Uttarakhand | क्या है चार अरब के Compensation का पूरा मामला? | Baramasa

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  • Опубликовано: 9 ноя 2024

Комментарии • 356

  • @Baramasa
    @Baramasa  2 года назад +12

    बारामासा को सपोर्ट करें:
    baramasa.in/subscribe/

    • @prabkalsi4187
      @prabkalsi4187 Год назад +1

      कृपया बारहमासा की टीम उत्तराखण्ड राज्य में पर्यावरण संरक्षण एवं वन्य जीवों के हित में उनकी आवाज़ बने। क्योंकि इस प्रकार तेज़ी से खत्म हो रहे पर्यावरण को बचाना मुश्किल हो रहा है।

  • @rajanijuyal
    @rajanijuyal 2 года назад +7

    इस तरह की रिपोर्ट कोई चैनल या अखबार न दिखाता
    बारामासा की टीम को बधाई जो खबरों के पीछे इतनी मेहनत कर रही है👍👍

  • @krishnakantkuniyal9954
    @krishnakantkuniyal9954 2 года назад +8

    क्या हम अपनी न्यायपालिका से उम्मीद कर सकते है की इन्हे अपना हक मिलेगा, न्याय मिलेगा। बारामासा की टीम का धन्यवाद किसी असहाय की आवाज़ हर कोई नही बन पाता।
    हमारे प्रदेश को रेल कनेक्टिविटी की जरूरत है,बिलकुल है। पर किसी गरीब का हक दबा कर हमे ऐसी रेल नही चलानी ।🙏🏻🙏🏻

    • @chauhanji6011
      @chauhanji6011 2 года назад +1

      कहा के गरीब 6 लाख इनकम वाला कहा से गरीब है

    • @pradeepsinghrawat974
      @pradeepsinghrawat974 Год назад

      ये बहती गंगा में हाथ धोने वालों मे से हैं।

  • @meANDpujju
    @meANDpujju Год назад +4

    जिनको सरकार ने पुरुस्कार देना चाहिए उनको कोर्ट में धक्के खिलाए जा रहे हैं,
    हमारा देश हमेशा एक विकाशसील देश ही रहेगा इन्हीं कारणों से

  • @Manishameenu-s6z
    @Manishameenu-s6z 2 года назад +4

    ghotaale hi ghotaale sab jagah.... aise kitne hi aur honge jin tak Media b nahi pahunchi hogi... baramasa team good luck....

  • @ankitrawat927
    @ankitrawat927 2 года назад +2

    Joshi ji ko insaaf mile .. aasha h baramasa ki team is issue pe aage hone wali karyawahi ko b dikhaegi. Shaandaar kaam.

  • @babitarana7364
    @babitarana7364 2 года назад +14

    अगर एक पेड़ से दूसरे पेड़ की दूरी 3 मीटर की होती है तो 100 पेड़ लगभग 300 वर्ग मीटर में लगते हैं और 7 लाख पेड़ लगभग 2100000 वर्ग मीटर में लगेंगे जो कि पूरे मलेथा की भूमि भी कम पड़ सकती है

    • @amvedin
      @amvedin 2 года назад +1

      Right on!!. This is a sponsored and committed video made by a Jholawala leftist probably trained in JNU.

    • @bikerbysoul6818
      @bikerbysoul6818 2 года назад

      Dil pe leli apne baat

    • @amvedin
      @amvedin 2 года назад +2

      @@bikerbysoul6818 I am seventy years old and have seen Uttarakhand mired in poverty forever because of corrupt leaders and a not-so-awake and hardworking population. On top of that when a video that is totally uncalled for is made, it makes me angry. The emphasis of the video was not on telling the truth but on raking up as much mud as possible to increase eyeballs for the video. This is despicable.

    • @harenderpaliwal1442
      @harenderpaliwal1442 2 года назад

      Sahi calculation Kari but kuch light sarvay team dwara calculation par bhi dalo ke satut ke 7 L tree hai waha

    • @arjunsinghrawat4483
      @arjunsinghrawat4483 2 года назад

      बगीचा नहीं है मैडम जी नर्सरी है अपना गणित लगाने से पहले वीडियो देख लो।

  • @missionima576
    @missionima576 2 года назад +3

    Such a wonderful video. Got to know the bad side of government. God please help him. Uk govt is so bad.

  • @rawatsandeep1
    @rawatsandeep1 2 года назад +3

    This should have been a national news...what a tragedy of a man vs State

  • @xyzind
    @xyzind 2 года назад +8

    इस इलाके को देखकर तो नहीं लगता कि वहां हजारों और लाखों पेड़ होंगे

    • @bunnybisht3993
      @bunnybisht3993 2 года назад +1

      @Piyush Vashisth bhai dekh dekh hi bde hue hai wha kheti hote the pedh toh dekhe nhi wha itne

  • @manojpaliwal4809
    @manojpaliwal4809 2 года назад +5

    जोशी जी मौसी जी की भूमिया निभा रहे हैं, इस रेलवे के प्रोजेक्ट में,सात लाख पेड़ लगाने के लिए जगह भी उस हिसाब की होनी चाहिए जो दिखती नहीं है। मिलना चाहिए मुआवजा पर इतना भी नहीं इतने में तो रेलवे अपनी रेलवे लाइन को पताल लोक से ले जाय।

