@@saritasingh_j1234 जाकर विधान सभा का वीडियो देख ले उसमे अखलेश यादव , योगी जी से कह रहे हैं हम तो पांडव पक्ष के है यदुवंशी है। तुम आंबेडकर के नवयान संगठन के लोग बिल्कुल चरमपंथी हो गए हो तुम्हे जाति समाज के अलावा और हिंदू धर्म को गाली देने के सिवा कोई काम नही है
मुझे तो गंगा पर भी संदेह होता है अगर गंगाजल से सब कुछ शुद्ध हो जाता है तो शूद्रों की कई पीढ़ियां गंगा में डुबकी लगाते लगाते मर गई लेकिन शुद्ध आज तक अशुद्ध ही हैं ये कैसा भेद है जय संविधान जय समाजवाद
@@Abhinavtiwari989 जब जाती की सबसे बड़ी कुरीति हिंदू धर्म है में है तो दूसरे धर्म में क्यों झांके उस धर्म से हमारा क्या लेना देना है और हा जब तुम्हारे पास कोई जबाब देने के लिए नही होता तो अन्य धर्मों को बीच में लाते हो
अखिलेश भैया जी आपको बहोत बहोत बधाई हो आपने बिलकुल सही जवाब दिया पूरे भारत देश में सभी अमबेडकर वादी भाई बहनों को और देशवासियों को जय भीम नमो बुधाय जय सविधान🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤
@@saritasingh_j1234o भाई सरिता सिंह तुमने ये कॉमेंट 8 बार किया है अभी तक । तुमको यादवों को शूद्र साबित करने की क्या घोर आतुरता है । एक लड़के ने ये बोला भी है की पूरी वीडियो देखो विधान सभा की उसमे समझा आएगा की वो कुछ और ही कह रहे है लेकिन फिर भी आपने इस कॉमेंट को जानबूझकर 8 बार किया जिससे पड़ने वाले को ये पता चल जाए कि।
यदु के कुल में श्रीकृष्ण हुए । यदु के वंश को यादव कहा गया । यादव को शूद्र आप बताने पर तुली हुई है । तो सुनो मीरा के प्रभु गिरधर नागर आखिर जात अहीर ये लाइन मीरा बाई की कई कविताओं में है मीराबाई एक राजपूत राजकुमारी जिन्होंने श्रीकृष्ण को अहीर बोला , श्रीकृष्ण की इतनी बड़ी भक्त थी तुम उनसे ज्यादा जानती हो क्या । एक और बताता हूं
@@saritasingh_j1234पहले केश खिंचाए पुनी पचे बड़ायो चिर आसी लाज गमाय ते आखिर जात अहीर😂 फिर अहीर ऊपर वाले में द्रोपदी जी श्रीकृष्ण को उलाहना दे रही है के जब पूरी सभा में मेरी लाज जाने लगी तब तुमने चिर बढ़ाया आखिर तुमने अपनी अहीर जात का असर दिखा ही दिया और देरी से आए । अहीर सबको मौका देता है और जब कोई नही बोलता तब पता है कौन बोलता है अहीर एक कहावत और सुनी होगी आपने अहीर नो आसरो मतलब जब पूरी दुनिया में तुम्हारा कोई साथ न दे ऐसे परिस्थिति में साथ देता है अहीर । तुम बोलो तो श्लोक भी दे दूं 4, 5 वेदों से
अरे गवारों कम से कम यह तो जानलो की सूत पुत्र में सूत का अर्थ क्या होता है.....सूत वह होता है जिसकी माता ब्राह्मण परंतु पिता क्षत्रिय होता है....... अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में और वोट पाने के लिए, गवारों जैसा व्यवहार...... और कर्ण ने भी शिक्षा गुरु द्रोण से ही प्राप्त करी थी, परंतु गुरु ने केवल अर्जुन को शुद्ध हृदय, योग्य, श्रद्धावान एवं द्वेषरहित जानकर जब सब शिष्यों में अर्जुन को सर्वप्रथम ब्रह्मास्त्र का ज्ञान दिया, तब द्वेषी कर्ण ने द्रोण से माँग करी और शस्त्र न मिलने पर परशुराम भगवान के पास असत्य बोल कर प्राप्त किया अस्त्र....... केवल सीरियल देख कर सुनी सुनाई बातों को जान कर महाभारत जानने का यही नुकसान है..... कृपया "Veducation" वेबसाइट पर जायें जहाँ समस्त पुराण, वेद, उपनिषद, इतिहास और अन्य सभी पुराण उपलब्ध हैं..... वहाँ से शास्त्र स्वाध्याय करें और गुरु जनों से समझे(जी हाँ ना कि पैसों के लिए सीरियल बनाने वालों से) जैसे कॉलेज का विद्यार्थी किताब पढ़ता है और उसके जानकार अध्यापक से सीखता है...... जय श्री राम
Bhagavad Gita: Chapter 4, Verse 13 चातुर्वर्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः। तस्य कर्तारमपि मां विद्धयकर्तारमव्ययम् ॥13॥ चातुःवर्ण्यम्-वर्ण के अनुसार चार वर्ग; मया मेरे द्वारा; सृष्टम्-उत्पन्न हुए; गुण-गुण; कर्म-कर्म; विभागशः-विभाजन के अनुसार; तस्य-उसका; कर्तारम्-सृष्टा; अपि-यद्यपि; माम्-मुझको; विद्धि-जानो; अकर्तारम्-अकर्ता; अव्ययम्-अपरिवर्तनीय। Translation BG 4.13: मनुष्यों के गुणों और कर्मों के अनुसार मेरे द्वारा चार वर्णों की रचना की गयी है। यद्यपि मैं इस व्यवस्था का सृष्टा हूँ किन्तु तुम मुझे अकर्ता और अविनाशी मानो। Commentary वेदों में लोगों के वर्ण के अनुसार उन्हें चार श्रेणियों में विभक्त किया गया है। यह वर्गीकरण उनके जन्म के अनुसार न कर उनकी प्रकृति के अनुरूप किया गया है। वर्गों में यह विविध ता प्रत्येक समाज में होती है। साम्यवादी राष्ट्रों में जहाँ समानता का सिद्धान्त प्रमुख है वहाँ भी मानव समाज में विभिन्नताओं को नकारा नहीं जा सकता। वहाँ कुछ ऐसे दार्शनिक हैं जो साम्यवादी दल के प्रमुख योजनाकार हैं। कुछ लोग सैनिक के रूप में अपने देश की रक्षा करते हैं। वहाँ किसान भी हैं जो खेती-बाड़ी करते हैं और वहाँ फैक्टरियों में कार्य करने वाले कर्मचारी भी हैं। वैदिक दर्शन में इन श्रेणियों का और अधिक वैज्ञानिक ढंग से वर्णन किया गया है। इनमें यह वर्णन मिलता है कि प्रकृति की शक्ति द्वारा तीन गुण निर्मित होते हैं-सत्वगुण, रजोगुण और तमोगुण। ब्राह्मणों में सत्वगुण की प्रधानता होती है। वे विद्या और पूजा की ओर प्रवृत्त होते हैं। क्षत्रिय वे हैं जिनमें रजोगुण की प्रमुखता और कुछ मात्रा में सत्वगुण मिश्रित होता है। उनकी रुचि प्रशासन और प्रबंध संबंधी कार्यों में होती है। वैश्यों में रजोगुण और तमोगुण मिश्रित होते हैं। तदानुसार वे व्यावसायिक और कृषि संबंधी कार्य करते हैं। समाज में शुद्र लोग भी होते हैं। उनमें तमोगुण की प्रबलता होती हैं, इन्हें श्रमिक वर्ग कहा जाता है। इस वर्गीकरण का संबंध न तो जन्म से था और न ही यह अपरिवर्तनीय था। श्रीकृष्ण ने इस श्लोक में स्पष्ट किया है कि इस वर्णाश्रम व्यवस्था का वर्गीकरण लोगों के गुणों और कर्मों के अनुसार था। यद्यपि भगवान संसार के सृष्टा हैं किन्तु फिर भी वे अकर्ता हैं। जैसे कि वर्षा का जल वनों में समान रूप से गिरता है किन्तु कुछ बीजों से बरगद के वृक्ष उगते हैं, कुछ बीजों से सुन्दर पुष्प खिलते हैं और कहीं पर कांटेदार झाड़ियाँ निकल आती हैं। वर्षा बिना पक्षपात के जल प्रदान करती है और इस भिन्नता के लिए उत्तरदायी नहीं होती। इसी प्रकार से भगवान जीवात्माओं को कर्म करने के लिए शक्ति प्रदान करते हैं और वे अपनी इच्छानुसार इसका प्रयोग करने का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं किन्तु भगवान उनके कर्मों के लिए उत्तरदायी नहीं होते।
यदि प्रभु जी ने जाति बनाया है या इंसान यदि प्रभु ने जाति नहीं बनाया तो जाहिर सी बात है कि जाति को इंसान ने ही कहीं न कहीं खुद के फायदे के लिए बनाया.....
