✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
😂😂ye india hai yeha Log apna Baap turanat badal Lete hai abhi india me yehi chal rha hai. Baap badalne ka kam😂😂 Granth khud padhe. RUclips k chakkar me naa pade😢😢😢
इतना सुन्दर वर्णन मैंने आज तक नहीं सुना। भगवान कृष्ण सबके हैं वो सम्पूर्ण ब्रामण्ड के मालिक है इस कलयुग में जिसने भी कृष्ण के उपदेशों को अपनाया है उसी को सफलता मिली है। जय श्री कृष्ण राधे राधे।
यदुवंश की व्याख्या करने के लिए आपको कोटि कोटि प्रणाम आपने जो बताया है वही सत्य है यदुवंश पर हमें गर्व है अंतिम बात आपने रखी है कि आप कृष्ण बंसी है कि कंसवशी यही सत्य है इसलिए हम सबको इस प्रकार का कोई कृत नहीं करना चाहिए जिससे हमारे पूर्वज शर्मिंदा हो जय यदुवंशी
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@mahendryadav924 Kansh Vanshi Koi Nahi Hai Kyoki Yaduvanshiyo Me Keval Sri Krishna Ki Hi Kutumb Bache The Bakiyo Ka To Sanhar Ho Gaya Tha Parbhas Kshetr Me.Ye Wakta Yadavo Ko Gumrah Kar Rahe Hai.Yaduvansh Ko Krishna Aur Kans K Roop Me Bat Kar.
वास्तव में कृष्ण जी के अवतरण के समय ग्वाल और गोप टाइटल सज्ञान में था अहीर शब्द तब से आया जब कृष्ण जी ने कालिया नाग को नथा था तब से सज्ञान में आया अहीर का अर्थ अ माने नाग ,हीर माने नाथना यानि नाग को नाथने वाला ,कृष्ण जी के ढेर सारे नामो में एक नाम अहीर भी है बाद में लोगो ने इसे गोप ,ग्वाल के साथ साथ अहीर शब्द को जोड़ दिया चाहे कोई अहीर हो ग्वाल हो यादव हो सभी यदुबंशी है यदुबंशी क्षत्रिय है यादव कहे या अहीर कहे हमको इन पर गर्व है जय यदुबंशी
@@VijaibhanSingh वर्ण कोई भी मानिये,चाहे क्षत्रिय या वैश्य। यदुवंशी होना ही महत्वपूर्ण है और अपने आप में पूर्ण भी । वैसे शास्त्रों में पशुपालन व कृषि को वैश्य वर्ण के अन्तर्गत रखा गया है। राजा या शासक बन जाने पर उसे क्षत्रिय मान लिया जाता रहा है।
आप को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏 जो सही जानकारी दिया आप ने आप एक वीडियो नेपाल के यादव को लेकर वीडियो बनाये नेपाल का पैहला शासक भगवान श्री कृष्ण जी के वंसज है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
MP मे ews के रूप मे सामान्य वर्ग कोआरक्षण दिया गया है इसका मतलब यह नहीं है कि उपरोक्त जातियां निम्न कुल की हो गई।आर्थिक रूप से जो जातियां पिछड़ जाती हैं उनको सरकार आरक्षण देती है कवि राज द्वारा बहुत ही अच्छी तरह समझा कर जानकारी दी गई आपको दिल से बहुत बहुत बधाई।आप ऐसे ही ज्ञान बांटते रहें ।❤🎉❤🎉
EWS मे ब्राह्मण, क्षत्रिय राजपूत, वैश्य समाज को आरक्षण मीला है, इसमे मे कोई घुमतू कबीलाई जाती नही,इसमे कुतो को सुधाकर पहचान होने वाली जाती नही, EWS मे सिर्फ सर्वण समाज है
श्रीमान जी यादव भी ब्राह्मण हैं , क्यों कि श्रीमद्भागवत महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में ब्रह्मा जी के द्वारा दश ऋषियों की उत्पत्ति हुई।उन में अत्रि नामक श्रेष्ठ ऋषि भी थे। उनके तीन पुत्र हुए । दत्तात्रेय, दुर्वासा और चन्द्र । चन्द्र वंश में आगे जाकर ययाति नाम के राजा हुए और ययाति के यदु हुए।यदु से यादव हुए। अतः यादव समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण आत्रेय गोत्र (अत्रि ) लिख सकता है ।
यादव एक अलग धर्म है जिसे भागवत भी कहा जाता है बाद मे इसका विलय हिंदू धर्म मे कर लिया गया द्वापर युग के बाद यादव ब्रह्मनो की वर्ण व्यवस्था से बाहर चले गए अब हमारा कोई वर्ण नही
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
शास्त्री जी .जैसा की आप ने बोला यादव भी ब्राह्मण है महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार बृह्मा जी के द्वारा दस ऋषियों-मुनियों की उत्पति हुई । उन में अत्रि,पुलस्त्य,नारद,प्रचेता आदि भाई हुए थे । वैसे हीं प्रचेता का पुत्र बताया वाल्मीकि जी ने बो भी ब्राह्मण हुये तो जो अभी के समय में वाल्मीकि समाज है। वो भी वाल्मीकि जी को अपना पूर्वाज बताते है ।तो फिर आपके हिसाब से शास्त्री जी किया वो भी ब्राह्मण लिख या बोल सकते हैं ।अतः वो वाल्मीकि समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण (प्रचेतसं) गोत्र प्रचेता लिख सकते है।या जैसे वाल्मीकि जी ने बोला है श्रीवात्सगोत्रिय ब्राह्मण बोल सकत्ते है 🙄🤔🤔
अहीर शब्द यादवों की एक महान उपाधि है जो आभीर का तद्भव है जिसका मतलब नीर्भीक योद्धा होता है और ये उपाधि सर्वप्रथम यदु महाराज को मिली थी जब गौपालन करते हुए अपने बाहुबल से यदुवंशी साम्राज्य की स्थापना किए थे... बाद में उनके वंशजों को भी आभीर, अहीर यादव कहा गया...
