गढ़वाली ब्राह्मणों के सरनेम.History of Garhwali Brahmins,

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  • Опубликовано: 25 ноя 2024

Комментарии • 581

  • @premsingh-ps3xz
    @premsingh-ps3xz 3 года назад +19

    सम्पूर्ण पहाड़ी क्षेत्रों में हिमाचल से लेकर नेपाल तक गढ़वाल की अलग ही विविधता है , देश के अनेक क्षेत्रों से आकर लोग गढ़वाल में बस गये जिस कारण यह क्षेत्र सबसे विविधतापूर्ण है, यहां के भाषा ,कल्चर आदि पर इसका प्रभाव साफ देखा जा सकता है

  • @k.nlakhera8212
    @k.nlakhera8212 2 года назад +2

    हरीश जी सादर अभिनंदन।
    गढ़वाल के ब्राह्मणों का बहुत ही ज्ञान बर्धक इतिहास आपने दिया । धन्यवाद।
    मै जखण्ड टेहरी का लखेड़ा हूँ ।

  • @Manojuniyal1993
    @Manojuniyal1993 2 года назад +2

    आपकी वाचन शैली बहुत सुंदर है और आपकी वाणी में जो ठहराव है वो एक अच्छे वक्ता का परिचायक है।

  • @latapirta2759
    @latapirta2759 2 года назад +1

    बहुत सुन्दर तरीके से आपने हमें यह जानकारी दी धन्यवाद🙏💕

  • @uttambisht8062
    @uttambisht8062 3 года назад +2

    बहुत सुन्दर बहुत खूब छना जी हमारू पहाड़ कोटि कोटि अभिनन्दन धन्यवाद

  • @adhyatmaurjyotish
    @adhyatmaurjyotish 2 года назад +2

    अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी के लिए साधुवाद 🌺

  • @mahaveernagar2523
    @mahaveernagar2523 Год назад +2

    बहुत सुन्दर और सराहनीय कार्य आपको धन्यवाद🙏💐

  • @bishamberduttjoshi9366
    @bishamberduttjoshi9366 Месяц назад +1

    डा. हरीश लखेडा जी जो अलख आपने जगायी है वह बहुत ही सराहनीय है आप कैवल इतिहास की जानकारी दे रहे है जिनको इतिहास को जानने की चेष्टा है उनके लिय श्रेष्ठ उपहार हे अपनी जडों को जानने का
    डा सहाब १४सयानों की जाति सूची यदि है तो ग्राम सहित उपलब्ध करवाने का कष्ट करें
    साथ ही जब कत्यूरी नरेश भानुप्रताप ने राज्य का अधिभार अपने दामाद पुत्री के पति अंनतपाल को सौपा उस समय तक राज्य का संचालन करने वाले राजगुरू राजपुरोहित मंत्री जो ब्राहमण थे क्या उनकी ऐतिहासिक जानकारी इतिहास में है यदि है तो कृपया उपलब्ध करवाने का कष्ट करे कष्ट हेतु खेद है.🙏

  • @madhavsinghkanyal8791
    @madhavsinghkanyal8791 10 месяцев назад

    श्रीमान जी नमस्कार आपको बहुत बहुत बधाई है आपका ब्लाग महत्वपूर्ण है और भी ऐसी जानकारी देने की कोशिश कीजिए। धन्यवाद।

  • @asharamrathor8265
    @asharamrathor8265 2 года назад +1

    Very informative video. A lot of thanks sir ji.

  • @KuldeepSingh-wc1hj
    @KuldeepSingh-wc1hj Месяц назад +1

    Jai Uttarakhand
    Jai Shree Ram 🚩🚩🚩

  • @kapildev12355
    @kapildev12355 3 года назад +1

    आप ने बहुत ही सुँदर जानकारी प्रस्तुत की है धन्यवाद

  • @yatendramaindola4284
    @yatendramaindola4284 2 года назад +3

    बहुत अच्छी जानकारी आपको बहुत बहुत साधु वाद
    मैंन्दोलो कु इतिहास म भी प्रकाश डालीयां जरा

  • @laxmirawat4451
    @laxmirawat4451 Год назад +1

    Bhut acchi jankari di hein,aapka dhanyawad.

