गुरु जी का उपदेश स्वागत योग्य है, सभी हिन्दुओं को एकजुट होकर देश को आगे बढ़ाना होगा,जाति पाति तो केवल हिन्दुओं को तोड़ने का षड़यंत्र रचा गया है,हम सभी सनातनी हिन्दू है और रहेंगे। जयहिंद
है महात्मा जी आपके और आप के माता पिता के चरणों में मेरा कोटि कोटि नमन आपका यह वचन देश के हर कोने में होना चाहिए कथा हर कोने में होने चाहिए आप जैसे महात्मा की हमारे हिंदू धर्म में सख्त जरूरत है जो हमारे हिंदू धर्म की रक्षा कर सके अन्यथा हमारा हिंदू धर्म ऊंच नीच जात पात में ही खत्म हो जाएगा मेरा आपसे हाथ जोड़कर के निवेदन है कि देश के हर कोने में हर क्षेत्र में हर गांव में ऐसी कथा करें❤❤❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻🏌️🏌️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💯💯💯💯💯
ऊं शिव परमात्माय नमः। स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन। अब आपको भी बदलने की आवश्यकता है बुद्धि को परमात्मा की शरण में ले जाने की आवश्यकता है बुद्धि परमात्मा की तरफ तब जायेगी जब परमात्मा की पहचान होगी। आज़ परमात्मा का सत्य परिचय न होने के कारण अनेक भगवान और अनेक गुरु है। बुद्धि दाता एक परमात्मा शिव है जोकि ब्रह्मा विष्णु और महेश और स्वर्ग रचेता पतित पावन है उसे ही त्रिकालदर्शी त्रिनेत्री और ज्ञान का सागर कहते हैं। आपको ईश्वरीय ज्ञान की अति आवश्यकता है यदि आप ब्राह्मण देवता क्षत्रीय वैश्य और शूद्र को जानना चाहते हैं, सतयुग में देवी देवता, त्रेता में क्षत्रीय वैश्य द्वापरयुग में और कलयुग में सभी सूद्र वर्ण के है सूद्र का मतलब होता है मन वचन और कर्म से भ्रष्ट कर्म करना।। कर्म से ही मनुष्य ऊंच और कर्म से ही मनुष्य नीच बनता है। जो मनुष्य ऊंच बनते हैं उन्हें देवी देवता कहते हैं। कहते हैं कर्म ही पूजा है इसलिए आज तक विकारी मनुष्य उनकी मूर्तियों की पूजा करते और गाते हैं मैं मूर्ख खल कामी कृपा करो भर्ता,,,,। अभी आप भी उस परमात्मा को जान पहचान कर उनकी श्रीमत पर चलकर पूजनीय बन सकते हैं जिसकी शिक्षा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मिलती है। ब्रह्म कुमारीज के किसी भी सेवा केन्द्र से सम्पर्क कर सकते हैं। सम्भव है कि गुरु अंहकार के कारण ज्ञान लेने शर्म आयेगी।आप अपने मोबाइल से बी के 7 डेज कोर्स बी के दामिनी टाइपिंग कर सुन सकते है इस कोर्स के बाद यहां की हर दिन की क्लास आज़ की मुरली सुन सकते हैं। ऊं शांति
कोटि कोटि नमन है आप जैसे संत महात्माओं को समाज में सबको लेकर चलने की जरूरत है बस लोग क्या करते हैं ऊंच नीच का भेदभाव जातिवाद इन्हीं सब करण की वजह से पूरा समाज बिखरा पड़ा आप जैसे लोग जब तक आगे नहीं बढ़ेंगे तब तक हमारा देश विकसित नहीं हो सकता
आभी भी वक्त है,हिन्दु भाई,एस,एस.टी.और ओ,बि,सी को बराबरी का सम्मान दे,और जाती तोडकर रोटी बेटी व्यवहार करें ,तो ही आनेवाला कल खुशाहाली लेकर आयेगा.ये हमारी निजी राय है,.....जय भिम,जय हिन्द,जय भारत,
