उत्तराखंड के लोगों के साथ घनघोर अन्याय हुआ है। इसके लिए सरकार व विपक्षी दोनों जिम्मेदार हैं। ऐसे जरूरी व महत्वपूर्ण खबरें जनता तक पहुंचाने के लिए आपका धन्यवाद।
कुछ दिनों पहले हिमांचल के एक संत जो स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश मे साधना और समाज सेवा कर रहे थे कि कुटिया पर बुलडोजर चलाया और उन्हे कहा कि वापिस अपने प्रदेश जाओ जबकि हिमांचल मे उत्तराखंड के कई लाख लोग रहते हैं पर उत्तराखंड के लोग अब हिमांचल के लोगो से वही व्यवहार कर रहे है जो कश्मीर के आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितो से किया.
सर पहाड़ी युवा में उद्यमशीलता की कमी है। वो दूसरे के लिए पूरी ईमानदारी से काम तो कर सकते है पर खुद रिस्क लेने में डरते हैं। मैं हरियाणा में रहता हूँ हरियाणा में एक बहुत बड़ी संख्या में युवा देहरादून, ऋषिकेश आदि शहरों में अपना काम खुलना चाहते है या फिर खुल चुके है। गलती कहीं ना कहीं हमारी भी है।
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
Isme wahi ha jo british govt ne hamre pahad area specially garhwal or kumauo ko tribal status diya hua tha jaal, jangal, jamin pe ham logo ka adhikar tha. Indian govt ne ham se wo china hai. Wahi ab schedule 5 or schedule 6 hai. Tribal se jamin koi nahi le sakta yaha tak govt bhi. Or harma reservation jo pahad ko abhi tak nahi mila wo bhi mielga
@@prashantbisht620वैसे ग्राम सभा (ग्राम वासियों, ग्राम प्रधान) को संविधान मैं *शेड्यूल 5* अंतर्गत कानून मैं संविधानिक अधिकार दिए गए है.. उत्तरांचल के सारे पहाड़ी, मूल वासी, नेटिव लोगो को *शेड्यूल 5* के.. साथ साथ कुछ आर्टिकल की जानकारी होना जरूरी है.. मूलवासियों को, नेटिव लोगो को, आदिवासियों को संविधान के अंतर्गत बहुत सारे मौलिक तथा कानूनी अधिकार दिए गए है.. आर्टिकल 13 (1) आर्टिकल 13 ( 3) आर्टिकल 19 आर्टिकल 53 आर्टिकल 244 आर्टिकल 245 आर्टिकल 395 आर्टिकल 372 Also read supreme court judgement in favour of native people.. Read indian stamp paper *India non judicial* India independence act 1947 Article (7 a, b, c) Government of India act 1935 Article 91 Article 92 (Excluded and partially excluded area)
बहुत बहुत धन्यवाद आप जैसे भले लोगों का कि देवभूमि उत्तराखंड की जरूरी खबरों को जनता के समक्ष रखना और संशोधन करना,,, बहुत ज्यादा जरूरी है कि देवभूमि उत्तराखंड में भू कानून लागू हो ओर उससे भी ज्यादा जरूरी हे कि उत्तराखंड में पलायन रोकना ओर अपने उत्तराखंड के लोगो को अच्छा रोजगार मिलना जो कि बहुत अच्छी तरीके से हो सकतl है उत्तराखंड सरकार को ये जल्दी ही करना चाहिए और करना होगा क्यों उत्तराखंड के यूवा बाहर जाए क्यों,,, जबकि देवभूमि उत्तराखंड इतना सक्षम हे ही ये उत्तराखंड के लोगों को रोजगार देने के बाद भी और दूसरे लोगों को रोजगार दे सके,
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
@@harishsharma-gd6sn Bilkul sir. Ap sabhi logo ke efforts ki wajah se Uttarakhand ban paya. Aj Uttarakhand ki haalat achi nahi hai. Bahut outsiders a gaye hain. Abrahamic religions bhi. Neta Bhrasth hain. Khokhlapan a gaya hai. But hum dobara uthenge. Aur Uttarakhand ko restore karne ka prayas karenge. Jai Uttarakhand.
