Aap ahvaan call of dharma se debate kijeye fir pata chale ga ki kitna knowledge he apko Jyada hi इतिहास jante ho to dayanand ji ke guru parmpara batao bhagwat गीता में लिखा है गुरु परम्पराओं द्वारा प्राप्त ज्ञान ही प्रामाणिक होता है राम राम ❤
कृष्ण के बारे में गंदी बात लिखा हुआ ब्रह्मवैवर्तपुराण किसने लिखा? संस्कृत के पंडित ब्राह्मणों ने ही लिखा। हिंदू ग्रंथों में प्रक्षेप किसने किया? संस्कृत के पंडित ब्राह्मणों ने ही किया। महाभारत कहता है मांसं मधु सुरा मत्स्या आसवं कृसरौदनम् | धूर्तैः प्रवर्तितं ह्येतन्नैतद्वेदेषु कल्पितम् ||९|| कामान्मोहाच्च लोभाच्च लौल्यमेतत्प्रवर्तितम् | विष्णुमेवाभिजानन्ति सर्वयज्ञेषु ब्राह्मणाः 12.257.9-10. शराब, मछली, शहद, मांस, चावल और तिल से बनी चीजों का उपयोग वेदों में नहीं बताया गया है। इन्हे दुष्ट ब्राह्मणों द्वारा यज्ञोंमें प्रक्षेपित किया गया है। और मनु भी यही कहते हैं: अयं द्विजैर्हि विद्वद्भिः पशुधर्मो विगर्हितः । मनुष्याणामपि प्रोक्तो वेने राज्यं प्रशासति ॥ Manu Smriti 9.66 जिस समय राजा वेन अपने राज्य पर शासन कर रहे थे, उस समय अज्ञानी द्विजों द्वारा मनुष्यों में भी यह निन्दनीय पाशविक प्रथा प्रचलित की गई थी।
Mein bol ra hun 16100 may be gayiya hogi jinko krishna bhagwan ne azaad kraya hoga, aur 8 wives, ye sab TV ki milaavat hai, vo apne dharam( not dharam, their vaasna ko sahi thehrana) ke liye aisa bolta, phir agr koi dharmik viveki purush vaijaynik dridhti se question krein , toh phir usko naastik bolte, ya phir krishna toh bhagwaan the, vo chamatkar krte the, unke liye kuch sambav ni , vigyan jootha hai,, vagaira vagaira. , Ye aap inke cause effect bhi dekhiye nakal krne se pehle, 16100 jo ptni keh re. Vo ye bhi dekhiye ke sara vansh mit gya tha, itni sankhya badh gyi thi, loha aur ling nirdhaaran,samton ka uphaas unke patan ka kaaran bna tha, Aur agr chamatkar dikhe toh kuchbtoh glt hai, Bcz savere ki dhoop dikhti ni, but Amrit hoti hai, Vahi dophar ki dikhti hai, but jalaati hai, Arey yaar Hanuman chalisa mein toh sachi power hai
सत्य सनातन धर्म की जय हो,आचार्य जी को नमस्ते 🙏🙏🙏🙏🙏
गुरु जी को कोटि कोटि नमन
Adbhut
आओ चलें वेदो की ओर।
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय।
ॐ ।।कृणवंतो विश्वमार्यम।।
ॐ भूर्भुवः स्व:तत् सवितुरवरेणयम भर्गो देवस्य धीमहि धियो योन: प्रचोदयात्।।
आओ चलें पुराणों की ओर 🤣🤣🤣🤣
स्वामी जी को कोटि कोटि प्रणाम,,,,
जय हो आर्य समाज
स्वामी जी आपकोप्रणाम
सत्य सनातन कि जय हो
🕉🙏जयसनातनजयगुरुदेव
Swami ji ko kotti kotti naman
स्वामी जी को सादर नमस्ते जी
💕💕🙏💕💕
Satya Sanatan Vedic dharm ki jai
Naman guru ji
ओ३म् का झण्डा ऊंचा रहे
🚩🚩🚩🚩🚩
वेद की ज्योति जलती रहे
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय 🙏 🙏
स्वामी सचिदानंद जी नमस्ते। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। सनातन वैदिक धर्म और संस्कृति की जय हो। ॐ ॐ.....