@@StockAdvicesहमे रहन सहन का ढंग ना सिखाएं दोस्त हम तो रहन सहन में भी आगे बढ चुके है,आप समाज में एकता,भाईचारा बढाकर आपने इस प्रिय भारत को आगे बढाने की बढी सोच रखे किसी को कम दिखाने की सोच देश और समाज के लिएं कीसी भी तरह ठिक नही है,बढी सोच और बढे विचार रखे देश और देश वासियों प्रती प्रेम भावनाएं रखे.❤
@marutigundile2766 जी भाई, आपने बिलकुल सही कहा। अभी भी समय है हम सभी हिन्दू को एक होने का। कुछ दुष्ट पाखंडी लोगो ने हमारे बीच भेद भाव का बीज बो दिया। और हमारे SC ST समाज के लोगो को बहुत कष्ट दिया। जब भी मैं ये इतिहास पढ़ता हूं मेरी आखों से आसू आ जाते हैं। मैंने खुद को ब्राह्मण कहना बहुत पहले ही छोड़ दिया है। अब हम सब केवल हिंदू है,कोई जाति नहीं। बाबा साहेब आंबेडकर का सपना हमे पूरा करना है और हिंदू समाज में एकता लानी है। जय भीम, जय श्री राम, जय भारत।
श्री राम रघुवंशी थे मैं खुद रघुवंशी हूँ श्रीराम प्रभु का असली वंशज हूँ मैं मांस मदिरा से दूर रहता हूं किसी तरह के गंदे कर्म नहीं करता हूँ मुझे गर्व है कि मैं रघुवंशी हूँ जय श्री राम जय रघुवंशी
इंसान अपने कर्म से ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र बनता है। जन्मजात सभी शूद्र ही होते हैं। हर मानव में यह चारों वर्ण विद्यमान है। प्रधानता केवल कर्म की है।
मेरी लडाई अपने समाज से इसलिए होती है बहुत सुधर रहे कुछ अपने आपको ज्यादा ही ब्राह्मण बताते है ओर कर्म से भो श्री वाले नीच है शराब मांस वेश्यावृत्ति घूस रिश्वत चोरी चरित्रहीन सब दुराचारि कर्म है ओर बताते ब्राह्मण है!!!
येसे महंन्त को हम सत सत नमन करता हुं येसे ही सब सोच ले तो उच निच का भेद भाव ना रहे और नफरत बाजी से दुर रहे प़ेम से बोलो जैय सियाराम लिखने में गलती हुआ होतो हमें माफ करना हर हर महादेव
जय गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में गुरु ही ब्रह्मा गुरुर मूरत कहा या गुरु पारब्रह्म परमेश्वर कहलाया aap arasampatti Gyan aapke charanon mein दया भावना दान आपके चरणों में
जो ब्रह्म ज्ञानी है वहीं ब्राह्मण है जो क्षति होने से रक्षा करे वह क्षत्रिय है।जो स्वयं का व्यवसाय करे वह वैश्य है जो श्रम करके श्रम का फ़ल स्वीकार करे वह शूद्र है। शास्त्रार्थ नहीं हुआ यह लोग जो आधे ज्ञान से समाज में आते हैं लोगों को तर्क करना नहीं ताली बजाना सिखाते। शूद्र जन्म से नहीं है कोई न ब्राह्मण है कोई जन्म से। उदाहरण जैसे एक अधिकारी व एक नौकर। न तो अधिकारी ही जन्म से अधिकारी था न कि नौकर जन्म से से नौकर था।
ईश्वर ने तो इस देश को हजारों साल तक पीछे धकेल दिया । जितने बड़े ऋषि मुनि हुए सब अतिशुद्रो में ही हुए हैं वेदव्यास, रविदास, कबीर, अठासी हजार ऋषि हुए है ।
मान. सर्वो. न्याया.की एक बहुत बड़ी बैंच ने आप. प्र.क्र.291/1971,उ.प्र.सरकार बनाम ललयी सिंह यादव में स्थापित किया है कि रामायण एक काल्पनिक ग्रंथ है। उल्लेखनीय है कि वे तर्क और आधार रामायण को काल्पनिक ग्रंथ स्थापित करने में प्रयोग किये हैं वे ही तर्क और आधार महाभारत गीता आदि हिंदू धर्म ग्रंथों पर भी लागू होते हैं। अर्थात ये भी काल्पनिक हैं। अब कोई यह नहीं कह दे कि सर्वोच्च न्यायालय तो राष्ट्र विरोधी है?
