कामायनी और भारत की अस्मिता | एक संवाद

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  • Опубликовано: 23 дек 2024

Комментарии • 13

  • @shrikantrangnekar6169
    @shrikantrangnekar6169 Месяц назад

    आप दोनोको बहोत बहोत नमन

  • @ajoyendranathtrivedi5875
    @ajoyendranathtrivedi5875 3 года назад +1

    कामायनी पर यह दिव्य चर्चा आप दोनों के मणिकांचन योग से ही संभव हो पाई।

  • @user-bindusingh
    @user-bindusingh 3 года назад

    मुझे आप जैसे विद्वान जनों की तलाश थी।

  • @chayanloha2115
    @chayanloha2115 4 года назад

    Woooooooowwwww

  • @subodhdubey3387
    @subodhdubey3387 4 года назад

    सुन्दर संवाद ।

  • @manjuranisingh2682
    @manjuranisingh2682 4 года назад

    निष्कर्ष नही देने वाली प्रसाद की बात के बारे में सहमति है।प्रसाद जीवन मे स्त्री की उपस्थिति से रजत मार्ग दिखाना चाहते हैं,यह कहकर नारी को जीवन का केंद्र मानने वाली बात बहुत अच्छी लगी।त्रिपाठी जी ने भी बहुत सही निष्कर्ष दिया।दोनों को धन्यवाद।

  • @virendrakumarviru
    @virendrakumarviru 4 года назад +1

    आप दोंनो को प्रणाम

  • @harishmishraabhineta1240
    @harishmishraabhineta1240 4 года назад

    कामायनी और भारत की अस्मिता विषय पर बहुत अद्भुत चर्चा व नवीन जानकारी प्राप्त हुई, आप गुरुजनों को कोटि कोटि नमन् वंदन, बहुत धन्यवाद

  • @Jamunaparvlog
    @Jamunaparvlog 3 года назад

    Pranam sir

  • @gopalsoni6760
    @gopalsoni6760 4 года назад

    बहुत ही लाभपूर्ण और सुंदर चर्चा।😊
    धन्यवाद।

  • @virendrakumarviru
    @virendrakumarviru 4 года назад

    बहुत ही अद्भुत।

    • @dr.hemantkumarsikar5402
      @dr.hemantkumarsikar5402 4 года назад

      महाप्राण और प्रसाद जी दोनों ही महान् प्रतिभाएँ थीं ।निराला जी को रामविलास जी जैसा समर्थ आलोचक मिला पर प्रसाद जी इससे वंचित रहे।आदरणीय विजयबहादुर सिंह जी कदाचित् हिंदी आलोचना की उसी उपेक्षा का परिहार कर रहे हैं।

  • @lpvarma18
    @lpvarma18 4 года назад

    Agar Kamayni ka English m translation ho jata to Geetanaji k Saiman (Like ) Jai shankar Prasad ji bhi Noble k hakdar hai.