सत्य कथन भैया धन्यवाद ।आपने मानववादी दृस्टि से सत्य उद्घाटित किया है। यदि इसी तरह धर्मवादी भी भर्मित नहीं करके सत्य वचन कहें तो समाज में नफ़रत नहीं होगा और प्रेम की गंगा परवाहित होगी और समस्त समाज का कल्याण होगा ।धन्यवाद राना यादव प्रयाग राज नमस्कार ।ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। यादव चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है नंदबाबा की एक पुत्री माँ योगमाया(दुर्गा) है हम यदुवंशियों की कुल देवी है वसुदेव जी के दो पुत्र बलराम, कृष्ण और एक पुत्री सुभद्रा जी है। वसुदेव जी और नंदबाबा एक ही बाबा की संतान हैं। वसुदेव जी और नंदबाबा दो एक ही गोत्र वृष्णिवंश के यादव है।
भगवान् कृष्ण तो सबके हैं।ब्रज क्षेत्र में तो कृष्ण जी को ठाकुर जी कहकर संबोधित करते हैं। संस्कृत के आभीर शब्द का बिगड़ा हुआ शब्द अहीर है। यदुकुल में जन्म लेने के कारण यादव कहलायें। जय श्री राधे कृष्णा
@@drashutripathi8804 भगवान श्री कृष्ण को ठाकुर कहने की पंरम्परा बंगाल से शुरू हुई थी न कि ब्रज से। ध्यातव्य है कि वृंदावन की खोज भी बंगाल के संतो ने की है न कि ब्रजवासियों ने। संत अनंत वासुदेव जी ने सबसे पहले भगवान के लिए ठाकुर शब्द का प्रयोग अपनी पुस्तक अंनत संहिता में किया है। अनंत वासुदेव जी अपने गुरू सरस्वती ठाकुर में ही भगवान श्री कृष्ण को देखते थे इसलिए ठाकुर जी बोलते थे। उसके बाद यह शब्द चलन में आ गया। अनंत वासुदेव जी और उनके गुरू सरस्वती ठाकुर दोनो ही कायस्थ समाज से थे।
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Ram was Surya banshi. So Chandra once complained to Ram. Ram was purushottam. He politely accepted Chandra's request and declared himself as Ramachandra and advised that in future He will take birth in Chandra's clan. And in the next Yuga Ram took birth in Chandra bansh , i.e Yaduvansh. King Yadu was Chandra banshi.
कवि कुमार जी आप महान हैं भगवान श्री कृष्णा के बारे में जो लोग नहीं जानते हैं उसको समझने मैं सफल होते हैं सुमंत जी की पुस्तक में सब कुछ लिखा है उसका भी उदाहरण दिय आपको बहुत बहुत धन्यवाद इसी तरह समाज को सुधारने का प्रयास करते रहे
महाराज यदु को श्रवेद में गोप कहा गया है और उन्होंने एक साफ मारा था तब उन्हे अहीर उपाधि मिली जिसका अर्थ निडर होता है,और यादवों के गाय पालन करने के कारण व्यवसाय के रूप में गोप कहते हैं,,पद्म पुराण मे विष्णु स्वम कहते हैं 8 वा अवतार अभिर कुल में लूंगा सभी देवता चले जन्म ले
Ahir Upadhi Nahi Hai Yaduvansh Ki Mul Jati Hai Jo Ki Suryavansh Se Nikla Huwa Yaduvansh Hai...Baad May Chandravansh Se Juda.According To Harivansh Puran.
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@aalokkumaryadav174 नहीं भाई ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब...... हम यदुवंशियों की उपाधि ही है इसलिए इन उपाधियों को यादव उपजाति के रूप में लिखते हैं।
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
यादव और गोप दोनों अलग अलग है। कौन सी गर्ग संहिता पढ़ ली। भागवत गीता, गर्ग संहिता, हरिवंश पुराण, और अन्य ग्रंथों में यादव क्षत्रिय राजपुत्र है। और गोप अहीर है। अहीर पुस्तकालय, विकिपीडिया गूगल फेसबुक का ज्ञानी अहीर😂😂😂
@@horticulture-gardengyanfor4597चुतिये jake sarkar se khopdi maar jo andhak vrishni abhir ko purano ke evidence pe Yadav bata rahi hai government site pe bhi isne khud se likh diya hoga 7 century ki chilkuze Tu or teri biradri wale jal jal ke maar jana itihas choro sarkari paper mai bhi ahir ko yaduvanshi likha aara hai jyadatar question mai jake gyan sarkar se marna itihas choor .... ..
