उसमें धर्म का क्या दोष ।
इस वीडियो के लिए ज्यादा मेहनत करी गई है , और इस वीडियो का इस समय पर पब्लिश होना इस वीडियो की गंभीरता और जरूरत को बताता है ।
प्रणाम , और बहुत धन्यवाद आचार्य जी 🙂🙂🙇👣🙏🙏🙏
हम आपको फॉलो करते हैं, क्योंकि बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मेरा ये कहना है आचार्य जी कि आज हम पढ़ने लिखने लायक बड़े हुए हैं इसका मतलब ये नहीं कि हमसे पहले कोई पढ़ने लिखने लायक नहीं थे। जबकि सारे ग्रंथ तो हजारों वर्षों पहले लिखी गयी और अनेकों विद्वान इसे पढ़ने बोला होगा फिर भी स्थिति आज भी जस की तस है, उल्टे पाखण्ड बढ़ गया, इससे हम इनकार नहीं कर सकते। फिर आप हमें इन्हें पढ़ने क्यों कह रहे हैं। नीचे तबके के लोग यही तो कह रहे हैं कि जिससे हजारों सालों से हमें फायदे नहीं मिल पाए तो अब उनको ना ही पढ़ा जाय, बल्कि स्कूलों कालेजों में जो पढ़ाया जाता है सिर्फ वही पढ़े तो संभव है कि लोग विज्ञान को अच्छी तरह पढ़ सके, समझ सकेंगे, जैसा कि आपने बताया कि वेदों की तरह विज्ञान को भी लोग अच्छी तरह पड़ते नहीं हैं। सच तो ये है कि देशवासी दोनों तरह की बातें पढ़ सुन के भ्रम में रहते हैं, इसलिए एक को बंद करें और दूसरे को (विज्ञान) को ज्यादा महत्व दें।
क्योंकि इस युग मे लोगो को प्रत्यक्ष को समझना अच्छा लगता है, इससे पाखण्ड दूर होता नजर आ रहा है।
दलित समुदाय को प्रचीन ज्ञान- विज्ञान से वंचित करने की राजनीति से सावधान करने के लिए आदरणीय आचार्य श्री जी को धन्यवाद🙏💕 बेहद की परमशान्ति.
सबकुछ मन का फितूर माया है
और वेदांत शुद्ध परम तत्व आत्मा ( ईश्वर )की
बात करता है , वेदांत दर्शन सनातन संस्कृति
का सार तत्व केवल मात्र मैं आत्मा हूं और कुछ नहीं ... ॐ शिवोहम
जो चीजे संस्कृत में लिखीं गईं है वो जरूरी नहीं आध्यात्म से मेल खाती हों, वो कूड़ा कचरा भी हो सकती हैं 🙏🙏🙏🙏
Hamare pass Kitni galat jankariyan Bhari hui thi aapane unko bahut vistarpurvak sahi Kar Diya🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 jay ho Aap ki
Humme aise IIT Spirituality Guru ki Aawshyakta hain...
Aapko Chadad Vandana.....Sat Sat Naman.....Jai Hindu Rashtra 🕉. Jai Akhand Bharat. Jai Sanatan Dharma. India 🇮🇳 should be declared as Hindu Rashtra 🕉.
