क्या औरत ‘शूद्र’ है ? मनुस्मृति के अनुसार ! विवाह योग्य स्त्रियाँ ! मनुस्मृति/संविधान

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  • Опубликовано: 26 янв 2025

Комментарии • 670

  • @Rajaramverma9958
    @Rajaramverma9958 Год назад +28

    त्रिपाठी जी अपने सामान सुधारक हैं आप ऐसे ही इंसान समाज को सुधार सकते हैं बहुत बहुत धन्यवाद

  • @indarpal1239
    @indarpal1239 Год назад +80

    आपका विश्लेषण बहुत ही सटीक है लेकिन ब्राह्मणवादी और सामंतवादी सोच को तोड़ना बहुत जरूरी है
    जिससे भारत में शांति होगी

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +26

      भारत को विकसित करने के लिए हर तरह की भेदभाव और कुतार्किक मानसिकता से देश को ऊपर उठाना होगा।

    • @IndradeoJaiswarJaiswar
      @IndradeoJaiswarJaiswar Год назад +4

      Jay Bheem namo budha

    • @priyammaurya6404
      @priyammaurya6404 Год назад +1

      ​@@thelogicalindian99 सर मतलब मौर्य, यादव, कुर्मी जाति उच्वार्गी शुद्र हैं। पर यादव जो की शासक वर्ग है था कभी वो भी शुद्र है और मौर्य जाति भी कुर्मी तो शिवाजी महाराज थे उनका राज्याभिषेक पैर से हुआ को भी शुद्र हैं।।

    • @LalaramYadav-cq8rw
      @LalaramYadav-cq8rw 7 месяцев назад

      Right​@@priyammaurya6404

    • @vijaythakor8601
      @vijaythakor8601 4 месяца назад

      Or aapke jija islam ne puri duniya ko paresan kar rakha he

  • @DrSPSingh-dq3ht
    @DrSPSingh-dq3ht Год назад +2

    आप सच्चे अधिवक्ता है।

  • @मूलनिवासीचेतना

    त्रिपाठी जी आप संविधान को स्वीकार करते हैं यह बहुत बडी बात हैइसका मतलब आप सामाजिक न्याय के पक्षधर भी होंगे?

    • @truth640
      @truth640 Год назад

      Modern law and constitution is anti males and anti justice.
      It is based upon hypocrisy .
      Dowry prohibition act only forbids males from demanding dowry but girl can choose rich husbands .
      498 a ipc is again only anti males.
      Husbands have zero rights.He has to give free maintenance under 125 cr pc and DV act loots males.
      Further rape law and sexual harassment law are anti males and not gender nuetral
      3.Again women can not be arrested at night and by males why.
      4 Further women are selected at lower standards for police army while males are discriminated .
      5 Further seats are reserved for women in local bodies and panchayat
      People do not have even freedom to select males.
      And all this fraud equality

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +5

      नहीं भाई, क़ानून Anti-male नहीं है, बल्कि अदालतों का रवैया और अदालतों एवं पुलिस अधिकारियों की कमी के कारण जिस पर केस चल गया वह पिसता रह जाता है। ऐसा हर तरह के केस में हो रहा है। मामूली सी चोरी का केस भी किसी गरीब को सालों साल जेल में रख देता है।
      महिला ने झूठा केस लिखाया तो इसके आधार पर पति आदि को ज़मानत मिल जानी चाहिए, लेकिन अदालतें, क़ानून में उनकों शक्ति होने के बावजूद भी, ज़मानत मंज़ूर नहीं करतीं हैं। क़ानून में यह लिखे होने के बावजूद भी कि केस की रोज़ाना सुनवाई की जायेगी, जिससे कि मामले का त्वरित निपटारा हो जाये…… अदालतों की कमी के कारण छः महीने बाद की तारीख़ मिलती है।
      इन्हीं कारणों से हर तरह के क़ानून का दुरूपयोग हो रहा है। जो बहुत ताकतवर लोग हैं वे ही सेटिंग करके अपने को बचा लेते हैं।

    • @krishanveersingh9597
      @krishanveersingh9597 Год назад +1

      ​@@thelogicalindian99
      प्रश्न था। क्या आप "सामाजिक न्याय" के पक्षधर हैं? उत्तर दिया है- केवल कानून से न्याय।

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +1

      वह प्रश्न नहीं, बल्कि शंका है जो जाति की टाईटल देखकर बहुत से लोग करते हैं। इसका उत्तर समय देता है।
      उत्तर उनके बाद वाले सज्जन की बात पर किया गया है,

    • @truth640
      @truth640 Год назад

      @@thelogicalindian99 no you are not correct .law is anti males.
      Take for example dowry prohibition act 498 a ipc both prohibits only males from demanding money property .while girl can choose rich husbands .Further violence against males husband is no issue but against wife it is barred under 498 a .
      Second now go for domestic violence act which is totally from a to z only for females and wife daughter sister mother giving them free money and house of husbands father's brothers sons.
      Thus law legalise loots of males and you are saying law is not anti males .
      It is totally anti males.
      Third 125 cr pc and other maintenance law.
      Why husbands father have to pay free maintenance? What is the rights of husbands fathers in law ? Answer zero .