@@horticulture-gardengyanfor4597or dekh mai kya kahta huu tere or tere smaj khudko agar asli yaduvanshi kahta hai jake inpne case kaar de jo ye apni vedio mai sabko ahir bata rahe hai pichwade mai damm hai tere samaj mai jaise gujjaro pe kara hainor bawal kata hai बंजारो itni himmat hai tum mai
@@horticulture-gardengyanfor4597tum logo bas copy paste hi karna janto fb insta pe edit short or vedio iss se jyada okkat tumhari nahi hai tere samaj mai agar daam ho to case file kaar dee itni himaat hai banjaro tum mai jo inhe challenge kaar sako tum
मेरे मन में अहीरों/यादवों के लिए अथाह सम्मान व प्रेम पलता है। नन्दबाबा के एक लाख गाय थी ,उनका गाँव नन्दगांव मेरे गाँव से 10 किमी. पर है। इसलिए अथाह अपनापन मन में बसा है। जबकि मेरी जाति जाट है। नन्दबाबा हमारे ब्रज के गौरव हैं।
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
जिनका पुराण वेदों में नाम निसान तक नहीं है वो कृष्ण के वंशज बताते हैं असली क्षत्रिय अहीर है वेद पुराण में हर जगह आभीर गोप का नाम है असली आर्य लोग यही है बाकी सभ बंजारे लुटेरे विदेशी राजवंश है
सुमंत सर इसके लेखक हैं और शोधकर्ता और लेखक योगेश कुमार रोहिणी गोपा अभीर पुस्तक मथुरा से प्रकाशित हुई है इसका विवेचन मथुरा से हुआ है एक पुस्तक और है यदुवंश संहिता
@@PankajKumar-o6o1s Arai bhai yai log Ahir h or Ahiro nai 1910 kai baad Yadav Surname lgna start kiya or Ahir gvalai shudra hotai h jinka kam hota gàay charna or bagvan Krishna to kshetriya thai isliye unko thakur ji boltai h or bagvan Krishna kai Vanshaj Aaj bi Jasilmer Rajasthan kai Bhati Yaduvanshi Rajput h jinkai pas bagvan Krishna ka singhasan h jo ki 5000 sal purana h or Ahir to banjari hotai thai or Muglo Angerjo kai yha dashi ka kam krti thi inkai puravj jis karn inko jaminai mili or Muglo ki Tati saf krtai thai Ahir to
@@PankajKumar-o6o1s Kha likha hai Arjun rajput। The 😂😂kashtriya ka matalab hi bhi pta ja k padho tumlog kab se kashtriya likhne lga gupt kall ja k padho tab batt karo
कवि महाशय जी जब हम सब श्रीमद्भागवाद कथा सुनते है जब कृष्ण जी का नाम संस्करण करना था उस समय नंद बाबा को ऋषि ने ऐसे क्यों बोला कि आपका पंडित यानि पुरोहित इस बच्चे नाम संस्करण नहीं कर सकते है। जब दोनों एक ही कुल वंश ओर चचेरे भाई थे तो दोनों का एक ही पुरोहित होना चाहिए था। हो सके तो स्टीक जवाब दे ताकि हम लोगों को इससे सीख सकें राधे राधे 🎉🎉
Aap ki baten tark-sangat hain, Yadi aap jaisa soch ho jaye tab to sara jhagda hi khatm, Jindgi jeene ka yatharth yehi hai ki hum sub ek hi hain, Ishwar ne sabhi ko banaya hai, Har vyakti aaderneey, aur poojneey hai,
आप का ज्ञान तो अद्भुत है आपके हिसाब से तो पांडव भी अहीर हुए कौरव भी सभी अहीर हो गए चलो मान लिए अहीर थे तो मंदिर बनवाने में अहीर काहे इतने सालों से चुप बैठे हुए है।
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
अरे भाई हम यदुवंशी चुप नहीं बैठे है यदुवंशियों की नारायणी सेना कलश यात्रा निकालना चाहते थे(जिस तरह अयोध्या गये थे राम भक्त और उस समय के डीआईजी ने गोलियां चलवाई थी रामभक्तों पर) लेकिन सरकार और प्रशासन ने रोक दिया। मनीष यादव मुख्य पक्षकार है मथुरा मंदिर के लिए कोर्ट से लड रहे है बहोत जल्द जीत होगी हम सनातनी यदुवंशी की और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी का विशाल और भव्य मन्दिर बनेगा। मनीष यादव के साथ है हम सभी यदुवंशी। ⚔️🇮🇳🛕🚩
@@manishsingh-bd7re Mandiro Me Jo Masjid Bana Hai Wo Gaddar Rajputro Ki Wajh Se Bana Hai Turk Aur Rajputr800Years Tak Ek Dusre K Restedar The Padh Lo Galat bool Raha Hu To Batana.
आदि काल में हर एक वंश के राजा होते थे इसीलिए सबको क्षत्रिय कहा गाया है महाभारत काल में भगवान कृष्ण यादव वंश के राजा वासुदेव के पुत्र हैं और कौरव पाण्डव तोमर वंशिये राजा थे उनमें आपस में सदियां होती थी इसी प्रकार हर एक वंश के राजा हुऐ हैं जैसे राजभर वंश चौहान वंश मौर्य वंश गुप्त वंश वर्मा वंश परमार वंश सिसोदिया वंश
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
सर आपने जो गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब की बात की वह फिलीप कार्ड में नहीं मिल रही है तो उस गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब कैसे मगवाए और अपना इतिहास जाने आप सच में सर बहुत ही अच्छी जानकारी देते हो तो प्लीज मुझे बताइए कि उस किताब को कैसे मगवाए या फिर कहीं पर खरीदना पडेगा प्लीज बताइए जय श्री कृष्ण 🙏🙏
Aapki Baate Puri Tarah Satya Hai Sir ✅ Je Mai V Yadav Or Ye Sabhi Baate Janta Hu Bhagwan Shree Krishn Ki Bahan Bankar Ayi Yogmaya Jinka Ek Nam Yadavi V Tha To Esliye Yadav Or Ahir Ek He Sabad Ke Paryabachi Sabad Hai Jai Yadav Jai Dada Guru Shree Krishn Yaduvanshi Kshatriya 🌹❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 & iam Your New Subscriber Sir
बहुत अच्छे वक्ता है अप,भारत को अप जैसे विद्वानों की जरूरत है,गांव गांव में,सरकार तक मेरी बात जाए तो मेरी मांग है की भारत को समझने के लिए आपको आगे किया जाए,pravachan karta,katha va chak bekar ki been Baja kar samay nast kar rahe hai,apko bahut dhanyavad,ap chirayu ho aur samajik kartavayo ka nirvahan karte rahe,aisi prathana kanha payre se hai,ho sakata hai mera kanha meri pukar sun le,Jai bharat,Jai sambidan,Jai bhim,namo ramaya,budhaya,
कवि कुमार मनोज जी को सत्य वचन बोलने के लिए हृदय से वंदन अभिनंदन
Bilkul sahi samjhaya
सत्यवचन के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
Itne din se kaha gayab the guru😂
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Love you ❤
@@Krishnyaduvanshi ग्वाला एक नीच अछूत जाति है भाई ग्वाला का अहीर से कोई संबंध नहीं है हा ग्वाला श्री कृष्ण अहीर के सात में खेलने जाते थे
@@abhishek09689 Tum Kis Neech Jati K Ho.Apni Jati Bhi Bta De Mugla Ya Bheemta.😂🤣😂😂😂
मुझे अपने कुल पर और कृष्ण का वंशज होने पर गर्व है l कुलदेवी दुर्गा को प्रणाम
भगवान श्री कृष्ण की कृपा आप पर बनी रहे, सत्य को उजागर करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, जय श्री कृष्णा जय यदुवंश।
मुझे गर्व है कि में यदुवंशी हूं दादा श्री कृष्ण के कुल में जन्म मिल गया यही बहुत है ❤
@Anant84257 बाकी समाज में भी महान लोग है आप भी गर्व से रहिए
😂😂😂😂😂
कृष्ण ने तो अपने vansh को स्वयं नष्ट कर दिया था तो fir यह यदुवंशी कहाँ से आ गए? किसी को पता हो तो बताने का कष्ट करें.
