संगीत नाटक अकादमी के सचिव का मैं दिल से आभारी हूं कि उन्होंने आगरा बाजार को "ओपन" किया। दूरदर्शन के पास भी ये नाटक सीरियल के रूप में मौजूद है। लेकिन अभी तक उसने इस नाटक को यूट्यूब पर नहीं डाला और न उसे बेचने की व्यस्था की। खैर, सालों का इंतज़ार खत्म हुआ और ये नाटक अब देखने को मिला। इस नाटक को चाहने वालों हम लोग अकादमी के तहे दिल से शुक्रगुजार हैं।
हबीब जी की अमरकृति आगरा बाजार को अपलोड करने के लिए बहुत बहुत साधुवाद। एक अलग ही दुनिया मे खो जाता हूँ जब हबीब जी के लिखे रचनाओं को पढ़ता देखता और सुनता हूँ।। हबीब जी के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम
आगरा बाजार शायद यह नाटक मेरे सिलेब्स में ना होता तो मैं इस मास्टरपीस से कभी रूबरू ना हो पाती... और शायद ही मैने एक दो पेज पढ़े हो क्यों की उबाऊ सा लगा पर इस मंचन ने भावविभोर कर दिया लेश मात्र भी उबाउपन नही। काश मै इसे लाइव देख पाती.. हर कलाकार की जितनी तारीफ करू उतनी कम है.. हर एक ने किरदार बस निभाया नही जिया है। कितना वास्तविक सा प्रतीत हो रहा है याद नाटक देख कर जैसे सच में लोग अपनी जिंदगी जी रहे हो। बहुत बहुत बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति पुनः भावविभोर हूं कुछ भी कहने में असमर्थ हूं। ❤❤
भारतीय रंगमंच के लिए सबसे ज़्यादा जो कोशिशें हुई उनमें दो शख्सियतों का अहम योगदान रहा है हबीब तनवीर और इब्राहिम अल्काजी साहब। हबीब साहब ने ओखला थिएटर और अल्काजी साहब ने NSD की स्थापना में अहम किरदार अदा किया। औरों की तरह मैं भी उनकी नाट्य कला का कायल हूं।❤
ग्रेट! अपलोड करने के लिए लाखों बार शुक्रगुजार हूं. ये मैने सालों पहले दूरदर्शन पर देखा था तबसे इसे ढूंढ रहा था लेकिन बहुत कोशिशों के बाद भी कहीं नही मिला आज फिर निरर्थक समझ कर फिर से यू ट्यूब पर ढूढने लगा तो मिल गया ऐसा लग रहा है जैसे कोई करोड़ों की लाटरी लग गई हो. इस मास्टरपीस के लिये सबको बधाई देता हूँ. हबीब साहब को सलाम करता हूँ और अपलोड करने के लिए दिली हजार बार शुक्रिया करता हूँ.
भावनाएं तर्ज से निकली आपके मंचन के नुमा से टूटी फूटी सायरी की है आपके दुआ से। सच में इस नाटक को संगीत योजना, मसाल्ला लाखो में एक है साथ ही हबीब जी के नाटक क्या कहने❤️❤️❤️✨🌻
Have watched it only on the tube. A few days ago my 7 year old grandson went to see it and remembered that I used to recite to him Nazir's najm on Til ke Laddoo.
This play is etched on my soul...i was 13 or 14 when it came on doordashan and my journey for appreciating theatre and art started...i live in Uk for the last 28 years but i still searched for this play and remembered Habib Tanverr sahab❤and the dialogues "Laila ki ungaliyan le lo(kakdiyaan)...wah Wah...rangmanch zindabaad❤
Thanks for uploading this. I have been searching for this for the past 10 years. Had seen this on doordarshan in 1989-90. One of my favourite parts are songs the hawkers sing for kakdi, tarbooz and laddu. starts at 2:11. I have been searching for this on you tube for the past 13 years.