Prabhu ne insan. Insan ne jaat banai per keval jaat nhi uske sath _ राजनीतिक कूटनीतिक धर्म अधर्म त्याग कर्म पाप पुन्य प्रेम सम्मान अपमान स्वाभिमान ग्यान अज्ञान दया नफरत कठोरता निर्दयता शासन प्रशासन ज़न काबिले राज्य साम्राज्य राजतंत्र प्रजातंत्र प्रजा प्रिये सस्वर निरंकार यहां तक कि उस ईश्वर की मन मे छवि उतर उसको भी बनाया है. kya kya bataye insan ne banaye. Per sirf apne liye nhi dusro ke liye bhi. Aage ke jankari ke liye jis jagah per mahodaye khade hoke prashn kar rahe aaj bhi uss prajatantre ki kitni baate Rajtant se hubahu utari hui h khud dekh le. Dhanyavad
आप जाकर पढ़ सकते है महाभारत आपको पता चलेगा एकलव्य एक राजकुमार और उसका विवाह भी राजकुमारी से हुआ था उसके पिता भी जरासंध की सेना में सेनापति थे 😂😂यह लोग आधा अधूरा सच बताकर, कम्यूनिस्ट और नवयान संगठन के लोग समाज में द्वेष फैलाते है इसको शूद्र का अर्थ भी नहीं पता होगा अपने धर्म को अपने धर्म ग्रंथों से जानों इन कम्यूनिस्ट बौद्धिक आतंकवादियों से नहीं जय श्री राम ,जय श्री कृष्ण हर हर महादेव
@@nareshsuthar6414ए एस अफसर अरविंद केजरीवाल ने कहा है भगवान शिव को आकर बैठ गया उसने मुझे अपनी बांहों में लेकर चूस रहा था जिसके बाद पुलिस को आकर शीशे में है महिलाओं को आकर शीशे में देख सकते है महिलाओं को ए टाइम में है महिलाओं को 🎉आकर शीशे में देख सकते है महिलाओं को आकर शीशे में देख सकते है महिलाओं को आकर बैठ गया उसने मुझे अपनी बांहों में लेकर चूसने लगा वो मेरे पास आई है महिलाओं को आकर बैठ गया उसने कहा है महिलाओं को आकर शीशे में है महिलाओं को आकर बैठ ए एस अफसर अरविंद केजरीवाल ने आज कहा है महिलाओं को आकर बैठ गया उसने कहा है महिलाओं को ए टाइम 😂🎉
अरे गवारों कम से कम यह तो जानलो की सूत पुत्र में सूत का अर्थ क्या होता है.....सूत वह होता है जिसकी माता ब्राह्मण परंतु पिता क्षत्रिय होता है....... अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में और वोट पाने के लिए, गवारों जैसा व्यवहार...... और कर्ण ने भी शिक्षा गुरु द्रोण से ही प्राप्त करी थी, परंतु गुरु ने केवल अर्जुन को शुद्ध हृदय, योग्य, श्रद्धावान एवं द्वेषरहित जानकर जब सब शिष्यों में अर्जुन को सर्वप्रथम ब्रह्मास्त्र का ज्ञान दिया, तब द्वेषी कर्ण ने द्रोण से माँग करी और शस्त्र न मिलने पर परशुराम भगवान के पास असत्य बोल कर प्राप्त किया अस्त्र....... केवल सीरियल देख कर सुनी सुनाई बातों को जान कर महाभारत जानने का यही नुकसान है..... कृपया "Veducation" वेबसाइट पर जायें जहाँ समस्त पुराण, वेद, उपनिषद, इतिहास और अन्य सभी पुराण उपलब्ध हैं..... वहाँ से शास्त्र स्वाध्याय करें और गुरु जनों से समझे(जी हाँ ना कि पैसों के लिए सीरियल बनाने वालों से) जैसे कॉलेज का विद्यार्थी किताब पढ़ता है और उसके जानकार अध्यापक से सीखता है...... जय श्री राम
Bhagavad Gita: Chapter 4, Verse 13 चातुर्वर्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः। तस्य कर्तारमपि मां विद्धयकर्तारमव्ययम् ॥13॥ चातुःवर्ण्यम्-वर्ण के अनुसार चार वर्ग; मया मेरे द्वारा; सृष्टम्-उत्पन्न हुए; गुण-गुण; कर्म-कर्म; विभागशः-विभाजन के अनुसार; तस्य-उसका; कर्तारम्-सृष्टा; अपि-यद्यपि; माम्-मुझको; विद्धि-जानो; अकर्तारम्-अकर्ता; अव्ययम्-अपरिवर्तनीय। Translation BG 4.13: मनुष्यों के गुणों और कर्मों के अनुसार मेरे द्वारा चार वर्णों की रचना की गयी है। यद्यपि मैं इस व्यवस्था का सृष्टा हूँ किन्तु तुम मुझे अकर्ता और अविनाशी मानो। Commentary वेदों में लोगों के वर्ण के अनुसार उन्हें चार श्रेणियों में विभक्त किया गया है। यह वर्गीकरण उनके जन्म के अनुसार न कर उनकी प्रकृति के अनुरूप किया गया है। वर्गों में यह विविध ता प्रत्येक समाज में होती है। साम्यवादी राष्ट्रों में जहाँ समानता का सिद्धान्त प्रमुख है वहाँ भी मानव समाज में विभिन्नताओं को नकारा नहीं जा सकता। वहाँ कुछ ऐसे दार्शनिक हैं जो साम्यवादी दल के प्रमुख योजनाकार हैं। कुछ लोग सैनिक के रूप में अपने देश की रक्षा करते हैं। वहाँ किसान भी हैं जो खेती-बाड़ी करते हैं और वहाँ फैक्टरियों में कार्य करने वाले कर्मचारी भी हैं। वैदिक दर्शन में इन श्रेणियों का और अधिक वैज्ञानिक ढंग से वर्णन किया गया है। इनमें यह वर्णन मिलता है कि प्रकृति की शक्ति द्वारा तीन गुण निर्मित होते हैं-सत्वगुण, रजोगुण और तमोगुण। ब्राह्मणों में सत्वगुण की प्रधानता होती है। वे विद्या और पूजा की ओर प्रवृत्त होते हैं। क्षत्रिय वे हैं जिनमें रजोगुण की प्रमुखता और कुछ मात्रा में सत्वगुण मिश्रित होता है। उनकी रुचि प्रशासन और प्रबंध संबंधी कार्यों में होती है। वैश्यों में रजोगुण और तमोगुण मिश्रित होते हैं। तदानुसार वे व्यावसायिक और कृषि संबंधी कार्य करते हैं। समाज में शुद्र लोग भी होते हैं। उनमें तमोगुण की प्रबलता होती हैं, इन्हें श्रमिक वर्ग कहा जाता है। इस वर्गीकरण का संबंध न तो जन्म से था और न ही यह अपरिवर्तनीय था। श्रीकृष्ण ने इस श्लोक में स्पष्ट किया है कि इस वर्णाश्रम व्यवस्था का वर्गीकरण लोगों के गुणों और कर्मों के अनुसार था। यद्यपि भगवान संसार के सृष्टा हैं किन्तु फिर भी वे अकर्ता हैं। जैसे कि वर्षा का जल वनों में समान रूप से गिरता है किन्तु कुछ बीजों से बरगद के वृक्ष उगते हैं, कुछ बीजों से सुन्दर पुष्प खिलते हैं और कहीं पर कांटेदार झाड़ियाँ निकल आती हैं। वर्षा बिना पक्षपात के जल प्रदान करती है और इस भिन्नता के लिए उत्तरदायी नहीं होती। इसी प्रकार से भगवान जीवात्माओं को कर्म करने के लिए शक्ति प्रदान करते हैं और वे अपनी इच्छानुसार इसका प्रयोग करने का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं किन्तु भगवान उनके कर्मों के लिए उत्तरदायी नहीं होते।
सबसे बड़े मूर्ख गंवार तो आप जैसे लोग ही हो , श्रमहीन लोग दान पर पलने वाले अहंकारी,छल कपट से छीन कर लुटेरे लोग अपने आप को ब्राह्मण बताने वाले ब्रम्ह क्या है जानते नहीं।@@rahulmishra800
@@bjornironside271to tum karn ki jyese yugye lao ki tumhri yugyata jaat ki sima se badi ho .ya tumhrai jaat ko tumri yogyata se jana jye. Fir samajh jaoge ki aaj jaat jaat nhi sername. Jaab uss sernam ke sath aage badhte ho to unko tum per garv hota h aur wo tumse inspire hote. Sudre varn sarm ki baat nhi tum 10 yugyata lao 100 ko samman milega. Society yesi hi chalti h.