  • @uttambisht8062
    @uttambisht8062 3 года назад +1

    अदभुद ओर रहस्य मय है जय श्री कृष्ण जय बद्री विशाल जी जय बाबा केदारनाथ जी धन्यवाद

  • @shukdevsaklani2585
    @shukdevsaklani2585 2 года назад +1

    बहुत सुंदर लखेड़ा जी ऐसी जानकारी देते रहे जिससे आने वाली पीढ़ी को ज्ञान प्राप्त होता रहे
    ओम नमः शिवाय हर हर महादेव

  • @hiravallabhjoshi4109
    @hiravallabhjoshi4109 2 года назад +1

    सर आप को हार्दिक शुभकामनाएं, नमस्कार । आप ने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है।
    कुमाऊँ

  • @jeevaram2816
    @jeevaram2816 2 года назад +2

    बहुत बहुत ही सुंदर खोज भाई जी 🙏🙏

  • @dppurohit4859
    @dppurohit4859 3 года назад +2

    Nice job sr 🙏👍✌️🙏🕉️ जय श्री राम 🪔🌺🙏

  • @uttarakhandighumakkar5964
    @uttarakhandighumakkar5964 3 года назад +3

    आशा है कि इन सभी ब्राह्मणों के पास इनके गाँव में वंश-वृक्ष संभाल कर रखे होंगे. अब इनको चाहिए कि अपने अपने वंश वृक्ष में दर्ज उत्तराखण्ड में आये पहले पूर्वज के नाम से अन्य राज्य में जाकर गाँव में जायें और वहाँ इन तथ्यों की पुष्टि करें. या कोई इस पर शोध भी कर सकता है.

  • @lalitabhatt8555
    @lalitabhatt8555 2 года назад +3

    Vrey informative sir

  • @hemlatathapliyal3835
    @hemlatathapliyal3835 2 года назад +1

    Bahut hi sundar jaankari di aapne, bahut bahut dhanyawad hai aap ka,aasha hai aage bhi ase hi margdarshan karte rahenge 🙏

  • @krishnabaldevmaithani162
    @krishnabaldevmaithani162 2 года назад +1

    इतिहास की सुन्दर जानकारी दी है इस बिड़ियो में...

  • @govindprasadkimothi9652
    @govindprasadkimothi9652 3 года назад +2

    अति उतम शोध और जानकारी ।बधाई ।

  • @jagdambaprasaddabral4677
    @jagdambaprasaddabral4677 3 года назад +1

    धन्यवाद।।।महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए।।

  • @bhupindernegi1674
    @bhupindernegi1674 3 года назад +1

    Very informative well narrated 👍❤️

  • @purshottamsharma6296
    @purshottamsharma6296 3 года назад +3

    नमस्कार जी आपने बद्री दत पान्डे जी के आठ खंडों में प्रकाशित दुगडा कोटद्वार के सहयोग से जो , , , एहसास किया , बह बहुत ही सुन्दर रचना है , , आप का बहुत बहुत धन्यवाद , , , गोविन्द चातक जी की , , , खुशहाल सिंह जी के द्वारा रचित प्रविष्टियाँ पढ़ें आमजन को , महसूस हो उत्तराखंड के बारे में , , ,लखेड़ा जी , मध्य एशिया में भी बहुत कुछ बर्नन है नमस्कार

  • @OmParkash-wi3xz
    @OmParkash-wi3xz 2 года назад +3

    After Panipat 3 battle defeat some Martha soldiers settled in Garhwal.

