टेराकोटा आर्ट- भठ्ठी(चूल्हे) से निकलने के बाद का नेचुरल कलर

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  • Опубликовано: 30 июл 2024
  • भठ्ठी में तपने के बाद इसका कलर पहले काला होता हैं।फिर अंत मे लाल हो जाता है।यह हमारी संस्कृति/ रीति- रिवाज की सदियों से चली आ रही परम्परा है। ये इसका नेचुरल कलर है। यह एक बड़ा चूल्हा है ,जिसके ऊपर सभी सामानों को व्यवस्थित करके रखा जाता है। फिर उसे कंडे व लकड़ी की सहायता से पकाया जाता है। पकाने के लिए करीब एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है। फिर उसे ठंडा होने के लिए छोड़ दिया जाता है, फिर ठंडा हो जाने के बाद अगले दिन उसको निकाला जाता है।

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