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
@@manankr9139 Krishna ka putra prdumn se wance chla
जय श्री कृष्ण 🙏🙏🚩🚩
जय यादव जय माधब 🙏🙏
From नेपाल 🇳🇵
Profile ek gunde ko laga diya kiyo
😂😂ye india hai yeha Log apna Baap turanat badal Lete hai abhi india me yehi chal rha hai. Baap badalne ka kam😂😂
Granth khud padhe. RUclips k chakkar me naa pade😢😢😢
बहुत ही सराहनीय बिचार है आप की सर भगवान् सबके है किसी धर्म जाति के नहीं
Yadav ko hamesha helpful hona chahiye mahilao ,betio ki raksha karna chahiye ❤❤❤
सिर्फ यादवों को ही नहीं भाई हर व्यक्ति को स्त्रियों तथा कमजोर लोगों की रक्षा करनी चाहिए.
Asli yadav Wahi hai jo atyachar anachar ke khilaf lade
@@vijaykumarpandey6168 correct 💯💯💯
ये बात अखिलेश यादव को सिखाई जाए
@@vijaykumarpandey6168exactly
बहुत ही सुंदर व्याख्या की हे आपने सुनकर ज्ञान वर्दान हुआ 🙏🙏🙏
इतना सुन्दर वर्णन मैंने आज तक नहीं सुना। भगवान कृष्ण सबके हैं वो सम्पूर्ण ब्रामण्ड के मालिक है इस कलयुग में जिसने भी कृष्ण के उपदेशों को अपनाया है उसी को सफलता मिली है।
जय श्री कृष्ण राधे राधे।
धन्यवाद सर यदुवंश पर चर्चा करने के लिए और सच बताने के लिए
यदुवंश की व्याख्या करने के लिए आपको कोटि कोटि प्रणाम आपने जो बताया है वही सत्य है यदुवंश पर हमें गर्व है अंतिम बात आपने रखी है कि आप कृष्ण बंसी है कि कंसवशी यही सत्य है इसलिए हम सबको इस प्रकार का कोई कृत नहीं करना चाहिए जिससे हमारे पूर्वज शर्मिंदा हो जय यदुवंशी
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@mahendryadav924 Kansh Vanshi Koi Nahi Hai Kyoki Yaduvanshiyo Me Keval Sri Krishna Ki Hi Kutumb Bache The Bakiyo Ka To Sanhar Ho Gaya Tha Parbhas Kshetr Me.Ye Wakta Yadavo Ko Gumrah Kar Rahe Hai.Yaduvansh Ko Krishna Aur Kans K Roop Me Bat Kar.
7:47
Thanks Kumar Manoj ji for explaining YADUVANSHI/YADAV/AHIR
वास्तव में कृष्ण जी के अवतरण के समय ग्वाल और गोप टाइटल सज्ञान में था अहीर शब्द तब से आया जब कृष्ण जी ने कालिया नाग को नथा था तब से सज्ञान में आया अहीर का अर्थ अ माने नाग ,हीर माने नाथना यानि नाग को नाथने वाला ,कृष्ण जी के ढेर सारे नामो में एक नाम अहीर भी है बाद में लोगो ने इसे गोप ,ग्वाल के साथ साथ अहीर शब्द को जोड़ दिया चाहे कोई अहीर हो ग्वाल हो यादव हो सभी यदुबंशी है यदुबंशी क्षत्रिय है यादव कहे या अहीर कहे हमको इन पर गर्व है जय यदुबंशी
@@VijaibhanSingh ग्वाला नही थे समझा साले आभीर/गोप/यादव थे
Bilkul sahi but mukhputron ne yadav me foot dalne ke liye yadav ahir gop gwala ko alag batana suru kr diya
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
Jay Yadav Jay Madhav ❤
@@VijaibhanSingh वर्ण कोई भी मानिये,चाहे क्षत्रिय या वैश्य। यदुवंशी होना ही महत्वपूर्ण है और अपने आप में पूर्ण भी । वैसे शास्त्रों में पशुपालन व कृषि को वैश्य वर्ण के अन्तर्गत रखा गया है। राजा या शासक बन जाने पर उसे क्षत्रिय मान लिया जाता रहा है।
आप को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
जो सही जानकारी दिया आप ने
आप एक वीडियो नेपाल के यादव को लेकर वीडियो बनाये नेपाल का पैहला शासक भगवान श्री कृष्ण जी के वंसज है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
बहुत सही बात गुरुजी बहुत सही बात आप बहुत ईमानदारी से सब बताते हैं आपका कोटि-कोटि धन्यवाद आपके चरणों में हमारा तरफ से प्रणाम
So respect to you brother Manoj ji.... God Aadidev Mahadev Shambhu bless we all... Jai shree Krishna Govinda Jai Dwarikadhish.........