  • @durgachamoli7186
    @durgachamoli7186 2 года назад +1

    अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी ।।। धन्यवाद श्रीमान जी।।

  • @manbarnegi7015
    @manbarnegi7015 3 года назад +2

    बहुत बहुत धन्यबाद लखेडा जी पंडितों की जातिओं पर परकाश डालने के लिए और जानकारी देने के लिए और कलिगाड आना जाना तो चल ही रहा होगा 🙏

  • @Skyfull1990
    @Skyfull1990 Год назад +2

    Plz provide information about Gautam gotra raval bhraman

  • @madansemwal736
    @madansemwal736 2 года назад +1

    बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी
    वर्तमान परिपेक्ष मैं यह जानकारी अत्यंत आवश्यक है क्यू की अधिकांश यूवा पलायन या फिर अपनी संस्कृति को भूल रहे है,
    यह महत्वपूर्ण है की जब तक हमको अपना इतिहास नही पता होगा तब तक हम उन्नति की राह पर और आगे नहीं बढ़ सकते

    • @woolofmana8644
      @woolofmana8644 2 года назад

      Tbhi to kr rhe hain jb aye bahar se the to ja bhi bahar hi rhe hain jahan se aye the bdiya hai

  • @anjanapokhriyal3778
    @anjanapokhriyal3778 3 года назад +1

    Bahut hi Sundar jankari dhanyvad

  • @chandansinghkhatri7027
    @chandansinghkhatri7027 2 года назад +2

    धन्यवाद लखेड़ा जी आप बहुत अच्छी जानकारी देते हैं। मेरी आप से विनती है की अगले समय खत्री जाति की जानकारी यदि हो सके तो दें। की खत्री लोग लोग गडवाल में कहां से आए हैं।
    क्यों कि खत्री तो सभी जगह होते हैं और सभी जातियों में जैसे पंजाबी,सिंधी,राजस्थानी,गुजराती,
    मराठी,नेपाली, हरियाणवी आदि आदि।
    तथा इनमें भी अगन खत्री जो की जजमान एवम् ब्रह्म खत्री जो की ब्राह्मण होते हैं।
    कृपया विस्तृत जानकारी देने की कृपा करें। धन्यवाद

  • @neetadutta4025
    @neetadutta4025 Год назад +1

    Apne bohut acha jankari diye ho

  • @priyadhar2011
    @priyadhar2011 3 года назад +4

    ❤️
    Ab ham sab pahle Bhartiya hai fir Uttrakhandi.
    Jo Sanatani hai wo har jagah sabki mangal ki kamna karta hai.
    Kaun kaha se aaya vishay nahi hai.
    Satya Sanatan
    Har Har Mahadev ❤️
    We Love India ❤️

  • @jaiprakashbadoni5910
    @jaiprakashbadoni5910 10 месяцев назад +3

    Ye music bahut irritating hai. Sunne nahi deta dhyan se.

  • @jagouttarakhand3638
    @jagouttarakhand3638 2 года назад +1

    Bahut bahut dhanyabad bhai sahab

  • @yogeshdhyani6191
    @yogeshdhyani6191 Год назад +2

    नमस्कार लखेड़ा जी,
    बहुत अच्छा लगा आपने जो गढ़वाल के ब्रह्मण के बारे में जानकारी दी।लेकिन मेरा कहना है की जब सारे ब्राह्मण बाहर से आए। तो गांवों के नाम पहले से रखे थे, और उन्होंने अपना सरनेम बदल दिया। ये तर्कसंगत नही लगता।

    • @himalayilog
      @himalayilog  Год назад

      नमस्कार जी।
      तब सरनेम ऐसे नहीं होते थे। बदले नहीं, यहां आकर सरनेम पेड़ गए।

  • @चारलाइन
    @चारलाइन 2 года назад +1

    बहुत सुन्दर जानकारी।

  • @shobhasharmasharmajaimaadu4785
    @shobhasharmasharmajaimaadu4785 2 года назад +1

    Bahu hi achhi jankari di 🙏

  • @arjunsworld205
    @arjunsworld205 2 года назад +1

    Thankyou for telling about Kukreti’s 🙏

  • @dindayalbandooni2440
    @dindayalbandooni2440 3 года назад +2

    आपन भौत प्रभावशाली ढंग से सबि ब्रहमण कु इतिहास बताई . जख आपन बलूणी- बडूनी जाति का बारम बताई वख आपन बन्दूणी जात छोड़ि द्या जो बंदूण गाँव म बसण से बन्दूणी बोले ग्या आऔर य जात तलाई , सावली पट्टी म व आस-पास बस्यां छन.