जय श्री राम महात्मा जी ने बहुत सटीक भाषा में समझाया है बात तो सच है लेकिन मनुष्य की विवेक भेदभाव से भर गया है और सृष्टि का नियम है छोटे बड़े का एक दूसरे काम से लिंक है छोटे बड़े सबको सम्मान देना चाहिए छोटे बड़े सभी को अपना काम भाव से करना चाहिए और संतोष रखना चाहिए उदाहरण में रविदास का जीवन परिचय
गुरुजी आप जैसे को नमन हमारा यही तो गुरु घासीदास ने कहा था मनके मनके एकसमान दुनिया में इसलिए उसका नाम और सम्मान हुआ है आप भी वैसा बोल रहे हैं यही 😮तोसत्य नाम है आगे आप भी का सम्मानहोगा
राम अर्थात परमात्मा का कोई वंशज होता तो कभी मरता ही नहीं न कभी बीमार होता रामजी का कोई वंशज होता तो झूंठ नहीं बोलता व्यभिचारी नहीं होता जातिवादी अधर्मी न होता निर्धन न होता अंग्रेजों मुगलों का भी गुलाम न रहा होता वो सिर्फ अपने आराध्य का भक्त होता पूरी वसुधा उसका कुटुंब होता हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई ब्राह्मण क्षत्रिय वेश्य शुद्र नर नारी काले गोरे गरीब आमिर का भेद न होता जातिवाद के जहर विष ने भारत काफी पीछे धकेल दिया है साधू संतों कथा वाचकों का कर्म धर्म बनता है कि जहर को मिटाने का कोई ठोस कदम उठायें
Hamen sudra hai unch neech ke Karan Bhagwan se Vishwas uth gaya tha lekin aap ka pravachan dekha to aapane Dil Jeet liya 100% Vishwas Ho Gaya Jay Shri Ram
अरे भाई समझ लो एक साथ लेकर अपना दुकान चलाएंगे ।शुद्र को सेवा ही करवाएंगे ।उन्हे पता चल चुका है शुद्र उनसे दूर हो रहा है ।दुकान चलाने के लिए समझौता करने को तैयार है ।
महाराज जी से निवेदन है यैसी कथा गांव गांव में भी करानी चाहिए आप न कर सके तो अपने शिष्यों को आदेश दे ताकि जाती पात छोड़कर सारे हिन्दू एकता की डोर में बध जाएं उच निच का भेद न हो नही तो दूसरो से क्या लड़ेंगे आपस में लड़ कट जायेंगे जय श्री राम
Guru g appkparvachan bahut hee parsansniye hain bahut annad ayya man ko shanti mili. Mein pure Dave ke sath keh sakta hun ke app jaisa Sant har rajaye mein yahi Parvachan de to Humara des kuchh hee dino mein sab se achha or swaran bharat ban jaye Guru app ka dil dhanyavad achhe or sudh asli Parvachan ke liye jai siya ram.
ओम बुद्धाय नमः बुद्धम शरणम गच्छामि महाराज की जय
बुद्धम् शरणम् गाछामि 🙏👹💪
😂😂😂😂😂
Ram khud pig ka meet khata tha
@@ARKC-kv2mb fir to tera baap be khata hoga kyo rrer muthlim
@@ARKC-kv2mbneech paapi nark jayega tu😡
गुरु जी का उपदेश स्वागत योग्य है, सभी हिन्दुओं को एकजुट होकर देश को आगे बढ़ाना होगा,जाति पाति तो केवल हिन्दुओं को तोड़ने का षड़यंत्र रचा गया है,हम सभी सनातनी हिन्दू है और रहेंगे। जयहिंद
है महात्मा जी आपके और आप के माता पिता के चरणों में मेरा कोटि कोटि नमन आपका यह वचन देश के हर कोने में होना चाहिए कथा हर कोने में होने चाहिए आप जैसे महात्मा की हमारे हिंदू धर्म में सख्त जरूरत है जो हमारे हिंदू धर्म की रक्षा कर सके अन्यथा हमारा हिंदू धर्म ऊंच नीच जात पात में ही खत्म हो जाएगा मेरा आपसे हाथ जोड़कर के निवेदन है कि देश के हर कोने में हर क्षेत्र में हर गांव में ऐसी कथा करें❤❤❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻🏌️🏌️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💯💯💯💯💯
तुमारा।वचन।सतय।है।
Jay Bhim @@BrejeshMishra
❤
बिलकुल छूआछूत भेदभाव बंद होना चाहिए ओर जो करेगे उनको समुद्र मे फेंकना शुरू करो!!!