  • @jaysuryakandari3850
    @jaysuryakandari3850 2 года назад +7

    सारे खेत बर्बाद कर दिए इन रेलवे वालों ने जब भी देहरादून जाता हूँ तो बीच मे मलेथा क़ी दुर्दशा देखकर बहुत दुःख होता है

  • @chandangusain3588
    @chandangusain3588 2 года назад +6

    एक सवाल ये भी है की अनिल जोशी जी ने जिस मलेथा यानी इंजीनियर स्वर्गीय माधो सिंह भंडारी जी के गांव की भूमि पर जो पेड़ उगाए उसके बदले वो जमीन के मालिकाना हक रखने वाले मलेथा गांव के निवासियों को क्या यानी कितना पैसा देते थे और यदि रेलवे की ओर से Copansation का चार हजार करोड़ मिलता है तो मलेथा गांव के निवासियों यानी भूमि के मालिकों को कितना मिलेगा क्योंकि आखिर पेड़ तो जमीन पर ही उगाए गए थे जो कि मलेथा गांव की है?

  • @brijeshkumartripathi7350
    @brijeshkumartripathi7350 2 года назад +5

    सारे पहाड़ पर क्या इनका बनामा था,10 साल में 10 लाख पेड़,भैया इतना बड़ा ग्रोथ क्या सिर्फ दुनिया में आप ही पेड़ लगाते हैं। अरे भाई देश के लिए सहयोग करो,क्या चाहते हो उत्तराखंड इस रेल परियोजना से वंचित रहे।खाना देख कर भूख लग गई।

    • @mohitbaloni2161
      @mohitbaloni2161 2 года назад

      Railway se kya ummed rkhte ho aap kya vikas hoga tumhara?
      Paryawaran ko jo nuksan hua uska Bhugtan krskta hai koi??????

  • @shankarjoshi8763
    @shankarjoshi8763 2 года назад +1

    Thank u so much team ,,, navnirman waki suru ho chuka hai uttarakhand ka ,,ase patrakarita ki liye ,,baramasa uttarakhand ka "lallontop " hai

  • @vinodmashi9667
    @vinodmashi9667 10 месяцев назад +1

    God bless u sir 🙏

  • @natureloverashunegi3122
    @natureloverashunegi3122 2 года назад +7

    Inta fraud...sb mile huye...hein.7 लाख पेड़ पूरे श्रीनगर तक भी पूरे नहीं होंगे

  • @Techdkrp
    @Techdkrp Год назад

    धन्यवाद बारामासा टीम... ❤

  • @Sanjay-eu3ly
    @Sanjay-eu3ly 2 года назад +5

    यह भी एक बहुत बड़ा घोटाला है कि वहां 700000 पेड़ थे भी जबकि शहतूत के पेड़ का कोई भी उपयोग नहीं है

  • @KhaasLog2023
    @KhaasLog2023 2 года назад +2

    Salute to Anil Joshi ji. Govt should pay him the desired amount along with interest.

    • @ManojSinghRwt
      @ManojSinghRwt 2 года назад +2

      भाई चुटिया बना रहा है लालची आदमी

  • @mountainsoul4306
    @mountainsoul4306 2 года назад

    Most underrated channel of uttarakhand 🔥🔥
    Wish u all the very best fr upcoming jrny sir ❤️🔥🔥🔥🔥🔥

  • @sonupanwar8190
    @sonupanwar8190 Год назад +3

    सर्वे तो 1900 में हो गया था ????2007....2008 में भी फाइनल सर्वे हुवा था तब महोदय ने सोचा मलेथा को टारगेट करो वाह 👌 10 साल के अंदर यानी 2012 से अब तक 10 लाख पेड़ लगा दिए ये भी सरासर झूठ है और अब 400 करोड़ कंपनसेशन चाहिए इनको।

  • @vijaygarhwali6367
    @vijaygarhwali6367 Год назад

    आपका बहुत-बहुत धन्यवाद...🌷

  • @chandrakantpatel4596
    @chandrakantpatel4596 Год назад +2

    He knows in future railways coming so plants trees he is smart guys

  • @shivprasadghildiyal5834
    @shivprasadghildiyal5834 2 года назад +7

    एकदम झूठ दिखा रहे हो, मलेथा मे भरपूर अनाज के भले ही खेत थे,परन्तु उस जमीन पर कोई पेड नही था। बचपन से देखता आया हू। लोगो को गुमराह करना बन्द करो।

  • @r.c.mishra5454
    @r.c.mishra5454 2 года назад +4

    जिस टीम ने सात लाख पेड़ों की गिनती की उनसे वसुली होनी चाहिए। जनता के टैक्स की बन्दर बांट का उदाहरण है। यह आदमी फा्र्ड है इसके चारा बिकास विभाग में किये काम की भी जांच होनी चाहिए। इस आदमी ने कुछ साल पहले दो खेत किराये पर लेकर पौधे उगाये लगाया कहीं नहीं।7 लाख पौधों के लिए तो मलेथा का पूरा गांव भी कम पड़ता।

