चैतन्य की ओर गमन करने वाले सम्यग्दृष्टियों को मुमुक्षु कहा है, वही वास्तविक मुमुक्षु कहलाता है, तत्व चर्चा करना मुमुक्षु बनने का प्रयास है। सुन्दर चर्चा, अनुमोदना। जय जिनेन्द्र
सत्य वचन। साधक ही मुमुक्षु होता है। मोक्ष मार्गी कहो साधक कहो या मुमुक्षु कहो। एक ही बात है। चिंतन के बाद ही चिंतन रहित अवस्था होती है ।बस चिंतन तक ही रुक जाना नहीं है
सबको जय। जी ने द
Bhaut bhaut upkar hai
Jinwani maa ka to hai hi, lokik maa ka bhi jisne is marg par lagaya
Sàbhi ko jay jinendra
Jai Jinendra👍. Excellent work and explained. Dr. Dr. Jhaman mehta kota Rajasthan
🙏🙏🙏
👏👏👍
★JAI JINENDRA★
Shuddhatma➖
SN DHARMAPRASAD
BANGALORE.
🙏🙏🙏
चैतन्य की ओर गमन करने वाले सम्यग्दृष्टियों को मुमुक्षु कहा है, वही वास्तविक मुमुक्षु कहलाता है, तत्व चर्चा करना मुमुक्षु बनने का प्रयास है। सुन्दर चर्चा, अनुमोदना। जय जिनेन्द्र
सत्य वचन।
साधक ही मुमुक्षु होता है। मोक्ष मार्गी कहो साधक कहो या मुमुक्षु कहो। एक ही बात है। चिंतन के बाद ही चिंतन रहित अवस्था होती है ।बस चिंतन तक ही रुक जाना नहीं है
सबको जय। जी ने द