वर्तमान युग में आपके कहे वचन ही भारत वर्ष के भविष्य को संवार सकते हैं ,आपको कोटि कोटि नमन गुरुवर❤🙏🏻🙏🏻
महात्मा जी आप के जैसे साधु ही असली संत हैं और देश को बचा सकते है। आपके चरणों सत सत नमन। जय भीम जय भारत जय संविधान। बुद्धम शरणं गच्छामि।
ऊं शिव परमात्माय नमः। स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन। अब आपको भी बदलने की आवश्यकता है बुद्धि को परमात्मा की शरण में ले जाने की आवश्यकता है बुद्धि परमात्मा की तरफ तब जायेगी जब परमात्मा की पहचान होगी। आज़ परमात्मा का सत्य परिचय न होने के कारण अनेक भगवान और अनेक गुरु है। बुद्धि दाता एक परमात्मा शिव है जोकि ब्रह्मा विष्णु और महेश और स्वर्ग रचेता पतित पावन है उसे ही त्रिकालदर्शी त्रिनेत्री और ज्ञान का सागर कहते हैं। आपको ईश्वरीय ज्ञान की अति आवश्यकता है यदि आप ब्राह्मण देवता क्षत्रीय वैश्य और शूद्र को जानना चाहते हैं, सतयुग में देवी देवता, त्रेता में क्षत्रीय वैश्य द्वापरयुग में और कलयुग में सभी सूद्र वर्ण के है सूद्र का मतलब होता है मन वचन और कर्म से भ्रष्ट कर्म करना।। कर्म से ही मनुष्य ऊंच और कर्म से ही मनुष्य नीच बनता है। जो मनुष्य ऊंच बनते हैं उन्हें देवी देवता कहते हैं। कहते हैं कर्म ही पूजा है इसलिए आज तक विकारी मनुष्य उनकी मूर्तियों की पूजा करते और गाते हैं मैं मूर्ख खल कामी कृपा करो भर्ता,,,,। अभी आप भी उस परमात्मा को जान पहचान कर उनकी श्रीमत पर चलकर पूजनीय बन सकते हैं जिसकी शिक्षा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मिलती है। ब्रह्म कुमारीज के किसी भी सेवा केन्द्र से सम्पर्क कर सकते हैं। सम्भव है कि गुरु अंहकार के कारण ज्ञान लेने शर्म आयेगी।आप अपने मोबाइल से बी के 7 डेज कोर्स बी के दामिनी टाइपिंग कर सुन सकते है इस कोर्स के बाद यहां की हर दिन की क्लास आज़ की मुरली सुन सकते हैं। ऊं शांति
आपके द्वारा दिए गए प्रवचन को देश के हर हिन्दू समाज को अमल में लाना चाहिए तभी ऊंच नीच की खाई समाप्त होगी। गुरु जी को शत् शत् नमन प्रणाम
B
संत जी ने कहा उसे स्वीकार कर मानवता का परिचय देते हुए आप स्वतः ही महान व्यक्ति बन जाओगे।❤
Jay shree ram
प्रवचन कर्ता यह महराज जी हैं जिन्होंने प्रत्येक जाति के सभी मानवों को एक होने की बात कही है
महाराज जी बहुत सुन्दर प्रवचन आपको शत् शत् नमन
भारत में आप जेसे सन्तों की आवश्यकता है आप को तहदिल से बहुत-बहुत नमन
हे सदगुरू आपको प्रवचन सुनकर सारे मानब जाति मे पाखंडी बाद दु र होगा आगे साहब बनेगी साहब
आपको सत सत प्रणाम गुरुजी आप सत्य फरमाते हैं आप जैसे महान गुरुओं की यहां जरूरत है बाकी तो सब ढोंगी है
🙏🙏🌹ये सतयुगी संत हैं सादर प्रणाम सादर प्रणाम सादर प्रणाम 🌹🙏🙏
Mahraji thank s
गुरुजी के चरणों में कोटि कोटि नमन करता हूं आप जैसे लोग ही समाज को सुधार सकते हैं
यह असली पंडित है. बात अच्छी लगी.
