उत्तराखंड के लोगों के साथ घनघोर अन्याय हुआ है। इसके लिए सरकार व विपक्षी दोनों जिम्मेदार हैं। ऐसे जरूरी व महत्वपूर्ण खबरें जनता तक पहुंचाने के लिए आपका धन्यवाद।
सर पहाड़ी युवा में उद्यमशीलता की कमी है। वो दूसरे के लिए पूरी ईमानदारी से काम तो कर सकते है पर खुद रिस्क लेने में डरते हैं। मैं हरियाणा में रहता हूँ हरियाणा में एक बहुत बड़ी संख्या में युवा देहरादून, ऋषिकेश आदि शहरों में अपना काम खुलना चाहते है या फिर खुल चुके है। गलती कहीं ना कहीं हमारी भी है।
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
Isme wahi ha jo british govt ne hamre pahad area specially garhwal or kumauo ko tribal status diya hua tha jaal, jangal, jamin pe ham logo ka adhikar tha. Indian govt ne ham se wo china hai. Wahi ab schedule 5 or schedule 6 hai. Tribal se jamin koi nahi le sakta yaha tak govt bhi. Or harma reservation jo pahad ko abhi tak nahi mila wo bhi mielga
@@prashantbisht620वैसे ग्राम सभा (ग्राम वासियों, ग्राम प्रधान) को संविधान मैं *शेड्यूल 5* अंतर्गत कानून मैं संविधानिक अधिकार दिए गए है.. उत्तरांचल के सारे पहाड़ी, मूल वासी, नेटिव लोगो को *शेड्यूल 5* के.. साथ साथ कुछ आर्टिकल की जानकारी होना जरूरी है.. मूलवासियों को, नेटिव लोगो को, आदिवासियों को संविधान के अंतर्गत बहुत सारे मौलिक तथा कानूनी अधिकार दिए गए है.. आर्टिकल 13 (1) आर्टिकल 13 ( 3) आर्टिकल 19 आर्टिकल 53 आर्टिकल 244 आर्टिकल 245 आर्टिकल 395 आर्टिकल 372 Also read supreme court judgement in favour of native people.. Read indian stamp paper *India non judicial* India independence act 1947 Article (7 a, b, c) Government of India act 1935 Article 91 Article 92 (Excluded and partially excluded area)
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
@@harishsharma-gd6sn Bilkul sir. Ap sabhi logo ke efforts ki wajah se Uttarakhand ban paya. Aj Uttarakhand ki haalat achi nahi hai. Bahut outsiders a gaye hain. Abrahamic religions bhi. Neta Bhrasth hain. Khokhlapan a gaya hai. But hum dobara uthenge. Aur Uttarakhand ko restore karne ka prayas karenge. Jai Uttarakhand.
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
सब शरुआत से ही लुटने में लगे हैं और चम्मचो व चाटुकार दिन रात भ्रष्ट नेताओं की जयकार करने में लगे हैं ये चाटुकारिता वाले अपने बाप की कभी जय नहीं करेंगे पर इन बेशर्म नेताओं के गुणगान में लगे रहते हैं
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
This is my first time watching your video and I'm so impressed. Got your channel subscription. Keep up the good work of spreading the truth and showing what is real journalism.