5000 वर्षो से पिछड़े,दलित,आदिवासी, एक नहीं हो पाए ये अपने आप में ही दुखद है।और अब तो अल्पसंख्यक भी है। PDA =पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक आदिवासी अपना हक जातिगत जनगणना कराके लेगा ही कोई रासक्षी शक्ति रोक नहीं सकती। जय अखिलेश! जय समाजवादी! जय PDA! 🇮🇳💯✅
अभी तो अच्छा लग रहा है जरा भारत के सरहद में बसे देश पाक अफगान बंगला का इतिहास भी देख लो जहा पी डी ए को पैर के नीचे रखकर चलने का प्रचलन है अभी भारत में हो pda चीनी जैसी मीठी लग रही है यही एक दिन जहर बनेगा और pda सहित सबको पीना पड़ेगा। सत्ता तुम्हे नहीं उन्हें मिलेगी जो हिंदुत्व को गुमराह कर रहे है वे भी गर्ट में मिल जाएंगे।
sahi baat yadav chamar dono dalit hai. Mere yaha bahut yadavo ne apne bitiyo ke shadi chamaro me ke hai aur budh dharm apnaya hai. aap bhi kasam khao ke apne behn ke shadi chamar se karoge taki sabhi ek ho sake
jis tarah se samvidhan me aurat aur mard ko barabari ka darja diya gaya hai,par manusmriti me mana gaya hai ki sharirik taur par dono ek jaise nahi hai, usi tarah se, manysmrti manti hai ki Hindu dharm me 4 varn hai, so sabhi ke karm janm se hi surakshit hai, jabki samvudhaan ye maanta hai ki har prakaar se reservation dekar pichhad rahe logo ko ek barabar aarthik sthiti me khada kiya jaae,
@@studysahara ek kanch ka mahal aur kutte ki kahani padhe ho bhai, jo jaisa hota h usko log waise hi dikhte h, achhe ho to achha bure ho to bura *jahil* ho to jahil etc
राहुल जी और अखिलेश जी आपसे निवेदन है की हम भारतीय जनता युवा को नया बदलाव चहिए क्योंकि कलयुग है और भारत को तेजी से आगे बडने की की जरूरत है 1 no. था भारत है और रहेगा ❤ प्लीज आप बीजेपी की बुराई छोड़ दीजिए ❤ बीजेपी 💯✅✅✅ ❤राधे राधे ❤
जो हक़ीक़त है वहीं बोल रहे हैं,, धर्मगुरु जरूर बन सकता है,, विश्वगुरु कभी नहीं,, बन सकता है,, चाइना तो कभी ऐसा नहीं करता,, इतना समय नहीं रहता है, अपने कार्यों पर फ़ोकस करते हैं,, यहाँ नेता की वैल्यु है,, तभी अमेरिका, रूस, जाकर विकास में योगदान दे रहे हैं भारत के,,
@@abc.12346 shudra karm anusar hota hai or hm geeta ko mante hai jo ki krishna ji boli hai.manusmiriti ko brahman bhi nahi manta or geeta hi servipriy hai Jai shree krishna
मीरा के प्रभु गिरधर नागर आखिर जात अहीर हे भगवान मीराबाई एक राजपूत राजकुमारी उनको पता है की श्रीकृष्ण अहीर यदुवंशी क्षत्रिय थे । और पूरे भाषण में से इस बात को कितनी खुशी के साथ आप बोल रहे हो की यादव शूद्र है । आपकी जो ये चंचलता है न इसी तरह यादवों को बस शूद्र बोल दिया गया कुछ श्लोकों में
In logo ke pass dosra Kam nahi hai kya are vikas ki koi baat nahi karta sirf hindo muslim ya ramayan ya svidan ko lekar hi beth gye hai tarakki ki baat karoge ya nahi
अगर गंगाजल से शुद्ध और अन्य जाति के लोग शुद्ध हो जाते तो देश में सब एक समान हो जाते लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं चाहते इसलिए जाति जनगणना हनीी चाहिए मैं रमेश चंद
राजभर शूद्र नहीं है क्या..... या एक शूद्र दूसरे को नीचा दिखा रहा है..... यही वजह है कि शूद्र दूसरे शूद्र के सामने राजपूत बन जाते हैं...... और अखिलेश यादव आज शूद्र बन रहे हैं जबकि इन्हीं की सरकार में सबसे ज्यादा दलित उत्पीड़न हुआ है...... दलितों की जमीने इन्हीं समाजवादियों ने सबसे ज्यादा छीनीं हैं आज खुद शूद्र बन गए...... सब सत्ता पाने का एजेंडा है और कुछ नहीं..... खुद पर बीती तो शूद्र और शूद्रों के सामने राजपूत बन जाते हो......
सच्ची बाते कड़वी हो सकती है, किंतु होतीं है वह विचारणीय।अखिलेश जी के कथन में सच्चाई है कि तथाकथित शूद्रों के साथ लंबे समय से अत्याचार होता आया है __जो अब भी समाप्त नही हो पा रहा।
असमानता, शोषण, जातिवाद, भेदभाव हमेशा धर्म संस्कृति की दुहाई दिया करती है, शायद उसे अपने असली रूप में आने में शर्म आती है, इसलिए वह हमेशा संस्कृति की खाल ओढ़े हुए आती है.. महान साहित्यकार... मुंशी प्रेमचंद।।
Bhai bah. Akhilesh ki speech sun ker maja aa gya. Lekin sach to a hai ki yadi akhilesh aawas nhi dhulaya jata to, jati ka dard kya hota hai. A bhi nhi samajhte.
एक 19 वी सदी का कवि महाभारत से ले रहा है जबकि महाभारत और धर्म ग्रंथों में जाति नाम का शब्द और जाति नही है 😂 लेकिन लोगों को समाज में बाटकर वोट जो लेने है और न जाने अब इस लोक तंत्र में कौन पूछता है किस समाज के हो सबको मालूम है 😂😂
अरे अखिलेश भैया जिसकी कविता लाए हो उसमे यादव वंश के श्रीरोमणि भगवान कृष्ण और उनके बुआ के लड़के अर्जुन थे कम से कम शुद्र का उदाहरण किसी वामपथी की किताब से लाते
जल्दी से करा ले भाई अब मंदिर से निकल कर हम सब काम करेंगे 5000 सालो से मंदिर में बैठे है तुम मजा भी मारे हो और शुद्र भी बने हो यदु वंश तुम्हारा obc ka आरक्षण भी तुम्हारा हम मंदिर में बंद करा दे भाई
@@चंद्रशेखरआजादजी अरे आज बहुत सनातन याद आ रहा है तब कहाँ थे इन्होंने जाति प्रथा बनाई और उसमे अपने आप सर्वश्रेष्ठ दर्जा दिया ये कौन तय करने वाला होता है की हम उच्च हैं और तुम नीच हो....
@@parallelcinemaarcive ये तुम्हारी सोच है की हम उच्च तुम नीचे किसी एक ग्रंथ में है तुम जरूर बताना मैंने तो नही पढ़ा और नेता की तरह मत बताना मैंने और मेरे 3पीढ़ी में कोई नहीं माना सब अच्छा बिजनेस करते है या नौकरी में हो मेरा सहयोगी सब lower obc से आते है सब मिल कर काम करते है कोई उच्च नीच की भावना नहीं है
@@komalsharma220sudra nhi hai toh akhilesh ka cm office Yogi ne ganga jal se kyu dhulvaya pando mughalput jativad hai dekho mandir se dhandha kaisa chal raha hai 😂
@@komalsharma220are videshi didi 😂 jati banayi pandit ne na ki bhagwan ne sab jati granth pando ne likha hai bhagwan ne nhi pando ne khud jati banayi aur janm se khudko uchh bana diya 🤣 aur dusre ko nichha
Ye koi jaruri nahi hai ki har kavita har kisi ko yaad ho . Har javi neta nahi ban sakta aur har neta kavi nahi ban sakta . Akhilesh ji ek pahde likhe yuva neta hain . Sawal to karenge hi . Very good speech . Jai hind jai bharat jai samvidhan .
इंसान वही है जो इंसानियत के लिए जिये ना की किसी जाति या धर्म के लिए 😊
@2line_5ukoon.ki_❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ क्यू
Ha sahi kaha
अगर अपनी जाति के लिए कोई जीता है तो क्या वो इंसान नहीं।क्या जाति वाले इंसान नहीं होते।हर इंसान चाहे वो किसी के लिए भी जिये,है तो इंसान ही।
Bangladesh Pakistan me bhi insaniyat 😂
Just
मैं भीम आर्मी का समर्थक हूं
लेकिन अखिलेश जी को दिल से सेल्यूट करता हूं .... Jai bhim 🇪🇺🇪🇺
Gr8 speech Salute to Akhilesh… excellent
मेरे गुरु शिव हैं, इसीलिए विश्व का प्रत्येक मानव शिव परिवार ही हैं, मन चंगा तो कठौती में गंगा,नमः शिवाय।
मंन चंगा तो कठोती मे गंगा ए संत शिरोमणी रबिदास जी का कहना है तो फिर तुम रविदास परीवार से हो शिव गुरु से नहीं
@@RajkumarDas-uv4ly
2❤.