  • @seetaramwahule5554
    @seetaramwahule5554 10 месяцев назад +4

    Thanks

  • @PermsukhYadav-kk8tq
    @PermsukhYadav-kk8tq 11 месяцев назад +4

    आम जन केलिए सच केलिए साथ दौ जनहित मे जय भीम जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय

  • @kevalpariharhathlatiger
    @kevalpariharhathlatiger Год назад +65

    #भगवा ओढ़े #हिन्दू, #हरा पहने #मुसलमान; मैं कौन सा #रंग पहन लूं... जो बन जाऊं "#इंसान"

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +8

      सही सवाल है, सब कुछ बंट गया है।

    • @BilalAnsari-oo5fg
      @BilalAnsari-oo5fg Год назад +2

      Right

    • @SantoshKumar-lm6vl
      @SantoshKumar-lm6vl Год назад +8

      बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जैसा कोट पैंट पहने।

    • @RAHULKUMAR-jl6he
      @RAHULKUMAR-jl6he Год назад

      ​@@SantoshKumar-lm6vlright 👍

    • @SUNILKUMAR-ef9cc
      @SUNILKUMAR-ef9cc 4 месяца назад

      Good thinking

  • @sukhdevdudhe-cw4ch
    @sukhdevdudhe-cw4ch Год назад +17

    खूप छान मार्गदर्शन जयभीम

  • @VijaySing-lj5zn
    @VijaySing-lj5zn Год назад +26

    बहुत अच्छा वीडियो बनाया हुआ ऐसे ही ज्ञान को समझाते रहो या हिंदुस्तान

  • @Open_Sky_
    @Open_Sky_ Год назад +23

    महान हो सर आप
    आप जैसे ब्राह्मण सब हो जाए तो देश बदल जाए सर

  • @singhsingh7000
    @singhsingh7000 Год назад +34

    आपकी बात सही है मनुस्मृति महिलाओं को शिक्षा से वंचित किया और संपत्ति से वंचित किया... अपनी पसंद का वर चुनने से वंचित किया.... निर्णय लेने का अधिकार नहीं है अतः समस्त महिलाये सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक रूप से शूद्र है 🙏🙏🙏

    • @truth640
      @truth640 Год назад

      Modern law and constitution is anti males and anti justice.
      It is based upon hypocrisy .
      Dowry prohibition act only forbids males from demanding dowry but girl can choose rich husbands .
      498 a ipc is again only anti males.
      Husbands have zero rights.He has to give free maintenance under 125 cr pc and DV act loots males.
      Further rape law and sexual harassment law are anti males and not gender nuetral
      3.Again women can not be arrested at night and by males why.
      4 Further women are selected at lower standards for police army while males are discriminated .
      5 Further seats are reserved for women in local bodies and panchayat
      People do not have even freedom to select males.
      And all this fraud equality

  • @dharampratappratap1163
    @dharampratappratap1163 Год назад +21

    आपके पुराने बुक टाइपिस्ट
    टाइपिस्ट ऐन्ड डिजाईनिंग कर्ता
    धर्म प्रताप बौद्ध
    साहब जी 28:48
    आपके सामाजिक सुझाव
    बेहतरीन व लाजवाब और ज्ञानवर्धक के साथ
    ही ब्राह्मण होने के बावजूद भी भेद-भावमुक्त ज्ञान देने एवं होने की सराहना योग्य है,
    मैं इसकी भूरि-भूरि प्रसंशा भी करता हूँ,

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +4

      बहुत-बहुत स्वागत है धरम प्रताप जी 👍 आपको अपनी वीडियो पर पढ़कर बहुत अच्छा लगा।

    • @BilalAnsari-oo5fg
      @BilalAnsari-oo5fg Год назад +1

      Right

  • @rajeshchoudhary7465
    @rajeshchoudhary7465 Год назад +20

    शाबाश सर आप जैसे तार्किक बात कहने वाले इंसान की जरूरत है ।

  • @Mechanical_Technical.
    @Mechanical_Technical. Год назад +19

    अति सुन्दर विश्लेषण सर बार बार साधुवाद

  • @sadananddhusia7896
    @sadananddhusia7896 Год назад +16

    बहुत सराहनीय प्रयास है। इस ऊंच्च् निचोड की खांई को पटने का प्रयास कैसे किया जाए, समाजिक स्तर पर समाधान निकालें। समाजिक क्रान्ति का उद्घोष करें।

  • @bankeymajhi676
    @bankeymajhi676 7 месяцев назад +5

    मा,त्रिपाठी जी ! बहुत निरपेक्ष तरह से मनुस्मृति,बाबा साहेब अम्बेडकर,जी विवाह कानून,लोर्ड माइकले आदि महान पुरुषों ने बिरोध किया,फानेश्वर नाथ रेणु, जी का उपन्यास "मैला आंचल " और मुंशी प्रेमचंद्र जी के महान पुस्तकों का उद्दाहरण दे कर समाता, समानता, बंधुत्व,समाता आधारित न्याय को जानता को समझाया,आपको बहुत बहुत साधुवाद मान्यवर!
    जय भीम,जय भारत,जय संबिधान,जय विज्ञान,नमोबुद्धांय,जय सम्राट अशोक महान।🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳👍

    • @bankeymajhi676
      @bankeymajhi676 7 месяцев назад

      आभार ! क्रांतिकारी साथियों,जय भीम ---- 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @ashishkumar-uo9un
    @ashishkumar-uo9un Год назад +19

    मर चुके पुरुष कि पत्नी को भी सती के नाम पर अगर जिन्दा जला दोगे तो उसके जन्म लिए हुए बच्चों का क्या होगा उनकी जिम्मेवारी वगैरा कौन और क्यूं निभाएगा जैसे सवाल उठाके अंग्रेजी राज में सती प्रथा को अमानवीय और गलत साबित कराके उसे बन्ध कराने वाले पंडित राजाराम मोहन राय जी भी ब्राह्मणवाद के खिलाफ हो लिए थे मुंशी प्रेमचंद जी कि तरह आप भी सामाजिक कार्यकर्ता कि बहुत अच्छी मिसाल बन रहे हो साहेब 🙏

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +4

      हौसलाअफ़जाई के लिए शुक्रिया 🙏🏻

    • @BilalAnsari-oo5fg
      @BilalAnsari-oo5fg Год назад +1

      Right

    • @jayprakashdarji8985
      @jayprakashdarji8985 7 месяцев назад

      हिन्दु धर्म महान कहके अत्याचार करके धर्म छोड़नेको मज़बूर किया और बोलते है देशमे धर्म परिवर्तन होता है।

