@@Right-wing.1333 tu itna hi bol sakta hai kyuki latin saaf karne Wale se kya ummid ho sakti hai pr Haan ek baat hai chadi gang ka ek admi bhi margaye tabhi woh judiciary ka influence nhi karsakta
Aarakshan pe palne walo ko tab bura nahi lagta jab ek gareeb ke haq ka aarakshan khud SC ST Obc ke naam pe kha jaate hn baaki jagah inhe pariwarwaad, nepotism etc dikhega😂
लोगों को न्याय पाने के लिए हर बार दिल्ली सुप्रीम कोर्ट नही आना पड़े, इसीलिए कोलकाता, मुम्बई तथा बंगलोर मे सुप्रीम कोर्ट का Bench खोलना चाहिए केंद्र सरकार को ।
@@deshbhakt1262 NJAC would have definitely reduced nepotism but would definitely increase corruption due to politicians being a part of the comission. Moreover, there should not be any interference of legislative or executive in judiciary. Both must remain independent of each other.
Tum parivaar vaad se mukt nahi karana chaahte ho.. tum aarakshanvaad me Supreme court aur Highcourt ko lana chahate ho.. saaf saaf bolo na aarakshan chahiye waha bhi
tum kya chahte ho ki supreme court ke judge ko bhi govt chune ? 😂 phir to bhai pura opposition jail me ... already rahul , kejriwal jail me ho gaye.... supreme court bas se umeed rahti hai aur tum bakwas kar rahe
मैं न्यायिक क्षेत्र से नहीं हूं बल्कि अब समय आ गया है की न्याय क्षेत्र में बदलाव किये जाने चाहिए और जजो की नियुक्ति प्रक्रिया को राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग के माध्यम से कुशल प्रशासक और होनहार जजों की नियुक्ति परीक्षा के आधार पर किया जाना चाहिए ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति को समान अवसर मिलकर सेवा का सीधा मौका मिले, यही समय की मांग है।
Present political condition mai colosium hi best hai, agar govt ke hath mai inko joining ki ppwer aa gayee to sabi judgement govt apne fabour mai kara liya karegi , aaj to modi hai kal koi aur bi hoga, ho sakta hai judge apne logo ko join karate honge but usse public ke liye judgement per koi fark nahi hai,
न्यायपालिका में भ्रष्टाचार परिवारवाद चरम पर है। कॉलेजियम सिस्टम समाप्त होना चाहिए। यह सब सरकार के बिट्टू बने हुए हैं। सरकार के मन माफिक निर्णय सुनाते हैं जो अनुचित है। न्यायालय का सारा खेल जनता के सामने आ चुका है
क्या कोलेजियम सिस्टम में ये अनिवार्य है की सुप्रीम कोर्ट के जज के बेटे को जज जरूर बनाना चाहिए ,अभी तक के सिफारिशों से तो ऐसा लगता है । जनता के लिए ये रहस्य है कि कोलोजियम किन मानको के आधार पर सिफारिश करता है।
सुप्रीम कोर्ट के अपॉइंटमेंट घर की खेती हैं । अब तो अगले 70 साल के सारे अपॉइंटमेंट्स निश्चित कर दिये जायें । अरे भई आपके बच्चों का ही तो हक है । जो उनको मिलना चाहिए ।।।
भारत की प्रजा का दुर्भाग्य है की उसे २०३० तक सुप्रीम से न्याय नहीं, परन्तु, न्याय का ड्रामा देखना मिलेगा! अयोग्य की नियुक्ति कोलेजियम की देन है. सुप्रीम की सीनियोरिटी की ऐसी तैसी कर के मोदी सरकार को अपना कड़ा निर्णय लेना चाहिए!
khandan bharne se public case per koi fark padta hai but agar govt ke hath mai power aa gayee to sabi judgement govt apne side kara legi, govt imandar hoti to SC ko ye system nahi banana padta
सरकार ने कानून बना देना चाहिए कि भारत की सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मुख्य न्यायाधीश के परिवार से होने चाहिए। ताकि पुरानी राजा महाराजा कि परंपरा चलतीं रहें।जय श्री राम।
Why judges will appoint their successors from their families? What is their qualifications ? What kind of test thay are going thru before their appointment ? This system should be scrapped immediately.