  • @dhirendrad6128
    @dhirendrad6128 Год назад +2

    शहतूत ही यो है जिसके नीचे शंकराचार्य ने जोशीमठ में तपस्या की

  • @01.Ritesh
    @01.Ritesh 2 года назад +5

    जोशी जी आप बात को बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रहे हो । इतनी सी जगह में 7 लाख 14 हजार 240 पेड़ लगाना असंभव है। आपको न्याय मिलना चाहिए लेकिन 400 करोड़ की मांग किसी भी प्रकार से संभवते मुमकिन नही लगती । मैं आपकी बात से बिलकुल सहमत हु लेकिन रोजगार के चक्कर में आपने अपने आप को पूरी तरह बेरोजगार कर दिया है।

    • @benz4399
      @benz4399 2 года назад

      Kyun possible nahi hai? Wha pe jitne officers aaye the unhone khud gine hai wo paid...usme Railway officials bhi included hai.
      Legally ye bilkul sahi hai

    • @RightOne1
      @RightOne1 2 года назад +2

      @@benz4399 legally correct but physically impossible. Ye bhi jayega aur saath me wo officials bhi jinhone ye figure submit ki hain.

    • @sr9002
      @sr9002 2 года назад +2

      भाई साहब 7 लाख छोड़ो सिर्फ 700 या 7000 पेड़ों को गिन लो और पता लग जाएगा कितनी जगह घेरते हैं। और स्टेशन बनाने में कितनी जगह उपयोग की गयी।

  • @surajrana4217
    @surajrana4217 2 года назад

    Anchor ne Bahut aache se explain Kiya... Very good anchoring...

  • @pahadibhulaabisht3875
    @pahadibhulaabisht3875 2 месяца назад

    Appreciate your work... U r very goood intpreneur

  • @mayankbahuguna8936
    @mayankbahuguna8936 2 года назад +3

    जोशी जी बहुत मेहनती किसान, उनको उनकी मेहनत का इंसाफ मिलना चाहिए

  • @harnamsingh7071
    @harnamsingh7071 2 года назад +2

    There is great difference between "TREE" and "PLANT". So is great difference in cost of the "TREE" and "PLANT". For 7 lakh TREEs you need hundreds of acres of land which will be equal to many-many villages' land of plain areas, simply not possible in hills like Uttarakhand.
    These "so called trees (Ped) must have been few feet high small "PLANTS" (Paudhey) just like cheap plants sold by nurseries. So the rate must have been fixed at Rs.4/- per plant by govt. authorities. As for mother plant, every plant can be converted into "mother plant" with cloning technique. Apple being most expensive fruit, even apple plants are not as costly as Rs.2000/-, not even the imported ones from USA or Italy.
    There seems to "ghotala" also. As the narrator said that there was long standing demand for a railway station at this place. So this planter, must have planned his action considering that some day he will be paid compensation by railways. Please note he said he "took land on rent" that means the land was not his owned. That means his activity was not a normal farming activity as done by farmers on their own land but was shrewdly planned by taking land on rent at the proposed site of railway station. It appears he deliberately pre-planned everything to cheat the govt. railways. Why the hell he took the agriculture land on RENT at the place where railway station was being planned?
    Many people connected with govt who have internal knowledge of up-coming development schemes adopt this strategy of getting foot-hold in proposed development areas (by duping the ignorant local farmers), just to get huge compensation from govt. Such actions are fraudulent activity, which must be discouraged by all concerned.

    • @dronacharya6527
      @dronacharya6527 2 года назад

      Absolutely correct.. He is also not a local citizen..

  • @pvrtutorialallinone9012
    @pvrtutorialallinone9012 9 месяцев назад +2

    Khud ki matribhoomi ko chhod ke doosron ko roshni dikhane ka fal prapt hua..... Jitna clame kar rahe ho utne me to Uttrakhand me sarkar ban jaati h😂

  • @pradeepsinghrawat974
    @pradeepsinghrawat974 2 года назад +7

    शायद माधो सिंह भंडारी ने अपनी सारी भूमि जोशी जी को दान कर दी थी। 🤣🤣🤣🤣🤣

  • @dhirendrad6128
    @dhirendrad6128 Год назад +3

    इस रूट पर ज़ाहिर है अडाणी की ट्रेन ही चलेगी

  • @aloksinghnegi286
    @aloksinghnegi286 Месяц назад

    Salute sir aapko

  • @kpaswal0408
    @kpaswal0408 2 года назад

    Government soch rahi thi log abhi bhi agyan hain Kahan bechaare court ke chakar lagayenge.....but this is an example for them...god job Joshi ji👏i hope one day this vicious circle of corruption will end with the help of aware and brave citizens and offcourse by good journalism.

