रिकवरी स्टार्ट होने पर भारीपन और जलन,झटके,सूजन, सुखापन, अकरन, टाइटनेश, खींचाव, दर्द, दिल दिमाग़ मे घबराहट ये सब होने लगते है... रिकवरी आ जायेगी तो ये सब कम होने लगेगा घबराए नहीं दिल लगाकर जमकर महनत करें... चलने पे ध्यान दे हर घंटे के बाद 20~25 मिन्ट जरूर चले.. Urine / Toilet मल / मूत्र करते समय दिल घबराहट, बालो के रोमटे खरे होने, बदन मे कपकपी ऐसा होने लगता है तो डरे नहीं ये सब धीरे धीरे कंट्रोल हो जायेगा रिकवरी आने से बॉडी मे छमता बनने के बाद.... चलने की कोशिस करते रहे और हमेशा सीधा सीधा चले उल्टा ना चले.. कूछ दिनों मे आपको चलने मे सूधार हुआ है और भी रिकवरी आएगी दिल लगाकर मेहनत करें चलने मे और दिल लगाकर खाना खाये.. खाने मे कूछ मना नहीं है सब कूछ खाये पेट भर कर खाये खाना भी रिकवरी का हिस्सा है बेडरेस्ट ज्यादा ना करें दीन मे ज़ब आराम करना हो तो बैठकर रहे पैरों को नीचे जमीन से टच करके रखे... पैरों को मोरकर / पलथा मारकर ज्यादा ना बैठे... कमरमे झटके कंपन सब रिकवरी आने पे खत्म हो जाएंगे, घबराने की कोई बात नहीं... हमेशा पैरों मे समान्य जूते 👟 लगाकर चलिए... पैरों मे छमता ( Capacity ) नहीं होने के कारन कमर को संभालने की छमता ख़तम हो जाती है, पैरों मे थोड़ा और जान आएगा रिकवरी बूस्ट होगा तब पैरों के सभी अंग कमर बैलेंस,मल / मूत्र कंट्रोल मे आ जाएंगे और आप नॉर्मली उसे हैंडल कर पायेंगे.. घबराये नहीं..
चैनल के डिस्क्रिप्शन मे नंबर दिया हूआ है.. 👍 👇 खड़े होना सीखे घूटना लॉक नहीं होता है तब केलीपर / निब्रेस यूज करें, दिन मे चार / पांच बार चले पैरों मे और एक्टिविटी आएगी तब घूटने मे आपका पूरा कंट्रोल होने लगेगा, सोते समय पैरों को सीधा रखे मोरकर ज्यादा ना रखे रिकवरी आने पर ताकत बनेगी तभी आप अपने कमर को कण्ट्रोल कर पाएंगे क्युकी अभी आप कमर को कण्ट्रोल नहीं कर पाएंगे और ज्यादा इधर उधर करेंगे तो पलटकर गिरने का डर है इसलिए अभी आप चलते पे ध्यान दें कूछ और पावर बनेगा तब कमर खुद कण्ट्रोल होने लगेगा और आप सीधा चल पाएंगे कमर मे बेल्ट लगाकर बैठा करें और चला करें आपकी रिकवरी और आएगी तभी आप अपने पैरों पर कण्ट्रोल कर पाएंगे ज्यादा चलने पे ध्यान दें बाकी टाइम किसी और एक्सरसाइज मे लगाए उंगलियां कैसे काम करेगी और कमर पे कण्ट्रोल कैसे आएगा मांसपेसीओ मे रिकवरी आने पर ऐसा होने लगता है आपको ज्यादा देर बैठकर रहने से दर्द भी होगा जबकि पहले ऐसा दिक्कत आप नहीं महसूस करते थे चलने मे मेहनत करते रहे और पावर आएगी तब ये सब खत्म होने लगेगा डेली नहाया करें और साफ सफा रहा करें *अगर