मान्यवर आप जैसे महात्मा महापुरुष लोगों कि समाज को ज़रूरत है ।
कोटि कोटि नमन है आप जैसे संत महात्माओं को समाज में सबको लेकर चलने की जरूरत है बस लोग क्या करते हैं ऊंच नीच का भेदभाव जातिवाद इन्हीं सब करण की वजह से पूरा समाज बिखरा पड़ा आप जैसे लोग जब तक आगे नहीं बढ़ेंगे तब तक हमारा देश विकसित नहीं हो सकता
सबसे पहले कांग्रेस मुक्त भारत करना अनिवार्य हैं
महाराज जी हमारे विचार से आप जैसे सन्तो को ही सच्चे सन्तो की श्रेणी मे गिना जाना चाहिए । पाखंडियों को नही
आज के युग में आप जैसे महा
पुरूषों की ही जरूरत है गुरु जी आप को कोटि कोटि प्रणाम
महाराज जी आपके जो प्रवचन हैं वो परम सत्य है मैं आपके चरणों में कोटि कोटि नमन करता हूं जय वाल्मीकि
आप ही हिंदू धर्म को किसी हद तक बचा सकते हो आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम।
देश में आज इस प्रकार के संतों की ही आवश्यकता है। बहुत अच्छा ज्ञान प्राप्त हुआ। संत जी को कोटि कोटि प्रणाम।😊
Namo buddhay Jay Bheem
आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी, आप ही कलयुग की महान राम बाणी है, आपको आभार व्यक्त दिल से कोटि कोटि प्रणाम करता हूं आपके चरणों स्वीकार करे आप
जय भारत जय संविधान की रक्षा ऐसे प्रवचन हर समाज में समझने की आवश्यकता
गुरुजी आपका प्रवचन सुनकर बहोत हमारे मन मे आनंद हुवा है यही है संत की पहीचान
नमस्कार गुरुदेव जी राधे राधे जय श्री कृष्ण जय श्री राम जय श्री हरि 🙏🙏🙏 जय हो प्रभु जी 🙏🙏
गुरु संरणम गुरु संरणम गुरु संरणम राम नाम संरणम गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः
जय हो गुरुदेव आपकी कथा देश के हर कोने कोने में होनी चाहिए
आभी भी वक्त है,हिन्दु भाई,एस,एस.टी.और ओ,बि,सी को बराबरी का सम्मान दे,और जाती तोडकर रोटी बेटी व्यवहार करें ,तो ही आनेवाला कल खुशाहाली लेकर आयेगा.ये हमारी निजी राय है,.....जय भिम,जय हिन्द,जय भारत,
पहले रहन सहन का ढंग तो सीख लो
@@StockAdvicesbc teri sabhi behno ko paal lunga😅😅😅😅
ज्ञणंणनूउणहयभमज्ञ😊😅😮😮😮😮😮
@@StockAdvicesहमे रहन सहन का ढंग ना सिखाएं दोस्त हम तो रहन सहन में भी आगे बढ चुके है,आप समाज में एकता,भाईचारा बढाकर आपने इस प्रिय भारत को आगे बढाने की बढी सोच रखे किसी को कम दिखाने की सोच देश और समाज के लिएं कीसी भी तरह ठिक नही है,बढी सोच और बढे विचार रखे देश और देश वासियों प्रती प्रेम भावनाएं रखे.❤
@marutigundile2766 जी भाई, आपने बिलकुल सही कहा। अभी भी समय है हम सभी हिन्दू को एक होने का। कुछ दुष्ट पाखंडी लोगो ने हमारे बीच भेद भाव का बीज बो दिया। और हमारे SC ST समाज के लोगो को बहुत कष्ट दिया। जब भी मैं ये इतिहास पढ़ता हूं मेरी आखों से आसू आ जाते हैं। मैंने खुद को ब्राह्मण कहना बहुत पहले ही छोड़ दिया है। अब हम सब केवल हिंदू है,कोई जाति नहीं। बाबा साहेब आंबेडकर का सपना हमे पूरा करना है और हिंदू समाज में एकता लानी है। जय भीम, जय श्री राम, जय भारत।