L❤
मन चंगा तभी रहेगा जब, ज्ञान रहेगा,,
आप मीना आम खेड़े जी का प्रवचन सुने यूट्यूब पर जो 45 मिनट का है तभी सच को समझेंगे जय जय भीम।
Pura visv nahi sirf up bihar ko jodo. 😂aor babe ki chappalon ke pas baitho 😂
Thank you sir so much ✍️ i love my Dr. B.R. Ambedkar ✍️🌾🌷🌴
Br ambedkar also mentioned about education in Sanskrit and had not much favour for muslims
@@user-lq2ny3oz1k rational world
Rational World
Then go and Read his book who are shudras? You will get your answer in chapter 1
@@ashutoshsingh8663 ruclips.net/user/livefBIJ0hUbQeM?feature=share
Haa में जाटव हूं पर मेरा राम कोई मुझ से कोई दूर नही कर सकता jiy श्री राम राम जय राम श्री कृष्ण
Hum jati nahi ek dharm he 🚩Sanatan 🚩Bhai Jai shree Ram ji
Jai shree Ram
Good 😊 har har Mahadev 🙏
Ram ka koi ek kam bta do jstav samaj ke liye
Hamari to Bhagwan Babasaheb hai Ambedkar ji mein
Respect for Sh. Akhilesh Yadav ji 🎉🎉🎉❤❤❤
Akhilesh Yadav ki sacchai jis din jaan jaaoge na respect Deni bhul jaaoge beta
दिल जीत लिया आपने अखिलेश जी यह लड़ाईमूल निवासियों और बाहरी आर्यों की है जवाब तो इन्हें अब सामने से ही देना पड़ेगा
अखिलेश भैया को भाषण पहले मिल जाता था ये बुक आज ही ली गई है उनके द्वारा ❤😢
अपना धर्म जानना है तो धर्म ग्रंथों को पढ़ो इन कम्यूनिस्ट बौद्धिक आतंकवादियो और नवयान संगठन, किसी का अनर्गल साहित्य नही
chalo akhilesh ne swikaar haq se swikara ki wo shudr hai, toh isme kya laaj
@@saritasingh_j1234 अखलेश यादव यदुवंशी है । वो यदुवंशी क्षत्रिय है
@@saritasingh_j1234 जाकर विधान सभा का वीडियो देख ले उसमे अखलेश यादव , योगी जी से कह रहे हैं हम तो पांडव पक्ष के है यदुवंशी है। तुम आंबेडकर के नवयान संगठन के लोग बिल्कुल चरमपंथी हो गए हो तुम्हे जाति समाज के अलावा और हिंदू धर्म को गाली देने के सिवा कोई काम नही है
@@saritasingh_j1234 पगला गए हो तुम यदुवंशी एक क्षत्रिय है जैसे राजपूत रघुवंश सूर्यवंश और चंद्रवंश से है यह तो ऐतिहासिक साहित्य और अभिलेख साक्ष्य हैं
मुझे तो गंगा पर भी संदेह होता है अगर गंगाजल से सब कुछ शुद्ध हो जाता है तो शूद्रों की कई पीढ़ियां गंगा में डुबकी लगाते लगाते मर गई लेकिन शुद्ध आज तक अशुद्ध ही हैं ये कैसा भेद है जय संविधान जय समाजवाद
😊L
Tumhe kabhi quaran pe sandeh hua hai
Mujhe toh sandeh hai ki tu apni maa ki aulad hai
Saale apni okat se pta chal jata h kaun kya h
@@Abhinavtiwari989 जब जाती की सबसे बड़ी कुरीति हिंदू धर्म है में है तो दूसरे धर्म में क्यों झांके उस धर्म से हमारा क्या लेना देना है और हा जब तुम्हारे पास कोई जबाब देने के लिए नही होता तो अन्य धर्मों को बीच में लाते हो
Superb speech by Akhilesh Yadav ji🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💯💯💯💯💯💯💯💯♥️
Am
अखिलेश भैया जी आपको बहोत बहोत बधाई हो आपने बिलकुल सही जवाब दिया पूरे भारत देश में सभी अमबेडकर वादी भाई बहनों को और देशवासियों को जय भीम नमो बुधाय जय सविधान🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤
Absolutely right what are you saying sir ji
he accepted he is shudra and he is proud of it.
@@saritasingh_j1234 e chup kr murkhchaap and you are also shudra so proud on your self
जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा।
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई कोई धर्म नहीं न्यारा।।
57इसलामिक देश और 70ईसाई देश तेरे जैसो का सिर काट कर बनाया जाता है 😂😂😂😂😂😂
Wah Bhai wah man moh liyo aapne
Sat saheb ji
@@rajveersingh2652😅
Yahi to ye andh Bhakt smjhte nahi rab khai kare
बहुत अच्छा अखिलेश भैया जिंदाबाद
Baat karne ki tamiz nahin hai
are bhai usne swikaar toh kiya ki wo shudra hai
@@saritasingh_j1234o भाई सरिता सिंह तुमने ये कॉमेंट 8 बार किया है अभी तक ।
तुमको यादवों को शूद्र साबित करने की क्या घोर आतुरता है ।
एक लड़के ने ये बोला भी है की पूरी वीडियो देखो विधान सभा की उसमे समझा आएगा की वो कुछ और ही कह रहे है
लेकिन फिर भी आपने इस कॉमेंट को जानबूझकर 8 बार किया जिससे पड़ने वाले को ये पता चल जाए कि।
यदु के कुल में श्रीकृष्ण हुए । यदु के वंश को यादव कहा गया । यादव को शूद्र आप बताने पर तुली हुई है । तो सुनो मीरा के प्रभु गिरधर नागर आखिर जात अहीर ये लाइन मीरा बाई की कई कविताओं में है मीराबाई एक राजपूत राजकुमारी जिन्होंने श्रीकृष्ण को अहीर बोला , श्रीकृष्ण की इतनी बड़ी भक्त थी तुम उनसे ज्यादा जानती हो क्या । एक और बताता हूं
@@saritasingh_j1234पहले केश खिंचाए पुनी पचे बड़ायो चिर आसी लाज गमाय ते आखिर जात अहीर😂 फिर अहीर ऊपर वाले में द्रोपदी जी श्रीकृष्ण को उलाहना दे रही है के जब पूरी सभा में मेरी लाज जाने लगी तब तुमने चिर बढ़ाया आखिर तुमने अपनी अहीर जात का असर दिखा ही दिया और देरी से आए । अहीर सबको मौका देता है और जब कोई नही बोलता तब पता है कौन बोलता है अहीर एक कहावत और सुनी होगी आपने अहीर नो आसरो मतलब जब पूरी दुनिया में तुम्हारा कोई साथ न दे ऐसे परिस्थिति में साथ देता है अहीर । तुम बोलो तो श्लोक भी दे दूं 4, 5 वेदों से
सर कटे धड़ लड़े,,,तब क्षत्रिय कहलाए,,,जय मां भवानी,,❤
जय मां भवानी
धन्य है राजनीति,,
दुख होता है,,जिन यदुवंशी ने महाभारत युद्ध लडा,, आज राजनीति केलिए लोग क्या क्या करते हैं,, 😢😢😢🙏🙏🙏जय श्री कृष्ण जी राधे राधे जी 🙏
Kyuki Aaj yadav andhbhakti me duba pada hai😢, ak akhilesh yadav hai jo andhbhakti ko dur karna chahta h
अरे गवारों कम से कम यह तो जानलो की सूत पुत्र में सूत का अर्थ क्या होता है.....सूत वह होता है जिसकी माता ब्राह्मण परंतु पिता क्षत्रिय होता है....... अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में और वोट पाने के लिए, गवारों जैसा व्यवहार...... और कर्ण ने भी शिक्षा गुरु द्रोण से ही प्राप्त करी थी, परंतु गुरु ने केवल अर्जुन को शुद्ध हृदय, योग्य, श्रद्धावान एवं द्वेषरहित जानकर जब सब शिष्यों में अर्जुन को सर्वप्रथम ब्रह्मास्त्र का ज्ञान दिया, तब द्वेषी कर्ण ने द्रोण से माँग करी और शस्त्र न मिलने पर परशुराम भगवान के पास असत्य बोल कर प्राप्त किया अस्त्र.......
केवल सीरियल देख कर सुनी सुनाई बातों को जान कर महाभारत जानने का यही नुकसान है..... कृपया "Veducation" वेबसाइट पर जायें जहाँ समस्त पुराण, वेद, उपनिषद, इतिहास और अन्य सभी पुराण उपलब्ध हैं..... वहाँ से शास्त्र स्वाध्याय करें और गुरु जनों से समझे(जी हाँ ना कि पैसों के लिए सीरियल बनाने वालों से) जैसे कॉलेज का विद्यार्थी किताब पढ़ता है और उसके जानकार अध्यापक से सीखता है......