हमारी संस्कृति जब भी एक ही रंग हावी होगा तो हमारी संस्कृति और लोकतंत्र के लिए नुकसान ही पहुचायेगा।हमारी प्रवृत्ति ही है मिलनसार होनें की । एकाकीपना से हम कभी खुशहाली ,प्रसंचितता नही हासिल कर सकते। धन्यवाद सभी को 🙏🏻
You have revived my memories. We used to watch such wonderful plays on Doordarshan about thirty years ago. Agra Darbaar, Ghashiram Kotawal, Sandhya Chhaya etc. Bharat Ek Khoj was also my favourite. Thanks uploading.
I am deeply grateful to the secretary of Sangeet Natak Akademi that he "opened" Agra Bazaar. Doordarshan also has this naatak as a serial. But so far he has not put this drama on RUclips nor arranged to sell it. Well, the wait of years has ended and this drama is now seen. Those of us who like this drama are grateful to the academy.
Thanku so much for uploading this video. Although my history student nevertheless i lovr it that's why the way present the play "Agra bazar " Written by habib Tanvir.
I saw this with my mother on doordarshan, at that time it was black and white I think the year was perhaps 78 or 79. My mother really love it now she is no more but after finding it on RUclips I return back to my affectionate mother.
यह नाटक नेट के सिलेबस में लगा है और आज पढ़ रहा था तो देखने की इच्छा हुई❤
Hnm
बहुत बहुत धन्यवाद साहब हमारे बाबूजी ने इस पर काम किया है (पद्मश्री गोविंद राम निर्मलकर जी)
संगीत नाटक अकादमी के सचिव का मैं दिल से आभारी हूं कि उन्होंने आगरा बाजार को "ओपन" किया। दूरदर्शन के पास भी ये नाटक सीरियल के रूप में मौजूद है। लेकिन अभी तक उसने इस नाटक को यूट्यूब पर नहीं डाला और न उसे बेचने की व्यस्था की।
खैर, सालों का इंतज़ार खत्म हुआ और ये नाटक अब देखने को मिला। इस नाटक को चाहने वालों हम लोग अकादमी के तहे दिल से शुक्रगुजार हैं।
Bhout khub lagi
बहुत साल पहले दूरदर्शन पर् नाटक देखा था दूरदर्शन पर बेमिसाल सोचा नहीं था यह पुराना नाटक यूट्यूब पर देख पाऊंगा
हबीब जी की अमरकृति आगरा बाजार को अपलोड करने के लिए बहुत बहुत साधुवाद। एक अलग ही दुनिया मे खो जाता हूँ जब हबीब जी के लिखे रचनाओं को पढ़ता देखता और सुनता हूँ।।
हबीब जी के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम
हबीब जी की ये रचना मैंने कई बार देखी है और बार बार इसे देखने का मन करता है
गजब की प्रस्तुति हबीब तनवीर जी की जो लोक कलाकारों को ऊपर लाने में बहुत योगदान दिए हैं
आगरा बाजार शायद यह नाटक मेरे सिलेब्स में ना होता तो मैं इस मास्टरपीस से कभी रूबरू ना हो पाती...
और शायद ही मैने एक दो पेज पढ़े हो क्यों की उबाऊ सा लगा
पर इस मंचन ने भावविभोर कर दिया लेश मात्र भी उबाउपन नही।
काश मै इसे लाइव देख पाती..
