जिसके खेत में बोरवेल खुदा जा रहा था,, वो पूरी तरह झूठ बोल रहा है किसी देवी या देवता के इशारे से यह नही हुआ है ये सिर्फ इंसान द्वारा हुआ हैं जिसे सिर्फ एक संयोग समझे 😮 ये खेत वाला जो बोल रहा है वो सरासर झूठ है 😮 ऐसे किसी चमत्कार की जरूरत नहीं है और ना ही कोई चमत्कार होता है😮 बस ये एक प्राकृतिक घटना है जिसे बोरिंग होने से किया जा सका है 😮 कृपया भगवान को इज्जत दे,, ऐसे कोई ईश्वर चमत्कार नहीं करते हैं आप सब अंध विश्वास में न पड़े 😮😮
नीचे तेज बहते पानी में छेड़ कर दिया गए जिसकी वजह से वहां फव्वारा निकल रहा है जल्द ही वो फव्वारा बंद हो जाएगा 😮 पानी निकलना कोई अचंभा नहीं है 😮 ऐसे कैसे🎉 पानी के स्त्रोत है जहां छेद होने पर पानी ऐसे निकल सकता है 😢 इसे अचंभा या भगवान की कृपा न समझे बस ये एक संयोग है 😮 आप सब विज्ञान को महत्व दे पूजा न करने लगे 😮 भगवान की इसमें कोई भूमिका नहीं है 😮
😊ये तो Hydrology तथा ग्राउंड वॉटर हायड्रॉलिकस् का scienceक्षेत्र हैं.. अर्टेशियन कुवा जरूर हो सकता है लेकीन सारासार परीक्षण के बाद ही योग्य निर्णय मिल सकता है.. It is quite possible to stop the overflowing water and safeguard the surroundings... !
this phenomenon is called Artesian well. Water Rises from underground due to presence of Confined Aquifer... water pressure is so high in Confined Aquifer compared to Atmospheric Pressure... Water comes even out with Pumping.
सरस्वती नदी, भारत के उत्तराखंड राज्य में बहने वाली एक हिमालयी नदी थी. यह अलकनंदा नदी की एक मुख्य उपनदी थी. सरस्वती नदी का उद्गम बद्रीनाथ से तीन किलोमीटर दूर माणा गांव के पास की बर्फीली पहाड़ियों से होता था. माणा गांव में सरस्वती और अलकनंदा नदी का संगम होता है. सरस्वती नदी, हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान से होकर बहती थी और कच्छ के रण में जाकर अरब सागर में मिलती थी. वैदिक काल में सरस्वती नदी बहुत बड़ी और मुख्य नदी थी. ऋग्वेद में इसका बार-बार वर्णन मिलता है. सरस्वती नदी जलवायु और टेक्टोनिक बदलावों की वजह से करीब 5,000 बीसी में लुप्त हो गई. माना जाता है कि सरस्वती नदी अभी भी थार रेगिस्तान के नीचे बह रही है. सरस्वती नदी के अवशेष एओलियन रेत या जलोढ़ के आवरण के नीचे पैलियोचैनल के रूप में संरक्षित
Tumhara tab Yahi hal hai Salon 4 Din Ki Chandni FIR Andheri Raat Tumhare char din ab yah news chalega 4 Din Koi dusra chal Jaega Tumhara to bus Banta ja rahi hai
सरस्वती नदी, भारत के उत्तराखंड राज्य में बहने वाली एक हिमालयी नदी थी. यह अलकनंदा नदी की एक मुख्य उपनदी थी. सरस्वती नदी का उद्गम बद्रीनाथ से तीन किलोमीटर दूर माणा गांव के पास की बर्फीली पहाड़ियों से होता था. माणा गांव में सरस्वती और अलकनंदा नदी का संगम होता है. सरस्वती नदी, हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान से होकर बहती थी और कच्छ के रण में जाकर अरब सागर में मिलती थी. वैदिक काल में सरस्वती नदी बहुत बड़ी और मुख्य नदी थी. ऋग्वेद में इसका बार-बार वर्णन मिलता है. सरस्वती नदी जलवायु और टेक्टोनिक बदलावों की वजह से करीब 5,000 बीसी में लुप्त हो गई. माना जाता है कि सरस्वती नदी अभी भी थार रेगिस्तान के नीचे बह रही है. सरस्वती नदी के अवशेष एओलियन रेत या जलोढ़ के आवरण के नीचे पैलियोचैनल के रूप में संरक्षित