नहाने के बाद स्किन पे चक्कत्ते छाले पर जाते हो तो एक दो दिन छोर कर नहाये और घबराएं नहीं.. बिना मेहनत के कुछ नहीं हो सकता है.. सब्र करना मेहनत करने से ज्यादा जरूरी है.. क्युकी रिकवरी आने मे टाइम लगते है कोई फिक्स टाइम नहीं है और इस धरती पे दूसरा और कोई उपाय नहीं है पैसे बर्बाद होजाते है टाइम भी बर्बाद और फिर जिंदगी भर के लिए बेडरेस्ट करना परेगा जिंदगी भर अलग अलग कठिनाइयों को झेलना परेगा क्युकी आपकी रीढ़ की हड्डियों मे चोट लगी है, चोट से निचे के कोई भी अंग किसी काम का नहीं और दिक्कते अलग खुदको रिकवर करने के लिए जीतने कम हेवी सामान यूज करे उतना अच्छा है.. इन सबकी लत लगती है तो काफ़ी टाइम लग जाता है रिकवरी आने मे खड़े होकर चलने का प्रयास हर घंटे बाद करते रहे पैरों के पंजे मे जान / Activity आएगी और पैरों के पंजे ज़ब आपके कण्ट्रोल मे आने लगेंगे तो पैरों की उंगलियां अपने आप ही काम करने लग जायेंगे घबराये नहीं और हमेशा एक्टिव रहे... Cervical Case ✴️अगर सर्वाइकल इंजरी है तब पहले हाथो का एक्सरसाइज करें हाथो से साइकिलिंग करें.. रीढ़ की हड्डियों मे ज़ब चोट परती है तो नीचे के अंगों की सकती / sense / समझ छमता सब खत्म हो जाती है और पेसेंट जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो जाते है, रिकवरी के लिए बहूत प्रयास करना करना परता है जमकर खरे हो कर चलना पैरो को सीखना परता है... रिकवरी स्टार्ट होने पर जलन,झटके,सूजन, सुखापन, अकरन, टाइटनेश, खींचाव, दर्द, दिल दिमाग़ मे घबराहट ये सब होने लगते है... रिकवरी आ जायेगी तो ये सब कम होने लगेगा घबराना नहीं है दिल लगाकर जमकर महनत करें... चलने पे ध्यान दे हर घंटे के बाद.. Urine / Toilet मल / मूत्र करते समय दिल घबराहट, बालो के रोमटे खरे होने, बदन मे कपकपी ऐसा होने लगता है तो डरे नहीं ये सब धीरे धीरे कंट्रोल हो जायेगा रिकवरी आने से बॉडी मे छमता बनने के बाद.... चलने की कोशिस करते रहे और हमेशा सीधा सीधा चले उल्टा ना चले.. कूछ दिनों मे आपको चलने मे सूधार हुआ है और भी रिकवरी आएगी दिल लगाकर मेहनत करें चलने मे और दिल लगाकर खाना खाये.. खाने मे कूछ मना नहीं है सब कूछ खाये पेट भर कर खाये खाना भी रिकवरी का हिस्सा है बेडरेस्ट ज्यादा ना करें दीन मे ज़ब आराम करना हो तो बैठकर रहे पैरों को नीचे जमीन से टच करके रखे... पैरों को मोरकर / पलथा मारकर ज्यादा ना बैठे... कमरमे झटके कंपन सब रिकवरी आने पे खत्म हो जाएंगे, घबराने की कोई बात नहीं... हमेशा पैरों मे समान्य जूते 👟 लगाकर चलिए... पैरों मे छमता ( Capacity ) नहीं होने के कारन कमर को संभालने की छमता ख़तम हो जाती है, पैरों मे थोड़ा और जान आएगा रिकवरी बूस्ट होगा तब पैरों के सभी अंग कमर बैलेंस,मल / मूत्र कंट्रोल मे आ जाएंगे और आप नॉर्मली उसे हैंडल कर पायेंगे.. घबराये नहीं..