राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।::-संतों की वाणी::-दोहा::-दया भाव हृदय नहीं, कोरा ज्ञान थके बेहद। ते नर नरक ही जाऐगे, सुनी सुनाई साखी शब्द।।01।।:-भावार्थ:-कुछ लोगों में ना दया होती है और ना हमदर्दी, मगर वे दूसरों को उपदेश देने में माहिर होते हैं। ऐसे व्यक्तियों को उनका निरर्थक थोथा ज्ञान नर्क के द्वार पर ही लेकर जाता है।।01।।:-दोहा:-लखचौरासी कटे मिटे काल की पीडा। जो सुमिरे अखंड सारशब्द को कबीरा।।02।।:-भावार्थ:-कबीर सुजान का अखण्ड सारशब्द की अपने चित्त में जो जन निरंतर सुमिरण करता है। उसके लखचौरासी के सभी काल बंधन सहज में ही कट जाते हैं। वह अंत समय परममोक्ष की गति को प्राप्त कर लेता है।।02।।:-विशेष:-जब मनुष्य जन्म लेता है तब उसके पास सांसे तो होती हैं। परंतु उसके पास नाम नहीं होता और जब मनुष्य की मृत्यु होती है तब उसके पास नाम तो होता है परंतु सांसे नहीं होती। इसी सांसो और नाम के बीच की यात्रा को जिन्दगी कहते हैं। जिन्दगी मानव की तभी सार्थक कहलाती है जब जिन्दगी के साथ परमात्मा का प्रबोध भी हो। जिन्दगी जीनी है तो हर हाल में चिंतनशील होना होगा। खुशी हो या गम हर माहौल में रहना सीखना होगा। इसका सरल सुलभ उपाय है कि परमात्माराम नाम अखण्ड सारशब्द को समय के परम भेदी नांद गुरु साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र के सतसंग बातचीत रोज यूट्यूब और फैश बुक पर सुन समझकर, परमात्माराम नाम का साक्षात्कार अपने चित्त में घर बैठे बिना खर्च के प्राप्त करलो। तुम्हारा मानव जीवन का उद्देश्य पूर्ण हो जाऐगा।।03।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
Sat sahib ji
Saprem saheb bandagi saheb bandagi saheb ji 🙏🌹🙏🌹🙏
सत कबीर साहेब....👏👏👏
Sahib Ji nemn
Saheb bandgi saheb 🙏🙏🙏🌹
Jai Shree SeetaRam Aum.
सादर हार्दिक स्वागत, राम नाम ही सत्य है,परमात्मा है।
अति अदभुत विवरण के लिये धन्यवाद 🙏
Jay satgurudev ki jay
Sundar
Parmatma me sub Ji v vo remya ram par karega
Konse Ram ko sumre parmatma Ram
उरमीलादा सी पूर्ण ब्रहम कबीर साहब की जय हो सतसाहेब
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।::-संतों की वाणी::-दोहा::-दया भाव हृदय नहीं, कोरा ज्ञान थके बेहद। ते नर नरक ही जाऐगे, सुनी सुनाई साखी शब्द।।01।।:-भावार्थ:-कुछ लोगों में ना दया होती है और ना हमदर्दी, मगर वे दूसरों को उपदेश देने में माहिर होते हैं। ऐसे व्यक्तियों को उनका निरर्थक थोथा ज्ञान नर्क के द्वार पर ही लेकर जाता है।।01।।:-दोहा:-लखचौरासी कटे मिटे काल की पीडा। जो सुमिरे अखंड सारशब्द को कबीरा।।02।।:-भावार्थ:-कबीर सुजान का अखण्ड सारशब्द की अपने चित्त में जो जन निरंतर सुमिरण करता है। उसके लखचौरासी के सभी काल बंधन सहज में ही कट जाते हैं। वह अंत समय परममोक्ष की गति को प्राप्त कर लेता है।।02।।:-विशेष:-जब मनुष्य जन्म लेता है तब उसके पास सांसे तो होती हैं। परंतु उसके पास नाम नहीं होता और जब मनुष्य की मृत्यु होती है तब उसके पास नाम तो होता है परंतु सांसे नहीं होती। इसी सांसो और नाम के बीच की यात्रा को जिन्दगी कहते हैं। जिन्दगी मानव की तभी सार्थक कहलाती है जब जिन्दगी के साथ परमात्मा का प्रबोध भी हो। जिन्दगी जीनी है तो हर हाल में चिंतनशील होना होगा। खुशी हो या गम हर माहौल में रहना सीखना होगा। इसका सरल सुलभ उपाय है कि परमात्माराम नाम अखण्ड सारशब्द को समय के परम भेदी नांद गुरु साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र के सतसंग बातचीत रोज यूट्यूब और फैश बुक पर सुन समझकर, परमात्माराम नाम का साक्षात्कार अपने चित्त में घर बैठे बिना खर्च के प्राप्त करलो। तुम्हारा मानव जीवन का उद्देश्य पूर्ण हो जाऐगा।।03।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
सत्य वचन साहब राम जी तो रोम रोम में रमण कर रहे हो राम है तो हाथ उठ रहा हो राम है तो पैर चल रहा है
Jai Shree Ram ji 🙏
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
Sat Nam nif can do sumrn
Ram ram
Jai Shree SeetaRam Aum.