  • @krishankumarhisar5986
    @krishankumarhisar5986 Год назад +39

    धन्यवाद सर 🙏
    आपने बहुत ही सरल और सहज भाषा में आजादी से पहले और यहां तक कि बाद की भी सामाजिक कुरीतियों को नेस्तनाबूद किया है। आप स्वयं त्रिपाठी होते हुए भी मनुस्मृति में व्याप्त घिनौनी हरकतों को उजागर कर रहे हैं..... ।
    आप आदमी नहीं❤ इंसान हैं,
    समस्या नहीं-समाधान हैं।।

  • @nitinsclasses6375
    @nitinsclasses6375 Год назад +16

    बहुत ही अच्छी क्लास है लोगो को जागरूक करनेके लिए,और होना भी चाहिए क्योंकि आज के समय के हिसाब से जिम्मेदारी शिक्षित मनुष्य को आगे आना ही पड़ेगा।धन्यवाद जी

  • @ramajor1616
    @ramajor1616 Год назад +12

    नमन् करता हूँ आपको सर की आप सही सही बता रहे ।

  • @Rajaramverma9958
    @Rajaramverma9958 Год назад +6

    त्रिपाठी जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद आप फुल जानकारी दिया थैंक यू सो मच

  • @rameshpal449
    @rameshpal449 7 месяцев назад +1

    त्रिपाठी जी पहले तो आपको बहुत आभार आप संविधान मानते हैं। आप का विश्लेषण बहुत सही व सटीक है, आप जैसे ज्ञान वर्धक लोगों की समाज को जरूरत है। औरतों में ही ज्यादा भेदभाव होता है।🙏

  • @MahipalSinghKatheriaSaral
    @MahipalSinghKatheriaSaral Год назад +3

    एड.पंकज कुमार त्रिपाठी जी आप का
    कार्य अत्यंत श्रेष्ठ उतकृष्ट महान है। आप जैसे मानवतावादी व समानतावादी लोगों की वजह से समाज में प्यार व भाईचारा बरकरार है।
    आप का बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार।

  • @arunkumarray9584
    @arunkumarray9584 3 месяца назад +2

    बहुत सुंदर जानकारी दी गई है

  • @Mayaram-z9k
    @Mayaram-z9k Год назад +38

    त्रिपाठी जी सरनेम होने के बाद भी सामाजिक न्याय से संबंधित हमारे समाजिक संस्कृति की स्पष्ट ब्याख्या करते हैं । व्यक्तिगत रूप से ऐसे ही स्पष्ट सभी लोग होते तो भारतीय समाज के जाति कलंक से मां भारती को छुटकारा मिल जाता ।

    • @Nandkmr
      @Nandkmr Год назад +2

      Upper caste se 1% liberal hai Baki sab manuwadii h

    • @gyansharma4943
      @gyansharma4943 Год назад

      ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

    • @atuleshmishra1260
      @atuleshmishra1260 Год назад

      Kyonki tum Murkhon ho

    • @YashrajChaudhry-fs2dl
      @YashrajChaudhry-fs2dl Год назад

      😢😮😢😢😮😢😢😮😮😢😢😮😢😮😢😢😮r😢😢😮😮😢😢😢

    • @udyandas
      @udyandas Год назад

      Sahee hai. Sachchaaee bathlaathae waqth, apnaa - paraaiaa naheen dhaekhnaa chaaheae.

  • @deepram2620
    @deepram2620 Год назад +51

    मै अनुसूचित जाति से हूं लेकिन आपका बहुत चाहने वाला हूं आप चाहे ब्रह्मण हो लेकिन जो आपकी बानी में निष्पक्षता है मै हैरान हूं। आज अनुसूचित जाति के लोगों को ऐसे शिक्षक की जरूरत है ताकि उनकी बुद्धि तार्किक बन सके। शत शत नमन।

  • @कलीरामढांडा

    जय भीम जय संविधान 💜🙏

  • @chamansingh4328
    @chamansingh4328 5 месяцев назад +1

    😌🙏
    आपने जो तथ्य मनुस्मृति के चलते रखा है। ब्राह्मण होते हुए न की मनुवादी ब्राह्मण होकर जो आपने यह जानकारी दी है अच्छी जानकारी‌ है।
    आशा करते हैं यह मानवता को ध्यान में रखते हुए तहे दिल से भी हो 🙏

  • @ShivKumar-up8hy
    @ShivKumar-up8hy Год назад +13

    मनुस्मृति कौन से सन में और किसने लिखी है विस्तार से जानकारी दें

    • @ShrawanSaazOfficial
      @ShrawanSaazOfficial Год назад

      सही प्रश्न है इस का कोई ऐतिहासिक प्रमाण है या कागज पर ही गपोडा गया

  • @fazlulrahman4155
    @fazlulrahman4155 Год назад +7

    आपने बहुत अच्छी जानकारी दिया इसके लिए आपको बहुत धन्यवाद

  • @Jitendrbhadur
    @Jitendrbhadur Год назад +3

    एडवोकेट त्रिपाठी सर जी आप और समाज के लिए जो मेहनत कर रहे हैं बहुत ही अच्छा लगता है और और आप सब समाज के निर्माण में आगे बढ़ते हुए बढ़ते हुए समतामूलक समाज में आपकी बहुत अच्छा लगता हैं जय भारत जय जय संविधान😢

  • @popatraotadake8642
    @popatraotadake8642 Год назад +2

    बहुत अच्छी जानकारी दी।धन्यवाद।🙏

  • @Jawre-sb6gq
    @Jawre-sb6gq Год назад +11

    ThankYou sir 🙏 Reality btane k lie 🙏🏼🙏🏼

  • @PanchamLal-h7c
    @PanchamLal-h7c 22 дня назад +1

    Very nice

  • @hellboy7383
    @hellboy7383 Год назад +4

    बहुत ही सटीक विश्लेषण करते हैं आप ब्राह्मण नाम को सार्थक भी, धन्यवाद

  • @DoodhNath-o2m
    @DoodhNath-o2m Год назад +2

    Very good classification

  • @DilipKumar-fz5tl
    @DilipKumar-fz5tl 4 месяца назад +1

    गुरुजी आप बहुत अच्छा पढ़ते हैं शिक्षक के साथ साथ समाज को जागरूक करने की मुहिम चला रहे हैं इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद और मैं भी आपसे बहुत कुछ सीख रहा हूं

  • @maheshwardas4027
    @maheshwardas4027 Год назад +2

    Thanks for this information.