जय श्री राम
Bhagavad Gita: Chapter 4, Verse 13
चातुर्वर्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः।
तस्य कर्तारमपि मां विद्धयकर्तारमव्ययम् ॥13॥
चातुःवर्ण्यम्-वर्ण के अनुसार चार वर्ग; मया मेरे द्वारा; सृष्टम्-उत्पन्न हुए; गुण-गुण; कर्म-कर्म; विभागशः-विभाजन के अनुसार; तस्य-उसका; कर्तारम्-सृष्टा; अपि-यद्यपि; माम्-मुझको; विद्धि-जानो; अकर्तारम्-अकर्ता; अव्ययम्-अपरिवर्तनीय।
Translation
BG 4.13: मनुष्यों के गुणों और कर्मों के अनुसार मेरे द्वारा चार वर्णों की रचना की गयी है। यद्यपि मैं इस व्यवस्था का सृष्टा हूँ किन्तु तुम मुझे अकर्ता और अविनाशी मानो।
Commentary
वेदों में लोगों के वर्ण के अनुसार उन्हें चार श्रेणियों में विभक्त किया गया है। यह वर्गीकरण उनके जन्म के अनुसार न कर उनकी प्रकृति के अनुरूप किया गया है। वर्गों में यह विविध ता प्रत्येक समाज में होती है।
साम्यवादी राष्ट्रों में जहाँ समानता का सिद्धान्त प्रमुख है वहाँ भी मानव समाज में विभिन्नताओं को नकारा नहीं जा सकता। वहाँ कुछ ऐसे दार्शनिक हैं जो साम्यवादी दल के प्रमुख योजनाकार हैं। कुछ लोग सैनिक के रूप में अपने देश की रक्षा करते हैं। वहाँ किसान भी हैं जो खेती-बाड़ी करते हैं और वहाँ फैक्टरियों में कार्य करने वाले कर्मचारी भी हैं।
वैदिक दर्शन में इन श्रेणियों का और अधिक वैज्ञानिक ढंग से वर्णन किया गया है। इनमें यह वर्णन मिलता है कि प्रकृति की शक्ति द्वारा तीन गुण निर्मित होते हैं-सत्वगुण, रजोगुण और तमोगुण। ब्राह्मणों में सत्वगुण की प्रधानता होती है। वे विद्या और पूजा की ओर प्रवृत्त होते हैं। क्षत्रिय वे हैं जिनमें रजोगुण की प्रमुखता और कुछ मात्रा में सत्वगुण मिश्रित होता है। उनकी रुचि प्रशासन और प्रबंध संबंधी कार्यों में होती है। वैश्यों में रजोगुण और तमोगुण मिश्रित होते हैं। तदानुसार वे व्यावसायिक और कृषि संबंधी कार्य करते हैं। समाज में शुद्र लोग भी होते हैं। उनमें तमोगुण की प्रबलता होती हैं, इन्हें श्रमिक वर्ग कहा जाता है। इस वर्गीकरण का संबंध न तो जन्म से था और न ही यह अपरिवर्तनीय था।
श्रीकृष्ण ने इस श्लोक में स्पष्ट किया है कि इस वर्णाश्रम व्यवस्था का वर्गीकरण लोगों के गुणों और कर्मों के अनुसार था। यद्यपि भगवान संसार के सृष्टा हैं किन्तु फिर भी वे अकर्ता हैं। जैसे कि वर्षा का जल वनों में समान रूप से गिरता है किन्तु कुछ बीजों से बरगद के वृक्ष उगते हैं, कुछ बीजों से सुन्दर पुष्प खिलते हैं और कहीं पर कांटेदार झाड़ियाँ निकल आती हैं।
वर्षा बिना पक्षपात के जल प्रदान करती है और इस भिन्नता के लिए उत्तरदायी नहीं होती। इसी प्रकार से भगवान जीवात्माओं को कर्म करने के लिए शक्ति प्रदान करते हैं और वे अपनी इच्छानुसार इसका प्रयोग करने का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं किन्तु भगवान उनके कर्मों के लिए उत्तरदायी नहीं होते।
@@Raj_Rupesh who are you
@@rao_Arvind_singh_yaduvanshi Human
यदि प्रभु जी ने जाति बनाया है या इंसान यदि प्रभु ने जाति नहीं बनाया तो जाहिर सी बात है कि जाति को इंसान ने ही कहीं न कहीं खुद के फायदे के लिए बनाया.....
Prabhu ne insan. Insan ne jaat banai per keval jaat nhi uske sath _
राजनीतिक कूटनीतिक धर्म अधर्म त्याग कर्म पाप पुन्य प्रेम सम्मान अपमान स्वाभिमान ग्यान अज्ञान दया नफरत कठोरता निर्दयता शासन प्रशासन ज़न काबिले राज्य साम्राज्य राजतंत्र प्रजातंत्र प्रजा प्रिये सस्वर निरंकार यहां तक कि उस ईश्वर की मन मे छवि उतर उसको भी बनाया है. kya kya bataye insan ne banaye. Per sirf apne liye nhi dusro ke liye bhi. Aage ke jankari ke liye jis jagah per mahodaye khade hoke prashn kar rahe aaj bhi uss prajatantre ki kitni baate Rajtant se hubahu utari hui h khud dekh le. Dhanyavad
आप जाकर पढ़ सकते है महाभारत आपको पता चलेगा एकलव्य एक राजकुमार और उसका विवाह भी राजकुमारी से हुआ था उसके पिता भी जरासंध की सेना में सेनापति थे 😂😂यह लोग आधा अधूरा सच बताकर, कम्यूनिस्ट और नवयान संगठन के लोग समाज में द्वेष फैलाते है इसको शूद्र का अर्थ भी नहीं पता होगा अपने धर्म को अपने धर्म ग्रंथों से जानों इन कम्यूनिस्ट बौद्धिक आतंकवादियों से नहीं जय श्री राम ,जय श्री कृष्ण हर हर महादेव
चर्चा तो बेरोज़गारी, महँगाई, महिलाओं की सुरक्षा, सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य और मुफ़्त शिक्षा पर होनी चाहिए
chalo kam se kam akhilesh ne garv se swiakaara wo shudra hai
@@saritasingh_j1234 वो अखलेश यादव यदुवंशी है और यदुवंशी क्षत्रिय है
डिग्रिया तो तुम्हारे खर्चे की रसीद है , ज्ञान तो किरदार मैं झलकता है 🙏
😂😂😂😂
तुमने तो लगता है यूपीएससी परीक्षा पास कर ली है
How do you know, are you present there ??
@@nareshsuthar6414ए एस अफसर अरविंद केजरीवाल ने कहा है भगवान शिव को आकर बैठ गया उसने मुझे अपनी बांहों में लेकर चूस रहा था जिसके बाद पुलिस को आकर शीशे में है महिलाओं को आकर शीशे में देख सकते है महिलाओं को ए टाइम में है महिलाओं को 🎉आकर शीशे में देख सकते है महिलाओं को आकर शीशे में देख सकते है महिलाओं को आकर बैठ गया उसने मुझे अपनी बांहों में लेकर चूसने लगा वो मेरे पास आई है महिलाओं को आकर बैठ गया उसने कहा है महिलाओं को आकर शीशे में है महिलाओं को आकर बैठ ए एस अफसर अरविंद केजरीवाल ने आज कहा है महिलाओं को आकर बैठ गया उसने कहा है महिलाओं को ए टाइम 😂🎉
Outstanding post
धन्यवाद,अखिलेश,जी,आप,बहुत,बहूत,अच्छे,है,
योग्यता पढ़ने की नहीं, स्वीकार करना भी बड़ी बात।
अरे गवारों कम से कम यह तो जानलो की सूत पुत्र में सूत का अर्थ क्या होता है.....सूत वह होता है जिसकी माता ब्राह्मण परंतु पिता क्षत्रिय होता है....... अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में और वोट पाने के लिए, गवारों जैसा व्यवहार...... और कर्ण ने भी शिक्षा गुरु द्रोण से ही प्राप्त करी थी, परंतु गुरु ने केवल अर्जुन को शुद्ध हृदय, योग्य, श्रद्धावान एवं द्वेषरहित जानकर जब सब शिष्यों में अर्जुन को सर्वप्रथम ब्रह्मास्त्र का ज्ञान दिया, तब द्वेषी कर्ण ने द्रोण से माँग करी और शस्त्र न मिलने पर परशुराम भगवान के पास असत्य बोल कर प्राप्त किया अस्त्र.......