  • @shreesh5230
    @shreesh5230 2 года назад +1

    Bhut bhut dhanyabaad

  • @navneetsemwal5119
    @navneetsemwal5119 11 месяцев назад +4

    सेमवाल ब्राह्मण शौनकीय ब्राह्मणं है और शोनक ऋषि की संतान है ❤

  • @hasmukhkirtanmandali2075
    @hasmukhkirtanmandali2075 2 года назад +1

    बहुत अच्छी जानकारी दी आपने 🙏🙏

  • @c.b.badola1289
    @c.b.badola1289 Год назад +1

    आदरणीय लखेड़ा जी नमस्कार आपकी जानकारी लाभकारी और रोचक लगी । जानना चाहते हैं कि गांव नामोंसे जातियां कहलाई तो क्या गांव पहलेसे विद्दमान थे तो उनमें पहले कौन लोग रहतेथे और वे कहां गये । इसके अलावा के अधिकांश ब्राह्मणों का गोत्र भारद्वाज ही कैसे हुआ भ्रमित करता है , कृपया स्पष्टता बताने का कष्ट करें।
    यह भी कि वहां पर पहले से जोबसतेथे वे मूलनिवासी कौन थे और उनका क्या हुआ। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

    • @himalayilog
      @himalayilog  Год назад

      कुछ गांव थे और कुछ स्थान, जिनके नामकरण हर गांव में पहले से होते हैं।
      भारद्वाज इसलिए हैं कि
      महर्षि भारद्वाज का आश्रम वहां था और गढ़वाल का एक पौराणिक नाम भारद्वाज भी था।
      इस पर एक वीडियो पहले से ही इस चैनल में है।

  • @digambarbhatt7349
    @digambarbhatt7349 3 года назад +8

    jo bhi brahman uttrakhand me aaye kya ve sabhi anpad jo unhone apana itihas nahi likha ve kaun the kaha se.aaye the aapki puri khoj lag bhag 400 sal ki hai yah sab kahani see lagti hai jo aik aik tar se jod dee gayi hai

    • @pahadigirl3632
      @pahadigirl3632 3 года назад

      Bilkul shi kha kyuki abhi bhi aadhe se jada brahman ke baare me koi jankari nhi hai

  • @pankakumarkukreti4419
    @pankakumarkukreti4419 Год назад +3

    Kripya Kukreti brahman ke bare main bhi bata deejiyega

  • @vijaysingh-ti8bk
    @vijaysingh-ti8bk Год назад

    Bahut dilchasp batein batai bhai ji.

  • @satishsharma5247
    @satishsharma5247 2 года назад +3

    आप ने जो जानकारी दी आप का धन्यवाद पर मेरा सवाल यह है कि गाँव में बसने से सब की जात बनी पर क्या वह गाँव पहले से ही बसे थे यदि हाँ तो वो जात पहले ही थी और यदि नहीं तो पहले वहाँ जंगल ही रहा होगा

  • @ultragaming3439
    @ultragaming3439 2 месяца назад +1

    श्रद्धेय धर्माधिकारी महीधर डंगवाल जी से संबंधित वीडियो भी प्रस्तुत कीजिएगा

  • @yogendramohan2809
    @yogendramohan2809 3 года назад +1

    अच्छी जानकारी दी है श्रीमन आपको सादर नमस्कार, ध्यानी मैदोला मैन्दोलिया मैन्दोली बलोधी आदि पर भी प्रकाश डालिए

  • @ranjanabhardwaj5224
    @ranjanabhardwaj5224 2 года назад +2

    बहुत रोचक जानकारी

  • @gopalchomwal2386
    @gopalchomwal2386 2 года назад +1

    Shandar jankari sir

  • @bishamberduttjoshi9366
    @bishamberduttjoshi9366 23 дня назад

    डा. साहब नमस्कार🙏
    लखेडा जी क्या रसोया/सरोला जाति होने की ब्यवस्था का इतिहास गढ कुमों के अतिरिक्त देश के अन्य हिस्सों में भी में भी पाये जाने का पता चलता है आपकी पत्रकारिता की खोज में.