Apka dill se sukriya sir jo sab kuchh sahi sahi btaya 🙏
बहुत सुंदर जानकारी जय श्री कृष्ण
मुझे यादव होने पर गर्व है, ईश्वर से प्रार्थना है कि जब भी मुझे मनुष्य रूप में जन्म दे वह यदुवंश में ही दे और उसमें भी ग्वाल के रूप में......❤❤❤
Gval jaruri nhi
Bs yadav hona chahiye
मैं भी ग्वाल हू। जय श्री कृष्ण
AhirJatiYaduvanshiyo ki MulJati hai.@@pyarelalvloge54
..Gwalvanshi yadav nhi hai wo nich farzi yadav hai mahasabha ke pille hai wo
ग्वाला और अहीर दो अगल, अगल जाति है ग्वाला एक नीच अछूत जाति है जो Est में मिलता है
MP मे ews के रूप मे सामान्य वर्ग कोआरक्षण दिया गया है इसका मतलब यह नहीं है कि उपरोक्त जातियां निम्न कुल की हो गई।आर्थिक रूप से जो जातियां पिछड़ जाती हैं उनको सरकार आरक्षण देती है कवि राज द्वारा बहुत ही अच्छी तरह समझा कर जानकारी दी गई आपको दिल से बहुत बहुत बधाई।आप ऐसे ही ज्ञान बांटते रहें ।❤🎉❤🎉
EWS मे ब्राह्मण, क्षत्रिय राजपूत, वैश्य समाज को आरक्षण मीला है, इसमे मे कोई घुमतू कबीलाई जाती नही,इसमे कुतो को सुधाकर पहचान होने वाली जाती नही, EWS मे सिर्फ सर्वण समाज है
चुनना काट रहा है
बहुत ही आ
बहुत ही अच्छा लगता
श्रीमान जी यादव भी ब्राह्मण हैं , क्यों कि श्रीमद्भागवत महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में ब्रह्मा जी के द्वारा दश ऋषियों की उत्पत्ति हुई।उन में अत्रि नामक श्रेष्ठ ऋषि भी थे। उनके तीन पुत्र हुए । दत्तात्रेय, दुर्वासा और चन्द्र । चन्द्र वंश में आगे जाकर ययाति नाम के राजा हुए और ययाति के यदु हुए।यदु से यादव हुए। अतः यादव समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण आत्रेय गोत्र (अत्रि ) लिख सकता है ।
यादव एक अलग धर्म है जिसे भागवत भी कहा जाता है
बाद मे इसका विलय हिंदू धर्म मे कर लिया गया
द्वापर युग के बाद यादव ब्रह्मनो की वर्ण व्यवस्था से बाहर चले गए
अब हमारा कोई वर्ण नही
Kya bakchodi pel rahe ho yaar tum apne man se mahabharat likhoge kya @@चिमटोकाअसलीइतिहास
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
शास्त्री जी .जैसा की आप ने बोला यादव भी ब्राह्मण है महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार बृह्मा जी के द्वारा दस ऋषियों-मुनियों की उत्पति हुई । उन में अत्रि,पुलस्त्य,नारद,प्रचेता आदि भाई हुए थे । वैसे हीं प्रचेता का पुत्र बताया वाल्मीकि जी ने बो भी ब्राह्मण हुये तो जो अभी के समय में वाल्मीकि समाज है। वो भी वाल्मीकि जी को अपना पूर्वाज बताते है ।तो फिर आपके हिसाब से शास्त्री जी किया वो भी ब्राह्मण लिख या बोल सकते हैं ।अतः वो वाल्मीकि समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण (प्रचेतसं) गोत्र प्रचेता लिख सकते है।या जैसे वाल्मीकि जी ने बोला है श्रीवात्सगोत्रिय ब्राह्मण बोल सकत्ते है 🙄🤔🤔
शास्त्री जी यह सावल मन मे बहुत समय से था
मुझे अपने कुल पर और श्री कृष्ण का वंशज होने पर गर्व है मां सती अनुसुइया को बार बार प्रणाम
अहीर शब्द यादवों की एक महान उपाधि है जो आभीर का तद्भव है जिसका मतलब नीर्भीक योद्धा होता है और ये उपाधि सर्वप्रथम यदु महाराज को मिली थी जब गौपालन करते हुए अपने बाहुबल से यदुवंशी साम्राज्य की स्थापना किए थे... बाद में उनके वंशजों को भी आभीर, अहीर यादव कहा गया...
Abhir phele Kshetraya baad mein sabhi Brahman ban gaye the
@@NitinKumarTyagi-jw7bqइसका मतलब तुम अहीरों के बंसज हो चलो फिर बोलो तुम अहीरों के बंसज हो😂😂😂😂
जय श्री कृष्ण 🙏🏽
सत्य कथन भैया धन्यवाद ।आपने मानववादी दृस्टि से सत्य उद्घाटित किया है। यदि इसी तरह धर्मवादी भी भर्मित नहीं करके सत्य वचन कहें तो समाज में नफ़रत नहीं होगा और प्रेम की गंगा परवाहित होगी और समस्त समाज का कल्याण होगा ।धन्यवाद
राना यादव प्रयाग राज नमस्कार ।ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।
धन्य है यदुकुल और यदकुल शिरोमणि ।
Bilkul sahi jankari Diya sir aap ko bhut Gyan h❤❤
भगवान कृष्ण जी यदुवंशी हैं जो सभी को मालूम है..लेकिन कुछ लोग फालतू बात करते हैं
आरक्षण तो लोधी राजपूत परमार राजपूत कश्यप राजपुत भी obc में है
यादव चंद्रवंशी क्षत्रिय है
लोधी राजपूत नही बल्कि एक निषाद जाती है
Rajsthan aur gujrat k rajput bhi OBC reservation lete hai, kuch district k
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Sar Jara soch samajh kar bolo main Parmar Thakur hun
Sar mein Parmar Thakur hun aur Aaj Tak kisi Parmar Thakur ko Aarakshan nahin mila Panna hamen Aarakshan lene ki jarurat hai ham khud itne saccha hai
ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। यादव चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है नंदबाबा की एक पुत्री माँ योगमाया(दुर्गा) है हम यदुवंशियों की कुल देवी है वसुदेव जी के दो पुत्र बलराम, कृष्ण और एक पुत्री सुभद्रा जी है। वसुदेव जी और नंदबाबा एक ही बाबा की संतान हैं।
वसुदेव जी और नंदबाबा दो एक ही गोत्र वृष्णिवंश के यादव है।
बिल्कुल सही
आप सब सवर्ण ही है राजनीति के लिए पिछड़ा है आरक्षण का लाभ ले रहे हैं
सर जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
आज आपने एक ऐसी गुत्थी सुलझाई हैं
भगवान् कृष्ण तो सबके हैं।ब्रज क्षेत्र में तो कृष्ण जी को ठाकुर जी कहकर संबोधित करते हैं।
संस्कृत के आभीर शब्द का बिगड़ा हुआ शब्द अहीर है। यदुकुल में जन्म लेने के कारण यादव कहलायें।
जय श्री राधे कृष्णा
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
To kya ahir yadukul nahi hai
Ek hi h bigda hua nhi h.....
