‘छाना बिलौरी’ : पहाड़ी महिलाओं का दुख उकेरते गीत की कहानी | गाने के बहाने EPS04 | Baramasa
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- Опубликовано: 8 сен 2024
- #chaanabilauri #uttarakhandfolk #baramasa
‘छाना-बिलौरी, झन दिया बौज्यू लागला बिलौरी काघामा.’ सुप्रसिद्ध गायिका बीना तिवारी जब इस गीत को गा रही होती तो पहाड़ की व्यथा, उसके संघर्ष, संवेदनाएं और सभी के दर्द इसमें समाहित हो जाते. इस गीत ने साठ-सत्तर के दशक में अपने कथ्य, प्रतीक और बिम्बों से पहाड़ की महिलाओं के दर्द का ऐसा चित्र उकेरा जो आज के इस तथाकथित प्रगति के युग तक लोगों को अपनी ओर खींचता है. इस गीत में प्रतीकात्मक रूप से भले ही छाना-बिलौरी गांवों का जिक्र आया हो, लेकिन यह गीत एक तरह से श्रम-शील पहाड़ी महिलाओं के कष्टों का प्रतिनिधि गीत है. छाना-बिलौरी से लेकरअब यह गीत कई माध्यमों से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में गाया-सुना जा रहा है. समय के साथ इसके सुर-साज बदल गए हैं. इसकी यात्रा भी काफी लंबी हो गई है. अब यह बाखलियों से निकलकर बड़े सभागारों में पहुंच गया है और गीत-संगीत के नए प्रयोगों के साथ दुनिया के कई हिस्सों में दस्तक देरहा है. लेकिन बड़ी बात यह है कि इस गीत का भाव नहीं बदला, मर्म नहीं बदला. उसी तरह जैसे सब कुछ बदलने के बाद भी पहाड़ के कष्ट कम नहीं हुए हैं. पहाड़ का हर गांव छाना-बिलौरी है. तब भी था और आज भी है. छाना-बिलौरी किसी गांव के पिछड़ेपन का गीत नहीं है, बल्कि यह पहाड़ की महिलाओं के कष्टों का दस्तावेज है, जिसमें पहाड़ की हर महिला की व्यथा दर्ज है. 'गाने के बहाने' के आज के इस एपिसोड में जानिए इसी गीत के बारे में.
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Very nice description of mid 80 and prior period. Only a person who has lived it can feel it
मेरी माता जी बचपन में अपनी बीडा के साथ यह गाना गेम सुनाती थी जब में बाद हुआ तो फ़ौज में अफ़सर बना और मुझे एक बार इस इलाक़े में जाने का मौक़ा मिला तो मे छाना बिल्लौरी जाए बिना ना रुक सका । यही पर लगा की इस घाटी में बहुत ही गर्मी पढ़ती थी और कोई भी लड़की इस घाटी में ब्याह नहीं करना जगती थी । जो मजा मुझे ७० साल पहले अपनी माँ के मुह से गाए इस गीत की धुन पर आता था वह शायद अब कही गुम हो गया है । अभी भी ज़िंदगी के आख़री padhao मैं भी आँखें भर जाति है। बदलाव शायद ज़िंदंगी का एक हिस्सा है। होस्ट ने बड़े ही अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया । नमन आपको ।
बारहमासा की टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद आप लोग बहुत ही सराहनीय काम कर रहे हैं आपका यह चैनल उत्तराखंड का लल्लनटॉप है मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं
Bro mujhe lallantop acha hai lekin baramasa ka content lallantop bahut jyada acha hai
Lallantop bol ke iss ke kam ko gali mat bhai ji jab lallanto jab naya naya ata tha tab achaa tha ab kise kam ka nhi rha woo bhai ji
उत्तराखंड के महान लोक गायक, गीतकार,संगीतकार, लेखक,निबंधकार,सुर सम्राट स्वर्गीय गोपाल बाबू गोस्वामीजी जे द्वारा लिखा और गाया हुआ ये गाना आजभी उत्तराखंड की लोकसस्कृति मै अपनी एक विशेष पहचान बनाये हुए है। नमन करते है उत्तराखंड के महान लोक गायक गोपाल बाबू गोस्वामीजी जी को।💐💐👏👏
Eye🙏👍 satya kha medam ji aapne eye gana ko ulta gays hai
आपको कुमाऊनी लोक संस्कृति की गहरी समझ है आपने लेखकों गायकों के मूल भाव एवं उद्देश्य को समझा है और बखूबी प्रस्तुत किया है आपको कोटि-कोटि धन्यवाद
बहुत सुंदर प्रस्तुति, प्रशंसनीय प्रयास। पहाड़ की संस्कृति को जीवित रखने में आपका प्रयास प्रशंसनीय है। साधुवाद।
बहुत ही खूब व्याख्या की है आपने इस गीत की,
मन मोह लेता है ये अपना उत्तराखण्ड का गीत।☺️
This is more than 60 years old song n very emotional song for all Kumaonis 🙏🙏
Great, I m extremely very much happy by seeing this type of content it's time to explore our ancient values and culture to increase value and traditional authenticity and establish them among society.