बहुत बहुत धन्यवाद आप जैसे भले लोगों का कि देवभूमि उत्तराखंड की जरूरी खबरों को जनता के समक्ष रखना और संशोधन करना,,, बहुत ज्यादा जरूरी है कि देवभूमि उत्तराखंड में भू कानून लागू हो ओर उससे भी ज्यादा जरूरी हे कि उत्तराखंड में पलायन रोकना ओर अपने उत्तराखंड के लोगो को अच्छा रोजगार मिलना जो कि बहुत अच्छी तरीके से हो सकतl है उत्तराखंड सरकार को ये जल्दी ही करना चाहिए और करना होगा क्यों उत्तराखंड के यूवा बाहर जाए क्यों,,, जबकि देवभूमि उत्तराखंड इतना सक्षम हे ही ये उत्तराखंड के लोगों को रोजगार देने के बाद भी और दूसरे लोगों को रोजगार दे सके,
माननीय मनोज रावत जी ने अपनी जिम्मेवारी जिस ईमानदारी से निभाई, उन्हें मेरा प्रणाम 👏👏🌹🌹 काश सभी विधायक ऐसे होते. उनके प्रश्न भैंस के आगे बीन बजाने भर रहे. सत्तापक्ष ने अपने स्वार्थ के चलते उन्हें अनसुना किया, दुर्भाग्य है.
पहली बार ऐसी पत्रकारिता देख रहा हूँ। आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ। काश आपको देख कर और सुनकर कुछ को शर्म आये और सही बात को दिखाने की हिम्मत कर सकें ऐसी आशा के साथ आपको शुभकामनाएं
कुछ दिनों पहले हिमांचल के एक संत जो स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश मे साधना और समाज सेवा कर रहे थे कि कुटिया पर बुलडोजर चलाया और उन्हे कहा कि वापिस अपने प्रदेश जाओ जबकि हिमांचल मे उत्तराखंड के कई लाख लोग रहते हैं पर उत्तराखंड के लोग अब हिमांचल के लोगो से वही व्यवहार कर रहे है जो कश्मीर के आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितो से किया.
जो भी नेता इन घोटालों में शामिल होगा उनकी एक पीढ़ी खून के आंसु जरूर रोएगी😢 उत्तराखंड के उन सभी क्रांतिकारियों की आत्मा इन्हें कभी माफ नहीं करेगी जिन्होंने उत्तराखंड बनने पर अपना बलिदान दिया🙏
किसी भी देश या राज्य का उत्थान या पतन, विकास या विनाश देश या राज्य के नेतृत्व पर निर्भर करता है, राज्य के हितों के प्रति समर्पित हैं तो विकास अन्यथा परिणाम जनाकांक्षाओं के प्रतिकूल ही होगा।ऐसा ही उत्तराखंड का भी है। यहां के सशक्त भू कानून की स्थिति हो या 1950को आधार मानकर मूल निवास प्रमाण पत्र की स्थिति हो उत्तराखंड राज्य की सरकारों की कार्यशैली पर निर्भर करता है। सत्य को आमजन तक पहुंचाने और सच्ची स्पष्ट निष्पक्ष और निर्पेक्ष पत्रकारिता के लिए कोठियाल जी को साधुवाद। यहां की सरकारों ने तो पड़ोसी राज्य हिमाचल से भी सीख नहीं ली।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभकी सकारात्मक भूमिका निभानेकी आपकी कोशिश सराहनीयहै। सुनने में आ रहा है हरिद्वार में भी सहारा इंडिया की जो जमीन सरकार ने अपनी कब्जे में ली थी उसके निफ्टी मेंभी करोड़ों कीबंदर बाटहुई है। मजा है इस पर कहीं भी कोई चर्चानहीं है।
बहुत बड़े घोटाले का आपने पर्दाफाश किया,,,,आम जन तक जब ये बात पहुंचेगी तब ही आम आदमी को उत्तराखण्ड की हकीकत मिल पायेगी,,,,,, ये राज्य में खुली लूट है,,,,, इन माफियाओं की जड़ों में मट्ठा कौन डालेगी,,,,, जल्द ही उपचुनाव दिखा देगी,,,, दूध का दूध,,, पानी का पानी,,,, ❤❤❤❤❤
Great that you are talking about this issue. The entire area of George Everest has been privatised and a parking fare and entry fee of 200 is being asked , how ? Why? No idea. This used to be a Government managed land and now it has become a business for the company to exploit the people around it
@@MsKegg aisa kuch nahi hai supreme court ne sahi se li uski wo patanjali ka bakhaan dusri companies ko videshi or neecha dikhakar karta hai. loot machi hai sudhta ke naam pe
निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए धन्यवाद, उत्तराखंड को ऐसे लोगों और पत्रकारों की जरूरत है
Thankyou so much for your support 🙏🏻
@@Baramasakis baat ka support???