CJI को फिर से दुबारा टाइम्स दिया जाना चाहिए, Bijay Kumar Singh Yadav dhawak Bhagalpur Bihar ne कहा है कि CJI is great , देश की जनता की माँग है कि CJI अभी सुप्रीम कोर्ट में रहें,
4th fail honge aap..PM ki qualification par jhooth phailana rog ho gaya hai aap jaise logo ka...sari details PMO website par available hain jaake dekh leejiye agar dekhna aata ho
अच्छा डिसिजन है. Start with immediate effect all over India. सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का ऑर्डर देना चाहिये था. दलितो मे जो जातीया हर स्टेट में संख्या मे ज्यादा है. वही इस निर्णय का विरोध करेंगे. जैसे यूपी में चमार, महाराष्ट्र मे महार, पंजाब, कर्नाटक, तामिळनाडू, कूच स्टेट ने तो वर्गीकरण भी कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने उसे भी आज कंटिन्यू करने के लिए कहा है. बाबासाहेब आंबेडकर ने रीजर्वेशन देते वक्त ही ऐसा करना चाहिये था. सारे एक रहेंगे सेफ रहेंगे ये सोचकर शायद बाबासाहेब आंबेडकर ने नही किया. लेकिन जिनकी संख्या ज्यादा वही दलित दलितो का सारा रिझर्वेशन खा जाते थे. दुसरे भुके दलितोने देश आजाद होने के बाद सेवेंटी सेवन 77 इयर्स आवाजे लगाई. तब जाके माय बाप मोदी सरकार, सुप्रीम कोर्ट ने ये डिसिजन लिया. मजे की बात तो ये है. जो दलित सुप्रीम कोर्ट में जज है. और सात जजो के पॅनल मे भी है उसी ने दलितो मे क्रिमिलियर का प्रस्ताव रखना ये बहुत ही अद्भुत बात है. सारे दलितो की हालत सुधारने के लिए इसकी जरूरत भी थी. जो क्रीमिलेयर है वो ओपन ग्रुप में फॉर्म भर सकते है. मै समझता हु सब लोगो ने इसका स्वागत करना चाहिए. सभी राज्यों ने इसकी अग्वाही स्टार्ट विथ immediate इफेक्ट करना चाहिए. अब यूपीएससी मे से इंटरव्यू प्रोसेस को खतम करने के लिए. ड्रॉप करने के लिए. सरकार को कहना होगा. सरकार नही सुने तो कोर्ट मे जाना होगा. इंटरव्यू के नाम पर यूपीएससी मे दलितो के साथ बहुत नाईन्साफी होती है. जस्टीस गवई मे इसके उपर कुछ कहना चाहिये था. थँक्स KBSGP
न्यायमूर्ति श्री डी. वाई. चंद्रचूड़ कई मामलों में अपने सभी पूर्ववर्तियों से काफी अलग हैं। ऐसे में, इस देश के नागरिक अपेक्षा करते हैं कि वे न्याय के सर्वोच्च पद को छोड़ने से पहले न्याय के लिए कुछ करके जाएँ। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि न्याय हमेशा कायम रहे और कोई भी शक्ति न्याय को पराजित न कर सके, जिसके लिए न्याय के सच्चे संरक्षक ही न्यायाधीश की कुर्सी पर बैठ सकें। उन्हें पद छोड़ने से पहले मुख्य लंबित मामलों का भी निपटारा कर देना चाहिए ताकि लोगों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हो सके और वे भ्रष्ट राजनीतिकों द्वारा मूर्ख बना कर ठगे न जाएँ।
नीट यूजी पर जो फैसला सुनाया सत्ता के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशन पर किया जो सुप्रीम कोर्ट की विश्वनीयता को तार तार कर दिया ।चंद्रचूड़ का ये फैसला सुप्रीम कोर्ट की विश्वनीयता पर काला धब्बा के में अंकित होगा।😢😢😢
Constitution nowhere says Collegium selection of judges. It is one more contribution of desh drohi Congress. Now desh drohis are ruling the country from SC.
अगर सोचे तो देश में 6 करोड़ मुकदमे पेंडिंग है और अपने ही परिवार के जजों के स्तर पर छोड़े हुए । इन परिवार वादियों को आजीवन पद पर बने रहने की व्यवस्था हो ।
विश्व भर में भारत ही अकेला एसा देश है जहाँ राजतंत्र चलता है सवर्ण जातीयां ही जज बनती हैं और जनता को अपने हिसाब से न्याय करती हैं। इसी लिए आजादी से लेकर आज भी हमारा दे बिश्व में सबसे पिछे है
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
मोदी को नवंबर में सुप्रीम कोर्ट के बाहर से कोई काबिल व वरिष्ठ वकील, जैसे हरीश साल्वे तुषार मेहता इत्यादि,को सीजेआई बना देना चाहिए। लाइन में जज़ है, यदि प्रोटेस्ट में इस्तीफा देते हैं तो तुरंत उनका इस्तीफा स्वीकार कर लेना चाहिए । सभी कॉलेजियम से छुट्टी मिलेगी।
Present CJI Chandrachud is the great unfettered and forthright best judge in the country. Such a judge is rare in the world. He is a great asset for the country. His tenure as CJI needs to be extended by atleast 3 further years so that he can streamline the judicial administration systematically in our great democracy. He is a great legend in legal fraternity. Hats off to him.