    • @MS-ne8se
      @MS-ne8se 2 года назад

      isme good job kya, Maletha aur uske aas pass itne gaon wale jinki jameen hai aur waha kewal rice and wheat ke khet hai. ek aadmi kumaon se aata aur 3 saal mei ded lakh ped laga dega railway survery kab hua. isse acha toh railyway station banna he nahi chahiye kyoki 400 crore lelo aur railway station k pass aur zameen hai usse bhi kharid k aur khud ki claim ki zameen pe kam se kam 100 crore k malls, shops, houses wgera bna lo station k pass hai hee. Gaon wale wahi k wahi. uttarakhandio ko developmet chahiye hee nhi wahi nadi, nale ped pathhar mei pade raho yeh mera woh tera. Ek bhi gaon ka koi aadmi dikha do jisnegaon ka vikas k liye ya school k liye khud ki jameen di.. meri khud ki jameen waha na rhte hue gaon walo ne road mei katwa di aur compensaion k naam pe pradhan se leke patwari khane aa jate.. ek ghar kya bana dala lockdown mei gaon ko laga ki kahi apni zameen na lene aa jaye sath dene wale kam aur yeh mera patthat yeh meri lakdi karne wale jyada mile aur kaam k naam pe bottle aur murga khila do.. agr apne pustaini ghar ko tootne du saap, bicchu ka ghar banne du toh accha but agr kuch naya ghar bana du toh problem kaha se paisa aaya kya kr rha. road se leke pani k nal tak theek karwau. uttarakhand mei ab samaghdar log kam hai kewal politics, free ka manrega mei khane wale, idhar ki baat udar karne wale jyada hai. jaha tak political parties ka sawal hai waha pradhan se leke, kshetra panchayat se leke MLA, MP sab wahi k fir bhi kyo nhi vikas ho rha because sabne apna ghar banana. waha k log kewal swarthi aur alasi hone lage isi karan majburi mei mughe bihar se mazdoor lane pade woh din dur nhi jab theke bihari, bengali lenge aur dutyal kaam karenge kyoki khet toh hamare banjar hai aur free ka khane ki adat. jis BJP ne uttarakhand banaya ussi k card pe ayushman yojna pe fayda le sakte but vote kewal jaati k naam pe aur ab toh bahar se angrejo ki arah AAP party ko baitha do..

  • @bhajanvenkatesh3386
    @bhajanvenkatesh3386 2 года назад +1

    Wonderful efforts

  • @junyaliuttarakhand
    @junyaliuttarakhand 2 года назад +2

    जोशी जी के साथ यह बहुत गलत हुआ है.
    लेकिन राहुल भाई आपने ये नहीं बताया कि ये 7 लाख पेड़ कितनी नाळी भूमि में लगे थे?

  • @devenkoranga4204
    @devenkoranga4204 2 года назад +2

    सरोजगार पैदा करने, पर्यावरण को बचाने और पहाड से पलायन रोकने की एक बड़ी मुहिम को जड से मिटा दिया गया और न्यायापालिका को भी ताक में रख कर ऐसे काम किये जा रहे है।

  • @Negi.kailash06
    @Negi.kailash06 2 года назад +15

    इनको compensation मिलना चाहिए लेकिन संतरे के हिसाब से सहतूत का rate possible नहीं लगता

    • @towardslove
      @towardslove 2 года назад +4

      Bhai inhone land ka compensation kyu nhi maanga... hahha..mai batata hu..Kyuki wo zamin unki nhi thi.Isiliye..Hum mae se kisi ne dhyaan nhi diya.. hahhaha...Jo survey karney aaya hoga usne phi bhagwaan jaane kitna khaya hoga..

    • @atul4you804
      @atul4you804 2 года назад

      @@towardslove haha haha haha kam kr

    • @shobhitkukreti
      @shobhitkukreti 2 года назад +2

      @@towardslove kyonki unhone lease par Li h. Aur rules kr hisab se we sahi hn

    • @benz4399
      @benz4399 2 года назад

      Kyun possible nahi lgta bhai? Ek legal reason batana jara??

    • @Sukoon630
      @Sukoon630 2 года назад

      सर् शहतूत का पेड़ फलदार और इसकी लकड़ी फर्नीचर में भी उपयोग होती है इसलिए कीमत ज्यादा हो सकती है।

  • @sunilkothiyalkothiyal5215
    @sunilkothiyalkothiyal5215 Год назад +1

    अब कौन बनेगा अरबपति सीरियल का प्रसारण इस घटनाक्रम के बाद कर दिया जाय काफी लोकप्रियता के आसार दिख रहे हैं।लेकिन हाट सीट पर कौन कौन बेठेंगे।व बिग बी का रोल कौन करेगा इस पर भी जबरदस्त राजनीतिक नुरा कुश्ती की संभावना भी नजर आ रही है।लेकिन कंप्युटर महाशय!जी बतायें ये मामला?

  • @bunnybisht3993
    @bunnybisht3993 2 года назад +1

    Apne so called jungle ka picture proof toh dijiye joshi ji humne maletha mai bss kheti dekhe hai itne pedh toh dekhe nhi

  • @chandiprasad3319
    @chandiprasad3319 2 года назад +1

    Joshi jee well done. Write it to PM0 office
    Even the fire wood will be more than 1000 rupees per tree.I Feel sorry for the administration for their cooperation (non) This is in our DNA
    Offer them 10 trees each ?