  • @daleepmehra1938
    @daleepmehra1938 2 года назад +1

    Bahut badiya aur sundar sir ji

  • @PankajSharma-sg3qy
    @PankajSharma-sg3qy 2 года назад +3

    श्रीमान जी, मैं पंकज शर्मा जो कि उप्रेती ब्राह्मण हूँ और वर्तमान में मुरैना(चम्बल), म.प्र. में रहते हैं जो कि प्राचीन समय में उत्तराखंड से विस्थापित हो गए थे।
    अतः आपसे अनुरोध है कि उप्रेती ब्राह्मणों के बारे में स्पष्ट जानकारी व उनका इतिहास प्रदान कीजिए जो कि हमको पता होना बहुत जरूरी है।
    साभार!
    पंकज शर्मा

    • @himalayilog
      @himalayilog  2 года назад

      अवश्य,
      कितने साल पहले आप लोग MP आ गए थे

    • @PankajSharma-sg3qy
      @PankajSharma-sg3qy 2 года назад

      @@himalayilog
      @Himalayilog - हिमालयीलोग
      बहुत अधिक समय हो गया है कुछ स्पष्ट जानकारी तो नहीं है लेकिन लगभग हमारी 5 - 6 पीढ़ियों से भी अधिक समय पहले आये होंगे.. अगर आप हमको पूरी और स्पष्ट जानकारी प्रदान करेंगे तो हमको बहुत अच्छा लगेगा और अपने मूल की जानकारी प्राप्त कर अतिप्रसन्नता होगी।

    • @rakeshkumargiri627
      @rakeshkumargiri627 2 года назад

      @@PankajSharma-sg3qy Sharma aur bhi caste me aate h

    • @prabhatpathak6326
      @prabhatpathak6326 2 года назад +1

      @great humankind कुमाऊं में भी उप्रेती हैं!!

  • @asharamhindwan1000
    @asharamhindwan1000 3 года назад +3

    रोचक जानकारी प्रेषण हेतु
    आभार लखेडा जी 🙏🙏🙏

  • @neelamkothari9198
    @neelamkothari9198 3 года назад +3

    Nice🎉

    • @himalayilog
      @himalayilog  3 года назад +1

      धन्यवाद जी

  • @sanjeevKumar-ki8ck
    @sanjeevKumar-ki8ck 2 года назад +1

    Lakheda ji bahut badiya jankari aapne de ... "Budakoti" Brahman jaati ke itihas per bhi jankari dene ki kirpa kijiye

  • @jhakasbro5727
    @jhakasbro5727 Год назад +1

    म नेपाल देखि हेर्द छु।

  • @spartan3071
    @spartan3071 9 месяцев назад

    Namaskar lakhedh sab aap dhanya hai

  • @willsonchand226
    @willsonchand226 Год назад +2

    काका श्री हम चन्द बंश के बारे मे बताए हमारीगोत्र क्या है और कुलदेवी ❤❤

  • @pnkjthapliyal
    @pnkjthapliyal Год назад +1

    Thanks

  • @21Dialogues
    @21Dialogues 2 года назад +1

    Achi research hai apki 👍

  • @Himanshu_Bahuguna
    @Himanshu_Bahuguna 2 года назад +2

    Dajyu kuch Kumaoni Bahuguna ke baare main bhi batao plz . Vaise Kumaoni Bahuguna zaadatar Almora zille ke insab tehsilon main milte hai- chaukhutiya, dwarahat, salt , Bhikiyasen, syaldey , lambgara , jati aur Nainital district main milte hai

    • @himalayilog
      @himalayilog  2 года назад +1

      ये पौड़ी से गए हैं।

    • @Himanshu_Bahuguna
      @Himanshu_Bahuguna Год назад +1

      Kumaoni Bahuguna logo ka gotra Atri hota hai , aur jo humara patrik gaon tha pahle vo dharanaula(Almora) ke paas Bughan/Budhan gaon tha , aur humare isht devi/devta bhi Kumaoni local god hai , lekin Garhwal ke Bahuguna logo ka gotra Bharadwaj hota hai aur vo Kumaon se lagte hue area main nahi milte hai , agar Gotra ke hisaab se dekha jaaye toh Kumaoni Bahuguna aur Gharwali Bahuguna dono alag alag Family linage se belong karte hai matlab ki dono alag alag hai aur purani time main dono main koi link nahi tha