हर कलाकार की जितनी तारीफ करू उतनी कम है.. हर एक ने किरदार बस निभाया नही जिया है।
कितना वास्तविक सा प्रतीत हो रहा है याद नाटक देख कर जैसे सच में लोग अपनी जिंदगी जी रहे हो।
बहुत बहुत बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति पुनः भावविभोर हूं कुछ भी कहने में असमर्थ हूं।
❤❤
भारतीय रंगमंच के लिए सबसे ज़्यादा जो कोशिशें हुई उनमें दो शख्सियतों का अहम योगदान रहा है हबीब तनवीर और इब्राहिम अल्काजी साहब। हबीब साहब ने ओखला थिएटर और अल्काजी साहब ने NSD की स्थापना में अहम किरदार अदा किया। औरों की तरह मैं भी उनकी नाट्य कला का कायल हूं।❤
ग्रेट! अपलोड करने के लिए लाखों बार शुक्रगुजार हूं. ये मैने सालों पहले दूरदर्शन पर देखा था तबसे इसे ढूंढ रहा था लेकिन बहुत कोशिशों के बाद भी कहीं नही मिला आज फिर निरर्थक समझ कर फिर से यू ट्यूब पर ढूढने लगा तो मिल गया ऐसा लग रहा है जैसे कोई करोड़ों की लाटरी लग गई हो. इस मास्टरपीस के लिये सबको बधाई देता हूँ. हबीब साहब को सलाम करता हूँ और अपलोड करने के लिए दिली हजार बार शुक्रिया करता हूँ.
Lajvab
Aap bilkul sahi bolrahi hai sir mene bhi bhut dhunda ab Mila Habib sb ne us dour ko wapas Zinda kiya hai is natak ky zariye
अद्भुत संस्कृति है इस देश की!!!
बहुत सुंदर प्रस्तुति , वाह!
भावनाएं तर्ज से निकली आपके मंचन के नुमा से
टूटी फूटी सायरी की है आपके दुआ से।
सच में इस नाटक को संगीत योजना, मसाल्ला लाखो में एक है साथ ही हबीब जी के नाटक क्या कहने❤️❤️❤️✨🌻
Have watched it only on the tube.
A few days ago my 7 year old grandson went to see it and remembered that I used to recite to him Nazir's najm on Til ke Laddoo.
आहा... करोड़ों की लागत से बनी फिल्में इस प्रस्तुति के आगे फीकी हैं।
❤❤❤ मजा आ गया बहुत ही उम्दा प्रदर्शन
Bahut khub
Koi dikhawa, havey costumes nhi, sach or dil ko chune wale.
लाजवाब हबीब साहेब.... एक यादगार प्रस्तुति
Thanks for uploading this drama..!!
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति तहे दिल से शुक्रिया ❤❤
9:41 rotiyan, 14:32 muflisi 23:00 khushamad 1:13:19 Paisa, 1:16:14 Banjara
This play is etched on my soul...i was 13 or 14 when it came on doordashan and my journey for appreciating theatre and art started...i live in Uk for the last 28 years but i still searched for this play and remembered Habib Tanverr sahab❤and the dialogues "Laila ki ungaliyan le lo(kakdiyaan)...wah Wah...rangmanch zindabaad❤
u must watch TV Serial kab tak pukaroon!
Thanks for uploading this. I have been searching for this for the past 10 years. Had seen this on doordarshan in 1989-90. One of my favourite parts are songs the hawkers sing for kakdi, tarbooz and laddu. starts at 2:11. I have been searching for this on you tube for the past 13 years.
Oh god same...exactly same❤
हमारी संस्कृति जब भी एक ही रंग हावी होगा तो हमारी संस्कृति और लोकतंत्र के लिए नुकसान ही पहुचायेगा।हमारी प्रवृत्ति ही है मिलनसार होनें की । एकाकीपना से हम कभी खुशहाली ,प्रसंचितता नही हासिल कर सकते।
धन्यवाद सभी को 🙏🏻
Bahut khoobsurat drama aur Ada karne wale bhi bahut umda kalakar.
Jitni bhi tareef ki jaye kam h bhut accha 👍👍👍👍
बहुत ही शानदार प्रस्तुतीकरण किया है आगरा बाजार का हबीब तनवीर बहुत-बहुत शुक्रगुजार👌👌👌😊
معیاری ڈراما ۔ حبیب تنویر کے کیا ہی کہنے۔
शानदार, जबर्दस्त, ज़िन्दाबाद।।
Bahut sandar natak agrabazar Naya theatar ki sandar prastuti
I am m history student while i am watching this due to intrest in Hindi.
Such soothing plays. Alas! where gone the days?