चन्द्र चूड़ ने अपने सभी फैसले कानून और संविधान की सही व्याख्या और भावना के अनुसार नहीं किये बल्कि अपने पूर्वाग्रह, पूर्वधारणा और भविष्य में अपनी छवि को ध्यान में रखते हुए किये है जो कि लगभग सभी देश हित और समाज हित के विपरीत किये हैं । धिक्कार है ऐसे जज पर ।
जनता-जनार्दन, राजनेता और सरकार: 1. जब जनता में से कोई भी व्यक्ति कोई बेईमानी या अपराध करता है तो वह पकड़ा जाता है और फिर उसे सरकार के कानून के अनुसार सजा मिलती है। 2. लेकिन, जब कोई राजनेता, कोई बेईमानी या अपराध करता है, तो वह सोचता है कि वह बहुत चालाक है, सर्वशक्तिमान है, या वह स्वयं भगवान है, अजर है, अमर है, इसलिए वह कभी किसी के द्वारा पकड़ा नहीं जाएगा। 3. तब उसकी इस सोच को अहंकार का नाम दिया जाता है लेकिन वह अपने अहंकार को कभी स्वीकार नहीं करता। 4. फिर एक दिन उसके लिए कयामत की रात आती है, और तब जनता-जनार्दन जागती है, और फिर जनता-जनार्दन उसे आसमान से उठाकर जमीन पर फेंक देती है, तब वह खुद अपनी ही सरकार के बनाए कानून से डरने लगता है और तब उसकी सारी चालाकी धरी की धरी रह जाती है। 5. देखना यह है कि हमारे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, संघ-प्रमुख, धनी-वित्त-मित्र और प्रिय-चुनाव-आयुक्त का क्या होगा, क्या वे अडिग रहेंगे, स्थिति का सामना करेंगे या भाग जायेंगे? राजनेताओं पर एक सिद्धांत हमेशा काम करता है: 1. 'जैसा बोओगे वैसा काटोगे', दूसरे शब्दों में अगर आप अच्छा करेंगे तो अच्छा होगा या फिर अगर आप बुरा करेंगे तो बुरा होगा। विचारधारा: किसी भी
भाई भतीजावाद का जीता जाता example है
Toh kya pm chunay cji ko
@@mdfaisal5601 Nhi Pakistan permi punchar purth chunega 😂
@@Right-wing.1333 tu itna hi bol sakta hai kyuki latin saaf karne Wale se kya ummid ho sakti hai pr Haan ek baat hai chadi gang ka ek admi bhi margaye tabhi woh judiciary ka influence nhi karsakta
Are reservation ni milega isme
भारतीय न्यायालयों में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार, परिवारवाद और पारदर्शिता की कमी है
Yes absolutely true I do know some of them, all setup by bloody Khangress party over long 70 years Modi needs more time to change scenario
100% sach kaha!
Supreme court is still better than ED and CBI😂😂
@@rohitw614 knuckle head is screaming 😅🤣😂
Aarakshan pe palne walo ko tab bura nahi lagta jab ek gareeb ke haq ka aarakshan khud SC ST Obc ke naam pe kha jaate hn baaki jagah inhe pariwarwaad, nepotism etc dikhega😂
लोगों को न्याय पाने के लिए हर बार दिल्ली सुप्रीम कोर्ट नही आना पड़े,
इसीलिए कोलकाता, मुम्बई तथा बंगलोर मे सुप्रीम कोर्ट का Bench खोलना चाहिए केंद्र सरकार को ।
सहमत.
Akala mam,hona chahiya
सही है। सिर्फ अपीलीय मामले के लिए चार सुप्रीम कोर्ट होना चाहिए। एक नार्थ ईस्ट, एक ईस्ट, एक
वेस्ट एवं एक साउथ के लिए।
Kolkata ma toh Mamta begum ki court ha already😂😂😂😂😂
Par bhai Ham Mp walo ka bhi socho 😂
जजों की रिटायरमेंट उम्र 55साल की जाए जिससे भ्रष्टाचार कम होगा।
Experience 😢
Bhai .....Jyda ho jayga....jaldi say jaldi paisa kamany kay chakkar may 😂
न्यायाधीशों को उनकी योग्यता के आधार पर चयन किया जाना चाहिए न कि कोलिजियम सिस्टम से । लोकतंत्र लागू हो।
@Vickyproductionss नेता की राजनीतिक उम्र जनता के हाथ में होती हैं।
reservation nahi mil es liye ft rha tera. Kabliyat hai to bno.
ये हमरे सुप्रीम मन्दिर मे पूरी तरह परिवार वाद हावी है अब जनता क़ो इस का विरोध करना चाहिए
Mera lauda.... Feku unpad viswaguru kya kar raha ... Atleast supreme court ka system dictatorship se toh achha hai...
😢sure. We. All'. Oppose. This. Proses
Kaise ?? NJAC ko khatam kar dia , usey unconstitutional bta dia ....
