सही मे सुन तो रहे हैं पर समझ नही रहें क्यू की बुझाने वाले एक ही कबीर है और जलाने वाले पूरा मुल्क है इसलिए संभव नही है ये असंख्य जीवो में से आप और हमे सुनने को मिला वो भाग्य की बात है
जिंदगी में जिंदगी का राज जान लेना चाहिए। फिर ग्रन्थों के चक्कर में क्यों ? फिर ग्रन्थों के सार सुना रहे हैं।। दार्शनिकों के चक्कर में भी पड़े हैं । ग्रन्थों और दार्शनिकों के पीछे जाने भेंड़ ही हुआ जा सकता है। इंसान होने के अपना रास्ता स्वयं बनाना होगा । किसी के बनाए हुए रास्ते पर चलना मनुष्य या इंसान का काम नहीं ।
E swar hai ya byanjan ki pathshala, jo inshan ne granthon ki rachna kar sabke samne prastut kiya hai. Apki vani ati uttam avom anukarneey hai. Sadhuvad. Sahib bandgi, bandgi saheb ki.
Antter suddh ho jaayega. Swadosh ko Jaan Lena aur charitra suddh aur pavitra ka path ko pakkadna hey yeh aakey aashir vachan ko hamesha mannan karta rahunga. Khub khub aabhar.. Sadd gurudev bhagvaan ko satt satt Naman hey.
कबीर जैसा सन्त कभी दुबारा नही पैदा होगा उन जैसा बेबाक क्रांतिकारी विचारों वाला कोई नही हुआ जब से सन्त पैदा होने शुरू हुए मेरे लिखने तक भी कबीर का कोई मुकाबला नही कर सकता
भीड़तंत्र भेड़तंत्र भगदड़तंत्र भोगतंत्र भ्रष्टतंत्र दलालतंत्र ने मानवीय बुद्धि को जातिवाद संप्रदायवाद वंशवाद भाग्यवाद पाखंडवाद तिकड़मवाद जुगाड़वाद पलायनवाद बाजारवाद व्यक्तिवाद मे फंसा कर शरीर की जरूरत से शुरू होकर दैहिक दैविक भौतिक पाप ताप संताप मे झुलसा कर अंततः श्मशान मे राख हो जाता है.....
बिल्कुल सत्य कहा था, गुरु नानक देव जी ने, कबीर साहब ने, बुद्ध, महावीर भगवान ने, स्वामी विवेकानंद, स्वामी रामतीर्थ जी ने... अनेक अनेक संतो ने कितनी अनुभव की बात पहले से ही बोल दी थी.... के सतगुरु के जाने के बाद ये चेले जितना खराब करते उतना एक अज्ञानी इंसान भी नही... बुद्ध के जाने के बाद उसके अनुयाईइयो ने बुद्ध धर्म का नक्शा ही बदल दिया, यही सिख धर्म में भी हुआ गुरुनानक जी के जाने के बाद, यही जैन धर्म में हुआ महावीर जी के जाने के बाद.... हालाकि उन्होंने कोई अलग अलग धर्म बनाया भी नही था ये भी उनके जाने के बाद उनके चेलों ने बनाए.. क्योंकि अंधा इंसान केवल अंधी बात ही करता... महापुरुष शिखर और अंदर के अनुभव की बात करता और ये चेले किताबो से या अपनी अंधी बुद्धि से अपने leval की बात करते जितनी इनकी समझ होती... तभी आज इतनी धार्मिकता होते हुए भी हर इंसान दुखी और अज्ञानता में जी रहा क्योंकि इन चेलों ने सारा प्रचार ही गलत कर दीया... उन संतो के उपदेश क्या थे और इन अंधे लोगो ने उनकी बातों को तोड़ मरोड़कर अपने हिसाब से धर्म खड़े कर दिए.. और आम इंसान जिसको पता ही नही धर्म अध्यात्म का वो बेचारा इनकी बातों में आ जाता...... तभी ऐसे अंधे गुरु जो केवल झोला छाप है जिन्होंने केवल किताबो से थूक चाट रखी वो हमेशा खुद को ठीक और दूसरे गरंथो को गलत बताते.....