👍 💊 𝗗𝗼 𝗻𝗼𝘁 𝘂𝘀𝗲 𝗮𝗻𝘆 𝗠𝗲𝗱𝗶𝗰𝗶𝗻𝗲 𝗪𝗶𝘁𝗵𝗼𝘂𝘁 𝗖𝗼𝗻𝘀𝘂𝗹𝘁𝗶𝗻𝗴 𝗬𝗼𝘂𝗿 𝗗𝗼𝗰𝘁𝗼𝗿'𝗦 🩺👨✈️💉 🏋️♂️ 𝗝𝗼𝗶𝗻 𝗨𝘀 𝗧𝗼 𝗕𝗿𝗶𝗻𝗴 𝗣𝗼𝘄𝗲𝗿 𝗜𝗻 𝗬𝗼𝘂𝗿 𝗛𝗲𝗮𝗿𝘁 𝗦𝗽𝗶𝗻𝗲 𝗥𝗲𝗰𝗼𝘃𝗲𝗿𝘆.. 🫂👫 🔔 👉 𝗦𝗨𝗕𝗦𝗖𝗥𝗜𝗕𝗘 👇 𝗦𝗖𝗜 𝗥𝗲𝗰𝗼𝘃𝗲𝗿𝘆 𝗖𝗵𝗮𝗻𝗻𝗲𝗹. 🎥 youtube.com/@sci-groups.recovery?si=oohrn1_1_DymxSs_
Thank you jawab sir
❤ Most वेलकम
🙏🙏🙏
Very good 👍😊
Thanks for the visit
SCI recovery 👍👍
❤️
#𝐒𝐮𝐛𝐬𝐜𝐫𝐢𝐛𝐞 🔔
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👌👍👍🙏🎉❤️❤️
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Good
Thanks Friends ❤️
🙏
Sir good morning😢
Good morning Friends 👍
❤️
@SCI-GROUPS.RECOVERY
𝐒𝐂𝐈 रिकवरी चैनल 🎥
🎉❤😊
Cuttack re kouthi tama ghar
Aap bht bht bahadur ho bhai ji
@@MannKumar-d3o 🙏🙏🙏
👍👍👍👍
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D11&12 complete injury Haye walking karra but legs slide hora konsa exices karnaa
रिकवरी स्टार्ट होने पर भारीपन और जलन,झटके,सूजन, सुखापन, अकरन, टाइटनेश, खींचाव, दर्द, दिल दिमाग़ मे घबराहट ये सब होने लगते है...
रिकवरी आ जायेगी तो ये सब कम होने लगेगा घबराए नहीं दिल लगाकर जमकर महनत करें...
चलने पे ध्यान दे हर घंटे के बाद 20~25 मिन्ट जरूर चले..
Urine / Toilet मल / मूत्र करते समय दिल घबराहट, बालो के रोमटे खरे होने, बदन मे कपकपी ऐसा होने लगता है तो डरे नहीं ये सब धीरे धीरे कंट्रोल हो जायेगा रिकवरी आने से बॉडी मे छमता बनने के बाद....
चलने की कोशिस करते रहे और हमेशा सीधा सीधा चले उल्टा ना चले..
कूछ दिनों मे आपको चलने मे सूधार हुआ है और भी रिकवरी आएगी दिल लगाकर मेहनत करें चलने मे और दिल लगाकर खाना खाये..
खाने मे कूछ मना नहीं है सब कूछ खाये पेट भर कर खाये खाना भी रिकवरी का हिस्सा है
बेडरेस्ट ज्यादा ना करें दीन मे ज़ब आराम करना हो तो बैठकर रहे पैरों को नीचे जमीन से टच करके रखे...
पैरों को मोरकर / पलथा मारकर ज्यादा ना बैठे...
कमरमे झटके कंपन सब रिकवरी आने पे खत्म हो जाएंगे, घबराने की कोई बात नहीं...
हमेशा पैरों मे समान्य जूते 👟 लगाकर चलिए...
पैरों मे छमता ( Capacity ) नहीं होने के कारन कमर को संभालने की छमता ख़तम हो जाती है, पैरों मे थोड़ा और जान आएगा रिकवरी बूस्ट होगा तब पैरों के सभी अंग कमर बैलेंस,मल / मूत्र कंट्रोल मे आ जाएंगे और आप नॉर्मली उसे हैंडल कर पायेंगे..