@@deshbhakt1262 NJAC would have definitely reduced nepotism but would definitely increase corruption due to politicians being a part of the comission. Moreover, there should not be any interference of legislative or executive in judiciary. Both must remain independent of each other.
Tum parivaar vaad se mukt nahi karana chaahte ho.. tum aarakshanvaad me Supreme court aur Highcourt ko lana chahate ho.. saaf saaf bolo na aarakshan chahiye waha bhi
यकीन नहीं होता दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र में न्यायालय में क्या खेला हो रहा है ?
Sir, jis place ki jaankari na ho to kyno headache le. 10 years ka supreme Court mai practice chiya
Bhai ab hindu ko kada virodh karna hi hoga...har ek ko desh bachane mai lagna hi hoga
भारत में किसी भी संस्था मे राजशाही नहीं है लेकिन सुप्रीम कोर्ट में आज भी राजशाही चल रही है । न्यायाधीश का बेटा भी न्यायाधीश बनेगा ।
Collegium system ko samapat Kar dena chhahiya.
UPSC ke through hi selection hona chhahiya.
tum kya chahte ho ki supreme court ke judge ko bhi govt chune ? 😂
phir to bhai pura opposition jail me ...
already rahul , kejriwal jail me ho gaye.... supreme court bas se umeed rahti hai aur tum bakwas kar rahe
@PANKAJSINGH-ob8eoChandrachud is good example.
@PANKAJSINGH-ob8eo U got your answer. Many people in India practices law . Why only he ?? Nepotism
@PANKAJSINGH-ob8eo Aacha 😂 . Logical chize likha kro .
मैं न्यायिक क्षेत्र से नहीं हूं बल्कि अब समय आ गया है की न्याय क्षेत्र में बदलाव किये जाने चाहिए और जजो की नियुक्ति प्रक्रिया को राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग के माध्यम से कुशल प्रशासक और होनहार जजों की नियुक्ति परीक्षा के आधार पर किया जाना चाहिए ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति को समान अवसर मिलकर सेवा का सीधा मौका मिले, यही समय की मांग है।
मा ,बाप, चाचा, भतिजा ऐसां परिचय सूनके शरम आती है और न्याय संस्था के प्रती घृणा प्रचीत होती हैं. इन सब महानुभावको हटाके कोई चायावला CJI appoint करो
कोलेजियम सिस्टम बिलकुल बंद कर दिया जाना चाहिए राजा शाही खत्म होगई तो दुनिया के सब से बड़े लोकशाही वाले देश में ये😮क्यों हे
Present political condition mai colosium hi best hai, agar govt ke hath mai inko joining ki ppwer aa gayee to sabi judgement govt apne fabour mai kara liya karegi , aaj to modi hai kal koi aur bi hoga, ho sakta hai judge apne logo ko join karate honge but usse public ke liye judgement per koi fark nahi hai,
Toh BJP kisi MP ko CJI bana de? Tu to kush hoga
सुप्रीम कोर्ट मे भी आरक्षण हो ओर ब्राह्मणों का कबजा खतम करो जय भीम जय सवीधान जय भारत @@guloog4780
@@Dr7mahmud exam on merit like upsc
@@guloog4780पहेले कोन्गरेस सरकारमे
भी ऐसा ही था लेकिन आपको ईतिहासका संज्ञान नही होनेकी वजहसे ये ओपिनियन दे रहे है ।
कोलोसियम से नियुक्त जज सबसे ज्यादाभ्रष्ट है
Aur netao se niyukt judge to guru ghanta honge...
Tumko reservation ni milega
क़ोई भी सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस बने संविधान की सुरक्षा मिलनी चाहिए सरकार का पिट्ठू नहीं होना चाहिए
बिल्कुल.