@@yshchauhan8428 thanks option ka support
बहुत खूब मान्यवर।
Beautiful washing machine party' to keep it out.
उत्तराखंड को आप जैसे निष्पक्ष पत्रकारिता की ही जरूरत है। धन्यवाद
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
ख़ुशी की बात है कि सच समझने और जन जन तक पहुंचाने की इच्छा रखने वाले आप जैसे पत्रकार अभी हैं।
Thanks
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
पत्रकारिता के वास्तविक स्वरूप से रूबरू करवाने के लिए धन्यवाद बारामासा 🙏👏
Thankyou so much for your support 🙏🏻
निष्पक्ष पत्रकारिता को सलाम
सर बीच-बीच में गढ़वाली भाषा के कुछ शब्दों में कटाक्ष करते हो वो बहुत अच्छा लगता है। फन और तंज दोनों एकसाथ
@@ManishSingh-vz7ue सभी उत्तराखंडी हैं। भाषा में कुछ ही शब्दों में अंतर है। कभी कभी गढ़वाली कटाक्ष गैर गढ़वाली ( उत्तराखंडी) के समझने में देर लगती है।
Bahut badiya.
Jahan likha mil jaye ki nishpaksh Patrakaar hai ,
Waha samajh jaana ko congress waalo ko rakhel hai
उत्तराखंड के लोगों के साथ घनघोर अन्याय हुआ है। इसके लिए सरकार व विपक्षी दोनों जिम्मेदार हैं। ऐसे जरूरी व महत्वपूर्ण खबरें जनता तक पहुंचाने के लिए आपका धन्यवाद।
ऐसी बेधड़क और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए धन्यवाद। 🙏
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
सर पहाड़ी युवा में उद्यमशीलता की कमी है। वो दूसरे के लिए पूरी ईमानदारी से काम तो कर सकते है पर खुद रिस्क लेने में डरते हैं। मैं हरियाणा में रहता हूँ हरियाणा में एक बहुत बड़ी संख्या में युवा देहरादून, ऋषिकेश आदि शहरों में अपना काम खुलना चाहते है या फिर खुल चुके है। गलती कहीं ना कहीं हमारी भी है।
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
मैं आपका रेगुलर फॉलोवर हूं, अच्छा लगता है आप निष्पक्ष आईना दिखा दिया करते हैं।
पहाड़ी निर्भीक आवाज़ को सलाम
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
Thank you for your unbiased reporting. कृपया बाक़ी लोग भी इनको सपोर्ट करे
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
Respect for independent journalism ❤❤🎉
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
कोटियाल जी आपकी निर्भीक, निष्पक्ष पत्रकारिता को दिल से सलाम... आप ऐसे मुद्दों को आगे बढ़ाते रहो हम सब आपके साथ है.. 🙏🙏
उत्तराखंड के मूल निवासियों अगर अपनी संस्कृति - जमीन बचानी है तो उत्तर - पूर्व और लद्दाख के लोगों की तरह उग्र होना पडेगा।
Schedule 5 jruri h
@@mr.nickey8517:- isme kya hai?
Isme wahi ha jo british govt ne hamre pahad area specially garhwal or kumauo ko tribal status diya hua tha jaal, jangal, jamin pe ham logo ka adhikar tha. Indian govt ne ham se wo china hai. Wahi ab schedule 5 or schedule 6 hai. Tribal se jamin koi nahi le sakta yaha tak govt bhi. Or harma reservation jo pahad ko abhi tak nahi mila wo bhi mielga
😂 jagruk hote to uttrakhand ka ye hal na hota , jarurt se jyada hishiyari nuksan ho करता h
@@prashantbisht620वैसे ग्राम सभा (ग्राम वासियों, ग्राम प्रधान) को संविधान मैं *शेड्यूल 5* अंतर्गत कानून मैं संविधानिक अधिकार दिए गए है..