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
पहली बार ऐसी पत्रकारिता देख रहा हूँ। आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ। काश आपको देख कर और सुनकर कुछ को शर्म आये और सही बात को दिखाने की हिम्मत कर सकें ऐसी आशा के साथ आपको शुभकामनाएं
लोकतंत्र के चौथे स्तंभकी सकारात्मक भूमिका निभानेकी आपकी कोशिश सराहनीयहै। सुनने में आ रहा है हरिद्वार में भी सहारा इंडिया की जो जमीन सरकार ने अपनी कब्जे में ली थी उसके निफ्टी मेंभी करोड़ों कीबंदर बाटहुई है। मजा है इस पर कहीं भी कोई चर्चानहीं है।
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
बहुत बड़े घोटाले का आपने पर्दाफाश किया,,,,आम जन तक जब ये बात पहुंचेगी तब ही आम आदमी को उत्तराखण्ड की हकीकत मिल पायेगी,,,,,, ये राज्य में खुली लूट है,,,,, इन माफियाओं की जड़ों में मट्ठा कौन डालेगी,,,,, जल्द ही उपचुनाव दिखा देगी,,,, दूध का दूध,,, पानी का पानी,,,, ❤❤❤❤❤
सब शरुआत से ही लुटने में लगे हैं और चम्मचो व चाटुकार दिन रात भ्रष्ट नेताओं की जयकार करने में लगे हैं ये चाटुकारिता वाले अपने बाप की कभी जय नहीं करेंगे पर इन बेशर्म नेताओं के गुणगान में लगे रहते हैं
किसी भी देश या राज्य का उत्थान या पतन, विकास या विनाश देश या राज्य के नेतृत्व पर निर्भर करता है, राज्य के हितों के प्रति समर्पित हैं तो विकास अन्यथा परिणाम जनाकांक्षाओं के प्रतिकूल ही होगा।ऐसा ही उत्तराखंड का भी है। यहां के सशक्त भू कानून की स्थिति हो या 1950को आधार मानकर मूल निवास प्रमाण पत्र की स्थिति हो उत्तराखंड राज्य की सरकारों की कार्यशैली पर निर्भर करता है। सत्य को आमजन तक पहुंचाने और सच्ची स्पष्ट निष्पक्ष और निर्पेक्ष पत्रकारिता के लिए कोठियाल जी को साधुवाद। यहां की सरकारों ने तो पड़ोसी राज्य हिमाचल से भी सीख नहीं ली।
जो भी नेता इन घोटालों में शामिल होगा उनकी एक पीढ़ी खून के आंसु जरूर रोएगी😢 उत्तराखंड के उन सभी क्रांतिकारियों की आत्मा इन्हें कभी माफ नहीं करेगी जिन्होंने उत्तराखंड बनने पर अपना बलिदान दिया🙏
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
@@MsKegg aisa kuch nahi hai supreme court ne sahi se li uski wo patanjali ka bakhaan dusri companies ko videshi or neecha dikhakar karta hai. loot machi hai sudhta ke naam pe
Dear baramas team.. Aaaj almora me bus accident hua 37 death and 23 injured.. CM PM AND PRESIDENT ne bhi tweet kiya ... Plz make one informative video on that for those who are responsible for that situation .. Ho sakta hai aapke pryas se sarkaar me koi kaam karni jo aatma mar chuki hai wo jaag jaye.... Plz
Great that you are talking about this issue. The entire area of George Everest has been privatised and a parking fare and entry fee of 200 is being asked , how ? Why? No idea. This used to be a Government managed land and now it has become a business for the company to exploit the people around it
यमकेश्वर का रोजगार केवल नीलकंठ स्वर्गाश्रम अंतर्गत मोहनचट्टी आदि क्षेत्र में जितने भी बाहरी रिजोर्ट आदि व्यवसाय चल रहा है उसमें यमकेश्वर इंटर तक पढ़े बच्चों की खपत है जो कि सीजनली है। यही भविष्य हमारे युवाओं का बन रह गया है। क्योंकि प्रोपर ऐजूकेशन की व्यवस्था यमकेश्वर में नहीं प्ररिणाम पूरा क्षेत्र पलायन का शिकार हो चुका है।
निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए धन्यवाद, उत्तराखंड को ऐसे लोगों और पत्रकारों की जरूरत है
Thankyou so much for your support 🙏🏻
@@Baramasakis baat ka support???
@@yshchauhan8428 thanks option ka support
बहुत खूब मान्यवर।
Beautiful washing machine party' to keep it out.