  • @shikhamamgai4259
    @shikhamamgai4259 2 года назад +1

    बहुत सुंदर मेरे परम आदरणीय बड़े भाई जी आपको मेरा सम्मान पूर्वक प्रणाम आपका पल-पल शुभ हो वास्तव में आपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है बहुत मेहनत की है मलेता के खेतों को आपने हरा-भरा करके रखा है आपने संतरे की बेटी भी लगाए शहतूत के पेड़ में लगाए किनू के पेड़ में लगाए कई बार तो मैं भी आपके यहां से कैन यू ु व संतरा के पेड़ लाया हूं तथा कोतवाली कीर्तिनगर में लगाए है आपकी मांग जायज है

  • @mrandroplaying
    @mrandroplaying 2 года назад +4

    Anyhow atleast 30 crores compensation toh banta he hai

  • @MrGaurav124
    @MrGaurav124 2 года назад +1

    7 lac saplings is very big amount and 1 lac above mother tree require atleast 50 hec land if 2000 plants per hec is taken in account. Land compensation he should in Crores Plus Saplings environmental cost.

  • @rawatproductions2504
    @rawatproductions2504 Год назад +1

    we want update on this case sir

  • @VictoriousVipin
    @VictoriousVipin 2 года назад +1

    सही जगह invest किया है जोशी जी ने, कई पीढ़ी का उद्धार हो जाएगा 4 अरब में
    😂😂😂

  • @PahadTalks
    @PahadTalks 2 года назад +1

    लाखों पेड़ तो हमने भी कभी नही देखे इस जमीन पर लाखों पेडों का मतलब है एक घना जंगल , हाँ लेकिन वाजिब मुवावजा मिलना चाहिए।

  • @babitarana7364
    @babitarana7364 2 года назад +6

    अगर नॉर्मल ही नर्सरी लगाओ तो एक नाली में लगभग 2000 पौध ही लग सकती है इस हिसाब से लगा लो 700000 पेड़ के लिए कितनी जमीन चाहिए होगी

    • @surjeetrawat3879
      @surjeetrawat3879 2 года назад

      1 नाली 240 गज की होती है 2000 पेड़ लगा के देखा दो फेकने कि भी हद होती है

    • @RightOne1
      @RightOne1 2 года назад

      @@surjeetrawat3879 नर्सरी में तो हो सकते हैं भाई छोटे छोटे पौधे।

    • @surjeetrawat3879
      @surjeetrawat3879 2 года назад

      ऐसी नर्सरी देखा देना जी जहाँ 10 लाख पौधे हो।बेन सिर पैर की बाते मत किया करो

    • @RightOne1
      @RightOne1 2 года назад

      @@surjeetrawat3879 10 लाख तो गप्प बाज़ी है। 1000 पेड़ रहे होंगे। दारू पिलाकर लिखवा लिया होगा।
      लेकिन 1 नाली में में खुद 4000 पौधे तक लग सकते हैं। 60X35 फ़ीट, लाइनों के बीच 1फ़ीट की दूरी और 6 इंच पर 1 पौधा। 4800 तक लग सकते हैं।
      मैं खुद 3500 लगा रहा हूं।
      HP में ऐसी बहुत सी प्राइवेट नर्सरी हैं जिनमे 5 लाख से ज्यादा सेब के पौधे बनाये जाते हैं।

  • @pradeepsinghrawat974
    @pradeepsinghrawat974 2 года назад +9

    जोशी जी सात लाख पेड लगाने में कितनी जमीन का उपयोग हुआ और कितने साल लगे। हमने तो कभी भी आते जाते इतना बडा बगीचा कभी नहीं देखा।

    • @vinodjuglaan2191
      @vinodjuglaan2191 2 года назад +2

      दरअसल जोशी जी अपनी एक पौध संवर्धनशाला चलाते थे।उनकी बड़ी नर्सरी है वहाँ।

    • @ashishgoswami4304
      @ashishgoswami4304 Год назад

      Bhai sahab aap kya sdm hai ya collector ho jo aap taang Ada rhe ho jab collector sdm sab ne documented kiya hai aap kaun ho bhai taang adane wale bhai

    • @pradeepsinghrawat974
      @pradeepsinghrawat974 Год назад

      @@ashishgoswami4304 अगर इतनी ही दिक्कत हो रही है तो सोसियल मीडिया पर क्यो अपना रोना रो रहे हो जनाब। DM, SDM के द्वारा ही अपने मसले को सुलझाइये।

    • @ashishgoswami4304
      @ashishgoswami4304 Год назад

      @@pradeepsinghrawat974 jnaab social media hai ye godi media nhi baaki agar Banda jhutha hua toh khud b khud hi expose ho jyega social media ko bhi bhakto ne kabjaa liya kya jnab 😁😁 logo ko bhi govt ka pata Lage hattsoff to him baki choro ko dikkat hogi iske yu unke saheb ko expose krne se 😁😁😁

    • @ashishgoswami4304
      @ashishgoswami4304 Год назад

      @shilpi s ye aap ilzaam laga rhe hai aapke paas koi proof h ya yu hi shigufa chor diya mam 😁😁😁 aap ki baat ek mjak h agar aap shi h toh court m challenge karo woh bnda proof with record gya usne court aur govt k fraud bhi expose kiya

  • @naveensinghsingh8293
    @naveensinghsingh8293 2 года назад

    Compensation itna too nhi pr ek esa amount jarur hona chahiye jisse anil ji puri jindgi aaram se bina kuch kiye kha paye...