इस जगह कोई भूगर्भ में सक्रिय ज्वालामुखी हो सकता है इतना दाब ज्वालामुखी से सम्भव है
राजस्थान की बात ही निराली है l
Right 👍
पृथ्वी पर गंगा और यमुना नदी को तो पवित्र और साफ कर दिया लोगों ने अब राजस्थान में सरस्वती की बारी है
Kalki Awtar ke swagat krne aa gyi...❤❤❤❤❤❤❤
Rgt
इस पानी को आगे बड़ा नाला बनाकर ले जाया जा सकता है से किसानों की फसल नष्ट नहीं होगी
जिसके खेत में बोरवेल खुदा जा रहा था,, वो पूरी तरह झूठ बोल रहा है किसी देवी या देवता के इशारे से यह नही हुआ है ये सिर्फ इंसान द्वारा हुआ हैं जिसे सिर्फ एक संयोग समझे 😮 ये खेत वाला जो बोल रहा है वो सरासर झूठ है 😮 ऐसे किसी चमत्कार की जरूरत नहीं है और ना ही कोई चमत्कार होता है😮 बस ये एक प्राकृतिक घटना है जिसे बोरिंग होने से किया जा सका है 😮 कृपया भगवान को इज्जत दे,, ऐसे कोई ईश्वर चमत्कार नहीं करते हैं आप सब अंध विश्वास में न पड़े 😮😮
नीचे तेज बहते पानी में छेड़ कर दिया गए जिसकी वजह से वहां फव्वारा निकल रहा है जल्द ही वो फव्वारा बंद हो जाएगा 😮 पानी निकलना कोई अचंभा नहीं है 😮 ऐसे कैसे🎉 पानी के स्त्रोत है जहां छेद होने पर पानी ऐसे निकल सकता है 😢 इसे अचंभा या भगवान की कृपा न समझे बस ये एक संयोग है 😮 आप सब विज्ञान को महत्व दे पूजा न करने लगे 😮 भगवान की इसमें कोई भूमिका नहीं है 😮
😊ये तो Hydrology तथा ग्राउंड वॉटर हायड्रॉलिकस् का scienceक्षेत्र हैं..
अर्टेशियन कुवा जरूर हो सकता है लेकीन सारासार परीक्षण के बाद ही योग्य निर्णय मिल सकता है..
It is quite possible to stop the overflowing water and safeguard the surroundings... !
Sarsvati Nadi yaha se jati hogi syd
Are bhai Abhi tak pusti nhi huyi hai
@PRAKASHKUMARSOREN-p4t koi baat nahi hai to
Ham bhi to yahi kah rahe hai ki sayd jati ho......
Q ki geography me ese hi padha hai
@a7knowledgehub365 ok my dear bro
😂 ek din me pani khatam ho gya
@vivekthakur9086 to ham kya kare 🤣
भगवान कल्कि का अवतरण होने वाला हैं इसकी संकेत दे रहे हैं 🙏🔱🚩🌺🌙👏🏽
Kalki avtar ho chuka h
@@devanshuchoudhay4768kaha hua bhai 😮😮😮
Andhbhakt
@@PRAKASHKUMARSOREN-p4tandhbhakt tum ho wo nhi
तू भगवान कल्कि का अवतार देख 😮 तुझे एक बात कहूंगा तू पढ़ा लिखा अनपढ़ है 😮
क्या आज आप वहां पर जाकर यह वीडियो बना रहे हो या नहीं अभी ताजा वीडियो बनाकर बताइए पानी कितना भर गया है
Bhai 30 tarikh ko hi raat ko band ho gaya tha bhai sirf teen din hi chala
@@ReationVlogRajput30 to aaj he 😢
this phenomenon is called Artesian well. Water Rises from underground due to presence of Confined Aquifer... water pressure is so high in Confined Aquifer compared to Atmospheric Pressure... Water comes even out with Pumping.