उत्तरांचल के सारे पहाड़ी, मूल वासी, नेटिव लोगो को *शेड्यूल 5* के.. साथ साथ कुछ आर्टिकल की जानकारी होना जरूरी है..
मूलवासियों को, नेटिव लोगो को, आदिवासियों को संविधान के अंतर्गत बहुत सारे मौलिक तथा कानूनी अधिकार दिए गए है..
आर्टिकल 13 (1)
आर्टिकल 13 ( 3)
आर्टिकल 19
आर्टिकल 53
आर्टिकल 244
आर्टिकल 245
आर्टिकल 395
आर्टिकल 372
Also read supreme court judgement in favour of native people..
Read indian stamp paper
*India non judicial*
India independence act 1947
Article (7 a, b, c)
Government of India act 1935
Article 91
Article 92
(Excluded and partially excluded area)
कोटियाल जी बहुत बहुत सराहनीय है आपका इस घोटाले को प्रकाशित करने के लिये।
Lekin jab janta par bhee farak pade vote dete samay ,bhale hi logoin ko hakikat pata lag to jati hai
Thankyou for working on issues related to Uttarakhand.
Thankyou so much for your support.
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
@@harishsharma-gd6sn Bilkul sir. Ap sabhi logo ke efforts ki wajah se Uttarakhand ban paya. Aj Uttarakhand ki haalat achi nahi hai. Bahut outsiders a gaye hain. Abrahamic religions bhi. Neta Bhrasth hain. Khokhlapan a gaya hai. But hum dobara uthenge. Aur Uttarakhand ko restore karne ka prayas karenge. Jai Uttarakhand.
@@HarshitSaxena-v8b ruclips.net/video/FE0Wy6KTm58/видео.htmlsi=Vy_ZpPBwcBbf0tNC
Thanks
Thankyou so much for your support 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
सच बताना दोस्तों किस किसको बीजेपी से नफरत होने लगी है ,
Bjp say nahee dhammmi say
BJP or Congress dono se, is bar UKD se kuch Ummid hai
Dhami toh rubber stamp h krwa toh BJP hi rhi h cabinet m baki neta bhi h@@atarbist
@@mr.nickey8517Sahi bat
सब शरुआत से ही लुटने में लगे हैं और चम्मचो व चाटुकार दिन रात भ्रष्ट नेताओं की जयकार करने में लगे हैं ये चाटुकारिता वाले अपने बाप की कभी जय नहीं करेंगे पर इन बेशर्म नेताओं के गुणगान में लगे रहते हैं
Happy diwali bheji...... Thank you for being our Uttarakhand's very own batman
Thankyou so much for your support 🙏🏻
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है मगर हमे कोई खुशी नहीं है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद भी हमें पलायन करना पड़ा और अभी तक करना पड़ रहा है। उत्तराखंड आंदोलन 1994 में हमने भी आंदोलन किया था। पूरे साल हमारी कोई पढ़ाई नहीं हुई थी। हमारे उस समय के सहपाठियों को पता होगा कि हम में से कुछ लोग गाड़ी भर कर कोटद्वार तक कुछ सतपुली तक और कुछ लोग आंदोलन में पोखड़ा बैजरो तक भी आंदोलन में गए थे। क्योंकि हमें दिल्ली मार्च करना था और तब खबर आई कि हमारे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामपुर तिराहे पर गढ़वाल की महिलाओं पर अत्याचार कर दिया और वापस लौटना पड़ा। मगर आज उत्तराखंड को नेताओं और चाटुकारों ने खोखला कर दिया। पढ़ें लिखे बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है और बुजुर्ग को महिलाओं द्वारा इलाज के लिए शहर
This is my first time watching your video and I'm so impressed. Got your channel subscription.
