Radio Play - Teen Khamosh Aurate by Saadat Hasan Manto

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 16 апр 2020
  • #AkashvaniAIR
    #Akashvani #AIR
    #RadioNatak
    तीन ख़ामोश औरतें (16.4.2020)
    सआदत हसन मंटो एक सोच है, अफ़साना है, कल्ट है, दीवानगी है, दर्द है | मंटो पर मुक़दमा चला, उनकी कहानियों को अश्लील कहा गया लेकिन वो अपनी कला की सच्चाई के हक़ में लड़ते रहे | उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप के बंटवारे के एक सबसे मार्मिक कथाकार के रूप में भी जाना जाता है | उनकी कहानियाँ इंसानियत के पतन और समाज की गंदगी का बेलौस और विचलित करने वाला दस्तावेज़ हैं और साथ ही जीने की कला सीखने का मंत्र भी |
    उनकी एक चर्चित और बेमिसाल कहानी है - तीन ख़ामोश औरतें | तीन औरतें - अलग-अलग परिवेश , सोच, मूल्य और समाज का प्रतिनिधित्व करती हुई लेकिन समानता यह है कि अन्तर्मन की परतों में तीनों के दुःख-दर्द की टीस और खुशियों की मुस्कान एक-सी | क्या होता है जब तीन औरतें एक साथ बैठी हों ? क्या ख़ामोशी की गूँज ऐसी होती है जो सब बयां कर दे ? इस नाटक में सब है - सभ्य समाज का घिनौना सच, भरपूर हास्य और तीन ख़ामोश औरतों की कहानी | हम तो यह सोचते रहे कि चुप्पी या ख़ामोशी का अर्थ ‘हाँ’ या ‘ स्वीकृति ‘ होता है लेकिन मंटो का अंदाज़ ही कुछ और था ! मंटो ने बताया कि ख़ामोशी का अर्थ, दर्द भी होता है , जीवन का कड़वा सच भी होता है , पीड़ा भी होती है और तकलीफ़ों के बीच मुस्कुराने का साहस भी होता है | अपने ढेर सारे आयामों की वज़ह से यह नाटक , एक मंचीय नाटक के रूप में भी कभी प्रसिद्द रहा है |
    Writer : Saadat Hasan Manto
    Director : Kajal Suri
    Artists : Suchitra Gupta, Mala Kumar, Sharada Gupta & Mangat Ram Bana

Комментарии •