3 पांच भाव।।

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  • Опубликовано: 13 янв 2025

Комментарии • 4

  • @prabhanishar7213
    @prabhanishar7213 19 дней назад +1

    🙏🏻

  • @mumukshuorg3380
    @mumukshuorg3380 19 дней назад +1

    सिद्धों को दुख का ज्ञान है संसार मे होने वाले सभी परिणमन का ज्ञान है
    वेदन तो एक ज्ञायक भाव मात्र का है। अन्य कुछ भी नही।वो ज्ञायक तत्व अहम भाव से निःक्षाय रूप होने से पूर्ण वितरागभाव है , उसमे प्रगट हुई निराकुलता को ही वँहा सुख सन्धि है जो कि वास्तविक सुख भाव है उसी का उनको वेदन है अन्य कुछ भी नही।

  • @prabhanishar7213
    @prabhanishar7213 20 дней назад +1

    Please explain

  • @prabhanishar7213
    @prabhanishar7213 20 дней назад +1

    Siddhoo ko dukhka gyan hai but vedan nahi hai aisa ho sakta hai ?