केवल सीरियल देख कर सुनी सुनाई बातों को जान कर महाभारत जानने का यही नुकसान है..... कृपया "Veducation" वेबसाइट पर जायें जहाँ समस्त पुराण, वेद, उपनिषद, इतिहास और अन्य सभी पुराण उपलब्ध हैं..... वहाँ से शास्त्र स्वाध्याय करें और गुरु जनों से समझे(जी हाँ ना कि पैसों के लिए सीरियल बनाने वालों से) जैसे कॉलेज का विद्यार्थी किताब पढ़ता है और उसके जानकार अध्यापक से सीखता है......
जय श्री राम
Bhagavad Gita: Chapter 4, Verse 13
चातुर्वर्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः।
तस्य कर्तारमपि मां विद्धयकर्तारमव्ययम् ॥13॥
चातुःवर्ण्यम्-वर्ण के अनुसार चार वर्ग; मया मेरे द्वारा; सृष्टम्-उत्पन्न हुए; गुण-गुण; कर्म-कर्म; विभागशः-विभाजन के अनुसार; तस्य-उसका; कर्तारम्-सृष्टा; अपि-यद्यपि; माम्-मुझको; विद्धि-जानो; अकर्तारम्-अकर्ता; अव्ययम्-अपरिवर्तनीय।
Translation
BG 4.13: मनुष्यों के गुणों और कर्मों के अनुसार मेरे द्वारा चार वर्णों की रचना की गयी है। यद्यपि मैं इस व्यवस्था का सृष्टा हूँ किन्तु तुम मुझे अकर्ता और अविनाशी मानो।
Commentary
वेदों में लोगों के वर्ण के अनुसार उन्हें चार श्रेणियों में विभक्त किया गया है। यह वर्गीकरण उनके जन्म के अनुसार न कर उनकी प्रकृति के अनुरूप किया गया है। वर्गों में यह विविध ता प्रत्येक समाज में होती है।
साम्यवादी राष्ट्रों में जहाँ समानता का सिद्धान्त प्रमुख है वहाँ भी मानव समाज में विभिन्नताओं को नकारा नहीं जा सकता। वहाँ कुछ ऐसे दार्शनिक हैं जो साम्यवादी दल के प्रमुख योजनाकार हैं। कुछ लोग सैनिक के रूप में अपने देश की रक्षा करते हैं। वहाँ किसान भी हैं जो खेती-बाड़ी करते हैं और वहाँ फैक्टरियों में कार्य करने वाले कर्मचारी भी हैं।
वैदिक दर्शन में इन श्रेणियों का और अधिक वैज्ञानिक ढंग से वर्णन किया गया है। इनमें यह वर्णन मिलता है कि प्रकृति की शक्ति द्वारा तीन गुण निर्मित होते हैं-सत्वगुण, रजोगुण और तमोगुण। ब्राह्मणों में सत्वगुण की प्रधानता होती है। वे विद्या और पूजा की ओर प्रवृत्त होते हैं। क्षत्रिय वे हैं जिनमें रजोगुण की प्रमुखता और कुछ मात्रा में सत्वगुण मिश्रित होता है। उनकी रुचि प्रशासन और प्रबंध संबंधी कार्यों में होती है। वैश्यों में रजोगुण और तमोगुण मिश्रित होते हैं। तदानुसार वे व्यावसायिक और कृषि संबंधी कार्य करते हैं। समाज में शुद्र लोग भी होते हैं। उनमें तमोगुण की प्रबलता होती हैं, इन्हें श्रमिक वर्ग कहा जाता है। इस वर्गीकरण का संबंध न तो जन्म से था और न ही यह अपरिवर्तनीय था।
श्रीकृष्ण ने इस श्लोक में स्पष्ट किया है कि इस वर्णाश्रम व्यवस्था का वर्गीकरण लोगों के गुणों और कर्मों के अनुसार था। यद्यपि भगवान संसार के सृष्टा हैं किन्तु फिर भी वे अकर्ता हैं। जैसे कि वर्षा का जल वनों में समान रूप से गिरता है किन्तु कुछ बीजों से बरगद के वृक्ष उगते हैं, कुछ बीजों से सुन्दर पुष्प खिलते हैं और कहीं पर कांटेदार झाड़ियाँ निकल आती हैं।
वर्षा बिना पक्षपात के जल प्रदान करती है और इस भिन्नता के लिए उत्तरदायी नहीं होती। इसी प्रकार से भगवान जीवात्माओं को कर्म करने के लिए शक्ति प्रदान करते हैं और वे अपनी इच्छानुसार इसका प्रयोग करने का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं किन्तु भगवान उनके कर्मों के लिए उत्तरदायी नहीं होते।
@@rahulmishra800 to bhai ye baat ramdhari singh dinkar ji ko batao n , kyonki ye kavita unhi ki h
सबसे बड़े मूर्ख गंवार तो आप जैसे लोग ही हो , श्रमहीन लोग दान पर पलने वाले अहंकारी,छल कपट से छीन कर लुटेरे लोग अपने आप को ब्राह्मण बताने वाले ब्रम्ह क्या है जानते नहीं।@@rahulmishra800
@@bjornironside271to tum karn ki jyese yugye lao ki tumhri yugyata jaat ki sima se badi ho .ya tumhrai jaat ko tumri yogyata se jana jye.
Fir samajh jaoge ki aaj jaat jaat nhi sername. Jaab uss sernam ke sath aage badhte ho to unko tum per garv hota h aur wo tumse inspire hote.
Sudre varn sarm ki baat nhi tum 10 yugyata lao 100 ko samman milega. Society yesi hi chalti h.
Bahut achcha jawab Diya Akhilesh Yadav Ji ne aap Jay Bheem namo buddhay 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
5000 वर्षो से पिछड़े,दलित,आदिवासी, एक नहीं हो पाए ये अपने आप में ही दुखद है।और अब तो अल्पसंख्यक भी है।
PDA =पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक आदिवासी अपना हक जातिगत जनगणना कराके लेगा ही कोई रासक्षी शक्ति रोक नहीं सकती।
जय अखिलेश!
जय समाजवादी!
जय PDA!
🇮🇳💯✅
अभी तो अच्छा लग रहा है जरा भारत के सरहद में बसे देश पाक अफगान बंगला का इतिहास भी देख लो जहा पी डी ए को पैर के नीचे रखकर चलने का प्रचलन है अभी भारत में हो pda चीनी जैसी मीठी लग रही है यही एक दिन जहर बनेगा और pda सहित सबको पीना पड़ेगा।
सत्ता तुम्हे नहीं उन्हें मिलेगी जो हिंदुत्व को गुमराह कर रहे है वे भी गर्ट में मिल जाएंगे।
sahi baat yadav chamar dono dalit hai. Mere yaha bahut yadavo ne apne bitiyo ke shadi chamaro me ke hai aur budh dharm apnaya hai. aap bhi kasam khao ke apne behn ke shadi chamar se karoge taki sabhi ek ho sake
Yadav kab se pichhde ho gye??
जय अखिलेश बोल रहे हो ना भाई साहब जिस दिन अखिलेश का राज आएगा तो शाह खान का राज आ जाएगा समझो खान का राज समझे फिर कहां जाओगे
Hatss off 100% truth
Exactly talking
अखिलेश यादव का स्पीच बहुत ही अच्छा लगा मन खुश
jis tarah se samvidhan me aurat aur mard ko barabari ka darja diya gaya hai,par manusmriti me mana gaya hai ki sharirik taur par dono ek jaise nahi hai, usi tarah se, manysmrti manti hai ki Hindu dharm me 4 varn hai, so sabhi ke karm janm se hi surakshit hai, jabki samvudhaan ye maanta hai ki har prakaar se reservation dekar pichhad rahe logo ko ek barabar aarthik sthiti me khada kiya jaae,
Bahoot kharab lag
Akhilesh Yadav ki Speech hi achchhi hai, shaashan samhaalna inke bas ki baat nahi, inke kaaryakaal ko pahle bhi dekha jaa chuka hai
Good akilesh jee kya baat hai 🙏👍
क्योंकि चंदा आप लेते है तो क्या आपके भगवान है गजब अखिलेश जी ।
🙏अखिलेश भैया आपको मेरा तहे दिल से सत सत नमन है🙏 इस बार सरकार आपकी ही होना है
सरदार पटेल ने कहा था की अगर ईश्वर जात पात को मानता है तो मै ऐसे ईश्वर को नही मानता😊।
Bal Gangadhar Tilak ne kaha tha 😅
@@ummed.vibe5😂
Jati hoti h aur jati ka prabhav bhi hota h.