क्या कोई पाइपलाइन तो नहीं फूट गई नर्मदा की
800 fit pe aa gye the bichane 😂
सही
😂😂😂😂😂😂
😂@@rupashah1524
Are bhai yeh lathi series hai kabhi kitab padh li hoti to Pata hota
दुबई बना देंगे निकलने दो 😂
😂😂😂
अद्भुत 😊
Ram mandir bna h to ma ganga yamuna bhi pavitar hongi or sarsvati bhi parkat hongi 🙏🙏🙏
Nepal kaa Seti river hai yeh..Underground flow hotehue aaya hai..Water check karlo.
Bhai mere gav me huaa hai jo aaj pani band ho gaya hai
जय माँ सरस्वती ❤❤❤❤❤🎉🎉
सरस्वती नदी, भारत के उत्तराखंड राज्य में बहने वाली एक हिमालयी नदी थी. यह अलकनंदा नदी की एक मुख्य उपनदी थी.
सरस्वती नदी का उद्गम बद्रीनाथ से तीन किलोमीटर दूर माणा गांव के पास की बर्फीली पहाड़ियों से होता था.
माणा गांव में सरस्वती और अलकनंदा नदी का संगम होता है.
सरस्वती नदी, हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान से होकर बहती थी और कच्छ के रण में जाकर अरब सागर में मिलती थी.
वैदिक काल में सरस्वती नदी बहुत बड़ी और मुख्य नदी थी. ऋग्वेद में इसका बार-बार वर्णन मिलता है.
सरस्वती नदी जलवायु और टेक्टोनिक बदलावों की वजह से करीब 5,000 बीसी में लुप्त हो गई.
माना जाता है कि सरस्वती नदी अभी भी थार रेगिस्तान के नीचे बह रही है.
सरस्वती नदी के अवशेष एओलियन रेत या जलोढ़ के आवरण के नीचे पैलियोचैनल के रूप में संरक्षित
Hamari machine dub gai koi us par baat nahi kar raha😢
Ab apki machine kaha hai
हमारे अलवर जिले कि ओर घुमाएं इस पानी को , हम इंतजार कर रहे हैं ❤❤
ये मां शरशपति माता कि चेतावनी हे ये मैने पेलीभी काहा था
दूसरे न्यूज में बता रहा है कि पानी बंद हो गया है
जब मनुवादी आर्य हमारे देश में शरण के लिए आए थे तब वो सरस्वती नदी के किनारे बसे थे । दुष्ट आर्यों से सरस्वती नदी भी दूर होकर विलुप्त हो गई थी ।
Ye hr jagah hi Jake bol rhe ho proof hai
Bdsk तोर चा खोद डारन कोनों बहुत बिलबिला हो ऽऽऽऽऽऽऽऽ 😂😂😂😂
arya yahi ke mool nivasi the....
बकलोल हो
MAA Sarswati
Jay ma Sarswati ❤
इस घटना को हॉरर फिल्म बनाना जरूरी है क्या😂 अगर आ,, नी जी पहुंच गए तो समझो गैस है😂😂
गंगे च यमुने च्यैव गोदावरी सरस्वती नर्मदे सिन्धु कावेरी। वेद मे बर्णित सात नदी मे से छ ही दृश्यमान था।आज सरस्वती भी प्रकट हो गयी।
Gas nikalne ka sambhavna🎉🎉🎉🎉
बहुत पैसा है मंडल अध्यक्ष के पास।
हमारे यहां तो 100 ft खोदने में लाख रुपए लग जाते है, इन्होंने तो 850ft खुदवा दिया
Bhai kaha se ho ?
water & gas coming with pressure . It has been already stopped
यहाँ मंदिर मस्जिद बनाया जाना चाहिए क्योंकि नदी आ गई है 🤣🤪🤑🤑🤪🤣🤣🤪🤑🤑🤪🤣🤣🤣🤑🤑🤪🤣🤣🤪🤑🤑
Asa सेम टू से गुड़गांव में हुआ था
मन्दिर बनवा दो वहां।
वैज्ञानिक घटना है अंधविश्वास अंधभक्तों का आडंबर है
Jab videshou me pani nikalta hai vha bhi sarsvati hoti hia.