great work baramasa
उत्तराखंड हमारी देवभूमि Prouds to be sanatani hindu always jai shree ram 🕉🕉🚩🙏🙏🙏
पलायन से भागते पहाड़ ,को एक बार फिर पुरानी यादों में ले जाने के लिए धन्यवाद
आपकी गढवाली-कुमाऊँनी संस्कृति और उसकी ऐतिहासिकता पर जानकारी कबिले तारीफ है...वास्तव में लोकगीतों को तात्कालिक संदर्भ में समझना ही लोकगीतों के प्रति उचित दृष्टिकोण होगा ... श्रेष्ठ-सुंदर प्रस्तुति के लिए आपको साधुवाद.
बहुत सुंदर प्रसस्तुति, चैनल वालों को धन्यवाद। उन कलाकारों को नमन जिनकी यह रंगीन कलाकृति साठ साल के बाद भी अपनी अमिट छाप हमारे ऊपर बनाए हुए है। इन महान लोगों के कारण हमारा यह उत्तराखंड आज विश्व में अपनी छाप छोड़ रहा है। जय देव भूमी तुझे मेरा नमन
Hi
इसका मतलब कब से समझने की कोशिश कर रहा था ,,, आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏❣️ आपकी आवाज बहुत सुरुली है 👌👌👌
थन्यवाद, आपने नये जमाने के श्रोताओं को छाना विरोधी गीत का मर्म समझाया।पहाड़ मैं आज भी महिलाओं के कष्टों मैं कोई कमी नहीं आई है।ये उन नौजवान पहाड़ियों के लिए आवश्यक है जो पहाड़ी गीतों की धुन पर विना गीत का मतलब समझे थिरकते रहते हैं। पुराने जमाने में कई बार ससुराल के कष्टों से तंग आकर महिला ये आत्महत्या कर लेती थी। तब लोकगायक अपनी कल्पना के आधार पर घटना से पहले के हालात को गीतों में अभिव्यक्त करते थे
आज जहां अधिकांश गांव पलायन कर चुके हैं वहीं थाना बिलोरी एकमात्र ऐसा गांव है जो अपने अस्तित्व को बनाए हैं और एक आवाद गांव है
उत्तराखंडी संस्कृति कुमाऊनी बोली, भाषा में एक गीतकार के तौर पर शमशाद पिथौरागढ़ी का भी नाम आता है जिन्होंने अपनी कलम से कई सुपरहिट कुमाऊनी गीत दिए,जिसमे उत्तराखंड के हर एक बड़े गायक गायिकाओं ने अपनी आवाज दी। शमशाद के 16 गीतों में ज्यादातर गीत हिट हुए। बारामासा ऐसे लेखकों व कलाकारों को भी वीडियो या इंटरव्यू के जरिए आगे लाने का काम करें जी हमेशा बोली भाषा को आगे बढ़ा रहे हो।
Aap ki awaaz bahut sundar hai 🙏🙏💐
Love my Kumaon, proud to be Kumaoni ❣️
अति सुन्दर
आपको ‘झूमला देश‘ वाला गाना बनाना चाहिये । यह गाना आपने बहुत ही सुंदर तरीक़े से गाया है । मैंने ख़ुद यह गाना पहली बार सुना है ।
Sar eye🙏👍 bhi bhut purana gana hai🙏
Ati sundar 🙏🙏
Amazing information thanks im watching from Canada
बारामासा टीम द्वारा इस तरह के गानों के पीछे की कहानी की और उसके मर्म को बयां करना काफी सराहनीय प्रयास है।
किंतु जो आपने "गोपाल बाबू गोस्वामी जी" ने गाने के बोल बदलकर इस गाने को जो अलग रूप दिया है उसे एक तरह से गलत नहीं कहा जा सकता क्योंकि इस गाने के शब्दों में जो छाना बिलोरी गांव की एक नकारात्मक छवि (वहां की गर्मी) लोगों के बीच में प्रस्तुत हुई जिस कारण आसपास के गांव के लोग छाना बिलोरी में अपनी लड़की की शादी नहीं करवा रहे थे इस कारण "गोपाल बाबू गोस्वामी" ने छाना बिलोरी के लड़के (ज्वानों) की शादी नही हो पा रही थी तो इसलिए उन्होंने इस संदर्भ में गाने के नए बोलो का निर्माण किया।
उदिता मैडम, आपने भी प्रकृति से बहुत सुंदर कंठ पाया है, साथ ही आपने जिस सुंदरता के साथ इस लोकगीत की प्रासंगिकता को तर्कपूर्ण ढंग से न्यायोचित ठहराया है वह भी प्रशंसनीय है।
हमारे गायन कलाकारों का परिचय हमैं आपके द्वारा मिलता है ।आपकी प्रस्तुति बहुत ही सुन्दर है ।हमारी परंपरा जिवंत होजाती है जो विलुप्ति के कगार पर थी।हमारी परंपरा को जन जन तक पहुंचाने का जो बीङा आपने उठाया है उसके लिये आपका कोटि-कोटि धन्यवाद ।व अपनी परंपरा के प्रति आभार ।
आप जैसे महान हस्तियों के होने से ही हमें पहाड़ के इतिहास के बारे में पता चलता है आप की सानदार प्रस्तुति को सलाम ❤❤
Shaandaar
bhot sundar
बहुत बहुत धन्यवाद ❤️.... आपकी यह प्रस्तुति बहुत खूबसूरत हैं… इस शोध मे आपकी जो मेहनत और निष्ठा दिखाई निःसंदेह सराहनीय कदम है....