हम जिससे बीमार पड़ते हैं, वो किसी ग्रंथ के अंदर नहीं है, हमारे शरीर के अंदर है, वो हमारी पाशविकता है, वो हमारा मूल अज्ञान है जो हम जन्म के साथ लेके पैदा होते हैं।
मनुस्मृति में साफ साफ लिखा है :
1) जो ज्ञान अर्जन नही करता वो शुद्र है।
2) जन्म से सभी शुद्र होते है ,
3) ज्ञानी लोगो के संपर्क में रहने वाला , सदाचार का पालन करने वाला, वेद विज्ञान के अध्ययन में लीन शुद्र भी ब्राह्मण बन जाता है।
वेदांत से ही पुरी दुनियां को प्रकाश मिला है जो इसके शरण में आयेंगे वो प्रकाश की तरह चमकेंगे सत्य को स्वीकार नहीं करोगे तो रोज पीटते रहो अचार्य श्री गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏
वाह आचार्य जी 🔥👌🙏🏼 आपके मौत के प्रति बेफिक्री विचार ❣️🙏🏼🥰 गदगद हो गए सुनकर 😇 शुक्रिया
भला हो आपको 🙏🏼 🙏🏼
आचार्य जी ने तरीका से ऐसे सोच रखने वाले सभी को धो डाला 🙏🙏
Hamare desh me galat dhaarna ban gyi ,
Sabko lagta h ki geeta aur vedant sirf budhaape ki cheez h,
Yahi cheez humare desh ko peeche kar rha h 🙏🏻🙏🏻😭
Bilkul sahi
दुनिया ने भारत से ऊँची से ऊँची चीज सीखी है, तो वो है वेदांत। 🕉🚩
भगवान से यही प्रार्थना की , आप का सत्य स्थापित हो सके ; ओर आपको चिरायु रखे ।
बस आप जागरूकता , सत्य फैलाते रहिये , हमारी पार्थना , support आपके साथ है।
वैदिक धर्म का अर्थ ही वेदांत है। 🌻
Jo sache hindu hai wo aapke saath hai.
झूठे हिंदु कौन होते हैं.... 😊
धन्यवाद आचार्य जी आप ने बहुत अच्छा बतायाहै भगवान आप के बिचार गीता से मिलते है।।।।।।।।।
आचार्य जी को भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए, आज आचार्य जी अध्यात्म के एक विभूति के रूप में हैं 🙏🙏🙏
10 Bharat Ratan dene Chahiye.
Nhi to fir acharyaji or Tendulkar me kya difference h.
प्रणाम आचार्य जी।मैं आज समझ गया की वेदांत को पढ़ना बहुत बहुत जरूरी है । मैं आज संकल्प लेता हूं की आपकी सभी बोध सामग्री पढूंगा और वीडियो कोर्सेज खरीदूंगा और देखूंगा।
चार वेद ऋग्वेद (श्लोकों का ज्ञान), यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद हैं। पहले तीन वेद- ऋग्, यजुर, और साम- को त्रयी-विद्या ("तीन गुना ज्ञान" के रूप में जाना जाता है)🙏🙏
चरण स्पर्श गुरुजी।
बहुत ही मार्मिक विश्लेषण।
धन्यवाद 🙏❣️
Financial support karo Acharya jee ko bhai sab karo
Acharya Parshant ji ko Mera Koti Koti Naman❤️🙏
जय श्री कृष्ण🙏🙏
बहुत सुंदर आचार्य जी
मैं आपसे शतप्रतिशत सहमत हूं
जो आप सीखा रहे हैं
वो शायद ही इतनी सरलता से इस संसार मे कोई सीखा रहा होगा
हमने तो श्रीमद भागवत गीता कोविड के बाद 12 बार पढ़ी परन्तु उसके पीछे का उद्देश्य आपसे ही समझ मे आया
मुक्ति के बारे में आप से अच्छा कोई समझ ही नही सकता
लगभग पूरा जीवन पानी की तरह साफ समझ मे आ रहा है
आप को शत शत नमन🙏🙏
Parmaatma swayam aapke saath hai ..acharya ji 🙏🏾🌿.....
शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏
श्रीमद्भगवत गीता का हर अक्षर सत्य है। किसी की भी औकात नही है श्रीमद्भगवत गीता पर टिप्पनी करें।
आचार्य जी, बहुत-बहुत नमन् और साधुवाद! आप सत्य धर्म के उपदेशक हैं! विध्न-बाधायें तो अवश्य
आयेंगी। सन्तों की डगर तो होती ही
है काटों भरी। ओ3म् स्वस्ति !!