  • @quotesthatmotivate
    @quotesthatmotivate Год назад +1

    जो कह रहे हैं उनके पास इसका पूरा record होगा ही । पहाड़ पर 10000 एकड प्लेन की तरह नहीं नापा
    जा सकता। इसलिए 10 लाख पेड होना कोई बड़ी बात नहीं है।

  • @kamalmishra5508
    @kamalmishra5508 Год назад

    Ye podhey kiski zameen par lagaye gaye thy.kya ye Anil ji ki zameen h.

  • @maxadventureholidays7550
    @maxadventureholidays7550 2 года назад +1

    This guy is a imposter.
    I respect his efforts that he must have put to develop the plants/trees, but asking for such a compensation is not justified.
    Ager har koi aisa compensation mangega to chal padi rail....

    • @towardslove
      @towardslove 2 года назад +1

      Aree land hi nhi thi khud ki..Nahi to land compensation bhi to dikhate

  • @yashwantsingh1701
    @yashwantsingh1701 2 года назад +1

    फलदार वृक्ष के साथ साथ उस ज़मीन पर धान की खेती होती थी। जो की 50% अभी भी है।

  • @umaraonegi7722
    @umaraonegi7722 Год назад +1

    Ye khna badi palayan wadi soch ha ki jo sochte han etne ped lg hi nhi skte ....bayee lg skte han hosla buland ho kam krke faida dikh rha ho ....me v bhahar se cherry or seb k ped lekr lgaye ..pr we bhuaskhalan ke vet chad gyee..

  • @MotoDostfilmy
    @MotoDostfilmy 2 года назад +3

    Main uttrakhand sey he hoon or maletha railway line jub aye the tub gaya tha waha 10 lakh to chodo maine 200 tree bhe nahi dekhey agar 10 lakh ped hotey to andhey ko bhe dekhtey
    Yeh ek propogenda video acha khasa kaam kar rahe hai bjp
    Karney do

  • @ravipaliwalvlogs
    @ravipaliwalvlogs 2 года назад

    aap jarur jeetoge sir .. sach kbhi haar nhi sakta

  • @songgodraper
    @songgodraper 2 года назад

    Keep fighting joshi ji

  • @vinodprasadnautiyal9689
    @vinodprasadnautiyal9689 2 года назад +4

    Uttarakhand ke logon ko bumi ki shi kimat koe nhi dena chahta medani log phadi logon ko our unki jmin ko jangali smajte hai,

  • @deevashistha
    @deevashistha 2 года назад +3

    प्रोपेगेंडा है। हमने तो ना देखे जंगल 30 साल हो गए आते जाते। नर्सरी के पौधों को गिना रहे हैं।
    हाँ रेतीली जमीन जरूर थी गंगा किनारे जो दिखने मैं बहुत सुंदर थी।
    झूटी खबरों वाले channels को रिपोर्ट करें।
    इनको अपने कॉमिशन से मतलब होता है बस

  • @mohanmanral5496
    @mohanmanral5496 2 года назад +3

    जोशी जी की नर्सरी थी या बगीचा

  • @RightOne1
    @RightOne1 2 года назад +6

    अब तो मुझे भी ये बात हजम नही हो रही है।
    1 नाली जगह में 250 गज भूमि होती है। जैसे पेड़ इन्होंने दिखाए है वैसे 1 नाली में मुश्कित से 5-6 ही लग सकेंगे। 3 लाख बड़े पेड़ों के लिए 50,000 नाली यानी 2500 एकड़ भूमि चाहिए, जो पहाड़ों में लगभग असंभव है। 7 लाख पेड़ों के लिए तो 6000 एकड़ चाहिए।
    2014 में इन्होंने पेड़ लगाए जिनको 2017 में यानी 3 साल बाद रेलवे ने काट दिए। पर 3 साल में इतने मोटे पेड़ तो संभव ही नही है, खासकर भारी लकडी वाले पेड़ो में। इतना मोटा होने में तो 8 साल लगेंगे। सिर्फ बांस इत्यादि में ही संभव है।
    10 लाख पेड़ काटने पर वहां पर काटी हुई लकड़ी का पहाड़ बन जाना चाहिए था। पर ऐसा कुछ भी नही दिखता है।
    उनके पास पेड़ों की कोई फ़ोटो वीडियो भी नही है। आजकल के जमाने मे कैसे हो सकता है। मोबाइल फोन तो होगा ही। 400 करोड़ की मांग जो कर रहे हैं!!😀
    ये तो सरासर भ्रष्टाचार का मामला लगता है। दारू पिलाकर 100 का 10 लाख लिखवा दिया होगा।

    • @pradeepsinghrawat974
      @pradeepsinghrawat974 2 года назад

      जोशी जी ।।।।।।मत बनाओ। 😉😉😉😉

    • @hiteshbisht5961
      @hiteshbisht5961 2 года назад

      ap sb bhi apni jgh shi ho skte hai parantu,
      meri nani ka gaon bhi maletha hi hai hai or main jb jb vha jata tha to inke lgaye huye trees itne the ki vo poora ak jungle bna hua tha jisme jaane k liye admi 2 baar soche!