Agree with you
न्यायपालिका में भ्रष्टाचार परिवारवाद चरम पर है। कॉलेजियम सिस्टम समाप्त होना चाहिए। यह सब सरकार के बिट्टू बने हुए हैं। सरकार के मन माफिक निर्णय सुनाते हैं जो अनुचित है। न्यायालय का सारा खेल जनता के सामने आ चुका है
Koi bhi CJI bne lekin iss daur me superem court ne desh ki janta ka bhrosa kho Diya,😊
क्या कोलेजियम सिस्टम में ये अनिवार्य है की सुप्रीम कोर्ट के जज के बेटे को जज जरूर बनाना चाहिए ,अभी तक के सिफारिशों से तो ऐसा लगता है । जनता के लिए ये रहस्य है कि कोलोजियम किन मानको के आधार पर सिफारिश करता है।
इस नियम मे वदलाव कि जरूरत है. लगता है न्याय प्रणाली पर कुछ लोगों का कब्ज़ा है. जो जनता के हित के लिए खतरा पैदा करेगा
😂😂sab modi ke hath me de do fir sahi hai 😂
@@alwayssmile5322 नहीं भाई हम तो पप्पू के हाथ में सोच रहे है
@@alwayssmile5322 MA in entire politics
कोलेजियस वाले कभी भी नही बनने चाहिए
Sarkar ke hath me hona chahiye 😂
पारदर्शी नहीं है सुप्रीम कोर्ट। यह परिवार वाद का चरम उदाहरण है। शर्मनाक।
जज को जज चुनने का अधिकार रद्द करो, कायर मोदी सरकार।।
Isme modi kya kre suprime court khud Modi ke khilaf h
असली परिवारवाद तो यहां चल रहा है, नेता तो खाली ही बदनाम है🤬🤬
😂😂😂😂
सुप्रीम कोर्ट के अपॉइंटमेंट घर की खेती हैं । अब तो अगले 70 साल के सारे अपॉइंटमेंट्स निश्चित कर दिये जायें । अरे भई आपके बच्चों का ही तो हक है । जो उनको मिलना चाहिए ।।।
Kuch bhi
भारत की प्रजा का दुर्भाग्य है की उसे २०३० तक सुप्रीम से न्याय नहीं, परन्तु, न्याय का ड्रामा देखना मिलेगा! अयोग्य की नियुक्ति कोलेजियम की देन है. सुप्रीम की सीनियोरिटी की ऐसी तैसी कर के मोदी सरकार को अपना कड़ा निर्णय लेना चाहिए!
HAA Saare judges aese hone chahiye jio BJP KE according Judgement de
TAAB badiya hai
😅😅😅😅😅
क्यों नहीं करते कोलेजियम सिस्टम बन्द, अंग्रेजों ने पिट्ठूओं को दिया, आप तो छोड़ो सिफारिशी नियुक्ति का छन्द?जय श्रीराम
कॉम्पिटिशन मे जो सबसे अच्छा आये.
वो बनना चाहिए. और भी लोगो को मौका देना चाहिए
सभी न्यायाधीशों को बिना रिश्वत लिए सिर्फ सैलरी लेकर काम करने की भी शपथ लेनी चाहिए।
100% right . . . ❤
Pesh kar aur chaprasi ke bare mein kya kahenge
पूरा खानदान को भर रखा है इनसे क्या ही उम्मीद कर सकते हैं। इसे बदलना बहुत जरूरी है
Jaichand hindu 🕉 full majority to deta nahi, question kara
khandan bharne se public case per koi fark padta hai but agar govt ke hath mai power aa gayee to sabi judgement govt apne side kara legi, govt imandar hoti to SC ko ye system nahi banana padta
Bcci mai to
हिंदू एकता ही हिंदू राष्ट की पहचा है 🤝
हिंदू राष्ट के लिये ⚔️
,,आंदोलन करे हम:::सभ✍️
🙏🚩भारत माता की जय 🚩🙏
🌷समर्थन BJP को करे🪷
परिवारवाद से जुडीशियरी को बचाये जाने के प्रयास किये जाने चाहिए अन्दर से ही...
सुप्रीम कोर्ट में, आज भी राजशाही है, लोकशाही नही है,
सुप्रीम कोर्ट का सरन्यायाधीश का भी चुनाव जनता ही करे।
सुप्रिमकोर्ट के जज इस समय रास्ट्र पति, प्रधानमंत्री, सेना प्रमूख,संसद,भारत सरकार, पुलिस सबसे बडे हो गये है। जज लोग भारत के सम्बिधान के लिये खतरा है।
जनता को कानून की कितना समझ है?
Inmen se half videsh bhag jayenge.
Janta to fourth fail ko pm bna diya😂
@@alwayssmile5322 सविधान कहता है कि, अंघोठा छाप को भी PM बना सकते है। कोई भी देश चलग सकता है।
ये तो बाप,बेटा को फेईक ज्युडिशियरीमें छोड के चले जाते हैं - हद हो गई!
क्या सब जज्ज ही पैदा होते हैं - बाप के बाद बैटा?
सरकार ने कानून बना देना चाहिए कि भारत की सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मुख्य न्यायाधीश के परिवार से होने चाहिए। ताकि पुरानी राजा महाराजा कि परंपरा चलतीं रहें।जय श्री राम।
Why judges will appoint their successors from their families? What is their qualifications ? What kind of test thay are going thru before their appointment ? This system should be scrapped immediately.