Kabir to kalnirnaja ke aage apahija hai bijak ke anusar rakshah se darta hai zoot mat bol bhik mangane ke aur bhi tarike hai sidha bata na aahe hokar jio ghuma ke mat batao parmatma thik nahi kar sakta to Kabir thik kar sakta ha as you said faltu
साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुर्जर टोंक राजस्थान
Saheb bandgi
Sahib bandagi Sahib bandagi Sahib bandagi
Saheb Bandgi. Very nice
Jay gurudev
जय गुरुदेव।
Sadguruv nmh saheb bandgi 3
कबीर बहुत बड़े ज्ञानी हुए लेकिन आज का संसार उनके उपदेश को 10ं 12 पर्सेंट लोग ही मान रहे होंगे
सही मे सुन तो रहे हैं पर समझ नही रहें क्यू की बुझाने वाले एक ही कबीर है और जलाने वाले पूरा मुल्क है इसलिए संभव नही है ये असंख्य जीवो में से आप और हमे सुनने को मिला वो भाग्य की बात है
साहिब बंदगी बहुत सुंदर प्रवचन साहब साहब बहुत बहुत नमन आपको बंदगी साहिब
Thank you🌹❤🌹❤🌹❤
जिंदगी में जिंदगी का राज जान लेना चाहिए। फिर ग्रन्थों के चक्कर में क्यों ? फिर ग्रन्थों के सार सुना रहे हैं।।
दार्शनिकों के चक्कर में भी पड़े हैं । ग्रन्थों और दार्शनिकों के पीछे जाने भेंड़ ही हुआ जा सकता है। इंसान होने के अपना रास्ता स्वयं बनाना होगा । किसी के बनाए हुए रास्ते पर चलना मनुष्य या इंसान का काम नहीं ।
बहुत प्रभावशाली और
ब्यवहारिक है
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
बहुत अच्छा प्रवचन पूज्य गुरुदेव को नमन
Bahut bahut dhanvadh Saheb bandagi ji
Pranaam aachaya
Thank you hart touching dhan kabirr ji jay kabir ji swami ji namaskar ❤
ALL SONGS RIGHT DARU DARU SESI DARU SONG KOON RELEASE KIYA WHAT PLANING JISKA BAAP UPARUDANE LAGA BETA DARU PIYEGA FAMILY FATHER LESS
ग्रंथो का ज्ञान अगर मनुष्य को मालिक ने नही। दिए तो फिर संसार में जो भी प्राणी आए उनमें पहला प्राणी किसने बनाया
સુંદર સંદેશ
Kabir kya parmatma kya sab raksho se dare huye the to kabir ya partma bada kaise huva
E swar hai ya byanjan ki pathshala, jo inshan ne granthon ki rachna kar sabke samne prastut kiya hai. Apki vani ati uttam avom anukarneey hai. Sadhuvad.
Sahib bandgi, bandgi saheb ki.
क्या ही उत्तम बीचार! बहुत-बहुत धन्यवाद।
Bandgi saheb
Sadgurdev, sahivbandagi.
Ram Ram satgubeb namha
Jay Shri Satyagrah Maharaj ki jai ho
BRAHMA KUMARIS FOUNDER DADA LEKHRAJ JI KALIK AVTAAR HAIN. (KYONKI UNKE UPR BAHUT JHUTHE KLNK LGE THEY.
Bandhi sahib ki, saheb bandgi.
Antter suddh ho jaayega.
Swadosh ko Jaan Lena aur charitra suddh aur pavitra ka path ko pakkadna hey yeh aakey aashir vachan ko hamesha mannan karta rahunga.
Khub khub aabhar..
Sadd gurudev bhagvaan ko satt satt Naman hey.
Sat Saheb ji Kabir is god
Excellent! Rain of infallible word making trees of mankind green and fruitful.well done the wise ancient.🙏💐
Gurugi sab upnisdo me our mantro ki book batiye dhanbad
Uncle aur uper uthie.khane pine se,achar bichar se uper uthie.for it study Bible.define eternal life.