  • @kamleshkumarsharma1884
    @kamleshkumarsharma1884 Год назад +3

    त्रिपाठी जी का अति सराहनीय प्रयास, जय हो

  • @GaneshYadav-oe8dh
    @GaneshYadav-oe8dh Год назад +9

    Welcome
    पर आपकी cast के लोग आपको जाती से बाहर कर देंगे. जय संविधान
    यही बात जनरल cast को समझाने का प्रयास करें

  • @ramsewakgupta3891
    @ramsewakgupta3891 Год назад +18

    Very good explanation sir ji🙏

    • @truth640
      @truth640 Год назад

      Modern law and constitution is anti males and anti justice.
      It is based upon hypocrisy .
      Dowry prohibition act only forbids males from demanding dowry but girl can choose rich husbands .
      498 a ipc is again only anti males.
      Husbands have zero rights.He has to give free maintenance under 125 cr pc and DV act loots males.
      Further rape law and sexual harassment law are anti males and not gender nuetral
      3.Again women can not be arrested at night and by males why.
      4 Further women are selected at lower standards for police army while males are discriminated .
      5 Further seats are reserved for women in local bodies and panchayat
      People do not have even freedom to select males.
      And all this fraud equality

  • @BechuSahni-v3v
    @BechuSahni-v3v 8 месяцев назад +1

    क्या बात है पंकज सर यह बात अपने 100% सही कही है की सबसे ज्यादा भेदभाव स्वर्ण समाज की लड़कियां और औरतें करती है और मनुस्मृति को मानती भी है मैं अपने गांव में यह सब pujapat bhi sabse jada karti hai aur une dekh ke sudra samaj bhi dharmik karmakand me barbad ho chuka hai

  • @sarveshananad9784
    @sarveshananad9784 Год назад +5

    Bht acha sir 👏🏻👏🏻👏🏻

  • @Chandradevsinghmaravi
    @Chandradevsinghmaravi Год назад +31

    खेत नसाया समना और देश नसाया बम्हना। ऊंच निच भेद-भाव मनुस्मृति हैं

  • @ligalboss
    @ligalboss 4 месяца назад

    आप जैसे क्रांतिकारी विचारधारा वाले महापुरुष को मेरा कोटिकोटि प्रणाम है

  • @lakshminarayanjaiswal4443
    @lakshminarayanjaiswal4443 13 дней назад

    उत्कृष्ट तुलनीय विश्लेषण

  • @amarnathsingh5379
    @amarnathsingh5379 Год назад +2

    Very nice ❤

  • @mukeshkumarchaliyan3632
    @mukeshkumarchaliyan3632 Год назад +1

    काश आप जैसी सोच हो जाए तो भारत दुनिया में न 1 हो जाए।

  • @avinashkumarverma6087
    @avinashkumarverma6087 Год назад +5

    Thank you sir aap Desh seva

  • @vinodkanojia7951
    @vinodkanojia7951 Год назад +3

    सर जी आपको बहुत बहुत साधुवाद।

  • @SantoshKumar-lm6vl
    @SantoshKumar-lm6vl Год назад +7

    इस विषय पर चर्चा करने का अधिकार भी ब्राह्मण को ही है। और कोई करेगा तो उसे पर तरह तरह के आरोप लगाते हैं।

  • @kailashnath4626
    @kailashnath4626 3 месяца назад +1

    आप ने दिल जीत लिया है

  • @yadavraoandelkar4299
    @yadavraoandelkar4299 Год назад +5

    आज हिंदू धर्म का घटना वर्ण भेद जिम्मेदार है,

    • @budhprakash9200
      @budhprakash9200 4 месяца назад

      बताओ चार वर्ण कर्म जैसे कि शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उत्पादन-शूद्रम और वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए बिना जीविकोपार्जन प्रबन्धन और समाज सुरक्षा प्रबंधन कैसे होगा?
      बताओ किस राष्ट्र राज्य देश प्रदेश में चार वर्ण कर्म विभाग का प्रबंधन विधान किये बिना समाज संचालन हो रहा है?
      बताओ चार वर्ण कर्म जैसे कि शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उत्पादन-शूद्रम और वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए बिना जीविकोपार्जन प्रबन्धन और समाज सुरक्षा प्रबंधन कैसे होगा?
      बताओ किस राष्ट्र राज्य देश प्रदेश में चार वर्ण कर्म विभाग का प्रबंधन विधान किये बिना समाज संचालन हो रहा है?
      असभ्य बकवास करना क्षुद्रक पाशविक सोच उजागर करना सवाल का जवाब नहीं होता है?
      असभ्य बकवास करना दण्डनीय अपराध होता है।

  • @mahaveermeena7370
    @mahaveermeena7370 7 месяцев назад

    आपकी महान न्याय प्रिय पत्रकारिता पर लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। तहे दिल से सैल्यूट सर जी

  • @jagendrasingh5210
    @jagendrasingh5210 Год назад +6

    सर आपने बहुत ही अच्छा समझाया है, लेकिन मनुस्मृति बनाया किसने था

  • @pooranlal8761
    @pooranlal8761 Год назад +2

    Tripathi ji, I am impressed to your explaination of manusmirati.