Keep up the good work of spreading the truth and showing what is real journalism.
Thanks! Hats off to you! Extra cover should come daily! lots of love ♥♥
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
जय पहाड़। जय पहाड़ी।
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
छोड़ना नहीं
Thankyou so much for your support 🙏🏻
उत्तराखण्ड मांगे मूल निवास व भू कानून ....
इसको लोकल पार्टी लायेगी नेशनल पार्टी नही
ST status maango saari problem solved ho jayegi
जहाँ मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हो, वहाँ उनका घेराव किया जाय, सरकार के कोई कार्यक्रम ना होने दें l
पहाड़ी भाषा का संकलन कर पहाड़ के लोगों को पहाड़ी बोली मे रूबरू कराना अपने आप में सराहनीय कार्य है...❤
मेरा तो इस प्रदेश के नेताओं से भरोसा ही उठ चुका है अब।। सब जगह जमीनों की लूट। यहां बड़ी मछली छोटी मछली को खा रही है बस।।
गज़ब प्रदेश की अजब-गजब कहानी। ईश्वर इन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें।
बहुत बहुत धन्यवाद आप जैसे भले लोगों का कि देवभूमि उत्तराखंड की जरूरी खबरों को जनता के समक्ष रखना और संशोधन करना,,, बहुत ज्यादा जरूरी है कि देवभूमि उत्तराखंड में भू कानून लागू हो ओर उससे भी ज्यादा जरूरी हे कि उत्तराखंड में पलायन रोकना ओर अपने उत्तराखंड के लोगो को अच्छा रोजगार मिलना जो कि बहुत अच्छी तरीके से हो सकतl है उत्तराखंड सरकार को ये जल्दी ही करना चाहिए और करना होगा क्यों उत्तराखंड के यूवा बाहर जाए क्यों,,, जबकि देवभूमि उत्तराखंड इतना सक्षम हे ही ये उत्तराखंड के लोगों को रोजगार देने के बाद भी और दूसरे लोगों को रोजगार दे सके,
$40 आपकी निष्पक्ष और दृढ़ता पूर्ण पत्रकारिता के लिए धन्यवाद.
21:47 forest guard waiting joining news.. thankyou for cover this news
माननीय मनोज रावत जी ने अपनी जिम्मेवारी जिस ईमानदारी से निभाई, उन्हें मेरा प्रणाम 👏👏🌹🌹
काश सभी विधायक ऐसे होते.
उनके प्रश्न भैंस के आगे बीन बजाने भर रहे.
सत्तापक्ष ने अपने स्वार्थ के चलते उन्हें अनसुना किया, दुर्भाग्य है.
Manoj Rawat apna sangharsh jari rakho safalta jarur vmilegi Baba Kedarnath jee kirpa karege🎉🎉
This channel has helped a lot in spreading information about bhu kannon in Uttarakhand
पहली बार ऐसी पत्रकारिता देख रहा हूँ। आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ। काश आपको देख कर और सुनकर कुछ को शर्म आये और सही बात को दिखाने की हिम्मत कर सकें ऐसी आशा के साथ आपको शुभकामनाएं
Chor sab h 😂😂😂
Hm jab tak khud sahi nhi honge to dusro ko bhi nhi bol sakte
चोरो का प्रदेश उत्तराखंड।
मै हिमाचल से हु,, और मुझे बहुत दुख होता है उत्तराखंड के लिए।
कुछ दिनों पहले हिमांचल के एक संत जो स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश मे साधना और समाज सेवा कर रहे थे कि कुटिया पर बुलडोजर चलाया और उन्हे कहा कि वापिस अपने प्रदेश जाओ जबकि हिमांचल मे उत्तराखंड के कई लाख लोग रहते हैं पर उत्तराखंड के लोग अब हिमांचल के लोगो से वही व्यवहार कर रहे है जो कश्मीर के आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितो से किया.