@@drashutripathi8804 भगवान श्री कृष्ण को ठाकुर कहने की पंरम्परा बंगाल से शुरू हुई थी न कि ब्रज से। ध्यातव्य है कि वृंदावन की खोज भी बंगाल के संतो ने की है न कि ब्रजवासियों ने। संत अनंत वासुदेव जी ने सबसे पहले भगवान के लिए ठाकुर शब्द का प्रयोग अपनी पुस्तक अंनत संहिता में किया है। अनंत वासुदेव जी अपने गुरू सरस्वती ठाकुर में ही भगवान श्री कृष्ण को देखते थे इसलिए ठाकुर जी बोलते थे। उसके बाद यह शब्द चलन में आ गया। अनंत वासुदेव जी और उनके गुरू सरस्वती ठाकुर दोनो ही कायस्थ समाज से थे।
@@satendrayadav9289 जी, संस्कृत में आभीर कहते हैं।अहीर अपभ्रंश भाषा का शब्द है। सादर
सत्य कथा सुनाने बहुत बहुत धन्यवाद श्री मांजी
Jai Sri Krishna 🙏 🙏🙏🚩🚩🚩
जय श्री कृष्ण
Wah ekdam clear language mai samjha diye aap ...
....
Ye video jabab hai ... Kuch bebkuf ko ...
Jai yadav jai madhav 🚩🚩
Kavi sahb ka bahut abhar satya ko logo tak pahuchane k liye
जय श्री राधे कृष्ण
🙏 जय श्री कृष्ण ...
सर जी को राधे राधे जय श्री कृष्णा
I am vrishni vanshi yadav my kuldevi is maa vindyawasni ❤
जय श्री कृष्णा 🎉
उस परम परमेश्वर का कृष्ण कन्हैया के रूप में यदुवंश में जन्म लेना अनायास ही नहीं था कोई तो विशेषता रही होगी जो उन्होंने जन्म के लिए यदुवंश चुना
हम द्वापर युग की चीजों को कलयुग के उदाहरण देकर के स्पष्ट नहीं कर सकते यह जो कलयुग की व्यवस्था है यह तो आज के राजनीत ने बनाई है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Ram was Surya banshi. So Chandra once complained to Ram. Ram was purushottam. He politely accepted Chandra's request and declared himself as Ramachandra and advised that in future He will take birth in Chandra's clan. And in the next Yuga Ram took birth in Chandra bansh , i.e Yaduvansh. King Yadu was Chandra banshi.
जय श्री कृष्णा जय यादव जय माधव
स्वामी कैलाशानंद जगदीश कुटीर आश्रमहरिद्वार। हरिद्वार में आपका स्वागत
कवि कुमार जी आप महान हैं भगवान श्री कृष्णा के बारे में जो लोग नहीं जानते हैं उसको समझने मैं सफल होते हैं सुमंत जी की पुस्तक में सब कुछ लिखा है उसका भी उदाहरण दिय आपको बहुत बहुत धन्यवाद इसी तरह समाज को सुधारने का प्रयास करते रहे
महाराज यदु को श्रवेद में गोप कहा गया है और उन्होंने एक साफ मारा था तब उन्हे अहीर उपाधि मिली जिसका अर्थ निडर होता है,और यादवों के गाय पालन करने के कारण व्यवसाय के रूप में गोप कहते हैं,,पद्म पुराण मे विष्णु स्वम कहते हैं 8 वा अवतार अभिर कुल में लूंगा सभी देवता चले जन्म ले
Ahir Upadhi Nahi Hai Yaduvansh Ki Mul Jati Hai Jo Ki Suryavansh Se Nikla Huwa Yaduvansh Hai...Baad May Chandravansh Se Juda.According To Harivansh Puran.
@@Satya_bhau108 अहीर/गोप/यादव एक दूसरे का पर्यायवाची शब्द और अहीर जाती है समझा
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@Krishnyaduvanshi Baki Sab Upadhi Ho Sakta Hai par Ahir Nahi Ahir Yaduvanshiyo Ki Mul Jati Hai.
@@aalokkumaryadav174 नहीं भाई ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब...... हम यदुवंशियों की उपाधि ही है इसलिए इन उपाधियों को यादव उपजाति के रूप में लिखते हैं।
Bahut badiya bate kahi guruji salute 🙏🙏🙏 pranaam
Very Right Answer ❤ Thanks🙏 sir g
जय जय हो 🎉
पहली बात यादव/गोप/आभीर ये तीनो एक दूसरे का पर्यायवाची शब्द है , गर्ग संहिता पढ़े पता चल जायेगा ❤❤❤, जय यादव जय माधव जय यदुवंशी क्षत्रिय
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
यादव और गोप दोनों अलग अलग है। कौन सी गर्ग संहिता पढ़ ली। भागवत गीता, गर्ग संहिता, हरिवंश पुराण, और अन्य ग्रंथों में यादव क्षत्रिय राजपुत्र है। और गोप अहीर है।
अहीर पुस्तकालय, विकिपीडिया गूगल फेसबुक का ज्ञानी अहीर😂😂😂
@@horticulture-gardengyanfor4597चुतिये jake sarkar se khopdi maar jo andhak vrishni abhir ko purano ke evidence pe Yadav bata rahi hai government site pe bhi isne khud se likh diya hoga 7 century ki chilkuze Tu or teri biradri wale jal jal ke maar jana itihas choro sarkari paper mai bhi ahir ko yaduvanshi likha aara hai jyadatar question mai jake gyan sarkar se marna itihas choor
....
..