  • @laluyadav7207
    @laluyadav7207 Год назад +26

    फूलन देवी की कहानी से केरल की पंढरपुरी तक भारत की तमाम इतिहास में यही लिखा है ब्राह्मण राजपूत की अत्याचार से पीड़ित दलित पिछले आदिवासी आज भी उनके पूर्वज आवाज देकर गए हैं अपने दुश्मन ब्राह्मण राजपूत को कभी मत भूलना अत्याचारी इस्लाम और राजपूत ब्राह्मण का इतिहास है

    • @satvashiladudmal8930
      @satvashiladudmal8930 Год назад

      जातिवाद मनुवादी लोग शुद्र महीला का शोधन करते हैं पर उनसे शादी नहीं करना चाहते हैं ओर शादी किसीने प्रेम विवाह कीया तो उस घरके लोग वो लड़की को अपनाते नहीं

    • @satvashiladudmal8930
      @satvashiladudmal8930 Год назад

      सब भारत की महिला शुद्र ही है 5हजार वर्ष पहीले ब्रह्मा मन भारत आए थे तो वो स्त्रियां साथ लेकर नही लाए थे हमारे मुलनिवासी महिलाओंको गुलाम बनाकर आर्यों ने घर में रखलईयआ है

    • @satvashiladudmal8930
      @satvashiladudmal8930 Год назад +1

      डा, बाबासाहे आम्बेडकर ने महिलाओं विश्लेषण शुद्र कोन ओर कैसे इस पुस्तक में संप्रुन विस्तार से लिखा है इसे झूठलाया नहीं जा सकता है

    • @satvashiladudmal8930
      @satvashiladudmal8930 Год назад +1

      सही बात है त्रिपाठी जी हींदु समाज मनूस्म्रतई के विचार रोपे चलते है

    • @budhprakash9200
      @budhprakash9200 4 месяца назад

      हे मनुष्यो! श्राद्धकर्म में पुरोहित संस्कार शिक्षक का आचरण व्यवहार कैसा हो? उसी को देखकर अन्य शिक्षक जन जैसे कि
      पुरोहित/ विप्रजन/ धर्मगुरु / पन्थगुरु/ गुरूजन/अध्यापक / शिक्षक / चिकित्सक/आचार्य/ कविजन ( ब्रह्मण ) का आचरण व्यवहार कैसा होना चाहिए ? जानें।
      विश्व राष्ट्र के प्रथम सतयुग के प्रथम राजर्षि दक्ष प्रजापति महाराज की ऋषि संसद द्वारा निर्मित गुण नियम अनुसार - संस्कार शिक्षक पुरोहित ( ब्रह्मण ) विप्रजन/द्विजोत्तम/अध्यापक/कविजन/गुरूजन/पन्थगुरु को -
      1- सत्यवादी आचरण व्यवहार वाला होना चाहिए ,
      2- शुद्ध चित आचरण रखने वाला होना चाहिए,
      3- सत्यवृतपरायण आचरण वाला होना चाहिए,
      4- नित्य सनातन दक्षधर्म में रत होना चाहिए,
      5- शान्त चित वाला बने रहने वाला होना चाहिए,
      6 - व्यर्थ अनर्गल बातो से रहित होना चाहिए,
      7- द्रोहरहित स्वभाव वाला होना चाहिए,
      8- चोरकर्म से रहित सही आदत वाला होना चाहिए,
      9- प्राणियो के हित में लगे रहने वाला होना चाहिए,
      10- अपनी स्त्री भार्या में रत रहने वाला होना चाहिए,
      11- सविनय नर्म स्वभाव वाला होना चाहिए,
      12- न्याय प्रिय सुरक्षक स्वभाव होना चाहिए,
      13- अकर्कश सरल स्वभाव वाला होना चाहिए,
      14- माता पिता का आज्ञाकारी होना चाहिए,
      15- गुरुओ का सम्मान करने वाला होना चाहिए,
      16- वृद्धो पर श्रद्धा रखने वाला होना चाहिए ,
      17- श्रद्घालु स्वभाव वाला होना चाहिए,
      18- वेदमंत्र दक्षधर्म शास्त्ररज्ञाता होना चाहिए,
      19- वैदिक धर्म संस्कार गुण क्रियावान होना चाहिए और
      20- भिक्षा दान दक्षिणा वेतन से जीवन यावन करने वाला होना चाहिए।
      इन सभी बीस (20) वैदिक सनातन दक्ष धर्म विधि-विधान नियम संस्कार गुणो से युक्त विप्रजन अध्यापक गुरूजन पुरोहित चिकित्सक पन्थगुरु अभिनेता (ब्रह्मण)को होना चाहिए। इन्ही गुण स्वभाव वाले शिक्षको को देखकर अन्य द्विजनों ( स्त्री-पुरुषो ) को आचरण व्यवहार निर्माण कर जीना चाहिए।
      पौराणिक वैदिक संस्कृत भाषा श्लोक -
      ॐ सत्यवाक् शुद्धचेता यः सत्यव्रतपरायणः । नित्यं धर्मरतः शान्तः स भिन्नलापवर्जितः।। अद्रोहोऽस्तेयकर्मा च सर्वप्राणिहिते रतः। स्वस्त्रीरतः सविनया नयचक्षुरकर्कशः ।। पितृमातृवचः कर्ता गुरूवृद्धपराष्टि ( ति) कः । श्रध्दालुर्वेदशास्त्रज्ञः क्रियावान्भैक्ष्य जीवकः ।। ( पौराणिक वैदिक सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम सनातन संस्कार ) ।।
      जय विश्व राष्ट्र सनातन प्राजापत्य दक्ष धर्म। जय वर्णाश्रम प्रबन्धन श्रेष्ठतम जीवन प्रबंधन। जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम।। ॐ ।।
      विश्वराष्ट्र मित्रो! पौराणिक वैदिक पुरोहित संस्कार शिक्षको लिए बताए गए जैसे गुण नियम की तरह सभी साम्प्रदायिक पन्थी गुरुओ के बने नियम पोस्ट करने चाहिए, ताकि तुलनात्मक रूप से अध्ययन कर सुधार किया जाए ।
      साम्प्रदायिक गुरुओ की निजी पन्थी सोच ने पौराणिक वैदिक सनातन प्रजापत्य दक्ष धर्म संस्कार विधि-विधान नियमों में क्या क्या वेवजह बिगाङ किया है ? सबजन जान सकें और सुधार कर अपने पूर्वज बहुदेव ऋषिओ देवताओ को पहचान सकें ।
      विश्व राष्ट्र दक्षराज वर्णाश्रम सनातन संस्कार प्रबन्धन। श्रेष्ठतम जीवन प्रबंधन। जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम।। ॐ ।।