Yahi Meri soch hai maine bhi ghar walo se yahi kaha bina kisi book me pade 😂
ललकार इतनी तेज होनी चाहिए कि विरोधी देखकर हताश हो जाए।
Itna hatash ho jaye ki apni asli aukad aur bhasa pe utar aaye aur apne gande sanskaro ka pradarshan karne lage 😂
जैसे अखिलेश हताश हो रहा है
@@atulsingh1249 हां जैसे कल वो ढोंगी योगी अपने गुण्डाछाप भाषा पे उतर आया था।
लेकिन कुछ लोगों के लिये तो वो गुण्डा समय के निरपेक्ष साधू ही रहेगा ।😅
Yogi inka baap hai yogi ka ek ungli bhi nhi hila skta yeh . yogi ne bola tha mitti main mila dunga wahi kar rhe hain
@@anuj66438 तुम जैसों के लिये ही मैने लिखा हैं उपर वाला कमेंट ।😄
छत्तीसगढ़ के महान संत श्री गुरु घासी दास जी का संदेश मनाव मनाव एक समान।
ये ज्ञान सिर्फ हिंदू के लिए क्या है क्या?80हजार की सेना अमरनाथ पर क्यू होती है
Savidhan ke wajah se@@Exsecular266
बसपा और सपा को एक साथ मिलकर काम करना है, तभी एससी एसटी ओबीसी वालों का भला हो सकता है ❤
Good बहुत अच्छा बोला आपने
Bahut bahut dhanyavad akhilesh ji ❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏💯💯💯💯💯👍👍👍👍👍👌👌👌👌👌
Our country need literate leaders such as *Akhileshji*
Acccha😂😂😂
@@amazingfacts6331 ise jalan aur khujli kahte h😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄
@@AJ-et9eiyesa h to video aadhi kyu h
Illiterate Bhai 😅 spelling mistake ho gyi apse
@@studysahara ek kanch ka mahal aur kutte ki kahani padhe ho bhai, jo jaisa hota h usko log waise hi dikhte h, achhe ho to achha bure ho to bura *jahil* ho to jahil etc
❤ स ब मनघडत काहानिया है , आप बहुत आच्छे विस्लेषण कीये है अखिलेश जी
मैं मनी अखिलेश से निवेदन करता हूं कि जिस काम को पूरा करना है और जो आप लोगों ने वादा किया है माननीय राहुल गांधी
😂😂😂😂😂😂
राहुल जी और अखिलेश जी आपसे निवेदन है की हम भारतीय जनता युवा को नया बदलाव चहिए क्योंकि कलयुग है और भारत को तेजी से आगे बडने की की जरूरत है 1 no. था भारत है और रहेगा ❤ प्लीज आप बीजेपी की बुराई छोड़ दीजिए ❤ बीजेपी 💯✅✅✅
❤राधे राधे ❤
जो हक़ीक़त है वहीं बोल रहे हैं,, धर्मगुरु जरूर बन सकता है,, विश्वगुरु कभी नहीं,, बन सकता है,, चाइना तो कभी ऐसा नहीं करता,, इतना समय नहीं रहता है, अपने कार्यों पर फ़ोकस करते हैं,, यहाँ नेता की वैल्यु है,, तभी अमेरिका, रूस, जाकर विकास में योगदान दे रहे हैं भारत के,,
me bjp ko support karta hu but aaj akhilesh yadav ji k liye respect badh gayi 💯💯💯🫡
Ma chudao bjp se saale
Dono taraf rahoo jab jaisa moukaa lage haa haa haa 😊😊😊 .
Ab esa kya ho gay
Thanks sir
Billkul sahi baat h bahi apki 💯💯👍👍👍
Kya bt h sir 🙏
जब रेवडियाँ बाँट रहे थे अपनों को, तब शूद्र याद नहीं आये l
Pandit ki jhaat
धर्म बाद में पहले हिन्दू ❤
बहुत बढ़िया
Proud to be a sudhra 🧐🧐🧐🧐🧐💘💘💘💘
Chahe jitna bhi jid kar lo samaj ke aage Samajwadi party Khade tu yad nahin kar mera naam BJP ka na soyega BJP Yogi Tote bags highwayman hai
Yadav shudra nhi hai
@@komalsharma220 hai
@@komalsharma220 to shudra kon hai batao
@@abc.12346 shudra karm anusar hota hai or hm geeta ko mante hai jo ki krishna ji boli hai.manusmiriti ko brahman bhi nahi manta or geeta hi servipriy hai
Jai shree krishna
I salute you Akhilesh ji ki aapne kuchch to sahi bola aur prashan bhi achche kiye. ..
Thank you class sir
Lallantop didn't show any video of Yogi Aditynath JI's speech because agenda is not going to work.
Absolutely agreed,,,,lallantop is indian bbc they will not show the good
Really, True, double check this channel everyone, there is not a single video uploaded with Yogi's speech 😂
Right
Wah BC
@Me😊 चड्डीधारी कुत्तो से बेहतर 😆
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
❤❤❤
समाजवाद जिंदाबाद
बहुत अच्छी बात ह
Kya baat hai akhlesh ji
इसने तो कविता को कहानी में बदल दिया भी 🤣🤣🤣
kamse kam usne garv se swiakara ki wo shudr h..
मीरा के प्रभु गिरधर नागर आखिर जात अहीर हे भगवान मीराबाई एक राजपूत राजकुमारी उनको पता है की श्रीकृष्ण अहीर यदुवंशी क्षत्रिय थे । और पूरे भाषण में से इस बात को कितनी खुशी के साथ आप बोल रहे हो की यादव शूद्र है । आपकी जो ये चंचलता है न इसी तरह यादवों को बस शूद्र बोल दिया गया कुछ श्लोकों में
Akhilesh to bahut Achcha Pada Humko sunkar Hansi a rahi hai😅😅😅😅😅😅😅😮😮😮😮😮😢😢😢😂😂😂😂
@@TirpalBabaAkhilesh Yadav hindu nahi he Khan he tabhi wah khud ko sudr bolata he
In logo ke pass dosra Kam nahi hai kya are vikas ki koi baat nahi karta sirf hindo muslim ya ramayan ya svidan ko lekar hi beth gye hai tarakki ki baat karoge ya nahi
Maza aa gaya... nice 👍👍 keep it up
अगर गंगाजल से शुद्ध और अन्य जाति के लोग शुद्ध हो जाते तो देश में सब एक समान हो जाते लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं चाहते इसलिए जाति जनगणना हनीी चाहिए मैं रमेश चंद
Bahut achhe speech akhilesh yadav ji
Rajbhar be like अरे मुझे क्यों घसीट लेते हो भाई 😃😃
🤣
🤣🤣🤣
राजभर शूद्र नहीं है क्या..... या एक शूद्र दूसरे को नीचा दिखा रहा है..... यही वजह है कि शूद्र दूसरे शूद्र के सामने राजपूत बन जाते हैं...... और अखिलेश यादव आज शूद्र बन रहे हैं जबकि इन्हीं की सरकार में सबसे ज्यादा दलित उत्पीड़न हुआ है...... दलितों की जमीने इन्हीं समाजवादियों ने सबसे ज्यादा छीनीं हैं आज खुद शूद्र बन गए...... सब सत्ता पाने का एजेंडा है और कुछ नहीं..... खुद पर बीती तो शूद्र और शूद्रों के सामने राजपूत बन जाते हो......
😂
fw @@ConnecttoHindu
Maja aa gya sun ke or m chata hu ki ye maja Desh ke har aadmi ko mile😊😊😊
अखिलेश जी जैसा कोई नेता नहीं है 🙏🙏🙏🙏
बेवकूफी में सही बातहै
@rameshsaini3607 लग गयी मिर्ची 😆😆
शुद्र वहीं है जो एक स्कूल के अध्यापक से 5000सैलरी है 500000000 करोड़ कमाये देश के सम्पत्ति लूटे और टोटी भी लूट ले जाये वहीं शूद्र है ।
M*😂😂😂d
Is desh ko aap jaise hi neta ki jarurt h 👌😀
Thank you❤ Ak
क्या मस्त रेले हो भाई.... ऐसे ही रेला करो हमेशा@यादवAkhilesh
Very nice cm.sir.akhilesh yadav ji very good speech sir g thank you sir g.❤❤❤❤❤❤
मुख्य बात उत्तर प्रदेश की हालत क्या हो गयी है हम से अच्छा कोई नहीं जानता
Badi axhi baten aap ne batai hain
#भगवान सबके हैं #अखलेश_यादव #पूर्व_मुख्यमंत्री #उत्तरप्रदेश
सच्ची बाते कड़वी हो सकती है, किंतु होतीं है वह विचारणीय।अखिलेश जी के कथन में सच्चाई है कि तथाकथित शूद्रों के साथ लंबे समय से अत्याचार होता आया है __जो अब भी समाप्त नही हो पा रहा।
Thank you so much Akhilesh sir 🙏. Unity is the best policy ✊️
Thank Very Good 👍
इतना अटक रा जैसे 5वी का छात्र हों 😂😂😃
😅😅
Tum padh ke dekho tumhe to ye bhi nhi aata hoga... sanskrit h bachhu😂
Yadav ji jindabad ❤❤
❤❤❤
akhilesh bhaiya eske liye dhanyawad
Bahut badhiya❤
Right
रामधारी जी की आत्मा बहुत दुखी होगी, कविता का काबरा होता देख....