    • @MounttKailash
      @MounttKailash 10 месяцев назад

      नर्सरी है। पैड के छोटे पौदे ।

  • @iamsbhattz
    @iamsbhattz 2 года назад

    I hope that this case will come up with a landmark judgement & prior to this, the man has to be compensated as well..

  • @V.n.s.v
    @V.n.s.v Год назад +1

    400 करोड़ का मुआवजा मांगना एक कोरी कल्पना है लेकिन अगर सुप्रीम कोर्ट जितने पेड़ काटे गए हैं उनके बदले पेड़ लगाने की जगह उनको दे दे तो इससे हमारा पर्यावरण भी बचेगा और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागृत करने के लिए एक अच्छा उदाहरण होगा

  • @c.loliya9566
    @c.loliya9566 2 года назад +9

    अरे भाई 4 अरब तो गंगा जमुना के दोआब के जमीन की कीमत नहीं है। मौज लो।

  • @ashokwaldia
    @ashokwaldia 2 года назад +1

    देवपुत्र की जय हो🙏

  • @knidhisemwal5433
    @knidhisemwal5433 2 года назад +5

    इन पेड़ो की पिक्चर नही शेयर की। 1लाख पेड । हमने नही देखे।

  • @gazu062
    @gazu062 2 года назад +1

    इस पूरे प्रकरण में सरकारी आफिसों में चलने वाले काले कारनामों में से होने वाले काम है।

  • @matbersingh7554
    @matbersingh7554 2 года назад +2

    भाई यहां पर हजारों लाखों पेड़ कब थे भाई इस बारे में बताओ

  • @rakeshpanwar5075
    @rakeshpanwar5075 2 года назад +2

    लाखों हजारों समझा नहीँ यहाँ कौन से पेड थे ये क्या ऐजेंडा फैलाया जा रहा है

  • @vineetrawatmerautarakhandv3012
    @vineetrawatmerautarakhandv3012 2 года назад +1

    Bhai ji sahab ki baat sahi hai lekin sahab ji govt mai rahe kya unko yha nahi pta tha ki yha sei purana serve bhee hai rojgaar Or vikas ke liye kuch balodan karna padega he warna wahe he reha utarakhand Or delhi chakar umar nikal jata hai

  • @prabkalsi4187
    @prabkalsi4187 Год назад +1

    अंधा विकास प्रकृति का विनाश 😢😢😮😮 क्या उत्तराखंड राज्य में ड्राई फ्रूट्स का उत्पादन नही बढ़ाया जा सकता था क्या यहां की पहा पहाड़ियों में गर्म मशाले नही उगाए जाते सकते थे । क्या यातायात के लिए rop वे का निर्माण नहीं किया जा सकता था। रेलवे लाईन बिछने से कितने जानवर और जंगल इसके भेट चढ गई होगे।

  • @parvatiyaproperties7899
    @parvatiyaproperties7899 2 года назад +1

    फिर कहते हैं स्वरोजगार करो । धांधली, धोखा, भ्रष्टाचार हर स्तर पर है ।

  • @sanjayrawat6580
    @sanjayrawat6580 2 года назад +2

    जब तक जोशी जी को सही मुवावजा नही मिल जाता हम ट्रेन नही चलने देंगे।

    • @rakeshpanwar5075
      @rakeshpanwar5075 2 года назад +1

      बेवकूफ मत बनो

    • @fithillboy1695
      @fithillboy1695 2 года назад +1

      Loda nhi chlne dega tu Joshi jayega tihad jail

    • @towardslove
      @towardslove 2 года назад

      @@fithillboy1695 😂😂😂

  • @tanojkumar7788
    @tanojkumar7788 9 месяцев назад

    Cutting off lakhs of trees for just a patch... Can't even imagine the blunder been done for the entire stretch... And govt talks about HAREET KRANTI..... Sad

  • @tarasingh2953
    @tarasingh2953 2 года назад

    It is impossible. First land is aquire then count the plants. As per space count plant as garden not nursery. Land measure as per space of plants. As per judgement favour to claiming party as record land and distance of growth plants.

  • @sobhituniyal4206
    @sobhituniyal4206 2 года назад +2

    Vote for U.K. D

  • @nirmalapokhriyal5381
    @nirmalapokhriyal5381 2 года назад +1

    Joshiji must get full compensation of his trees that has been cut by railways

  • @jsrddun3m150
    @jsrddun3m150 2 года назад

    Aap apne udesye mai jaroor sapal huge Joshi ji

  • @Artist_Never_Dies
    @Artist_Never_Dies 2 года назад +1

    बहुत दुख होता है यह देखकर 😣

  • @santoshpandey5254
    @santoshpandey5254 2 года назад +1

    150 पेड़ प्रतिदिन लगाने पड़े हुंगे और वो भी इतने बड़े हो गए 🧐

  • @theviewhindi8587
    @theviewhindi8587 2 года назад +4

    Sir ko phle hi pta tha ki railway line aane wali h ..
    En liye phle hi tayari kr li..😁😁😁
    Ap future ke ambani ho ....