Pahale guru g jo sahi marg dikha rhe h ❤🙏
Jay Bheem Jay sanvidhan ❤
गुरु जी के चरणों में हमारा सादर प्रणाम
आप तो ईश्वर जैसी बात करते हैं गुरु जी आपके चरणों में कोटि कोटि नमन❤❤
धन्यवाद आपका पंडित जी सादर चरण स्पर्श।
श्री राम रघुवंशी थे मैं खुद रघुवंशी हूँ श्रीराम प्रभु का असली वंशज हूँ मैं मांस मदिरा से दूर रहता हूं किसी तरह के गंदे कर्म नहीं करता हूँ मुझे गर्व है कि मैं रघुवंशी हूँ
जय श्री राम
जय रघुवंशी
आज ऐसे संतो की जरूरत है ।
जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम
ऊँ बुद्धाय नमः बुद्धम शरणम गच्छामि महाराज जय कि जय हो आप सही बोले हैं
मैं भगवान डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को मानता हूं और बुद्ध भगवान को मानता हूं लेकिन आपने जो प्रवचन दिया ना वह बहुत सही दिया
इंसान अपने कर्म से ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र बनता है। जन्मजात सभी शूद्र ही होते हैं। हर मानव में यह चारों वर्ण विद्यमान है। प्रधानता केवल कर्म की है।
Saty bat kahi kyonki sudra jati nahi sudra ka arth bhag ban ka charitra na Mane vo sab sudra he
Bhagavan kisi ke sath bhedbhav nahi karta he
चारों वर्णों की उत्पत्ति के कारक ग्रह है चराचर विश्वग्रहोकेद्वारा संचालित हैमैं बताऊंगा आप किस जाति के हैं कुंडली अनिवार्य है
मेरी लडाई अपने समाज से इसलिए होती है बहुत सुधर रहे कुछ अपने आपको ज्यादा ही ब्राह्मण बताते है ओर कर्म से भो श्री वाले नीच है शराब मांस वेश्यावृत्ति घूस रिश्वत चोरी चरित्रहीन सब दुराचारि कर्म है ओर बताते ब्राह्मण है!!!
गुरु जी के चरणों में सत सत प्रणाम धन्य हो गुरुजी आप जय सीताराम जय श्री राधे श्याम राधे श्याम
Sir pls ek baar lalai yadav ko padho pls
Bura mat manna meri bat ka
@@tindug4410aapake ghar me mit machhali bahut khate ho hamare yadav wansh nahi khata hai
@@KanhaiyayaduwanshiAhir-hh9ch mere padosi yadav h vo to sab khate h
नमो बुद्धय जय भीम जय भारत जय संविधान जय विज्ञान जय हिन्द जय मूलनिवासी बहुजन समाज आज भी समय है इस पाखंडीओ को बात को समझ कर देख रहा हूं
सत्य वचन कहा महाराज जी अपने जाति ही हिंदु धर्म को कमजोर बना रहीं हैं इसलिए जाति खत्म करो और हिंदु धर्म मज़बूत करो 🙏जय हो महाराज जी 🙏
Namo Buddhay Jai Bhim.Sabki soch aisi hi honi chahiye.Dharm bada Nahi karm bada hai.manav manav ek saman
येसे महंन्त को हम सत सत नमन करता हुं येसे ही सब सोच ले तो उच निच का भेद भाव ना रहे और नफरत बाजी से दुर रहे प़ेम से बोलो जैय सियाराम लिखने में गलती हुआ होतो हमें माफ करना हर हर महादेव
आज के युगमें आप जैसे महान संत की जरूरत है गुरुजी आपको कोटि कोटि प्रणाम
जय गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में गुरु ही ब्रह्मा गुरुर मूरत कहा या गुरु पारब्रह्म परमेश्वर कहलाया aap arasampatti Gyan aapke charanon mein दया भावना दान आपके चरणों में