उत्तराखंड को आप जैसे निष्पक्ष पत्रकारिता की ही जरूरत है। धन्यवाद
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
ऐसी बेधड़क और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए धन्यवाद। 🙏
मैं आपका रेगुलर फॉलोवर हूं, अच्छा लगता है आप निष्पक्ष आईना दिखा दिया करते हैं।
उत्तराखंड के लोगों के साथ घनघोर अन्याय हुआ है। इसके लिए सरकार व विपक्षी दोनों जिम्मेदार हैं। ऐसे जरूरी व महत्वपूर्ण खबरें जनता तक पहुंचाने के लिए आपका धन्यवाद।
ख़ुशी की बात है कि सच समझने और जन जन तक पहुंचाने की इच्छा रखने वाले आप जैसे पत्रकार अभी हैं।
Thanks
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
Thank you for your unbiased reporting. कृपया बाक़ी लोग भी इनको सपोर्ट करे
निष्पक्ष पत्रकारिता को सलाम
सर बीच-बीच में गढ़वाली भाषा के कुछ शब्दों में कटाक्ष करते हो वो बहुत अच्छा लगता है। फन और तंज दोनों एकसाथ
@@ManishSingh-vz7ue सभी उत्तराखंडी हैं। भाषा में कुछ ही शब्दों में अंतर है। कभी कभी गढ़वाली कटाक्ष गैर गढ़वाली ( उत्तराखंडी) के समझने में देर लगती है।
Bahut badiya.
कोटियाल जी आपकी निर्भीक, निष्पक्ष पत्रकारिता को दिल से सलाम... आप ऐसे मुद्दों को आगे बढ़ाते रहो हम सब आपके साथ है.. 🙏🙏
कोटियाल जी बहुत बहुत सराहनीय है आपका इस घोटाले को प्रकाशित करने के लिये।
Lekin jab janta par bhee farak pade vote dete samay ,bhale hi logoin ko hakikat pata lag to jati hai
पत्रकारिता के वास्तविक स्वरूप से रूबरू करवाने के लिए धन्यवाद बारामासा 🙏👏
Thankyou so much for your support 🙏🏻
चोरो का प्रदेश उत्तराखंड।
मै हिमाचल से हु,, और मुझे बहुत दुख होता है उत्तराखंड के लिए।
कुछ दिनों पहले हिमांचल के एक संत जो स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश मे साधना और समाज सेवा कर रहे थे कि कुटिया पर बुलडोजर चलाया और उन्हे कहा कि वापिस अपने प्रदेश जाओ जबकि हिमांचल मे उत्तराखंड के कई लाख लोग रहते हैं पर उत्तराखंड के लोग अब हिमांचल के लोगो से वही व्यवहार कर रहे है जो कश्मीर के आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितो से किया.
Respect for independent journalism ❤❤🎉
पहाड़ी भाषा का संकलन कर पहाड़ के लोगों को पहाड़ी बोली मे रूबरू कराना अपने आप में सराहनीय कार्य है...❤
सर पहाड़ी युवा में उद्यमशीलता की कमी है। वो दूसरे के लिए पूरी ईमानदारी से काम तो कर सकते है पर खुद रिस्क लेने में डरते हैं। मैं हरियाणा में रहता हूँ हरियाणा में एक बहुत बड़ी संख्या में युवा देहरादून, ऋषिकेश आदि शहरों में अपना काम खुलना चाहते है या फिर खुल चुके है। गलती कहीं ना कहीं हमारी भी है।
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
उत्तराखंड के मूल निवासियों अगर अपनी संस्कृति - जमीन बचानी है तो उत्तर - पूर्व और लद्दाख के लोगों की तरह उग्र होना पडेगा।
Schedule 5 jruri h
@@mr.nickey8517:- isme kya hai?
Isme wahi ha jo british govt ne hamre pahad area specially garhwal or kumauo ko tribal status diya hua tha jaal, jangal, jamin pe ham logo ka adhikar tha. Indian govt ne ham se wo china hai. Wahi ab schedule 5 or schedule 6 hai. Tribal se jamin koi nahi le sakta yaha tak govt bhi. Or harma reservation jo pahad ko abhi tak nahi mila wo bhi mielga
😂 jagruk hote to uttrakhand ka ye hal na hota , jarurt se jyada hishiyari nuksan ho करता h
@@prashantbisht620वैसे ग्राम सभा (ग्राम वासियों, ग्राम प्रधान) को संविधान मैं *शेड्यूल 5* अंतर्गत कानून मैं संविधानिक अधिकार दिए गए है..