@@horticulture-gardengyanfor4597or dekh mai kya kahta huu tere or tere smaj khudko agar asli yaduvanshi kahta hai jake inpne case kaar de jo ye apni vedio mai sabko ahir bata rahe hai pichwade mai damm hai tere samaj mai jaise gujjaro pe kara hainor bawal kata hai बंजारो itni himmat hai tum mai
@@horticulture-gardengyanfor4597tum logo bas copy paste hi karna janto fb insta pe edit short or vedio iss se jyada okkat tumhari nahi hai tere samaj mai agar daam ho to case file kaar dee itni himaat hai banjaro tum mai jo inhe challenge kaar sako tum
मेरे मन में अहीरों/यादवों के लिए अथाह सम्मान व प्रेम पलता है। नन्दबाबा के एक लाख गाय थी ,उनका गाँव नन्दगांव मेरे गाँव से 10 किमी. पर है। इसलिए अथाह अपनापन मन में बसा है। जबकि मेरी जाति जाट है। नन्दबाबा हमारे ब्रज के गौरव हैं।
Very nice representation
Yadav. Hone. Par. Mujhhe.garv.hai.agle.janam.mujhhe.yaduvance.mai.janm.mile.ye.meri.ishawar.se.prarthana.hai🙏❤jay.shri.radhe.krashna🙏❤
सत्य वचन के लिए धन्यवाद ❤️
जय यादव जय माधव 🚩🙏
Jadoun jadeja bhati ये तीनो शूद्र बंजारा जाती हैं, इनका यादव वंश से कोई लेना देना नही
@@YADRAMGURJAR-h8oअपनी मां बहन बेटी बच्ची की जाति दूसरो पर क्यों थोप रहा है 😂
जडेजा जाधव भाटी यादव की उपजातियां है
Sahi bolay ho.
Obc nhi h
Ahirand to shudra hi rahenge🤣🤣
जय मुरलीधर ,,,, वाह क्या बात बोली हे
हम सर नेम यादव लिखते हैं पर जाती हमारी संस्कृति यादव है
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@Krishnyaduvanshi apne muhh Miya mitthu wah re dhongi sudra gawar
जिनका पुराण वेदों में नाम निसान तक नहीं है वो कृष्ण के वंशज बताते हैं असली क्षत्रिय अहीर है वेद पुराण में हर जगह आभीर गोप का नाम है असली आर्य लोग यही है बाकी सभ बंजारे लुटेरे विदेशी राजवंश है
Aapne ved padhe hain kya ved me to abheer shabd kitni baar aaya hai
Sahi kaha
Ube nakali krishan ka vansda haa pandul ka
Right bhai
कुमार मनोज जी का सही तथ्यों को समझाने के लिए हिर्दय से आभार व्यक्त करते है
जय श्री कृष्णा ❤❤❤
सुमंत सर इसके लेखक हैं और शोधकर्ता और
लेखक योगेश कुमार रोहिणी
गोपा अभीर पुस्तक मथुरा से प्रकाशित हुई है
इसका विवेचन मथुरा से हुआ है
एक पुस्तक और है यदुवंश संहिता
जय यादव जय माधव ❤❤❤
मुझे गर्व है कि मैं यदुवंश में जन्म लिया हुं।
Bahut hi badiya dhang se samjhaya kavi raj jii apko tahe dil se dhanyavaad 🙏
जय यादव -- जय माधव यदुवंशी क्षत्रियो का राज द्वापर युग से लेकर आज तक चल रहा है
कवि कुमार मनोज जी, सादर हरि स्मरण, आपने सत्य उजागर किया है
अद्भुत समाधान 🙏
सत्य वचन , मनोज जी जो भी बात बताए है वह पुराण पर आधारित है । ये सही बोल रहे हैं ।
ये वीडियो सभी लोगों के लिए आईना हैं❤🎉
सत्य मेव जयते .धन्यवाद.
यादव यदुवंशी क्षत्रिय है।
Ashirwad⛳🌹✋🙏🤟 krishna dada god pindara awadh amethi uttar pradesh
आपको प्रणाम करता हु कवि महोदय आपने बहुत अच्छा चित्रण किया भगवान के बारे में
सही.ऐ.है.फिरकापरसत.मुगलपुतो.को.यादव.पेंट.में. पचते.नही.वे.ईतीहास.को.बेसरमता.से.झुठलाते.है.ऋगवेद. से.लेकर.श्रीमदभागवत. में.वरणीत.हैं
Muglo Angerjo kai yha tumrai ma bhanai Dashi ka kam krti thi jis karn tum logo ko jaminai mili or Muglo kai Najayaj olad Aaj gyan baat rhai h
Mugalput arjun ji se Krishna ji ki bahan subhadra ji se sadi hui thi es hisab se yadav sala ho gaye ab kaho Mugalput
@@PankajKumar-o6o1s Arai bhai yai log Ahir h or Ahiro nai 1910 kai baad Yadav Surname lgna start kiya or Ahir gvalai shudra hotai h jinka kam hota gàay charna or bagvan Krishna to kshetriya thai isliye unko thakur ji boltai h or bagvan Krishna kai Vanshaj Aaj bi Jasilmer Rajasthan kai Bhati Yaduvanshi Rajput h jinkai pas bagvan Krishna ka singhasan h jo ki 5000 sal purana h or Ahir to banjari hotai thai or Muglo Angerjo kai yha dashi ka kam krti thi inkai puravj jis karn inko jaminai mili or Muglo ki Tati saf krtai thai Ahir to
@@PankajKumar-o6o1s
Kha likha hai Arjun rajput। The 😂😂kashtriya ka matalab hi bhi pta ja k padho tumlog kab se kashtriya likhne lga gupt kall ja k padho tab batt karo
Tera bapp tha Arjun
कवि महाशय जी जब हम सब श्रीमद्भागवाद कथा सुनते है जब कृष्ण जी का नाम संस्करण करना था उस समय नंद बाबा को ऋषि ने ऐसे क्यों बोला कि आपका पंडित यानि पुरोहित इस बच्चे नाम संस्करण नहीं कर सकते है। जब दोनों एक ही कुल वंश ओर चचेरे भाई थे तो दोनों का एक ही पुरोहित होना चाहिए था। हो सके तो स्टीक जवाब दे ताकि हम लोगों को इससे सीख सकें राधे राधे 🎉🎉
मुझे यादव होने पर गर्व है
बहुत ही सटीक जानकारी मिली हैं आज
Radhe Radhe sir ji very nice super ✌️✌️👍👍👌👌🙏🙏
Aap ki baten tark-sangat hain,
Yadi aap jaisa soch ho jaye tab to sara jhagda hi khatm,
Jindgi jeene ka yatharth yehi hai ki hum sub ek hi hain,
Ishwar ne sabhi ko banaya hai,
Har vyakti aaderneey, aur poojneey hai,
असली वैदिक काल के लोग आभीर गोप है इतिहास गवाह हैं
ALWAYS PROUD TO BE YADAV ❤
ALWAYS RESPECT AND LOVE IN OUR HEART ❤️ FOR MANOJ SIR .....