भारत में न्यायव्यवस्था केवल धनी जनता के हितो की है,गरीब जनता तो न्यायालय में जाती ही नही है,क्योंकि वे अदालती खर्चो को वहन नही कर सकती है।
माननीय न्यायमूर्ति संघी खन्ना लोकतंत्र और संविधान के लिए बहुत ही ज्यादा घातक सिद्ध होंगे, 6 महीने देश में कानून का आंतक देखने को मिल सकता है
Nahi hoga ... Feku ka pass 240 seat hi hai...unme se 3 MP BJP se TMC mai chala gya west bengal mai.. so abhi ... 237 hi hai feku ke paas
Sanjeev khana to bahut badmash or ghatiya lagta he
Khana sare decision modi se puch ke deta he kyo ki ese cji banna he
@@Dilsebharat2023Abe mp nhi MLA gye hai c😂
संघ दुनिया मे एक ही ऐसी ही अकेली संस्था है जो 1,80,000 सेवा कार्य चलाती है अटलजी आजन्म संघ प्रचारक थे
ये बाप बेटे बाप बेटे ही बनते रहेगे
घराणेशाही 😂
किसीको भी न्याय के लिए अपने राज्य से बाहर नही जाना पड़े वैसे सिस्टम होना चाहिए हाईकोर्ट ही राज्य की सुप्रीम कोर्ट होनी चाहिए
CJI को फिर से दुबारा टाइम्स दिया जाना चाहिए, Bijay Kumar Singh Yadav dhawak Bhagalpur Bihar ne कहा है कि CJI is great , देश की जनता की माँग है कि CJI अभी सुप्रीम कोर्ट में रहें,
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की चयन की प्रक्रिया बदलना ज़रूरी है ।
कोई परीक्षा नही कोई इंटरव्यू नही कोई सीआर नही कोई कॉम्पटीशन नहीं। जिस दिन सुप्रीम कोर्ट मे ज्योन किए उसी दिन पता चल जाता है कब मुख्य न्यायाधीश बनेंगे।
😂😂 fourth fail kaun sa exam nikalkar baitha 😂pm ki kursi par
@@alwayssmile5322Tu aaj he mental doctor ko dekha bhut phrak hai.
@@shankersingh9928 ha farji degree lekar baitha farak to hai 😂 khud kah Chuka hai mai bahut padha likha nhi hun ,😂
Collegium Congress ki ek aur ghatia den hai jis se chutkara paana zaruri ho chuka hai
4th fail honge aap..PM ki qualification par jhooth phailana rog ho gaya hai aap jaise logo ka...sari details PMO website par available hain jaake dekh leejiye agar dekhna aata ho
हर बड़े शहर में सुप्रीम कोर्ट की सखा होनी चाहिए
राजशाही समाप्त हो चुकी है लेकिन हमारे मियां लोड आज भी राजशाही से ही बनते है
I want honourable justice Shri Arvind Kumar ji as CJI of India
अच्छा डिसिजन है.
Start with immediate effect all over India.
सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का ऑर्डर देना चाहिये था. दलितो मे जो जातीया हर स्टेट में संख्या मे ज्यादा है. वही इस निर्णय का विरोध करेंगे. जैसे यूपी में चमार, महाराष्ट्र मे महार, पंजाब, कर्नाटक, तामिळनाडू, कूच स्टेट ने तो वर्गीकरण भी कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने उसे भी आज कंटिन्यू करने के लिए कहा है.
बाबासाहेब आंबेडकर ने रीजर्वेशन देते वक्त ही ऐसा करना चाहिये था. सारे एक रहेंगे सेफ रहेंगे ये सोचकर शायद बाबासाहेब आंबेडकर ने नही किया. लेकिन जिनकी संख्या ज्यादा वही दलित दलितो का सारा रिझर्वेशन खा जाते थे. दुसरे भुके दलितोने देश आजाद होने के बाद सेवेंटी सेवन 77 इयर्स आवाजे लगाई. तब जाके माय बाप मोदी सरकार, सुप्रीम कोर्ट ने ये डिसिजन लिया. मजे की बात तो ये है. जो दलित सुप्रीम कोर्ट में जज है. और सात जजो के पॅनल मे भी है उसी ने दलितो मे क्रिमिलियर का प्रस्ताव रखना ये बहुत ही अद्भुत बात है. सारे दलितो की हालत सुधारने के लिए इसकी जरूरत भी थी. जो क्रीमिलेयर है वो ओपन ग्रुप में फॉर्म भर सकते है.
मै समझता हु सब लोगो ने इसका स्वागत करना चाहिए. सभी राज्यों ने इसकी अग्वाही स्टार्ट विथ immediate इफेक्ट करना चाहिए.
अब यूपीएससी मे से इंटरव्यू प्रोसेस को खतम करने के लिए. ड्रॉप करने के लिए. सरकार को कहना होगा. सरकार नही सुने तो कोर्ट मे जाना होगा. इंटरव्यू के नाम पर यूपीएससी मे दलितो के साथ बहुत नाईन्साफी होती है. जस्टीस गवई मे इसके उपर कुछ कहना चाहिये था.