यही खास है मोदी में
ये कैसा तर्क है कि किताब आज खरीदी इसलिए पढ़ना नहीं आता 😂
Tum bhumihar Brahmins h n beta tumara बंश पता h
असमानता, शोषण, जातिवाद, भेदभाव हमेशा धर्म संस्कृति की दुहाई दिया करती है, शायद उसे अपने असली रूप में आने में शर्म आती है, इसलिए वह हमेशा संस्कृति की खाल ओढ़े हुए आती है..
महान साहित्यकार... मुंशी प्रेमचंद।।
youtube.com/@RationalWorld
अरे भाई ये विदेश से पढ़ के आये हैं 😀😀😀😀😀
जिसको पढना नहीं आता वो अर्थ क्या क्या समझेगा
बहुत सही कहा आपने।
आज के समय सबसे बड़ा नीच जात पात की राजनीति करके वोट मांगने वाला नेता है उससे नीच कोई नही 😅
Jio Akhilesh sir Dil jeet liya aapne
बहुत से यादव समाज के लोगों को झूठा SC/ST ACT में फंसाया गया है, कभी वोट की राजनीति से फुर्सत मिले तो इसपर भी बोलिए अखिलेश भैया
sabko fasaya gaya bhai, sc st act aur dahej wala hatna chahiye
@@utpaltripathi6300 तो क्या ,sc st act हट जाये तो तूम्हारे मन में दलीतों के बारे में करुना जागेगी ?
@@shreesevamedical8931 dalito ko kisi ki karuna ki jarurat nhi hai
@@shreesevamedical8931 kahi aap San 1800 Ki baat to nhi kar rhe h?
@@shreesevamedical8931 भाई कानून हटे नहीं, जो गलती करे उसे कठोर से कठोर सजा मिले पर किसी निर्दोष को सजा न मिले,,,,,,,
Bhai bah. Akhilesh ki speech sun ker maja aa gya. Lekin sach to a hai ki yadi akhilesh aawas nhi dhulaya jata to, jati ka dard kya hota hai. A bhi nhi samajhte.
एक 19 वी सदी का कवि महाभारत से ले रहा है जबकि महाभारत और धर्म ग्रंथों में जाति नाम का शब्द और जाति नही है 😂 लेकिन लोगों को समाज में बाटकर वोट जो लेने है और न जाने अब इस लोक तंत्र में कौन पूछता है किस समाज के हो सबको मालूम है 😂😂
तुम शुद्र हो की नहीं पहले ये पता कर लो 😂😂😂😂😂
@@akashsreact मैं तो सनातनी हूं मै तो ब्राह्मण , क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र चारो वर्ण हूं मै सनातनी हूं जय श्री राम, हर हर महादेव 🕉️🚩
Right 👍🏾 ye logo ko ldane ka kam krte h vot ke liye
@@Upanishad11aakhir vrn vevshtha me to ho n...itni hierarchy kyu h desh me... accept to Krna pdega
@@vazi2716ha baki to brahmno ne sirf vikas ka kaam kiya h...aaj bhi mandir me pujari brahmn hi kyu bnta h
अरे अखिलेश भैया जिसकी कविता लाए हो उसमे यादव वंश के श्रीरोमणि भगवान कृष्ण और उनके बुआ के लड़के अर्जुन थे कम से कम शुद्र का उदाहरण किसी वामपथी की किताब से लाते
Are pandit g tumhara dhanda band करवाना h avi
जल्दी से करा ले भाई अब मंदिर से निकल कर हम सब काम करेंगे 5000 सालो से मंदिर में बैठे है तुम मजा भी मारे हो और शुद्र भी बने हो यदु वंश तुम्हारा obc ka आरक्षण भी तुम्हारा हम मंदिर में बंद करा दे भाई
@@चंद्रशेखरआजादजी अरे आज बहुत सनातन याद आ रहा है तब कहाँ थे इन्होंने जाति प्रथा बनाई और उसमे अपने आप सर्वश्रेष्ठ दर्जा दिया ये कौन तय करने वाला होता है की हम उच्च हैं और तुम नीच हो....
अखिलेश अपने लिए नही लड़ रहे sc st obc के लिए लड़ रहे
हम obc में है इसका मतलब ये नही की हम लोवर कास्ट हैं तुम्हारे सोच की तरह
जय श्री कृष्ण
@@parallelcinemaarcive ये तुम्हारी सोच है की हम उच्च तुम नीचे किसी एक ग्रंथ में है तुम जरूर बताना मैंने तो नही पढ़ा और नेता की तरह मत बताना मैंने और मेरे 3पीढ़ी में कोई नहीं माना सब अच्छा बिजनेस करते है या नौकरी में हो मेरा सहयोगी सब lower obc से आते है सब मिल कर काम करते है कोई उच्च नीच की भावना नहीं है
Intelligent leader 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Yadav shudra nhi hai
55
@@komalsharma220yadav pando videshi nhi hai sudra hai 😂 yadav ko videshi na banao mulnivasi hai tum videshi ho arya 😂
@@komalsharma220sudra nhi hai toh akhilesh ka cm office Yogi ne ganga jal se kyu dhulvaya pando mughalput jativad hai dekho mandir se dhandha kaisa chal raha hai 😂
@@komalsharma220are videshi didi 😂 jati banayi pandit ne na ki bhagwan ne sab jati granth pando ne likha hai bhagwan ne nhi pando ne khud jati banayi aur janm se khudko uchh bana diya 🤣 aur dusre ko nichha
जाति को भगवान ने नही इंसान ने अपने स्वार्थ फायदे के लिए बनाया है
आग लगे ऐसी राजनीति को ...🤬🤬
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Imam
@@ManiMani-uq4xs aaaaaaaaaaaaaa
The thugh smile of yogi ji 😂😂😂
मुझे पता नहीं क्यों अखिलेश जी को सुनते वक्त राहुल गांधी जी क्यों याद आ जाते
कोई बताओ ऐसा क्यों हो रहा😔
😮😅😊😊😊 2:55
Koi bat nahi andhbhakt ho tum😅😂
Kyoki tumhe lagta hoga ki Rahul bhi tumhe pelega
Bahut achchha
Isse pehle Hindi pdha hi nhi tha sir ji ne 😐
Hindi Kam Sanskrit jyada h
@@Taarunnnहिंदी ही है भाई
मैं पूरी रचना पढ़ा हु ये
@@prakharpathak7225 ramayan main khud nhi pad pata
@@shivamverma6902 are yar ramayan nhi hai😅
@@meremankibat-os6tn ramcharitamanas Or ramayan alag alag hai kya
Jai shree Krishna 🙏🙏
Jay bhim
Han wahe sri krishana ji ka mandir jab ban rha tha ram ji ka to yhe akhilesh ke pitaji unpe goliya chalwaye the
Akhilesh ji aage bado hum apke sath hai
@@thrustydraculla15 पुलवामा भुल गए आप मान्यवर
तुम भगवान के भक्त नहीं हो मोदी भक्त हो
जय श्री कृष्णा 🙏🙏
जय हिन्द 💪🇮🇳
अगर रामधारी दिनकर जी की रश्मिरथी की कविता आपको याद नहीं है तो आप खाक राजनीति करेंगे
tum jaise dongi desh ko barbad krne ki sochte hai
मतलब तुम बाल्मिकी को नही पूजते तो क्या खाक राम को पूजोगे
Ye koi jaruri nahi hai ki har kavita har kisi ko yaad ho . Har javi neta nahi ban sakta aur har neta kavi nahi ban sakta . Akhilesh ji ek pahde likhe yuva neta hain . Sawal to karenge hi . Very good speech . Jai hind jai bharat jai samvidhan .
Dharm ka rajniti me koi kaam nahi . Bjp Ram mandir ko vote bank ke liye bhuna rahi l kin parinaam kya hua sabko pata hai .
Very good❤
Jio mere sher ji
मुल्लों का मसीहा है अखिलेश यादव।
अगर धोखे से pm बन गया देश का तो इस्लामिक कंट्री बना देगा ये।
धार्मिक ग्रंथों में जो घटिया और मानसिक मूर्खता का समर्थन किया गया है उसकी पोल खोलने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य जी का धन्यवाद करता हु 🧐🧐🧐
👿👿👿👿
Swami prasad maurya khud to haar gya
अखिलेश ने योगी की धज्जियां उड़ा डाली
Yogi be like - ye galiliyo kon hai😂😂😂😂
😂😂😂😂😂
Yogi has degree on BSC in mathematics.
Good speech sir
किस स्कूल में पढ़ने गए थे भाई लगता है विहार के सरकारी स्कूल में लालू के शासनकाल में पढ़ने गए थे
Sahi bola aapane😅😅😅😂😂😂😂😂