Aao chale ved ki or Sanatan Dharm ki Jay
जागो हिन्दू जागो
सही कहा गुरु जी अपने हम तो भाई अपने धर्म के सेवक हे
जय आर्यसमाज🙏🙏
जय-जय श्रीराम जी
जय-जय श्रीकृष्ण जी
जय-जय श्री हनुमान जी
❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤
Saty vachen
Jai shri Maharaj ji
स्वामी जी को सादर प्रणाम।
आपके द्वारा दिया गया ज्ञान वास्तव में आँखें खोलनेवाला है।
आर्य समाज अमर रहे।
🙏🙏🚩
Aaj. Ka. Samay. A. S. M. Hi. Desh. Ko. Jarurat. He.
सादर प्रणाम, सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक कैसे प्राप्त करें
I want this book
To bhai tu sahi kar de.... 😂😂😂 Bus sab k sab mike pakad k gyan peel rhe h...😂😂😂❤❤❤❤
क्या अजमेर मे कोई आर्य समाजी यह पुस्तक मुझे उपलब्ध करा सकता है
Jo samajh ma na aaye wo milaawat h😂😂😂😂😂
सई बात है
तो फिर टीवी पर क्यों दिखाया जाता है
Tv p shaktiman bhi aata tha
@@bharatlalbharatlal3227 to Bhai galat chij dikhega kya
टी वी पर तो गपोड कल्पना दिखाई जा रही है सच्चाई नहीं है
Aap ahvaan call of dharma se debate kijeye fir pata chale ga ki kitna knowledge he apko
Jyada hi इतिहास jante ho to dayanand ji ke guru parmpara batao bhagwat गीता में लिखा है गुरु परम्पराओं द्वारा प्राप्त ज्ञान ही प्रामाणिक होता है
राम राम ❤
कृष्ण के बारे में गंदी बात लिखा हुआ ब्रह्मवैवर्तपुराण किसने लिखा? संस्कृत के पंडित ब्राह्मणों ने ही लिखा। हिंदू ग्रंथों में प्रक्षेप किसने किया? संस्कृत के पंडित ब्राह्मणों ने ही किया। महाभारत कहता है मांसं मधु सुरा मत्स्या आसवं कृसरौदनम् | धूर्तैः प्रवर्तितं ह्येतन्नैतद्वेदेषु कल्पितम् ||९|| कामान्मोहाच्च लोभाच्च लौल्यमेतत्प्रवर्तितम् | विष्णुमेवाभिजानन्ति सर्वयज्ञेषु ब्राह्मणाः 12.257.9-10. शराब, मछली, शहद, मांस, चावल और तिल से बनी चीजों का उपयोग वेदों में नहीं बताया गया है। इन्हे दुष्ट ब्राह्मणों द्वारा यज्ञोंमें प्रक्षेपित किया गया है। और मनु भी यही कहते हैं: अयं द्विजैर्हि विद्वद्भिः पशुधर्मो विगर्हितः । मनुष्याणामपि प्रोक्तो वेने राज्यं प्रशासति ॥ Manu Smriti 9.66 जिस समय राजा वेन अपने राज्य पर शासन कर रहे थे, उस समय अज्ञानी द्विजों द्वारा मनुष्यों में भी यह निन्दनीय पाशविक प्रथा प्रचलित की गई थी।
Mein bol ra hun 16100 may be gayiya hogi jinko krishna bhagwan ne azaad kraya hoga, aur 8 wives, ye sab TV ki milaavat hai, vo apne dharam( not dharam, their vaasna ko sahi thehrana) ke liye aisa bolta, phir agr koi dharmik viveki purush vaijaynik dridhti se question krein , toh phir usko naastik bolte, ya phir krishna toh bhagwaan the, vo chamatkar krte the, unke liye kuch sambav ni , vigyan jootha hai,, vagaira vagaira. , Ye aap inke cause effect bhi dekhiye nakal krne se pehle, 16100 jo ptni keh re. Vo ye bhi dekhiye ke sara vansh mit gya tha, itni sankhya badh gyi thi, loha aur ling nirdhaaran,samton ka uphaas unke patan ka kaaran bna tha,
Aur agr chamatkar dikhe toh kuchbtoh glt hai,
Bcz savere ki dhoop dikhti ni, but Amrit hoti hai,
Vahi dophar ki dikhti hai, but jalaati hai,
Arey yaar Hanuman chalisa mein toh sachi power hai
Wah Maharaj aap bhi to aapna dhandha chala rahe ho
Mobile number bata DEESIYE apna bhai sahab