थँक्स
KBSGP
न्यायमूर्ति श्री डी. वाई. चंद्रचूड़ कई मामलों में अपने सभी पूर्ववर्तियों से काफी अलग हैं। ऐसे में, इस देश के नागरिक अपेक्षा करते हैं कि वे न्याय के सर्वोच्च पद को छोड़ने से पहले न्याय के लिए कुछ करके जाएँ। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि न्याय हमेशा कायम रहे और कोई भी शक्ति न्याय को पराजित न कर सके, जिसके लिए न्याय के सच्चे संरक्षक ही न्यायाधीश की कुर्सी पर बैठ सकें। उन्हें पद छोड़ने से पहले मुख्य लंबित मामलों का भी निपटारा कर देना चाहिए ताकि लोगों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हो सके और वे भ्रष्ट राजनीतिकों द्वारा मूर्ख बना कर ठगे न जाएँ।
Systems of selection of Supreme court should be changed,,,,collegium abolished...selection from public
नीट यूजी का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण।
नीट यूजी पर जो फैसला सुनाया सत्ता के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशन पर किया जो सुप्रीम कोर्ट की विश्वनीयता को तार तार कर दिया ।चंद्रचूड़ का ये फैसला सुप्रीम कोर्ट की विश्वनीयता पर काला धब्बा के में अंकित होगा।😢😢😢
Short service long promotion यह भारत देश का कमाल पिऊन बनने के लिए प्लस टू पास होना चाहिये जिनको अपने बाबा का आशीर्वाद
Needs reform to protect this country.
Poribar bad ki ek Best Example
कॉलेजियम सिस्टम को जबरदस्ती बंद करना पड़ेगा जब तक यह व्यवस्था रहेगी तब तक गरीबों को न्याय नहीं मिलेगा
जजों के लिए भी अलग से नियुक्ति आयोग बनना चाहिए। जिसे सुप्रीम कोर्ट में भी भाई भतीजावाद समाप्त हो सके।
जुगाड़ू सिस्टम पर नियुक्ति चल रही है हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में ।
Collegeumi judges सबके सब bhrast होते हैं ये अयोग्य लोग खानदानी होते hain जो asambaidhani है
Best wishes and regards for the country as retirement and development in judicial system and appreciated judgement Ji
Cji कोई भी बने देश हित सर्वोपरी रहे। किसी राजनैतिक पार्टी या दल के दबाव या प्रलोभन का शिकार न बने, अन्यथा देश व्यवस्था चरमरा जायेगी।
देश को विकसित भारत के सपना को पूरा करने के लिए कानून क्रान्ति की सख्त दरकार है
CJI should be quick & not biased. As we seen in neet conclusion
Excellant working of c.j.i. will be remembered in India for his justice .
पूरे खानदान की जानकारी ,,,,
यू यू ललित,, डी वाई चंद्रचूर्ण,,संजीव खन्ना,,और बेला त्रिवेदी जी की कार्यशैली सत्ता समाज को बेहद हितकारी हे
No parivar parampra continue . No collegium. Must be delete from constitution
Constitution nowhere says Collegium selection of judges.
It is one more contribution of desh drohi Congress.
Now desh drohis are ruling the country from SC.
WE HAVE GREAT HOPE ON JUSTICE B V NAGARATHNA, TO BE THE FIRST WOMAN CHIEF JUSTICE OF INDIA. 🎉🙏🎉
अगर सोचे तो देश में 6 करोड़ मुकदमे पेंडिंग है और अपने ही परिवार के जजों के स्तर पर छोड़े हुए । इन परिवार वादियों को आजीवन पद पर बने रहने की व्यवस्था हो ।
Ha tu to nyay ka devata hai agar koi kand Kiya to khud surrender karega ya acha vakeel karke akhiri sans tak case ladega😂
Puriki puri TEAM colejiam ki DEN he.
कॉलेजियम व्यवस्था न्यायालय में समाप्त होना चाहिए। यह स्वस्थ निर्णय का परिचायक कभी नही हो सकता
न्यायाधीश नियुक्ती सिस्टम बदल देना चाहिए और यु पी एस्सी के द्वारा होनी चाहिए.
SUPREME COURT CJI is the highest pillar of India to save the democracy and the constitution.
सब से अचछा न्याय धिस है
Indian judicial service should be introduced rather than collegium
Abolish Collegium scam
Thanks F ❤
Bhut badiyaa jankari hu dhanwad
We people of India want an honest, impartial to ruling govt, with innovative ideas, attitudes against corruption as CJI OF INDIA
He has proved himself to be one of the strong CJI.
हिंदुस्तान का सबसे भृष्ट जस्टिस नवम्बर 24 में भारत के सी जे आई के पद पर बैठेगा !
देश में बहुत ग़लत प्रकिया है CJI चुनने की न कोई परीक्षा सिर्फ सिनियर होता है।
Achhi bat hai sir.