Very old kumaoni song.... More than 8 decades.... Yani 80 saal se bhi purana.... 1963 mein Akashwani se sunaya tha....
हृदय गदगद हो गया। मर्म को छूने वाली प्रस्तुति। Thanq.
Super duper ❤❤❤❤❤
We are waiting for such a thing it's a gret heart touching movement for all uttarakhandi 🥺🥺🥺❤️❤️❤️❤️❤️
जय देवभूमि
जय उत्तराखंड
शानदार कंटेंट के लिए बारामासा की टीम को दिल से हार्दिक धन्यवाद।
बहुत सुनदर विशलेषण । बहुत बहुत धन्यवाद ।।
बचपन में आकाशवाणी से इस गीत को सुनते हुए कल्पना करना कि छाना बिलौरी गांव कैसा होगा और कहां पर ........? फिर बाद में समझ में आया कि पूरा उत्तराखण्ड ही एक कामकाजी बेटी/महिला के लिए छाना बिलौरी ही है। हालांकि आज भी कामोवेश कामकाजी महिलाओं कि स्थिति में कोई बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है ........... किन्तु अनेक प्रयोग के बावजूद 70 के दशक में बनी लोकधुन पर आधारित गीत ही ज्यादा लोकप्रिय लगता है। यह गीत आज भी उतना ही प्रासंगिक और लोकप्रिय। आपने इसे सुन्दर तरीके से प्रस्तुति दी वह भी अनेक अनछुवे पहलुओं के साथ। धन्यवाद।
Beautifully Explained..❤️❤️❤️ Team-Baramasa 🙏🙏🙏
Very khuder geet of kumaon first time this sad song was sung by Veena Tiwari in AIR
They'll never mention that the song is Kumaoni! They'll either name it garhwali or uttarakhandi! But when it come to garhwali songs or something related to garhwal it's always clearly mentioned garhwal not only that they make and name every Kumaoni thing as Garhwali
@@Adi_Anant_Narayan good observation. They never mention Kumaon. Whenever something is related to kumaon they title it as Uttarakhandi or Pahadi etc... But when it comes to garhwal they clearly mention garhwal even they try to claim kumaoni folks & customs.
Excellent performance ❤ 👏 👌 Great work. 👌 👍
बारहमासा की पूरी टीम को बहुत बहुत धन्यावाद। सराहनीय कार्य 👍🏵🌹
Bahut sundar prastuti kabhi kabhi yeh yaad aati hai 🙏🙏💐💐
वाह मजा आ गया.... मेरे मनपसन्द गीत पर बात 😍😍😍😍 शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया ❤️❤️
अति सुंदर प्रस्तुति प्रशंसनीय उज्जवल भविष्य की बहुत-बहुत शुभकामनाएं
जहां तक मुझे पता है स्वर्गीय गोपाल बाबू गोस्वामी जी ने इस गीत को इसलिए गाया था कियुकि उस समय लोग अपनी बेटियों की शादी छाना बिलौरी गांव में नही कर रहे थे लोगो को ये लगने लगा था कि छाना बिलौरी में बहुत धूप लगती है बाकी आपकी और बाते सब सही है 🙏🙏
Happy to hear this beautiful piece
Great job !
बहुत ही सुंदर मैं आपकी बातों से तो दिल भर आया
Just wow..kudos to all team members for presenting it so nicely... specially the research team 🙏🏻🙏🏻... keep doing the good work.. would appreciate more such stories from pahad ..
