भजन-पिया अर्श का,आलम क्या हंसी है। दिक्षा प्रणामी जी द्वारा ||ब्रह्म से पारब्रह्म तक||

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  • Опубликовано: 4 фев 2025

Комментарии • 5

  • @BRAHAM_SE_PARBRAHAM_TAK
    @BRAHAM_SE_PARBRAHAM_TAK  Месяц назад +6

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  • @प्रमोदप्रणामी

    🙏💐🚩💐प्रेम 💐🚩💐 प्रणाम 💐🚩💐जी 💐🚩💐🙏

  • @gauravup1251
    @gauravup1251 Месяц назад +1

    ❤❤

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb 23 часа назад

    ❤ भगवत गीता कोई पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद को प्राप्त नहीं कर सकता लेकिन भागवत दुनिया के लिए अंधकारहै।
    भागवत को कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक ने जागृत बुद्धि से खोला है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है।
    हर युग में मुक्ति है लेकिन कलयुग में अखंड मुक्ति है अखंड मुक्ति को प्राप्त करो मुक्ति को नहीं प्रणाम जी।❤❤

  • @Pranami_Music
    @Pranami_Music 24 дня назад

    ❤❤