सादर साहेब बंदगी साहेब जी 😊🙏🙏
कबीर जैसा सन्त कभी दुबारा नही पैदा होगा उन जैसा बेबाक क्रांतिकारी विचारों वाला कोई नही हुआ जब से सन्त पैदा होने शुरू हुए मेरे लिखने तक भी कबीर का कोई मुकाबला नही कर सकता
साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुजर टोंक राजस्थान
ज्ञान का केन्द्र किताबें नहीं होती
ज्ञान का केन्द्र अन्तः करण होता है
जिसमें अहसास और अनुभूतियों का समावेश रहता है।
भीड़तंत्र भेड़तंत्र भगदड़तंत्र भोगतंत्र भ्रष्टतंत्र दलालतंत्र ने मानवीय बुद्धि को जातिवाद संप्रदायवाद वंशवाद भाग्यवाद पाखंडवाद तिकड़मवाद जुगाड़वाद पलायनवाद बाजारवाद व्यक्तिवाद मे फंसा कर शरीर की जरूरत से शुरू होकर दैहिक दैविक भौतिक पाप ताप संताप मे झुलसा कर अंततः श्मशान मे राख हो जाता है.....
साहेब साहेब 🤲🤲🤲
सादर सप्रेंम साहेब बंदगी साहेब
महाराज जी कृष्ण के ऊपर आप क्या चरित्र का विश्लेषण करेंगे😮
Ok BaBa Ji
🌷🙏 पूज्य गुरुदेव जी को साहेब बंदगी साहेब 🙏🌷
सद्गुरु को प्रणाम आपके सतसंग से दिल को सुकून मिला नया सहारा मिला
बिल्कुल सत्य कहा था, गुरु नानक देव जी ने, कबीर साहब ने, बुद्ध, महावीर भगवान ने, स्वामी विवेकानंद, स्वामी रामतीर्थ जी ने... अनेक अनेक संतो ने कितनी अनुभव की बात पहले से ही बोल दी थी.... के सतगुरु के जाने के बाद ये चेले जितना खराब करते उतना एक अज्ञानी इंसान भी नही... बुद्ध के जाने के बाद उसके अनुयाईइयो ने बुद्ध धर्म का नक्शा ही बदल दिया, यही सिख धर्म में भी हुआ गुरुनानक जी के जाने के बाद, यही जैन धर्म में हुआ महावीर जी के जाने के बाद.... हालाकि उन्होंने कोई अलग अलग धर्म बनाया भी नही था ये भी उनके जाने के बाद उनके चेलों ने बनाए.. क्योंकि अंधा इंसान केवल अंधी बात ही करता... महापुरुष शिखर और अंदर के अनुभव की बात करता और ये चेले किताबो से या अपनी अंधी बुद्धि से अपने leval की बात करते जितनी इनकी समझ होती... तभी आज इतनी धार्मिकता होते हुए भी हर इंसान दुखी और अज्ञानता में जी रहा क्योंकि इन चेलों ने सारा प्रचार ही गलत कर दीया... उन संतो के उपदेश क्या थे और इन अंधे लोगो ने उनकी बातों को तोड़ मरोड़कर अपने हिसाब से धर्म खड़े कर दिए.. और आम इंसान जिसको पता ही नही धर्म अध्यात्म का वो बेचारा इनकी बातों में आ जाता...... तभी ऐसे अंधे गुरु जो केवल झोला छाप है जिन्होंने केवल किताबो से थूक चाट रखी वो हमेशा खुद को ठीक और दूसरे गरंथो को गलत बताते.....
कबीर को समझने के लिए, कबीर के स्तर की बुद्धि चाहिए, कबीर ने किसी को भी अपना शिष्य नही बनाया।
To shun all evil is understanding, the practical wisdom.
@@Devdiary123l
@@Devdiary123p
❤w😊 ch do😊 tc
Kum Gyan hai Tera tuze khechar ka gyan nahi tu aur Tera guru dekh le jara kedarnath Jake aaja tu English bol kar khud kya samzata hai
Kabir to kalnirnaja ke aage apahija hai bijak ke anusar rakshah se darta hai zoot mat bol bhik mangane ke aur bhi tarike hai sidha bata na aahe hokar jio ghuma ke mat batao parmatma thik nahi kar sakta to Kabir thik kar sakta ha as you said faltu
जय श्री राम।
कहीं बात थोड़ी कमजोर है।