  • @gitadivigitadevi9173
    @gitadivigitadevi9173 Год назад +3

    Thanks sar very nice explain

  • @dhirendrakumar9758
    @dhirendrakumar9758 Год назад +1

    Great job sir ji

  • @Shiv-v8h
    @Shiv-v8h Год назад +7

    Sir educational institution me jai shree ram bolna kitna shi hai?

    • @thelogicalindian99
      @thelogicalindian99  Год назад +3

      भईया यदि किसी को चिढ़ाने या नीचा दिखाने के लिए बोला जाये या अपनी हेकड़ी प्रदर्शित करने के लिये बोला जाये तो बिल्कुल ग़लत है।

  • @RamjiVaghela-u4n
    @RamjiVaghela-u4n Год назад +3

    में तो जाती वाद को नहीं मानता जब संतुष्टी का सर्जन हुआ तब कितनी जाती थी सब का पिता परमेश्वर है तो ऐ जाती आई कहां छे

  • @balmikchaube430
    @balmikchaube430 Год назад +15

    वर्तमान में किसी स्मृति का कोई औचित्य नहीं है। देश संबिधान के आधार पर चलता है।

    • @BilalAnsari-oo5fg
      @BilalAnsari-oo5fg Год назад +1

      Right

    • @ar02816
      @ar02816 Год назад +2

      लेकिन लोगो का दिमाग़ मनुस्मृति से चलता hai😂😂😂

    • @amiteshraj7342
      @amiteshraj7342 Год назад

      ​@@ar02816dimag se kya hota hai jb daroga gand pr danda lagayega to sari smriti nikal jati hai

    • @bajrangsinghchauhan3677
      @bajrangsinghchauhan3677 25 дней назад

      संविधान से भी नहीं चलता सारे दोष भरे पड़े हैं भारत का कोई एक भी सिस्टम सही नहीं क्यों...

  • @SushilKumar-vt4vw
    @SushilKumar-vt4vw 9 месяцев назад +1

    बढिया प्रस्तुति🙏👍
    आपके समझाने का तरीका बहुत अच्छा है ।

  • @uttamchand1766
    @uttamchand1766 Год назад +1

    सर जी आपने बहुत ही अछी तहरा समजाया आपको कोटि कोटि नमन करते हैं

  • @Arvind-ch4ov
    @Arvind-ch4ov Год назад +8

    मनुस्मृति=भेद-भाव

    • @budhprakash9200
      @budhprakash9200 4 месяца назад

      शिक्षित विद्वान द्विजनो ( स्त्री-पुरुषो) !
      आज लोकतंत्र विधान युग है। इसलिए कोर्ट में याचिका दायर करनी चाहिए और सरकार से मांग करनी चाहिए कि अगले पन्द्रह सौ दो हजार साल तक पौराणिक वैदिक सनातनी हिन्दूजनो से शादी विवाह करने पर मुस्लिमो इसाईयो को सनातनी वैदिक हिंदूजन बनना चाहिए। कुरान और बाइबिल फालो करना छोड़कर अपने पूर्वज ऋषिओ के पौराणिक वैदिक सनातन धर्म सोलह संस्कार विधि-विधान नियम अनुसार श्रेष्ठ जीवन निर्वाह करना चाहिए। लोकतंत्र संविधान सुधार हुआ है तो साम्प्रदायिक गुरुओ के फालोअर अंधभक्त होकर माइंड सेटिंग कर बिगाङ कर जीने में भी धर्म कर्तव्य नियम संस्कार सुधार होना चाहिए।
      सबजन को समान अवसर उपलब्ध होना चाहिए। पिछले पंद्रह सौ दो हजार साल से साल से कुरान बाईबल को पढ़कर उसके अनुसार मत हासिल करना पड रहा है और श्रेष्ठ जीवन निर्वाह करना मुश्किल हो रहा रहा है । लेकिन अब अगले पन्द्रह सौ दो हजार साल तक मुस्लिम मत हासिल करने वालो को और ईसाई मत हासिल करने वालो को अपने पूर्वज ऋषिओ का पौराणिक वैदिक सनातनी हिन्दूजन मतवाला फिर से होना चाहिए।
      यह सुधार मानव जनो के हितार्थ रहेगा।

    • @budhprakash9200
      @budhprakash9200 4 месяца назад

      सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम सनातन संस्कार - विषय : स्त्री ही लक्षमी स्वरूप है।
      जो स्त्री पति के अनुकूल रहती है, वाक्यदोष से रहित होती है, गृहउपयोगी कार्यो में दक्षाणी प्रवीण होती है और आचरण व्यवहार मे साध्वी पतिव्रता होती है । एसे गुणो से युक्त स्त्री ही लक्ष्मी स्वरूप है इसमे कोई संशय नहीं है।
      संस्कृत श्लोक विधि-नियम-
      ॐ अनुकूला त्ववाग्दुष्टा दक्षा साध्वी पतिव्रता एभिरेव गुणैर्युक्ता श्रीरेव न संशय। । ( वैदिक दक्षस्मृति धर्मशास्त्र) ।
      जय विश्व राष्ट्र सनातन प्राजापत्य दक्ष धर्म । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम। ॐ ।

  • @SureshKumarYadav-k4l
    @SureshKumarYadav-k4l 7 дней назад +1

    Jai samajwad jai sambidhan jai bhim

  • @rajeswararaoganugula417
    @rajeswararaoganugula417 Год назад +3

    Very good effort Sir, carry on...

