[21/07, 14:35] किरण: योगामृत-उपाध्याय-श्री-निर्णय-सागर-जी-महाराज. ४९.एक-समय-में-एक-ही-उपयोग-हो-सकता-है..मतलब-अशुभोप्योग-है..तोह-शुभोप्योग-नहीं-हो-सकता,और-शुद्धोप्योग-से-शुभोप्योग-का-निरोध-होता-है...,अशुभोप्योग-को-त्याग-शुभोप्योग-में-प्रवर्ती-करनी-चाहिए.. -(कुंद-कुंद का कुंदन-आचार्य विद्यासागर जी द्वारा संगृहीत(आचार्य कुंद-कुंद के द्वारा लिखे गए [21/07, 14:39] किरण: शुध्दोपयोगसे ही आनंद की अनुभूति होती हैं। एक समय का सार प्रत्यक्षात पर जोर हैं आनंदकी बात गौर से जाणो. धर्म्यध्यान प्रत्यक्ष अनुभूति होती हैं जीवात्मा अनादी अनंत शाश्वत सत्य है ।यह तो एक ही पुरुषोत्तम हैं पुज्यश्री वीरसागरजी की धार्मिक और सात्विक प्रवृत्तियों को प्रत्यक्ष जाणा हैं। कोई भी हो,,मुक्तिबोध और सच्चे आनंदकी अनुभूति में खुद को औरौको जाणकर मैं एक अखंडीत विश्वरूप दर्शन हैं। जैनभूगोल देखे तो पता चला कि मैं कौन हूँ मेरी श्रद्धा भक्ति की भावनाएं उमड आती हैं। लेकिन ये खयाल आयेगा ना सअटक ही समयसार हैं यह जाणणा सच्चाई जाणो यही दिव्यध्वनीसे पैगाम द्वारा आदेश हैं. शुध्दोहम् ज्वेलर्स सोलापूर जिल्हा महाराष्ट्र राज्य प्रथमाचार्य द्वारा आदेशानुसार आत्मध्यान चिंतन से ही आनंदकी अनुभूती हैं ही. करना सुलभ हैं..जैनभूगोल जाणकारी उपलब्ध हैं. गुगल एक साधन हैं. कुछ भी लिखो पुछो त्वरीत समजा देता हैं. समजणेवाले खुद ही हैं.
सहजात्म स्वरूप परमगुरु 🙏
आतमभावना भावता जीव लहे केवलज्ञान रे 🙏
परमगुरु निर्ग्रंथ सर्वग्नदेव 🙏
जय प्रभु 🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏
👍👍👍
जय जिनेद्र🙏🙏🙏👏👏👍
Jaijinendraji🙏🙏🙏
सभी परमात्माओ को सादर जय जिनेन्द्र नरेंद्र कुमार जैन जयपुर 🙏🙏🙏
Jai jinendra
Jai jinendra panditji🙏🏼
Jsca
Jai jinendra Pandit ji 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
जय जिनेन्द्र पंडित जी साहब 🙏🙏🙏
Gwalior jai jinendra bhaiji 🙏
Jai jinendra Panditji from dubai
Jai jinendra bahut accha
Jai jinendra🙏 excellent🙏👌👌
કર્મ જડ છે
Jai jinandra
SN Dharmaprasad
Shuddhatma
Bangalore.
Me apse se bahut prabhabit hu jay jinendra
बहुत मार्मिक प्रवचन। पुण्य पाप पर बहुत अच्छा खुलासा किया। शुधोपयोग में लगना।
जय जिनेन्द्र👌
बहुत ही मार्मिक प्रवचन
ध्यान देकर सुनना चाहिए
अति सुन्दर
Aabhar sanjeev sir,
Excellent Sanjeev ji
[21/07, 14:35] किरण: योगामृत-उपाध्याय-श्री-निर्णय-सागर-जी-महाराज.
४९.एक-समय-में-एक-ही-उपयोग-हो-सकता-है..मतलब-अशुभोप्योग-है..तोह-शुभोप्योग-नहीं-हो-सकता,और-शुद्धोप्योग-से-शुभोप्योग-का-निरोध-होता-है...,अशुभोप्योग-को-त्याग-शुभोप्योग-में-प्रवर्ती-करनी-चाहिए..
-(कुंद-कुंद का कुंदन-आचार्य विद्यासागर जी द्वारा संगृहीत(आचार्य कुंद-कुंद के द्वारा लिखे गए
[21/07, 14:39] किरण: शुध्दोपयोगसे ही आनंद की अनुभूति होती हैं। एक समय का सार प्रत्यक्षात पर जोर हैं आनंदकी बात गौर से जाणो. धर्म्यध्यान प्रत्यक्ष अनुभूति होती हैं जीवात्मा अनादी अनंत शाश्वत सत्य है ।यह तो एक ही पुरुषोत्तम हैं पुज्यश्री वीरसागरजी की धार्मिक और सात्विक प्रवृत्तियों को प्रत्यक्ष जाणा हैं। कोई भी हो,,मुक्तिबोध और सच्चे आनंदकी अनुभूति में खुद को औरौको जाणकर मैं एक अखंडीत विश्वरूप दर्शन हैं। जैनभूगोल देखे तो पता चला कि मैं कौन हूँ मेरी श्रद्धा भक्ति की भावनाएं उमड आती हैं। लेकिन ये खयाल आयेगा ना सअटक ही समयसार हैं यह जाणणा सच्चाई जाणो यही दिव्यध्वनीसे पैगाम द्वारा आदेश हैं. शुध्दोहम् ज्वेलर्स सोलापूर जिल्हा महाराष्ट्र राज्य प्रथमाचार्य द्वारा आदेशानुसार आत्मध्यान चिंतन से ही आनंदकी अनुभूती हैं ही. करना सुलभ हैं..जैनभूगोल जाणकारी उपलब्ध हैं. गुगल एक साधन हैं. कुछ भी लिखो पुछो त्वरीत समजा देता हैं. समजणेवाले खुद ही हैं.
🙏🙏👌
Aapka prevche sunker jivenhi change ho gaya. From Kolhapur.
Good pravachan. But aatmaa ko. Kese. Jane. Kiya kerna. Padta. Hai. Kiya point hai din bher mei kiya routine banane. Hoge. Humko. Aatmaa. Jameen. Ke liye. Kiya kerna hoga kiya dhayaan. Kerna. Hoga. Mediation kerna hoga. Plz. Bataye plz. Es per bhi. Pravachan. Dejiye plz. Plz.
facebook.com/100039341302329/posts/114333769887999/?app=fbl
Atma ke bare me to kuchh bhi nahi kaha?
⭐👌🏼👍🏼⭐
☺️🙏
Thanks
Khushil ka kya prashit hai?
Aur aage bhi ise kaise bache?
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai jinendra