  • @m.kkukreti5416
    @m.kkukreti5416 2 года назад +1

    Very nice 👌👌🙏🙏

  • @vedantkotiyal3599
    @vedantkotiyal3599 10 месяцев назад +1

    Namaste. May Kotiyal Brahman hun Koti gaon Devaprayag se. Hamare poorvaj batate hain ki ham Dakshin Bharat se hai or 8vi sadi ke aas paas Shankaracharya ji ke saath aaye the.

  • @thapliyalbp
    @thapliyalbp 3 года назад +3

    अद्भुत। इस जानकारी के लिए आपका बहुत बहुत आभार।

  • @rakshitsharma2983
    @rakshitsharma2983 6 месяцев назад +1

    kya ap kapruwan bhramin ke bare me bata skte h

  • @harisingh6995
    @harisingh6995 2 года назад +1

    Buhut bhdeya🙏🙏🙏🙏🙏

  • @a.pbhatt7261
    @a.pbhatt7261 3 года назад +1

    आपका बहुत बहुत धन्यवाद जानकारी के लिए आप से प्राथना है की भट्ट जात के बारे मे विस्रित जानकारी से अवगत कराने की किरपा करे

  • @apnapahad5698
    @apnapahad5698 3 года назад +1

    Bhut sundar👍👍👍

  • @ShivaGod-gy3lx
    @ShivaGod-gy3lx Год назад +2

    Sankracharya kis jaati se the

  • @abhinavdangwal9922
    @abhinavdangwal9922 9 месяцев назад +1

    Dangwal ke bare me batane ka kast kre🙏🙏

  • @brijmohandhyani3099
    @brijmohandhyani3099 3 года назад +1

    Sir, DHYANI's ke back ground ke bare me kuch bataye.... Please...

    • @makku1956
      @makku1956 2 года назад

      Buddhist ..clan ...

  • @vinodk.9647
    @vinodk.9647 2 года назад +1

    Sir background music thoda loud hai content ko disturb kr rha h thoda kam kr denge ko bahut achha hoga

  • @sttfm
    @sttfm 2 года назад +1

    आप कृपया मिश्रा बौडाई बिष्ट मचकोटी शैली पर भी प्रकाश डाले

  • @orayantv8264
    @orayantv8264 2 года назад +2

    Pant caste pe detail video banaye

  • @madhavsinghkanyal8791
    @madhavsinghkanyal8791 10 месяцев назад +1

    श्रीमान जी इसी तरह कुमाऊं के पण्डित जी कै बारे में भी बताएं।

    • @himalayilog
      @himalayilog  10 месяцев назад

      कुमाऊं के ब्राह्मणों व गढ़वाल व कुमाऊं के जजमानों पर भी इस चैनल में वीडियोज हैं। प्लेलिस्ट से मिल जाएगी।

  • @heritageschooloflearningma7200
    @heritageschooloflearningma7200 2 года назад +1

    Ati Sundar

  • @हरीसिंहनलवानलवा

    आज हमारे युवा लोग उत्तराखंड से पलायन कर दिल्ली पंजाब haryana चले ग्ये है जिस कारण उत्तराखंड हिन्दू विहीन ब्राह्मण विहीन होता जा रहा है जगह जगह मस्जिद ओर मदरसे बनने के कारण हिन्दू बच्चियों का घरों से भग कर मुसलमानों से विवाह करना आम बात हो गाई है स्वामी दर्शन भारती ओर प्रमुख ब्राह्मण ओर महंत mhamndleshvr जी को हिन्दुओं को जगाना पड़ रहा है

  • @mohitadhikari1866
    @mohitadhikari1866 3 года назад +3

    10:20 guru ji Kothiyal (baman) and kotiyal(harijan) dono alag alag h
    11:33 मलगुडी

    • @makku1956
      @makku1956 2 года назад

      Kuthar ...kae incharge kothiyal hue

  • @rameshnautiya4078
    @rameshnautiya4078 3 года назад +1

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जयदेवभूमि 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @Navin.godiyl
    @Navin.godiyl 2 года назад +2

    Kya apne godiyal ko bhi cover Kiya hai?