  • @manishbns2794
    @manishbns2794 Год назад +1

    Very well explained sir

  • @lovelycitylovelylifeNews3554
    @lovelycitylovelylifeNews3554 9 месяцев назад

    जब भारत देश में अनेकों महापुरुषों ने अथक प्रयास करके सर्व समाज के लिए संविधान दिए जो आज भी सिर्फ लिखित में संविधान लागू होता दिखता किंतु आज भी व्यवहार में जातीय धार्मिक वर्ण व्यवस्था के तहत मनुस्मृति हर घर में लागू दिखता जो हर घर परिवार के बच्चे एक समान अधिकार से वंचित मत रहने दे।

  • @shivdevuppal.5713
    @shivdevuppal.5713 6 месяцев назад +1

    श्रीमान जी नमस्कार मैं क्षत्रिय हूं मुझे आज तक नहीं पता की जाति के आधार पर भेदभाव क्या होता है बचपन में कभी भी हमें यह नहीं बताया गया कितना आदमी किस जाति पर जाति का है जब के हम खेती करते हुए सभी लोग मिलकर ही काम करते थे मिलकर ही खाना बनाते थे खाते से कोई भावना थी ही नहीं यह जो इतना शोर पड़ता है इसका अर्थ क्या है😊

  • @piusamritkumarbeck7152
    @piusamritkumarbeck7152 Год назад +2

    thanks for the logical information.

  • @rajendragarg8100
    @rajendragarg8100 Год назад +2

    शौचादि से निवृत्त होकर हस्त प्रक्षालन ना करने वाला व्यक्ति, स्नान नही करने वाला व्यक्ति, मैले वस्त्र पहनने वाला व्यक्ति, कर्म किए बगैर फल प्राप्त करने का अधिकार मांगने वाला व्यक्ति, कर्म फल से अधिक फल करने करने का अधिकार मांगने वाला व्यक्ति, झगड़ने वाला व्यक्ति, निर्वस्त्रता को आपत्तिजनक ना मानने वाला व्यक्ति, ऐसे अवगुणो से पूर्ण लोग कौन होते हैं ।

  • @shitladeen
    @shitladeen Год назад +2

    l am very glad to hear your explanation of given subject matter. S.D. verma R.B.l

  • @PermsukhYadav-kk8tq
    @PermsukhYadav-kk8tq 7 месяцев назад +1

    आम जन केलिए सच केलिए साथ दो जनहित.मे जय भीम जय भारत जय संविधान

  • @iskatariyakatariya-vp5dt
    @iskatariyakatariya-vp5dt Год назад +5

    भगवान् ने एक नर और एक नारी बनाया है दोनों एक दूसरे के पुरक है बाकी भेदभाव निच लोगों की सोच है जाती पाती मानव निर्मित एक जाल है

  • @reshammahilange
    @reshammahilange Год назад +5

    Arpit Dwivedi ko debate me bulaiye Sir

  • @zaidKhan-uz3oy
    @zaidKhan-uz3oy Год назад +3

    Nice sir

  • @ramkeshtatawat70
    @ramkeshtatawat70 Год назад +3

    Good sir ji

  • @satishchoudhary6398
    @satishchoudhary6398 Месяц назад

    धन्यवाद जानकारी देने के लिए 👌👍

  • @RavindraKumar-o1m3j
    @RavindraKumar-o1m3j 5 дней назад

    सर आप जैसे लोगों को तो देश के कानून मंत्री होना चाहिए था सर बहुत अच्छे बात बोले

  • @kailashnath4626
    @kailashnath4626 3 месяца назад +1

    नमो बुद्धाय जय भीम

  • @rnlalsrivastava4671
    @rnlalsrivastava4671 Год назад +5

    मनुस्मृति की मूल प्रति संभवतः प्राप्त नहीं है ।1870 में जो पुस्तक प्रकाशित है उसमें बहुत ही घआलमएल किया गया है।

    • @budhprakash9200
      @budhprakash9200 4 месяца назад

      चार कर्म = शिक्षा + सुरक्षा + उद्योग + व्यापार।
      चार वर्ण = ब्रह्म + क्षत्रम + शूद्रम + वैशम।
      चार आश्रम = ब्रह्मचर्य + गृहस्थ + वानप्रस्थ + यति आश्रम।
      चार मानव गुण = सत + रज + तप + तम।
      चार मुख्य शरीर अंग = मुख + बांह + पेट + चरण।
      चार युग = सतयुग + द्वापर + त्रेतायुग + कलयुग।
      चार वेद = ऋग्वेद + यजुर्वेद + सामवेद + अथर्ववेद।

    • @budhprakash9200
      @budhprakash9200 4 месяца назад

      चार वर्ण कर्म धर्म- जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय धर्म कर्म-
      ब्राह्म धर्म कर्म का मतलब शिक्षण वैद्यन पुरोहित संगीत कर्म करना है।
      क्षत्रम धर्म का मतलब सुरक्षण न्याय चौकीदारी जनसेवा करना है।
      शौद्र धर्म कर्म का मतलब उत्पादन निर्माण उद्योग कर्म करना है और
      वैशम धर्म का वितरण वाणिज्य क्रय विक्रय ट्रांसपोर्ट व्यापार कर्म करना है।
      चार वर्ण कर्म धर्म = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम।
      इन्ही चतुरवर्ण में पांचवेजन का धर्म वेतनमान पर दासजन जनसेवक नौकरजन सेवकजन कार्यरत होना है ।
      यही चारवर्ण में चार धर्म (कर्तव्य) हैं।