Guru Ravidassiya Religion Is Best🙏💖🚩
जब सब एक है, तो जाति वोध क्यो ।जय गुरु देव ।।
Namo tassa bhagavato arahato samma some Buddhist namo Buddha namo Dharma namo Shanghai Jay sanvidhan
ऐसे गुरु ईश्वर कि भाती हैं आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ
जो ब्रह्म ज्ञानी है वहीं ब्राह्मण है जो क्षति होने से रक्षा करे वह क्षत्रिय है।जो स्वयं का व्यवसाय करे वह वैश्य है जो श्रम करके श्रम का फ़ल स्वीकार करे वह शूद्र है।
शास्त्रार्थ नहीं हुआ यह लोग जो आधे ज्ञान से समाज में आते हैं लोगों को तर्क करना नहीं ताली बजाना सिखाते।
शूद्र जन्म से नहीं है कोई न ब्राह्मण है कोई जन्म से।
उदाहरण जैसे एक अधिकारी व एक नौकर।
न तो अधिकारी ही जन्म से अधिकारी था न कि नौकर जन्म से से नौकर था।
आपके द्वारा दिया हुआ प्रवचन बहुत ही अच्छा है शायद इससे हिंदुस्तान का भला हो जाए
🙏🙏🙏🙏🙏 जय श्रीमन्नारायण प्रभु जी के चरणो में बारंबार प्रणाम
कितना सच छुपाओ,छुप नहीं सकता बनाबट कएवशूलओं से,और खुशबू आ नहीं सकती कागज के फूलों से,।
Guruji ko koti koti naman jai bhim namo budhay
ईश्वर ने तो इस देश को हजारों साल तक पीछे धकेल दिया । जितने बड़े ऋषि मुनि हुए सब अतिशुद्रो में ही हुए हैं वेदव्यास, रविदास, कबीर, अठासी हजार ऋषि हुए है ।
Bahut achha laga Jay bhim namo budhay
आप जैसे ही संत इस समाज को सुधार सकते
Jay shree radhey gurudav ji k chrno m koti koti sadar vandan parnam
मान. सर्वो. न्याया.की एक बहुत बड़ी बैंच ने आप. प्र.क्र.291/1971,उ.प्र.सरकार बनाम ललयी सिंह यादव में स्थापित किया है कि रामायण एक काल्पनिक ग्रंथ है।
उल्लेखनीय है कि वे तर्क और आधार रामायण को काल्पनिक ग्रंथ स्थापित करने में प्रयोग किये हैं वे ही तर्क और आधार महाभारत गीता आदि हिंदू धर्म ग्रंथों पर भी लागू होते हैं। अर्थात ये भी काल्पनिक हैं।
अब कोई यह नहीं कह दे कि सर्वोच्च न्यायालय तो राष्ट्र विरोधी है?
Saab Hindu ek hai -sach❤🎉😢😮😊🙏👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
इस प्रकार के पिरवचन पूरे भारत में होना चाहिए।तभी सामाजिक समानता आ सकती है बाबाजी को साधुवाद।
जय भीम जय संविधान जय भारत नमो बुद्धाय
Jai shree ram namah parvati patiye har har mahadev
भीमटे 😄
आप के विचार बहुत अच्छे हैं महाराज जी पर आपके लोग ही आपको पसंद नहीं करेंगे क्यों कि आप सच बोलने की ताकत रखते हो 1🙏
नमो बुद्धाय
श्रीमन आपको सादर नमसकार आपकी वाणी सुनकर सकून मिला असल मे आप ही समाज सुधारक है
गुरु नानक जी 85%वाले को सोने दो जय भीम जय भारत
Budham sarnam gachami jai sambhidhan 🙏🙏🙂🙂
उच्च विचार देव जी ❤❤❤
नमो बुद्धाय जय भीम
Gurudev pranam aise hi santo ki need hai Bharat me
🌺सतगुरु को प्रणाम🌺हरी ॐ तत् सत् 🌺🙏👌🌺
सत्य कहा गुरु जी
Namo buddhay.