Himanchal k baare m update rahoge to tumko apnejada dukh hoga
जो भी नेता इन घोटालों में शामिल होगा उनकी एक पीढ़ी खून के आंसु जरूर रोएगी😢 उत्तराखंड के उन सभी क्रांतिकारियों की आत्मा इन्हें कभी माफ नहीं करेगी जिन्होंने उत्तराखंड बनने पर अपना बलिदान दिया🙏
Bilkul sahi kaha aapne.lekin anttt mein bhugatna toh padegaaa public ko hiiiii.durghagya uttrakhand ki masum jantaaa ka
निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता को प्रणाम।
Zankari puri janta ko dene k liye dhanyawaad Rahul Bhai .
किसी भी देश या राज्य का उत्थान या पतन, विकास या विनाश देश या राज्य के नेतृत्व पर निर्भर करता है, राज्य के हितों के प्रति समर्पित हैं तो विकास अन्यथा परिणाम जनाकांक्षाओं के प्रतिकूल ही होगा।ऐसा ही उत्तराखंड का भी है। यहां के सशक्त भू कानून की स्थिति हो या 1950को आधार मानकर मूल निवास प्रमाण पत्र की स्थिति हो उत्तराखंड राज्य की सरकारों की कार्यशैली पर निर्भर करता है। सत्य को आमजन तक पहुंचाने और सच्ची स्पष्ट निष्पक्ष और निर्पेक्ष पत्रकारिता के लिए कोठियाल जी को साधुवाद। यहां की सरकारों ने तो पड़ोसी राज्य हिमाचल से भी सीख नहीं ली।
आप सच्चे पत्रकार हो भाई जी 🙏
धन्यवाद दादा अच्छी जानकारी के लिए,,कब ठीक होंगे यार अपने उत्तराखण्ड के हाल. . .
Thankyou so much. Keep supporting 🙏🏻
Thank you Rahul ji for the wonderful explanation of such an important issue in simple words 🙏
बहुत बढ़िया भाई। आप हमेशा निष्पक्ष ही रहना।
बहुत ही सटीक एवं आंखें खोलने वाली जानकारी। सैल्यूट ❤
कोटियाल जी को निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए हार्दिक साधुवाद ।👍👍👍🙏🙏🙏
Thanks!
ruclips.net/video/cPyNWh2fUO0/видео.htmlsi=vCgMcZPgIugyfRLa
Thankyou so much for your support 🙏🏻
बहुत सराहनीय व निष्पक्ष पत्रकारिता 🙏🙏
Sir aap jaise nishpaksh ptrakar ki jarurat hai uttarakhand ko main aapke video ka humesha intjar karta hun
लोकतंत्र के चौथे स्तंभकी सकारात्मक भूमिका निभानेकी आपकी कोशिश सराहनीयहै। सुनने में आ रहा है हरिद्वार में भी सहारा इंडिया की जो जमीन सरकार ने अपनी कब्जे में ली थी उसके निफ्टी मेंभी करोड़ों कीबंदर बाटहुई है। मजा है इस पर कहीं भी कोई चर्चानहीं है।
सुन्दर जानकारी कोई तो है जो सही बोले 🙏🙏🙏 प्रणाम है आप को 👌
सर्वोत्तम पत्रकारिता,, शुभकामनाएं भाई
उत्तराखंड आप का आभारी रहेगा,
Salute to you and your channel for covering truth... ❤❤
सराहनीय कार्य आपका। शत शत नमन आपको sir
रोजगार की ऐसी लहर है कि पलायन रुकने का नाम ही नहीं
कोटयाल जी नमस्कार निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए सलाम
National media ये बात नहीं उठायेगी...