  • @spmedutainment1680
    @spmedutainment1680 7 месяцев назад +1

    दिमाग मे छेद कर दिए 👍👍👍

  • @bhimanagdeve8573
    @bhimanagdeve8573 Год назад

    भारतीय संस्कृति के विषमता पर आपका सामाजिक धार्मिक विश्लेषण बहुत ही अच्छा है सब लोग आपके इन विचारों को अंगिकृत करे भारत हर तरह से दुनिया मे विशेष समता वादी कहलायेगा पर मेकाले ने जो दंड सहिता दी वृह सबके हित के लिये है जैसे उन्होंने शिक्षा के बारेमें sc,st,obcके लोगों के लिये शिक्षा कि बात विशेष रुप से मेकाले ने कहां इन लोगों को डायरेक्ट शिक्षा दी जाय तो यह विद्रोह करेंगे और जैसे ब्राह्मण व्यवस्था का विरोध करते है वैसा अंग्रेजी व्यवस्था का विरोध कर हमे खदेडें इसलिए क्योंकि इनकी साथ हो रहे भेद भाव के लिये हमने ठोस कार्य नही किया इसलिए इन्हें झरने के सिद्धान्त के तहत शिक्षा दी जाये तो हमारे लिये हमे इन्सान के सारे नैसर्गिक व मानविय सामाजिक धार्मिक अधिकार दिया वह केवल और केवल बाबासाहब ने सभी ने काम किया पर हमारे अन्याय अत्याचार को दूर कर नष्ट करने के लिये किसीने भी आन्दोलन नही किया बाबासाहब के अलावा बाबासाहब को 36 कोटी नमन आपको साधुवाद आपने समाज का व मनुस्मृति का असली चेहरा दिखाया आपके साहस व जज्बे को क्रांतिकारी जयभीम जय संविधान

  • @BJena-wn7rr
    @BJena-wn7rr 2 месяца назад

    ब्रह्म् जानाति ब्राह्मण:"आप सच्चा ब्राह्मण है। आपको बहुत बहुत नमन। आपके तरह प्रशान्त किशोर त्रिपाठी जी और ओडिशा में भी (नाम अभी याद नहीं आता) ऐसे बहुत कम संख्यक ब्राह्मण बोलते हैं। आपके तरह शोच रखने वाले लोग यदि १०%मिल जाते तो भारत एक नया सोच्च के साथ बहुत तेजी से अग्रसर हो जाता।आप के शोच देवतुल्य है। मेरे तरफ से आपको बहुत बहुत धन्यवाद।

  • @dpalaria3000
    @dpalaria3000 18 дней назад

    Very nice 👍

  • @mansinghbaudh6353
    @mansinghbaudh6353 10 месяцев назад

    Excellent knowledge sir

  • @Sambhavkumarji
    @Sambhavkumarji Год назад

    सर जी यदि आप जैसा सभी सवर्ण समाज के वकील संविधान वादी हो जाएं तो sayad देशसुधर जायेगा ,मैं आपके ज्ञान को सैल्यूट करता हूं!

  • @Nekchand-e7w
    @Nekchand-e7w 2 месяца назад

    Very very good

  • @MithileshRamBiharnawadah
    @MithileshRamBiharnawadah 3 месяца назад

    दिल से नमस्कार करता हूं सर आपको इसी तरह समाज को जागृत करने का काम करते रहें

  • @gondiancultural9413
    @gondiancultural9413 Год назад +1

    दा गोंण्डवाना गोंण्डिंयन द्राविडीयन कल्चर इज सुपर सांइन्सेस टेक्नोलॉजीज सोसाइटीज गणराज्य गणराष्ट्र भारत को प्रबुद्ध गोंंडवाना गणराष्ट्र इतिहासीक सांस्कृतिक संविधान मानवतावाद प्राकृतिक वाद पर्यावरण संरक्षण सूचनात्मक सत्यशोधक सामाजिक आर्थिक सामाजिक शैक्षिक न्यायिक राजनीतिक सलाहकार व्याख्यान बहुत महत्वपूर्ण योगदान है भारतीय गोंण्डिंयन द्राविडीयन कल्चर इज सुपर सांइन्सेस टेक्नोलॉजीज सोसाइटीज गणराज्य गणराष्ट्र गण परिषद कि ।।से त्रिपाटी सर कों सेवा सैवा जोहार ।❤❤❤❤❤❤/❤❤❤❤❤❤❤ pardi system The GONDWANA GONDIAN Dravidian Culture is Super SCIENCES TECHNOLOGY society made it.

  • @sitaram3220
    @sitaram3220 Месяц назад +1

    I proud of you because your videos are likely nutral thought.

  • @omprakashsingh9637
    @omprakashsingh9637 Год назад +2

    Sundar bislesan 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @ashokchaurasia5949
    @ashokchaurasia5949 Год назад +8

    Manusmriti jaise Jativadi Mansikta wale Books ka Boycott Kiya jana behud jaroori hai

  • @bhagyashreebehera7774
    @bhagyashreebehera7774 Год назад +1

    Nice sir❤

  • @Tinkuhindivilog
    @Tinkuhindivilog Год назад +1

    Very good sir

  • @BhagwandasMahawar-yj7hs
    @BhagwandasMahawar-yj7hs 7 месяцев назад

    साहब मनुस्मृति फंडामेंटल नहीं बल्कि द्वेष रखने वालो के बिचार है, विचार कभी थोपे नहीं जाते वल्कि माना जाता है, मानना और न मानना स्वेच्छा पर निर्भर है

  • @RamPrasad-wi9fr
    @RamPrasad-wi9fr 3 месяца назад

    बहुत सुंदरजानकारी

  • @reshammahilange
    @reshammahilange Год назад +9

    Tripathi Sir apke jaise 10 bhi ho Jaye to India me pura badlaw ho Jaye

  • @ChandrabhanSonavane-us7l
    @ChandrabhanSonavane-us7l Год назад +8

    जय भिम नमोबुधाय 🙏💐🙏💐