किसी वर्ण जाति को शिक्षा जपतप व्रत मानसम्मान प्रतिष्ठा से वंचित करने वाले कथा भागवत रामायण को धर्म अपनी ही बेटी बहन को पत्नी बनाने की शिक्षा देने वाले को भगवान कहते हैं? क्या किसी का यह भी धर्म है तो चोर का भी धर्म होगा,बलात्कारी काभी धर्म होगा तोउसकी शिकायत FIR करके उसकी धार्मिकभावना आहत नहीं करते होक्या?
रतनकुमार जी तुलसी कृत रामायण में ही लिखा है कि निषाद लोग कपटी कायर कुजाति चोर होतेहैं इनकी परछाई छू जाय तो स्नान करने से शुद्धी होती है,क्या इसे आपने पढ़ा कभी? देखिए: कपटी कायर कुटिल कुजाती। लोकवेद बाहर सब भांती। लोकवेद सब भातिंह नीचा जासु छांह छुइ लेई सींचा।।
Nafrat ki machine..... ninda ninda ninda ninda ninda.....ninda karne ke Digree ... Licence milna chahiye.... Ninda karne wala seedha narak me jaata hai....
Aapki comment padhne ke bad mujhe pata chala ki aapane roti khane walon ki nahin tatti aur gobar khane walon ki baat ki hai kyunki Jo tatti aur gobar khata hai use hi sacchi baat buri lagti hai bhosda ke
विरेंद्र जी हम-सब इतने क्रूर राजा को जो अपनी पत्नी का न हुआ,शंबूक ऋषि की जप तप व्रत करने के कारण हत्या कर दिया उसे भगवान मानते शर्म जब नहीं आती तो इस महान कथावाचक को सच बातकहने पर मिर्ची क्यों लगी?
tum hinduko aur aur kohi dharmaalambiyouko gali karte raho lekin aaj tumharae ye jo bhi bachan ho uo galat hai . sara sansar khatam hone wale hai to tumhare parwachan ki kono kam ki nahi hai.des par bideski mushiwat chal rahahai phir bhi ye swab tamasa karneki kohi jarurat nahi hai.santa bhi pagal ke pichhe bhi puuri pagal pichhe pade huye hai yaha bat jan lo dost .
Saty vachn gurudevji
App ki bilkul sahi hai 5:21
सुनो "कहत कबीर नितिनदास साहेब "
Both shabby tabula is a micro lagaye murder
Saheb jee rasta to aachha chune hai, lekin chalne ka dhang sikhiye.
Saheb jee aap ko kaun mastar padhaya hai ?
पहले अपने अंदर की बुराइयों को ढूंढो, आपके प्रवचन जो पढ़ेलिखो के लिए नहीं है।
Guru ki jaroorat h
Kabir ke naam par apna soch ka jahahar faila Raha h
ये तुम्हारा स्पेशल रामायण हैं क्या किसी धर्म को इस तरह आलोचना नही करना चाहिए
किसी वर्ण जाति को शिक्षा जपतप व्रत मानसम्मान प्रतिष्ठा से वंचित करने वाले कथा भागवत रामायण को धर्म अपनी ही बेटी बहन को पत्नी बनाने की शिक्षा देने वाले को भगवान कहते हैं? क्या किसी का यह भी धर्म है तो चोर का भी धर्म होगा,बलात्कारी काभी धर्म होगा तोउसकी शिकायत FIR करके उसकी धार्मिकभावना आहत नहीं करते होक्या?
रतनकुमार जी तुलसी कृत रामायण में ही लिखा है कि निषाद लोग कपटी कायर कुजाति चोर होतेहैं इनकी परछाई छू जाय तो स्नान करने से शुद्धी होती है,क्या इसे
आपने पढ़ा कभी? देखिए:
कपटी कायर कुटिल कुजाती।
लोकवेद बाहर सब भांती।
लोकवेद सब भातिंह नीचा
जासु छांह छुइ लेई सींचा।।
Nafrat ki machine..... ninda ninda ninda ninda ninda.....ninda karne ke Digree ... Licence milna chahiye.... Ninda karne wala seedha narak me jaata hai....
सत्य उजागर कर रहे है
पहले कोई नरक गया है क्या।
रामायण केवल कथा कहानी है
Jhootha pravachan h
Ye faltu bakwas karta hai bihari esko kuchh bhi pata nahi hai
Aapki comment padhne ke bad mujhe pata chala ki aapane roti khane walon ki nahin tatti aur gobar khane walon ki baat ki hai kyunki Jo tatti aur gobar khata hai use hi sacchi baat buri lagti hai bhosda ke
आप इतने nistur वचन बोल कर क्या सिद्ध करना चाहते है
विरेंद्र जी हम-सब इतने क्रूर राजा को जो अपनी पत्नी का न हुआ,शंबूक ऋषि की जप तप व्रत करने के कारण हत्या कर दिया उसे भगवान मानते शर्म जब नहीं आती तो इस महान कथावाचक को सच बातकहने पर मिर्ची क्यों लगी?
tum hinduko aur aur kohi dharmaalambiyouko gali karte raho lekin aaj tumharae ye jo bhi bachan ho uo galat hai . sara sansar khatam hone wale hai to tumhare parwachan ki kono kam ki nahi hai.des par bideski mushiwat chal rahahai phir bhi ye swab tamasa karneki kohi jarurat nahi hai.santa bhi pagal ke pichhe bhi puuri pagal pichhe pade huye hai yaha bat jan lo dost .
Samaj ko batne ka prayas kar raha h