क्यों हमारे बच्चों को अपने आज महापुरुषों के नाम तक नहीं पता By स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज
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- Опубликовано: 16 сен 2024
- स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज
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ओम् 🙏🙏
स्वामी सचिदानंद जी नमस्ते। स्वामी दयानंद सरस्वती जी अमर रहे। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद।
ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त वैरी नाइस
आर्य समाज ही सत्य सनातन वैदिक धर्म का आधार है जहाँ कोई पक्षपात नहीं सब के लिए वेदों का पढना और पढाना, सब के लिए भगवान् से प्रार्थना करना कृण्वंतौविश्वम् आर्य अर्थात संसार को श्रेष्ठ बनाऔ। महर्षि दयानन्द सरस्वती। जय सच्चिदानन्द स्वरूप सृष्टि कर्ता विश्व कर्मा भगवान्।।
🙏 *ओउ्म्* 🚩
नमस्ते जी🙏🕉️ जयगोमावेदभारती, गोमाता राष्ट्रमाता बने 🚩✊बहुत ही सत्य कहा जी आपने पूरा संसार भ्रष्ट हो चुका है और असत्य के मार्ग पर चल रहा है अधर्म के मार्ग पर चल।।।। अविनाश और दूर नहीं यदि इसी गति से चलते रहे 🕉️
🙏🙏🕉🕉 🎉🎉
🙏🙏🙏🙏
Svamiji om
आर्य समाज ही असली सनातनी है
आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद।
बहुत अच्छाई की बात कही आपने परनामी साधु जी
न तस्य प्रतिमा अस्ति यस्य न महदयस:
Om
Swami ji Maharaj, naman. Apka prays asafal nahi hoga.
बाबा सच्चिदा नंद जी राम राम मंदिर नगर की भव्यता ओर सोभा बढ़ाती है पर भूले भटके अतिथियों को बिस्राम ओर प्रसाद मिलते हैं तभी वह मंदिर है वरना लालची पुजारियों के व्यापार केंद्र🎉❤🎉 जय हिंद
❤❤
बाबा से परवचन कैसे कराएं मोबाइल no
ॐ।।।।। ॐ।।। ॐ। *कोई भी मनुष्य अपने शरीर के किसी एक भी अंग को नहीं बनाया और कोई भी अपने इच्छा से जीवित नहीं हुआ।। सभी मनुष्यों का एक ही सूरज , धरती और हवा, पानी और आसमान है सभी खाना भी एक जैसा खा लेते है ।।।*
*वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है*
*अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।*
*अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।*
*अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला, सभी पर दया करने वाला , इत्यादि।*
*कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।*
*ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।*
*( वेद के कुछ मंत्र )*
*ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )*
*अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो और सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।*
*ऋग्वेद मंत्र*
*परमेश्वर ने कभी जन्म नही लिया और उसकी कभी मृत्यु भी नही होगी । ।उसके पास शरीर नही है उसके ज्ञान का अंत नही और उसके लिए कुछ असंभव नहीं । वही सर्वशक्तिमान है । वो संपूर्ण सृष्टि रचना से बाहर है सिर्फ वही हर तरफ है और उसी ने सब कुछ बनाया।*
*हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )*
*अर्थात् समस्त सृष्टि और सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।*
*पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )*
*अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी, दयालु और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
आज से 5000वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने कहा था karmyevadhikarste मा फलेशु कदाचन यह कहकर दुर्योधन के करोड़ों अत्याचारों को मारने
के लिए अर्जुन को प्रोत्साहित किया प्रणाम स्वामीजी🎉🎉
जयचंद जैसे लोगो की पूछ एवम पहुंच अरबपति जननायक के आस पास दिन रात मंडरा रहे है वही समस्या का कारण बन रहा है 🎉प्रणाम स्वामी जी🎉
स्वामी जी, सारी गलती माता, पिता का है
आर्य समाज नास्तिक समाज है। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद स्वरुप है उस सुंदर कोई नहीं है उसे बलवान कोई नहीं है उस आनंद दायक कोई नहीं है कभी उसे सच्चिदानंद कहते हैं। आर्य समाज सच्चिदानंद को नहीं जानता वह निराकार साकार को जानता है वेदों में निराकार साकार का ही ज्ञान है निराकार साकार माया है। यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।🎉🎉🎉🎉🎉
Do you know the definition of atheist? Quote any quote from Stayarth Prakash or any literature written by Arya samaji scholar wherein he has refuted the existence of God.
Maharshi Dayanand was the first great personality who woke up the Hindu community and proved from vedas that there is no caste system in Vedic(Hindu) dharm.
@@jyotiswaroop9436 हिंदी में लिखो समझ नहींपाते।
@@jyotiswaroop9436 सत्यार्थ प्रकाश पढ़कर क्या प्राप्त करोगे। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद का तो ज्ञान मिलेगा नहीं। सिर्फ निराकार साकार का ज्ञान मिलेगा निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।
@@munnalal-ui6lb read it once. You will get to know.
@@munnalal-ui6lb this is your problem not mine.