घबराये नहीं..
Samu ka no
@@ashishpawar6145 SCI D11-D12-L1-L2 Samu Santra Kolkata 2 Years Recovery Age- 18 Years Boy.
M- 97351 38114
सर मी बिस्तर पे पढाव मुझे बताओ मुझे आपका नंबर चाहिये
चैनल के डिस्क्रिप्शन मे नंबर दिया हूआ है.. 👍
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खड़े होना सीखे घूटना लॉक नहीं होता है तब केलीपर / निब्रेस यूज करें, दिन मे चार / पांच बार चले पैरों मे और एक्टिविटी आएगी तब घूटने मे आपका पूरा कंट्रोल होने लगेगा, सोते समय पैरों को सीधा रखे मोरकर ज्यादा ना रखे
रिकवरी आने पर ताकत बनेगी तभी आप अपने कमर को कण्ट्रोल कर पाएंगे क्युकी अभी आप कमर को कण्ट्रोल नहीं कर पाएंगे और ज्यादा इधर उधर करेंगे तो पलटकर गिरने का डर है इसलिए अभी आप चलते पे ध्यान दें कूछ और पावर बनेगा तब कमर खुद कण्ट्रोल होने लगेगा और आप सीधा चल पाएंगे
कमर मे बेल्ट लगाकर बैठा करें और चला करें
आपकी रिकवरी और आएगी तभी आप अपने पैरों पर कण्ट्रोल कर पाएंगे ज्यादा चलने पे ध्यान दें बाकी टाइम किसी और एक्सरसाइज मे लगाए
उंगलियां कैसे काम करेगी और कमर पे कण्ट्रोल कैसे आएगा
मांसपेसीओ मे रिकवरी आने पर ऐसा होने लगता है
आपको ज्यादा देर बैठकर रहने से दर्द भी होगा जबकि पहले ऐसा दिक्कत आप नहीं महसूस करते थे
चलने मे मेहनत करते रहे और पावर आएगी तब ये सब खत्म होने लगेगा
डेली नहाया करें और साफ सफा रहा करें
*अगर नहाने के बाद स्किन पे चक्कत्ते छाले पर जाते हो तो एक दो दिन छोर कर नहाये और घबराएं नहीं..
बिना मेहनत के कुछ नहीं हो सकता है..
सब्र करना मेहनत करने से ज्यादा जरूरी है.. क्युकी रिकवरी आने मे टाइम लगते है कोई फिक्स टाइम नहीं है और इस धरती पे दूसरा और कोई उपाय नहीं है पैसे बर्बाद होजाते है
टाइम भी बर्बाद
और फिर जिंदगी भर के लिए बेडरेस्ट करना परेगा जिंदगी भर अलग अलग कठिनाइयों को झेलना परेगा
क्युकी आपकी रीढ़ की हड्डियों मे चोट लगी है, चोट से निचे के कोई भी अंग किसी काम का नहीं और दिक्कते अलग
खुदको रिकवर करने के लिए जीतने कम हेवी सामान यूज करे उतना अच्छा है..
इन सबकी लत लगती है तो काफ़ी टाइम लग जाता है रिकवरी आने मे
खड़े होकर चलने का प्रयास हर घंटे बाद करते रहे पैरों के पंजे मे जान / Activity आएगी और पैरों के पंजे ज़ब आपके कण्ट्रोल मे आने लगेंगे तो पैरों की उंगलियां अपने आप ही काम करने लग जायेंगे घबराये नहीं और हमेशा एक्टिव रहे...
Cervical Case
✴️अगर सर्वाइकल इंजरी है तब पहले हाथो का एक्सरसाइज करें हाथो से साइकिलिंग करें..