Laga ki purane zamane mei hu....bahot acha
You have revived my memories. We used to watch such wonderful plays on Doordarshan about thirty years ago. Agra Darbaar, Ghashiram Kotawal, Sandhya Chhaya etc. Bharat Ek Khoj was also my favourite. Thanks uploading.
Nice
Thanks for uploaded
A masterpiece of musical drama that takes you to another world!
Great play, Habib Tanvir saheb and team -Immortal memory of Nazir Akbarabadi
Thanks a lot for AAGRA BAZAR"uploading.
Nazeer Akbar Abadi aur hamari khobsoorat ganga jamni tahzeeb
Bahut Sundar natak Ki parstuti h🎉🎉🎉🎉🎉❤❤
Bhut choti Umar me tv per dekh te thay bhut maza ata tha
Agrabazar gajab ke lajwab play
Kya baat hain Agra bazar ki yahi ho rahi hai
wah miya man gaye, closest to realty
I am deeply grateful to the secretary of Sangeet Natak Akademi that he "opened" Agra Bazaar. Doordarshan also has this naatak as a serial. But so far he has not put this drama on RUclips nor arranged to sell it.
Well, the wait of years has ended and this drama is now seen. Those of us who like this drama are grateful to the academy.
Bhahut shandaar keep it up jai shri ram
Thanku so much for uploading this video. Although my history student nevertheless i lovr it that's why the way present the play "Agra bazar " Written by habib Tanvir.
Thanks for uploading this video.
अत्यंत सुंदर प्रस्तुति ❤🎉
Thank you for uploaded
Finally it’s here. Thank you so much for this. Please upload other dramas too.
Pure Gold.
Pure Happiness.
Pure enthralling
I saw this with my mother on doordarshan, at that time it was black and white I think the year was perhaps 78 or 79. My mother really love it now she is no more but after finding it on RUclips I return back to my affectionate mother.
लाजवाब
I was looking for this play for long time. Had seen a glimpse of it on TV during my childhood. Thanks a lot for uploading.
Same with me. I have been searching youtube for many years for this series, and finally got it now. A masterpiece from the great maestro.
Heaven
Waited a long
Thanks for uploading
Umda klakar umda abhinay 🤗
बहुत सुंदर प्रस्तुति ❤️
Nazir akbarabadi aur aadminama issi play se maine Jana bahot hi acha
👌👌👌वाह मस्त 👌
Wah kya andaaz e bayaan aam loug iss labu lahje mei baat karte thei
अविस्मरणीय 👍🙏
Gajab
महिमा उसकी भी रहे जिसका नाम नज़ीर
Bahut bahut dhanyawad🙏
Precious as diamond💎 👏👏
Thank you for this
Wow
Bhut achcha sir🎉
Bahut bahut shukriya bahut bahut shukriya urdu ke aise aor bhi ड्रामे upload kijiye please
Thanks a lot, great to see ❤
37:2 pr jo baacha he bo ab jban hoga sayd❤
Beautiful 😍 very nice 👍👏👏🌹🌹👌🌹🌹
Mashaallah 👍👍
Osm Play 💓💓💓💓💓💓
Haneeb sir greatest work
Ziuban-e-Ishq, A short film on Nazeer Akbarabadi by Muzaffar Ali can be watched on ' Adab Sara ' RUclips channel.
Adab sara, Playlist, Nazeer
Moulana ki acting gajab
Master Pieces...
Can anyone comment name of other play like this. Sharing is caring. All will be delighted to see more play like this.
Superb
Blockbuster play
Good
❤❤❤
Thnx yeh mera topic h
Nice
Best natak
Unexpected sir
Darama part II 1:22:00
Thank you
Thank you ❤️
🎉❤
👍👍👍👍👍
hats of to girl at 42:00
Can I get the lyrics of that 'kakdi' song somewhere? Not the actual nazm by Nazir Akbarabadi, but the song that is used in this play...
बेशकीमती वीडियो है। इसे दिखाने के लिए तहे दिल से शुक्रिया।
Nice action
❤️
Thank you.
Vijay shukla
Paisa na ho to aadmi charkhe ki maar hai 1:15:21