Thnx baramasa
निष्पक्ष पत्रकारिता❤
आपका आभार ।। इस वीडीओ को प्रकाशित करने के लिए।।
bhai pasand toh ata hia paka extra cover par dukh bhi utna hi hota hia bheji news sun ke
एकदम सटीक निशाना 🤞👌
बहुत सुंदर लाजबाव ❤🎉
बहुत ही सुन्दर🌹 जय हिंद जय भारत❤
Bahut badiya information ji
कोई तो है जो निष्पक्ष पत्रकारिता के जाना जाता है ।
बहुत बड़े घोटाले का आपने पर्दाफाश किया,,,,आम जन तक जब ये बात पहुंचेगी तब ही आम आदमी को उत्तराखण्ड की हकीकत मिल पायेगी,,,,,,
ये राज्य में खुली लूट है,,,,,
इन माफियाओं की जड़ों में मट्ठा कौन डालेगी,,,,,
जल्द ही उपचुनाव दिखा देगी,,,,
दूध का दूध,,, पानी का पानी,,,,
❤❤❤❤❤
बहुत सुंदर वीडियोज 🎉🎉🎉❤❤❤
आपकी निष्पक्ष पत्रकारिता को प्रणाम भाई जी...! बहुत खूब👌
Aapke xtra cover report ka intezaar har somvaar ko rehta hai rahul sir .......
Koi to hai jo sacchi patrkarita kar raha hai
Kotiyal ji aapki patrkarita ko salam...
bahut badhiya...
Bahut badhiya..
बहुत सुन्दर पत्रकार महोदय
Painlag da... listen nd watch u first time... It ws grt ..followed u
बहिष्कार होना चाहिए इस प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा का।
जबरदस्त निष्पक्ष पत्रकारिता ❤❤ भाई जी
Bebak andaaj salam h bheji apko.. 👌
Great information bhai ji keep it up 🌺🌺❤❤
निष्पक्ष और बेवाक पत्रकारिता, 🎉🎉🎉❤
Hats off to baramasa… your research and knowledge on the topic and bringing these facts to common people .
Aap ki patrkaita ko Salut
उत्तराखंड की जनता का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है???
So nice report.
very nice report rahul bhaiya...kudos to team baramasa
अपनी गढ़वाली भाषा में आप बखूबी समझा रहे हो ❤❤
शानदार प्रदर्शन 🎉🎉🎉🎉🎉
बक्की बात
सलाम है आपको।
आप3 महान हो आज के समय मे जो सत्य बोल पा रहे हो मित्र
इंडस्ट्रीज तो कही दिखती नहीं है मुझे लेकिन हां आधे से ज्यादा गांव बिक जरूर गया ।
Truly unbiased reporting....best wishes baramasa
Great that you are talking about this issue. The entire area of George Everest has been privatised and a parking fare and entry fee of 200 is being asked , how ? Why? No idea. This used to be a Government managed land and now it has become a business for the company to exploit the people around it
Bahut bdiya❤
रामदेव कोई बाबा नहीं है व्यापारी है व्यापारी भगवा व्यापारी
Ha lekin mansa sahi hai .. Koi bahri company se badiya patanjali hi sahi hai..
@@MsKegg aisa kuch nahi hai supreme court ne sahi se li uski wo patanjali ka bakhaan dusri companies ko videshi or neecha dikhakar karta hai. loot machi hai sudhta ke naam pe
📌Bahut badhiyaa..ise kahte hain Journalism..👍👍
निर्भीक पत्रकारिता हार्दिक शुभकामनाएं।
दिल दहला दिया गुरुदेव आपने। 😢😢😢
Sir aspko salute h mera aap sach boltae ho uskae liye thank you ❤
Thank you sir, thank you so much
Wow
Apne sach me....nispaksh patrakarita ko salaam.
बारामासा के स्वतंत्र पत्रकार
हर सोमवार रहता है आपका इंतजार
Best Wishes Rahul Bhai, keep doing good work