Jay shree Krishna 💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹🙏💐🌹🙏
Bahut achhi bat boli sir ap Jaise viduwan ko sat sat pardam
Aap ko dil se manta hu sir ❤
Very, good speech,jai,krisnavansi, yaduvanshi
आप का ज्ञान तो अद्भुत है आपके हिसाब से तो पांडव भी अहीर हुए कौरव भी सभी अहीर हो गए
चलो मान लिए अहीर थे तो मंदिर बनवाने में अहीर काहे इतने सालों से चुप बैठे हुए है।
भाई जरूर बनेगा बस कोर्ट का फैसला आने दो अभी चन्द्रोदय मंदिर बन रहा है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
अरे भाई हम यदुवंशी चुप नहीं बैठे है यदुवंशियों की नारायणी सेना कलश यात्रा निकालना चाहते थे(जिस तरह अयोध्या गये थे राम भक्त और उस समय के डीआईजी ने गोलियां चलवाई थी रामभक्तों पर) लेकिन सरकार और प्रशासन ने रोक दिया।
मनीष यादव मुख्य पक्षकार है मथुरा मंदिर के लिए कोर्ट से लड रहे है बहोत जल्द जीत होगी हम सनातनी यदुवंशी की और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी का विशाल और भव्य मन्दिर बनेगा। मनीष यादव के साथ है हम सभी यदुवंशी। ⚔️🇮🇳🛕🚩
@@manishsingh-bd7re Mandiro Me Jo Masjid Bana Hai Wo Gaddar Rajputro Ki Wajh Se Bana Hai Turk Aur Rajputr800Years Tak Ek Dusre K Restedar The Padh Lo Galat bool Raha Hu To Batana.
@@desidhuan Ahir Yaduvansh Ka Mul Nasliye Name Hai.Jab Jankari Na Ho To Faltu Ka Gyan Mat Do Bhai.
Jai shree krishna
Jai yadav jai madhav
Excellent ahiran ji jindabad
आदि काल में हर एक वंश के राजा होते थे इसीलिए सबको क्षत्रिय कहा गाया है
महाभारत काल में
भगवान कृष्ण यादव वंश के राजा वासुदेव के पुत्र हैं
और कौरव पाण्डव तोमर वंशिये राजा थे उनमें आपस में सदियां होती थी इसी प्रकार हर एक वंश के राजा हुऐ हैं जैसे राजभर वंश
चौहान वंश
मौर्य वंश
गुप्त वंश
वर्मा वंश
परमार वंश
सिसोदिया वंश
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Respected Suraj madam, very good analyses about Yogiraj Shri Krishan ji. Thank you.
Aj k date me sab ko arakshn hy
Sc.st-37
OBC-27
EWS 10%😂
मुझे यादव होने में गर्व है सभी यदुवंशियों को ढेर सारी शुभकामनाएं लखनऊ से❤❤❤❤❤❤❤
सर आपने जो गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब की बात की वह फिलीप कार्ड में नहीं मिल रही है तो उस गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब कैसे मगवाए और अपना इतिहास जाने आप सच में सर बहुत ही अच्छी जानकारी देते हो तो प्लीज मुझे बताइए कि उस किताब को कैसे मगवाए या फिर कहीं पर खरीदना पडेगा प्लीज बताइए जय श्री कृष्ण 🙏🙏
Amazon pe है
Aapki Baate Puri Tarah Satya Hai Sir ✅ Je Mai V Yadav Or Ye Sabhi Baate Janta Hu Bhagwan Shree Krishn Ki Bahan Bankar Ayi Yogmaya Jinka Ek Nam Yadavi V Tha To Esliye Yadav Or Ahir Ek He Sabad Ke Paryabachi Sabad Hai Jai Yadav Jai Dada Guru Shree Krishn Yaduvanshi Kshatriya 🌹❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 & iam Your New Subscriber Sir
Jay shree Krishna
जय यादव जय माधव
।।जय श्री कृष्णा राधे राधे।।
I proud feel Yadav
बहुत अच्छे वक्ता है अप,भारत को अप जैसे विद्वानों की जरूरत है,गांव गांव में,सरकार तक मेरी बात जाए तो मेरी मांग है की भारत को समझने के लिए आपको आगे किया जाए,pravachan karta,katha va chak bekar ki been Baja kar samay nast kar rahe hai,apko bahut dhanyavad,ap chirayu ho aur samajik kartavayo ka nirvahan karte rahe,aisi prathana kanha payre se hai,ho sakata hai mera kanha meri pukar sun le,Jai bharat,Jai sambidan,Jai bhim,namo ramaya,budhaya,
मुझे,यादव,बंश,में, जन्म,लेने,पर, गर्व,है,मनोज, जी, तुम्हें, दिक्कत, क्या,है,भाई,अपना,ज्ञान,अपने,पास, रक्खो,तुमसे,ज्यादा,ज्ञान,रखता, हूं
❤❤❤. Jai Shree Krishana Mein Bahut Khush Huaa App Kaa Perbachan Shun Kar App Ko Param Hoo. Bande Matram Jai Bharat
👏👏👏👏