उत्तरांचल के सारे पहाड़ी, मूल वासी, नेटिव लोगो को *शेड्यूल 5* के.. साथ साथ कुछ आर्टिकल की जानकारी होना जरूरी है..
मूलवासियों को, नेटिव लोगो को, आदिवासियों को संविधान के अंतर्गत बहुत सारे मौलिक तथा कानूनी अधिकार दिए गए है..
आर्टिकल 13 (1)
आर्टिकल 13 ( 3)
आर्टिकल 19
आर्टिकल 53
आर्टिकल 244
आर्टिकल 245
आर्टिकल 395
आर्टिकल 372
Also read supreme court judgement in favour of native people..
Read indian stamp paper
*India non judicial*
India independence act 1947
Article (7 a, b, c)
Government of India act 1935
Article 91
Article 92
(Excluded and partially excluded area)
बहुत बहुत धन्यवाद आप जैसे भले लोगों का कि देवभूमि उत्तराखंड की जरूरी खबरों को जनता के समक्ष रखना और संशोधन करना,,, बहुत ज्यादा जरूरी है कि देवभूमि उत्तराखंड में भू कानून लागू हो ओर उससे भी ज्यादा जरूरी हे कि उत्तराखंड में पलायन रोकना ओर अपने उत्तराखंड के लोगो को अच्छा रोजगार मिलना जो कि बहुत अच्छी तरीके से हो सकतl है उत्तराखंड सरकार को ये जल्दी ही करना चाहिए और करना होगा क्यों उत्तराखंड के यूवा बाहर जाए क्यों,,, जबकि देवभूमि उत्तराखंड इतना सक्षम हे ही ये उत्तराखंड के लोगों को रोजगार देने के बाद भी और दूसरे लोगों को रोजगार दे सके,
Thankyou for working on issues related to Uttarakhand.
Thankyou so much for your support.
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
@@harishsharma-gd6sn Bilkul sir. Ap sabhi logo ke efforts ki wajah se Uttarakhand ban paya. Aj Uttarakhand ki haalat achi nahi hai. Bahut outsiders a gaye hain. Abrahamic religions bhi. Neta Bhrasth hain. Khokhlapan a gaya hai. But hum dobara uthenge. Aur Uttarakhand ko restore karne ka prayas karenge. Jai Uttarakhand.
@@HarshitSaxena-v8b ruclips.net/video/FE0Wy6KTm58/видео.htmlsi=Vy_ZpPBwcBbf0tNC
Thanks
Thankyou so much for your support 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
21:47 forest guard waiting joining news.. thankyou for cover this news
बहुत सराहनीय व निष्पक्ष पत्रकारिता 🙏🙏
बहुत ही सटीक एवं आंखें खोलने वाली जानकारी। सैल्यूट ❤
उत्तराखण्ड मांगे मूल निवास व भू कानून ....
इसको लोकल पार्टी लायेगी नेशनल पार्टी नही
ST status maango saari problem solved ho jayegi
जहाँ मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हो, वहाँ उनका घेराव किया जाय, सरकार के कोई कार्यक्रम ना होने दें l
This channel has helped a lot in spreading information about bhu kannon in Uttarakhand
बहुत बढ़िया भाई। आप हमेशा निष्पक्ष ही रहना।
पहली बार ऐसी पत्रकारिता देख रहा हूँ। आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ। काश आपको देख कर और सुनकर कुछ को शर्म आये और सही बात को दिखाने की हिम्मत कर सकें ऐसी आशा के साथ आपको शुभकामनाएं
Chor sab h 😂😂😂
Hm jab tak khud sahi nhi honge to dusro ko bhi nhi bol sakte
Zankari puri janta ko dene k liye dhanyawaad Rahul Bhai .