रीढ़ की हड्डियों मे ज़ब चोट परती है तो नीचे के अंगों की सकती / sense / समझ छमता सब खत्म हो जाती है और पेसेंट जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो जाते है, रिकवरी के लिए बहूत प्रयास करना करना परता है जमकर खरे हो कर चलना पैरो को सीखना परता है...
रिकवरी स्टार्ट होने पर जलन,झटके,सूजन, सुखापन, अकरन, टाइटनेश, खींचाव, दर्द, दिल दिमाग़ मे घबराहट ये सब होने लगते है...
रिकवरी आ जायेगी तो ये सब कम होने लगेगा घबराना नहीं है दिल लगाकर जमकर महनत करें...
चलने पे ध्यान दे हर घंटे के बाद..
Urine / Toilet मल / मूत्र करते समय दिल घबराहट, बालो के रोमटे खरे होने, बदन मे कपकपी ऐसा होने लगता है तो डरे नहीं ये सब धीरे धीरे कंट्रोल हो जायेगा रिकवरी आने से बॉडी मे छमता बनने के बाद....
चलने की कोशिस करते रहे और हमेशा सीधा सीधा चले उल्टा ना चले..
कूछ दिनों मे आपको चलने मे सूधार हुआ है और भी रिकवरी आएगी दिल लगाकर मेहनत करें चलने मे और दिल लगाकर खाना खाये..
खाने मे कूछ मना नहीं है सब कूछ खाये पेट भर कर खाये खाना भी रिकवरी का हिस्सा है
बेडरेस्ट ज्यादा ना करें दीन मे ज़ब आराम करना हो तो बैठकर रहे पैरों को नीचे जमीन से टच करके रखे...
पैरों को मोरकर / पलथा मारकर ज्यादा ना बैठे...
कमरमे झटके कंपन सब रिकवरी आने पे खत्म हो जाएंगे, घबराने की कोई बात नहीं...
हमेशा पैरों मे समान्य जूते 👟 लगाकर चलिए...
पैरों मे छमता ( Capacity ) नहीं होने के कारन कमर को संभालने की छमता ख़तम हो जाती है, पैरों मे थोड़ा और जान आएगा रिकवरी बूस्ट होगा तब पैरों के सभी अंग कमर बैलेंस,मल / मूत्र कंट्रोल मे आ जाएंगे और आप नॉर्मली उसे हैंडल कर पायेंगे..
घबराये नहीं..👍
💊 𝗗𝗼 𝗻𝗼𝘁 𝘂𝘀𝗲 𝗮𝗻𝘆 𝗠𝗲𝗱𝗶𝗰𝗶𝗻𝗲 𝗪𝗶𝘁𝗵𝗼𝘂𝘁 𝗖𝗼𝗻𝘀𝘂𝗹𝘁𝗶𝗻𝗴 𝗬𝗼𝘂𝗿 𝗗𝗼𝗰𝘁𝗼𝗿'𝗦 🩺👨✈️💉
🏋️♂️ 𝗝𝗼𝗶𝗻 𝗨𝘀 𝗧𝗼 𝗕𝗿𝗶𝗻𝗴 𝗣𝗼𝘄𝗲𝗿 𝗜𝗻 𝗬𝗼𝘂𝗿 𝗛𝗲𝗮𝗿𝘁 𝗦𝗽𝗶𝗻𝗲 𝗥𝗲𝗰𝗼𝘃𝗲𝗿𝘆.. 🫂👫
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👉 𝗦𝗨𝗕𝗦𝗖𝗥𝗜𝗕𝗘 👇
𝗦𝗖𝗜 𝗥𝗲𝗰𝗼𝘃𝗲𝗿𝘆 𝗖𝗵𝗮𝗻𝗻𝗲𝗹.
🎥
youtube.com/@sci-groups.recovery?si=oohrn1_1_DymxSs_
Sci grup ka mobile no dijiye bhai Main bhi isi bimari se pareshan hun
Bhai Mera bhi problem yahi hai
Deception me deko number hai
चैनल के डिस्क्रिप्शन मे नंबर दिया हूआ है..❤️
@SCI-GROUPS.RECOVERY
👍👍👍👍