Nadi dhartike niche beh rahi he two pani upar kyun a raha he
Panjabme panch 5 nadiya bahrahihe two panjabme pani kyun nahi ubal raha
😅 Arvind Kejriwal ka kya hua vah ab chhut Gaya ab usko case ko bhul gaye
Sushant Singh ko bhul gaye
Khushi ki bat nhi h ye kuchh glt hi ghatne bala h prikati se chhed chhad jyda hi ho rhi h to kb kya ho jaye koi kuch nhi kah skta
jai ma saraswati🙏🙏🙏🙏
Bhai ab yah Band Ho Gaya Hai Fawara Raat Koi
❤❤❤❤❤❤
आपकी मम्मी सरस्वती है जी
वाह
Tum log science ko nahi manoge sirf andhvishawas failate hain. Shameful
कल रात को बंद होगा है
Bhai koi Poisonous gas ho sakta h.. or carbon gas dur rho nhi to aap is duniya se dur na jo jaye.
Bhai aapko bahut reporting karni h.. Abhi to. 😊
SARASWATI NADI SIDHA JAKAR PRAYAGRAG ME MAHAKUMBH SANFGAM ME MILEGI IS BAAR MAHAKUBH BHI 144 SAAL BAd lag raha hai
😮😮
Ab ma sarasvati band gai to kahenge gas thi abe kese tanatani ho
Kuch bhi😂news pe
Tumhara tab Yahi hal hai Salon 4 Din Ki Chandni FIR Andheri Raat Tumhare char din ab yah news chalega 4 Din Koi dusra chal Jaega Tumhara to bus Banta ja rahi hai
Ab Tu Kahan chale gaya Jungle Ke Piche
Kheaja Garib Nawaz ❤
Jai shree Ram manoj Kumar Kashyap Badaun
Vahape tel or gase nikalega or under tak khodo
750 फीट खोदी थी
Ab ye rukega nahi, duniya ko dubakar maanega
😅😅
Jab samay aacha aata hai toh sab aaccha hoi ta hai
लाठी सीरीज
Sab pani pani ho gye
sach kya hai ?.. dharmandh chamathkaar aage ..aur science perche ..kuch be..
maa nikli to pichhe se abba angara bhi niklega
Bhai log koi saras pati nhai hain ye syad gess ho modi ki kismat khul gai
Ye acha hua h logo ke liye
भारत खोज
Kuch v..
😮😮😮😮
😂😂😂😂saraswati
Andhvisvashi log.
Kya sab humlog Marne wale he
h😮
Kudo or pi ke swrg ki prapti kro
Iha par asi sorvey hona chahiye tab pata hoga kya mater .
Rajashthan dub jayega
😅😅😅😅😅😅😅😅😅😊😊
गंगा मैया प्रगट हो गई
Nadi esi nhi hoti hai
Jvala mukhi hai
सरस्वती नदी, भारत के उत्तराखंड राज्य में बहने वाली एक हिमालयी नदी थी. यह अलकनंदा नदी की एक मुख्य उपनदी थी.
सरस्वती नदी का उद्गम बद्रीनाथ से तीन किलोमीटर दूर माणा गांव के पास की बर्फीली पहाड़ियों से होता था.
माणा गांव में सरस्वती और अलकनंदा नदी का संगम होता है.
सरस्वती नदी, हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान से होकर बहती थी और कच्छ के रण में जाकर अरब सागर में मिलती थी.
वैदिक काल में सरस्वती नदी बहुत बड़ी और मुख्य नदी थी. ऋग्वेद में इसका बार-बार वर्णन मिलता है.
सरस्वती नदी जलवायु और टेक्टोनिक बदलावों की वजह से करीब 5,000 बीसी में लुप्त हो गई.
माना जाता है कि सरस्वती नदी अभी भी थार रेगिस्तान के नीचे बह रही है.
सरस्वती नदी के अवशेष एओलियन रेत या जलोढ़ के आवरण के नीचे पैलियोचैनल के रूप में संरक्षित