विश्व भर में भारत ही अकेला एसा देश है जहाँ राजतंत्र चलता है सवर्ण जातीयां ही जज बनती हैं और जनता को अपने हिसाब से न्याय करती हैं। इसी लिए आजादी से लेकर आज भी हमारा दे बिश्व में सबसे पिछे है
sc st creamy layer par faisla denewala ek sc tha
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
सबसे पहले हम सभी सनातनी हैं यह स्वर्ण जाति फलानी जाति ठिकानी जाति का बंटवारा छोड़िए यह सभी विदेशियों द्वारा हम पर राज करने के लिए डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है और सबसे बड़ी चीज संविधान के पिता ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी हैं इससे बड़ा सम्मान और क्या चाहिए
कॉलेजियम सिस्टम खतम करो 😮😮😮😮😮। जजों की नियुक्ति न्यायिक प्रक्रिया द्वारा होनी चाहिए 😮😮😮😮। नेपोटिज्म खतम करो 😮😮😮😮।
मोदी को नवंबर में सुप्रीम कोर्ट के बाहर से कोई काबिल व वरिष्ठ वकील, जैसे हरीश साल्वे तुषार मेहता इत्यादि,को सीजेआई बना देना चाहिए। लाइन में जज़ है, यदि प्रोटेस्ट में इस्तीफा देते हैं तो तुरंत उनका इस्तीफा स्वीकार कर लेना चाहिए । सभी कॉलेजियम से छुट्टी मिलेगी।
Present CJI Chandrachud is the great unfettered and forthright best judge in the country. Such a judge is rare in the world. He is a great asset for the country. His tenure as CJI needs to be extended by atleast 3 further years so that he can streamline the judicial administration systematically in our great democracy. He is a great legend in legal fraternity. Hats off to him.
अलविदा चंद्र चूड जी।
Justice khanawill be CJI( curept justice of india).
Whoever sits as CJI must forget whose father or any family member was with any party and must give justice in namevof God..
ये तो परिवार वाद की भ्रस्ट लिस्ट है तो सही न्याय की कोई आशा करना बैमानी है
Right thinking people are scared of these guys.
Sabse bada udaharan bhai bhatija baat ka supreme court
संविधान ही श्रेष्ठ आत्मनिर्भर ईतिहास लिखेगा श्रेष्ठ नरेंद्र श्रेष्ठ आदित्य कै अगुवाई में यै या कोई और 🙏🚩
To replace him, it is not that easy .Well balanced personality .
कौलेजियम बंद हो
Worst system in court it must be changed
Good presentation.
चन्द्र चूड़ ने अपने सभी फैसले कानून और संविधान की सही व्याख्या और भावना के अनुसार नहीं किये बल्कि अपने पूर्वाग्रह, पूर्वधारणा और भविष्य में अपनी छवि को ध्यान में रखते हुए किये है जो कि लगभग सभी देश हित और समाज हित के विपरीत किये हैं । धिक्कार है ऐसे जज पर ।
Mata pita desh hi hai. Khub seva Karo desh ki
Bhai ji aapko salam
Bharat ka sada hua Kanoon Keval garibon ke liye
जनता-जनार्दन, राजनेता और सरकार:
1. जब जनता में से कोई भी व्यक्ति कोई बेईमानी या अपराध करता है तो वह पकड़ा जाता है और फिर उसे सरकार के कानून के अनुसार सजा मिलती है।
2. लेकिन, जब कोई राजनेता, कोई बेईमानी या अपराध करता है, तो वह सोचता है कि वह बहुत चालाक है, सर्वशक्तिमान है, या वह स्वयं भगवान है, अजर है, अमर है, इसलिए वह कभी किसी के द्वारा पकड़ा नहीं जाएगा।
3. तब उसकी इस सोच को अहंकार का नाम दिया जाता है लेकिन वह अपने अहंकार को कभी स्वीकार नहीं करता।
4. फिर एक दिन उसके लिए कयामत की रात आती है, और तब जनता-जनार्दन जागती है, और फिर जनता-जनार्दन उसे आसमान से उठाकर जमीन पर फेंक देती है, तब वह खुद अपनी ही सरकार के बनाए कानून से डरने लगता है और तब उसकी सारी चालाकी धरी की धरी रह जाती है।
5. देखना यह है कि हमारे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, संघ-प्रमुख, धनी-वित्त-मित्र और प्रिय-चुनाव-आयुक्त का क्या होगा, क्या वे अडिग रहेंगे, स्थिति का सामना करेंगे या भाग जायेंगे?
राजनेताओं पर एक सिद्धांत हमेशा काम करता है:
1. 'जैसा बोओगे वैसा काटोगे', दूसरे शब्दों में अगर आप अच्छा करेंगे तो अच्छा होगा या फिर अगर आप बुरा करेंगे तो बुरा होगा।
विचारधारा: किसी भी
Amazing
❤❤❤ congratulations ❤❤
देशभक्त जब तक मेमने रहेंगे,तब तक भाई भतीजावाद चलेगा ।
न्यायमूर्ती की नियुक्ती के लिये exam होना आवश्यक हैं.
कोलेजियम सिस्टम के बजाय जजो को प्रतियोगिता के आधार पर रखना चाहिए।