  • @AsharamRaturiofficial
    @AsharamRaturiofficial 3 года назад +2

    वाह वाह बहुत सुन्दर जानकारी आदरणीय लखेड़ा जी ।

  • @premchandkulsari3550
    @premchandkulsari3550 3 года назад +1

    बहुत सुन्दर संदेश 👌👍👍
    अगर हम बाहर से आये तो हम गढ़वाली भाषा कैसे बोलते ।
    आपका कहना है कि कोई बंगाल से कोई महाराष्ट्र से तो साथ मैं वहाँ की बोली क्यों नही बोलते

    • @uttarakhandighumakkar5964
      @uttarakhandighumakkar5964 3 года назад +1

      जब कोई किसी भिन्न क्षेत्र में लंबे समय के लिए प्रवास करता है तो वह वहाँ की भाषा भी सीखने लगता है. और जिसे सदा के लिए ही रहना है तो तब भाषा में प्रवीण होगा ही.

    • @bibekseelnep3227
      @bibekseelnep3227 3 года назад +1

      आँप खडि ( हिन्दी ) क्यु बोलरहेहो ?

  • @latapirta2759
    @latapirta2759 3 года назад +1

    Nice video👌

  • @jaworikandwalkandwal6840
    @jaworikandwalkandwal6840 Год назад +4

    मै कुछ प्रशन चाहता हु कि इस बार मैं आपने सब कुछ बताया कि यह भारी राज्यो से ये सब लोग देवभूमि केदारखंड मे वेश बदल कर आए हैं और यह के जो लोग इस देवभूमि के मूलनिवासी शुद हिंदू धर्म ग्रंथों के देवी देवताओं और उसके पुजा पाठ करने वाले लोगों पर आतियाचार वह बलपुर्क करके यह के जो दस्तावेज़ को लेकर सब को नष्ट करके यह के जो लोग देवभूमिके शुद हिंदू थे उनके घरों को लेकर गांवो और जमीन को लेकर सब कुछ छीन कर दिया गया था और उसके बाद यह के जो मूलनिवासी थे उनके गंवाओ को अपनी जातियो में बदल दिया गया और यह के जो लोग थे उनके साथ अतियाचार करके अपने आप को ईमानदार और वरहमण वन करके यहां के जो मूलनिवासी नायक थे उनको शुद हिंदू से अछूत और शुद्र बना दिया गया और आज इन सभी लोगो के गांवो को अनेक जातियों से जाना जाने लगा जो पहले यहां के मूलनिवासी थे लेकिन जो देवभूमि उत्तराखंड के थे उनको अछूत से जाना जाता है ये है बाहर से आने वाले लोगों का अतियाचार का अर्थ मुगलों से भी खौफनाक मंज़र है
    L

  • @viranderdev997
    @viranderdev997 2 года назад +1

    gwarilogon ke visay me bhi batana lkhera ji

  • @merouttrakhand225
    @merouttrakhand225 3 года назад +1

    Adhiktar gadhwal me base log Nepal ke hi hain jo ki jada sankhya me kirat/ bheel aur khas hain.

  • @shantinoutiyal395
    @shantinoutiyal395 3 года назад +1

    Nice

  • @rajeshwarkrishnamaindola7121
    @rajeshwarkrishnamaindola7121 3 года назад +3

    मैन्दोला, रियाल, उनियाल और सुन्दरियाल के बारे में भी कुछ बताइये सर.

    • @makku1956
      @makku1956 2 года назад

      Uniyal are ojhas ...
      Maindoli r kashmiri brahmin
      Riyal r pandas

    • @rajeshwarkrishnamaindola7121
      @rajeshwarkrishnamaindola7121 2 года назад

      @@makku1956 Thanks a lot Sir. 🙏

    • @makku1956
      @makku1956 2 года назад

      @@rajeshwarkrishnamaindola7121 🙏🙏

    • @makku1956
      @makku1956 2 года назад

      @My Dreams Abe gadhe toh vargikaran kyun hai ...sarola chauthani etc ....koi reason toh hoga ...