लोकतंत्र के चौथे स्तंभकी सकारात्मक भूमिका निभानेकी आपकी कोशिश सराहनीयहै। सुनने में आ रहा है हरिद्वार में भी सहारा इंडिया की जो जमीन सरकार ने अपनी कब्जे में ली थी उसके निफ्टी मेंभी करोड़ों कीबंदर बाटहुई है। मजा है इस पर कहीं भी कोई चर्चानहीं है।
Happy diwali bheji...... Thank you for being our Uttarakhand's very own batman
Thankyou so much for your support 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
मेरा तो इस प्रदेश के नेताओं से भरोसा ही उठ चुका है अब।। सब जगह जमीनों की लूट। यहां बड़ी मछली छोटी मछली को खा रही है बस।।
गज़ब प्रदेश की अजब-गजब कहानी। ईश्वर इन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें।
बहुत बड़े घोटाले का आपने पर्दाफाश किया,,,,आम जन तक जब ये बात पहुंचेगी तब ही आम आदमी को उत्तराखण्ड की हकीकत मिल पायेगी,,,,,,
ये राज्य में खुली लूट है,,,,,
इन माफियाओं की जड़ों में मट्ठा कौन डालेगी,,,,,
जल्द ही उपचुनाव दिखा देगी,,,,
दूध का दूध,,, पानी का पानी,,,,
❤❤❤❤❤
Sir aap jaise nishpaksh ptrakar ki jarurat hai uttarakhand ko main aapke video ka humesha intjar karta hun
सच बताना दोस्तों किस किसको बीजेपी से नफरत होने लगी है ,
Bjp say nahee dhammmi say
BJP or Congress dono se, is bar UKD se kuch Ummid hai
Dhami toh rubber stamp h krwa toh BJP hi rhi h cabinet m baki neta bhi h@@atarbist
@@mr.nickey8517Sahi bat
सब शरुआत से ही लुटने में लगे हैं और चम्मचो व चाटुकार दिन रात भ्रष्ट नेताओं की जयकार करने में लगे हैं ये चाटुकारिता वाले अपने बाप की कभी जय नहीं करेंगे पर इन बेशर्म नेताओं के गुणगान में लगे रहते हैं
आप सच्चे पत्रकार हो भाई जी 🙏
सुन्दर जानकारी कोई तो है जो सही बोले 🙏🙏🙏 प्रणाम है आप को 👌
कोटियाल जी को निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए हार्दिक साधुवाद ।👍👍👍🙏🙏🙏
किसी भी देश या राज्य का उत्थान या पतन, विकास या विनाश देश या राज्य के नेतृत्व पर निर्भर करता है, राज्य के हितों के प्रति समर्पित हैं तो विकास अन्यथा परिणाम जनाकांक्षाओं के प्रतिकूल ही होगा।ऐसा ही उत्तराखंड का भी है। यहां के सशक्त भू कानून की स्थिति हो या 1950को आधार मानकर मूल निवास प्रमाण पत्र की स्थिति हो उत्तराखंड राज्य की सरकारों की कार्यशैली पर निर्भर करता है। सत्य को आमजन तक पहुंचाने और सच्ची स्पष्ट निष्पक्ष और निर्पेक्ष पत्रकारिता के लिए कोठियाल जी को साधुवाद। यहां की सरकारों ने तो पड़ोसी राज्य हिमाचल से भी सीख नहीं ली।
जो भी नेता इन घोटालों में शामिल होगा उनकी एक पीढ़ी खून के आंसु जरूर रोएगी😢 उत्तराखंड के उन सभी क्रांतिकारियों की आत्मा इन्हें कभी माफ नहीं करेगी जिन्होंने उत्तराखंड बनने पर अपना बलिदान दिया🙏
Bilkul sahi kaha aapne.lekin anttt mein bhugatna toh padegaaa public ko hiiiii.durghagya uttrakhand ki masum jantaaa ka
सर्वोत्तम पत्रकारिता,, शुभकामनाएं भाई
उत्तराखंड आप का आभारी रहेगा,
इंडस्ट्रीज तो कही दिखती नहीं है मुझे लेकिन हां आधे से ज्यादा गांव बिक जरूर गया ।
True ❤
Thank you Rahul ji for the wonderful explanation of such an important issue in simple words 🙏
धन्यवाद दादा अच्छी जानकारी के लिए,,कब ठीक होंगे यार अपने उत्तराखण्ड के हाल. . .
अपनी गढ़वाली भाषा में आप बखूबी समझा रहे हो ❤❤
निष्पक्ष और बेवाक पत्रकारिता, 🎉🎉🎉❤
पहाड़ी निर्भीक आवाज़ को सलाम
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता को प्रणाम।
एकदम सटीक निशाना 🤞👌
Great information bhai ji keep it up 🌺🌺❤❤
बहुत ही सुन्दर🌹 जय हिंद जय भारत❤
bhai pasand toh ata hia paka extra cover par dukh bhi utna hi hota hia bheji news sun ke
बहुत सुंदर वीडियोज 🎉🎉🎉❤❤❤
सराहनीय कार्य आपका। शत शत नमन आपको sir
Thanks! Hats off to you! Extra cover should come daily! lots of love ♥♥
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
National media ये बात नहीं उठायेगी...