  • @sahilgusain
    @sahilgusain 2 года назад

    Wat u have gone through is an absolute shame for our Govt!

  • @towardslove
    @towardslove 2 года назад +2

    Log kha rhe h ki sarkaar ne char dham pariyojna me 12000 lagaye..Sach hai..Magar State ne nhi balki Central Govt nae...State wala to pta hi nhi chalta kha kha diya... hahha

    • @MS-ne8se
      @MS-ne8se 2 года назад

      Maletha aur uske aas pass itne gaon wale jinki jameen hai aur waha kewal rice and wheat ke khet hai. ek aadmi kumaon se aata aur 3 saal mei ded lakh ped laga dega railway survery kab hua. isse acha toh railyway station banna he nahi chahiye kyoki 400 crore lelo aur railway station k pass aur zameen hai usse bhi kharid k aur khud ki claim ki zameen pe kam se kam 100 crore k malls, shops, houses wgera bna lo station k pass hai hee. Gaon wale wahi k wahi. uttarakhandio ko development chahiye hee nhi wahi nadi, nale ped pathhar mei pade raho yeh mera woh tera. Ek bhi gaon ka koi aadmi dikha do jisnegaon ka vikas k liye ya school k liye khud ki jameen di.. meri khud ki jameen waha na rhte hue gaon walo ne road mei katwa di aur compensaion k naam pe pradhan se leke patwari khane aa jate.. ek ghar kya bana dala lockdown mei gaon ko laga ki kahi apni zameen na lene aa jaye sath dene wale kam aur yeh mera patthat yeh meri lakdi karne wale jyada mile aur kaam k naam pe bottle aur murga khila do.. agr apne pustaini ghar ko tootne du saap, bicchu ka ghar banne du toh accha but agr kuch naya ghar bana du toh problem kaha se paisa aaya kya kr rha. road se leke pani k nal tak theek karwau. uttarakhand mei ab samaghdar log kam hai kewal politics, free ka manrega mei khane wale, idhar ki baat udar karne wale jyada hai. jaha tak political parties ka sawal hai waha pradhan se leke, kshetra panchayat se leke MLA, MP sab wahi k fir bhi kyo nhi vikas ho rha because sabne apna ghar banana. waha k log kewal swarthi aur alasi hone lage isi karan majburi mei mughe bihar se mazdoor lane pade woh din dur nhi jab theke bihari, bengali lenge aur dutyal kaam karenge kyoki khet toh hamare banjar hai aur free ka khane ki adat. jis BJP ne uttarakhand banaya ussi k card pe ayushman yojna pe fayda le sakte but vote kewal jaati k naam pe aur ab toh bahar se angrejo ki arah AAP party ko baitha do..

  • @rajmohanbhatt5265
    @rajmohanbhatt5265 2 года назад

    Yes you can achieve your goals
    Satya mev jayate

  • @rwtnavii5299
    @rwtnavii5299 2 года назад +1

    Apko justice milna chaheye .

  • @antriksX
    @antriksX 2 года назад +1

    At first i thought this channel is unbiased..but after seeing twitter handles of people behind this channel.. I have unsubscribed.. strong biases...I don't understand why there is no neutral journalist in this country.. every one have certain biases..I think, U people should employ UKD people..they will not win but atleast they can do better job to forward problem faced by Pahadis..

  • @tusharkathuria212
    @tusharkathuria212 2 года назад

    I like you content..

  • @bhardwajbhandari9376
    @bhardwajbhandari9376 2 года назад +3

    Ye Joshi b ...harsh dev Joshi lgre h.

  • @ravibisht8684
    @ravibisht8684 2 года назад

    Nice

  • @jagdishnautiyal437
    @jagdishnautiyal437 Год назад

    Beyond imagination
    Claim is not Justified. Huge land is required to do this type of task.

  • @snju1137
    @snju1137 2 года назад

    Y daru murga khilany k Baad count karway tree....😕😕😕😕

  • @Kripal4you9119
    @Kripal4you9119 2 года назад

    Ek case toh chal rha hai, uper se ek aur dusra case bna bhi chala diya, sab Golmaal hai Sir, inta bada compensation govt sayed he pay karny k mood m hai, warna R.s 4/- tree kyu rate lagate, forest m agar sahatoot ka tree ho toh Rs 45/- hai. Grade k according orange ki category m aata hai, case toh bnta hai sir, par lmba jayega 5 years toh already ho chuke hain

  • @ramdayalbhardwaj9401
    @ramdayalbhardwaj9401 2 месяца назад

    Jl nigm kotdwar ki jan Kari bhe dijiye sr

  • @kapilsingh5035
    @kapilsingh5035 2 года назад

    shi baat ek tree ki price lakhs main hoti hai inko justice milna chiye

  • @parveenchanderkhulbe2469
    @parveenchanderkhulbe2469 Год назад

    Jai ho tumhari daju...golu devta bhali karenge..satya maiv jayete 😢

  • @1990pundir
    @1990pundir 2 года назад +1

    Bhai ji ham maletha se he ha, apki pehli he bat galat ha , hajaro lakho ped to the he nahi waha, khet the kafi, ye boliye, ped to ranihat mai v ni the, waha v khet the viran pady huve😒😒😒😒