    • @makku1956
      @makku1956 2 года назад

      @Pandit Aman Dobhal they ca
      Claim to be ojha .. actually ojha are spirit healers at th t time ...uniyal are Tantric ...

  • @avneeshmishra6623
    @avneeshmishra6623 Год назад +1

    Sir chanyal kis jati me aate hain

  • @Narendrasingh-mw8pd
    @Narendrasingh-mw8pd Год назад +1

    सुन्दर जानकारी। मैंदोला के बारे में हम नहीं जान पाए।

    • @himalayilog
      @himalayilog  Год назад

      बहुत सी जातियां रह गई हैं। कोशिश जारी है।

  • @anjalijoshi9438
    @anjalijoshi9438 Год назад +2

    Very informative

    • @himalayilog
      @himalayilog  Год назад

      Thnx

    • @anjalijoshi9438
      @anjalijoshi9438 Год назад +1

      @@himalayilog humare purvaj bhi North se aaye the gujrat siddhpur kyunki siddhpur k maharaja siddhraj jaysingh ne pure bharat se alag alag jagah se brahmano ko bulaya tha unke rajya me basne or unka rajyabhishek krne .to sandilya gautra k brahman jo humara gautra h vo India k north side se hi aaye the isiliye hume औदीच्या brahman kaha jata hai ...esa hume bataya gaya h humare pando dwara

    • @himalayilog
      @himalayilog  Год назад +1

      @@anjalijoshi9438 जी
      आप उत्तराखंड की जोशी हैं या गुजरात।

    • @anjalijoshi9438
      @anjalijoshi9438 Год назад +1

      @@himalayilog humara vatan to rajasthan hai lekin Hume kaha jata h siddhpuri gujrati brahman

    • @himalayilog
      @himalayilog  Год назад

      @@anjalijoshi9438 ok

  • @pradeepchauhan6730
    @pradeepchauhan6730 Год назад +3

    गढ़वाल की संस्कृति धीरे-धीरे विलूपत की तरफ आज आप आम जनता को देखो जो हमने 35साल पहले हमारा रीति-रिवाज,भाई चारा कितना अच्छा था? लेकिन आज 35साल बाद आप क्या देख रहे हैं गढ़वाली विजनौरी, महाराष्ट्रीयन, विहार,यूपी,के रीति रिवाज अपना रहा है? व अब सिर्फ खेती-बाड़ी तो बंजर होती जा रही है बहारी के साथ लगाव ज्यादा अपना साइड की ओर होता जा रहा है? पहले जब हमारे पण्डित जी आते थे एक नही अनेक एक गांव के क्या इज्जत प्यार था? लेकिन आज नये लड़कों का अलग ही चलन है? नशा, जहां कुछ नौकरी वाले हैं उन्हीं परिवार से लगाव,जो थोड़ा कमजोर है नमस्कार तक सीमित? जजमानों की भी प्रवरति भी,रुची भी पूजा पाठ में कम होती जा रही है? हमे अपने रीति रिवाज,व संस्कृति,पाठ पूजा पर फोकस करना चाहिए?

  • @uttarakhandritualsoffical9352
    @uttarakhandritualsoffical9352 2 года назад +1

    श्रीमन आपको सादर नमस्कार,बहुत अछी जानकारी आपने उत्तराखंड के ब्राह्मणों का इतिहास के विषय मे दी।।परंतु आपने टिहरी गढ़वाल के पट्टी दोगी के बुगाला गांव के रयाल जाती के बारे में नही बताया यहाँ 3 हजार से 5 हजार परिवार के संख्या में रयाल जाती के ब्राह्मण रहते हैं ।।कृपया इनके विषय मे भी कुछ प्रकाश डालिये।।नमस्कार🙏

    • @himalayilog
      @himalayilog  2 года назад

      Ji.
      अभी बहुत सी जातियों के बारे में जानकारी मिलनी बाकी है।

  • @njpith6099
    @njpith6099 3 года назад +1

    uttarakhand me rahne wale brahmano ke vishay me kis book me jankari mil sakti hai ???