Thnx baramasa
रामदेव कोई बाबा नहीं है व्यापारी है व्यापारी भगवा व्यापारी
Ha lekin mansa sahi hai .. Koi bahri company se badiya patanjali hi sahi hai..
@@MsKegg aisa kuch nahi hai supreme court ne sahi se li uski wo patanjali ka bakhaan dusri companies ko videshi or neecha dikhakar karta hai. loot machi hai sudhta ke naam pe
रोजगार की ऐसी लहर है कि पलायन रुकने का नाम ही नहीं
जय पहाड़। जय पहाड़ी।
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
Hats off to baramasa… your research and knowledge on the topic and bringing these facts to common people .
निष्पक्ष पत्रकारिता❤
अगर देश के सभी पत्रकार निष्पक्ष हो जाएं तोह भाजपा का पाप दिखने लगेगा जो उन्होंने प्रदेश ही नहीं देश मैं भी भरमार कर दिया है
Congress ne to Pradesh ko 50 saal se khaa rakha hai
कोई तो है जो निष्पक्ष पत्रकारिता के जाना जाता है ।
🫵👀
PERFECT.
Devbhoomi ko Devbhoomi hi rehne diya jaye❤🙌
Nice ji 👌👌👍👍
Salute 🙌 bheji ... Ek aandolan jruri h
📌Bahut badhiyaa..ise kahte hain Journalism..👍👍
Thank you, Uttrakhand khatm ki kagaar per jara hai.
परिणाम क्या हुआ कि चुनाव में मनोज रावत को भूकानू प्रेमीको ने तीसरे स्थान पर धकेल दिया।
बहुत सुंदर लाजबाव ❤🎉
Bebak andaaj salam h bheji apko.. 👌
जबरदस्त निष्पक्ष पत्रकारिता ❤❤ भाई जी
Aapke xtra cover report ka intezaar har somvaar ko rehta hai rahul sir .......
Koi to hai jo sacchi patrkarita kar raha hai
Manoj Rawat win the Kedarnath ❤
Truly unbiased reporting....best wishes baramasa
Bahut badiya information ji
बारामासा के स्वतंत्र पत्रकार
हर सोमवार रहता है आपका इंतजार
bahut badhiya...
Dear baramas team.. Aaaj almora me bus accident hua 37 death and 23 injured.. CM PM AND PRESIDENT ne bhi tweet kiya ... Plz make one informative video on that for those who are responsible for that situation .. Ho sakta hai aapke pryas se sarkaar me koi kaam karni jo aatma mar chuki hai wo jaag jaye.... Plz
Great journalism
Good 👍
बहुत सुन्दर पत्रकार महोदय
Such bola bhai ❤️
सलाम है आपको।
Great that you are talking about this issue. The entire area of George Everest has been privatised and a parking fare and entry fee of 200 is being asked , how ? Why? No idea. This used to be a Government managed land and now it has become a business for the company to exploit the people around it
So nice report.
Sir aspko salute h mera aap sach boltae ho uskae liye thank you ❤
very nice report rahul bhaiya...kudos to team baramasa
यमकेश्वर का रोजगार केवल नीलकंठ स्वर्गाश्रम अंतर्गत मोहनचट्टी आदि क्षेत्र में जितने भी बाहरी रिजोर्ट आदि व्यवसाय चल रहा है उसमें यमकेश्वर इंटर तक पढ़े बच्चों की खपत है जो कि सीजनली है। यही भविष्य हमारे युवाओं का बन रह गया है। क्योंकि प्रोपर ऐजूकेशन की व्यवस्था यमकेश्वर में नहीं प्ररिणाम पूरा क्षेत्र पलायन का शिकार हो चुका है।
Bahut badhiya bade bhaiji in netao ne ab chillu bhujyana hai uttarakhand ka 😢
Bahut badhiya..
हर कोई विधायक और मंत्री और संसद पर शिकंजा कशा जाना चाहिए
Aap ki patrkaita ko Salut
Kotiyal ji aapki patrkarita ko salam...
Thank you sir, thank you so much
Wow
Apne sach me....nispaksh patrakarita ko salaam.
❤
Thanks to all team logo ko aware karne or information dene ke liye
Thank you Baramasa for your existence, we all are standing shoulder to shoulder with you.. we will be indebted to your tireless efforts...🫂
अपनी भूमि मां और अपनी पहचान हम गढ़वाली हैं उसकी रक्षा कर रे हम सभि