आपसे प्रश्न पूछने के लिए बड़ा साहस चाहिए आचार्य जी! सीधा उत्तर नही मिलेगा ! फटकार मिलती है 🙏🙏
सत्य वचन आचार्य जी। 🙏
Hame vedant ka fir se pracha shuru kar d na chahiye ise bhot madat hogai logo ko samjhne liye fir ye sab ke liye kio nahi 😏🧐👀😌🤫😇
बहुत ही तर्क पूर्ण और ज्ञानवर्धक ब्याख्यान,, कोटि कोटि नमन गुरुदेव🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मनुस्मृति में साफ साफ लिखा है :
1) जो ज्ञान अर्जन नही करता वो शुद्र है।
2) जन्म से सभी शुद्र होते है ,
3) ज्ञानी लोगो के संपर्क में रहने वाला , सदाचार का पालन करने वाला, वेद विज्ञान के अध्ययन में लीन शुद्र भी ब्राह्मण बन जाता है।
Vedant hi Sabh Kuch hai
वेदांत सनातन धर्म का सुप्रीम कोर्ट है...🙏
ये मेरा परमसौभाग्य और शुभ कर्मों का फल है जो आज मैं आचार्य जी को सुन पा रहा हुं
गुरु जी को मेरा कोटि कोटि नमन 🙏🏼
आपको शत शत नमन।
आपकी दीर्घायु हो। पूरे विश्व को आपके मार्गदर्शन की अति आवश्यकता है। आप साक्षात चेतना स्वरुप हैं।
प्रणाम स्वीकार करें।
वेदांत का प्रकाश आम जन तक पहुंचाने के लिए प्रणाम आचार्य जी
🙏🙏🙏
आपकी बात लालचियों और धर्म को धंधा बनाने वाले के लिए खतरा है , कर्मकांड वाले आपसे चिढ़ते है,
Sir ham hai aapke saath Or iska pramaan ye hai jab mai aapki bato ko smjh ke college me apne classmates ke saath baato ko batata hu to wo tark shuru krr dete or to or mujhe gyani btakrr hansne bhi lgte..... Isse mujhe pta chala ki kitna jinda baat hai aapka ki murdo ko hi bss smjh me nhi aa rha... Jo jinda hai sirf usko smjh me aa rha hai.
गीता वेदांत का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है
~आचार्य प्रशांत
सत्य सत्य और शिर्फ़ सत्य गीता जोकि हमारा जीवन।आप इस सत्य की और संसार को दिशा दे रहे है।आप श्रेष्ट पुरूष।सत सत नमन।
❣️बोहोत बड़ी बात आध्यात्मिकता से राजनीति करना छोड़ दीजिए❣️
आज कि संसार मे आपके द्वारा ऐसा प्रवचन सुन पाना मै अपने आपको सौभाग्यवती समझती हुं .....जय हो 🙏
अद्भुद ज्ञान का भंडार है आचार्य जी, ईश्वर आपको सही सलामत रखे ताकि आप ऐसे हि दुनिया मे अन्धकार को मिटाकर रोशनी फैलाते रहे, धन्यवाद इस अमूल्य ज्ञान के लिए,😇🙏🙏
🙏💐ଜୀମେନେ ଓଡିଆସେଵୋଲରହାହୁଁ💐🙏ଆପ୍ ଜୋବିବୋଲତେ ଓ ତସହୀବାତ ଓ ସବ୍ ସହି ଆରଵୁରା
ସଭୀକାଭଲାକେ ସାସ୍ରକୀବାତହେ
ଲେକୀନିଜୋବୁରାଷୋଚେତ
ଓସୁଧାରନେହୀପାଏଗା
🙏💐ନମୋନମୋନମୋ💐🙏
Aacharya ji hum apse sehmat hai apke sath hai