उदिता !!! जितना सुन्दर आपका कोमल-कण्ठ (की गायिका हैं) है, उतनी ही सुन्दर आप तन-मन से हैं
उदिता जी बहुत बढिया उल्लेखन किया आपने।
लोग आप को सुनते हैं इस लिये लिख रहा हूँ।
समय तब जरुर वैसा रहा होगा।आज भी हम कष्ट वाली जगह अपनी बेटियों की शादी करना नही चाहते हैं। समय के साथ बहुत कुछ प्रगती गाँव मे भी हुई पर सच्चाई वही है जो उस समय गाया गया है।
आज भी हम गर्म जगह व कष्ट वाली जगह बेटियाँ ब्यहना पस्ंद नही करते हैं।
बिना जी का बहुत बहुत आभार इस जीवन्त गीत के लिये।
My mother use to sing this song and I also like this song...... Wonderful information about the song
बहुत भल छु कार्यक्रम
ऐसा प्रतीत होता है कितना कष्टदायक समय रहा होगा
Baramasa always touches very unique topics.thanks for sharing history of such a nice song.Folk music always touches hearts of people.❤
बहुत सुंदर पुरानी यादें ताजा हो गयी
हरे हर ।बचपन की यादें ताजे हो गयी 😊
I hope Baramasa and many other channels that are taking the young generation back to our Kumaoni as well as Garwhali roots , prosper and continue to shine in our hearts & souls...🙏
बहुत बहुत धन्यवाद हम आपके ऋणी रहेंगे ।।
एक भूले विसरे लोक गीत का इतना बेहतरीन विश्लेषण :इसके लिए आपने कितनी मेहनत की होगी
Bhut Bhalu
Verynice song
Beautiful presentation
Wow
शानदार ,जबरदस्त ,जिंदाबाद
हमेशा की तरह❤️👏
बीना तिवारी की आवाज सुनने को आज भी मन करता है । लेकिन अब सब कुछ गायब हो गयो।क्या इस सीरीज के कलैक्शन मिलेगा।
I am from Australia.I like utterkhand culture.because, I am Nepali,but magnolian blood . Nepal has mix culture of rajasthan and Tibet.
Waw
बहुत सराहनीय प्रयास किया है आपने । भविष्य में भी आप एक से एक गीतों का प्रसारण समय समय पर करते रहें ।
बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं स्वीकार हो ।
वाह मैडम बहुत अछे से आपने छाना बिलोरि गाने को गाया हे आपकी जो कहानी बताने की शेली हे बहुत ही लाजवाब हे और आपकी गायकी भी बहुत अछी हे बारामासा कार्यक्रम मुझे बहुत पसंद हे धन्याबाद आपका जो आप हमें हर कहानी से रूबरू करवाते हैं
आप के इस मेहनत को हम तक पहुंचने के लिए धन्यवाद
Very nice
😭😭yaad dila di bachpan ki..
very very sweet and Beautiful song wow 👍👍👍🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏
Super yr mene pahle Etna nhi dekha tha
सुन्दर प्रस्तुति, आपको साधुवाद।
Kaise hote h wo log jo ye sab bhool jate h . Wo bachpan ke din...Rona aa jata h aaj bhi jab sochta hu un dino k baare me
वाह बहुत सुंदर प्रस्तुति👏
Papon को सुनके इस जगह पहुंचा हूं!!
Bahut maja aaya video me ❤❤❤ cheejo ko sunke samajh ke ❤❤❤
बहुत सुंदर
Such a beautiful presentation, hats off to the team. Thank you for amazing content.
One of my fav sad song created pandavas version
Wah kya bol h dil ko chuu gye
वाव बहुत बढ़िया 👍👍👍👍👍💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Baramasa teem ko bahut bahut dhnyabad
Khubsurat geet
वाह बहुत ही सुंदर जानकारी आपके द्वारा
Aap sahi hai ye tab ka samay par tha aaj ka sakay alag hai mujhe ye lokgeet bahut aacha lagta hai
Awesome song 🥰🙏❤️
Nice anchoring
Waow...hats off to baramasha team....you guys are doing amazing and hard work...god bless
Thank you baramasa. Jab bhi baramasa koi sa bhi episode dekhta hu to biswas nahi hota. High lavel ka content. salute all baramasa team🙏🙏🙏🙏
Jai devbhoomi uttarakhand 🙏
♥️
Hn meri mummy bhi is gane ko bhut gati hai ,,, jhan diya boju krke ,,,, 🥰
अच्छा
❤❤❤❤
Bhout Sundar 👏👏👏
Achha
Kya baat hai . Bohot hi Sundar kaam❤
❤✨
waah bhut hi sundar prastutikaran aur sundar aur madhur awaaz.... ye series mujhe aur mere dewar ko bhut pasand hai aur udita ji b... aur script writer ji ko b khoob badhayi itni sundar script k liye....