जय श्री राम महात्मा जी ने बहुत सटीक भाषा में समझाया है बात तो सच है लेकिन मनुष्य की विवेक भेदभाव से भर गया है और सृष्टि का नियम है छोटे बड़े का एक दूसरे काम से लिंक है छोटे बड़े सबको सम्मान देना चाहिए छोटे बड़े सभी को अपना काम भाव से करना चाहिए और संतोष रखना चाहिए उदाहरण में रविदास का जीवन परिचय
देश में ऐसा संत मिले
जातियों में सिर्फ ब्राह्मण लोग ही जातियों में भेद डाला वर्ण व्यवस्था लागू किया हुए हैं न कि खुद लोग ही घूमा फिरा कर लोगो पर थोपा जा रहा हूं
100% sacchayi h aapki baato me
गुरुजी आप जैसे को नमन हमारा यही तो गुरु घासीदास ने कहा था मनके मनके एकसमान दुनिया में इसलिए उसका नाम और सम्मान हुआ है आप भी वैसा बोल रहे हैं यही 😮तोसत्य नाम है आगे आप भी का सम्मानहोगा
राम अर्थात परमात्मा का कोई वंशज होता तो कभी मरता ही नहीं न कभी बीमार होता रामजी का कोई वंशज होता तो झूंठ नहीं बोलता व्यभिचारी नहीं होता जातिवादी अधर्मी न होता निर्धन न होता अंग्रेजों मुगलों का भी गुलाम न रहा होता वो सिर्फ अपने आराध्य का भक्त होता पूरी वसुधा उसका कुटुंब होता हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई ब्राह्मण क्षत्रिय वेश्य शुद्र नर नारी काले गोरे गरीब आमिर का भेद न होता जातिवाद के जहर विष ने भारत काफी पीछे धकेल दिया है साधू संतों कथा वाचकों का कर्म धर्म बनता है कि जहर को मिटाने का कोई ठोस कदम उठायें
Hamen sudra hai unch neech ke Karan Bhagwan se Vishwas uth gaya tha lekin aap ka pravachan dekha to aapane Dil Jeet liya 100% Vishwas Ho Gaya Jay Shri Ram
अरे भाई समझ लो एक साथ लेकर अपना दुकान चलाएंगे ।शुद्र को सेवा ही करवाएंगे ।उन्हे पता चल चुका है शुद्र उनसे दूर हो रहा है ।दुकान चलाने के लिए समझौता करने को तैयार है ।
लोग तो बर्ताव करते हैं मनुस्मृति वेद शुद्र नहीं पढ़ सकता क्या सजा 😢😢
Jai Shri Krishna 🙏💜
नमो बुद्धाय नमो धम्माय नमो संघाय बुद्धंग शरणंग गच्छामि धम्मंग शरणंग गच्छामि संघम शरणंग गच्छामि
आपको कोटि कोटि प्रणाम❤🙏🏼
जब भी मुझे निराशा लगता है आपका प्रवचन सुनता हु ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ आई लव यू ❤❤❤❤
Radhe Radhe guru dev
महाराज जी से निवेदन है यैसी कथा गांव गांव में भी करानी चाहिए आप न कर सके तो अपने शिष्यों को आदेश दे ताकि जाती पात छोड़कर सारे हिन्दू एकता की डोर में बध जाएं उच निच का भेद न हो नही तो दूसरो से क्या लड़ेंगे आपस में लड़ कट जायेंगे जय श्री राम
Very good
Jai ho ❤ baba ji ko koti koti naman
Very very good ❤❤❤❤❤❤❤
We Kotishah Dandvat Naman.we welcome and shpport his preach ....sermon.Jai Jai Shri Ram. Jai Bharat.
ॐ श्री गुरुवे नमः आपको कोटि कोटि प्रणाम 👏👏👏
Jai Jai🙏🙇♀️🙏🌹🌷🚩❤
Guru g appkparvachan bahut hee parsansniye hain bahut annad ayya man ko shanti mili. Mein pure Dave ke sath keh sakta hun ke app jaisa Sant har rajaye mein yahi Parvachan de to Humara des kuchh hee dino mein sab se achha or swaran bharat ban jaye
Guru app ka dil dhanyavad achhe or sudh asli Parvachan ke liye jai siya ram.
Jay shree krishna Guruji Apke chrno me bar bar pranam 👏👏🌹🌹